Category: खबर बिहार की

  • जहानाबाद में निगरानी की टीम ने घूसखोर अधिकारी को दबोचा, एक लाख रुपए लेते पकड़ा गया सीओ

    जहानाबाद, 13 अक्टूबर 2022 । बिहार में आए दिन घूसखोर अधिकारी एवं कर्मचारी को लगातार पकड़ा जा रहा है इसके बावजूद वे लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। घूसखोर सरकारी कर्मियों और अधिकारियों की गिरफ्तारी भी रँगे हाथ रिश्वत लेते इन दिनों लगातार पकड़ा जा रह है।

    जहानाबाद में निगरानी की टीम ने घूसखोर अधिकारी को दबोचा, एक लाख रुपए लेते पकड़ा गया सीओ

    ताजा मामला जहानाबाद का है जहां नगर थाना क्षेत्र के गांधीनगर मोहल्ले से एक घूसखोर अंचलाधिकारी विजिलेंस के हत्थे चढ़ गया। मामला काको प्रखंड के अंचलाधिकारी का है जो मोटेशन के नाम पर एक लाख रुपये घूस लेते विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा गया। अंचलाधिकारी दिनेश कुमार को पटना से आये निगरानी की टीम ने एक लाख रुपये नकद लेते रंगेहाथ दबोचा है।

    निगरानी के डीएसपी अरुण पासवान ने बताया कि अंचलाधिकारी दिनेश कुमार के खिलाफ निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज किया गया था।यह शिकायत राहुल कुमार के द्वारा गत 29 सितंबर को दर्ज कराया गया था और उन्होंने यह आरोप लगाया था कि काको के अंचलाधिकारी दिनेश कुमार के द्वारा जमीन दाखिल खारिज करने के लिए एक लाख रुपए की मांग की जा रही है। शिकायत के बाद और केस के आधार पर सत्यापन किया गया। सत्यापन में मामला सही पाया गया। जिसके आधार पर कार्रवाई की गई। जिसमें एक लाख घूस लेते सीओ को रंगेहाथ दबोचा गया।

    डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अंचलाधिकारी को पटना ले गया और आगे की विधिसम्मत कार्रवाई करने में निगरानी की टीम जुट गई है। इधर वैना गांव निवासी राहुल कुमार शिकायतकर्ता की माने उन्होंने काको के हाजीपुर गांव में एक बीघा जमीन खरीदी थी। जिसके दाखिल खारिज के नाम पर काको अंचलाधिकारी दिनेश कुमार एक लाख रुपया घुस की मांग की थी। जिसकी शिकायत उन्होंने पटना विजिलेंस कार्यालय में की थी। जिसके आधार पर आज सुबह यह कार्रवाई की गई।

    निगरानी के द्वारा किए गए इस कार्रवाई के बाद जहानाबाद जिले में पदस्थापित विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है अधिकारियों एवं कर्मचारी अब सहमे नजर आ रहे हैं।

  • चचेरे भाई ने पार की बेशर्मी की हदें, दोस्त के साथ मिलकर किया बहन का रेप, वीडियो किया वायरल!

    बेशर्मी की सारे हदें पार कर चचेरे भाई ने कर दिया दोस्त के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म और वीडियो बना कर दिया वायरल। कोचिंग के लिए घर से निकली थी छात्रा रास्ते में रोक कर जबरन ले गया बगीचा में और कर दिया गंदा काम
    कहते हैं भाई और बहन का पवित्र रिश्ता होता है लेकिन जब भाई ही दरिंदा बन जाए और बेशर्मी की सारी हदें पार कर दे तो दूसरा बचाने वाला कौन मिलता है।

    कुछ ऐसा ही हुआ है पटना के नौबतपुर में जहां एक चचेरे भाई ने अपनी बेशर्मी की सारी हदें पार कर अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी चचेरी बहन के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया यही नहीं उसने एक-एक कर वीडियो भी बनाया और इस शर्मनाक वाक्य का वीडियो वायरल कर दिया छात्रा कोचिंग के लिए घर से निकली थी और यही मौका देखकर उसका चचेरा भाई उसके पीछे पीछे निकला और अपने एक दोस्त को भी बुला लिया जैसे ही वह सुनशान जगह पर पहुंची की पीछे से आ रहा उसका भाई अभिषेक और उसका दोस्त अभिषेक अपनी चचेरी बहन को उठाकर बगीचा में ले गया और फिर एक एक करके कपड़े उतारे और दुष्कर्म की दरिंदगी दिखाई, इसका वीडियो भी बनाया और उसे वायरल भी कर दिया।

    पीड़िता के अनुसार वह अपने घर से नौबतपूर कोचिंग के लिए निकली और अपने गांव से लगभग 600 मीटर की दूरी पर आगे अजवां एवं बाला ठाकुर गांव के बीच स्थित फोनू बाबू के बगीचा के पास पहुँची तभी मेरा चचेरा भाई अभिषेक कुमार पिता राजकुमार उर्फ पिन्टू यादव अपने एक दोस्त अभिषेक कुमार पिता अनेश यादव दोनों ग्राम- बालाठाकुर , थाना- नौबतपुर , जिला पटना मेरे पास आए तथा मेरा रास्ता रोके तो मैं रूक गई ।

    इसके बाद दोनों मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे , तब में हल्ला करने लगी , लंकिन रास्ता सुनसान होने के कारण कोई मदद के लिए नहीं आया । इसके बाद मेरा भाई अभिषेक कुमार मेरा मुंह बंद कर दिया तथा अपने दोस्त अभिषेक कुमार मुझे उठाकर फोनु सिंह के बगीचा में लेकर चला गया तथा दोनों ने नंगा कर बारी – बारी से बलात्कार किया बलात्कार करने के दौरान दोनों ने एक दूसरे का बिडियो भी बनाया । इसके बाद हल्ला – गुल्ला की सुनकर वहां कुछ अन्य ग्रामीण आए इसके वह दोनों अपराधी मुझे अर्द्धनग्न अवस्था में छोड़कर वहां से भाग गए ।

    लोगों की सूचना पर मेरे पिताजी वहां आए और अपने घर लेकर गए । इसके बाद अभिषेक कुमार पिता यादव के द्वारा बनाए गए विडियों को अपने दोस्तों तथा मेरे परिजनों के बीच वायरल कर दिया । उसके बाद मुझे राजकुमार उर्फ पिन्टु श्रीमान् इज्जत की लज्जा एवं अपराधियों दबंगगता के कारण अभी तक इस अपराध के लिए कोई आवेदन नहीं दिया गया है । क्योंकि उनके एवं उनके परिवार वालों के द्वारा घटना के बाद से ही प्रायः हमारे परिवार , मां – बाप , भाई को जान से मार देने के साथ तरह – तरह की धमकी दे रहे है ।

    अंततः हमने हिम्मत बांधी और पुलिस के पास बुधवार 12 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई । जिसके बाद पुलिस करवाही में जुट गई है। इस मामले में नौबतपुर थानाध्यक्ष रफीकूर रहमान ने बताया की मामला 7 अक्टूबर को घटित हुई और 12 अक्टूबर को पीड़िता का आवेदन प्राप्त हुआ है जिसके बाद पुलिस ने तुरंत करवाही करते हुए मामले में पॉस्को एक्टिव साथ मामला दर्ज करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है और अग्रिम करवाही में जुटी है।

  • नगर थानाध्यक्ष समेत 3 पुलिसकर्मी हुए निलंबित

    नवादा । अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को रिश्वत लेकर छोड़ने में थी संलिप्तता । नगर थानाध्यक्ष समेत 3 पुलिसकर्मी हुए निलंबित । 10 अक्टूबर को ट्रैक्टर को पकड़ कर लाया गया था थाना।

    एसडीपीओ सदर और सर्किल इंस्पेक्टर द्वारा करायी गयी मामले की जांच । टाउन इंस्पेक्टर विजय सिंह की सहमति से एएसआई रामानंद यादव,एएसआई रघुवीर सहनी ने ट्रैक्टर को रिश्वत लेकर छोड़ा।

    BiharPolice Suspended

    एसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को तत्काल किया निलंबित । इंस्पेक्टर संजीव कुमार सिंह बनाये गए नए नगर थानाध्यक्ष।

    एसपी डॉ गौरव मंगला ने प्रेस रिलीज जारी कर दी जानकारी।

  • पूर्णिया एसपी निकला लूटेरा 6 वर्ष के नौकरी में करोडों की कमाई

    बिहार में ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर जो खेल चल रहा है पूर्णिया एसपी उसका एक प्यादा है और इस प्यादा के सहारे इस खेल को समझा जा सकता है, दयाशंकर 2014 बैच का आईपीएस अधिकारी है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 2016 में उसकी पोस्टिंग अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के रूप में आरा जिला में हुआ और फिर वही से इसे शेखपुरा जिला का एसपी बनाया गया।

    शेखपुरा जिला एक अनुमंडल और 9 थाने का जिला है लेकिन अवैध पहाड़ खनन के कारण बिहार का यह धनबाद है । तीन वर्ष से अधिक समय तक ये शेखपुरा का एसपी रहाइस दौरान एसपी के संरक्षण में अवैध खनन की लगातार शिकायतें पुलिस मुख्यालय को मिल रही थी ,हुआ क्या इस पर कार्यवाही होने के बजाय इन्हें 31 दिसम्बर 2021 को शेखपुर से सीधे उठा कर चार अनुमंडल 40 थाना और प्रमंडल मुख्यालय पूर्णिया जिला का एसपी बना दिया गया।

    जबकि एसपी की पोस्टिंग करने के समय पटना,मुजफ्फरपुर, दरभंगा,भागलपुर,गया और पूर्णिया में जो सीनियर आईपीएस अधिकारी होते हैं जिनके पास तीन चार जिले में पुलिसिंग का अनुभव रहता है उन्हें पोस्ट किया जाता है । ऐसे में दयाशंकर को सीधे शेखपुरा से पूर्णिया का एसपी बनाये जाना साधारण बात नहीं है क्यों कि नीतीश कुमार के यहां ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर एक व्यवस्था है फाइल हमेशा डीजीपी के यहां से मूव होता है और उसमें डीजीपी को पूरी स्वतंत्रता रहती है किसको कहां पोस्ट करना है और उस अधिकारी का कार्यक्षमता कैसा है वो लिखनी पड़ती है इतना ही नहीं अगर किसी तरह की शिकायत है तो वह भी उस फाइल पर दर्ज करना है और पोस्टिंग से पहले खुल कर चर्चा होती है बहुत कम ऐसे मौके आये हैं जब सीधे सीएम के यहां से नाम डीजीपी को भेजा गया हो। फिर उस लिस्ट पर सीएम,मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ साथ सीएम के प्रधान सचिव बैठ कर निर्णय लेते हैं जिसका पैरवी रहता है उस अधिकारी के नाम के सामने उस नेता का नाम लिखा रहता है ।

    पैसा वाला खाता अलग रहता है जो पूरी तौर पर अधिकारी के स्तर पर ही चलता है और उसका अलग अलग तरीका है चाहे आरसीपी का ही जमाना क्यों ना रहा हो है। कौन किस कोटा से हैं इसकी जानकारी सीएम को जरूर रहती है । साथ ही एसपी और डीएसपी स्तर के अधिकारियों के तबादले में नीतीश कुमार डीजीपी के पसंद को नजरअंदाज नहीं करते हैं अभयानंद के बाद जो भी डीजीपी बने सीएम के इस शैली का खूब लाभ उठाया है और जमकर वसूली किया है।

    जहां तक मेरी जानकारी है दयाशंकर मामले में नाम डीजीपी कार्यालय से ही आया था और इसके उपर खनन माफिया से साठगांठ और थाना बेचने का जो आरोप लगा था बैठक में इसकी चर्चा तक नहीं हुई ।कहा ये जा रहा है कि दयाशंकर को शेखपुरा से सीधे पूर्णिया पोस्टिंग पर सवाल भी उठे थे लेकिन बैठक में मौजूद अधिकारी दयाशंकर के साथ खड़े थे ।

    दयाशंकर बिहार का रहने वाला है लेकिन इसकी कोई ऐसी राजनीतिक पैरवी नहीं है जिसके सहारे शेखपुरा से सीधे पूर्णिया पहुंच जाये हालांकि दयाशंकर के पूर्णिया एसपी बनने के कुछ ही दिनों के बाद सीएम तक यह खबर पहुंचने लगी थी कि पूर्णिया एसपी शराब माफिया से जुड़ कर डालखोला से ट्रक से शराब का तस्करी करावा रहा है और इस सूचना के बाद ही सीएम ने एसपी पूर्णिया पर एक्शन लेने को कहा ।

    लेकिन बड़ा सवाल यह है कि ऐसे अधिकारियों का फिल्ड में पोस्टिंग कैसे हो जा रहा है जबकि जिला जाने की स्थिति में सौ से ज्यादा आईपीएस अधिकारी सरकार के पास नहीं है कौन क्या है क्या कर सकता है बिहार का बच्चा बच्चा जानता है ऐसे में मुख्यमंत्री जिस विभाग के मंत्री हो वहां इस तरह का खेल हो तो सवाल उठना लाजमी है वैसे इस एक्शन से आईपीएस अधिकारियों में भय तो जरूर व्याप्त हुआ है और पुलिस मुख्यालय स्तर से इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के फील्ड में भेजने से जुड़ी एक फाइल जो काफी तेजी से मूवमेन्ट कर रहा था कल सुबह ही रुक गया देखिए आगे आगे होता है क्या वैसे इस एक्शन के बाद तबादले नीति में बदलाव आएगा ऐसा दिख रहा है।

  • मॉनसून की विदाई से पहले मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य भर में वज्रपात के साथ बरसात होने के आसार जताए हैं

    बिहार में मॉनसून की विदाई से पहले बारिश संबंधी गतिविधियां अपने चरम पर है। मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य भर में वज्रपात के साथ बरसात होने के आसार जताए हैं।

    सभी जिलों में ठनका का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, गया, नवादा समेत चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी हुई है।

    rainy-weather

    पूर्वी बिहार और सीमांचल-कोसी क्षेत्र में भी बुधवार को अच्छी बरसात हो सकती है।

  • पूर्णिया एसपी के कई ठिकानों पर विजिलेंस का रेड, अवैध संपत्ति अर्जित करने का है आरोप

    स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने पूर्णिया के एसपी दया शंकर के कम से कम आठ ठिकानों पर रेड किया है।
    इस छापेमारी में उनके पास से उनकी आय से 71 लाख 42 हजार अधिक रुपए के सबूत मिले हैं।

    एसवीयू ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर कोर्ट से सर्च वारंट मिलने के बाद कार्रवाई की है।

    दया शंकर, साल 2014 बैच के आईपीएस अफसर हैं। बिहार के कई जिले में एसपी रहे हैं। उनका पदस्थापन विवादित रहा है और उनके खिलाफ लगातार भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती रही है। एसवीयू को लगातार मिली शिकायतों के बाद एडीजी नैय्यर हसनैन खां ने एक जांच टीम गठित किया था। जांच में यह पुष्टि हुई कि आईपीएस दया शंकर ने कई चल -अचल संपत्तियां बनाई हैं, जो उनके आय स्रोत से अधिक है।

    प्रथम दृष्टया मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा पाया गया है। प्राथमिक जांच में 71 लाख 42 हजार के सबूत एसवीयू के हाथ लगे हैं।

    कोर्ट से सर्च वारंट मिलने के बाद एसवीयू की टीम ने मंगलवार की सुबह पूर्णिया एसपी दया शंकर के पटना स्थित घर और अन्य ठिकानों पर रेड किया। बताया जाता है कि जांच के क्रम में उनसे जुड़े दूसरे लोगों से भी पूछताछ हो सकती है।

    बिहार में किसी आईपीएस पर लंबे समय के बाद इस तरह की कार्रवाई हुई है।

    बताया जा रहा है कि एसपी के साथ ही उनके रीडर सावन और सदर थाने के एसएचओ संजय सिंह के आवास पर भी छापेमारी चल रही थी।

  • गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम से पुलिसकर्मियों को लेकर छपरा लौट रही बस में आग

    छपरा। गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम से पुलिसकर्मियों को लेकर छपरा लौट रही बस ने बाइक सवारों को टक्कर मार दी।

    इस हादसे में 3 बाइक सवारों की मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस बस में आग लग गई।

    जिसके बाद जान बचाकर पुलिस कर्मी भाग निकले।

  • DMCH के हॉस्टल कैम्पस से शराब बरामद

    दरभंगा । डीएमसीएच के बॉयज हॉस्टल के मेस से भारी मात्रा में शराब बरामद। मेस संचालक को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

    मेस संचालक सुरेश मंडल के साथ उसका पुत्र विक्की मंडल गिरफ्तार। मेस में लम्बे समय से शराब का चल रहा था धंधा।

    LiquorBan

    गुप्त सूचना के आधार पर बेता ओपी की पुलिस ने की कारवाई।

  • जहानाबाद के बिर्रा गांव के समीप हाइवा ट्रक और टैंपू में हुई सीधी टक्कर, एक की मौत दो घायल

    मखदुमपुर। मंगलवार की देर शाम पटना गया राष्ट्रीय मार्ग के वीर्रा गांव के समीप हाईवा ट्रक एवं टेंपो में सीधी टक्कर हो गई। जिसमें एक व्यक्ति की मौत एवं दो अन्य लोग घायल हो गए।

    मृतक उमता धरनई ओपी के छतियाना गांव निवासी अमन कुमार बताया जाता है। जबकि घायल व्यक्ति भी छतियाना गांव निवासी ललन साव एवं अजीत कुमार बताए जाते हैं।

    मिली जानकारी के अनुसार छतियाना गांव से टेंपो यात्री लेकर मखदुमपुर आ रहा था तभी बिर्रा गांव के समीप पटना से गया की ओर जा रहे हाइवा ट्रक ने सीधी टक्कर मार दिया, जिसमे में टेम्पो चालक रहे अमन कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

    accident

    घटना की सूचना पाकर मखदुमपुर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे और स्थानीय लोगो के सहयोग से घटना में घायल रहे ललन साव एवं अजीत कुमार को इलाज के लिए रेफ़रल अस्पताल मखदुमपुर लाया गया, जहां डॉक्टरों में घायलों की स्थिति को देखते हुए विशेष इलाज हेतु पीएमसीएच रेफर कर दिया।

    वहीं घटना में टेंपो के पचखे उड़ गए , थाना अध्यक्ष रवि भूषण ने बताया कि पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज रही है।

  • पूर्णिया एसपी के ठिकानों पर विजिलेंस का छापा, आय से अधिक संपत्ति का मामला

    पूर्णिया । पूर्णिया के एसपी दयाशंकर के आवास ,पुलिस लाइन, सदर थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह समेत कई ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस और ईओ यु की टीम कर रही है छापामारी।

    आय से अधिक संपत्ति का मामला. स्पेशल विजिलेंस की टीम सुबह से ही कर रही है छापामारी। मीडिया कर्मियों को भी अंदर जाने से रोका जा रहा है। जानकारी के अनुसार एसपी दयाशंकर पर आय से 71 लाख रुपये के अधिक संपत्ति का मामला सामने आया था।

    उसी को लेकर पटना से डीजी नैयर हसनैन खां के निर्देश पर स्पेशल विजिलेंस और ईओयू की कई टीम पूर्णिया और अन्य जगहों पर छापामारी कर रही है.बाहर हाल देखना है कि छापामारी में क्या मामला सामने आता है।