Category: खबर बिहार की

  • घर को लगाई आग घर के चिराग ने, पिता से पैसा नहीं मिलने पर उतारा गुस्सा

    किशनगंज। नशेड़ी बेटों ने पिता से मारपीट कर पिता के घर में लगाया आग। घर जलकर हुआ राख। मौके पर पहुंचे पुलिस।मामला शहर के पश्चिमपाली आरामील गली का है।

    गुरुवार की शाम बाप-बेटा के किसी बात को लेकर विवाद हो गया जिसके बाद नशेड़ी बेटों ने पिता को बेरहमी से पीटकर घर से बाहर निकाल दिया और पिता के घर पर आग लगा दिया। आग लगने से कच्चा मकान जलकर राख हो गया और घर में रखे सभी समान जल गया साथ एक बकरी कि भी जलकर मौत हो गया।

    वहीं घर से अचानक आपकी ललाट देखकर आसपास के लोगों ने इसकी सूचना टाउन थाना पुलिस को दिया जिसके बाद मौके पर पुलिस और अग्निशमन वाहन पहुंचकर आग को बुताया हालांकि तब तक घर जलकर पूरी तरह राख हो चुका था।वहीं मौके पर पहुंचे टाउन थाना अध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह ने बताया बाप बेटे के बीच किसी विवाद को लेकर नशेड़ी बेटों ने पिता के साथ मारपीट कर उनके घर को आग लगा दिया। वहीं बताया कि पीड़ित पिता के द्वारा लिखित आवेदन देने पर बेटों के खिलाफ कार्यवाही किया जाएगा।



    पीड़ित पिता 60 वर्षीय लक्ष्मी पासवान ने बताया मेरे 3 पुत्र सुनील पासवान राजा पासवान और सुशील पासवान आए दिन घर में जमीन को लेकर मेरे साथ मारपीट और झगरा करता है। तीनों मिलकर मुझे और मेरे पत्नी के साथ दुर्व्यवहार कर घर से निकालना चाहता है और पूरे जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं जिसको लेकर गुरुवार की शाम विवाद हो गया और मेरे साथ मारपीट कर मुझे घर से निकाल दिया और मेरे घर को आग से जला दिया वह बुजुर्ग पिता ने अपने कु पुत्रों के खिलाफ टाउन थाना में लिखित आवेदन देने की बात कही।

  • तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव जो मॉल बनवा रहे थे, वह किसका है? -सुशील कुमार मोदी

    पटना, 25 अगस्त 2022। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पिछले साल राजद के बड़े राजकुमार तेज प्रताप यादव ने गुरुग्राम में जिस मॉल के बनवाने में तेजस्वी प्रसाद यादव के सलाहकार संजय यादव के लगे होने की बात कही थी, वह किसका है?

    तेज प्रताप यादव के आरोप का जवाव दें डिप्टी सीएम

    गुरुग्राम के मॉल को लेकर सीबीआई ने कुछ नहीं कहा

    वे बतायें कि रेलवे कर्मचारी हृदयानंद चौधरी ने हेमा यादव को जमीन क्यों दान की ?

    श्री सुशील मोदी ने कहा कि तेज प्रताप यादव ने संजय यादव को दुर्योधन और प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद को शिशुपाल बताते हुए जिस मॉल का जिक्र किया था, उस पर डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने चुप्पी क्यों साध ली?

    उन्होंने कहा कि सीबीआई ने गुरुग्राम वाले मॉल के स्वामित्व को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है , लेकिन यदि मीडिया एक वर्ग ने मॉल से उनका नाम जोड़ कर खबर चलायी है, तो उन्हें उस मीडिया के विरुद्ध मानहानि का मुकदमा दर्ज कराना चाहिए।

    श्री मोदी ने कहा कि यदि लालू प्रसाद के कार्यकाल में रेलवे को मुनाफा हुआ, तो उस समय रेलवे के होटल बेचने और रेलवे की नौकरी के बदले लोगों की कीमती जमीन लिखवाने के मामले क्यों सामने आए?

    sushilModi

    उन्होंने कहा कि
    तेजस्वी यादव इसका जवाब दें कि रेलवे में चतुर्थ वर्ग के कर्मचारी हृदयानंद चौधरी ने पटना की 70 लाख रुपये मूल्य की 7.76 डिसमल जमीन बहन हेमा यादव को क्यों दान कर दी?

    उन्होंने कहा कि सीबीआई ने एक दर्जन से अधिक लोगों पर मामले दर्ज किये हैं, जिनमें रेलवे की नौकरी देने के बदले जमीन लिखवा लेने के सबूत हैं।

    श्री मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के मंत्री रहते रेलवे की क्या हालत हुई थी और कितना फायदा हुआ, इस पर पूर्व रेलमंत्री नीतीश कुमार ही बेहतर जानकारी दे सकते हैं।

  • मुजफ्फरपुर में डराने लगा है डेंगू का डंक, अबतक मिले दो मरीज

    मुजफ्फरपुर में डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. जिले में अबतक दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, दोनों मरीज का इलाज पटना के एम्स में चल रहा है, जिसमें से एक मरीज ठीक होकर घर लौट चुका हैं.

    वहीं इसको लेकर मुजफ्फरपुर का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है.राज्य की स्वास्थ्य विभाग ने सूबे में भी डेंगू के मामला को लेकर के ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सभी जिले के स्वास्थ विभाग के लिए अलर्ट को जारी किया गया है। इसके साथ ही इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर अलर्ट पर आया है और इसको लेकर के प्रभावित क्षेत्र में छिड़काव को लेकर निर्देश दिया गया है।



    आपको बता दें कि कल जिला में शहर के एमएसकेबी के पास के एक मुहल्ले में एक केस की पुष्टि हुआ है जिसको बेहतर इलाज के लिए पटना AIIMS में इलाज के लिए भर्ती कराया गया हैइसके पहले जिला के सकरा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति में डेंगू की हुआ था पुष्टि जिसको इलाज के पटना कराया गया था जो ठीक होकर लौट चुका है.मामले में सीएस डॉ उमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि अब तक दो केस हाल में आया है जिसमे एक ठीक हो चुका है जबकि एक को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

    डेंगू के लेकर अलर्ट पर है हमलोग और इसके साथ अब प्रभावित क्षेत्र में छिड़काव करवाया जा रहा है फिलहाल इसके बाद अब जरूरी निर्देश संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है इसके साथ ही डेंगू के इलाज के मामले को लेकर हमलोग की तैयारी पूरी है और इसके साथ ही दवाओ की कोई कमी नहीं है।

  • पटना हाईकोर्ट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा NDA गठबंधन को छोड़ कर महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के विरुद्ध दायर जनहित याचिका पर सुनवाई 7 सितम्बर,2022 को की जाएगी

    ये जनहित याचिका धर्मशीला देवी ने दायर की है। इस जनहित याचिका की चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने सुनवाई की। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए राज्य सरकार के एडवोकेटजनरल और याचिकाकर्ता के अधिवक्ता वरुण सिन्हा को इस मुद्दे को स्पष्ट करने को कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन को खत्म करने के सम्बन्ध में संवैधानिक और कानूनी प्रावधान क्या है।

    कोर्ट ने सुनवाई के शुरुआत में याचिकाकर्ता वरुण सिन्हा से जानना चाहा कि क्या कोई ऐसा कानून है,जिसके तहत चुनाव पूर्व गठबंधन तोड़ा जा सकता है या नहीं।

    इस जनहित याचिका में ये कहा गया है कि 2020 में नीतीश कुमार ने एन डी ए के साथ चुनाव लड़ा और उनके साथ सरकार बनायीं।लेकिन फिर उन्होंने यह गठबंधन छोड़ कर राजद व अन्य दलों के महागठबंधन की सरकार बना कर फिर मुख्यमंत्री बन गए।

    ये संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन और जनादेश का अपमान हैं।याचिका में यह कहा गया है कि संविधान के प्रावधानों के 163 और 164 के तहत राज्यपाल को नीतीश कुमार को पुनः मुख्यमंत्री नहीं नियुक्त करना चाहिए था, क्योंकि उन्होंने बहुमत वाले गठबंधन को छोड़ कर अल्पसंख्यक वाले गठबंधन के साथ सरकार बना ली।

    इससे पहले भी 2017 में भी नीतीश कुमार ने राजद के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने बाद राजद छोड़ कर बीजेपी के साथ सरकार बना का मुख्यमंत्री बने।जिस गठबंधन के आधार मत ले कर सरकार बनाते है,बाद में उसी जनादेश नजरअंदाज और अपमान कर दूसरे गठबंधन के साथ मिल कर सरकार बना ली हैं।

    इस मामलें पर अगली सुनवाई 7 सितम्बर,2022 को की जाएगी।

  • श्री अवध बिहारी चौधरी ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए किया नामांकन

    RJD विधायक श्री अवध बिहारी चौधरी जी ने माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री श्री Tejashwi Yadav जी की उपस्थिति में बिहार विधान सभा अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किए।

    विधान सभा के प्रभारी सचिव पवन कुमार पांडेय के कक्ष में किया नामांकन।

    अवध बिहारी चौधरी

  • गया के ऐतिहासिक विष्णुपद मंदिर से सटे फाल्गु नदी प्रदूषित होने के मामलें पर पटना हाईकोर्ट में सुनवाई हुई

    पटना हाईकोर्ट ने गया के ऐतिहासिक विष्णुपद मंदिर से सटे फाल्गु नदी प्रदूषित होने के मामलें पर सुनवाई की। चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने इस जनहित याचिका पर सुनवाई की।

    कोर्ट ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए गया में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के समय सीमा के सम्बन्ध में कार्य करने वाली कंपनी को 3 सितम्बर,2022 तक हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया है।पिछली सुनवाई में कोर्ट को जानकारी दी गई थी कि बूडको ने वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने हेतु चुनी हुई कम्पनी से अग्रीमेंट किया जा चुका हैं।

    कोर्ट को बताया गया था कि एग्रीमेंट में ये तय हुआ है कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम तीन महीने में पूरा हो जाएगा।

    ये जनहित याचिका गौरव कुमार सिंह की ओर से दायर की गई थी। पहले की सुनवाई में कोर्ट ने बुडको से यह भी कहा कि यदि वह चुनिंदा कम्पनी के काम करने से संतुष्ट है, तो अग्रीमेंट की प्रक्रिया जल्द पूरा करे ।

    PatnaHighCourt
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    याचिकाकर्ता के अधिवक्ता सुमित कुमार सिंह ने कोर्ट को बताया कि ऐतिहासिक फाल्गु नदी कचरे से भर रही ऊन्होने बताया कि सारे गया शहर की गन्दगी और कचडा फल्गु नदी में जाता है,जिस कारण नदी का पानी काफी प्रदूषित हो गया।

    ऐतिहासिक महत्व वाले इस महान शहर को पर्यटकों के लिए एक यादगार यात्रा बनाने के लिए सार्थक प्रयास करने होंगे। इस मामलें पर अगली सुनवाई 3सितम्बर, 2022 को होगी ।

  • सृजन घाेटाले में फंसी पूर्व एडीएम जयश्री ठाकुर व उनके परिवार के सदस्याें की 10 जगहाें पर संपत्ति काे ईडी की टीम ने जब्त किया

    ईडी की टीम ने सृजन घाेटाले में फंसी पूर्व एडीएम जयश्री ठाकुर व उनके परिवार के सदस्याें की 10 जगहाें पर संपत्ति काे ईडी की टीम ने जब्त किया ।

    इनमें खलीफाबाग के पास आनंदराम ढांढानिया विद्या मंदिर के बगल में बन रहे अपार्टमेंट में चार केवाला, तिलकामांझी चाैक के पास सत्यम अपार्टमेंट में एक फ्लैट, शीतला स्थान राेड स्थित एक अपार्टमेंट की जमीन काे जब्त किया गया।



    इसके अलावा सबाैर थाना के पास, फतेहपुर समेत आसपास में पांच जगहाें पर जमीन काे जब्त किया गया।

  • सीबीआई के छापे पर उठा सवाल सीबीआई बेकफुट पर

    नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में दर्ज एफआईआर के सिलसिले में दो माह के दौरान सीबीआई की यह दूसरी बड़ी रेड है इस बार राजद के दो राज्यसभा सांसद एक विधायक ,एक पूर्व विधान पार्षद और एक बालू कारोबारी के घर सीबीआई ने छापेमारी किया है ।छापेमारी देर रात को खत्म हुई है लेकिन सीबीआई को नौकरी के बदले जमीन से जुड़े मुकदमा में ऐसा कुछ भी नहीं मिला जिसके सहारे लालू परिवार पर शिकंजा कसा जा सके। हां यह जरुर है कि इस छापेमारी से राजद का जो अर्थतंत्र है वो जरुर प्रभावित हो सकता है ।

    1–नौकरी के बदले जमीन लेने का मामला

    सीबीआई ने इसी वर्ष मई में लालू प्रसाद यादव पर 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में ग्रुप डी की नौकरियों के बदले में जमीन लेने का आरोप लगाते हुए एक मुकदमा दर्ज किया है जिसमें सीबीआई ने पूर्व रेल मंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती और हेमा के अलावे 13 अन्य लोगों को आरोपी बनाया है ,इस तरह इस मामले में कुल 16 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

    सीबीआई ने अभी तक इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिसमें एक भोला यादव है जो लालू प्रसाद के निजी सहायक रह चुके हैं और दूसरी गिरफ्तारी नौकरी के बदले जमीन देने के एक आरोपि हृदयानंद चौधरी हैं।



    सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में हृदयानंद चौधरी पर आरोप यह है कि ब्रजनंदन राय ने महुआबाग की अपनी 3375 वर्गफीट जमीन 29 मार्च 2008 को गोपालगंज निवासी हृदयानंद चौधरी को 4.21 लाख लेकर ट्रांसफर की. बाद में यह जमीन हृदयानंद चौधरी ने लालू प्रसाद की बेटी हेमा यादव के नाम कर दी. जमीन जब तोहफे में दी गई उस वक्त सर्किल रेट 62.10 लाख रुपये था. हृदयानंद चौधरी को पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर में साल 2005 में ही नौकरी मिल गई थी।

    रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन लेने के मामले में सीबीआई ने जो प्राथमिकी दर्ज की है उसमें इसी तरह के सात ऐसे परिवार का नाम दर्ज है जिससे लालू प्रसाद पैसा लेकर रेलवे के डी ग्रुप में नौकरी दिये हैं ।

    प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई ने इस वर्ष मई माह में दिल्ली, पटना और गोपालगंज में 17 ठिकाने पर छापा मारा था और लालू प्रसाद और मीसा भारती से घंटो पुछताछ किया था।

    2— सीबीआई की छापेमारी सवालों के घेरे मेंं

    सांसद अशफाक करीम ,फैयाज अहमद,और विधान पार्षद सुनील सिंह के यहां छापेमारी से सीबीआई की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गया है क्यों कि जिस प्राथमिकी के आधार पर सीबीआई ने छापेमारी किया है (नौकरी के बदले जमीन देने के मामले में ) उस प्राथमिकी में दर्ज घटना के वर्ष की बात करे तो यह खेल लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते हुए 2004 से 2009 के बीच हुआ है। मतलब घटना की तिथि 2004 से 2009 के बीच है लेकिन कल जिनके यहां भी छापेमारी हुई है उन सभी पर गौर करेंंगे तो सांसद अशफाक 2018 में राजद कोटे से राज्यसभा गये हैं और जिस दौर में लालू यादव रेलमंत्री थे उस दौर में अशफाक करीब लोजपा के बड़े नेता थे उनका राजद और लालू प्रसाद के परिवार से दूर दूर का रिश्ता नहीं था।

    इसी तरह सांसद फैयाज अहमद की बात करे तो 2010 में ये पहली बार राजद के टिकट पर बिस्पी मधुवनी से विधायक बने थे और राजद में इसकी कोई हैसियत 2004 के 2009 के बीच कुछ भी नहीं था ।



    वही बात विधान पार्षद सुनील सिंह की करे 2004 से 2009 के बीच राजद में इनकी हैसियत क्या थी किसी से छुपा हुआ नहीं है इनकी राजद मेंं सक्रियता 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान पहली बार देखने को मिली इसी तरह पूर्व विधान पार्षद सुबोध राय उस दौर मे ठीक से हाफ पैंट भी नहीं पहन पा रहा होगा जिस दौर में नौकरी के बदले जमीन का खेल हुआ था ।

    इसी तरह से सीबीआई ने कृष्णापूरी में रेलवे के एक पूर्व इंजीनियर सुनील कुमार के घर भी छापा मारा था इसकी नौकरी उस समय रेलवे में हुई थी जिस समय रामविलास पासवान रेलमंत्री थे।

    वैसे जो खबर आ रही है कि छापेमारी समाप्त होने के बाद इन लोगों को सीबीआई ने जो सीजर लिस्ट दिया है उसमें लिखा है कि नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में दर्ज प्राथमिकी से जुड़ी हुई कोई भी दस्तावेज या अन्य साक्ष्य बरामद नहीं हुआ है।
    फिर भी इसमें कोई शंक नहीं है कि ये सभी लोग राजद के फंड रेजर हैं लेकिन इसमें भी कोई शंक नहीं है कि ये तीनों लालू परिवार के सम्पर्क में आने से पहले से ही बड़े कारोबारी रहे हैं।

    3–आरजेडी विधायक सैयद अबू दोजाना और बालू माफिया सुभाष यादव

    इन दोनों की हैसियत 2004 से 2009 के बीच क्या रही है कहने कि जरुरत नहीं है इन दोनों का राजद परिवार से रिश्ता 2015 में सत्ता वापसी के बाद हुई है इसलिए इनके यहां नौकरी ये बदले जमीन मामले में छापेमारी का कोई मतलब नहीं बनता है वैसे इन दोनों पर 2017 में आईआरसीटी घोटाला मामले में जब लालू प्रसाद पर मुकदमा दर्ज हुआ था उसके बाद इन दोनों के यहां भी छापेमारी हुई थी और करोड़ो के आयकर चोरी का मामले पकड़ाया था ।

    ऐसी स्थिति में कहां जा सकता है कि कल की छापेमारी नौकरी के बदले जमीन मामले के बजाय राजद के आर्थिक स्रोत निशाने पर था ताकि राजद भाजपा को लेकर मुखर ना हो सके।

  • पटना हाईकोर्ट में पटना के जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा समेत राज्य के अन्य एयरपोर्ट के मामले पर सुनवाई 31अगस्त,2022 को की जाएगी

    चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ द्वारा इन जनहित याचिकाओं पर सुनवाई कर रही हैं।

    पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार को राज्य में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाए जाने के मामलें में स्थिति स्पष्ट करते हुए जवाब देने का निर्देश दिया था।ये जनहित याचिकाएं गौरव सिंह व अन्य द्वारा की गई हैं।

    एक अन्य याचिकाकर्ता की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री व पायलट राजीव प्रताप रूडी ने कोर्ट के समक्ष पक्ष प्रस्तुत किया था।उन्होंने राज्य में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जाने के मुद्दे को उठाया था।

    उन्होंने कहा कि कई राज्यों में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि बिहार में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाया जाना चाहिए।

    कोर्ट को उन्होंने बताया था कि बिहार में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाया जाना चाहिए।बिहार में एक भी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट नहीं है।उन्होंने बताया कि छपरा के पास इसके लिए पर्याप्त और सस्ती भूमि उपलब्ध हैं।

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    #PatnaHighCourt

    याचिकाकर्ता की अधिवक्ता अर्चना शाही ने बताया था कि गया एयरपोर्ट के विकास के लिए एक बड़ी धनराशि आवंटित की गई है।लेकिन अभी तक गया एयरपोर्ट का विकास कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ है।

    कोर्ट को बताया गया था कि राज्य में पटना के जयप्रकाश नारायण अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के अलावा गया, मुजफ्फरपुर,दरभंगा,भागलपुर,फारबिसगंज , मुंगेर और रक्सौल एयरपोर्ट हैं।लेकिन इन एयरपोर्ट पर बहुत सारी आधुनिक सुविधाओं के अभाव एवं सुरक्षा की समस्याएं हैं।

    इस मामलें पर अगली सुनवाई 31अगस्त,2022 , को की जाएगी।

  • बिहार में होगा मध्यावदी चुनाव; 6 माह से अधिक नहीं चलेगी महागठबंधन की सरकार, नीतीश कुमार का इस बार नहीं खुलेगा खाता

    खबर हाजीपुर से है। जहाँ पटना से दरभंगा जाने के दौरान लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान हाजीपुर पहुंचे। जहां उन्होंने चुहरमल नगर में स्थापित रामविलास पासवान की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

    और साथ ही नीतीश कुमार पर जमकर बरसे। चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार को विश्वास मत की चिंता है जबकि जनता का विश्वास वो खो चुके है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार 6 माह से अधिक नहीं चल सकती। और बिहार में मध्यावदी चुनाव होगा। लेकिन इस बार नीतीश कुमार का खाता भी नहीं खुलेगा।



    साथ शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए लाठी चार्ज की निंदा करते हुए सरकार पर जमकर प्रहार किया।