Category: गांव की समस्या

  • टीचर ने गुरु शिष्य के रिश्ते को किया तार-तार,मास्टर ने किया दुष्कर्म का प्रयास।

    रहुई – रहुई थाना क्षेत्र इलाके के एक गांव में एक शिक्षक ने गुरु-शिष्य के रिश्ते को शर्मसार करते हुए कोचिंग की एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ करते हुए उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार गुरु व शिष्य दोनों एक ही गांव का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार रहुई थाना क्षेत्र इलाके के एक गांव में कोचिंग में पढ़ाई करने के बाद सभी छात्र एवं छात्राओं को शिक्षक ने छुट्टी दे दिया। उसके बाद एक छात्रा को गलत नियत के तरीके से छात्रा को ठहरने के लिए मास्टर ने बोला। छात्रा को हाथ पकड़ते हुए खींच कर कमरे में ले गया और दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगा शिक्षक की यह हरकत देखकर छात्रा ने अपना होश हवास खो दिया।

    छात्रा ने चुपचाप घर वापस लौट कर घटना की जानकारी अपनी मां को दिया। छात्रा के परिजनों द्वारा टीचर पर आरोप लगाते हुए गांव में मुखिया व बुद्धिजीवियों के साथ बैठक कर समझौता किया गया। वहीं शिक्षक अपने आप को बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय ढूंढते रहे। उसके बाद ग्रामीणों द्वारा छात्र के बयान पर शिक्षक को 100 से अधिक बार उठा बैठक कराया गया। बताया जाता है कि शिक्षक इसके अलावा वह गांव में डॉक्टरी का काम भी करते हैं। शिक्षक व छात्रा दोनों एक ही गांव का बताया जा रहा है। फिलहाल बुद्धिजीवियों के द्वारा इस मामले को सुलझा दिया गया है

  • गंदगी का हुआ भरमार, जीना हुआ बेकार।

    गंदगी का हुआ भरमार, जीना हुआ बेकार। मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी के पहल पर श्रमदान।। नूरसराय प्रखंड स्थित लोहड़ी गांव में श्रमदान कर बरसों से जमा गन्दगी गली नाली रास्ता साफ करने के लिए उत्साहित मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी के सचिव पुरुषोत्तम कुमार ने लोगों को किया। स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय संस्था सचिव पुरुषोत्तम कुमार और वार्ड सचिव दिनेश सिंह वार्ड सदस्य धनंजय सिंह मनीष कुमार ने बैठक कर जनहित में श्रमदान करने का निर्णय लिया और लोगों को जागरूक कर स्वच्छता अभियान में साफ़ सफाई में सहयोग करने का आवाहन किया जिसमें दो दर्जन से अधिक लोगों ने साथ दिया।

    पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि श्रमदान समाज हित के लिए रोजाना एक घंटा करें तो कसरत के साथ व्यायाम और योग कार्य हो सकता है साथ में अपने परिवार के साथ दूसरे को भी शुद्ध वायु स्वच्छ रास्ता पर चल सकते हैं। समाज को स्वच्छ शिक्षित व स्वस्थ्य बनाना है तो हम सब मिलकर इस काम को करे बहुत देर हो चुकी है।

    अब संभलने का नहीं कुछ करने का वक्त आ गया है सरकार और समाज पर अपने कार्य मत छेड़िए। अपने पुर्वजों को बताया गया रास्ते पर चलने का प्रयास करें और अपने गांव को सुन्दर परिवेश देकर गांव पंचायत प्रखंड राज्य में स्वच्छता अभियान में आगे बढ़ कर कार्य करें। ईस कार्यक्रम में शामिल विक्की कुमार गौतम कुमार शत्रुध्न कुमार नरसिंह साव विरू शालिक विरेशी रामा शम्भु के साथ कई लोग शामिल हुए।

  • नगर निगम क्षेत्र के बड़ी पहाड़ी इलाके में इन दिनों पेयजल संकट गहरा गया है

    बिहारशरीफ नगर निगम क्षेत्र के बड़ी पहाड़ी इलाके में इन दिनों पेयजल संकट गहरा गया है लोग पेयजल के लिए परेशान है इस इलाके के करीब पन्द्रह हजार आवादी पेयजल संकट से प्रभावित है। इस बाबत नगर निगम के पदाधिकारी से भी शिकायत की गई है लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। बताते चले की बड़ी पहाड़ी इलाका पहाड़ की तलहट्टी में बसा है। यहां बोरिंग नहीं होता है।

    लोग पम्प हाउस से जलापूर्ति पर निर्भर हैं। पंचाने नदी के किनारे बसे वियावानी गांव स्थित पम्प हाउस से जलापूर्ति की जाती है लेकिन पिछले 10-15 दिनों से बड़ी पहाड़ी इलाके में जलापूर्ति प्रभावित है। जिसकी मुख्य वजह वियावानी पम्प हाउस (नया) में नये आपरेटरों की तैनाती है। आपरेटर निर्धारित समय से पम्प हाउस को नहीं चलाते हैं। मुहल्लेवासियों का कहना है की पहले पम्प हाउस में स्थानीय आपरेटर तैनात थे जो सुबह शाम नियमित ढंग से मोटर चलते थे जिससे घरों में पानी ठीक ढंग से पहुंच रहा था लेकिन अब पम्प हाउस मेें चोरसुआ (गिरियक)के आपरेटर की तैनाती की गयी है।

    जो समय से पम्प हाउस को नहीं चलाते हैं। पम्प हाउस चलाने के निर्धारित समय पर लापता रहते हैं। इस बाबत जब आपरेटरों से बात की गई तो उनका कहना है कि बिजली नहीं रहने के कारण पेयजल संकट है। मुहल्लेवसियाें ने पम्प हाउस पर पुन: स्थानीय आपरेटरों की तैनाती की मांंग की है। ताकिे लोगों को समय पर पानी मिलता रहे। बड़ी पहाड़ी इलाके के मंसूर नगर मगध कलोनी एवं छोटी पहाड़ी मुहल्ले में जल संकट है इस समसस्या को लेकर लोगों की दिनचर्या खराब हो गयी है वियावानी पम्प हाउस की स्थापना पेयजल संकट से अति प्रभावित क्षेत्र मंसूर नगर इलाके में नियमित जलापूर्ति करना था लेकिन नगर निगम के पदाधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही से लोग पेयजल संकट झेल रहे हैं।

  • बारिश नहीं होने से हरनौत प्रखंड के किसान हैं परेशान

    सुखाड़ की आशंका बनती जा रही है बरसात शुरू हुए महीने दिन बीत चुके हैं क्षेत्र में किसान जैसे तैसे पंप सेट के सहारे खेत में धान की रोपनी में जुटी हुई है। हरनौत कृषि पदाधिकारी विनय कुमार ने बताया कि प्रखंड इलाके क्षेत्र में अब तक लगभग 30% धान की रोपनी हुई है।

    जबकि पिछले साल इस समय में 70 फीसद धान की रोपाई हो गई थी। वह हरनौत विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता रवि गोल्डन ने सरकार से सुखाड़ घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हरनौत सहित पूरे नालंदा जिले में बारिश ना के मात्रा में हुई है और किसान धान रोकने को लेकर बहुत परेशान हैं।

    प्रखंड क्षेत्र में मात्र अब तक 30% धान की रोपाई हुई है। बिजली का भी परिस्थिति काफी दयनीय है। बढ़ती गर्मी के वजह से जल का स्तर काफी नीचे चला गया है। जिससे किसान को धान रोकने में काफी परेशानी हो रही है।

    उन्होंने कहा कि सरकार को सुखाड़ घोषित करने का समय आ गया है। बारिश नहीं होने से किसानों के बीच जो परिस्थिति उत्पन्न हुई है प्रकृति की मार से सरकार को इस पर सिर्फ अनुदान से काम नहीं चलेगा।