Category: जॉब एंड एजुकेशन

  • छात्रों के आगे झुकी नीतीश सरकार.. 67वीं BPSC PT की तारीख बदली.. जानिए अब कब होगी परीक्षा

    कहा जाता है कि झुकती है दुनिया झुकाने वाला चाहिए.. जी हां,  छात्र जब अपने पर आ जाती है तो बड़े बड़े सल्तनत की नींव हिला देती है । ऐसे में छात्रों के आंदोलन के सामने बिहार की नीतीश सरकार को भी झुकना पड़ा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने BPSC के अभ्यर्थियों से जो वादा किया था उसे उन्होंने निभाया। BPSC ने 67वी की प्रारंभिक परीक्षा की तारीख को बदल दिया है ।

    21 सितंबर की परीक्षा स्थगित
    बिहार लोक सेवा आयोग ने अभ्यर्थियों की मांगों को मानते हुए 67वीं प्रारंभिक परीक्षा की तिथि में बदलाव किया है। अब 67वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा 21 सितंबर को नहीं होगा।

    अब कब होगी परीक्षा
    67वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा अब 30 सितम्बर यानी शुक्रवार को आयोजित की जाएगी। ये परीक्षा एक पाली में ही आयोजित की जाएगी। 30 सितंबर को दोपहर12 बजे से 2 बजे तक एक ही पाली में ही परीक्षा आयोजित की जाएगी।

    कब जारी होंगे एडमिट कार्ड
    बिहार लोक सेवा आयोग के मुताबिक 67वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 20 सितंबर को जारी किया जाएगा। जिसे बीपीएससी के आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bih.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है।

    विवादों में 67वीं PT एग्जाम
    आपको बता दें कि 67वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा को लेकर काफी विवाद रहा है । पहले अभ्यर्थियों की संख्या छह लाख से अधिक होने की वजह से परीक्षा दो दिन आयोजित की जाएगी और परसेंटाइल सिस्टम लागू किया जाएगा। जिसके विरोध में छात्र सड़क पर उतरे और आंदोलन किया। इस दौरान छात्रों को पुलिस की लाठी भी झेलना पड़ा। अभ्यर्थियों की मांग थी कि परसेंटाइल सिस्टम लागू नहीं किया जाए और परीक्षा एक ही दिन, एक पाली में ली जाए।इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हस्तक्षेप किया और परीक्षा एक दिन में एक ही पाली में ली जा रही है और इसमें परसेंटाइल सिस्टम भी लागू नहीं हो रहा है।

    CM नीतीश से मिले थे छात्र
    आपको बता दें कि बीपीएससी और यूपीएससी के अभ्यर्थियों ने परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग को लेकर गुरुवार को दिल्ली में सीएम नीतीश कुमार से मिले थे। छात्र अचानक सीएम के काफिले के सामने आकर अपनी पीड़ा बताई थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था ।

    क्यों बढ़ा डेट
    दरअसल, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा 16 सितंबर से 25 सितंबर तक चलेगी। ये परीक्षा लगातार 16, 17, 18 सितंबर के बाद 24 और 25 सितंबर को है। ऐसे में मुख्य परीक्षा देने वाले छात्र बीपीएससी पीटी की परीक्षा से वंचित रह जाते । हालांकि बीपीएससी ने तारीख बढ़ाने से इनकार कर दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री के आदेश के बाद फैसला बदलना पड़ा

  • BPSC अभ्यर्थियों ने रोका CM नीतीश का काफिला…. जानिए CM नीतीश ने अभ्यर्थियों से क्या कहा ?

    जब अभ्यर्थियों की बातों को अधिकारी नहीं सुनते हों तो ऐसे में छात्रों के पास एक ही रास्ता बचता था कि मुख्यमंत्री से गुहार लगाई जाए। लेकिन मुख्यमंत्री से मिलने का वक्त ही नहीं मिल रहा था। ऐसे में BPSC के अभ्यर्थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले के सामने अचानक आ धमके। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों की हाथ पांव भी फुल गए।

    क्या है पूरा मामला
    दरअसल, ये पूरा वाक्या तब हुआ जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली से पटना लौट रहे थे। मु्ख्यमंत्री जैसे ही दिल्ली स्थित बिहार भवन से एयरपोर्ट जाने के लिए निकले। वैसे ही BPSC और UPSC के अभ्यर्थी उनकी गाड़ी के आगे आ गए।

    अभ्यर्थियों ने रोका काफिला
    BPSC और UPSC के अभ्यर्थियों ने दिल्ली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला रोक दिया। छात्रों की भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद गाड़ी से उतर कर आए। उन्होंने अभ्यर्थियों से बात की।

    क्या थी छात्रों की मांग
    दरअसल, छात्रों ने सीएम नीतीश से बीपीएससी एग्जाम की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की।छात्रों ने मुख्यमंत्री को बताया कि 21 सितंबर को 67वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा होने जा रही है। लेकिन उस दौरान यूपीएससी की मुख्य परीक्षा भी है । ऐसे में जो छात्र-छात्राएं यूपीएससी और बीपीएससी दोनों की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें परीक्षा देने में परेशानी होगी।

    कब से होगा मेंस
    दरअसल, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा 16 सितंबर से शुरू होगी और ये 25 सितंबर तक चलेगी। ये परीक्षा लगातार 16, 17, 18 सितंबर के बाद 24 और 25 सितंबर को है। इसी बीच में 21 सितंबर को बीपीएससी की पीटी देने से छात्र परेशान हैं।

    मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन
    मुख्यमंत्री नीतीश ने अभ्यर्थियों की समस्या को ध्यान से सुना और आश्वासन दिया कि वे पटना जाकर इस मुद्दे पर जरूर विचार करेंगे। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद छात्र खुश दिखे और ताली बजाकर सीएम को धन्यवाद कहा।

    आपको बता दें किअभ्यर्थी बीपीएससी परीक्षा की तिथि में बदलाव की मांग कर रहे हैं। हालांकि बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि कुछ छात्रों की वजह से 6 लाख स्टूडेंट्स की परीक्षा में बदलाव करना संभव नहीं है। हालांकि परीक्षा को लेकर अंतिम फैसले में बदलाव पर विचार किया जा रहा है।

  • बिहार में D.El.Ed.परीक्षा को लेकर नया आदेश.. पढ़िए पूरा डिटेल्स

    बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने D.El.Ed. को लेकर नया नोटिस जारी किया है। जिसके मुताबिक D.El.Ed. परीक्षार्थियों के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया है।

    कहां से डाउनलोड करें एडमिट कार्ड
    बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के मुताबिक बिहार D.El.Ed. प्रवेश परीक्षा का एडमिट कार्ड ऑफिशियल वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं।

    ऐसे डाउनलोड करें एडमिट कार्ड
    स्टेप 1 : उम्मीदवार सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर जाएं।
    स्टेप 2 : इसके बाद वेबसाइट पर दिखाई दे रहे डीएलएड जॉइंट एंट्रेंस टेस्ट एडमिट कार्ड 2022 के लिंक पर क्लिक करें।
    स्टेप 3 : अब मांगे जा रहे सभी विवरण को वहां पर दर्ज करें जैसे कि एप्लीकेशन नंबर पासवर्ड।
    स्टेप 4 : आपके स्क्रीन पर अब एडमिट कार्ड आ जाएगा इसे चेक कर लें और डाउनलोड कर प्रिंट आउट निकलवा ले।

    कब होगी परीक्षा
    बिहार D.El.Ed. परीक्षा का आयोजन 14 से 20 सितंबर तक किया जाएगा। यह परीक्षा 3 शिफ्ट में आयोजित की जाएगी, जिसमें पहला शिफ्ट सुबह 8:00 बजे से 10:30 बजे तक, दूसरा शिफ्ट दोपहर 12:00 बजे से 2:30 बजे तक और तीसरी शिफ्ट शाम 4:00 बजे से 6:30 बजे तक चलेगी।

    हेल्पलाइन नंबर जारी
    बिहार विद्यालय परीक्षा समिति नेD.El.Ed. परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 0612 – 2232074, 2232257, 2232239 भी जारी किया गया है। अगर उम्मीदवारों को किसी भी तरीके की परेशानी का सामना करना पड़ता है, तो वे इस हेल्पलाइन नंबर के जरिए D.El.Ed. परीक्षा के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  • BPSC की PT परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बड़ा फैसला.. जानिए अब कैसे होगी परीक्षा ?

    बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला है। BPSC की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बड़ी बैठक बुलाई थी । जिसमें बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद,मुख्य सचिव अमीर सुबाहनी मौजूद थे। इस दौरान सभी जिलाधिकारियों और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ भी चर्चा की गई। जिसके बाद फैसला लिया गया है ।

    सीएम नीतीश ने लिया बड़ा फैसला
    BPSC की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर हुई हाईलेवल मीटिंग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लिया है । बैठक में कहा गया है कि बीपीएससी 67 वीं की प्रारंभिक परीक्षा अब एक ही दिन एक ही पाली में ली जाएगा।

    छात्रों के आगे झुकी सरकार
    दरअसल, बुधवार को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) 67वीं परीक्षा में बदलाव किए जाने के विरोध में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया था । अभ्यर्थी लगातार परसेंटाइल सिस्टम को खत्म कर परसेंटेज सिस्टम और एक पाली में परीक्षा आयोजित कराने की मांग कर रहे थे । जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि वो इस मामले में बैठक कर फैसला करेंगे ।

    पैटर्न में हुआ था बदलाव
    दरअसल, बीपीएससी ने प्रारंभिक परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया था । बीपीएससी ने दो पाली में परीक्षा को आयोजित करने की घोषणा की थी। 67वीं पीटी परीक्षा को लेकर बीपीएससी ने तारीख का भी ऐलान कर दिया था। जिसके मुताबिक 20 और 22 सितंबर, 2022 को परीक्षा होनी थी । नोटिफिकेशन के अनुसार 67वीं पीटी की यह परीक्षा दो दिन की होगी जिसमें प्रारंभिक परीक्षा में परसेंटाइल के आधार पर अंक देने का निर्णय लिया गया था।

    क्यों नाराज़ थे छात्र
    अभ्यर्थी बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा के पैटर्न में किए गए बदलाव का विरोध कर रहे थे। छात्रों की मांग है कि 67वीं बीपीएससी की परीक्षा एक ही दिन और एक ही पाली में हो । साथ ही ये भी मांग थी कि परीक्षा का रिजल्ट परसेंटाइल सिस्टम से नहीं बल्कि परसेंटेज सिस्टम से तय हो । आपको बता दें कि परसेंटेज और परसेंटाइल सिस्टम में बहुत अंतर होता है ।

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  • गर्ल्स हॉस्टल के बाथरुम में हिडेन कैमरा.. वीडियो बनाकर छात्रा को भेजा.. जानिए पूरा मामला

    अब सोचिए गर्ल्स हॉस्टल में भी बेटियां सुरक्षित नहीं है । गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में हिडेन कैमरा लगाने का मामला सामने आया है। एक छात्रा ने लिखित शिकायत की है कि उसका वीडियो बनाकर टेलिग्राम नंबर पर भेजा गया है। कैमरा गीजर में फिट किया गया था।

    छात्राओं का हंगामा
    वीडियो सामने आने के बाद छात्राओं ने हंगामा किया। छात्राओं ने कॉलेज के ही छात्रों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। एक छात्रा ने लिखित शिकायत की है। हंगामे मचने के बाद सिविल सर्जन ने जांच टीम गठित की है ।

    कहां का है मामला
    मामला सीवान जिला के महाराजगंज फार्मेसी सह पारा मेडिकल कॉलेज का है। जहां गर्ल्स हॉस्टल के बाथरुम के गीजर में हिडेन कैमरा लगाने की जगह मिली है । सिविल सर्जन के आदेश पर सब डिविजनल हॉस्पिटल महाराजगंज के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. श्याम सुंदर कुमार ने मामले की जांच की है। उन्हें छात्राओं के बाथरूम के गीजर में हिडेन कैमरा लगाने की जगह मिली।

    छात्राओं का क्या है आरोप
    दरअसल, छात्रा का आरोप है कि कॉलेज के कुछ लड़के इसके पीछे हैं। साथ ही कुछ लड़कियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया। पीड़ित छात्रा का कहना है कि छात्रा के साथ मिलीभगत से बाथरूम के गीजर के पीछे कैमरा लगाकर वीडियो बना लिया और मेरे टेलीग्राम नंबर पर वीडियो भेजा। इसके बाद गंदी-गंदी चैटिंग की गई। छात्रा ने 7 छात्र और एक छात्रा का नाम लिया है।

    अश्लील गाना बजाने का आरोप
    एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि कुछ छात्र फोटो चैटिंग और भोजपुरी गाना बजा कर उसे परेशान करते हैं। 26 अगस्त की रात मौनिया बाबा मेला जुलूस देखकर छात्र आए। वे भोजपुरी अश्लील गीत गाते हुए सीटी बजाने लगे। मुझे व्यक्तिगत रुप से परेशान और प्रताड़ित किया गया।

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  • BPSC ने परीक्षाओं का जारी किया नया कैलेंडर.. जानिए कब होगी कौन सी भर्ती की परीक्षा

    बिहार में सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों के लिए राहत की खबर है । बिहार लोक सेवा आयोग ने सभी परीक्षाओं के लिए नया कैलेंडर जारी कर दिया है। जिसमें बताया गया है कि बिहार लोकसेवा आयोग किस भर्ती के लिए कब कौन सी परीक्षा आयोजित करेगी। दरअसल, बिहार में परीक्षार्थियों को परीक्षा की तारीख का इंतजार था। अब नया कैलेंडर जारी होने से थोड़ी राहत तो जरूर महसूस होगी

    बीपीएससी भर्ती परीक्षाओं का नया कैलेंडर ( BPSC NEW Exam Calender 2022 )
    – 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा 67th Combined (Preliminary) Competitive Examination- 20 सितंबर और 22 सितंबर 2022

    – सहायक अभियंता असैनिक लिखित (वस्तुनिष्ठ) परीक्षा Assistant Engineer Civil Written (objective) examination
    13 अक्टूबर और 14 अक्टूबर 2022 एवं 10 और 11 अक्टूबर 2022

    – सहायक अभियंता यांत्रिक लिखित (वस्तुनिष्ठ) परीक्षा Assistant Engineer Mechanical Written (objective) examination – 13 और 14 अक्टूबर

    – सहायक अभियंता विद्युत लिखित (वस्तुनिष्ठ) परीक्षा Assistant Engineer Electrical Written (objective) examination – 13 और 14 अक्टूबर

    -बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) मुख्य लिखित प्रतियोगिता परीक्षा Child Development Project Officer(CDPO) Main Written Competitive Examination- 18 से 20 अक्टूबर 2022

    -सहायक अंकेक्षण अधिकारी (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा Assistant Audit Officer (Preliminary )Competitive Examination- 20 अगस्त 2022 (मुख्य परीक्षा – 5-7 नवंबर)

    -सहायक नगर योजना (टाउन प्लानिंग) पर्यवेक्षक लिखित प्रतियोगिता परीक्षा Assistant City Planning (Town Planning) Supervisor Written Competitive Examination- 19 और 20 नवंबर 2022

    -राजकीय पालिटेक्निक/ राजकीय महिला पालिटेक्निक संस्थानों में व्याख्याता लिखित प्रतियोगिता परीक्षा Lecturer Written Competitive Examination in government Polytechnic/Government women polytechnic- 27 से 30 सितंबर (कोड – 21, 39, 40, 43, 45, 61)
    (कोड – 14, 19, 20, 22, 42) – 20 से 22 अक्टूबर

    – राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक लिखित प्रतियोगिता परीक्षा Lecturer Written Competitive Examination in government ENGINEERING COLLAGE- 16 अक्टूबर 2022

    -परियोजना प्रबंधक मुख्य लिखित प्रतियोगिता परीक्षा Project Manager Main Written Competitive Examination- 19 से 21 अक्टूबर

    – अंकेक्षक (बिहार पंचायत अंकेक्षण सेवा) Auditor(Bihar Panchayat Audit Service) – 2 से 4 नवंबर 2022

    – सहायक लोक स्वच्छता एवं अपशिष्ट प्रबंधन पदाधिकारी लिखित प्रतियोगिता परीक्षा Assistant Public Sanitation & Waste Management Officer Written Competitive Examination- 12 और 13 नवंबर 2022

  • BPSC ने PT परीक्षा के लिए बदला नियम.. 2 दिन होगी परीक्षा.. जानिए कैसे बनेगी मेरिट लिस्ट

    सिविल सेवा की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों के लिए बड़ी ख़बर है । बिहार लोक सेवा आयोग ने 67वीं संयुक्त सिविल सेवा के प्रारंभिक परीक्षा के लिए नियम में बड़ा बदलाव किया है । अब एक दिन नहीं बल्कि दो दिन होगी प्रारंभिक की परीक्षा

    जानिए कब होगी परीक्षा
    बिहार लोक सेवा आयोग ने 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा की तारीख जारी कर दी है। इस बार प्रारंभिक परीक्षा दो दिन होगी। यानि बीपीएससी पीटी की परीक्षा इस बार 20 सितंबर और 22 सितंबर को आयोजित होगी।

    क्यों लिया फैसला
    बिहार लोकसेवा आयोग का कहना है कि दो दिन परीक्षा इसलिए ली जाएगी क्योंकि अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा है।

    कैसे बनेगा मेरिट लिस्ट
    खास बात ये है कि इस बार मेरिट लिस्ट पहले की तरह नहीं बनेगा। जैसे पहले होता था कि कट ऑफ 100 या 102 जाता है। अब पीटी परीक्षा में मार्क्स परसेंटाइल के आधार पर जोड़े जाएंगे। ठीक वैसे ही जैसे IIT और IIM की परीक्षा मंे होता है ।यानि दोनों दिन जो अभ्यर्थी परीक्षा देंगे उनके परसेंटाइल के अनुसार रिजल्ट दिया जाएगा।

    और क्या क्या नियम बदले
    परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में एंट्री एक घंटे पहले तक दी जाएगी। इसके बाद आने वालों को निराश होना पड़ेगा। प्रश्न पत्र ले जाने के लिए जीपीएस का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रश्न पत्रों के सील परीक्षा हाल में खोले जाएंगे। परीक्षार्थियों के सामने ही ओएमआर शीट सील किए जाएंगे। परीक्षा केंद्र पर जैमर लगाए जाएंगे।

    हुआ था पेपर लीक
    आपको बता दें कि 8 मई को बीपीएससी 67 वीं पीटी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था और जिसके बाद सभी सेंटरों की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा की टीम जांच कर रही है और कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हो चुकी है।

  • BPSC में टॉप 10 में किस-किस जलवा.. किसने 40 लाख का पैकेज छोड़कर की थी तैयारी.. जानिए

    बिहार लोकसेवा आयोग ने 66वीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है । खास बात ये है कि इस बार BPSC की टॉप 10 की लिस्ट में 7 इंजीनियर हैं। 1838 उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था, जिसमें 685 उम्मीदवारों का चयन हुआ है ।

    प्रथम रैंक- सुधीर कुमार
    BPSC की 66वीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा में इस बार वैशाली के लाल ने परचम लहराया है। वैशाली के महुआ के रहने वाले सुधीर कुमार ने पहला स्थान हासिल किया है। सुधीर कुमार ने IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है । सुधीर के पिता पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं । तो वहीं,उनकी माता राजापाकड़ में ANM हैं. सफल होने पर सुधीर ने नालंदा लाइव से बातचीत में कहा कि परीक्षा पास करने के लिए कोई शॉर्टकट काम नहीं आता है. बल्कि लगन के साथ मेहनत करना होता

     

    दूसरा स्थान- अंकित कुमार
    नालंदा जिला के रहने वाले अंकित कुमार ने BPSC में दूसरा स्थान हासिल किया है। अंकित अस्थावां प्रखंड के अकबरपुर गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता उदय शंकर प्रसाद किसान हैं. अंकित ने 10वीं की परीक्षा मिलिट्री स्कूल बेंगलुरु से पास की है. इसके बाद IIT गुवाहाटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल किया है। अभी वे दिल्ली में रहकर आईएएस की तैयारी कर रहे हैं ।

    थर्ड टॉपर – ब्रजेश कुमार
    ब्रजेश कुमार ने बीपीएससी में तीसरा स्थान हासिल किया है । वे बिहार के अररिया के रहने वाले हैं । ब्रजेश का चयन स्टेट टैक्स असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर हुआ है। ब्रजेश कुमार ने कहा कि UPSC औक BPSC तैयारी बराबर रखनी चाहिए.

    चौथा स्थान- अंकित सिन्हा
    औरंगाबाद के रहने वाले अंकित सिन्हा BPSC टॉपर्स की लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं। अंकित का चयन भी स्टेट टैक्स असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर हुआ है। अंकित सिन्हा की मां आंगनबाड़ी सेविका हैं. अंकित ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी.

    पांचवां रैंक- सिद्धांत कुमार
    पटना के रहने वाले सिद्धांत कुमार ने BPSC में पांचवां स्थान हासिल किया है । सिद्धांत ने साल 2017 में केरल के कोचीन यूनिवर्सिटी से बीटेक किया है. उनके पिता का हार्डवेयर की दुकान है. बता दें कि सिद्धांत को प्रथम प्रयास में ही सफलता मिल गई।

    छठा स्थान – मोनिका श्रीवास्तव
    औरंगाबाद की मोनिका श्रीवास्तव ( Monika Srivasta) बीपीएससी में छठा रैंक हासिल हुआ है. मोनिका ने IIT गुवाहाटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है । उसके बाद चेन्नई में नौकरी कर रही थी। लेकिन लॉकडाउन में लौटी तो मोनिका ने BPSC की तैयारी की और सफलता हासिल की.

    सातवां स्थान – विनय कुमार
    बिहार के जमालपुर के रहने वाले विनय कुमार ( Vinay Kumar)को BPSC में सातवां स्थान मिला है। विनय ने IIT दिल्ली से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की है। इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने पटना और गोरखपुर में कोचिंग खोल दिया था. वे टारगेट 20-20 नाम से कोचिंग भी चलाते हैं.

    आठवां स्थान – सदानंद कुमार
    पूर्वी चंपारण के रहने वाले सदानंद कुमार ने बीपीएससी में आठवां स्थान हासिल किया है। उनके पिता किसान हैं. सदानंद ने IIT गुवाहाटी से सॉफ्टवेयर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि खुद 6 से 8 घंटे पढ़ाई की है.

    नौवीं रैंक 9- आयुष कृष्णा
    बीपीएससी के टॉप टेन की लिस्ट में नौवें स्थान पर मुजफ्फरपुर के आयुष कृष्णा हैं. आयुष कृष्णा भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं और बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी कर रहे थे. साल 2018 से वो BPSC की तैयारी कर रहे हैं.

    दसवीं रैंक – अमर्त्य आदर्श
    अरवल जिला के रहने वाले अमर्त्य आदर्श को BPSC में दसवां स्थान हासिल हुआ है । उन्होंने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी से इतिहास से ग्रेजुएट किया है। उनका चयन वायुसेना में हो गया था. 9 साल से ज्यादा वायुसेना में काम करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी में लग गए. उन्होंने सेल्फ स्टडी से इस परीक्षा में सफलता हासिल की है.

  • BPSC में नालंदा के अंकित कुमार को दूसरा स्थान( 2nd TOPPER IN BPSC).. जानिए कौन हैं अंकित

    बिहार लोकसेवा आयोग ने 66वीं संयुक्त सिविल परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिया है। जिसमें नालंदा जिला के अंकित कुमार को दूसरा स्थान हासिल हुआ है। खास बात ये है कि अंकित किसान का बेटा है। उसके पिता जी गांव में रहकर खेती किसानी करते हैं। जब वे छोटे थे तब ही माता जी का निधन हो गया था।

    DSP बनेंगे अंकित
    अंकित कुमार ने 66वीं BPSC की परीक्षा में दूसरा स्थान लाकर डीएसपी बने हैं. रिजल्ट घोषित होने के बाद परिवारमें खुशी की लहर दौड़ पड़ी। गांव में भी खुशी का माहौल है । हर कोई घर आकर उनके पिता को बधाई दे रहा है ।

    बचपन गांव में बीता
    BPSC सेकंड रैंक लाने वाले अंकित कुमार नालंदा जिला के रहने वाले हैं। उनका पैतृक गांव अस्थावां थाना क्षेत्र का अकबरपुर है। उनके पिता का नाम उदय शंकर प्रसाद है। पिताजी संपन्न किसान हैं। अंकित का बचपन गांव में ही बीता। किसान परिवार से आने के बावजूद पढ़ाई को लेकर उनपर कभी दबाव नहीं था।

    गांव में खुशी का माहौल
    बेटे के डीएसपी बनने की खबर मिलने के बाद पिता उदय शंकर प्रसाद काफी खुश हैं। पैतृक गांव अकबरपुर में खुशी का माहौल है। लोग एक-दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। रिजल्ट आते ही पूरे गांव में जश्न मनने लगा। हालांकि, अंकित अभी दिल्ली में हैं।

    नालंदा लाइव से क्या कहा
    नालंदा लाइव से बातचीत में अंकित ने अपनी सफलता का श्रेय घरवालों, दोस्तों और शिक्षकों को दिया है। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर घरवालों ने पढ़ाई को लेकर प्रेशर नहीं बनाया है। सभी ने मिलकर उनकी हिम्मत बढ़ाई । जिसकी वजह से उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है ।

    मां की निधन के बाद पिता ने संभाला
    अंकित की माता जी का साल 2002 में ही निधन हो गया था। यानि 22 साल पहले अंकित के सिर से माता का आंचल छीन गया था। उनकी बीमारी की वजह से उनकी मां पुष्पा सिन्हा का निधन हो गय था । इसके बाद पिता और बहनों ने अंकित को संभाला।

    बचपन से पढ़ने में तेज थे
    अंकित का बचपन पैतृक गांव अकबरपुर में ही बीता है। प्रारंभिक पढ़ाई बिहार शरीफ में की । हालांकि दसवीं की परीक्षा राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल बेंगलुरु से पास की। इसके बाद उनका चयन में आईआईटी में हुआ। उन्होंने आईआईटी गुवाहाटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।

    लक्ष्य IAS बनना
    नालंदा लाइव ने जब अंकित से पूछा कि क्या उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है । तब उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य यूपीएससी क्रैक करना है और वो भारतीय प्रशासनिक सेवा यानि आईएएस बनना चाहते हैं । फिलहाल, दिल्ली में रहकर यूपीएसी की तैयारी कर रहे हैं।

    सभी भाई बहन भी सफल
    अंकित चार भाई-बहन हैं। जिसमें अंकित सबसे छोटे हैं। अंकित के बड़े भाई बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। जबकि एक बहन बिहार सरकार में वेटनरी ऑफिसर हैं। जबकि दूसरी बहन हैदराबाद में रहकर पढ़ाई कर रही है।
    रहते हुए पास की है। वहीं, ग्रेजुएशन आईआईटी गुवाहाटी से किया है।

  • अजब बिहार में गजब का खेल.. 100 नंबर के पेपर में 151 अंक, ज़ीरो अंक वाला भी पास.. जानिए मामला

    कहा जाता है न कि बिहार में सब कुछ संभव है। अगर कोई बोले कि जीरो नंबर लाकर भला कोई पास होता है तो अब आप अचरज मत कीजिए। बिहार के विश्वविद्यालय में जीरो नंबर लाने वाला भी पास होता है और 100 नंबर के पेपर में परीक्षार्थी को 151 नंबर भी मिलता है । आप को लग रहा होगा कि हम कोई मजाक कर रहे हैं । लेकिन ये कोई मजाक या कटाक्ष नहीं है बल्कि बिहार के शिक्षा की हकीकत है । इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बिहार में एजुकेशन सिस्टम कितना सड़ चुका है ? पहले आपको पूरा मामला बता देते हैं ।

    क्या है मामला
    मामला दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्व विद्यालय (LNMU) का है । वही ललित नारायण मिश्रा विश्वविद्यालय जो बीएड की संयुक्त परीक्षा का नोडल यूनिवर्सिटी है। यहां एक छात्र को विश्वविद्यालय ने 100 नंबर के पेपर में 151 अंक दिया है ।

    छात्र के उड़ गए होश
    मार्क्सशीट में 100 अंक के पेपर में 151 अंक देखकर छात्र परेशान हो उठा। वो हैरान है कि उसके साथ ये क्या भद्दा मजाक हुआ है । दरअसल, यूनिवर्सिटी में हाल ही में स्नातक का परीक्षा परिणाम जारी किया गया है. एक छात्र ने बीए ऑनर्स के पार्ट टू का एग्जाम दिया था. जब परिणाम आया तो उसे राजनीति विज्ञान के पेपर(कोर) में 100 में से 151 अंक प्राप्त हुए थे.

    जीरो वाला भी पास
    ललित नारायण मिश्रा यूनिवर्सिटी का कारनामा यहीं नही रुका एक अन्य छात्र जिसे बी.कॉम पार्ट-टू में लेखांकन और वित्त (पेपर-4) में शून्य अंक मिले हैं, उसे भी पास कर दिया है. छात्र को जब शून्य अंक मिला तो वो इस बात से परेशान था कि शून्य मिल कैसे सकता है। लेकिन उसे सकून था कि खैर वो पास तो गया है । फिर उसने यूनिवर्सिटी प्रशासन से शिकायत की ।

    यूनिवर्सिटी ने सफाई में क्या कहा
    वहीं, मामला बढ़ने पर ललित नारायण मिश्रा यूनिवर्सिटी ने इस पर सफाई दी LNMU के रजिस्ट्रार प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने बताया कि छात्र को गलती से ज्यादा अंक दे दिया गया था. यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि ये टाइपिंग ह्यूमन एरर है. शिकायत मिलने के बाद विवि से छात्र को असुविधा न हो इसके लिए दूसरा संशोधित अंक पत्र जारी कर दिया है.

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