Category: ट्रेंडिंग

  • बिहार: कैमूर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मोहनिया में 4 हजार लीटर से ज्यादा विदेशी शराब जब्त, तस्कर भी गिरफ्तार

    कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे): कैमूर जिले के मोहनिया शहर के समेकित चेकपोस्ट पर एंटी लीकर टास्क फ़ोर्स की टीम ने एक डीसीएम ट्रक से 447 पेटी में रखे गये 12,375 बोतल शराब जब्त किया. डीसीएम ट्रक पर भूसी लोड था और उसी भूसी के बीच में छिपाकर शराब ले जाया जा रहा था. जिसे एंटी लीकर टीम ने समेकित चेकपोस्ट से शराब लदे डीसीएम ट्रक को जब्त करते हुए चालक को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार चालक राजस्थान के साइयो का तला आडेल गांव निवासी रूपा राम का बेटा इसरा राम बताया जाता है.

    शराब लदे डीसीएम ट्रक का नंबर यूके 05 सीए 0831 है. यूपी की ओर से आ रही ट्रक को जब एंटी लिकर टास्क फ़ोर्स एवं मोहनिया थाना द्वारा जांच किया गया तो पाया गया कि ट्रक में भूसी लोड है. जिसके बाद बाद पुलिस ने ट्रक के भूसी के अंदर जांच किया तो पाया ट्रक के अंदर शराब है. जांच में आईबी ब्रांड के 447 पेटी शराब पाया गया. 447 पेटी में 12 हजार 375 बोतल शराब लोड पाया गया. जिसके बाद डीसीएम ट्रक के चालक को गिरफ्तार कर मोहनिया थाना को सौंप दिया गया.

    पकड़ी गयी शराब में आइबी ब्रांड के 750 एमएल का 150 पेटी, आइबी ब्रांड के 375 एमएल के 147 पेटी एवं आइबी ब्रांड के 180 एमएल के 150 पेटी शराब है. कुल कुल 12 हजार 375 बोतल शामिल है. पुलिस को गिरफ्तार चालक ने बताया कि चेकपोस्ट पार करने के बाद बताया जाता कि शराबा लदे ट्रक को कहां लेकर जाना है. यह ट्रक इलाहबाद से ट्रक लेकर आ रहा था. जिस पर बोरी में भूसी लोड किया गया था.

    चारपहिया वाहन से 11 पेटी शराब जब्त

    कैमूर जिले के मोहनिया शहर के डडवा ओवरब्रिज पर यूपी 65 एसी 4500 नंबर की मारूती सुजकी वैगनार एलएक्स एक लग्जरी वाहन से मोहनिया थाने की पुलिस ने 11 पेटी शराब जब्त किया गया है. 11 पेटी में पुलिस ने 495 बोतल शराब जब्त किया. वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर वाहन का चालक मौके से फरार हो गया. वहीं चारपहिया वाहन देशी शराब का 11 कार्टून पकड़ा गया. इस दौरान चालक भागने में सफल रहा.

    बता दें कि एंटी लीकर एवं मोहनिया पुलिस को सूचना मिली कि एक लग्जरी वाहन से शराब लेकर चेकपोस्ट पार किया है और वह मोहनिया शहर में प्रवेश किया है. जिसके बाद वाहन का पीछा किया गया. जिसके बाद चारपहिया वाहन डड़वा के ओवरब्रिज के पास पकड़ाया. जब तक पुलिस वाहन को पकड़ती तब तक चालक भागने में सफल रहा. जब्त किये गये शराब पेटी में लेमन ब्लू देशी शराब के 200 एमएल का 11 कार्टून शराब बरामद किया गया. पेटी में 495 पीस शराब है.

    The post बिहार: कैमूर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मोहनिया में 4 हजार लीटर से ज्यादा विदेशी शराब जब्त, तस्कर भी गिरफ्तार appeared first on Live Cities.

  • गया: मंदिर में मुस्लिम मंत्री को ले जाना हिंदू आस्था का सुनियोजित अपमान, माफी मांगें नीतीश कुमार, सुशील मोदी का हमला

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के गया के विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. इस बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री व बीजेपी से राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि गया विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में किसी गैर हिंदू को साथ ले जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदू धर्म का सुनियोजित अपमान किया है. इसके लिए उन्हें हिंदू श्रद्धालुओं से माफ़ी मांगनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सबकुछ जानते हुए भी मंदिर की मर्यादा भंग कर मुख्यमंत्री किसको खुश करना चाहते हैं?.

    सुशील मोदी ने कहा कि विष्णुपद मंदिर में नीतीश कुमार पहले भी कई बार गए हैं और उन्हें पता है कि उसके गर्भगृह में केवल सनातन धर्म में आस्था रखने वालों को प्रवेश देने का नियम है. गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित होने की सूचना भी लिखी है. मोदी ने कहा कि भाजपा ने पैगम्बर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले पार्टी के विधायक या प्रवक्ता किसी को नहीं बख्शा, तुरंत कार्रवाई की. लेकिन नीतीश कुमार ने गया मंदिर में प्रवेश करने वाले मंत्री इस्माइल मंसूरी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की?

    बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि महागठबंधन-2 का मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार मौनी बाबा बन गए हैं. वे शिक्षक भर्ती की मांग करने वालों पर लाठीचार्ज, कारतूस-प्रेमी शिक्षा मंत्री और वांटेड अभियुक्त को कानून मंत्री बनाने जैसे गंभीर मुद्दों पर भी चुप्पी साधे हुए हैं. इससे पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि विष्णुपद मन्दिर में जानबूझकर मुख्यमंत्री ने अपने मंत्री को प्रवेश करवाया है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. हिन्दुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के लिए नीतीश कुमार ने ऐसा काम किया है जो कि उचित नहीं है.

    बता दें कि सोमवार को गया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विष्णुपद मंदिर में सोमवार को पूजा-अर्चना की. उनके साथ सूबे के सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री मो. इसराइल मंसूरी भी मंदिर में गए. सीएम के साथ मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में प्रवेश को लेकर हंगामा मचा हुआ है. मंत्री के प्रवेश के बाद दोपहर में भगवान को भोग लगाने से पहले मंदिर को धुलवाया गया. बताया जा रहा है कि इस मंदिर में गैंर हिंदूओं का प्रवेश वर्जित है और यह मंदिर के बाहर स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है, इसके बाद भी मंत्री का यहां प्रवेश हुआ और अब इसका विरोध हो रहा है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है.

    The post गया: मंदिर में मुस्लिम मंत्री को ले जाना हिंदू आस्था का सुनियोजित अपमान, माफी मांगें नीतीश कुमार, सुशील मोदी का हमला appeared first on Live Cities.

  • बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा CM नीतीश को चुनौती देंगे, इस्तीफा नहीं, कहा-यह नियम के विरुद्ध, सियासी हलचल तेज

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में एक बार फिर सियासी हलचल बढ़ गई है. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है. महागठबंधन की ओर से दिए गए अविश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि जो उन्हें नोटिस दी गई है वह नियमों और प्रावधान के खिलाफ है. यह नियम के विरुद्ध है और जो आरोप लगाए गए हैं वह पूरी तरह से गलत हैं. अविश्वास प्रस्ताव को मैं अस्वीकार करता हूं और मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. दरअसल इसी महीने 10 अगस्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़कर सात पार्टी के महागठबंधन के साथ मिलकर प्रदेश में नई सरकार बना ली थी. नई सरकार के गठन के तुरंत बाद महागठबंधन के 40 से अधिक विधायकों ने विजय सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया था. बिहार के 243 सदस्यीय विधानसभा में महागठबंधन के 164 विधायक हैं, जहां अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक साधारण बहुमत की आवश्यकता है.

    दरअसल बिहार विधानसभा का विशेष सत्र 24 अगस्त को बुलाया गया है. दो दिनों का यह विशेष सत्र होगा. 24 अगस्त को विधानसभा और 25 अगस्त को बिहार विधान परिषद की कार्यवाही होगी. आज विशेष सत्र को लेकर मुख्य सचिव, डीजीपी और आला अधिकारियों के साथ स्पीकर विजय सिन्हा ने बैठक की और सुरक्षा और अन्य इंतजामों को लेकर सख्त निर्देश भी दिए. विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि विधायकों के साथ कोई बाहरी आदमी भी ना आ जाए इस पर नजर रखा जाए. वहीं डीजीपी एसके सिंघल ने बताया कि सारी तैयारियां कर ली गई हैं. कहीं से कोई दिक्कत की बात अबतक सामने नहीं आई है. मीटिंग के बाद तैयारियां और बढ़ा दी जाती हैं.

    बता दें कि महागठबंधन की नई सरकार को विश्वास मत हासिल करने के लिए 24 अगस्त को विधानसभा की बैठक सुबह 11 बजे से बुलाई गई है. इस एक दिवसीय सत्र की कार्ययोजना मौजूदा अध्यक्ष को ही बनानी है. विधानसभा में दो ही कार्य किये जाने हैं. पहला सरकार का बहुमत हासिल करना और दूसरा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान. सत्तापक्ष ने पहले ही अध्यक्ष के खिलाफ नो कंफिडेंस मोशन नोटिस दे चुका है, इसलिए वह सभा का संचालन अध्यक्ष की जगह उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी से कराना चाहेगा. हालांकि इसे दूसरे नम्बर पर लिए जाने की स्थिति में सरकार के विश्वास मत हासिल करने की प्रक्रिया का संचालन विजय सिन्हा ही करेंगे (यदि इसके पूर्व उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो).

    बतातें चलें कि महागठबंधन की सरकार पिछले कई दिनों से विजय सिन्हा को नैतिकता का पाठ पढ़ा रही थी लेकिन कुछ काम नहीं आया. इस्तीफे से इनकार करने के बाद सिन्हा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इस्तीफा देने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंचेगी. ऐसे में विजय सिन्हा द्वारा इस्तीफा देने से इंकार के बाद विधानसभा का सत्र हंगामेदार हो सकता है. माना जा रहा है कि 79 विधायकों वाली सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी अपने दिग्गज नेता अवध बिहारी चौधरी को संवैधानिक पद के लिए नामांकित करते हुए अध्यक्ष पद के लिए दावा पेश करेगी. वहीं बिहार विधान परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष एवं बीजेपी नेता अवधेश नारायण सिंह को भी बदला जा सकता है. ऐसे में जदयू इस पद के लिए देवेश चंद्र ठाकुर नाम पर विचार कर रहा है.

    The post बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा CM नीतीश को चुनौती देंगे, इस्तीफा नहीं, कहा-यह नियम के विरुद्ध, सियासी हलचल तेज appeared first on Live Cities.

  • केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पूछा-बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी?, लालू यादव की बेटी रोहिणी ने दिया जवाब

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के गया के विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. इसे लेकर बिहार में बयानबाजी भी शुरू हो गई है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए पूछा है कि बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी?. वहीं आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने इसका बचाव किया है.

    विष्णुपद मंदिर मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि जब शासक नास्तिक और हिंदू विरोधी हो जाएगा तो बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी? एक मुसलमान के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले नीतीश कुमार ने जानबूझकर मंदिर की पवित्रता को भंग किया है और सनातन का अपमान किया है. वहीं रोहिणी आचार्य ने इन आरोपों पर बचाव करते हुए कहा है कि जो जात धर्म के आधार पर इंसान को न समझे इंसान धर्म की दुहाई दे रहा वहीं नीच इंसान.

    इससे पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि विष्णुपद मन्दिर में जानबूझकर मुख्यमंत्री ने अपने मंत्री को प्रवेश करवाया है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. हिन्दुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के लिए नीतीश कुमार ने ऐसा काम किया है जो कि उचित नहीं है. मुख्यमंत्री जी को इसके लिए राज्य के लोगों से माफी मांगनी चाहिए. वहीं विष्णुपद मंदिर विवाद को लेकर तेजस्वी यादव से सवाल पूछा गया तो डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी जैसे बड़का झूठा पार्टी का कोई बात सुनता है क्या, इन सब का कोई मतलब नहीं है. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ये सब बीजेपी का खेला बेला है. हमलोग तो मंदिर भी जाते हैं, मजार भी जाते हैं. ये कौन बड़ी बात है.

    बता दें कि सोमवार को गया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विष्णुपद मंदिर में सोमवार को पूजा-अर्चना की. उनके साथ सूबे के सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री मो. इसराइल मंसूरी भी मंदिर में गए. सीएम के साथ मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में प्रवेश को लेकर हंगामा मचा हुआ है. मंत्री के प्रवेश के बाद दोपहर में भगवान को भोग लगाने से पहले मंदिर को धुलवाया गया. बताया जा रहा है कि इस मंदिर में गैंर हिंदूओं का प्रवेश वर्जित है और यह मंदिर के बाहर स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है, इसके बाद भी मंत्री का यहां प्रवेश हुआ और अब इसका विरोध हो रहा है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है.

    The post केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पूछा-बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी?, लालू यादव की बेटी रोहिणी ने दिया जवाब appeared first on Live Cities.

  • बिहार: कैमूर पुलिस का सिपाही इनकम टैक्स अधिकारी बनकर अवैध वसूली करने पटना पहुंचा, दबोचा गया

    लाइव सिटीज कैमूर/भभुआ (ब्रजेश दुबे): राजधानी पटना के गर्दनीबाग थाना क्षेत्र में इनकम टैक्स का अधिकारी बनकर अवैध वसूली करने पहुंचा कैमूर पुलिस के सिपाही सहित दो लोगों को गर्दनीबाग की पुलिस ने धर दबोचा. पकड़े गये दोनों आरोपी कैमूर जिला बल का सिपाही चिंटू कुमार व पाटलीपुत्र गोलंबर स्थित फोर मेडी इमरजेंसी अस्पताल में कार्यरत गार्ड राकेश कुमार सिंह है. गर्दनीबाग थाने के चितकोहरा बाजार से सोमवार को रंगदारी नहीं देने पर दिव्यांग दुकानदार सुरेश यादव को दिनदहाड़े अगवा कर लिया गया था. जिसकी जानकारी मिलने पर गर्दनीबाग पुलिस ने दुकानदान को मुक्त कराने हुए उक्त दोनों को गिरफ्तार कर लिया.

    गिरफ्तार किये गये दोनों आरोपियों के पास से दिव्यांग दुकानदार से जबरन लिये गये 1540 रुपये, चार मोबाइल फोन व एक प्लसर बाइक को गर्दनीबाग की पुलिस ने बरामद किया है. बताया जाता है कि गिरफ्तार कैमूर पुलिस का सिपाही मूल रूप से नवादा के कौआकोल के बरौम गांव का रहनेवाला है जबकि राकेश मूल रूप से भोजपुर जिले के तरारी के भखुरा गांव का रहनेवाला है. इसकी पुष्टि एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने की है.

    बता दें कि दोनों आरोपी चितकोहरा बाजार में दिव्यांग पान व गुटखा दुकानदार सुरेश यादव की गुमटी पर पहुंचे हुए थे. इस दौरान दोनों ने अपने को इनकम टैक्स विभाग का पुलिस बताया और दुकानदार पर गांजा बेचने का आरोप लगाते हुए दुकान के गल्ले से 1540 रुपये निकाल लिये और अधिक पैसे की मांग करने लगे. जब दुकानदार ने पैसे देने से इन्कार किया तो दोनों ने जबरदस्ती दुकानदार को अपनी बाइक पर बैठकर चितकोहरा गोलंबर की ओर ले गये.

    इधर इस घटना की जानकारी आसपास के दुकदानों ने गर्दनीबाग थाना की पुलिस को दी. जिसके बाद गर्दनीबाग की पुलिस ने दुकानदार की खोजबीन की और इस दौरान चितकोहरा गोलंबर के पास ही दुकानदार को मुक्त कराते हुए चिंटू व राकेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. खास बात यह कि इस दौरान चिंटू अपने को पुलिसकर्मी बताते हुए गर्दनीबाग पुलिस से भी बकझक कर लिया. लेकिन पुलिस ने उसे पकड़कर थाने ले आयी. जहां उसके खिलाफ एफआइआरर दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

    The post बिहार: कैमूर पुलिस का सिपाही इनकम टैक्स अधिकारी बनकर अवैध वसूली करने पटना पहुंचा, दबोचा गया appeared first on Live Cities.

  • तेजस्वी यादव और अशोक चौधरी ने बीजेपी को झाड़ दिया, कहा-बड़का झूठा पार्टी का कोई बात सुनता है?

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के गया के विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. इसे लेकर बिहार में बयानबाजी भी शुरू हो गई है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है. इस मामले में सरकार की ओर से जवाब दिया गया है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जदयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी ने बीजेपी को करारा जवाब दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि बड़का झूठा पार्टी का कोई बात सुनता है. वहीं अशोक चौधरी ने कहा कि ये सब बीजेपी का खेला बेला है.

    डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव विधायकों और मंत्रियों के लिए बन रहे कॉम्पेक्स को देखने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी का प्रस्ताव आया कि एक बार चलकर विधायाकों और हमारे मंत्रियों का जो नया कॉम्पेक्स बना है उसकी समीक्षा की जाए. समय था हमलोग देखने आ गए. वहीं जब विष्णुपद मंदिर विवाद को लेकर तेजस्वी यादव से सवाल पूछा गया तो डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी जैसे बड़का झूठा पार्टी का कोई बात सुनता है क्या, इन सब का कोई मतलब नहीं है. ये सब तथ्यहीन बातें हैं. वहीं भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इसराइल मंसूरी प्रभारी मंत्री हैं और प्रभारी मंत्री मुख्यमंत्री के साथ चले गए और ये कहना कि मुस्लिम में हिंदू नहीं जाएगा और हिंदू में मुस्लिम नहीं जाएगा ये सब बीजेपी का खेला बेला है. हमलोग तो मंदिर भी जाते हैं, मजार भी जाते हैं. ये कौन बड़ी बात है. मंदिर में गैर हिंदू प्रवेश के सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि मुस्लिम प्रवेश की उन्हें जानकारी नहीं रही होगी.

    बता दें कि सोमवार को गया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विष्णुपद मंदिर में सोमवार को पूजा-अर्चना की. उनके साथ सूबे के सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री मो. इसराइल मंसूरी भी मंदिर में गए. सीएम के साथ मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में प्रवेश को लेकर हंगामा मचा हुआ है. मंत्री के प्रवेश के बाद दोपहर में भगवान को भोग लगाने से पहले मंदिर को धुलवाया गया. बताया जा रहा है कि इस मंदिर में गैंर हिंदूओं का प्रवेश वर्जित है और यह मंदिर के बाहर स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है, इसके बाद भी मंत्री का यहां प्रवेश हुआ और अब इसका विरोध हो रहा है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है.

    The post तेजस्वी यादव और अशोक चौधरी ने बीजेपी को झाड़ दिया, कहा-बड़का झूठा पार्टी का कोई बात सुनता है? appeared first on Live Cities.

  • बिहार: BJP की ओर से नीतीश-तेजस्वी सरकार को कौन देगा जवाब, ये आठ नाम सबसे आगे, आज लगेगी मुहर

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल होकर सरकार बना चुके हैं. जिसके बाद बीजेपी अब विपक्ष की भूमिका में है. ऐसे में सदन में बीजेपी की तरफ से नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, इसपर आज मुहर लगनी है. बीजेपी में विपक्ष के नेता को चुनने की कवायद चल रही है. इसे लेकर आज सुबह 11 बजे ही बैठकों का दौर शुरू हो गया है. आज दो पालियों में बैठक होगी. पहली बैठक 11:00 बजे से शुरू हो गई है, जिसमें दोनों सदनों के विपक्ष के नेता का नाम घोषित कर दिया जाएगा. वहीं दूसरी बैठक शाम 5:00 बजे बिहार विधानमंडल दल की होगी. दोनों सदनों में प्रतिपक्ष का नेता कौन होगा. इसको लेकर अलग-अलग जातियों से भाजपा के आठ विधायकों का नाम प्रतिपक्ष के नेता के लिए आलाकमान को भेजे गए थे.

    बताया जा रहा है कि विधानसभा में ऐसे विधायक को प्रतिपक्ष का नेता बनाया जाएगा, जो सत्तारूढ़ दल को हर मोर्चे पर घेर सके और उन्हें बराबरी का जवाब दे सके. अलग-अलग जातियों से भाजपा के आठ विधायकों का नाम प्रतिपक्ष के नेता के लिए आलाकमान को भेजे गए थे. इन्हीं 8 नेताओं में से एक को प्रतिपक्ष का नेता बनाया जाएगा. बिहार बीजेपी की ओर से पूर्व उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, संजीव चौरसिया, विजय कुमार सिन्हा, जीवेश मिश्रा, राणा रणधीर सिंह, नितिन नवीन, नीतीश मिश्रा, संजय सरावगी इन सभी का नाम नेता प्रतिपक्ष के लिए केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया था. वहीं बिहार विधान परिषद के लिए बीजेपी ने 3 नाम को आलाकमान को भेजा है जिसमें पूर्व मंत्री मंगल पांडे, सम्राट चौधरी और नवल किशोर यादव है.

    बताया जा रहा है कि विधानसभा के लिए वर्तमान स्पीकर विजय कुमार सिन्हा, तार किशोर प्रसाद और विधान परिषद के लिए एमएलसी नवल किशोर यादव और सम्राट चौधरी का नाम सबसे आगे है. खबर तो यह भी आ रही है कि विजय कुमार सिन्हा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और नवल किशोर यादव विधानपरिषद में बीजेपी का चेहरा हो सकते हैं. एनडीए सरकार में विजय कुमार सिन्हा और नीतीश कुमार के रिश्ते अच्छे नहीं रहे. दोनों के बीच का विवाद सबने देखा था. नीतीश कुमार के विरोध के बाद भी बीजेपी ने उन्हें स्पीकर पद से नहीं हटाया था. वहीं विधान परिषद के लिए एमएलसी नवल किशोर यादव का नाम सबसे आगे चल रहा है. दोनों सदनों के नेता का नाम आज पहली बैठक में चुन लिया जाएगा और जब विधान मंडल दल की बैठक होगी, तो वह नए प्रतिपक्ष के नेता के नेतृत्व में आयोजित की जाएगी.

    The post बिहार: BJP की ओर से नीतीश-तेजस्वी सरकार को कौन देगा जवाब, ये आठ नाम सबसे आगे, आज लगेगी मुहर appeared first on Live Cities.

  • गोपालगंज में जमीन विवाद को लेकर जमकर चली लाठियां, 14 लोग घायल

    लाइव सिटीज, गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में जमीन विवाद में दो पक्षों में भिड़ंत हो गई. जिले के विशंभरपुर थाना क्षेत्र में जमीन की जुताई करने के लिए दो पक्षों में विवाद के बाद बात नहीं बनने पर मारपीट शुरू हो गई. जिसमें कुल 14 लोग जख्मी हो गये हैं. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया और मामले की जांच में जुटी है.

    जिले के विशंभरपुर थाना क्षेत्र निवासी लोरिक यादव और उसके पड़ोसी सुरेश यादव के बीच पहले से ही जमीन विवाद चल रहा था. इस दौरान विवादित जमीन की जोताई करने में दोनों पक्ष के बीच मारपीट हो गई. इस मारपीट में दोनों पक्ष के लोग फरसा, कुदाल और लाठी-डंडे से हमला कर दिया. जिसमें दोनों पक्ष के लोग घायल हुए हैं. जिसके बाद घायल हुए लोगों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है.

     इस मारपीट के बाद दोनों पक्षों से एक दूसरे पर स्थानीय थाना में लिखित आवेदन देकर पुलिस मामले की जांच कर रही है. फिलहाल इलाके में तनाव व्यक्त है. घटना के बाद सभी घायलों को इलाज के लिए कुचायकोट सीएचसी में भर्ती कराया गया. जहां उनलोगों की गंभीर स्थिति को देखकर चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. मारपीट की घटना के बाद पुलिस दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है.

    The post गोपालगंज में जमीन विवाद को लेकर जमकर चली लाठियां, 14 लोग घायल appeared first on Live Cities.

  • पटना में बीच सड़क पर तलवार से बुजुर्ग को काट डाला, शेखपुरा में पेचकस घोंपकर पिता की हत्‍या

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार में एक बार फिर अपराध की घटनाओं ने सनसनी फैला दी है. राजधानी पटना में बीच सड़क पर एक बुजुर्ग को तलवार से काट डाला गया तो शेखपुरा में पेचकस घोंपकर एक युवक ने अपने पिता की हत्‍या कर दी. पटना में पुलिस ने हत्‍या मामले में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. वहीं शेखपुरा में आरोपित युवक फरार हो गया है.

    राजधानी पटना के दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी इलाके में मार्निंग वाक पर निकले एक बुजुर्ग को बीच सड़क पर एक युवक ने तलवार से काट दिया. घटना के बाद आरोपित युवक और उसके भाई की स्‍थानीय लोगों ने जमकर पिटाई कर दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं बुजुर्ग के शव को पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. दोनों युवक स्‍मैकियर बताए जा रहे हैं.

    पुलिस ने बताया कि गांव वालों ने पूछताछ में बताया है कि पिता-पुत्र में सोमवार को दिन से ही घरेलू मामले को लेकर विवाद चल रहा था. रात में खाने के बाद एक बार फिर दोनों झगड़ने लगे. इसी दौरान मुकेश मांझी ने पिता की पेट में पेचकस घोंप दिया. लहूलुहान होकर गणेश मांझी गिर पड़ा.  समय पर इलाज नहीं होने के कारण उसकी मौत हो गई. अब तक इस मामले की प्राथमिकी नहीं कराइ गई है.

    The post पटना में बीच सड़क पर तलवार से बुजुर्ग को काट डाला, शेखपुरा में पेचकस घोंपकर पिता की हत्‍या appeared first on Live Cities.

  • शिक्षक अभ्यर्थी लाठीचार्ज मामले पर बिहार में सियासत तेज, जानें बीजेपी विधायक ने क्या कहा

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार की राजधानी पटना में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर पुलिसवालों ने जमकर लाठियां भांजी. दरअसल, बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा कराने और सातवें चरण की शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर पूरे बिहार से राजधानी पटना पहुंचे शिक्षक अभ्यर्थी सोमवार को डाक बंगला चौराहा पर बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने इन अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज किया. वहीं, प्रदर्शन के दौरान ADM लॉ एंड ऑर्डर के के सिंह ने भी प्रदर्शनकारियों को जमकर पीटा.

    इसको लेकर बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि ये बहुत ही निंदनीय है. ये आपत्तिजनक है. तेजस्वी यादव कहते थे पहले ही कैबिनेट में 10 लाख नौकरी देंगे, लेकिन कई कैबिनेट बीत गया है, लेकिन कुछ नहीं हुआ. ये लोग सत्ता के सौदागर लोग हैं. सत्ता में मलाई खाने वाले लोग हैं. प्रदर्शन के दौरान जो भी छात्रों के दैरान हुआ है, उसपर कार्रवी हो. देश और दूनिया के लोग पदाधिकारी को दोषी ठहरा रहे हैं. बिहार में लिपापोती की राजनिती नहीं चलेगी. इस मामले में कार्रवाई हो. बीजेपी छात्रों के साथ हैं.

    आपको बता दें की बिहार की राजधानी पटना में 23 से 25 अगस्त तक धारा 144 लागू कर दी गई है. शहर के डाकबंगला चौराहा, गांधी मैदान, बेली रोड और बोरिंग रोड इलाके में तीन दिनों तक धरना-प्रदर्शन पर रोक रहेगी. गर्दनीबाग को छोड़कर किसी भी शहरी इलाके में धरना-प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी. सोमवार को शिक्षक भर्ती को लेकर हुए हंगामे के बाद प्रशासन ने यह फैसला लिया है.

    The post शिक्षक अभ्यर्थी लाठीचार्ज मामले पर बिहार में सियासत तेज, जानें बीजेपी विधायक ने क्या कहा appeared first on Live Cities.