बेन (नालंदा दर्पण)।बेन थाना क्षेत्र के बेन बाजार में मामूली विवाद में एक पक्ष ने दूसरे के घर धावा बोलकर मारपीट की और फायरिंग कर सनसनी फैला दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बेन बाजार निवासी सुधा देवी पति सुधीर प्रसाद ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि शुक्रवार की शाम मामूली सी बात को लेकर बेन निवासी राजीव कुमार उर्फ गांधी पिता रघुनी प्रसाद से कहासुनी हुई।
कुछ समय बाद राजीव कुमार उर्फ गांधी दो अन्य बदमाशों लल्लू कुमार पिता अणु प्रसाद एवं गणेश कुमार पिता अरविन्द प्रसाद के साथ आए और मारपीट करने लगे।
विरोध करने पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग भी की। अच्छा रहा कि गोली घर के दरवाजे में लगी। फायरिंग की आवाज सुनकर मोहल्ले वासियों में हड़कंप मच गया।
घटना की सूचना पर बेन पुलिस पहुंची और छानबीन करने लगी। इस दरम्यान पुलिस को एक कारतूत की खोखा मिली।
थानाध्यक्ष जयकिशन कुमार ने बताया कि मामले में तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट, बलवा करने, जानलेवा हमला समेत अन्य गंभीर धाराओं जैसे 307, 323, 341, 325, 427, 504, 506 एवं 34 में केस दर्ज किया गया है।
नालंदा दर्पण डेस्क। जब भी दुनिया के सबसे पुराने शिक्षण संस्थानों की बात आती है तो “नालंदा विश्वविद्यालय” का नाम सबसे ऊपर आता है।
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 120 किमी दक्षिण-उत्तर में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं।
इतिहासकारों के अनुसार, यह भारत में उच्च शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण और विश्व प्रसिद्ध केंद्र था। बिहार के नालंदा जिला में स्थित इस विश्वविद्यालय में आठवीं शताब्दी से बारहवीं शताब्दी के बीच दुनिया के कई देशों के छात्र इस विश्वविद्यालय में पढ़ने आते थे।
इस विश्वविद्यालय में कोरिया, जापान, चीन, तिब्बत, इंडोनेशिया, फ्रांस और तुर्की से छात्र आते थे।
आज वह विश्वविद्यालय खंडहर में तब्दील हो गया है। अगर एक नजर इतिहास पर डाल दूं तो 1199 में, तुर्क आक्रमणकारी बख्तियार खिलजी ने इस विश्वविद्यालय को जलाकर पूरी तरह से नष्ट कर दिया था।
कुछ इतिहासकार बताते हैं कि, इस विश्वविद्यालय में इतनी किताबें थीं कि पूरे तीन महीने तक आग जलती रही। नालंदा विश्वविद्यालय के अतीत और उसके गौरवशाली इतिहास को सभी को जानना चाहिए। नालंदा प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध केंद्र था।
बौद्ध काल में भारत शिक्षा का केंद्र था। इस विश्वविद्यालय की स्थापना गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम (450-470) ने की थी। नौवीं शताब्दी से बारहवीं शताब्दी तक, इस विश्वविद्यालय ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की।
यहां इतनी सारी किताबें रखी हुई थीं कि उन्हें गिनना आसान नहीं था। इस विश्वविद्यालय में हर विषय की पुस्तकें मौजूद थीं।
प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय में अध्ययन के लिए तीन सौ कमरे, सात बड़े कमरे और नौ मंजिला पुस्तकालय था, जिसमें तीन लाख से अधिक पुस्तकें थीं।
प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का पूरा परिसर एक विशाल दीवार से घिरा हुआ था, जिसमें एक मुख्य प्रवेश द्वार था।
नालंदा विश्वविद्यालय बहुत प्राचीन है ओर उस समय की पढाई ओर आज की पढाई में ज़मीन आसमान का अंतर है। नालंदा से निकलने वाले एक-एक अभ्यात्री कुशल होते थे। मगर अब यह सिर्फ़ एक धरोहर मात्र हैं।
नालंदा दर्पण डेस्क। जब भी दुनिया के सबसे पुराने शिक्षण संस्थानों की बात आती है तो “नालंदा विश्वविद्यालय” का नाम सबसे ऊपर आता है। बिहार की राजधानी पटना से लगभग 120 किमी दक्षिण-उत्तर में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं। इतिहासकारों के अनुसार, यह भारत में उच्च शिक्षा का सबसे […]
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नालंदा दर्पण डेस्क।दीपनगर थाना इलाके के गंजपर गांव में शनिवार की रात बर्थडे पार्टी में बार बालाओं के ठुमके लगे। इस दौरान हर्ष फायरिंग हुई जिसमें नाच देख रही एक बारह साल की बच्ची को गोली लगने से मौत हो गई।
मृतका गंजपर गांव निवासी बालो यादव की 12 वर्षीया पुत्री टुसी कुमारी है। बताया गया कि पांच राउंड फायरिंग हुई जिसमें एक गोली किशोरी के सिर में लग गई।
इस घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। किशोरी को आनन फानन में अस्पताल लाया गया। वहां से पटना रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।
मृतका के पिता के मुताबिक गांव के ही मुन्ना यादव की बेटी का बर्थडे था। इस दौरान गांव में ही बार बालाओं के डांस का इंतजाम किया गया था। बार बालाओं के ठुमके के बीच शराब का भी इंतजाम किया गया था।
इसी बीच कुछ युवक मस्ती में कट्टा से फायरिंग करने लगे। जिससे अपने घर के छत से कार्यक्रम देख रही बच्ची के सिर में गोली लग गयी।
गोली लगते ही आनन-फानन में बच्ची को ईलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के दौरान चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
घटना को छिपाने के लिए आरोपी पक्ष के लोग काफी देर तक मृतका के पिता से मान मनोबल करते देखे गए। पिता पर जबरन छत से गिरने से मौत बताने के दबाव बना रहे थे।
घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल पहुंचे दीपनगर थानाध्यक्ष एसके जायसवाल ने बताया कि जिस जगह कार्यक्रम चल रहा था वहां जगह कम था। इसी दौरान किसी ने फायरिंग कर दिया, जो बच्ची के सिर में लग गई। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया। जिसके यहां बर्थडे पार्टी था, वह सपरिवार फरार हो गए हैं।
नालंदा दर्पण डेस्क। अस्थावां थाना क्षेत्र में प्रेम प्रसंग का अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां 30 साल की विधवा के चार बुजुर्ग प्रेमियों ने मिलकर 5वें आशिक की हत्या कर दी।
पुलिस ने जब विधवा प्रेमिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो न सिर्फ मामले का भंडाफोड़ हुआ, बल्कि पुलिस भी हैरान रह गई।
दरअसल, मामला अस्थावा थाना क्षेत्र के बलवापुर गांव की है, जहां 32 साल की एक विधवा चाय की दुकान चलाती थी। उसका संबंध चार बुजुर्गों से था।
पुलिस का कहना है कि इसी बीच इस कहानी में बुजुर्ग 70 वर्षीय तृपित शर्मा की एंट्री हो गई। शर्मा ने भी सभी की तरह महिला को प्रेम संबंध का निवेदन दिया। कहा जाता है कि इससे महिला के पूर्व के प्रेमी नाराज हो गए।
पांचवें बुजुर्ग को सुनसान जगह पर बुलायाः बिहार शरीफ (सदर) के डीएसपी डा. शिब्ली नोमानी ने बताया कि महिला के साथ मिलकर सभी ने उनकी हत्या की योजना बना ली। महिला ने चारों के साथ मिलकर शर्मा को 19 अक्टूबर को सुनसान जगह पर बुलाया।
इसके बाद शर्मा के साथ मारपीट कर उनकी हत्या कर दी गई और शव को नवनिर्मित सामुदायिक भवन के पानी टंकी में फेंक दिया। इस दौरान उनकी पहचान न हो सके, इसके लिए उसके चेहरे को पत्थर से कुचल दिया।
बेटे ने पिता की हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराईःघटना के दो दिन बाद पुलिस ने शव बरामद कर लिया। इधर, शर्मा के पुत्र मिट्ठू कुमार ने उसी दिन पिता की हत्या की प्राथमिकी अस्थावां थाने में दर्ज कराई।
पुलिस जांच में जुटी ही थी तभी जानकारी मिली कि मृतक अस्थावां पालीटेक्निक कालेज के पास चाय की एक दुकान में अक्सर बैठा करते थे। पुलिस को मृतक का मोबाइल फोन नहीं मिल रहा था। इस बीच, फोन स्विच ऑफ आ रहा था।
एक महीने बाद जब फोन खुला तो पहले से ही सर्विलांस पर डाला गया नंबर का राज खुल गया। पुलिस ने महिला के पास से मोबाइल बरामद किया और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।
डा. शिब्ली नोमानी ने बताया कि पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो महिला टूट गई और इस हत्याकांड का राज खुल गया।
उन्होंने बताया कि इस मामले में महिला सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के क्रम में सभी ने कबूला कि 19 अक्टूबर को पांचों ने 75 साल के तृपित शर्मा को सुनसान जगह पर धोखे से बुलाया। इसके बाद उसकी हत्या कर दी।
नालंदा: बिहार के नालंदा मेंनौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी करने के आरोपी को भीड़ ने पकड़ लिया. जिसके बाद उस पर लात-घूंसों की बरसात (Thug Beaten Up In Nalanda) होने लगी. गनीमत यह रहा कि पेट्रॉलिंग करने निकली पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गयी और आरोपी को भीड़ के चुंगल से बाहर निकालकर अपने कब्जे में ले लिया. ये मामला नूरसराय थाना क्षेत्र के मुख्य बाजार का है.
पुलिस ने बचायी पिटाई खा रहे युवक की जान: मामले की जानकारी देते हुए नूरसराय थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि सोमवार को शाम के समय बाजार में पेट्रोलिंग गाड़ी खड़ी थी. कुछ लोगों बाजार के अंदर एक युवक से मारपीट कर रहे थे. स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना पेट्रॉलिंग टीम को दी. सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी बाजार के अंदर गए और पिटाई खा रहे युवक को अपने कब्जे में लिया. युवक की पहचान थरथरी थाना क्षेत्र के निवासी नीरज कुमार के रूप में हुई है.
नौकरी दिलाने के नाम पर किया था ठगी: पुलिस के पूछताछ में पता चला कि युवक नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाता था. इससे पहले भी वह कई युवकों को ठगी का शिकार बना चुका था.नूरसराय बाजार (Noorsaray) में ठगी के शिकार कुछ युवकों ने उसे पहचान लिया और उसकी पिटाई करने लगे. थरथरी थाने में युवक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है. ऐसे में नूरसराय थाना की पुलिस ने आरोपी को थरथरी थाने के हवाले कर दिया. जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
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nalanda news – नालंदा जिले से एक अजीबो गरीब प्यार की दिल दहला देने वाली कहानी सामने आई है। अब इसे प्रेम कहेंगे या विकृत मानशिकता. एक ओर जहां 55 साल के व्यक्ति ने 21 साल की युवती की मांग में सिंदूर डाल दिया, तो दूसरी तरफ 75 साल के प्रेमी को एक प्रेमिका ने अपने चार अन्य बुजुर्ग आशिकों से हत्या करवा दी. बुजुर्गों की रंगीन मिजाजी का एक मामला जिले के अस्थावां थाना क्षेत्र (Asthawan Police Station in Nalanda District) का है. hindi news nalanda
यहां पांच बुजुर्ग 30 साल की विधवा से इश्क लड़ा रहे थे. सभी बुजुर्गों की उम्र कमोबेश 60 से ऊपर थी. इश्क जब परवान चढ़ा तो चार बुजुर्ग एक तरफ हो गये और प्रेमिका के इशारे पर 75 वर्षीय बुजुर्ग तृपित शर्मा को मार डाल. दरअसल इश्क की यह कहानी चाय की दुकान से शुरू होती है. विधवा अस्थावां पॉलिटेक्निक कॉलेज (Asthawan Polytechnic College) के बगल में रहती और चाय की दुकान चलाती थी. वहीं पर चार बुजुर्ग रोज चाय पीने आते थे.
जानें पूरा मामला
चाय की चुश्कियों के साथ ही चारों बुजुर्ग उसी महिला से आंखें चार कर बैठे. चाय की गर्माहट के साथ ही इश्क परवान चढ़ता गया. इसी बीच पांचवें बुजुर्ग की इंट्री हो गयी. यह इंट्री चारों बुजुर्गों को नागवार गुजरी. तृपिता शर्मा का विधवा के घर खूब आना-जाना था. तृपित शर्मा जब उस महिला से बात करता था, तो अन्य चार बुजुर्गों इसे नहीं पसंद करते थे. उन्होंने महिला से कहा कि तुम्हारा तो एक और पांचवां आशिक है. इस पर महिला ने कहा कि ऐसा है तो इसे हटा दो. फिर पीनो देवी के घर पर चारों आशिकों ने तृपित शर्मा को हटाने का प्लान तैयार किया. इसी क्रम में 19 अक्टूबर को तृपित शर्मा की हत्या हो जाती है. शव एक मकान की पानी की टंकी में पाया जाता है.
पानी टंकी से शव मिलने के बाद सामने आया मामला
घटना के दूसरे दिन जब पानी टंकी से शव को निकाला गया, तो उसकी पहचान अस्थावां थाना क्षेत्र के बलवा पर गांव निवासी 75 वर्षीय तृपित शर्मा के रूप में हुई. शव मिलने के बाद पुलिस भी हक्का बक्का रह गयी. पुलिस की छानबीन में धीरे-धीरे इस हत्याकांड पर से पर्दा उठने लगा और शक की सूई उसी चाय बेचने वाली महिला ओर घूमने लगी. पुलिस ने कड़ाई से जब उससे पूछताछ की, तो महिला टूट गयी और इस हत्याकांड का राज खुल गया. पुलिस के अनुसार घटना वाले दिन विधवा ने अन्य चारों बुजुर्ग आशिकों को अपने घर पर बुलाया था. चारों बुजुर्ग आशिकों ने प्लानिंग के मुताबिक तृपित शर्मा को पीट-पीटकर हत्या दी और साक्ष्य पर पर्दा डालने के उद्देश्य से शव को पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप बने मकान के पानी के टंकी में डाल दिया.
19 अक्तूबर की रात हुई बुजुर्ग की हत्या
सदर डीएसपी डॉक्टर शिब्ली नोमानी ने बताया कि 19 अक्टूबर की रात को अस्थावां थाना क्षेत्र के पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप नवनिर्मित मकान के पानी टंकी से एक वृद्ध की लाश बरामद हुई थी. उसकी पहचान 75 वर्षीय तृपित शर्मा के रूप में की गयी थी. इस घटना के बाद मृतक के पुत्र मिट्ठू कुमार ने अज्ञात के खिलाफ अस्थावां थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा (Nalanda SP Ashok Mishra) के दिशा निर्देशन और उनके नेतृत्व में थानाध्यक्ष अस्थावां और जिला आसूचना इकाई के कर्मियों ने तकनीकी अनुसंधान के आधार पर इस कांड का खुलासा किया. सदर डीएसपी ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में पता चला कि 30 वर्षीय विधवा से पांचों बुजुर्गों का अवैध संबंध था. अवैध संबंध के कारण ही यह घटना हुई है. अभियुक्तों के पास से मृतक का मोबाइल भी बरामद हुआ है.
ये हुए गिरफ्तार
सदर डीएसपी (Biharsharif DSP Dr Shibli Nomani) ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में 30 वर्षीय महिला, बरबीघा थाना क्षेत्र के कुतुबचक निवासी 75 वर्षीय कृष्णनंदन प्रसाद, अस्थावां थाना क्षेत्र के अस्थावां गांव निवासी 60 वर्षीय सूर्यमणि कुमार, मानपुर थाना क्षेत्र के छबीलापुर गांव निवासी वासुदेव पासवान और अस्थावां थाना क्षेत्र के अकबरपुर गांव निवासी बनारस प्रसाद उर्फ लोहा सिंह शामिल हैं. सदर डीएसपी ने बताया कि यह पूरी तरह से ब्लाइंड हत्याकांड था. अनुसंधान के क्रम में स्पष्ट हुआ कि 75 वर्षीय तृपित शर्मा की हत्या अवैध संबंध के कारण हुई है.
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चंडी (नालंदा दर्पण)।चंडी थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-431 पर सोमवार की संध्या धर्मपुर गांव के पास एक अज्ञात बस की चपेट में आने से एक मोटरसाइकिल सवार की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
मृतक की पहचान हेम नारायण चक उर्फ गौरी बीघा गांव निवासी ब्रह्म देव प्रसाद के 20 वर्षीय पुत्र पवन कुमार के रूप में की गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मृतक पवन कुमार अपने परिवार के निजी दवा दुकान नगरनौसा से कार्य कर अपने घर वापस लौट रहा था कि धर्मपुर पुल पर पहुंचते ही बिहारशरीफ की ओर से आ रही एक अज्ञात बस के चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
इस हादसे के बाद ग्रामीणों ने बिहटा सरमेरा मुख्य सड़क मार्ग को जाम कर दिया। जिससे दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लग गई।
स्थानीय ग्रमीणों ने चंडी प्रभारी थानाध्यक्ष अखिलेश झा पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई फोन किये लेकिन स्थानीय पुलिस सुध लेने नही आई।
इतना ही नहीं जिस समय दुर्घटना हुई उस वक़्त चंडी थाना पुलिस की गश्ती वाहन पास के ही पुल पर थी। लेकिन अनसुनी कर आगे निकल गए। खबर लिखे जाने तक जाम नहीं खुला था।
राजगीर (नालंदा दर्पण)। महावीर और गौतम बुद्ध की धरती नालंदा के लिए रविवार का दिन ऐतिहासिक दिन रहा। नालंदा के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लगातार प्रयास से पतित पावनी गंगा का जल आखिरकार अपने मूल मार्ग से सौ किलोमीटर दूर और लगातार ऊंचाई पर चढ़ते हुए राजगीर तक आ पहुंचा है। इससे नालंदा जिले के लोगों को सालों भर पीने के लिए पर्याप्त जल मिल सकेगा। आज रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस योजना का लोकार्पण किया।
नालंदा के अंतराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हर घर में गंगा अवतरित हो गई।सीएम नीतीश कुमार ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर गंगाजल का उद्घाटन किया।लगभग 4475 करोड़ की लागत से हर घर गंगाजल आपूर्ति योजना का शुभारंभ हो गया।
सीएम नीतीश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनका प्रयास था कि हर घर को गंगा जी का पानी पर्याप्त रूप से मिलें इस पर वे वर्षों से सोच रहे थे, जो आज धरातल पर पहुंच गया है।
नीतीश कुमार ने कहा कि राजगीर के लिए बहुत से काम किए हैं। गंगा की धारा यहां आने से लोगों को काफी सुविधा होगी। हर तरह की जरूरतों के लिए जल घर तक उपलब्ध होगा। एक व्यक्ति को 135 लीटर पानी घर पर ही मिल जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर कन्वेशन सेंटर पूरा बिहार में पहली बार राजगीर में बना। देश में इसकी चर्चा हुई। नेचर सफारी, जू सफारी घोड़ा कटोरा से लेकर कई काम राजगीर के लिए किए। किसी को जाने-आने में समस्या न हो इसके लिए भी सुविधा दी गई।
उन्होंने कहा कि राजगीर बहुत ही महत्वपूर्ण स्थल है। यहां भगवान बुद्ध का आगमन हुआ। उनकी धरती रही है। साथ ही यह ज्ञान की धरती भी रही है।
नीतीश कुमार ने कहा कि अब एक ही काम बचा है। जरासंध के अखाड़े के पास जरासंध स्मारक बनवाया जाएगा। इससे पर्यटकों का ज्ञानवर्धन होगा। नीतीश ने कहा कि अब कोई चीज नहीं बची है।
बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि इस योजना को पूरा करने का सारा श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है। मुख्यमंत्री बोलने में नहीं, बल्कि काम करने में विश्वास करते हैं। महागठबंधन की सरकार आम लोगों की जरूरत के हर मसले पर काम कर रही है। हर घर गंगाजल से राजगीर के लोगों को भरपूर फायदा मिलेगा।
जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इंजीनियर होने का फायदा बिहार को मिल रहा है। बिल गेट्स का जिक्र करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के जल जीवन अभियान की तारीफ पूरी दुनिया कर रही है।
उन्होंने कहा कि तीन साल से कम समय में राजगीर की यह योजना पूरी हुई है। एक बोतल गंगा जल लेने के लिए लोग सौ-दो सौ किलोमीटर तक जाते हैं। अब नीतीश कुमार की कोशिश से लोगों को 100 किलोमीटर दूर नहाने के लिए भी गंगा का जल मिलेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने भी संबोधित किया किया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को पूरा देश पुकार रहा है। इतना सुनते ही हॉल में मौजूद महागठबंधन कार्यकर्ता नीतीश ने जिंदाबाद के नारे लगाने लगे।
श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार ने न केवल राजगीर गंगा जल आपूर्ति योजना, बल्कि शराबबंदी, बालिका साइकिल योजना जैसी न जाने कितनी ऐसी पहल की, जिनका अनुकरण करना पूरा देश चाहता है।
कार्यक्रम में बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, नेलंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार अग्रवाल के साथ ही जेडीयू और आरजेडी के कई नेता मौजूद थे।
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