बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला में कार्य योजना की समीक्षा के दौरान पाया गया कि नल-जल की 2313 योजनाओं के विरुद्ध महज 1192 योजनाओं की पूर्ण प्रविष्टि, गली-नाली की 3527 योजनाओं के विरुद्ध महज 1805 योजनाओं की पूर्ण प्रविष्टि एवं मात्र 39 पंचायत सरकार भवनों की प्रविष्टि निश्चय सॉफ्ट पोर्टल पर की गई है।
बिन्द, एकंगरसराय, सिलाव, चंडी एवं हिलसा प्रखंडों में एक भी पंचायत सरकार भवन की पूर्ण प्रविष्टि नहीं की गई है। गली-नाली योजना में जिले की औसत प्रविष्टि 88.66 प्रतिशत के मुकाबले हिलसा प्रखण्ड में प्रविष्टि का प्रतिशत मात्र 58 प्रतिशत है।
नल-जल योजना में जिले की औसत प्रविष्टि 93.21 प्रतिशत के मुकाबले बिन्द प्रखण्ड में प्रविष्टि का प्रतिशत मात्र 71 प्रतिशत है। बोरिंग स्टेज पर 1551 योजनाओं, मोटर अधिष्ठापन स्टेज पर 1079 योजनाओं, पाइपलाइन स्टेज पर 1484 एवं जल निर्माण स्टेज पर मात्र 1145 योजनाओं की प्रविष्टि की गई।
समीक्षा के दौरान यह भी पाया गया कि विश्व बैंक मद से एवं 13वीं वित आयोग मद से निर्मित एवं निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवनों के भौतिक/वित्तीय प्रगति से संबंधित आंकड़ों को एल ए इओ के द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, जिससे कि योजनाओं की प्रविष्टि निश्चय सॉफ्ट पोर्टल पर नहीं की जा सकी है।
इस संदर्भ में एलएइओ के सभी कनीय वह सहायक अभियंताओं से शो कॉज़ किया गया है। दूसरी ओर एक सप्ताह के अंदर पूर्ण प्रविष्टि नहीं करने पर सभी संबंधित पंचायतों के पंचायत कार्यपालक सहायकों, लेखापालों, तकनीकी सहायकों एवं पंचायत सचिवों का वेतन बंद कर दिया गया है।
पोर्टल पर योजनाओं की शत प्रतिशत प्रविष्टि के पश्चात योजनाओं के भौतिक एवं वित्तीय प्रगति से संबंधित आँकड़े एक क्लिक पर निश्चय सॉफ्ट पोर्टल पर सभी प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों एवं जन जानकारी के लिए उपलब्ध रहेगी।
साथ ही, अनुश्रवण फॉर्मेट के माध्यम से जिन स्थानों पर योजनाओं के क्रियान्वयन में अवरोध पैदा हो रहा है , उसका भी अनुश्रवण किया जा सकेगा। समय समय पर सभी योजनाओं से संबंधित विभिन्न प्रपत्र भी अनुश्रवण हेतु जोड़े जाएंगे, ताकि योजनाओं से संबंधित सभी भौतिक एवं वित्तीय आंकड़ों का ऑनलाइन संधारण सुनिश्चित किया जा सके।
इन योजनाओं की प्रविष्टि निश्चय सॉफ्ट पोर्टल पर की जानी है। मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना, पंचायत सरकार भवन निर्माण जिला पंचायत संशाधन केंद्र निर्महेल्थ सब सेंटर निर्माण व ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना शामिल हैं।
बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)।बिहार के नालंदा जिले में 4 दिनों से लापता विकास चौधरी का शव छह टुकड़ों में मिला है। पुलिस ने हत्या के मामले का उद्भेदन करते हुए विकास की प्रेमिका और उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई जिसमें उन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया।
घटना नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के नांनद गांव की है, जहां 4 दिन पूर्व लापता विकास चौधरी का शव छह टुकड़ो में बरामद किया गया।
रविवार की सुवह विकास का धड़ 3 दिन बाद पुलिस ने दीपनगर थाना क्षेत्र के सिपाह पुल स्थित पंचाने नदी से बरामद किया है, जबकि सर को फतुहा के पुनपुन स्थित गंगा नदी से नाव के सहारे खोजबीन कर बरामद किया गया है।
इसी प्रकार तीन दिन पूर्व हाथ पैर को नूरसराय के नारी छिलका के पास से बरामद किया था। बता दें कि विकास की प्रेमिका नूरसराय के बाराखुर्द निवासी ज्योति व उसके पति रंजन को हिरासत में लेने के बाद पुलिस को धड़ हाथ लगी।
इधर खबरों के मुताबिक पुलिस ने मामले की जांच के लिए विधि विज्ञान के विशेषज्ञों से भी जांच कराई गई। टेक्निकल एविडेंस के आधार पर जो सबूत मिले थे उसी को आधार बनाकर एक महिला और उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया।
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपने अपराध को स्वीकार करते हुए बताया कि वह कई वर्षों से युवती विकास के संपर्क में थी। युवती ने अपने घर में विकास को बुलाकर उसकी हत्या की कर दी।
बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने आज भूमि विवाद से संबंधित 4 संवेदनशील अलग-अलग मामलों की सुनवाई की।
राजगीर अंचल के प्रहलाद उपाध्याय बनाम अकबर शाह से संबंधित मामले में अंचलाधिकारी राजगीर तथा अनुमंडल पदाधिकारी राजगीर को कार्रवाई प्रतिवेदन के साथ अगली तिथि को तलब किया गया।
सिलाव अंचल के प्रवीण तमोली बनाम दिलीप तमोली के बटवारा से संबंधित मामले में थाना प्रभारी को आदेशित कार्रवाई सुनिश्चित कर प्रतिवेदित करने को कहा गया।
बिहार शरीफ अंचल के राजबल्लभ सिंह बनाम अर्जुन कुमार से संबंधित मामले में मापी के आधार पर विधि सम्मत कार्रवाई कर भूमि सुधार उप समाहर्ता बिहारशरीफ को प्रतिवेदन के साथ अगली तिथि को उपस्थित रहने का निदेश दिया गया।
बिहार शरीफ अंचल के सोहडीह के रागिब पाश बनाम राजाराम पासवान से संबंधित मामले में अनुमंडल पदाधिकारी बिहारशरीफ को स्थल निरीक्षण कर चहारदीवारी के निर्माण के लिए स्पष्ट नक्शा के साथ अगली तिथि को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया।
सुनवाई में अनुमंडल पदाधिकारी बिहार शरीफ, भूमि सुधार उप समाहर्ता बिहार शरीफ, जिला राजस्व शाखा प्रभारी, अंचलाधिकारी बिहार शरीफ तथा वाद से संबंधित विभिन्न पक्षकार उपस्थित थे।
54 सज़ावार बंदियों द्वारा अर्जित पारिश्रमिक राशि में से कटौती किये गए अंश की राशि का भुगतान संबंधित बंदी के अपराध से पीड़ित व्यक्ति/उत्तराधिकारी को करने की हुई अनुशंसा…
बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार अपराध पीड़ित कल्याण न्यास नियमावली 2013 में निहित प्रावधान के आलोक में जिला स्तरीय अपराध पीड़ित कल्याण न्यास समिति की बैठक जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में शुक्रवार संध्या में की गई।
समिति द्वारा मंडल कारा बिहार शरीफ के 30 तथा उपकारा हिलसा के 24 सजावार बंदियों के अपराध से पीड़ित व्यक्ति/ उत्तराधिकारी को संबंधित बंदी द्वारा अर्जित पारिश्रमिक राशि में से कटौती किए गए अंश की राशि का भुगतान करने की अनुशंसा की गई।
समिति की अनुशंसा कारा एवं सुधार सेवाएं निरीक्षणालय, गृह विभाग (कारा) को अग्रसारित किया गया। अनुशंसा के आलोक में राशि प्राप्त होने पर जिला प्रधान प्रोवेशन पदाधिकारी द्वारा संबंधित पीड़ित व्यक्ति/उत्तराधिकारी को भुगतान किया जाएगा।
मंडल कारा बिहारशरीफ के 30 सज़ावार बंदियों के अपराध से पीड़ित व्यक्ति/उत्तराधिकारी के लिए 6 लाख 13 हजार 73 रुपए एवं उपकार हिलसा के 24 सजावार बंदियों के अपराध से पीड़ित व्यक्ति/उत्तराधिकारी के लिए एक लाख अठासी हजार सन्तानवे रुपए भुगतान की अनुशंसा समिति द्वारा की गई है।
बैठक में समिति के सदस्य सचिव अधीक्षक मंडल कारा बिहार शरीफ, अधीक्षक उपकारा हिलसा, जिला अभियोजन पदाधिकारी, जिला लेखा पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी प्रधान/ वरीय प्रोबेशन पदाधिकारी उपस्थित थे।
नालंदा दर्पण (मुन्ना पासवान)। मानित विश्वविद्यालय नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रोफ़ेसर बैद्यनाथ के तानाशाही रवैया के खिलाफ बीते 18 दिन से आउटसोर्सिंग को रद्द करने, पूर्व की तरह सभी दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को काम लेने, पहचान पत्र एवं पीएफ ,बीमा आदि की सुविधा प्रदान करने आदि विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर कर्मी कमलेश प्रसाद बैठ गए हैं।
मौके पर धरना का नेतृत्व कर रहे असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित कुमार पासवान ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि सभी कर्मी एकजुट रहे अनशन पर बैठे कर्मियों को चिकित्सा की देखरेख में रखें आंदोलन को और तेज करें। न्याय मिलने तक धरना जारी रखें, अहिंसा में बहुत बड़ी ताकत होती है अहिंसा के बल पर हम अपना जायज मांगों को लेकर रहेंगे।
डॉ पासवान ने कहा कि धरना के 19 दिन बीत जाने के बाद ही भ्रष्ट कुलपति प्रोफेसर वैद्यनाथ लाभ के द्वारा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं करना एवं एक साजिश के तहत महाविहार में विभिन्न कार्यक्रमों को स्थगित कर नोटिस निकालना , महाविहार की संस्कृति से खिलवाड़ करना भ्रष्टाचारी व अहंकारी का निशानी है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मांगे पूरी होने तक भीम आर्मी, जन कल्याण मंच भाकपा, माकपा, फुटपाथ संघर्ष मोर्चा का समर्थन जारी रहेगा।
धरना को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के अध्यक्ष अनिल पासवान, अति पिछड़ा, दलित संघर्ष मोर्चा के संस्थापक बलराम दास, मिस्त्री संघ के अध्यक्ष मुन्ना कुमार, फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदेव चौधरी, डॉ अशोक कुमार उर्फ सुरेश भंते, जन कल्याण मंच के अध्यक्ष सत्येंद्र पासवान, प्रतिभा कुमारी ,मुरारी कुमार, उपेंद्र कुमार, रवि कुमार, सुनील कुमार सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया।
नालंदा दर्पण (मुन्ना पासवान)। नगरनौसा थाना क्षेत्र के सकरोढा गांव में जमीनी विवाद में एक युवक के द्वारा दोनाली बंदूक से फायरिंग करते हुए एक वीडियो सामने आया है। फायरिंग के बाद मारपीट की भी घटना हुई। यह वीडियो 16 नवंबर का है।
बताया जाता है कि रघुवंश प्रसाद अपना जमीन गोवर्धन जमादार की पत्नी चनवा देवी के पास बेच दिया। जब चनवा देवी अपने परिवार के साथ धान की कटनी कर रही थी। उसी दौरान गांव के रघुवंश प्रसाद एवं इनके पुत्र ने खेत को कब्जा करने को लेकर पर चढ़ाई कर दी और रघुवंश प्रसाद ने कहा की यह जमीन मेरे पत्नी के नाम पर है। यह जमीन छोड़ दो।
उसके बाद दहशत फैलाने को उद्देश्य से रघुवंश प्रसाद के पुत्र अंधाधुंध फायरिंग करने लगा। फायरिंग के दौरान चनवा देवी व इनके परिजन जुट गए और फायरिंग कर रहे अशोक उर्फ मंटू से दो नाली बंदूक छीन कर पुलिस के हवाले कर दिया।
वहीं पुलिस ने मौके से अशोक और उसके सहयोगियों को हिरासत में ले लिया। हालांकि कुछ देर बाद ही फायरिंग करने वाले लोगों को छोड़ देने का आरोप चनवा देवी एवं उनके परिजन पुलिस पर लगा रहे हैं।
इस मामले में डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि विवाद में के दौरान लाइसेंसी राइफल से फायरिंग की गई थी। जिसे रिकवर लाइसेंस धारी को दे दिया गया। जानमाल की रक्षा के लिए हथियार दिया जाता है।
राजगीर (नालंदा दर्पण)। नव नालंदा महाविहार के मुख्य द्वार पर बढ़ती ठंड के बिना प्रभाव किए हुए दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के द्वारा धरना पर बैठे कर्मियों के समर्थन में उतरे असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित कुमार पासवान ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि नव नालंदा महाविहार के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के द्वारा महाविहार के कार्यालय आदेश 1624/ 2022 दिनांक: 28 /10/ 2022 को निरस्त करने, पूर्व की तरह सभी 25 संविदा कर्मियों को यथावत रूप से काम करने, पीएफ, बीमा आदि का सुविधा प्रदान करने, पहचान पत्र निर्गत करने, आउट सोर्स पर रोक लगाने, स्थायीकरण करने आदि विभिन्न मांगों को लेकर बीते एक नवंबर से धरना पर बैठे हैं।
उधर महाविहार के दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को महाविहार प्रशासन के द्वारा 18 दिन बीत जाने के बाद भी कोई सुध नहीं लेने से आक्रोशित कर्मियों ने 19 नवंबर से भूख हड़ताल करने का ऐलान किया है। जिसे देख नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रोफेसर वैद्यनाथ लाभ ने प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 20 नवंबर को आयोजित होने वाले स्थापना दिवस समारोह को स्थगित करने की घोषणा की है जो काफी निंदनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है। कर्मियों का आंदोलन तेज होने से घबराए कुलपति के द्वारा कार्यक्रम स्थगित करना , मांगों को पूरा नहीं करना यह एक भ्रष्टाचारी अहंकारी व कायरता का परिचायक है।
डॉ पासवान ने महाविहार के कुलपति को चेतावनी देते हुए कहा है कि महाविहार में आयोजित कार्यक्रम को एक साजिश के तहत स्थगित की गई कार्यक्रम को महाविहार के अलावा अन्य जगहों पर कार्यक्रम करने का प्रयास किया गया। तो वैसे स्थिति में मांगे पूरी नहीं होने तक गरीब, दलित, पिछड़ा, शोषित, पीड़ित कर्मियों को न्याय दिलाने को लेकर असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस, भीम आर्मी, नालंदा फुटपाथ दुकानदार अधिकार मंच, भाकपा माले, जन कल्याण मंच, राकंपा के अलावे दर्जनों संगठनों के द्वारा वहां भी विशाल प्रदर्शन प्रदर्शन कर कर्मियों के साथ न्याय की मांग करेंगे।
वही धरना पर बैठे कर्मी प्रतिभा कुमारी ने बताया कि हमलोगों की लड़ाई अहिंसात्मक तरीके से की जा रही है और हमें पूरा विश्वास है कि अहिंसा के बल पर अपनी जायज मांगों को लेकर रहेंगे। और पूर्व से निर्धारित 19 नवंबर से भूख हड़ताल पर सभी कर्मी जाएंगे, मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि अनशन के दौरान बैठे कर्मियों के साथ किसी भी तरह के अप्रिय घटना होती है तो इसकी सारी जवाबदेही महाविहार प्रशासन, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार व जिला प्रशासन नालंदा की होगी।
“नालंदा जिला में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए उद्योग विभाग के माध्यम से अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। बैंकों द्वारा त्वरित सहयोग में कमी के कारण योजना के लाभार्थियों के उद्यम को फलीभूत होने में अनावश्यक विलंब का सामना करना पड़ता है। विभिन्न योजनाओं के तहत उद्यम स्थापना के लिए अधिक से अधिक आवेदन सृजित हो तथा आवेदकों को समय से बैंकों के माध्यम से वित्त पोषण की सुविधा मिले….
बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। इसी उद्देश्य से निदेशक उद्योग पंकज दीक्षित ने हरदेव भवन सभागार में संबंधित पदाधिकारियों, बैंक प्रतिनिधियों एवं विभिन्न योजना के लाभुको/ संभावित आवेदकों के साथ बैठक किया।
बैठक में बिचाली व्यवसाय से जुड़े/व्यवसाय के इच्छुक व्यवसायियों, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम , प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना सहित अन्य योजनाओं के तहत बैंकों के माध्यम से वित्त पोषण के अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई।
बिचाली व्यवसाय से जुड़े 120 आवेदनों में से अभी तक बैंकों द्वारा 37 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं तथा 29 आवेदन अस्वीकृत किया गया। अभी भी बैंक के पास 54 आवेदन स्वीकृति की प्रक्रिया हेतु लंबित हैं।
पंजाब नेशनल बैंक के पास 21 तथा भारतीय स्टेट बैंक के पास 21 सर्वाधिक आवेदन लंबित हैं। इन आवेदनों का निष्पादन शुक्रवार तक सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित बैंक के प्रतिनिधियों को दिया गया। स्वीकृति प्राप्त आवेदकों को अविलंब ऋण की राशि का भुगतान करने का निदेश बैंकर्स को दिया गया।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत बैंकों को 768 आवेदन भेजे गए जिनमें से 154 आवेदन स्वीकृत किए जा चुके हैं। विभिन्न कारणों से 515 आवेदन बैंकों द्वारा वापस किए गए हैं। वर्तमान में बैंक के पास 109 आवेदन लंबित हैं। इन सभी लंबित आवेदनों का त्वरित निष्पादन सुनिश्चित करने को कहा गया।
आवेदक/लाभार्थी तथा बैंकों के बीच सहयोग एवं समन्वय के लिए विभिन्न उद्योग विस्तार पदाधिकारियों एवं श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों को अलग-अलग प्रखंडों के लिए जिम्मेवारी दी गई है। इन्हें आवेदन की प्रक्रिया में आवश्यक सहयोग के साथ साथ आवेदन की त्रुटियों को दूर करने हेतु कारगर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
बैंकों को अपने स्तर से भी प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत आवेदन सृजित करने को कहा गया। प्रत्येक बैंक शाखा को कम से कम दो आवेदकों का वित्तपोषण सुनिश्चित करने को कहा गया।
इस योजना के तहत प्राप्त आवेदनों में से सर्वाधिक आवेदन केनरा बैंक (लगभग 92%)तथा बैंक ऑफ बड़ौदा (लगभग 81%) द्वारा वापस किया गया है। संबंधित बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधकों को बैंक की शाखावार वापस किए गए आवेदनों की समीक्षा करने का निर्देश दिया गया।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत मौजूदा सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों, एफपीओ, स्वयं सहायता समूह एवं सहकारिता द्वारा बैंक क्रेडिट के लिए पहुंच क्षमता को बढ़ाकर सूक्ष्म उद्यमों की क्षमता निर्माण करना है।
इस योजना के तहत विभिन्न बैंकों को 72 आवेदन भेजे गए हैं। भारतीय स्टेट बैंक को 17, पंजाब नेशनल बैंक को 8, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक को 25 तथा बैंक ऑफ इंडिया को 6 आवेदन प्राप्त है। अन्य बैंकों के पास भी प्राप्त आवेदन लंबित हैं।
अभी तक भारतीय स्टेट बैंक द्वारा 3 आवेदकों का वित्तपोषण किया गया है। सभी बैंकों को भेजे गए आवेदनों का निष्पादन एक सप्ताह के अंदर सुनिश्चित करने को कहा गया।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 470 आवेदन सृजित किए गए जिनमें से 452 को प्रथम किस्त 136 को द्वितीय किस्त तथा 5 को तृतीय किस्त की राशि उपलब्ध कराई गई है। लाभुकों को द्वितीय एवं तृतीय किस्त की राशि के भुगतान में तेजी लाने का निर्देश दिया गया।
मुख्यमंत्री सूक्ष्म एवं लघु उद्योग क्लस्टर विकास योजना के तहत कन्हैया गंज झूला क्लस्टर, सिलव में खाजा क्लस्टर तथा मोरा तालाब में फुटवेयर क्लस्टर की योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है।
कन्हैया गंज झूला कलस्टर में सभी आवश्यक मशीनरी आ चुका है। आगामी 15 से 20 दिनों में इन मशीनों के इंस्टॉलेशन का कार्य पूरा किया जा सकेगा। उद्योग निदेशक ने 15 दिसंबर तक इस क्लस्टर को कार्यरत बनाने हेतु प्रयास करने को कहा।
मुख्यमंत्री सूक्ष्म एवं लघु उद्योग क्लस्टर के लिए 10 अन्य समूह की पहचान की गई है। जिला नवप्रवर्तन योजना के तहत भी रेडीमेड गारमेंट, बिजली के स्विच एवं बोर्ड, विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्र आदि से संबंधित उद्यम स्थापित करने वाले लोगों को योजनाओं से लाभान्वित किया गया है। इनके उद्यम को और आगे बढ़ाने के लिए भी आवश्यक वित्तपोषण सुनिश्चित करते रहने को कहा गया।
जिला में कृषि, जीविका, पशुपालन, गव्य विकास तथा जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से क्रियाशील उद्यमियों तथा संभावना पूर्ण उद्यमियों को अलग-अलग श्रेणियों में सूचीबद्ध किया जा रहा है। इन उद्यमियों को उद्यम स्थापित करने या उद्यम को आगे बढ़ाने के लिए बैंकों के माध्यम से आवश्यक क्रेडिट लिंकेज के लिए कार्रवाई की जाएगी।
प्रगतिशील एवं संभावना पूर्ण उद्यमियों को आवश्यक क्रेडिट लिंकेज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी सभी बैंकर्स को उदारता पूर्वक आगे आने को कहा गया।
श्री दीक्षित ने बैठक में उपस्थित विभिन्न योजना के लाभार्थियों से उनके उद्यम की वर्तमान स्थिति तथा उद्यम से होने वाले आय के बारे में भी जानकारी ली। उद्यम को और आगे ले जाने के लिए उनकी आवश्यकताओं के बारे में भी जानकारी ली गई तथा संबंधित पदाधिकारी एवं बैंक को इसके लिए ससमय कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया।
बैठक में उपस्थित जीविका दीदियों से भी उनके व्यवसाय एवं आगे की आवश्यकताओं के बारे में एक-एक कर जानकारी ली गई। इस संदर्भ में निकटतम बैंक के माध्यम से उपयुक्त योजना अंतर्गत उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप वित्तपोषण सुनिश्चित करने को कहा गया।
बैठक में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, उप विकास आयुक्त वैभव श्रीवास्तव, विभिन्न बैंकों के क्षेत्रीय प्रबंधक, बैंक प्रतिनिधि, जिला अग्रणी प्रबंधक, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, डीपीएम जीविका सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने सभी लेखापाल सह आईटी सहायकों के साथ की वित्तीय कार्यों की समीक्षा के दौरान पाया गया कि अंकेक्षण हेतु रोस्टर वार तिथि पूर्ण होने के बावजूद कई प्रखंडों में अंकेक्षण कार्य पूर्ण नहीं किया गया है।
वित्तीय वर्ष 2020-21 में सरमेरा, कतरीसराय, सिलाव, इस्लामपुर, परबलपुर, बिहारशरीफ़, बेन, राजगीर एवं थरथरी प्रखण्ड में अंकेक्षण प्रतिशत 10 प्रतिशत से भी कम है।
इन सभी प्रखंडों के लेखापाल और पंचायत सचिव से शो कॉज़ किया गया तथा निर्देश दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर अंकेक्षण कार्य पूर्ण नहीं होने पर सभी कर्मियों का वेतन स्थगित करते हुए विभागीय कारवाई की जाएगी।
सार्वजनिक कुओं के जीर्णोधार के संदर्भ मे प्रथम दृष्टया अभिलेखों के अवलोकन में पाया गया कि प्रपत्र 1 एवं 2 के जांच रिपोर्ट को पूर्ण रूप से संधारित किए बिना ही भुगतान किया गया है।
इसमें बिन्द, कतरीसराय, करायपरसुराय एवं चंडी प्रखण्ड के लेखापाल एवं पंचायत सचिव का वेतन तत्काल प्रभाव से स्थगित किया गया। सभी लेखपाल एवं पंचायत सचिव को निर्देश दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर सभी अभिलेखों को दुरुस्त करें।
DPRO द्वारा बताया गया कि यदि योजनाओं में राशि के भुगतान के पूर्व यदि योजना का मापी पुस्त, मास्टर रोल, योजना के क्रियान्वयन के पूर्व एवं बाद के फोटोग्राफ, अभिश्रव इत्यादि का संधारण तथा नियमानुसार रॉयल्टी, मालिकाना फीस, श्रम सेस, जीएसटी, टीडीएस इत्यादि की कटौती सुनिश्चित नहीं की जाती है तो इसे वित्तीय अनियमितता मानते हुए सभी संबंधितों पर अग्रेतर कारवाई की जाएगी।
डीपीआरओ ने Block Account Facilitators को निर्देश दिया कि 15वीं वित आयोग की योजना के संदर्भ में ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर दिख रहे ऑनलाइन कैशबुक एवं बैंक पासबुक का नियमित रूप से अवलोकन करें तथा अनियमितता पाए जाने पर लिखित रूप से सूचित करें। Block Account Facilitators ऐसे सभी transactions की सूची बनाएंगे ताकि सभी संबंधितों पर कारवाई की जा सके।
समीक्षा में यह भी पाया गया कि हरनौत प्रखण्ड के पचौरा पंचायत के लेखापाल नवनीत कुमारी द्वारा 15वीं वित आयोग द्वारा टाइड मद में प्राप्त राशि को ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर अनटाइड मद में प्रविष्टि कर दिया गया, जिससे टाइड मद से क्रियान्वित योजनाओं के भुगतान में समस्या आ रही है। शो कॉज़ के साथ ही इनका वेतन तत्काल प्रभाव से स्थगित किया गया।
रहुई प्रखण्ड के हवनपूरा पंचायत के तत्कालीन पंचायत सचिव उपेन्द्र कुमार सिंह के विरुद्ध सार्वजनिक कुआं जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण किए बिना राशि की अग्रिम निकासी, 14वीं वित मद से क्रियान्वित 2 योजनाओं में क्रमशः 1,22,170 एवं 4,75000 रुपए की अग्रिम निकासी के आलोक में प्रपत्र “क” गठित कर विभागीय कारवाई प्रारंभ की गई।
सिलाव प्रखण्ड के नानन्द पंचायत के पंचायत सचिव अरविन्द कुमार के विरुद्ध पंचायत सरकार भवन निर्माण में 14 लाख रुपये की अग्रिम निकासी एवं पंचायत सचिव सतीश चन्द्र सिन्हा के विरुद्ध मुख्यालय से लगातार अनुपस्थित रहने एवं किसी भी समीक्षात्मक बैठक में भाग नहीं लेने के आलोक में प्रपत्र “क” गठित कर विभागीय कारवाई प्रारंभ की जाएगी।
डीपीआरओ ने बताया कि विभागीय योजनाओं के वित्तीय प्रबंधन, अंकेक्षण एवं प्रेषित उपयोगिता प्रमाण पत्र की उपलब्धि के आधार पर ही विभाग की छवि परिलक्षित होती है, अतः इन कार्यों में नियमित रूप से अनुश्रवण करते हुए लापरवाही बरतने वाले लेखपालों एवं पंचायत सचिवों पर कारवाई की जाएगी।
साथ ही, लेखापालों एवं पंचायत सचिवों के कार्य आधारित ग्रेडिंग कर रैंकिंग की जाएगी तथा लगातार खराब प्रदर्शन करने वालों पर नियमानुसार अपेक्षित कारवाई की जाएगी।
कार्य दायित्व एवं ग्रेडिंग का प्रतिशत:
ऑडिट की पूर्णता का प्रतिशत – 30 प्रतिशत
प्रेषित उपयोगिता प्रमाण पत्र का प्रतिशत – 30 प्रतिशत
ई-ग्राम स्वराज के माध्यम से भुगतान के संदर्भ में तकनीकी सहयोग – 20 प्रतिशत
ग्राम पंचायतों के माध्यम से वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को उपलब्ध कराए गए राशि का प्रतिशत एवं अभिलेख संधारण – 20 प्रतिशत
बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना के निर्देशानुसार वर्ष 2022 का चलंत लोक अदालत के लिए दिनांक 18 नवंबर 22 को अनुमंडल कार्यालय राजगीर में आयोजन किया गया।
इस अदालत में मुहम्मद हसमुद्दीन अंसारी, जिला एवम सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष और श्री संतोष कुमार गुप्ता अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सप्तम सह प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार नालंदा के निर्देशन में श्री देवेन्द्र प्रसाद केशरी, सेवानिर्वित प्रधान न्यायाधीश ने न्यायिक सदस्य के रूप में चलंत लोक अदालत के बेंच का संचालन किया गया।
इस अदालत में बैंक ऋण के 19 मामलों का निपटारा किया गया जिसमे समझौते की राशि लगभग 10 लाख रुपए थी। दाखिल खारिज के कुल 143 में, 107 Cr PC ke 35 , 144 Cr.P.C ke 33 मामले निपटाए गया। इसके अतरिक्त बैंक, बिजली बिल, पानी , आपदा प्रबंधन के 12 मामले भी निपटाए गए।
इस मौके पर चलंत लोक अदालत के बेंच पर प्रतिनियुक्ति गैर न्यायिक सदस्य के रूप में श्री चन्द्र भूषण झा और श्री राकेश कुमार उपस्थित थे।
बेंच में सहयोग के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सहायक मुहम्मद आतिफ, कौशल और पीएलवी के रूप में रवि कुमार ने सहयोग किया।
वहीं दिनांक 19 नवंबर 22 को चलंत लोक अदालत की कार्यवाही प्रखण्ड कार्यालय, हिलसा में आयोजित की जायेगी, जहां हिलसा अनुमंडल अंतर्गत सभी का निपटारा किया जायेगा। आम जनों को सुचित किया जाता है की वे अपने मामले के निपटारा के लिए उपस्थित रहे।