Category: नीतीश कुमार

  • हमारे पास 7 पार्टियों के 164 विधायक, नीतीश-तेजस्वी ने एक साथ आकर सभी सवालों का दिया जवाब, PM को लेकर भी बताया

    लाइव सिटीज पटना: लाइव सिटीज पटना: मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाने जा रहे हैं. नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम साढ़े तीन बजे राजभवन जाकर राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके बाद शाम पांच बजे नीतीश कुमार फिर से राजभवन गए और उन्होंने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा. इस दौरान वहां तेजस्वी यादव और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी मौजूद थे. राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपने के बाद नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव एक साथ आकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. दोनों नेताओं ने एक सुर में कहा कि हमलोग मिलकर काम करेंगे और बिहार को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.

    सरकार का दावा पेश करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे पास सात पार्टियों का समर्थन है. इसमें 164 विधायक शामिल हैं. हम लोग मिलकर काम करेंगे और बिहार को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. आरसीपी सिंह का नाम लिए बिना नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा. नीतीश कुमार ने कहा है कि हमारे पास 164 विधायकों का समर्थन है. कुल सात पार्टियां मिलकर ये सरकार चलाने वाली है. हर कोई साथ मिलकर जनता की सेवा करने वाले हैं. वहीं पीएम उम्मीदवार को लेकर जब नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो उन्होंने बात करने से ही मना कर दिया.

    आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता विकल्प चाहती है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला, प्रधानमंत्री के सामने इसकी मांग की थी. देश में बेतहाशा महंगाई और बेरोजगारी है. हमें देश के संविधान को बचाना है. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि देश के माहौल को खराब किया जा रहा है. नीतीश कुमार ने निडर होकर निर्णय लिया है. बीजेपी के एजेंडे को बिहार में लागू नहीं होने देना है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार की जनता ने विपक्ष को संदेश दिया है कि जो मजबूती से जनता के सवालों के लिए लड़ता है, उसका साथ दिया जाता है. उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ने के लिए नीतीश कुमार को भी धन्यवाद दिया है. साफ कहा है कि बीजेपी ने साजिश के तहत पार्टी को खत्म करने का प्रयास किया था. पंजाब में अकाली के साथ भी ऐसा ही किया गया. 2024 में क्या नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार बनाया जाएगा, इस पर तेजस्वी यादव ने सिर्फ इतना कहा है कि ये फैसला नीतीश पर छोड़ दिया गया है. ये फैसला लेने का हक सिर्फ उनके पास है.

    इससे पहले नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं. इस दौरान वहां तेजस्वी यादव और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी मौजूद थे. हालांकि गवर्नर ने उन्हें शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया है. बताया जा रहा है कि राज्यपाल बाद में समय देंगे. नीतीश कुमार पत्र देकर राजभवन से पैदल ही वापस लौट गए हैं. माना जा रहा था कि कल यानी बुधवार को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. लेकिन राज्यपाल फागू चौहान ने अभी महागठबंधन को शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया है. ऐसे में अटकलें तेज है कि क्या इतना ड्रामा होने के बाद अब भी बिहार में कोई खेला होने वाला है. आखिर बीजेपी क्या सोच रही है.

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने राज्यपाल को सरकार बनाने का समर्थन पत्र सौंप दिया है. इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्होंने एनडीए सरकार में मिले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्हें बीजेपी के साथ एक नहीं कई दिक्कतें थीं. उनके नेता बाद में सबकुछ विस्तार से बता देंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री आवास से करीब 500 मीटर दूर राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की और अपना त्यागपत्र सौंप दिया. नीतीश जब राजभवन पहुंचे तो उसके बीच समर्थकों की भारी भीड़ ‘जिंदाबाद’ के नारे लगा रही थी. नीतीश कुमार बाद में तेजस्‍वी यादव से मिलने के लिए बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास के लिए निकल गए. राबड़ी देवी के घर से निकलने के बाद तेजस्वी और नीतीश कुमार साथ-साथ बाहर आए. इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल, लेफ्ट पार्टी और कांग्रेस के विधायक सीएम आवास पर पहुंचे. जहां नए गठबंधन के विधायक दलों की बैठक शुरू हुई. इसमें नीतीश कुमार को महागठबंधन के विधायक दल का नेता चुना गया. यानी अब तय हो गया कि महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे.

    The post हमारे पास 7 पार्टियों के 164 विधायक, नीतीश-तेजस्वी ने एक साथ आकर सभी सवालों का दिया जवाब, PM को लेकर भी बताया appeared first on Live Cities.

  • तेजस्वी के साथ नीतीश कुमार ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, राज्यपाल ने शपथ ग्रहण का नहीं दिया समय, अभी खेल बाकी?

    लाइव सिटीज पटना: मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाने जा रहे हैं. नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम साढ़े तीन बजे राजभवन जाकर राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इसके बाद वो यहां से सीधा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे जहां राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव ने उनका स्वागत किया. बाद में शाम पांच बजे नीतीश कुमार फिर से राजभवन गए और उन्होंने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा. इस दौरान वहां तेजस्वी यादव और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी मौजूद थे. नीतीश कुमार ने 164 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.

    नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. हालांकि गवर्नर ने उन्हें शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया है. बताया जा रहा है कि राज्यपाल बाद में समय देंगे. नीतीश कुमार पत्र देकर राजभवन से पैदल ही वापस लौट गए हैं. उनके साथ तेजस्वी यादव, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जीतन राम मांझी समेत महागठबंधन के प्रमुख नेता मौजूद रहे. माना जा रहा था कि कल यानी बुधवार को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. लेकिन राज्यपाल फागू चौहान ने अभी महागठबंधन को शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया है. ऐसे में अटकलें तेज है कि क्या इतना ड्रामा होने के बाद अब भी बिहार में कोई खेला होने वाला है. आखिर बीजेपी क्या सोच रही है.

    The post तेजस्वी के साथ नीतीश कुमार ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, राज्यपाल ने शपथ ग्रहण का नहीं दिया समय, अभी खेल बाकी? appeared first on Live Cities.

  • तेजस्वी के साथ जा रहें CM नीतीश?, मुकेश सहनी बोले-बीजेपी को हमारी हाय लगी है, 2017 में आपने क्या किया था, भूल गए

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में सियासी सरगर्मी काफी बढ़ गई है. सोमवार की देर शाम सियासी गतिविधि तेज हो गई हैं. अगले दो दिनों में राज्य में चार महत्वपूर्ण दलों के विधायक दल की बैठकें होंगी. इस बीच मंगलवार को होने वाली जेडीयू विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम आवास पर जेडीयू कोर टीम की मीटिंग बुलाई है. वहीं उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर बीजेपी की महत्वपूर्ण बैठक हो रही है. बिहार के मौजूदा सियासी संकट पर यह बैठक हो रही है. इस बीच बिहार एनडीए से निकाले गए VIP सुप्रीमो और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि नीतीश कुमार अगर तेजस्वी के साथ जाने का फैसले करते हैं तो यह बिहार की जनता और उनकी पार्टी के लिए ठीक रहेगा.

    बिहार में मचे सियासी बवाल के बीच मुकेश सहनी ने कहा कि पूरे बिहार के निषाद समाज और हमारी पार्टी का हाय लगा है. बीजेपी को आज ये दिन जो देखना पड़ रहा है वो तो होना ही था. सहनी ने कहा कि जिस प्रकार बीजेपी की राजनीति है, खासकर जिसकी अंगुली के सहारे खड़े होते हैं, उन्हीं को खत्म करने का साजिश रचते हैं. जैसे महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ किया और बिहार में नीतीश कुमार के साथ और हमारे साथ हुआ. वहीं जनादेश की चोरी पर मुकेश सहनी ने कहा कि जब 2017 में आरजेडी के साथ सरकार बना हुआ था तब आपने क्या किया था. उस दिन भी तो आप जनादेश का चोरी किए थे. मुकेश सहनी के विधायक को आप अपने पाले में ले लिए, ये जनादेश का अपमान नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अगर तेजस्वी के साथ जाने का फैसले करते हैं तो यह बिहार की जनता और उनकी पार्टी के लिए ठीक रहेगा.

    बता दें कि बिहार की मौजूदा सियासी हालात को देखते हुए अगले 24 घंटे बैठकों का दौर जारी है. बिहार की सभी पार्टियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और आगे की रणनीति तय करने में जुट गई हैं. जदयू ने मंगलवार को सभी सांसदों, विधायकों और एमएलसी की बैठक बुलाई है. आरजेडी की भी कल विधायकों की बैठक होनी है. कांग्रेस और जीतन राम मांझी ने भी विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है. हालांकि बीजेपी अभी वेट एंड वॉच की स्थिति में है. मौजूदा हालात पर नजर बनाए हुए है. सियासी हलचल के बीच भाजपा के कई दिग्‍गज नेता बिहार से दिल्‍ली के लिए रवाना हो चुके हैं. इन नेताओं के दिल्‍ली जाने से राजनीतिक कयासबाजियों का दौर भी शुरू हो गया है.

    बतातें चलें कि नीतीश कुमार ने पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों एवं विधान पार्षदों की अहम बैठक मंगलवार को बुलाई है. इसमें पार्टी के बड़े नेता भी शामिल होगें. इस बैठक पर सत्ता एवं विपक्षी दोनों गठबंधन के दलों की निगाहें बनी हुई है. वहीं आरजेडी, कांग्रेस, हम और सीपीआईएमएल ने भी विधायक दलों की बैठक बुलाई है जिसमें विधायक के साथ ही पार्टी के बड़े नेता शामिल हो रहें हैं. आरजेडी की बैठक राबड़ी आवास में बुलाई गई है, जिसमें तेजस्वी यादव पार्टी के विधायकों एवं नेताओं के साथ राज्य की वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा करेंगे. वहीं कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने पार्टी के बिहार प्रभारी भक्तचरण दास भी पटना पहुंच रहें हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि आज शाम सभी विधायकों को पटना बुलाया गया है. बिहार में राजनीतिक बदलाव हो सकता है.

    The post तेजस्वी के साथ जा रहें CM नीतीश?, मुकेश सहनी बोले-बीजेपी को हमारी हाय लगी है, 2017 में आपने क्या किया था, भूल गए appeared first on Live Cities.

  • बिहार में सत्ता परिवर्तन का फाइनल राउंड, बीजेपी को छोड़ तेजस्वी के साथ जाएंगे CM नीतीश?, अगले 24 घंटे NDA के लिए भारी

    लाइव सिटीज पटना: बिहार की सियासत के लिए आने वाले 24 घंटे काफी अहम है. आने वाले 24 घंटे में बिहार की राजनीति की नई दिशा तय हो सकती है. तो दूसरी ओर एनडीए की सरकार संकट में नजर आ रही है. जिस तरह से नीतीश कुमार ने लगातार बीजेपी से दूरी बनाई है, उससे तो ये साफ संकेत मिल रहे हैं कि नीतीश कुमार बड़ा कदम उठाने का मन बना चुके हैं. बीजेपी को छोड़कर राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियों ने विशेष बैठक बुलाई है, जिसमें राज्य की वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा हो सकती है. ऐसे में माना जा रहा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर बीजेपी से गठबंधन तोड़ सकते हैं. इतना ही नहीं वह आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट के साथ मिलकर नई सरकार का गठन कर सकते हैं.

    बिहार की मौजूदा सियासी हालात को देखते हुए अगले 24 घंटे बैठकों का दौर जारी है. बिहार की सभी पार्टियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और आगे की रणनीति तय करने में जुट गई हैं. जदयू ने मंगलवार को सभी सांसदों, विधायकों और एमएलसी की बैठक बुलाई है. आरजेडी की भी कल विधायकों की बैठक होनी है. कांग्रेस और जीतन राम मांझी ने भी विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है. हालांकि बीजेपी अभी वेट एंड वॉच की स्थिति में है. मौजूदा हालात पर नजर बनाए हुए है. सियासी हलचल के बीच भाजपा के कई दिग्‍गज नेता बिहार से दिल्‍ली के लिए रवाना हो चुके हैं. इन नेताओं के दिल्‍ली जाने से राजनीतिक कयासबाजियों का दौर भी शुरू हो गया है. दिल्‍ली जाने वालों में बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता और उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, मंत्री नितिन नवीन, रविशंक प्रसाद, सतीश चंद्र दुबे आदि शामिल हैं.

    बिहार के मौजूदा सियासी घटनाक्रम पर RJD नेता मनोज झा ने कहा कि बिहार में सरोकार परिवर्तन होना आवश्यक है. सत्ता परिवर्तन के माध्यम से हो या ना हो बीते 48 घंटे घंटे में जो हमने देखा है, उससे तमाम बिहार के लोगों को अस्थिर कर दिया है और यही वजह है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने ऑफर मिलने पर सरकार बनाने के सवाल पर कहा कि हम जनता के साथ हैं. जनता के हित के लिए और दंगाइयों की सरकार को रोकने के लिए हम हर कदम उठाने के लिए तैयार हैं. हालांकि इस मामले पर जदयू के बड़े नेता कुछ नहीं बोल रहे हैं. लेकिन जेडीयू सांसद रामप्रीत मंडल ने बताया कि वह 8 अगस्‍त को पटना पहुंच रहे हैं. हाथ में टर्निंग पॉइंट्स किताब लिए रामप्रीत मंडल ने कहा कि हो सकता है कि उनके पटना पहुंचने से पहले ही कुछ हो जाए.

    बता दें कि नीतीश कुमार ने पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों एवं विधान पार्षदों की अहम बैठक मंगलवार को बुलाई है.इसमें पार्टी के बड़े नेता भी शामिल होगें. इस बैठक पर सत्ता एवं विपक्षी दोनो गठबंधन के दलों की निगाहें बनी हुई है. वहीं आरजेडी,कांग्रेस,हम और सीपीआईएमएल ने भी विधायक दलों की बैठक बुलाई है जिसमें विधायक के साथ ही पार्टी के बड़े नेता शामिल हो रहें हैं.आरजेडी की बैठक राबड़ी आवास में बुलाई गई है जिसमे तेजस्वी यादव पार्टी के विधायकों एवं नेताओं के साथ राज्य की वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा करेंगे. वहीं कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने पार्टी के बिहार प्रभारी भक्तचरण दास भी पटना पहुंच रहें हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि आज शाम सभी विधायकों को पटना बुलाया गया है. बिहार में राजनीतिक बदलाव हो सकता है.

    The post बिहार में सत्ता परिवर्तन का फाइनल राउंड, बीजेपी को छोड़ तेजस्वी के साथ जाएंगे CM नीतीश?, अगले 24 घंटे NDA के लिए भारी appeared first on Live Cities.

  • बिहार की सियासत में भूचाल आने वाला है?, JDU और RJD के सभी विधायकों को तुरंत बुलाया गया पटना, मांझी भी कर रहें बैठक

    लाइव सिटीज पटना: आरसीपी सिंह के जेडीयू से इस्तीफे के बाद से बिहार की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. बिहार की पॉलिटिक्स में आने वाले कुछ दिन काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. दरअसल जदयू और आरजेडी के सभी विधायकों को तुरंत पटना आने को कहा गया है. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू सांसदों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद रहेंगे. रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित नीति आयोग की बैठक में भी नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए. वहीं दूसरी ओर आज यानी रविवार को जेडीयू नेता और बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि उनकी पार्टी केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी. इसके बाद ललन सिंह ने भी कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल होने की क्या जरूरत है. 2019 में नीतीश कुमार का निर्णय था कि हम मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगे. ऐसे में बिहार के सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म है. क्या बिहार की सियासत में भूचाल आने वाला है क्या.

    दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 9 अगस्त को जेडीयू सांसदों की बैठक बुलाई है. पार्टी के सभी सांसदों को सोमवार शाम तक पटना आने के लिए कहा गया है. इस बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद रहेंगे. बैठक का विषय अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है. हालांकि बताया जा रहा है कि बीजेपी का साथ गठबंधन के भविष्य को लेकर चर्चा हो सकती है. वहीं जदयू के साथ ही आरजेडी के सभी विधायकों को तुरंत पटना आने को कहा गया है. वहीं दूसरी ओर 9 अगस्त को HAM विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के आवास पर यह मीटिंग होनी है. बताया जा रहा है कि मौजूदा सियासी हालात को लेकर बैठक होगी.

    हाल ही में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने गठबंधन पर कहा कि आज हैं कल किसका भरोसा. उन्होंने कहा कि हम बीजेपी से गठबंधन की बात को नकार नहीं रहे हैं. मगर अभी इस पर बात करने का कोई मतलब नहीं है. जब चुनाव आएंगे तब देखा जाएगा. ललन सिंह ने कहा कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को लेकर एक साजिश रची गई थी, चिराग मॉडल. उसका क्या हश्न हुआ सबको पता है. ललन सिंह ने बीजेपी का नाम लिए बगैर तगड़ा निशाना साधा. उन्होंने कहा, साजिश कौन कर रहा है. सबको पता है. वक्त आएगा तो खुलकर बता देंगे. ललन सिंह ने चिराग मॉडल की तरह एक और मॉडल तैयार किया जा रहा था. जिसको समय रहते समझ कर सही कर लिया गया.

    बता दें कि नीतीश कुमार लगातार बीजेपी के रवैया से नाराज चल रहे हैं. उन्होंने BJP से दूरी बनानी शुरू कर दी. ऐसे कई मौके आए जब नीतीश कुमार को दिल्ली जाना था, लेकिन वे नहीं गए. पहला मौका उस समय आया जब गृह मंत्री अमित शाह ने सभी NDA शासित राज्यों के सीएम को तिरंगा झंडा फहराने के लिए दिल्ली बुलाया था, लेकिन वे नहीं गए. वहीं दूसरा मौका तब आया जब पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विदाई समारोह में नीतीश कुमार को निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वो नहीं गए. उसी तरह नई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में भी नीतीश कुमार ने दूरी बनाए रखी. जबकि आज यानी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित नीति आयोग की बैठक में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए. ऐसे में बिहार के सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म है. क्या बिहार की सियासत में भूचाल आने वाला है क्या.

    The post बिहार की सियासत में भूचाल आने वाला है?, JDU और RJD के सभी विधायकों को तुरंत बुलाया गया पटना, मांझी भी कर रहें बैठक appeared first on Live Cities.

  • तेजस्वी, षड्यंत्र, ‘चिराग मॉडल’, JDU का एक ही मालिक, अभी ट्रेलर फिल्म बाद में, ललन सिंह आज खूब बोले, कई संकेत भी दिए

    लाइव सिटीज पटना: आरसीपी सिंह के जदयू छोड़ने के बाद बिहार का सियासी तापमान सातवें आसमान पर है. बिहार की सियासत में कहे या जदयू के अंदर घमासान मचा हुआ है. आरसीपी सिंह जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू पर हमलावर हैं. आरसीपी सिंह के आरोप पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने करारा जवाब दिया है. ललन सिंह ने पटना स्थित पार्टी दफ्तर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर षड्यंत्र, ‘चिराग मॉडल’, JDU का एक ही मालिक, अभी ट्रेलर फिल्म बाद देखिएगा इन तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की. ललन सिंह ने कहा कि पार्टी का मालिक एक है, जिसका नाम नीतीश कुमार हैं. वहीं आरसीपी सिंह को लेकर कहा कि वह कभी संघर्ष के साथ नहीं रहे. वह केवल सत्ता के साथी रहे. साथ ही ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश रची जा रही थी.

    ललन सिंह ने कहा कि जदयू डूबता हुआ जहाज नहीं, दौड़ता हुआ जहाज है. ये आने वाला वक्त बताएगा. नीतीश कुमार ने समय रहते भाप लिया और जहाज को ठीक कर दिया. उन्होंने कहा, जो कहते है, जदयू डूब जाएगी. आपको पता है, जब जहाज डूबता है तो सबसे पहले कौन भागता है. वो सत्ता के साथी है. इसलिए पार्टी को छोड़कर भाग गए. केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू के शामिल होने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल होने की क्या जरूरत है. 2019 में नीतीश कुमार का निर्णय था कि हम मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगे. देश में महंगाई के मुद्दे को राजद के उठाने को लेकर ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी को लगता है यह जनता का मुद्दा है. उन्होंने उठाया है तो हम विरोध क्यों करें.

    ललन सिंह ने कहा कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को लेकर एक साजिश रची गई थी, चिराग मॉडल. उसका क्या हश्न हुआ सबको पता है. उन्होंने कहा, ठीक उसी तरह से एक और मॉडल तैयार किया जा रहा था. जिसको समय रहते समझ कर सही कर लिया गया. ललन सिंह ने बीजेपी का नाम लिए बगैर तगड़ा निशाना साधा. उन्होंने कहा, साजिश कौन कर रहा है. सबको पता है. वक्त आएगा तो खुलकर बता देंगे. आरसीपी सिंह के आरोप पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने करारा जवाब देते हुए कहा कि आरसीपी सिंह को तो जाना ही था. क्योंकि उनका तन जदयू में था और मन कहीं और था. साथ ही ललन सिंह ने कहा कि 2020 चुनाव में नीतीश कुमार के खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया था चिराग पासवान के रूप में और अब आरसीपी सिंह के रूप में रचा जा रहा था.

    ललन सिंह ने कहा कि सत्ता हाथ से चला गया, इसीलिए आरसीपी सिंह बौखला गए हैं. उन्होंने कहा कि 2020 चुनाव में एक षड्यंत्र रचा गया था चिराग के रूप में और अब आरसीपी सिंह के रूप में रचा जा रहा था. षड्यंत्र रचने वालों की अब पहचाई हो गई है. ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार भूंजा खाते है उसमें भी आरसीपी को आपत्ति है. भूंजा खाकर ही इतना विकास कर दिए कि आज पूरी दुनिया में नीतीश कुमार के विकास की चर्चा हो रही है. राज्यसभा टिकट नहीं देने के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि राज्यसभा का टिकट नहीं भी मिला था तो संघर्ष करना चाहिए था. ललन सिंह ने दावा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश हुई थी. उसका भी खुलासा करेंगे. ललन सिंह ने कहा कि हमलोग केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल नहीं होंगे क्योंकि 2019 में सीएम नीतीश कुमार ने फैसला लिया था. 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का आरसीपी सिंह का फैसला था.

    बता दें कि जदयू से इस्तीफा देने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमला बोल रहे हैं. साथ ही उन्होंने जदयू के दो सीनियर लीडर ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा पर भी निशाना साधा है. आरसीपी सिंह पर आरोप है कि उन्होंने परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की है. शनिवार को जदयू ने अपने कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से जवाब मांगा था. जेडीयू कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की गई.

    The post तेजस्वी, षड्यंत्र, ‘चिराग मॉडल’, JDU का एक ही मालिक, अभी ट्रेलर फिल्म बाद में, ललन सिंह आज खूब बोले, कई संकेत भी दिए appeared first on Live Cities.

  • RCP सिंह प्रकरण में CM नीतीश हुए एक्टिव, बुलाई बैठक, सभी को पटना में रहने का निर्देश, कुछ बड़ा होने वाला है क्या?

    लाइव सिटीज पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने जनता दल यूनाइटेड यानी जदयू से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे से बिहार की सियासत में घमासान मचा हुआ है. इस्तीफा देने के बाद आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला हैं. वहीं जदयू की ओर RCP सिंह को जवाब दिया गया है कि कल नीतीश कुमार के साथ थे, आज हमला कर रहे हैं. वहीं आरसीपी प्रकरण पर बीजेपी ने भी चुप्पी साध ली है. दरअसल जेडीयू द्वारा आरसीपी सिंह के खिलाफ अकूत संपत्ति बनाने का आरोप लगाकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जिसके बाद उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से शनिवार देर शाम इस्तीफा दे दिया. हालांकि इस मामले में नीतीश कुमार का कोई बयान तो सामने नहीं आया है. लेकिन वह एक्टिव हो गए हैं. सीएम ने पार्टी के सभी सांसदों की बैठक बुलाई है.

    दरअसल आरसीपी प्रकरण में सीएम नीतीश कुमार एक्टिव हो गए हैं. सीएम नीतीश 9 अगस्त को पार्टी के सभी सांसदों के साथ बैठक करेंगे . जदयू के सभी सांसदों को पटना में रहने का निर्देश दिया गया है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह समेत पार्टी के सभी सांसद इस बैठक में मौजूद रहेंगे. इस बैठक में सीएम क्या करने वाले हैं. इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. वहीं अब आरसीपी सिंह को जवाब देने के लिए खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह सामने आ रहे हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह आज दोपहर 4:00 बजे प्रेस कांफ्रेंस करने जा रहे हैं. यह बात लगभग तय मानी जा रही है कि ललन सिंह आरसीपी सिंह की तरफ से बोले गए हमलों का जवाब देंगे. आरसीपी सिंह पर ललन सिंह आज कई बड़े खुलासे कर सकते हैं. इस प्रेस कांफ्रेंस में जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी मौजूद रहेंगे.

    बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. जेडीयू द्वारा आरसीपी सिंह के खिलाफ अकूत संपत्ति बनाने का आरोप लगाकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जिसके बाद उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से शनिवार देर शाम इस्तीफा दे दिया. जदयू से इस्तीफा देने के बाद आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार सात जन्म में भी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे. जेडीयू डूबता हुआ जहाज है, अब इस पार्टी में कुछ नहीं बचा है. वहीं अपने ऊपर लगे आरोपों पर आरसीपी सिंह ने कहा कि सब कुछ का इलाज हो सकता है, ईर्ष्या का नहीं. आज मेरे ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है. मेरे या मेरी बेटी के नाम पर जो भी जमीन है उसके सारे दस्तावेज हैं. इनकम टैक्स के रिटर्न फाइल में सबका जिक्र है.

    बता दें कि शनिवार को जदयू ने अपने कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से जवाब मांगा था. जेडीयू कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की गई. उमेश सिंह कुशवाहा ने सिंह को पत्र में लिखा है कि आप अच्छी तरह से जानते हैं कि हमारे नेता (नीतीश कुमार) भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के साथ काम कर रहे हैं और वह अपने लंबे राजनीतिक करियर में बेदाग रहे हैं. वहीं जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह खुलासा करना उचित नहीं है कि आरोप किसने लगाए हैं. लेकिन स्पष्टीकरण मांगा गया है. पार्टी उनके जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई तय करेगी.

    The post RCP सिंह प्रकरण में CM नीतीश हुए एक्टिव, बुलाई बैठक, सभी को पटना में रहने का निर्देश, कुछ बड़ा होने वाला है क्या? appeared first on Live Cities.

  • जदयू से इस्तीफा देते ही RCP सिंह ने नीतीश कुमार पर लगाए कई गंभीर आरोप, कहा-JDU डूबता हुआ जहाज, अब कुछ नहीं बचा

    लाइव सिटीज पटना: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रह चुके आरसीपी सिंह ने जदयू से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने नया संगठन बनाने का संकेत दिया है. इससे पहले सुबह ही पार्टी ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और उन्हें नोटिस भेजकर जवाब मांगा था. जदयू से इस्तीफा देते ही आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अपने ऊपर लगे गंभीर आरोप पर आरसीपी सिंह ने कहा कि साजिश के तहत आरोप लगाया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कार्यकर्ताओं से भी साथ चलने का आह्वान किया है.

    आरसीपी सिंह ने इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी. तो नीतीश कुमार के पास कितने एमपी थे, उसके बावजूद भी उस पार्टी के लोगों ने इन्हें केंद्र में रेलवे मंत्रालय दिया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने में बीजेपी की अहम भूमिका रही. अटल-आडवाणी की बदौलत ही नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. आरसीपी सिंह ने कहा कि आज बीजेपी की कृपा से ही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने हैं. 43 विधायक वाली पार्टी को बीजेपी ने मुख्यमंत्री बनाया है.

    आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि राज्यसभा टिकट काटे जाने से पहले उन्होंने बात तक नहीं की. कोई कटसी भी नहीं निभाई, यह कहने की कि आपका टिकट काटा जा रहा है. आरसीपी सिंह ने कहा कि बार-बार यह कहा जा रहा था कि राज्यसभा में आरसीपी सिंह के दो टर्म हो चुके हैं. तो मैं पूछता हूं कि यह नियम तो और लोगों पर भी लागू होता है. सीएम नीतीश का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि खुद कितने टाइम से रह रहे हैं. नियम तो सभी पर बराबर लागू होगा.

    आरसीपी सिंह ने कहा कि मैंने सारी बातों पर सोच-विचार कर फैसला किया है. फिलहाल मैं मीडिया के माध्यम से इस्तीफा देने की घोषणा करता हूं, इसके तुरंत बाद में पार्टी को पत्र भी भेज दूंगा. मैंने पिछले कई महीनों से देखा है कि पार्टी में अब कुछ नहीं बच गया है. पार्टी में एक कार्यक्रम तक नहीं हो रहा. पिछला कार्यक्रम मैंने पिछले वर्ष 4 जुलाई को किया था. पार्टी कार्यकर्ताओं का क्या हाल बना कर रखा गया. आरसीपी सिंह ने कहा कि बिना कुछ सोचे-समझे पार्टी ने मुझे पत्र भेज दिया, मुझसे व्यक्तिगत रूप से पूछा भी जा सकता था. मगर पार्टी ने ऐसा नहीं किया.

    बता दें कि जदयू के कोटे से केन्द्र में मंत्री रहे आरसीपी सिंह को कुछ वक्त पहले ही मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. दरअसल पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का टिकट नहीं दिया और उनका कार्यकाल खत्म हो गया था. इतना ही नहीं वो पार्टी में लंबे समय से उपेक्षित भी थे. अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में उन पर अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया. ये उनकी छवि को बदनाम करने की कोशिश थी. राज्यसभा के लिए एक और कार्यकाल से इनकार से उनका मंत्री पद भी चला गया और पार्टी में उनके करीबी समझे जाने वाले नेताओं को बाहर कर दिया गया.

    बतातें चलें कि बिहार जेडीयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को कारण बताओ नोटिस भेजकर अकूत संपत्तियों और अनियमितताओं पर जवाब मांगा है. उमेश कुशवाहा के द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें यह उल्लेख है कि अब तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति निबंधित की गई है. इसमें कई तरह की अनियमितताएं नजर आ रही हैं. जदयू ने आरसीपी सिंह से पूछा कि आप इस बात से अवगत हैं कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस पर काम करते हैं और इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद नेता पर कभी कोई दाग नहीं लगा और ना उन्होंने कोई संपत्ति बनाई. इसलिए निर्देशानुसार पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि परिवाद के बिंदुओं पर बिंदुवार अपनी राय से पार्टी को तत्काल अवगत कराएं.

    The post जदयू से इस्तीफा देते ही RCP सिंह ने नीतीश कुमार पर लगाए कई गंभीर आरोप, कहा-JDU डूबता हुआ जहाज, अब कुछ नहीं बचा appeared first on Live Cities.

  • नीतीश कुमार के मन में क्या है?, एक महीने में दूसरी बार PM मोदी की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे CM नीतीश, अटकलें तेज

    लाइव सिटीज पटना: बिहार की सियासत में इन दिनों काफी कुछ हो रहा है. हाल के दिनों में बीजेपी और जेडीयू के बीच रिश्तों में तल्खी थोड़ी बढ़ गई है. कई मुद्दों पर बीजेपी और जेडीयू के सुर अलग-अलग रहे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार शामिल नहीं होंगे. एक महीने के अंदर यह दूसरी बार होगा, जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे. ऐसे में बिहार के सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार गर्म है. आखिर नीतीश कुमार के मन में क्या चल रहा है. क्या बिहार में कोई बड़ा सियासी बदलाव होने वाला है क्या.

    दरअसल सोमवार, 8 अगस्त 2022, को पीएम मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की दिल्ली में बैठक होने जा रही है और इस बैठक में सीएम नीतीश शामिल नहीं होंगे. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार नीति आयोग की बैठक में डिप्टी सीएम तारकिशोर को भेजना चाहते थे लेकिन उनको बताया गया कि इस बैठक में केवल मुख्यमंत्री ही शामिल हो सकते हैं. बता दें कि नीतीश कुमार नीति आयोग की रैंकिंग से नाराज रहते हैं. नीति आयोग की रैंकिंग में बिहार को विकसित राज्यों में सबसे हमेशा नीचे रखा जाता है और इसे लेकर नीतीश कुमार ने अपनी नाराजगी भी जताई है.

    बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले महीने तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए पीएम मोदी द्वारा आयोजित रात्रिभोज और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई मुख्यमंत्रियों की बैठक में भी नीतीश कुमार ने हिस्सा नहीं लिया था. नीतीश कुमार ने उस बैठक में राज्य के डिप्टी सीएम को भेजा था. बतातें चलें कि बीजेपी और जेडीयू के बीच काफी समय से शह मात का खेल हो रहा है. हालांकि इसमें अभी बड़े नेताओं की एंट्री नहीं हुई है. ना तो नीतीश कुमार करीबी बीजेपी की खिलाफत करते हैं ना ही बीजेपी का केन्द्रीय नेतृत्व खुलेआम कुछ कहता है.

    The post नीतीश कुमार के मन में क्या है?, एक महीने में दूसरी बार PM मोदी की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे CM नीतीश, अटकलें तेज appeared first on Live Cities.

  • RCP सिंह ने बेहिसाब संपत्ति बना ली, लेकिन ये मामला अभी तक सामने क्यों नहीं आया था?, एक और चौंकाने वाला खुलासा

    लाइव सिटीज पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और एक समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे आरसीपी सिंह पर उनकी ही पार्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा है. जेडीयू का आरोप है कि आरसीपी सिंह ने पार्टी में रहते हुए करोड़ों रुपये की बेहिसाब संपत्ति अपने और अपने परिवार के नाम कर दी. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. जिसे लेकर बिहार की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. वहीं इस मामले की पार्टी में शिकायत करने वाले और रहुई प्रखंड (नालंदा) के जेडीयू अध्यक्ष संजय कुमार पटेल उर्फ राकेश कुमार ने शनिवार को एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है.

    जब आरसीपी सिंह मामले को लेकर रहुई प्रखंड (नालंदा) के जेडीयू अध्यक्ष संजय कुमार पटेल उर्फ राकेश कुमार यानी शिकायतकर्ता से पूछा गया कि आखिर ये मामला अभी ही उन्होंने क्यों सामने लाया?. इस पर संजय कुमार ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि इसकी जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई बार देना चाहा, लेकिन आरसीपी सिंह के आगे-पीछे रहने वाले लोग मिलने नहीं देते थे. इनके डर से हम लोग हिम्मत भी नहीं जुटा पाते थे. उन्होंने कहा कि कई बार हिम्मत जुटाई और लिखा भी था हम लोगों ने लेकिन किसी भी चीज का समय होता है. इसलिए अभी हुआ है. दरसल एक समय आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दाहिने हाथ थे. पार्टी में उनकी खूब चलती थी.

    बता दें कि रहुई प्रखंड (नालंदा) के जेडीयू अध्यक्ष संजय कुमार ने ही पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को लिखित में आरसीपी सिंह मामले में आवेदन दिया था. आवेदन के जरिए शीर्ष नेतृत्व को इसकी जानकारी दी गई कि पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने वर्ष 2013 से 2022 तक पार्टी में रहते हुए करोड़ों रुपये की बेहिसाब संपत्ति अपने और अपने परिवार के नाम कर दी. जदयू नेता ने सबूत के साथ बताया कि आरसीपी सिंह ने नालंदा जिले के अस्थावां ब्लॉक में 40 बीघा, इस्लामपुर ब्लॉक में 30 बीघा, राजगीर और बिहार ब्लॉक में भी इनके नाम या इनके परिवार के नाम पर काफी जमीन है. जिसके बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.

    आरसीपी सिंह पर साल 2013-2022 तक प्रॉपर्टी अर्जित करने का आरोप है. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें बताया गया है कि आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति बनाई गई है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर विश्वास रखती है. सूचना मिलने पर उसी के आधार पर पार्टी ने नोटिस जारी किया है. पार्टी ने नोटिस जारी कर आरसीपी सिंह से पार्टी में शीर्ष स्तर पर रहते हुए जो भी संपत्ति अर्जित की उसके बारे में जानकारी देने को कहा है. पार्टी को उनके जवाब का इंतजार है, उसके बाद ही पार्टी आगे की कार्रवाई करेगी.

    बता दें कि बिहार जेडीयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को कारण बताओ नोटिस भेजकर अकूत संपत्तियों और अनियमितताओं पर जवाब मांगा है. उमेश कुशवाहा के द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें यह उल्लेख है कि अब तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति निबंधित की गई है. इसमें कई तरह की अनियमितताएं नजर आ रही हैं. जदयू ने आरसीपी सिंह से पूछा कि आप इस बात से अवगत हैं कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस पर काम करते हैं और इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद नेता पर कभी कोई दाग नहीं लगा और ना उन्होंने कोई संपत्ति बनाई. इसलिए निर्देशानुसार पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि परिवाद के बिंदुओं पर बिंदुवार अपनी राय से पार्टी को तत्काल अवगत कराएं.

    The post RCP सिंह ने बेहिसाब संपत्ति बना ली, लेकिन ये मामला अभी तक सामने क्यों नहीं आया था?, एक और चौंकाने वाला खुलासा appeared first on Live Cities.