Category: नॅशनल न्यूज़

  • नीतीश कुमार ने यूपी के सीएम योगी को लिखी चिट्ठी.. जानिए क्यों.. क्यों करनी पड़ी ये मांग.. ?

    आज कल बीजेपी और जेडीयू एक दूसरे का कट्टर दुश्मन हो गई है । दोनों पार्टियां एक दूसरे पर वार-पलटवार करने में नहीं चूक रही है.. जब भी मौका मिलता है.. बीजेपी, जेडीयू पर हमलावर हो जाती है । बिहार में गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी लगातार नीतीश सरकार पर अटैक कर रही है । नीतीश कुमार को मौकापरस्त बता रही है । इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी है ।

    योगी को क्यों लिखी चिट्ठी
    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( Nitish Kumar) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को एक खत लिखा है. जिसमें जयप्रकाश नारायण (Jai Praksh Narayan) के गांव का मुद्दा उठाया गया है । नीतीश कुमार ने यूपी-बिहार बॉर्डर (Bihar-UP Border) स्थित जेपी के पैतृक गांव सिताबदियारा के लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है.

    नीतीश कुमार ने क्या कहा
    बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सिताबदियारा में चल रही परियोजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुरुआत की. इस दौरान यूपी में विकास कार्यों की धीमी गति पर दुख जताया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सिलसिले में सात अक्टूबर को यूपी सरकार (CM Nitish Letter To CM Yogi Adityanath) को चिट्ठी लिखी है.

    नीतीश के खत में क्या है
    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने योगी सरकार को जो पत्र लिखा है .. उसमें कहा गया है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताबदियारा गांव में बारिश के दिनों में कटाव का खतरा बना रहता था. इस इलाके को बाढ़ से बचाने के लिए साल 2017-18 में घाघरा नदी की ओर से एक रिंग डैम बनाने का कार्य शुरू किया गया था. जिसमें बिहार में लगभग चार किलोमीटर और उत्तर प्रदेश में लगभग साढ़े तीन किमी की लंबाई में रिंग डैम का काम शुरू किया गया. इस रिंग डैम की लंबाई लगभग साढ़े सात किमी है. वहीं यह कार्य बिहार वाले क्षेत्र में पूरा हो गया लेकिन, यूपी के क्षेत्र का कार्य अभी भी पेंडिंग है.

    कहां से कहां तक पेंडिंग
    सीएम नीतीश कुमार ने खत में बताया है कि हाजीपुर-गाजीपुर एनएच 31 से सिताब दियारा तक जाने वाली बीएसटी मेन डैम की लंबाई लगभग साढ़े छह किमी है. जिसमें करीब तीन किमी लंबी सड़क का काम उत्तर प्रदेश के राज्यक्षेत्र में पेंडिंग है. साथ ही सिताब दियारा रिंग बांध के अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम को बीएसटी मुख्य बांध से जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जो काम शुरू की गई थी. अभी तक पूरी नहीं हुई है. जिसे जल्द से जल्द पूरा कर दिया जाए।

    कहां है सिताब दियारा
    संपूर्ण क्रांति के प्रणेता, नीतीश और लालू के राजनीतिक गुरु जयप्रकाश नारायण का जन्म सिताब दियारा में हुआ था। सिताबा दियारा गांव बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है। ये गांव गंगा और घाघरा नदी के संगम पर है । हालांकि ये बिहार के सारण जिला में आता है ।

  • आतंकी मॉड्यूल का बिहारशरीफ कनेक्शन.. NIA की छापेमारी.. जानिए किसे हिरासत में लिया

    आतंकी संगठन का PFI के टेरर मॉड्यूल का बिहारशरीफ कनेक्शन सामने आया है । राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानि NIA की टीम आज बिहारशरीफ पहुंची। देश विरोधी गतिवधियों में शामिल लोगों के खिलाफ NIA की जांच चल रही है । इसी सिलसिले में NIA ने आज बिहार भर में 32 ठिकानों में छापेमारी की । उसमें बिहारशरीफ भी शामिल है ।

    बिहारशरीफ में कहां रेड
    एनआईए की टीम आज सुबह-सुबह बिहारशरीफ के खासगंज मोहल्ला पहुंची। जहां SDPI के प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर के घर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि छापेमारी के वक्त शमीम अख्तर घर पर मौजूद नहीं थे। आपको बता दें कि शमीम अख्तर का नाम फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल में सामने आया है । जिसमें 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए आतंकियों को हथियारों की ट्रेनिंग दी रही थी। साथ ही पटना दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की साजिश रची गई थी।

    किसे हिरासत में लिया
    SDPI के प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर घर पर मौजूद नहीं थे। जिसके बाद NIA की टीम ने शमीम अख्तर के छोटे भाई दानिश को हिरासत में लेकर सोहसराय थाना पहुंची। सोहसराय थाना में NIA की टीम ने दानिश से पूछताछ की। उसके बाद कुछ कागजातों पर दानिश का दस्तखत लेने के बाद उसे छोड़ दिया गया।

    लौटे शमीम अख्तर
    जब NIA की छापेमारी खत्म हो गई और NIA की टीम बिहारशरीफ से पटना के लिए लौट गई तब शमीम अख्तर अपने घर पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने कहा कि 13 जुलाई को फुलवारी शरीफ में जो कांड हुआ था, उसी सिलसिले में एनआईए की टीम सर्च वारंट लेकर आई थी।

    बीजेपी पर बोला हमला
    SDPI के प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर ने NIA की छापेमारी को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ईडी, एनआईए, सीबीआई को अपनी कठपुतली बनाकर लोगों को परेशान करने का काम कर रही है। शमीम अख्तर ने कहा की आज केंद्र सरकार के द्वारा लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।

    कौन हैं शमीम अख्तर
    पटना पुलिस द्वारा फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में जो मुकदमा दर्ज कराया गया है उसमें नालंदा जिले के सोहसराय थाना इलाके के खासगंज के रहने वाले शमीम अख्तर को भी आरोपी बनाया गया है। FIR में तीसरा नाम शमीम अख्तर का ही है। शमीम अख्तर इसके पहले बिहार शरीफ विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है। हाल ही में नूपुर शर्मा के विवादित बयान के विरोध में शहर प्रदर्शन का नेतृत्व कर चुका है।

    Previous article बिहार में D.El.Ed.परीक्षा को लेकर नया आदेश.. पढ़िए पूरा डिटेल्स







  • अपराधियों का तांडव.. दारोगा को चलती गाड़ी से फेंका.. SDPO को गाड़ी से रौंदने की कोशिश.. जानिए पूरा मामला

    अपराधियों का तांडव.. दारोगा को चलती गाड़ी से फेंका.. SDPO को गाड़ी से रौंदने की कोशिश.. जानिए पूरा मामला | Nalanda Live



  • कार ने दो मोटरसाइकिल में मारी टक्कर.. 3 की मौत, 2 घायल.. जानिए पूरा मामला

    नालंदा जिला में दर्दनाक सड़क हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई है। जबकि दो युवकों की हालत गंभीर बतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार कार ने दो बाइक को टक्कर मारने के पलटी खाकर खाई में जा गिरी।

    कहां हुआ हादसा
    हादसा दीपनगर थाना क्षेत्र के न्यू बायपास में तुंगी गांव के पास हुआ। जहां मारुति कार और दो मोटरसाइकिल की टक्कर में 3 लोगों की मौत हो गई । जबकि 2 लोग जख्मी हो गए।

    कैसे हुआ हादसा
    टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मारुति कार सड़क पर पलट गई। कार से टक्कर के बाद बाइक सवार युवक करीब 20 फीट दूर जाकर खेत मे जा गिरा। जिससे मौके पर ही मौत हो गई।घायल महेंद्र पंडित ने बताया की वो अपने नाती के साथ नवादा से अपनी बेटी के घर शेरपुर जा रहे थे। तभी तुंगी मोड़ के समीप ये हादसा हो गया।हादसा इतना जबरदस्त था कि मारुति कई बार सड़क पर पलटी खा गई।

    प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा
    प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गोड़धोबा पुल पर बने ब्रेकर के पास 2 मोटरसाइकिल सवारों ने बाइक धीरे करने के लिए ब्रेक मारा। तभी पीछे से आ रही कार उन्हें टक्कर मारते हुए सड़क पर पलट गई।जिसमें 2 लोगों की ऑन द स्पॉट मौत हो गई। जबकि तीन लोग घायल हो गए। जिसमें एक की मौत इलाज के दौरान हो गई

    मृतकों की पहचान हुई
    मृतकों की पहचान नवादा जिला के रोह के रहने वाले अभिमन्यु साव और दीपनगर थाना क्षेत्र के गंगा बिगहा गांव के रहने वाले मोनू कुमार और विक्रम कुमार के रूप में हुई है ।

    घायलों की पहचान हुई
    घायल दोनों युवकों की भी पहचान हो गई है । जिसमें एक नाम महेंद्र पंडित है जो नवादा जिला के पटेल नगर का रहने वाला है । जबकि दूसरे का नाम प्रेम कुमार है जो अस्थावां थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव का रहने वाला है ।

    बिहारशरीफ स्टेशन से लौट रहे थे
    मृतक मोनू और विक्रम दोनों नल जल योजना में पाइप बिछाने का काम करता था। बताया जा रहा है कि दोनों अपना काम निपटा कर बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन की ओर से घर लौट रहा था। तभी ये हादसा हो गया।

  • असली चाणक्य तो नीतीश निकले.. डेढ़ महीने पहले ही मोदी-शाह को दे दी थी मात.. पढ़िए पूरी बिसात

    नीतीश कुमार वैसे नेता नहीं हैं जो आवेश में कोई फैसला लेते हैं। उनका हर फैसला नपा तुला और प्लानिंग के तहत होता है। वो चौसर पर पासा फेंकने से पहले 10 बार सोचते हैं और राजनीति के इस शतरंज में किस प्यादे का कैसे इस्तेमाल करना है वो इसे बखूबी जानते हैं। आप सब को लग रहा होगा कि ये सब आरसीपी सिंह के चक्कर में हुआ तो ऐसा नहीं है। नीतीश कुमार पिछले एक साल से बदले की आग में जल रहे थे और जिसकी बिसात डेढ़ महीने पहले उन्होंने रच दी थी ।

    नीतीश समझ चुके थे चाल
    दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद ही नीतीश कुमार बीजेपी की हर चाल को समझ चुके थे। बीजेपी पहले चिराग के जरिए नीतीश कुमार को चुनाव में औकात बता चुकी थी। लेकिन, फिर भी नीतीश चुप थे क्योंकि मुख्यमंत्री का पद बीजेपी ने नीतीश को दिया था ।

    वीआईपी की टूट में था संदेश
    लेकिन नीतीश कुमार तब सजग हो गए जब बीजेपी ने मुकेश सहनी की पार्टी के सभी 3 विधायकों को तोड़कर अपनी पार्टी में मिला लिया। इससे उन्हें समझ में आ गया कि बीजेपी अपनी सहयोगी पार्टी को भी नहीं छोड़ेगी। साथ ही बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा मिल गया।

    फिर नीतीश ने चली चाल
    बिहार विधानसभा में बीजेपी डेढ़ महीने पहले तक सबसे बड़ी पार्टी थी। उसने वीआईपी के तीनों विधायकों को शामिल कराया और आरजेडी से ये तमगा छीन लिया। नीतीश को यहीं से चाल समझ में आ गई थी, उन्होंने विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को पीछे छोड़ने के लिए आरजेडी में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के चार विधायकों को शामिल करा दिया। ऐसा करके नई सरकार का दावा करने के बीजेपी के मंसूबे पर पानी फिर गया।

    ऑपरेशन आरसीपी सिंह
    आरसीपी सिंह का झुकाव बीजेपी की तरफ था। ऐसे में नीतीश ने उन्हें केंद्रीय मंत्री पद से हटाने के लिए राज्यसभा नहीं भेजा। फिर आरसीपी को नोटिस देकर 9 साल में 58 प्लॉट खरीदने का आरोप लगाया और इसमें जवाब मांगा। मजबूरन आरसीपी सिंह को इस्तीफा देना पड़ा।

    सोनिया को साधा
    नीतीश को डर था कि कहीं कांग्रेस के विधायक टूट कर बीजेपी में न जा मिलें। इसलिए उन्होंने सोनिया गांधी को फोन करके सजग किया और महागठबंधन में शामिल होने को लेकर बात की।

    BJP कर रही थी बदनाम
    नीतीश कुमार आरजेडी की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी और उनकी पार्टी आरजेडी से बढ़ती नीतीश की नजदीकी से बीजेपी डर गई थी। जिसके बाद से बीजेपी नेताओं ने सुशासन को लेकर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए गए। बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने की तैयारी में जुट गई।

  • नीतीश ने कर दिया खेल.. पहले इस्तीफा, फिर सरकार गठन का दावा

    बिहार में JDU और BJP के बीच तलाक हो गया है । CM नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया । साथ ही शाम 4 बजे राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया। नीतीश ने तुरंत ही नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। उनके पास कुल 164 विधायकों का समर्थन है ।

    तेजस्वी ने रिसीव किया
    नीतीश कुमार राजभवन से सीधे राबड़ी देवी आवास पहुंचे। जहां तेजस्वी यादव उन्हें रिसीव करने बाहर तक आए। राबड़ी के घर पर आरजेडी, कांग्रेस और माले के विधायक मौजूद थे। जहां नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुना गया।

    दूसरी बार राजभवन पहुंचे
    महागठबंधन का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार दोबारा राजभवन पहुंचे। इस बार उनके साथ तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव भी साथ में थे। नीतीश कुमार ने राज्यपाल को इस बार 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। पहली बार नीतीश कुमार ने 160 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी थी। लेकिन जीतन राम मांझी भी नीतीश के साथ आ गए। उसके पास 4 विधायक हैं।

    बीजेपी की इमरजेंसी बैठक
    बिहार के सियासी उठापटक के बीच बीजेपी ने कोर ग्रुप की आपात बैठक बुलाई है।जिसमें मौजूदा सियासी हालात पर चर्चा होगी । आपको बता दें कि बीजेपी और जेडीयू में साल 2020 में गठबंधन बना था।

    तेजस्वी बनेंगे डिप्टी CM
    तेजस्वी यादव को एक बार फिर बिहार का डिप्टी CM बनाया जाएगा। जबकि स्पीकर की कुर्सी कांग्रेस को जाएगी । कांग्रेस कह चुकी है कि नीतीश कुमार ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री होंगे। सब कुछ तय हो गया है।

  • लाइन होटल में घुसा ट्रक.. 8 लोगों की दर्दनाक मौत.. कई की हालत गंभीर

    एक बार फिर रफ्तार का कहर देखने को मिला है। जब तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रक लाइन होटल में घुस गया. जिसमें 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. जबकि दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हैं। जिसमें कई की हालत गंभीर है । बताया जा रहा है कि होटल में घुसने से पहले ट्रक ने कई गाड़ियों को भी टक्कर मारी थी.

    खाना खा रहे थे लोग
    बताया जा रहा है कि जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त लाइन होटल में काफी भीड़ थी। काफी संख्या में लोग यहां खाना खा रहे थे. वहीं होटल के कई कर्मचारी भी अंदर मौजूद थे. हादसे के बाद होटल के आसपास चीख पुकार मच गई। तुरंत स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया।

    इसे पढ़िए-सेल्फी के चक्कर में एक युवक की मौत.. दूसरा गंभीर रुप से घायल.. जानिए पूरा मामला

    कहां हुआ हादसा
    हादसा हाजीपुर के पातेपुर थाना क्षेत्र के बहुआरा चौक की है. हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गयी. घटना के बाद लोगों ने ट्रक चालक को पकड़ जमकर पिटाई की। जिससे ट्रक ड्राइवर भी अधमरा हो गया। उसे भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है ।

    विधायक का दावा
    पातेपुर के विधायक लखींद्र कुमार रोशन ने दावा किया है कि मरने वालों की संख्या 8 हो चुकी है. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है । मृतकों के आश्रितों को 5 – 5 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की गई है.

    लोगों ने हंगामा किया
    हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने हंगामा किया। इस दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प भी देखने को मिला । हालांकि बाद में स्थानीय जनप्रतिनीधि की पहल पर मामले को शांत कराया गया.

  • नालंदा में ट्रेन हादसा.. 4 बोगियां पटरी से उतरी.. जानिए पूरा मामला

    नालंदा जिला से इस वक्त एक बड़ी ख़बर आ रही है । नालंदा जिला में ट्रेन हादसा हुआ है। हादसे के बाद अफरातफरी मच गई और ट्रेन भी सेवा प्रभावित हुई है ।

    4 बोगी पटरी से उतरी
    हादसा इस्लामपुर-फतुहा रेलखंड पर एकंगरसराय स्टेशन के पास हुआ है। जहां मालगाड़ी की चार बोगियां पटरी से उतर गई है । जिससे रेलवे ट्रैक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है ।

    रेल यातायात प्रभावित
    मालगाड़ी की 4 बोगियां पटरी से उतरने की वजह से फतुहां-इस्लामपुर रेलखंड पर यातायात प्रभावित हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे के आलाधिकारी घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं। मालगाड़ी बेपटरी क्यों हुई इसकी कारणों का अब तक पता नहीं चला है

    कोयला लदी थी
    बताया जा रहा है कि मालगाड़ी में कोयला लदा था और ये नटेसर की ओर से कोयला लेकर फतुहां की ओर जा रही थी। तभी एकंगरसराय रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी की चार डिब्बे डिरेल हो गए।

    Previous article अजब बिहार में गजब का खेल.. 100 नंबर के पेपर में 151 अंक, ज़ीरो अंक वाला भी पास.. जानिए मामला







  • JEE पास युवक निकला बड़ा फ्रॉड.. नालंदा का युवक पटना में गिरफ्तार.. जानिए पूरा मामला

    तेलंगाना पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। तेलंगाना पुलिस ने पटना के पत्रकारनगर थाना क्षेत्र के हनुमान नगर से एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी युवक नालंदा जिला का रहने वाला है और वो JEE की परीक्षा पास कर चुका है।

    तेलंगाना पुलिस के मुताबिक जिस युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उसके पास से 33 लाख रुपये नकद, एक हीरे का हार, तीन हीरे की अंगूठी और पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं. पुलिस का कहना है कि उसने फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपए इक्ट्ठा किया है ।

    दरअसल, मामला तेलंगाना के साइबराबाद का है । जहां के एक व्यक्ति को कंपनी का डीलरशिप देने के नाम पर 29 लाख रुपये की ठगी की गई। इसे लेकर 16 जुलाई को तेलंगाना पुलिस में केस दर्ज किया गया।

    इसे पढ़िए-सदर अस्पताल में अचानक छापेमारी.. ड्यूटी से गायब मिले सुरक्षाकर्मी.. जानिए पूरा मामला

    पुलिस ने जिस युवक को गिरफ्तार किया है वो नालंदा जिला के कतरीसराय थाना के गंगापुर का रहने वाला है । उसका नाम आकाश है। बताय जा रहा है कि आकाश ने जेईई परीक्षा पास कर ली थी. लेकिन पैसे की तंगी के कारण इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन नहीं ले सका था. इसी दौरान साल 2021 में उसकी मुलाकात एक साइबर अपराधी से मुलाकात हुई. इसके बाद वह ठगी गिरोह का सदस्य बन गया. यह गिरोह हैदराबाद से ऑपरेट होता था.

    इसे पढ़िए-बिहार की बेटियों के लिए नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान.. जानिए तोहफे में क्या दिया ?

    तेलंगाना पुलिस के मुताबिक इस गिरोह के निशाने पर वे लोग होते थे, जो किसी कंपनी की डीलरशिप, एजेंसी और फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं. साइबर ठगी के जरिए इन आरोपियों ने करोड़ों रुपये कमाए हैं. मामले को लेकर फिलहाल नालंदा पुलिस भी बारिकी से जांच-पड़ताल कर रही है.पिछले एक साल में अपने साथियों के साथ मिलकर वो 2 करोड़ से ज्यादा की ठगी कर चुका है।

    इसे पढ़िए-महिला समेत 5 लोगों ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की.. जानिए क्यों ?

    आकाश के पकड़े जाने का सीधा कनेक्शन तेलंगाना से जुड़ा है। इसने अपनी टीम के साथ मिलकर तेलंगाना में साइबराबाद के निजामपेट के रहने वाले 40 साल के विलुका विजय कुमार के साथ बड़ी ठगी की थी। लग्जरी गाड़ी बेचने वाली कंपनी KIA के डीलरशीप, NOC, रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस दिलाने के नाम पर 29 लाख रुपए की ठगी की गई। इस मामले में तेलंगाना में साइबर क्राइम थाना की पुलिस ने 16 जुलाई को FIR दर्ज किया था।

  • अगर बिहार में आज लोकसभा चुनाव हों तो किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेगी.. जानिए सर्वे में क्या है ?

    अगर बिहार में आज लोकसभा चुनाव हों तो किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेगी.. जानिए सर्वे में क्या है ? | Nalanda Live