Category: बिहार

  • बिहार की जेल में बंद शराबियों को छोड़े सरकार, सुशील मोदी बोले-लालू की मर्जी बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में सरकार बदलते ही बीजेपी सांसद सुशील मोदी महागठबंधन सरकार पर हमलावर है. सीएम नीतीश कुमार पर भी वह लगातार हमला कर रहे हैं. इस बीच सुशील मोदी ने मंत्री कार्तिक सिंह को लेकर एक बार फिर सीएम पर हमला बोला है. बीजेपी सांसद ने कहा है कि नीतीशजी में इतनी हिम्मत नहीं थी की वे अपहरण मामले में फ़रार कार्तिक कुमार को बर्खास्त कर पाते. वहीं उन्होंने शराबबंदी पर कहा कि शराब का व्यापार करने वाले माफिया को छोड़कर बाकी सभी लोगों के लिए आममाफी का ऐलान करना चाहिए.

    बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने सीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीशजी में इतनी हिम्मत नहीं थी की वे अपहरण मामले में फ़रार कार्तिक कुमार को बर्खास्त कर पाते?. केवल विभाग बदल दिया. उन्होंने तो यहां तक कहा दिया कि लालू यादव की अनुमति के बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता. दरअसल वारंट के विवादों में चल रहे कानून मंत्री कार्तिक सिंह को अब गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया है. वहीं गन्ना उद्योग मंत्री शमीम अहमद को कानून मंत्री की जिम्मेदारी मिली है. दोनों नए मंत्रियों के विभागों में बदलाव को लेकर कैबिनेट सचिवालय से आदेश भी जारी कर दिया है.

    शराबबंदी को लेकर पूर्व सीएम सुशील ने कहा कि बिहार के सभी जिलों में 1 लाख से अधिक शराबबंदी से जुड़े मामले में लोग बंद हैं. इनमें 90% दलित, महादलित और आदिवासी हैं. शराब का व्यापार करने वाले माफिया को छोड़कर बाकी सभी लोगों के लिए आममाफी का ऐलान करना चाहिए. यदि वे दोबारा गलती करें तो उन पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. जहरीली शराब से जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा भी देना चाहिए. क्योंकि परिवार का कोई दोष नहीं है.

    सुशील मोदी ने कहा कि मैं सारण जिले के गरखा प्रखंड के पिट्ठी गांव गया था. यहां 24 तारीख को दारू बेचने के आरोप में 30 साल के युवक सिकंदर मांझी को पुलिस ने गिरफ्तार किया और पुलिसिया पिटाई के कारण 4 दिन के बाद सदर अस्पताल छपरा में पुलिस कस्टडी में उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि गड़खा थाना के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए और उन पर 302 का मुकदमा भी दर्ज कर कर्रवाई हो. साथ ही सुशील मोदी ने कहा कि मैं सरकार से यह मांग करूंगा कि शराबबंदी कानून के बाद शराब पीने से जिन लोगों की मौत हुई है सरकार उनके परिवार को 4 लाख मुआवजा दे.

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  • CM नीतीश और तेलंगाना सीएम के सामने ही तेजस्वी ने कह दिया, जहर को मिटाने के लिए एकसाथ काम करना होगा

    लाइव सिटीज पटना: मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें भाग लेने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बुधवार को पटना पहुंचे. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्यों से ही देश बनता है. हम लोग अपने-अपने राज्यों को मजबूत करेंगे. विकास करेंगे, ताकि देश मजबूत होगा. वहीं उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बिना कहा कि जहर को मिटाने के लिए एकसाथ काम करना होगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि समाज में अमन चैन रहने पर ही विकास संभव है.

    बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी ने कहा कि राज्यों से ही देश बनता है. हम लोग अपने-अपने राज्यों को मजबूत करेंगे. विकास करेंगे, ताकि देश मजबूत हो. बिहार गरीब, पिछड़ा राज्य है. केंद्र से कोई मदद नहीं मिल रही है. खुद से बिहार के लिए राज्य सरकार जो कर सकती है करेगी. गलवान घाटी में शहीद हुए बिहार के वीर सपूतों के परिजनों व आग लगने से तेलंगाना में मारे गए बिहार के प्रवासी मजदूरों के परिजनों को यहां आकर मुआवजा देने के लिए के चंद्रशेखर राव का धन्यवाद. राज्यों को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों की वजह से ही देश सुरक्षित है. समाज में अमन चैन रहने पर ही विकास संभव है. उन्होंने कहा कि जहर को मिटाने के लिए एकसाथ काम करना होगा.

    इससे पहले नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हम विशेष राज्य का दर्जा मांगते रहे, लेकिन केंद्र ने नहीं दिया. मिला होता तो बिहार बहुत आगे होता. सीएम नीतीश ने इशारों-इशारों में बीजेपी पर हमला किया. उन्होंने कहा कि तेलंगाना में आपने काफी काम किया जबकि कुछ लोग आपके कामकाज पर सवाल उठा रहे. जो लोग सवाल उठा रहे वह लोग खुद कोई काम नहीं करते. सीएम नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश में सिर्फ प्रचार हो रहा है काम नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि जिनको काम नहीं करना होता है वो सिर्फ प्रचार ही करते रहते हैं.

    बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बुधवार को पटना पहुंचे. केसीआर के पटना पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. इस दौरान केसीआर ने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है. बिहार की धरती को नमन. काफी संख्या में बिहार के मजदूर तेलंगाना में रहते हैं. सबको अपना मानता हूं. हर संभव मदद करता हूं. 12 मजदूर बिहार के वहां मरे थे. उसका दुख है. आज सहायता राशि दी है.

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  • PM मोदी के खिलाफ सबको एकजुट करने बिहार पहुंचे KCR, CM नीतीश से मिले, लालू यादव से भी मुलाकात?

    लाइव सिटीज पटना: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव 2020 में गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के परिवारों को और हैदराबाद हादसे के पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने के लिए आज बिहार की राजधानी पटना पहुंचे. केसीआर ने गलवान घाटी में शहीद हुए बिहार के सपूतों एवं हैदराबाद दुर्घटना में मृतकों के भावपूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लिया. इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी शामिल हुए. इससे पहले केसीआर के पटना पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. केसीआर सीएम नीतीश और तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे. सीएम नीतीश से मुलाकात के दौरान केसीआर देश में वर्तमान और भविष्य की राष्ट्रीय राजनीति पर चर्चा कर सकते हैं. उम्मीद है कि दोनों नेता साल 2024 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव के मुद्दे पर भी चर्चा कर सकते हैं.

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  • विपक्ष पर ही CBI रेड क्यों?, BJP के MP और हजार से अधिक विधायकों पर आज तक कोई रेड क्यों नहीं: तेजस्वी यादव

    लाइव सिटीज पटना: सीबीआई रेड को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार जांच एजेंसियां का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने जांच एजेंसियों और केंद्र सरकार से पूछा है कि सीबीआई की रेड विपक्ष पर ही क्यों बीजेपी के नेताओं पर आज तक कोई रेड क्यों नहीं हुई. तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि जांच एजेंसियां केवल व केवल विपक्ष शासित राज्य और वहां के नेताओं पर छापे मारकर अपने राजनीतिक मालिकों को प्रसन्न करने की कोशिश करती है. बीते दिनों आरजेडी नेताओं के यहां हुई रेड को लेकर तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार और सीबीआई पर जमकर निशाना साधा था.

    तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि जांच एजेंसियां केवल व केवल विपक्ष शासित राज्य और वहां के नेताओं पर छापे मारकर अपने राजनीतिक मालिकों को प्रसन्न करने की कोशिश करती है. BJP के लगभग 300 से ऊपर MP और 1000 से अधिक विधायकों पर इन एजेंसियों द्वारा आज तक कोई रेड नहीं पड़ी. इसलिए इनके Political Character से हमारा विरोध है. उन्होंने आगे लिखा है कि केंद्र सरकार ने बीते 8 वर्ष में जांच एजेंसियों को राजनीतिक प्रतिशोध का एक उपकरण बना दिया है. 8 साल पूर्व देशवासियों ने इनकी इंटेग्रिटी व कार्यप्रणाली पर इस तरह के सवाल कभी नहीं उठाए थे. अभी हमारा CBI से विरोध Institution से नहीं बल्कि इनकी राजनीति से प्रेरित कार्यप्रणाली से है.

    डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि एजेंसी के अधिकारियों से हमारा न कभी विरोध था और ना है. हम जानते है कि ये आदेश का अनुपालन कर रहे है. लेकिन CBI का इस्तेमाल राजनीतिक instrument की तरह जो हो रहा है उसका हम विरोध करते रहेंगे. हमारे यहां संविधान को मानने वाली न्यायप्रिय समाजवादी सरकार है जहां हर कोई सुरक्षित है. वहीं तेजस्वी यादब एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि बीते 8 वर्षों में विपक्ष के कई नेताओं पर इसी IT/ED/CBI के माध्यम से छापे पड़े. ढेर सारे आरोप तय हुए, गोदी मीडिया के माध्यम से चरित्रहनन हुआ लेकिन जैसे ही उन कथित भ्रष्ट विपक्षी नेताओं ने बीजेपी ज्वॉइन किया वो पवित्रता का प्रमाण पत्र पा गए. कोई मंत्री बन गया तो कोई मुख्यमंत्री बन गया.

    बता दें कि बीते दिनों आरजेडी नेताओं के यहां हुई रेड को लेकर तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार और सीबीआई पर जमकर निशाना साधा था. तेजस्वी ने जांच एजेंसियों को सरकार का दामाद बताया था. वहीं जदयू की ओर से सीबीआई और मोदी सरकार पर हमला किया गया था. वहीं हाल ही में खबर आयी कि बिहार में सीबीआई जांच के लिए सरकार की अनुमति लेने के नियम लागू करने की बात हो रही है. आरजेडी नेता ने दावा किया था कि नीतीश कुमार की सरकार बिहार में सीबीआई मंजूरी पर विचार करने वाली है. जिसके बाद बिहार में सीबीआई को जांच करने से पहले सरकार से अनुमति लेनी है. हालांकि जेडीयू ने आरजेडी के बयान से अलग बयान दिया था और कहा था सरकार में इस तरह की कोई चर्चा नहीं है.

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  • बालू माफिया से सांठ-गांठ रखने वाले बिहार के कई DSP की सरकार ने बढ़ा दीं मुश्किलें, जानें पूरा मामला

    लाइव सिटीज पटना: बालू के अवैध खनन के मामले और बालू माफियाओं से सांठगांठ के आरोप में निलंबित किए गए बिहार के 5 डीएसपी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. दरअसल डीएसपी स्तर के इन निलंबित पदाधिकारियों के खिलाफ चल रही विभागीय कार्रवाई में संचालन पदाधिकारी के स्तर पर बदलाव करने का फैसला सरकार ने किया है. डीएसपी स्तर के ये सभी पदाधिकारी फिलहाल निलंबित हैं और इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही है. जिन डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लिया गया है. उसमें डीएसपी तनवीर अहमद, पंकज कुमार रावत, अनूप कुमार, दिलीप कुमार झा और पंकज कुमार का नाम शामिल है.

    विभागीय कार्रवाई में गणेश कुमार जो पुलिस महानिरीक्षक मुख्यालय हैं उन्हें संचालन पदाधिकारी नियुक्त किया गया था लेकिन अब सरकार ने पहले के फैसले में संशोधन करते हुए गणेश कुमार की जगह मुख्य विभागीय जांच आयुक्त सामान्य प्रशासन विभाग को संक्षारण पदाधिकारी नियुक्त करने का फैसला लिया है. इस फैसले के बाद सभी आरोपी डीएसपी स्तर के अधिकारियों को संचालित विभागीय कार्रवाई में मुख्य विभागीय जांच आयोग सामान्य प्रशासन विभाग के समक्ष अपनी सफाई देने को कहा गया है. इन सभी को विभागीय जांच के दौरान अपना पक्ष रखना होगा. ये सभी अधिकारी बालू माफिया से संबंध रखने के आरोप में तत्काल निलंबित हैं और इनके खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की टीम छापेमारी कर चुकी है.

    गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय के आईजी गणेश कुमार से अनुरोध किया है इन सभी निलंबित डीएसपी स्तर के पदाधिकारियों की विभागीय कार्रवाई से संबंधित और आरोप पत्र मूल रूप में मुख्य विभागीय जांच आयुक्त सामान्य प्रशासन विभाग पटना को उपलब्ध कराते हुए इसकी सूचना दी जाए. माना जा रहा है कि गृह विभाग द्वारा इस तरह का आदेश इसलिए जारी किया गया है ताकि संबंधित सभी डीएसपी स्तर के पदाधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के स्तर पर जल्द से जल्द फैसला लिया जा सके. बता दें कि सरकार ने बालू के अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त कदम उठाया है. बालू माफिया के साथ ही उससे संबंध रखने वाले कई प्रशासनिक और पुलिस विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है.

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  • कार्तिक सिंह को कानून मंत्री से हटाए जाने पर बीजेपी का CM नीतीश पर हमला, कहा-जीरो टॉलरेंस की यह नई नीति है

    लाइव सिटीज पटना: नीतीश सरकार ने वारंट के विवादों में चल रहे कानून मंत्री कार्तिक सिंह को अब गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया है. जिसको लेकर बीजेपी ने सीएम पर जमकर निशाना साधा है. बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार की जीरो टॉलरेंस की यह नई नीति है जिसमें वही फंसाते हैं और वही बचाते हैं. उन्होंने सीएम पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश ही हैं जो लालू, तेजस्वी, अनंत सिंह, आनंद मोहन सबको फंसाते हैं और जब यही लोग उनकी शरण में आ जाते हैं तब वही उन्हें बचाते हैं.

    मंत्री कार्तिक सिंह को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए संजय जायसवाल ने कहा कि सीएम नीतीश ने अच्छी तरीके से जानते हुए भी एक अपराधी को कानून मंत्री बनाया और अब उन्हें गन्ना विभाग दिया गया है. वहीं जो गन्ना विभाग के मंत्री थे उनको कानून मंत्री बनाया गया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह नीतीश कुमार की नई नीति है कि आप कितने भी बड़े अपराधी हों हम अगर आपको फर्जी केस से जेल भेज सकते हैं तो हम ही आपके व्यक्ति को कानून मंत्री बनाकर आपको जेल जाने से बचा सकते हैं. संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार की विधि व्यवस्था और शासन व्यवस्था जिस तरह से गिर रही है नीतीश कुमार केवल और केवल लालू यादव परिवार के आदेश पालक की भूमिका में हैं.

    दरअसल अपहरण से जुड़े एक मामले में कार्तिक सिंह पर कोर्ट में मामला चल रहा है. कोर्ट ने उन्हें मामले में जमानत नहीं दी है लेकिन 1 सितम्बर तक के लिए नो कोरसिव यानी गिरफ्तारी या किसी प्रकार की दंडात्मक कार्रवाई पर रोक का आदेश दिया था. 16 अगस्त को मंत्री पद की शपथ लेने के बाद यह मामला सामने आया तो विपक्ष नीतीश कुमार पर हमलावर हो गया कि उन्होंने एक फरारी आरोपी को मंत्री बना दिया और कानून मंत्री का प्रभार दे दिया. हालांकि नो कोरसिव अदालती आदेश होने की बात सामने आने पर मामला ठंडा पड़ गया.

    बता दें कि वारंट के विवादों में चल रहे कानून मंत्री कार्तिक सिंह को अब गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया है. वहीं गन्ना उद्योग मंत्री शमीम अहमद को कानून मंत्री की जिम्मेदारी मिली है. दोनों नए मंत्रियों के विभागों में बदलाव को लेकर कैबिनेट सचिवालय से आदेश भी जारी कर दिया है. दोनों नए मंत्रियों के विभागों में बदलाव को लेकर मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने राज्यपाल के आदेश से अधिसूचना जारी की है. कार्तिक सिंह उस वक्त सुर्खियों में आए जब कानून मंत्री बनते ही उनके खिलाफ वारंट जारी हो गया था. जिस पर बीजेपी ने हमला करते हुए मंत्री के इस्तीफे की मांग की थी.

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  • बिहार: नीतीश कुमार ने बदल दिया कानून मंत्री कार्तिक सिंह का विभाग, अब मिली ये जिम्मेदारी मिली, जानें वजह

    लाइव सिटीज पटना: बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी के नेता कार्तिक सिंह का विभाग बदल गया है. वारंट के विवादों में चल रहे कानून मंत्री कार्तिक सिंह को अब गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया है. वहीं गन्ना उद्योग मंत्री शमीम अहमद को कानून मंत्री की जिम्मेदारी मिली है. दोनों नए मंत्रियों के विभागों में बदलाव को लेकर कैबिनेट सचिवालय से आदेश भी जारी कर दिया है. कार्तिक सिंह उस वक्त सुर्खियों में आए जब कानून मंत्री बनते ही उनके खिलाफ वारंट जारी हो गया था. जिस पर बीजेपी ने हमला करते हुए मंत्री के इस्तीफे की मांग की थी.

    दोनों नए मंत्रियों के विभागों में बदलाव को लेकर मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने राज्यपाल के आदेश से अधिसूचना जारी की है. जिसमें बताया गया है कि संविधान के अनुच्छेद 166 (3) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए एवं संविधान के अधीन बनी कार्यपालिका नियमावली के नियम 6 (1) एवं 7 (1) के अनुसार मुख्यमंत्री की सलाह से राज्यपाल के आदेश पर कार्तिक कुमार को विधि विभाग के स्थान पर गन्ना उद्योग विभाग एवं गन्ना उद्योग विभाग के मंत्री डॉ शमीम अहमद विधि विभाग का कार्य आवंटित किया गया है.

    दरअसल कार्तिक सिंह उस वक्त सुर्खियों में आए जब कानून मंत्री बनते ही उनके खिलाफ वारंट जारी हो गया था. जिस पर बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया था. भाजपा ने कार्तिक सिंह पर यह आरोप लगाते हुए उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की थी कि उनके खिलाफ 2014 के अपहरण के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट लंबित है. कार्तिक कुमार राजद कोटे से मंत्री बने हैं जो कि अनंत सिंह के काफी खास माने जाते हैं. कार्तिक कुमार राजद के एमएलसी हैं. कार्तिक कुमार पटना स्थानीय निकाय से 2022 में एमएलसी बने. मोकामा के रहने वाले कार्तिक शिक्षक भी रह चुके हैं इसकी वजह से समर्थकों के बीच ‘कार्तिकेय मास्टर’ के नाम से मशहूर हैं.

    बता दें कि कानून मंत्री बनते ही कार्तिक सिंह विवादों में आ गए थे. जिस पर बीजेपी ने जमकर निशाना साधा था और इस्त्फिए की मांग की थी. इस मामले पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है तो वहीं राजद ने भी सफाई दी थी. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा था कि अपराध, भ्रष्टाचार के खिलाफ महागठबंधन सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है. न बेवजह किसी को फंसाया जाएगा और न किसी दोषी को बचाया जाएगा. शक्ति यादव ने कहा था कि मंत्री कार्तिकेय कुमार दोषी पाए जाएंगे तो सरकार कार्रवाई करेगी.

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  • नीतीश कुमार लाल किले पर झंडा फहराएंगे, ताल ठोककर बोले पप्पू यादव-प्रधानमंत्री बनने के लिए बस करना होगा ये काम

    लाइव सिटीज पटना: बीजेपी को छोड़कर बिहार की तमाम पार्टियां चाहती हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनाकर लाल किले पर झंडा फहराए. इसी कड़ी में बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार और तेज प्रताप यादव के बाद सीएम नीतीश कुमार के पीएम बनने को लेकर जाप प्रमुख पप्पू यादव का बड़ा बयान सामने आया है. पप्पू यादव ने कहा कि बिहार सौभाग्यशाली होगा अगर कोई बिहार का नेता प्रधानमंत्री बने. बिहार शरीफ कोर्ट में पेशी के बाद जाप प्रमुख ने कहा कि बिहार एक नेता प्रधानमंत्री बनें इससे अच्छी बात क्या हो सकती है. वहीं उन्होंने कहा कि इसके लिए नीतीश कुमार को देश के हर विपक्ष के साथ गोलबंदी करनी होगी.

    बिहार शरीफ कोर्ट में पेशी के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि बिहार सौभाग्यशाली होगा अगर कोई बिहार का नेता प्रधानमंत्री बने. तेज प्रताप यादव और मंत्री श्रवण के कहा कि नीतीश कुमार लाल किले पर झंडा फहराएंगे. इस सवाल पर पप्पू यादव ने कहा कि भाग्यशाली होगा बिहार जब कोई नेता हमारा प्रधानमंत्री बने. बिहार गौरवान्वित होगा जब कोई बिहार का व्यक्ति राजेंद्र प्रसाद के बाद प्रधानमंत्री बने. मेरे लिए भाग्यशाली होगा. इसके लिए नीतीश कुमार को देश के हर विपक्ष के साथ गोलबंदी करनी होगी. कांग्रेस नेतृत्व सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ कंप्लीट एक होकर काम करना पड़ेगा.

    पप्पू यादव ने कहा कि मिशन सिर्फ 2024 बीजेपी के खिलाफ हो. इस दौरान पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार पर्सनली ईमानदार आदमी हैं. वहीं पप्पू यादव ने बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जबतक नीतीश कुमार एनडीए में थे तेजस्वी यादव के ऊपर सीबीआई का शिकंजा नहीं कसा लेकिन जैसे ही नीतीश के साथ गए सीबीआई की रेड पड़ गई. तेजस्वी यादव करप्ट हैं लेकिन पप्पू यादव कुछ नहीं कहेगा. 4 साल का समझौता था कि नीतीश कुमार के साथ नहीं जाना है. साथ ही उन्होंने बीजेपी को दुनिया की सबसे करप्ट पार्टी करार दिया.

    इससे पहले मंत्री श्रवण कुमार ने कहा था कि हर राजनीतिक दल का नेता नीतीश की ओर टकटकी लगाए देख रहा है. ललन सिंह इस काम में लगे हुए हैं. आने वाले समय में नालंदा का बेटा बिहार की धरती का नौजवान, बिहार की धरती के सीएम नीतीश कुमार जी लाल किले पर झंडा फहराएंगे. वहीं लालू यादव के बड़े बेटे व मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि नीतीश कुमार हमारे चाचा हैं. भतीजा होने के कारण हमारा फर्ज बनता है कि उन्हें उस मुकाम तक पहुंचाएं. देश की आन-बान-शान लाल किले पर नीतीश कुमार तिरंगा फहराएं इसके लिए जो जरूरत होगी वह करेंगे.

    बता दें कि जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव नालंदा पहुंचे. जहां वे बिहार शरीफ व्यवहार न्यायालय में विधानसभा चुनाव 2015 के आचार संहिता उलंघन मामले में पेश हुए. इस मामले में CJM 1 कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया. कोर्ट परिसर पहुंचने के बाद हाथ जोड़कर प्रार्थना कर पप्पू यादव कोर्ट के अंदर गए. इस दौरान पप्पू यादव के समर्थक भी मौजूद थे. पप्पू यादव ने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि आम लोगों को कोर्ट और अस्पताल का चक्कर न काटना पड़े. इस दौरान उन्होंने मीडिया के कई सवालों का भी जवाब दिया.

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  • दलितों पर जुल्म के मामले में मुख्यमंत्री खामोश क्यों हैं?, चिराग पासवान की पार्टी का बड़ा हमला

    लाइव सिटीज पटना: चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास ने बिहार में लगातार दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा कि इससे यह स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर में दलित के मान सम्मान एवं उनके जानमाल की हिफाजत के कोई मायने नहीं है. मीडिया प्रभारी निशांत मिश्रा ने बताया कि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने बिहटा थाना अंतर्गत कंचनपुर गांव में सुरेन्द्र पासवान की हत्या पर गहरी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. मृतक के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन देते हुए उन्होंने राज्य सरकार से अविलंब दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है.

    संजय पासवान ने राज्य सरकार पर जोरदार आक्रमण बोलते हुए कहा कि राज्य की विधि व्यवस्था को पूरी तरह लकवा मार गया है और लोग फिर से दहशत में जी रहे हैं. संजय पासवान ने कहा हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान लगातार हर घटनास्थल पर पहुंचकर ना सिर्फ पीड़ित परिवार को आंसू पूछ रहे हैं बल्कि इन बेकसूर दलितों के साथ इंसाफ के लिए चीख चीख कर मुख्यमंत्री की सोई हुई अंतरात्मा को जगाने की कोशिश कर रहे हैं. पर सत्ता के अहंकार में चूर नीतीश जी अनदेखी कर रहे हैं.

    संजय पासवान ने कहा कि शर्मनाक बात तो यह है कि आज दलित समाज के विधायक सांसद और मंत्री इन दर्दनाक घटनाओं पर खामोश बैठे हैं. इन लोगों की इसी याराना अंदाज की वजह से नीतीश कुमार ने भी बिहार में दलितों को मरने के लिए छोड़ दिया है. हमें सख्त लहजे में कहा कि हमारे नेता चिराग पासवान और लोजपा परिवार अकेले ही सभी दलित के जानमाल की हिफाजत के लिए अपना संघर्ष धारदार तरीके से जारी रखें.

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  • कैमूर: तेजस्वी यादव के साथ जाते ही नीतीश कुमार ने अपने नाम किया अद्भुत रिकॉर्ड, बीजेपी ने ऐसा क्यों कहा

    लाइव सिटीज कैमूर: मंगलवार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह भाजपा उत्तर प्रदेश के प्रभारी राधा मोहन सिंह कैमूर पहुंचे. इस दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि बिहार के सार्वभौमिक विकास के लिए बने जनोन्मुखी एनडीए गठबंधन को तोड़कर नीतीश कुमार ने बिहार के 12 करोड़ लोगों को पुनः धोखा दिया है.यह धोखा बिहार को 2005 से पूर्व वाले उसी अनिश्चितता के दौर में ले आया. अब सिर्फ अराजकता का आलम है और जनता में इस शासन के खिलाफ जबरदस्त रोष है.

    राधा मोहन सिंह ने कहा कि हमें इस बात का कष्ट है कि सुशासन के संकल्पों पर आधारित हमारे मॉडल को नीतीश कुमार की राजनीतिक महत्वाकांक्षा और झूठे अहंकार की बलि बनना पड़ा. उन्होंने कहा कि वर्ष 2010, 2015 और अब 2020 के विधानसभा चुनावों में आये जनादेश नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ गई. लगातार तीन बार अपने गठबंधन के साथियों को धोखा देने का अद्भुत रिकार्ड नीतीश कुमार ने अपने नाम किया है.

    लालू यादव के पीछे-पीछे घूमनेवाले एक साधारण नेता बनकर रह जाते नीतीश कुमार

    राधा मोहन सिंह ने कहा कि बिहार की जनता ने 2010 में राजद को मात्र 23 सीटों पर सिमटा दिया था. परन्तु नीतीश कुमार ने 2015 में महागठबंधन बनाकर राजद को पुनः जीवित कर दिया. एनडीए की साख बनाने में भाजपा नेतृत्व की भूमिका बेहद विस्तृत और प्रभावशाली रही है. अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, अरुण जेटली, प्रमोद महाजन से लेकर आज नरेंद्र मोदी का नेतृत्व बिहार में हमेशा निर्णायक रहा है. नीतीश कुमार की पहचान तब बनी जब अटल जी के सरकार में केंद्र में मंत्री बने और अटल जी के अगुवाई में देश में ऐसी सरकार बनी थी. जिसने विकास के कई प्रतिमान स्थापित किये.

    बीजेपी नेता ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के गठबंधन के सभी दलों को सम्मान किया और उन सभी की क्षेत्रीय पहचान को मजबूत किया जो हमारे साथ थे और क्या किसी भी व्यक्ति को इसमें शंका है कि आप उसके सबसे बड़े लाभार्थी रहे हैं. अटल जी की सरकार में आपको खुलकर काम करने की आजादी मिली. तभी आपकी साख स्थापित हुई वरना आपकी पहचान लालू यादव के पीछे-पीछे घूमने वाले एक साधारण नेता से ज्यादा नहीं थी.

    बिहार एक बार फिर अराजकता, परिवारवाद व अंधेरे चल गया

    राधा मोहन सिंह ने कहा कि भाजपा ने नीतीश कुमार का जननेता बनने का मार्ग प्रशस्त किया और अब नीतीश कुमार भाजपा को धोखेबाज कह रहे हैं. बिहार की जनता को अमन चैन और और विकास पसंद है और विगत आठ लोकसभा और विधानसभा के चुनावों के परिणामों ने इसको साबित किया है. इस बार के नीतीश कुमार के राजनीतिक कलाबाजी ने बिहार का मार्ग पुनः अराजकता, परिवारवाद और अंधेरे में धकेल दिया है जहां से बिहार का विकास बेपटरी तो हुआ ही है साथ-साथ एक और पीढ़ी को राजद के हाथों बर्बाद होना तय कर दिया है.

    राधा मोहन सिंह ने कहा कि भाजपा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और अपने मौलिक विचारधारा के साथ आगे भी प्रवाहमान रहेगी और हमारा संकल्प कभी अन्यथा नहीं जाता. इसका उदाहरण 2014 के लोकसभा चुनाव का परिणाम है. भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है और हम अपने नेतृत्व और विचारधारा के बल पर पुनः जनता का आशीर्वाद पाकर 2024 और 2025 में सरकार बनायेंगे. लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर आपका भविष्य क्या होगा, इसका आकलन जरूर कर लीजिएगा.

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