Category: बिहार

  • जंगल राज कहां रिटर्न आएगा, नीतीश कुमार सुशासन के प्रतीक, ‘जंगल राज’ तो बीजेपी वाले लाए थे, ललन सिंह का बड़ा बयान

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में एनडीए गठबंधन टूटने के बाद से जेडीयू और बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह बीजेपी के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. बीजेपी के कई नेता बार-बार कह रहे हैं कि बिहार में फिर भी जंगल राज वापस आ जाएगा. जिस पर ललन सिंह ने करारा जवाब देते हुए कहा कि जंगल राज कहां वापस आएगा, नीतीश कुमार सुशासन के प्रतीक हैं. ‘जंगल राज’ तो बीजेपी वाले लाए थे. साथ ही ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी के पहले के नेता अपने साथी का सम्मान करते थे जबकि अभी के नेता अपने साथियों की हत्या करने और पीठ पर पीछे से वार करने में विश्वास करता है.

    ललन सिंह ने बीजेपी के बिहार में पॉलिटिकल प्रोपेगेंडा के तौर पर ‘जंगल राज’ की वापसी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि जंगल राज कहां रिटर्न आयेगा, नीतीश कुमार सुशासन के प्रतीक हैं. जंगल राज तो बीजेपी वाले लाए थे. ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने पहले साजिश करके जदयू का सीट 42 कर दिया. उसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि आप मुख्यमंत्री बन जाइये. फिर उसके बाद चार गो छुटभैया नेता को उकसाकर बयान दिलवाते थे और कहते हैं कि 2024 में 2025 दोनों में नीतीश कुमार NDA का नेतृत्व करेंगे और हम लोगों की पार्टी में एक एजेंट को बहाल कर लिए थे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उसको पहचान लिया और विदा कर दिया और पार्टी से सड़क छाप कर दिया.

    बीजेपी पर हमला करते हुए ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी का अभी का जो नेतृत्व है, वह अपने साथियों का अपने सहयोगियों का सम्मान करना नहीं जानती है. अपने साथियों के प्रति उनका ईमानदारी का भाव नहीं है. पहले के नेता अपने साथी का सम्मान करते थे अभी के नेता अपने साथियों की हत्या करने और पीठ पर पीछे से वार करने में विश्वास करता है. उन्होंने कहा कि एक तरफ बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व कह रहा है कि 2024 में 2025 दोनों में सीएम नीतीश कुमार NDA का नेतृत्व करेंगे. वहीं पटना में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कह रहे हैं कि क्षेत्रीय पार्टियों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. ऐसे में आपकी मंशा साफ है. आप क्या करना चाहते हैं. ललन सिंह ने कहा कि 2014 में आप शासन में तब कितने लोग NDA में थे अब कितने बच गए हैं. अभी वाला जो नेतृत्व है जैसा करेगा वैसे भरेगा. जस करनी तस भोगाहूं ताता, नरक जात तो क्यों पछताता.

    बता दें कि इससे पहले ललन सिंह ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि जब अटल जी बीजेपी का नेतृत्व कर रहे थे और 1996 में एनडीए अस्तित्व में आया, हम 2013 में इसका हिस्सा बने. 17 सालों में 17 सेकेंड के लिए भी एनडीए में मतभेद नहीं दिखा. लेकिन आज बीजेपी के लोग जो सरकार में हैं, वे अपने सहयोगियों को सम्मान देने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा 2020 के चुनाव में जदयू को हराने के षड्यंत्र में भाजपा के साथ आरसीपी सिंह भी मिले हुए थे. भाजपा नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगातार अपमानित किया जा रहा था.

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  • महागठबंधन सरकार बनते ही बिहार में सियासी हलचल तेज, पशुपति पारस की पार्टी में टूट?, तीन सांसद JDU में हो सकते हैं शामिल

    लाइव सिटीज पटना: बिहार की सियासत से बड़ी खबर सामने आ रही है. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बिहार में सियासी हलचल तेज है. इस बीच खबर आ रही है कि केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) टूट सकती है. RLJP के तीन सांसद जदयू में जा सकते हैं.
    पशुपति पारस की RLJP के तीन सांसद महबूब अली कैसर, वीणा देवी और चंदन सिंह जदयू में शामिल हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की पार्टी की टूट के पीछे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का हाथ है. दरअसल बीते साल रामविलास पासवान की एलजेपी में फूट पड़ गई थी. पशुपति पारस समेत 5 सांसदों ने चिराग पासवान के खिलाफ बगावत कर दी थी. जिसके बाद चुनाव आयोग ने लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों धड़ों को अलग-अलग चुनाव चिन्ह और नामों का आवंटन किया था.

    जिन पांच सांसदों ने राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान के खिलाफ बगावत की थी, वो हैं-पशुपति पारस पासवान (चाचा), प्रिंस राज (चचेरे भाई), चंदन सिंह, वीणा देवी, और महबूब अली कैसर. LJP में टूट के बाद पशुपति पारस ने कहा था कि हमारी पार्टी के 6 सांसद हैं. पार्टी के 5 सांसदों ने इसे बचाने की इच्छा जाहिर की थी. उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी को नहीं तोड़ा है, इसे बचाया है. बता दें कि LJP में टूट के बाद चुनाव आयोग ने लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों धड़ों को अलग-अलग चुनाव चिन्ह और नामों का आवंटन किया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान को हेलीकॉप्टर चुनाव चिन्ह के साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) नाम की पार्टी का आवंटन किया गया है. वहीं चिराग के चाचा केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की पार्टी का नाम राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी है. पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को सिलाई मशीन चुनाव चिन्ह दिया गया है.

    बता दें कि बीते दिनों ही बिहार में सत्ता परिवर्तन हुआ है. नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़कर तेजस्वी यादव के साथ महागठबंधन की सरकार बनाई है. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री जबकि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने हैं. नीतीश और तेजस्वी की सरकार का 24 अगस्त को सदन में फ्लोर टेस्ट होगा. जहां उन्हें बहुमत साबित करना होगा. सीएम और डिप्टी सीएम तो तय हो गया है लेकिन बिहार के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है. सरकार में कौन-कौन शामिल होगा, किसके कितने मंत्री बनेंगे, यह सब अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि माना जा रहा है कि महागठबंधन में इस बात पर सहमति बन रही है कि 5 विधायक पर एक मंत्री बनाया जाएगा. बतातें चलें कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.

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  • एक अनार कई बीमार, बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक, 12 ने जताई मंत्री बनने की दावेदारी, बढ़ी टेंशन

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में महागठबंधन की नई सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शपथ ले ली है. लेकिन मंत्रिमंडल का विस्तार अभी नहीं हुआ है.ऐसे में सबके जेहन में एक ही सवाल है कि नीतीश कुमार की नई सरकार में कैबिनेट में कौन-कौन चेहरे होंगे. इसको लेकर मंथन का दौर जारी है. जदयू, राजद और कांग्रेस का मंथन लगातार चल रहा है कि किसे मंत्री बनाया जाए. तेजस्वी यादव मंत्रियों की लिस्ट लेकर लालू यादव के पास दिल्ली भी पहुंच चुके हैं. माना जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद नीतीश-तेजस्वी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या कांग्रेस के सामने है, जहां मंत्री पद के दावेदारों की संख्या सबसे ज्यादा है.

    महागठबंधन सरकार में कांग्रेस के हिस्से में तीन से चार मंत्री पद जा सकता है. क्योंकि कांग्रेस के पास केवल 19 विधायक है लेकिन हैरानी की बात यह है कि 19 में से 12 विधायकों ने मंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है. कांग्रेस के विधायकों ने मंत्री पद के लिए दावेदारी बिहार प्रभारी भक्त चरण दास, प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा से लेकर आलाकमान तक पेश की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह चुके हैं कि 15 अगस्त के बाद कभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. मुख्यमंत्री की इस घोषणा के साथ ही महागठबंधन के दूसरे सहयोगी अपने-अपने कोटे के मंत्रियों का नाम फाइनल करने में लग गए हैं.

    बताया जा रहा है कि कांग्रेस के 19 में से 12 विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष से लेकर प्रभारी मंत्री तक अपनी दावेदारी पेश कर दी है. जिन नामों ने दावेदारी पेश की है, उनमें राजापाकड़ से प्रतिमा दास तो बक्सर से मुन्ना तिवारी, करगहर से संजीव मिश्रा, खगड़िया से छत्रपति यादव, अररिया से अब्दुल रहमान के नाम प्रमुख तौर पर शामिल हैं. इनके अलावा दो विधान पार्षद भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं. ऐसे में एक साथ लगभग एक दर्जन दावेदारों के खड़ा होने से पार्टी में असमंजस की स्थिति बन गई है. तेजस्वी यादव से मिलने के बाद कांग्रेस बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने लालू यादव से भी मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में बनी महागठबंधन की सरकार में हिस्सेदारी को लेकर बातचीत हुई है और उसके मंत्रियों की संख्या सम्मानजनक होगी.

    बता दें कि बताया जा रहा है कि महागठबंधन की नयी सरकार में जो कैबिनेट तय होगा, उसका फॉर्मूला 2015 के आधार पर तय होगा. इसके मुताबिक पांच विधायक पर एक मंत्री बनाये जायेंगे. नीतीश सरकार में अधिकतम 36 मंत्री बनाये जा सकते हैं. राजद विधानसभा में 79 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. फॉर्मूले के तहत राजद के 15 मंत्री बन पायेंगे. जबकि 10 मंत्री जदयू से भी बनाये जायेंगे. जबकि कांग्रेस को 3 या 4 पद मिल सकता है, वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी हम पिछली सरकार की तरह ही इस सरकार में भी एक सीट लेने में सफल होगी. वहीं नीतीश कुमार की नयी कैबिनेट में निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को भी फिर से मंत्री बनने का अवसर मिल सकता है. बताया जा रहा है कि भाजपा कोटे के मंत्रियों के मिले विभाग राजद कोटे के मंत्रियों को दिया जायेगा.

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  • बिहार के समस्तीपुर में दुखद हादसा, तालाब में डूबने से महिला समेत चार की मौत, परिजन के बीच मचा कोहराम

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के समस्तीपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां शनिवार सुबह दुखद हादसा हो गया. चकमेहसी थाना क्षेत्र में सोरमार पंचायत के श्रीनाथ पारन गांव में दक्षिण चौर स्थित तालाब में डूबने से चार लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में एक महिला और तीन बच्चे शामिल है. बताया जा रहा है कि रक्षाबंधन पर महिला अपने मायके आई हुई थी. सुबह वह अपने बच्चों के साथ शौच करने गई थी, तभी यह हादसा हो गया. एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में सभी डूब गए.

    मृतकों की पहचान 30 वर्षीय चंपा देवी, आंचल कुमारी (12), गौतम कुमार (10) और काजल (8) के रूप में हुई है. चंपा देवी का ससुराल बेलसंडी गांव में था. बताया जा रहा है कि महिला अपने बच्चों के साथ तालाब के पास शनिवार सुबह शौच के लिए गई थी. तभी एक बच्चा तालाब में गिर गया और डूबने लगा.
    उसे बचाने के चक्कर में दूसरे बच्चे और फिर महिला ने भी तालाब में छलांग लगा ली. और देखते ही देखते एक-एक करके चारों तालाब में डूब गए.

    चार लोगों की डूबने की खबर मिलते ही तालाब के पास ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटना का जायजा लिया. एक ही परिवार के चार लोगों की मौत से परिजन के बीच कोहराम मच गया. रक्षाबंधन का त्योहार एक परिवार के लिए बहुत बुरा दिन साबित हुआ. कहां वह महिला अपने मायके रक्षाबंधन मनाने आई थी और देखते ही देखते पूरा परिवार ही खत्म हो गया. इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

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  • ‘पुरानी लाठी निकलने लगी है, सतर्क रहिये’, पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने ऐसा क्यों कहा, जानें पूरा मामला

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में एनडीए गठबंधन टूटने के बाद से जेडीयू (JUD) और बीजेपी (BJP) के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. गठबंधन और सत्ता से बाहर हुई बीजेपी लगातार नीतीश कुमार पर जनता को धोखा देने का आरोप लगा रही है. जदयू ने एनडीए से खुद को किनारे करते हुए महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनायी तो भाजपा के नेता विरोध प्रदर्शन करने मैदान में उतर गए हैं. बीजेपी के नेता अलग-अलग जगहों पर प्रदेश में धरना दे रहे हैं. इसी कड़ी में भागलपुर में धरना कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन नयी सरकार पर जमकर बरसे और जंगलराज पर निशाना साधा.

    शाहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश कुमार ने राजद के जंगलराज के खात्मे के लिए पार्टी बनायी थी. इसलिए उन्हें बताना चाहिए कि राजद वाले तब ठीक थे या अब ठीक हैं. उन्होंने कहा कि पुरानी लाठी निकलने लगी है, इसलिए सभी को सचेत हो जाना चाहिए. पूर्व उद्योग मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव युवाओं को 10 लाख नौकरी देने का वादा किए हुए हैं और उन्होंने कहा था कि वह अपने पहली साइन से 10 लाख बेरोजगार युवाओं को नौकरी देंगे. लेकिन अब कह रहे हैं की वह डिप्टी सीएम हैं. इससे साफ तौर पर लग रहा है कि सरकार में राजद जो सबसे बड़ी पार्टी है उसकी भी नहीं चल रही है. वहीं उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बिहार में फिर से क्राइम का ग्राफ बढ़ गया है और पिछले 2 दिनों के अंदर ही अपराध की बड़ी घटनाएं राज्य में देखी जा रही है. जिसको लेकर जनता में खौफ का माहौल पैदा हो गया है.

    इससे पहले बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर PFI से सांठगांठ कर सरकार बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जुलाई में पीएम मोदी के बिहार दौरे से पहले आतंकवादी हमले को अंजाम देने की साजिश का पता चला था, पीएफआई लिंक का पता तब चला, जब जांच एनआईए को सौंपी गई. बीजेपी नेता ने आगे यह भी कहा कि यह तब था, जब इन चरमपंथी संगठनों से जुड़े लोगों ने खुद को बचाने के लिए बीजेपी के साथ संबंध तोड़ना सबसे अच्छा समझा. उन्होंने तब तेजस्वी यादव को राजी किया और नीतीश कुमार के साथ हाथ मिलाया और डिप्टी सीएम पद के साथ समझौता किया.

    बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन सरकार बन गई है. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री जबकि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने हैं. नीतीश और तेजस्वी की सरकार का 24 अगस्त को सदन में फ्लोर टेस्ट होगा. जहां उन्हें बहुमत साबित करना होगा. सीएम और डिप्टी सीएम तो तय हो गया है लेकिन बिहार के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है. सरकार में कौन-कौन शामिल होगा, किसके कितने मंत्री बनेंगे, यह सब अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि माना जा रहा है कि महागठबंधन में इस बात पर सहमति बन रही है कि 5 विधायक पर एक मंत्री बनाया जाएगा. बतातें चलें कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.

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  • नालंदा में फूड प्वाइजनिंग, एक ही परिवार के 4 लोग बीमार, सभी सदर अस्पताल में भर्ती

    लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: बिहार के नालंदा जिले में फूड प्वाइजनिंग से एक ही परिवार के 4 लोग बीमार हो गये. सभी लोगों को बिहार शरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. मामला दीपनगर थाना क्षेत्र मेघी नगमा गांव का है. बताया जा रहा है कि घर में मशरूम की सब्जी बनी थी, जिसे खाने के बाद परिवार के 4 लोग हो गए.

    पीड़ित परिवार ने बताया की रक्षा बंधन के मौके पर अर्जुन राम ने खेत से लाये गये मशरूम की सब्जी बनी थी. सब्जी खाने के थोड़ी ही देर बाद परिवार के सभी सदस्यों को उल्टी होना शुरू हो गया.

    इसके बाद परिवार के सभी बीमार को इलाज के लिए बिहार शरीफ सद सदर अस्पताल लाया गया. बीमार होने वालों में काजल कुमारी, अर्जुन राम, सुगंधा कुमारी और खुशी कुमारी शामिल हैं. फिलहाल सभी लोग खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं.

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  • कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा की कभी भी हो सकती हैं गिरफ्तारी, जानें क्या है मामला

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार में नई बनी महागठबंधन की सरकार बनते ही विधायकों की परेशानी बढ़नी शुरू हो गई है. जिसमें सबसे पहले कांग्रेस की तरफ से मंत्री पद के प्रबल दावेदार भागलपुर विधायक अजीत शर्मा की बारी आई है.भागलपुर स्थित एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने स्थानीय कांग्रेस विधायक और विधानसभा में पार्टी के नेता अजीत शर्मा के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है. एसीजेएम-1 प्रबाल दत्ता की अदालत ने 13 साल पुराने मुकदमे में फैसले की तारीख पर मौजूद नहीं रहने को गंभीर मानते हुए कार्रवाई की है.

    अदालत ने विधायक को पूर्व में मिली जमानत की सुविधा रद्द करते हुए इशाकचक थानाध्यक्ष को निर्देश दिया है कि आरोपित को गिरफ्तार कर 20 अगस्त को पेश किया जाए. सरकार की ओर से एसडीपीओ प्रभात कुमार ने जजमेंट को गंभीरता से नहीं लेने पर विधायक के खिलाफ वारंट निकालने का अनुरोध किया था, जबकि विधायक के वकील आशुतोष राय ने बिहार में बदलते राजनीतिक समीकरण का हवाला देते हुए एक और तारीख देने की मांग की थी.

    आपको बता दें की बहुजन समाज पार्टी से 2009 में हुए चुनाव में भाग्य आजमाने वाले अजीत शर्मा के विरुद्ध पीरपैंती के टोपरा क्षेत्र में कपड़े का बैनर सरकारी पोल में लगा देखा गया था. क्षेत्र का मुआयना करने निकले तत्कालीन अंचल निरीक्षक उपेन्द्र रजक ने बैनर जब्त किया था. बैनर में बहुजन समाज पार्टी के घोषित प्रत्याशी अजीत शर्मा की तस्वीर लगी थी. उन्होंने आसपास के अन्य लोगों से पूछताछ बाद पीरपैंती थाने में शर्मा के विरुद्ध आदर्श चुनाव आचार संहिता का केस दर्ज कराया था. दर्ज केस में पुलिस की तफ्तीश बाद उनके विरुद्ध लगे आरोप को सत्य पाते हुए पुलिस ने 17 मई 2009 में आरोपपत्र दाखिल किया था.

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  • अच्छी खबर: 12वीं हैं पास, तो बिहार पुलिस में इन पदों पर मिलेगी नौकरी, आज से आवेदन शुरू

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार सेंट्रल सेलेक्शन बोर्ड ऑफ कांस्टेबल ने प्रोहिबिशन कांस्टेबल के पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे हैं. इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो इन पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे CSBC की आधिकारिक वेबसाइट csbc.bih.nic.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं. इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया आज यानि 13 अगस्त से शुरू हो गई है.

    इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक https://www.csbc.bih.nic.in/Default.htm पर क्लिक करके भी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं. साथ ही इस लिंक Bihar Police Recruitment 2022 Notification PDF के जरिए भी आधिकारिक नोटिफिकेशन को भी चेक कर सकते हैं. इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 76 पदों को भरा जाएगा

    उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 12वीं पास होना चाहिए. उम्मीदवारों की आयु 1 जनवरी, 2022 को 18 वर्ष से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गई है. सामान्य/बीसी/ईबीसी/ईडब्ल्यूएस श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 675 रुपये है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों, महिला उम्मीदवारों और थर्ड जेंडर के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 180 रुपये है.

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  • पटना समेत 12 जिलों में होगी हल्‍की वर्षा, इन दो जिलों के लोग रहें संभलकर

    लाइव सिटीज, पटना: मौसम लोगों के लिए सुखद बना हुआ है. उमस भरी गर्मी से फिलहाल राहत मिली हुई है. राजधानी पटना समेत प्रदेश के दक्षिणी भागों के बक्सर, भोजपुर, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद समेत अन्य भागों में मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ हल्के दर्जे की वर्षा का पूर्वानुमान है.

    वहीं प्रदेश के किशनगंज, कैमूर व राेहतास जिले के एक या दो स्थानों पर वज्रपात के साथ भारी वर्षा की चेतावनी है. इन मौसमी प्रभाव को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है.

    शुक्रवार को रोहतास के चेनारी में 15.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई. राजधानी का अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 37.7 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी प्रदेश का गर्म शहर दर्ज किया गया. मौसम विज्ञानी की मानें तो प्रदेश में पूर्वी व दक्षिण पूर्वी हवा का प्रवाह बना हुआ है. वहीं मानसून ट्रफ पूर्वोत्तर अरब सागर से होेते हुए अहमदाबाद, रायसेन, रांची, पुरुलिया, दीघा होते हुए दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर गुजर रही है. इन सभी मौसमी प्रभाव के कारण प्रदेश में वज्रपात और हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा का पूर्वानुमान है.

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  • दिल्ली में डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने PM मोदी और अमित शाह को ललकारा, कहा-बिहारी बिकाऊ नहीं टिकाऊ होता है

    लाइव सिटीज पटना: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश जी का हमसे फिर हाथ मिलाना बीजेपी के मुंह पर तमाचे की तरह है. उन्होंने आगे कहा कि ये सरकार जनता की सरकार है. बिहार विधानसभा में बीजेपी को छोड़कर सभी दल एक हो चुके हैं. यही दृश्य अब पूरे देश में दिखने वाला है. तेजस्वी यादव ने कहा कि आज जो माहौल है उसमें बीजेपी सिर्फ डरा कर सत्ता में आती है. बीजेपी का एक ही काम है जो डरेगा उसे डराओ जो बिकेगा उसे खरीदो. बीजेपी एक-एक एजेंसी को बर्बाद कर रही है. इनकी हालत तो पुलिस थाने से भी बदतर हो चुकी है. हम बिहार के लोग डरने वाले नहीं है. हमने पहले भी कहा था कि बिहारी बिकाऊ नहीं टिकाऊ होता है.

    तेजस्वी यादव ने कहा कि चाहे बात महंगाई की हो या फिर हिंदू -मुस्लिम की लड़ाई लड़ाने की, इन सब मुद्दों को लेकर बीजेपी को बिहार ने सबक सिखाया है. मैं सीएम नीतीश कुमार और सोनिया गांधी को धन्यवाद देता हूं. मैं लालू जी को भी धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने जिंदगी भर सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ी. दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत विपक्ष के बड़े नेताओं से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी दलों के शीर्ष नेतृत्व से हमारी मुलाकात हुई है. साथ ही सरकार बनाने में सहयोग देने पर सभी नेताओं को धन्यवाद दिया है. तेजस्वी ने बताया कि महागठबंधन की सरकार ही असली सरकार है.

    तेजस्वी यादव ने बीजेपी को बड़का झूठा पार्टी बताया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी वालों को सिर्फ ऊटपटांग काम करने में मजा आता है. तेजस्वी ने यह भी कहा कि अगर बीजेपी को बिहार से लगाव है, तो अब तक इसे विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया गया. हर जगह रोजगार पर चर्चा हो रही है, पर इस पार्टी को इससे कोई लेना-देना नहीं है. तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बीजेपी ने राज्य में 19 लाख नौकरियां देने की बात कही, क्या उन्होंने 19 नौकरियां भी दीं? इसी तरह देश में 2 करोड़ नौकरियां देने की बात करते थे, लेकिन 80 लाख नौकरियां ही देते थे. तेजस्वी यादव ने यह भी आरोप लगाया कि एक एडिटेड वीडियो चलाया गया, हमने उसका जवाब दिया. गिरिराज सिंह को पीएम मोदी से नौकरियों और विशेष पैकेज के बारे में पूछने का साहस करना चाहिए, जिसका उन्होंने राज्य को वादा किया था. बीजेपी झूठों की पार्टी है, मीडिया के सामने बैठे रहते हैं, क्या काम करते हैं?.

    बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन सरकार के गठन के बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पिता लालू प्रसाद यादव से आशीर्वाद लेने दिल्ली पहुंचे है. वहां वह अलग-अलग पार्टी के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. उसके साथ आरजेडी सांसद मनोज झा भी मौजूद रहे. इससे पहले तेजस्वी यादव ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा से मुलाकात की. तेजस्वी ने कहा कि सरकार बनाने में सहयोग देने पर सभी नेताओं को धन्यवाद दिया है. बता दें कि पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को छोड़ कर महागठबंधन का हिस्सा बन गए.

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