Category: बिहार

  • CM नीतीश के मन में PM बनने की अकुलाहट, आरोप लगाने वाले अपने गिरेबान में झांकें, जनता इनके साथ पलटी मारेगी, बीजेपी का हमला

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में एनडीए गठबंधन की सरकार टूटने के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बन गई है. नीतीश कुमार ने आठवीं बार सीएम पद की शपथ ली तो वहीं तेजस्वी यादव दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बने हैं. एनडीए गठबंधन टूटने के बाद अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. जेडीयू के आरोपों पर बीजेपी जवाब दे रही तो बीजेपी के आरोपों पर जेडीयू का जवाब आ रहा है. गुरुवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता तारकिशोर प्रसाद ने नीतीश कुमार और आरजेडी पर हमला बोला है. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार के मन में जब-जब प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब आता है तब-तब इस तरह की बात करते हैं. क्योंकि प्रधानमंत्री बनने की एक अकुलाहट है.

    तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जिस तरह से नीतीश कुमार पलटी मारते गए हैं ऐसे में आने वाले समय में बिहार की जो जनता है वो इनके साथ पलटी मारेगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का सर्वांगीण विकास, सबका साथ सबका विकास अभियान चल रहा है. लगातार केंद्र का सहयोग इस राज्य को भी मिल रहा था. हम जिन मुद्दों को लेकर सरकार में हम आए बिहार की महान जनता के साथ जो हमारा कमिटमेंट है उसे अंजाम तक पहुंचाएंगे. इसके लिए सदन से सड़क तक विकास की बात करनी है. सड़क पर भी जाना होगा तो निश्चित तौर पर जाएंगे. सदन में भी मजबूती से अपनी बातों को रखेंगे.

    पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि आश्चर्य लगा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवारों के खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए गए. यह आरोप आधारहीन है. उल्टा उन्होंने जो हमारे तीन उम्मीदवार हैं उनके खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए. गोह विधानसभा क्षेत्र में जिस तरह से उन्होंने मनोज शर्मा के खिलाफ रणविजय सिंह को उम्मीदवार बनाया, उसी प्रकार से कैमूर में रिंकी पांडेय के खिलाफ प्रमोद पटेल को उम्मीदवार बनाया. इसके अलावा बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र (गोपालगंज) से मिथिलेश तिवारी के खिलाफ में मंजीत सिंह को उम्मीदवार बनाकर उन्हें हराने का काम किया. आज ये तीनों जनता दल यूनाइटेड के राज्य और जिलों के पदाधिकारी बने हैं. तारकिशोर ने कहा कि इस तरह के आरोप लगाकर जिस तरह से उन्होंने अपनी बात कही है उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.

    इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी के आरोपों पर कहा कि वह कभी उपराष्ट्रपति नहीं बनना चाहते थे. बिना बीजेपी का नाम लिए नीतीश ने कहा कि जिसको जो बोलना है, बोलने दीजिए. आपने एक आदमी (सुशील मोदी) को यह कहते सुना कि मैं उपराष्ट्रपति बनना चाहता था. क्या मजाक है! यह फर्जी है. मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं थी. क्या वे भूल गए कि हमारी पार्टी ने हाल ही में संपन्न हुए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनावों में कितना समर्थन किया था? उन्हें मेरे खिलाफ बात करने दें. साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष एकजुट होकर आगे बढ़ेगा. हम बिहार में जनता की सेवा करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि महागठबंधन मजबूती के साथ काम करेगी.

    बता दें कि नीतीश और तेजस्वी की सरकार का 24 अगस्त को सदन में फ्लोर टेस्ट होगा. जहां उन्हें बहुमत साबित करना होगा. सीएम और डिप्टी सीएम तो तय हो गया है लेकिन बिहार के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है. सरकार में कौन-कौन शामिल होगा, किसके कितने मंत्री बनेंगे, यह सब अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि माना जा रहा है कि महागठबंधन में इस बात पर सहमति बन रही है कि 5 विधायक पर एक मंत्री बनाया जाएगा. बतातें चलें कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.

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  • इस दिन होगा नीतीश-तेजस्वी मंत्रिमंडल का विस्तार, महागठबंधन की सरकार में सभी मंत्रियों के नाम लगभग तय, CM ने दी जानकारी

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बन गई है. नीतीश कुमार ने आठवीं बार सीएम पद की शपथ ली तो वहीं तेजस्वी यादव दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बने हैं. अब ऐसे में नीतीश कुमार की नयी कैबिनेट का विस्तार कब होगा और उसका स्वरूप कैसा होगा इसको लेकर चर्चा तेज हो गयी है. इस बीच बिहार कैबिनेट के विस्तार को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने बड़ी जानकारी दी है. सीएम नीतीश ने बताया कि बिहार कैबिनेट का विस्तार 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस के बाद होगा. सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार संभवत: 16 अगस्त को या उसके बाद हो सकता है. ऐसे में माना जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद किसी भी दिन इस पर मुहर लग सकती है.

    सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष एकजुट होकर आगे बढ़ेगा. हम बिहार में जनता की सेवा करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि महागठबंधन मजबूती के साथ काम करेगी. सीएम ने बीजेपी के आरोपों पर कहा कि वह कभी उपराष्ट्रपति नहीं बनना चाहते थे. बिना बीजेपी का नाम लिए नीतीश ने कहा कि जिसको जो बोलना है, बोलने दीजिए. आपने एक आदमी (सुशील मोदी) को यह कहते सुना कि मैं उपराष्ट्रपति बनना चाहता था. क्या मजाक है! यह फर्जी है. मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं थी. क्या वे भूल गए कि हमारी पार्टी ने हाल ही में संपन्न हुए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनावों में कितना समर्थन किया था? उन्हें मेरे खिलाफ बात करने दें.

    बताया जा रहा है कि महागठबंधन की नयी सरकार में जो कैबिनेट तय होगा, उसका फॉर्मूला 2015 के आधार पर तय होगा. इसके मुताबिक पांच विधायक पर एक मंत्री बनाये जायेंगे. नीतीश सरकार में अधिकतम 36 मंत्री बनाये जा सकते हैं. राजद विधानसभा में 79 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. फॉर्मूले के तहत राजद के 15 मंत्री बन पायेंगे. जबकि 10 मंत्री जदयू से भी बनाये जायेंगे. जबकि कांग्रेस को 3 या 4 पद मिल सकता है, वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी हम पिछली सरकार की तरह ही इस सरकार में भी एक सीट लेने में सफल होगी. वहीं नीतीश कुमार की नयी कैबिनेट में निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को भी फिर से मंत्री बनने का अवसर मिल सकता है. बताया जा रहा है कि भाजपा कोटे के मंत्रियों के मिले विभाग राजद कोटे के मंत्रियों को दिया जायेगा.

    RJD कोटे से संभावित मंत्रियों की सूची:
    तेजप्रताप यादव, कुमार सर्वजीत, अख्तरुल इस्लाम शाहीन, आलोक कुमार मेहता, ललित यादव, अनिता देवी, जितेन्द्र कुमार राय, अनिल सहनी, चन्द्रशेखर, भाई वीरेन्द्र, भारत भूषण मंडल, शाहनवाज, समीर महासेठ, वीणा सिंह, रणविजय साहू, सुरेन्द्र राम, सुनील सिंह/केदार सिंह, बच्चा पांडेय/राहुल तिवारी, कार्तिक सिंह/सौरभ कुमार

    JDU कोटे से संभावित मंत्रियों की सूची:
    बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, उपेंद्र कुशवाहा, संजय झा, लेसी सिंह, सुनील कुमार, जयंत राज, जमा खान, अशोक चौधरी
    कांग्रेस कोटे से संभावित मंत्री:
    मदन मोहन झा, अजीत शर्मा, शकील अहमद खान, राजेश कुमार राम
    जीतनराम मांझी की पार्टी हम (से) कोटे से संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह भी एक बार फिर मंत्री बन सकते हैं.

    बता दें कि नीतीश और तेजस्वी की सरकार का 24 अगस्त को सदन में फ्लोर टेस्ट होगा. जहां उन्हें बहुमत साबित करना होगा. सीएम और डिप्टी सीएम तो तय हो गया है लेकिन बिहार के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है. सरकार में कौन-कौन शामिल होगा, किसके कितने मंत्री बनेंगे, यह सब अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि माना जा रहा है कि महागठबंधन में इस बात पर सहमति बन रही है कि 5 विधायक पर एक मंत्री बनाया जाएगा. बतातें चलें कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.

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  • सुशील मोदी के आरोपों का सीएम नीतीश ने दिया जवाब, कहा- एडजस्टमेंट चाह रहे, स्पीकर जो चाहे करें

    लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: बिहार विधानसभा में शहीद दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव समेत कई नेता इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे. इस ललन सिंह भी मौजूद थे. सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शहीद दिवस के अवसर पर  शहीद स्‍मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किया.

    जब कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम बाहर निकले तो मीडिया ने बीजेपी के आरोपों पर सवाल कर डाला. नीतीश कुमार ने अपने पुराने सहयोगी पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी की तरफ से किए गए खुलासे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुशील मोदी बीजेपी में एडजस्टमेंट के लिए बयानबाजी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने सुशील मोदी की तरफ से नीतीश कुमार के द्वारा उपराष्ट्रपति का पद मांगे जाने की बात खारिज की.

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  • बिहार में बन गई महागठबंधन की सरकार, डिप्टी सीएम बनते ही तेजस्‍वी यादव को जेड (+) सुरक्षा के साथ मिली बुलेट प्रूफ गाड़ी

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई है. राष्‍ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्‍वी यादव इस सरकार में उपमुख्‍यमंत्री बन गए हैं. इसके साथ ही उनपर बढ़े खतरे को देखते हुए गृह विभाग  ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है। तेजस्‍वी यादव को जेड (+) श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. उन्‍हें बुलेट प्रूफ गाड़ी भी मिली है. इसके पहले उन्‍हें वाई (+) श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी.

    विदित हो कि‍ बिहार में बीते मंगलवार को NDA सरकार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्‍तीफा देकर राज्‍यपाल फागू चौहान के पास आरजेडी, कांग्रेस व अन्‍य सहयोगी दलों के साथ महागठबंधन की सरकार बनाने का दावा किया था. इसके बाद उन्‍होंने बुधवार को महागठबंधन की सरकार में मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली. महागठबंधन के सरकार में उनके साथ आरजेडी नेता तेजस्‍वी यादव ने उपमुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद उनकी सुरक्षा में इजाफा किया गया है.

    बिहार में राज्‍यपाल फागू चौहान, मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, सुशील मोदी एवं जीतन राम मांझी सहित कुछ अन्‍य नेताओं को पहले से जेड (+) सुरक्षा मिली हुई है. इसे श्रेणी में अब तेजस्‍वी यादव भी शामिल हो गए हैं. राज्यपाल फागू चौहान व मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को जेड (+) सुरक्षा के साथ एडवांस सिक्यूरिटी लाइजनिंग (एएसएल) का सुरक्षा घेरा भी दिया गया है.

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  • बेतिया में नाबालिग के साथ दुष्कर्म, वीडियो बनाकर दी जान से मारने की धमकी

    लाइव सिटीज, बेतिया: बिहार के बेतिया में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है. आरोपी युवक ने घटना को उस समय अंजाम दिया, जब नाबालिग घर में अकेली थी. घटना के वक्त आरोपी युवक के साथ उसका बड़ा भाई भी था. दुष्कर्म करने के बाद दोनों वहां से फरार हो गए. मामले में नाबालिग की बड़ी बहन ने शिकारपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. एफआईआर में उसने गांव के ही दो युवकों को आरोपी बनाया है. घटना शिकारपुर थाना क्षेत्र नरकटियागंज इलाके की है.

    एफआईआर में लड़की ने बताया कि उसके घर के लोग मोहर्रम के मेले में गए हुए थे. नाबालिग घर में अकेली थी और नहा रही थी. उसी समय दोनों आरोपी उसके घर में घुस गए. घर में घुसने के बाद नाबालिग को नहाते हुए देख मोहम्मद फैज उसका वीडियो बना लिया. वीडियो बनाने के बाद उसके साथ जबरदस्ती की. जब नाबालिग ने विरोध किया तो उसका वीडियो दिखाते हुए कहा कि शोर करोगी तो यह वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल कर देंगे. जब वह रोने लगी तो चुप रहने के लिए उसे जान से मारने की धमकी भी दी. इस घटना में आरोपी के बड़े भाई ने भी उसका साथ दिया.

    नाबालिग ने एफआईआर में यह भी खुलासा किया है कि कुछ दिन पहले आरोपी के बड़े भाई ने भी जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया था लेकिन पंचायती के माध्यम से मामला सुलझा लिया गया था. शिकारपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पीड़ित लड़की को मेडिकल और बयान दर्ज करने के लिए बेतिया भेज दिया गया है. आरोपी युवक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

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  • डिप्टी सीएम बनने के बाद तेजस्वी यादव का पहला ट्वीट, बिहार के लोगों से की ये अपील

    लाइव सिटीज, पटना: नीतीश कुमार ने 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है. राज्यपाल फागू चौहान ने बुधवार को उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. नीतीश ने हिंदी में ईश्वर के नाम की शपथ ली. उनके तुरंत बाद तेजस्वी यादव ने डिप्टी CM पद की शपथ ली. शपथ लेते ही तेजस्वी ने मंच पर ही नीतीश कुमार के पैर छूकर आशीर्वाद लिया.

    बिहार के डिप्टी सीएम बनने के बाद तेजस्वी यादव का पहला ट्वीट सामने आया है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने धन्यवाद देते हुए बिहार के लोगों अपील की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि हर बिहारवासी की उम्मीदों पर खरा उतर सकूं. सभी समर्थकों से आग्रह है जश्न मनाने की बजाय काम पर लग जाएं. गरीब-गुरबा को गले लगाए व ईमानदारी से उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें. आइये हम सब मिलकर बिहार को और अधिक बेहतर बनाएं.

    आपको बता दें की शपथ लेने के बाद तेजस्वी यादव ने ऐलान किया था कि अगले एक महीने में राज्य के गरीबों और युवाओं को बंपर रोजगार दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह इतना भव्य होगा, जैसा किसी और राज्य में अबतक नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि बिहार ने वह किया है, जिसे देश को जरूरत थी. हमने उन्हें एक रास्ता दिखाया है. हमारी लड़ाई बेरोजगारी के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गरीबों और युवाओं के दर्द को महसूस करते हैं. तेजस्वी ने कहा कि हमने नीतीश कुमार से बात की वो सभी बातों पर सहमत हैं. हम जल्द ही दो से तीन महीनों में युवाओं को रोजगार देने की कवायद शुरू करेंगे.

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  • पटना: एलएन मिश्रा प्रबंधन संस्थान में 12 अगस्त से नए सत्र की शुरुआत, विजय चौधरी होंगे मुख्य अतिथि

    लाइव सिटीज पटना: राजधानी पटना के बेली रोड स्थित एलएन मिश्रा आर्थिक विकास एवं प्रबंधन संस्थान में नए सत्र की शुरुआत आगामी 12 अगस्त से 2022 सत्र के छात्रों के इंडक्शन तथा ओरियेंटेशन के साथ होने जा रही है. सत्रीय उद्घाटन कार्यक्रम ‘आगाज-2022’ में विजय कुमार चौधरी मुख्य अतिथि होंगे. अपर मुख्य सचिव वित्त विभाग बिहार सरकार व संस्थान के निदेशक डॉ० एम. सिद्धार्थ (भा.प्र.से.) तथा अन्य अतिथियों की उपस्थिति भी रहेगी. छात्रों में प्रबंधन के मूल्यों व बदलते समय में कंप्यूटर की विविधताओं से छात्रों को अवगत कराने तथा इसके माध्यम से उन्हें रोजगार दिलाने के क्रम में एल. एन. मित्र संस्थान राज्य का सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में से एक है. संस्थान में एमबीए, एमबीए (आई.बी.), एमबीए (एच.आर.डी.). एमसीए, बीसीए तथा बीबीए पाठ्यक्रमों का अध्यापन होता है.

    कोविड महामारी के दौरान भी ऑनलाइन पद्धति से शिक्षा की गति लगातार बनाई रखी गई. जिस कारण सत्र 2020-22 के छात्रों का चयन नामी कंपनियों में हुआ. संस्थान से सर्वोच्च सालाना पैकेज 14 लाख पर 3 छात्रों का चयन हुआ, तो वहीं अधिकतर छात्र 5-6 लाख कीसालाना पैकेज पर चयनित हुए. संस्थान में छात्रों के समग्र विकास को भी ध्यान में रखा जाता है. यहां के छात्रों ने हाल में ‘आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की वित्तीय बाजार प्रश्नोत्तरी में इस्टर्न जोन में तीसरा स्थान प्राप्त किया.

    बता दें कि इस उपलब्धि को हासिल करने वाला एलएन मिश्रा बिहार का एकमात्र प्रबंधन संस्थान है. यहां के छात्र समय-समय पर आयोजित कला, खेल-कूद, वाद-विवाद आदि से जुड़े इंटर कॉलेज प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहते हैं और अक्सर अव्वल स्थान भी प्राप्त करते हैं. संस्थान के कई पूर्ववर्ती छात्र आज कई नामी कंपनियों में उच्च पदों पर आसीन हैं. वे इस संस्थान में एलुम्नाई एसोसिएशन के माध्यम से अनवरत जुड़े रहते हैं.

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  • BJP से सत्ता फिसलकर तेजस्वी के हाथों में कैसे आ गई, ज्वालामुखी की तरह फटा बिहार का सियासी शोला, जानें 3 दिन में कब क्या-क्या हुआ

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बन गई है. नीतीश कुमार ने आठवीं बार सीएम पद की शपथ ली तो वहीं तेजस्वी यादव दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बने हैं. नीतीश और तेजस्वी की सरकार का 24 अगस्त को सदन में फ्लोर टेस्ट होगा. जहां उन्हें बहुमत साबित करना होगा. सीएम और डिप्टी सीएम तो तय हो गया है लेकिन बिहार के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है. सरकार में कौन-कौन शामिल होगा, किसके कितने मंत्री बनेंगे, यह सब अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि माना जा रहा है कि महागठबंधन में इस बात पर सहमति बन रही है कि 4 विधायक पर एक मंत्री बनाया जाएगा. अब सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि BJP से सत्ता फिसलकर तेजस्वी के हाथों में आ गई. बिहार में पिछले 3 दिन में जो कुछ हुआ, वह न सिर्फ राज्य की दिशा बल्कि पार्टियों के भविष्य को भी तय करेगा. आइये जानते हैं आखिर पिछले तीन दिन में क्या-क्या हुआ?

    7 अगस्त : दिन रविवार

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 7 अगस्त को हुई नीति आयोग की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए. यह एक महीने में चौथा मौका था, जब नीतीश कुमार केंद्र सरकार के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे. इसके बाद अफवाहों का बाजार गर्म हो गया. कयास लगाए जाने लगे कि आखिर नीतीश के मन में क्या चल रहा है. ऐसे माना जाने लगा कि नीतीश कुमार बीजेपी से दूरी बना रहे हैं. वे जल्द ही बीजेपी के साथ अपना नाता तोड़कर आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना सकते हैं. हालांकि जदयू और बीजेपी की ओर से कोई बयान नहीं आया. 

    8 अगस्त: दिन सोमवार

    8 अगस्त यानी सोमवार को नीतीश कुमार के बीजेपी से गठबंधन तोड़ने की चर्चा के बीच राज्य की सभी पार्टियां एक्टिव हो गईं. जहां नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने विधायकों, एमएलसी और सांसदों की 9 अगस्त को बैठक बुलाई. वहीं आरजेडी, कांग्रेस, हम और लेफ्ट पार्टियों ने भी अपने नेताओं, विधायकों और सांसदों से पटना आने को कहा. यहीं से हलचल तेज हो गई कि क्या बिहार कोई खेला होने वाला है. क्या बिहार सरकार बदलने का मौसम आ गया है. इसके बाद 9 अगस्त को सभी पार्टियों ने बैठक बुलाई. उधर बीजेपी वेट एंड वॉच की स्थिति में बनी रही. बीजेपी के नेता यह कहते रहे कि राज्य में एनडीए में सब कुछ ठीक चल रहा है. जदयू और बीजेपी की सरकार 2025 तक का कार्यकाल आसानी से पूरा करेगी. वहीं जदयू और आरजेडी के नेता भी कहते रहे कि यह सामान्य बैठक है.

    उधर सोमवार को दोपहर होते होते खबर आने लगी कि सीएम नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से बात की है. हालांकि यह जानकारी सामने नहीं आई कि नीतीश कुमार ने सीधे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात की है या नहीं. नीतीश कुमार की नाराजगी की खबरों के बीच बीजेपी नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश भी की. बताया जा रहा है कि कई बीजेपी नेताओं ने नीताश कुमार से फोन पर बात और उन्हें एनडीए में ही रहने को कहा. लेकिन नीतीश कुमार नहीं माने. खबर ये भी आई कि सोमवार देर रात गृह मंत्री अमित शाह ने भी फोन पर नीतीश कुमार से बात की. लेकिन वे भी उन्हें नहीं मना पाए. 

    9 अगस्त: दिन मंगलवार

    9 अगस्त यानी मंगलवार का दिन बिहार सत्ता परिवर्तन का दिन रहा. अब बिहार में बैठकों का दौर शुरू हुआ. जदयू ने विधायकों, एमएलसी और सांसदों की बैठक बुलाई. ये बैठक नीतीश कुमार के आवास पर हुई. इस दौरान नीतीश कुमार ने अपने नेताओं से कहा कि बीजेपी ने हमें कमजोर करने की कोशिश की, हर मौके पर हमें अपमानित किया. इस दौरान जदयू के नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार जो भी फैसला लेंगे, सभी उसका समर्थन करेंगे. बैठक में बीजेपी के साथ नाता तोड़ने का भी फैसला हो गया. उधर पटना में राबड़ी देवी के आवास पर राजद नेताओं की बैठक हुई. इस दौरान राजद नेताओं ने कहा कि तेजस्वी यादव जो फैसला करेंगे, वे सभी उसका समर्थन करेंगे. इतना ही नहीं राबड़ी देवी के आवास पर कांग्रेस और लेफ्ट के विधायक भी पहुंचे और उन्होंने समर्थन का पत्र तेजस्वी यादव को दिया. 

    पार्टी नेताओं के साथ बैठक करने के बाद नीतीश कुमार ने शाम चार बजे राज्यपाल से मिलने का समय मांगा. नीतीश कुमार ने शाम 4 बजे राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपा. इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि सब लोगों की इच्छा थी कि बीजेपी से अलग हो जाना चाहिए. विधायकों और सांसदों की सहमति के बाद फैसला लिया.  इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार सीधे राबड़ी आवास पहुंचे, जहां उन्होंने राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से मुलाकात की. इस दौरान नीतीश ने कहा कि अब बिहार में फिर से साथ में काम किया जाएगा. जो हुआ भूल जाइये. इसके बाद नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुन लिया गया. नेता चुनने के बाद नीतीश कुमार ने कहा है कि अब वे नई शुरुआत करने जा रहे हैं. नीतीश, तेजस्वी यादव के साथ राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया.  नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.

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  • बिहार: मुजफ्फरपुर में दिनदहाड़े घर में घुसकर 50 लाख की डकैती, चायपत्ती बेचने के बहाने घर में घुसे थे अपराधी

    लाइव सिटीज अभिषेक मुजफ्फरपुर: इस वक्त की बड़ी खबर बिहार के मुजफ्फरपुर से आ रही है, जहां दिनदहाड़े घर में घुसकर हथियाबंद अपराधियों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया है. मामला मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र के बीबीगंज की है. मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर के बीबीगंज निवासी बालू गिट्टी के व्यवसायी दिवंगत नलिन रंजन के घर में घुसकर अपराधीयों ने घटना को अंजाम दिया. व्यवसायी की पत्नी सविता रंजन अपने पति के निधन के बाद से पूरा व्यापार देख रही है, उनका निधन पिछले साल कोरोना की वजह से हो गया था.

    बुधवार को करीब ढाई बजे वो कांटी रोड स्थित दुकान में थी, वहीं घर में 20 वर्षीय बेटा और बेहद बुजुर्ग मां थी, तभी अचानक दो व्यक्ति चायपत्ती बेचने के बहाने घर में घुसे. युवक के मना करने के बाद उसने पानी मांगा और जबतक युवक पानी लाकर देता. दोनों अपराधी घर में घुस गए. पीड़ित महिला के अनुसार अपराधियों ने उनके 100 वर्षीय सास और बेटे को हथियार के बल पर बंधक बना लिया और घर में रखे करीब 40 लाख के ज़ेवर और 10 लाख कैश लेकर फरार हो गए, वहीं घर से जमीन के कागज़त भी लेकर भाग गए.

    घटना की जानकारी के बाद मौके पर सदर थाना की पुलिस पहुंचकर मामले की जांच कर रही है. पुलिस ने घटना को लेकर बताया कि करीब 50 लाख की लूट की बात कही जा रही है, मामले की जांच कर रहें हैं. वहीं दिनदहाड़े घर में घुसकर इतनी बड़ी डकैती होने से इलाके में सनसनी फ़ैल गई है. घटना के बाद इलाके के लोग डरे हुए हैं. वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

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  • अभी भी साफ नहीं हुई है नीतीश-तेजस्वी मंत्रिमंडल की तस्वीर, जानें बिहार में कितने मंत्री बन सकते हैं, सबसे बड़ा पेंच क्या था?

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बन गई है. नीतीश कुमार ने आठवीं बार सीएम पद की शपथ ली तो वहीं तेजस्वी यादव दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बने हैं. लेकिन बिहार के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है. सरकार में कौन-कौन शामिल होगा, किसके कितने मंत्री बनेंगे, यह सब अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि माना जा रहा है कि महागठबंधन में इस बात पर सहमति बन रही है कि 5 विधायक पर एक मंत्री बनाया जाएगा. इस फार्मूले के तहत महागठबंधन के सबसे बड़े दल आरजेडी के सबसे अधिक मंत्री बन सकते हैं. इस बीच आरजेडी विधायक ने दावा किया है कि महागठबंधन की सरकार में स्पीकर आरजेडी कोटे से बनेगा. बताया जा रहा है कि अवध बिहारी चौधरी होंगे विधानसभा के स्पीकर हो सकते हैं.

    इस नए गठबंधन की सरकार में सबसे बड़ा पेंच यह था कि मुख्यमंत्री कौन होगा, लेकिन अब नीतीश कुमार के नाम पर सहमति बन गई और उन्होंने शपथ ले ली है तो अब माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल के गठन में कोई बड़ा पेंच नहीं फंसेगा. बताया जा रहा है कि महागठबंधन में शामिल नेताओं को यह पता है किसके कितने मंत्री बनेगे और किसके खाते में कितनी सीटें आएंगी. अब सवाल यह है कि बिहार में कितने विधायक मंत्री बन सकते हैं. दरअसल बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं. किसी राज्य की विधानसभा की सीटों के 15 फीसदी ही मंत्री बन सकते हैं. इस तरह बिहार मंत्रिमंडल में कुल 36 विधायक मंत्री बन सकते हैं. जिसमें मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने शपथ ले ली है. इस तरह अब बिहार कैबिनेट में 34 मंत्रियों की जगह खाली है.

    अगर विधायकों की संख्या देखें तो सबसे अधिक 79 विधायक आरजेडी के पास हैं. वहीं जदयू के पास 45 और कांग्रेस के 19 विधायक हैं. इसलिए विधायकों की संख्या के आधार पर सबसे अधिक मंत्री आरजेडी के कोटे से ही बनेंगे. वहीं अगर पिछली सरकार की बात करें तो उसमें सबसे बड़ी बार्टी बीजेपी थी. इस वजह से सरकार में उसके दो उपमुख्यमंत्री और 16 मंत्री शामिल थे. बताया जा रहा है कि महागठबंधन की नयी सरकार की कैबिनेट में जगह का फॉर्मूला 2015 के आधार पर तय होगा. इसके मुताबिक पांच विधायक पर एक मंत्री बनाये जायेंगे. ऐसे में विधानसभा में 79 विधायकों वाली पार्टी राजद के 15 मंत्री बन पायेंगे. जबकि 10 मंत्री जदयू से भी बनाये जायेंगे. कांग्रेस के हिस्से में तीन से चार मंत्री पद जा सकता है. 12 विधायकों वाली CPI(ML) ने सरकार में शामिल होने पर अभी कोई फैसला नहीं किया है. वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी हम को एक मंत्री पद मिल सकता है. भाजपा कोटे के मंत्रियों के मिले विभाग राजद कोटे के मंत्रियों को दिया जायेगा. महागठबंधन की सरकार में मंत्रियों के नाम तय करने में सामाजिक समीकरण का पूरा ख्याल रखा जायेगा. सबसे अधिक यादव विधायक चुनाव जीत कर आये हैं. ऐसे में यादव, अल्पसंख्यक और वैश्य व कुशवाहा जाति के मंत्रियों की संख्या अधिक होगी.

    नीतीश कैबिनेट के संभावित मंत्री

    RJD कोटे से– तेजप्रताप यादव, आलोक कुमार मेहता, अनिता देवी, जितेन्द्र कुमार राय, चन्द्रशेखर, कुमार सर्वजीत, बच्चा पांडेय, भारत भूषण मंडल, अनिल सहनी, शाहनवाज, अख्तरुल इस्लाम शाहीन,समीर महासेठ, भाई वीरेन्द्र, ललित यादव, कार्तिक सिंह, वीणा सिंह, रणविजय साहू, सुरेन्द्र राम

    JDU कोटे से– विजय कुमार चौधरी, विजेन्द्र प्रसाद यादव, अशोक चौधरी, उपेन्द्र कुशवाहा, शीला कुमारी, श्रवण कुमार, मदन सहनी, संजय कुमार झा, लेशी सिंह, सुनील कुमार, जयंत राज, जमा खान

    कांग्रेस कोटे से-मदन मोहन झा, अजीत शर्मा, शकील अहमद खान, राजेश कुमार
    हम (से) कोटे से- संतोष कुमार सुमन

    बता दें कि महागठबंधन के नेतृत्व में नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पहली कैबिनेट की बैठक हुई. जिसमें डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और मुख्य सचिव मौजूद रहे. 24 और 25 अगस्त को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है. वहीं 25 अगस्त को विधान परिषद् की कार्यवाही होगी. सदन में नए स्पीकर का चुनाव होगा और विधानसभा में महागठबंधन सरकार अपना बहुमत साबित करेगी. राजभवन में शपथ लेने के बाद सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कैबिनेट की पहली बैठक की. इस बैठक में विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाने का निर्णय लिया गया है. दरअसल मंगलवार को एनडीए से इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव और महागठबंधन के नेताओं के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया. नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.

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