Category: बिहार

  • पटना: अक्षत सेवा सदन की ओर से मनाया गया सावन उत्सव, महिलाओं और लड़कियों ने डांस से सबका मन मोह लिया

    लाइव सिटीज पटना: अक्षत सेवा सदन के प्रांगण में रविवार को सावन उत्सव मनाया गया, जिसमें अक्षत परिवार के सभी सदस्यों एवं उनके परिवार और मरीज के अभिभावकों ने हर्ष उत्साह के साथ भाग लिया. महिलाओं और लड़कियों ने नृत्य प्रस्तुति कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए. सावन उत्सव में लिबासों पर छाई हरियाली, आया सावन झूम के जैसे गीतों में हरे वस्त्र के परिधान में सुसज्जित महिलाएं और लड़कियां प्रसन्न मुद्रा में एक दूसरे को बधाई दे रही थीं.

    सावन के महीने में हरे रंग का भी बहुत महत्व होता है. सावन में महिलाए हरे रंग की चूड़ियां पहनती हैं. श्रावण मास में शिव-पार्वती का पूजन बहुत फलदायी होता है. इसलिए सावन मास का बहुत मह‍त्व है. भगवान से प्रार्थना करने के लिए सावन या श्रावण महीने को चिह्नित करते हैं, जो हमेशा अपने अनुयायियों-भक्तों की सभी खतरों से रक्षा करते हैं और उन्हें अच्छे स्वास्थ्य और भाग्य का आशीर्वाद देते हैं. इस दौरान महिलाएं और लड़कियों ने रैंप वॉक किया. जिसमें सावन क्वीन नेहा कुमारी और सावन किंग नरेश कुमार सिंह का चयन किया गया. जज के रूप में मिस्टर शशांक, मिस्टर विकास, मिस्टर सतेंद्र शेट्टी शामिल थे.

    इस उत्सव को मनाने का यह उद्देश्य था कि रात-दिन एक करने वाले सभी हॉस्पिटल स्टाफ अपनी व्यस्त दिनचर्या को भूलकर खुशियों के कुछ पल को मिलकर साथ मनाए. इसके लिए सभी स्टाफ सदस्य ने डॉक्टर अमूल्य सर को इस अवसर को प्रदान करने के लिए बहुत धन्यवाद दिया. आजकल के भागम-भाग की जिंदगी में सभी लोगों में नकारात्मक विचार भर गए हैं. गीत संगीत का उद्देशय जीवन में आशावादी विचारों को लाना है. अस्पताल के कर्मचारियों को उनके अच्छे कार्यो के लिए धन्यावाद देना है. वो खुश रहेंगे तो मरीज खुश रहेंगे. स्टाफ और अच्छे से कार्य करेंगे.

    डॉ मनीषा सिंह ने कहा कि सावन उत्सव महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण उत्सव है. जीवन को सुंदर बनाने को प्रेरित करता है. कष्ट सभी की जिंदगी में है पर जिंदगी को ख़ुशहाल बनाना जरूरी है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से सदस्यों में संजू, साधना, सीमा, ममता, गुड़िया, शोभा, नेहा, तमन्ना, आशा, नूतन, वहीदा, सुधा, सुमन, काजल, प्रीति और सोनी डॉक्टर टीपी, डॉक्टर मनीष, डॉक्टर मिस्टर नरेश, अश्विनी, मुकुल, मुन्ना बबलू, संजीव, अरुण, मनीष, हरेस, ऋतिक, सनी, सरोज, इत्यादि ने भाग लिया.

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  • प्रतिरोध मार्च में 5 घंटे तीखी धूप में रहने के बाद भी तेजस्वी का जोश नहीं हुआ कम, कहा-हिला-हिलाकर सरकार को गिराएंगे

    लाइव सिटीज पटना: बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन द्वारा रविवार को प्रतिरोध मार्च निकाला गया. तेजस्वी के इस मार्च में महागठबंधन के सभी दल कांग्रेस और लेफ्ट नेता, कार्यकर्ता शामिल हुए. तेजस्वी यादव सुबह साढ़े 10 बजे अपनी मां पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास से युवा क्रांति रथ पर सवार होकर पटना के सगुना मोड़ के लिए निकले. राबड़ी देवी ने रथ को हरी झंडी दिखायी और पार्टी के सभी नेताओं-कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर केन्द्र के खिलाफ लड़ाई लड़ने का आह्वान किया. लगभग 10 किमी की यात्रा में ज्यादा समय तेजस्वी बस की छत पर सवार रहे और हाथ जोड़कर तो कभी हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन करते रहे. नीचे कार्यकर्ताओं का हुजूम चलता रहा.

    प्रतिरोध मार्च लगभग पांच घंटे तक चला और तीखी धूप के बावजूद तेजस्वी यादव डटे रहे. उनके साथ उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव, पूर्व मंत्री श्याम रजक, दानापुर के विधायक रीतलाल यादव आदि नेता बस पर से लोगों का अभिवादन करते दिखे. डाकबंगला चौराहे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बाढ़-सुखाड़ और जन सरोकार के मुद्दे पर केन्द्र सरकार पूरी तरह से फेल है. आज का प्रतिरोध मार्च केंद्र सरकार के खिलाफ मील का पत्थर साबित होगा और इस जन आंदोलन को सफल बनाने में बिहार के महागठबंधन के सभी विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिस तरह से सड़कों पर आकर संघर्ष और आंदोलन किया है, इसके लिए सभी को मैं अपनी ओर से बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि यह आंदोलन जो जनविरोधी सरकार के खिलाफ था उससे स्पष्ट संदेश दिया है की केंद्र की सरकार जिस तरह से कार्य कर रही है उसे देश और बिहार की जनता पसंद नहीं कर रही है. जनता जल्द से जल्द ऐसी सरकार से छुटकारा चाहती है.

    तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि चाहे जितना भी सरकार जोर लगा ले हम सभी झुकने वाले नहीं हैं. इसके खिलाफ मजबूती से संघर्ष और आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपने हित में सभी संवैधानिक संस्था,एजेंसी का गलत इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि जनता की आवाज को हम सड़क से सदन तक मज़बूती से उठाएंगे. तेजस्वी ने कहा कि केंद्र सरकार जितना भी जोर लगा ले हम झुकने वाले नहीं हैं और मजबूती के साथ संघर्ष और आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे. गरीबों, मजदूरों, किसानों, वंचितो, अल्पसंख्यकों तथा समाज के ऐ टू जेड सभी वर्गों के लिए न्याय दिलाने के लिये संघर्ष और आंदोलन करेंगे. हमारी नीति सभी को न्याय दिलाने की है. उसपर हम मज़बूती से आगे बढ़ते रहेंगे. कार्यक्रम शुरू होने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बेरोजगारी हटाओ रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया.

    बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की पार्टियों ने दानापुर के सगुना मोड़ से पटना के डाकबंगला चौराहे तक विशाल प्रतिरोध मार्च निकाला. जिसमें राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व मंत्री व राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी, पूर्व मंत्रीश्याम रजक, कांग्रेस नेता मदनमोहन झा, विधायक शकील अहमद खान, सीपीआई माले के विधायक महबूब आलम, विधायक गोपाल रविदास, विधायक संदीप सौरभ,राजद विधानसभा सदस्य भाई बीरेंद्र, रामानंद यादव, रामानुज यादव, रेखा पासवान, रीतलाल यादव,अनिरुद्ध यादव ,विधान पार्षद रामचन्द्र पूर्वे, कार्तिक कुमार, सुनील कुमार सिंह , पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव, राजद प्रवक्ता एजाज अहमद, राजद नेता देवमुनि यादव,महताब आलम, दीनानाथ यादव सहित राजद ,कांग्रेस, सीपीआई माले, सीपीआई के कई नेताओं के साथ महागठबंधन के प्रतिष्टित कई नेताओं,कार्यकर्ता, पदाधिकारी ने प्रतिरोध मार्च मे हिस्सा लिया.

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  • तेजस्वी, षड्यंत्र, ‘चिराग मॉडल’, JDU का एक ही मालिक, अभी ट्रेलर फिल्म बाद में, ललन सिंह आज खूब बोले, कई संकेत भी दिए

    लाइव सिटीज पटना: आरसीपी सिंह के जदयू छोड़ने के बाद बिहार का सियासी तापमान सातवें आसमान पर है. बिहार की सियासत में कहे या जदयू के अंदर घमासान मचा हुआ है. आरसीपी सिंह जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू पर हमलावर हैं. आरसीपी सिंह के आरोप पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने करारा जवाब दिया है. ललन सिंह ने पटना स्थित पार्टी दफ्तर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर षड्यंत्र, ‘चिराग मॉडल’, JDU का एक ही मालिक, अभी ट्रेलर फिल्म बाद देखिएगा इन तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की. ललन सिंह ने कहा कि पार्टी का मालिक एक है, जिसका नाम नीतीश कुमार हैं. वहीं आरसीपी सिंह को लेकर कहा कि वह कभी संघर्ष के साथ नहीं रहे. वह केवल सत्ता के साथी रहे. साथ ही ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश रची जा रही थी.

    ललन सिंह ने कहा कि जदयू डूबता हुआ जहाज नहीं, दौड़ता हुआ जहाज है. ये आने वाला वक्त बताएगा. नीतीश कुमार ने समय रहते भाप लिया और जहाज को ठीक कर दिया. उन्होंने कहा, जो कहते है, जदयू डूब जाएगी. आपको पता है, जब जहाज डूबता है तो सबसे पहले कौन भागता है. वो सत्ता के साथी है. इसलिए पार्टी को छोड़कर भाग गए. केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू के शामिल होने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल होने की क्या जरूरत है. 2019 में नीतीश कुमार का निर्णय था कि हम मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगे. देश में महंगाई के मुद्दे को राजद के उठाने को लेकर ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी को लगता है यह जनता का मुद्दा है. उन्होंने उठाया है तो हम विरोध क्यों करें.

    ललन सिंह ने कहा कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को लेकर एक साजिश रची गई थी, चिराग मॉडल. उसका क्या हश्न हुआ सबको पता है. उन्होंने कहा, ठीक उसी तरह से एक और मॉडल तैयार किया जा रहा था. जिसको समय रहते समझ कर सही कर लिया गया. ललन सिंह ने बीजेपी का नाम लिए बगैर तगड़ा निशाना साधा. उन्होंने कहा, साजिश कौन कर रहा है. सबको पता है. वक्त आएगा तो खुलकर बता देंगे. आरसीपी सिंह के आरोप पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने करारा जवाब देते हुए कहा कि आरसीपी सिंह को तो जाना ही था. क्योंकि उनका तन जदयू में था और मन कहीं और था. साथ ही ललन सिंह ने कहा कि 2020 चुनाव में नीतीश कुमार के खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया था चिराग पासवान के रूप में और अब आरसीपी सिंह के रूप में रचा जा रहा था.

    ललन सिंह ने कहा कि सत्ता हाथ से चला गया, इसीलिए आरसीपी सिंह बौखला गए हैं. उन्होंने कहा कि 2020 चुनाव में एक षड्यंत्र रचा गया था चिराग के रूप में और अब आरसीपी सिंह के रूप में रचा जा रहा था. षड्यंत्र रचने वालों की अब पहचाई हो गई है. ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार भूंजा खाते है उसमें भी आरसीपी को आपत्ति है. भूंजा खाकर ही इतना विकास कर दिए कि आज पूरी दुनिया में नीतीश कुमार के विकास की चर्चा हो रही है. राज्यसभा टिकट नहीं देने के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि राज्यसभा का टिकट नहीं भी मिला था तो संघर्ष करना चाहिए था. ललन सिंह ने दावा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश हुई थी. उसका भी खुलासा करेंगे. ललन सिंह ने कहा कि हमलोग केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल नहीं होंगे क्योंकि 2019 में सीएम नीतीश कुमार ने फैसला लिया था. 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का आरसीपी सिंह का फैसला था.

    बता दें कि जदयू से इस्तीफा देने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमला बोल रहे हैं. साथ ही उन्होंने जदयू के दो सीनियर लीडर ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा पर भी निशाना साधा है. आरसीपी सिंह पर आरोप है कि उन्होंने परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की है. शनिवार को जदयू ने अपने कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से जवाब मांगा था. जेडीयू कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की गई.

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  • नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश रचने वालों की अब पहचान हो गई है, जल्द खुलासा किया जाएगा, ललन सिंह का बड़ा दावा

    लाइव सिटीज पटना: जदयू से इस्तीफा देने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. आरसीपी सिंह के आरोप पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने करारा जवाब दिया है. ललन सिंह ने पटना स्थित पार्टी दफ्तर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आरसीपी सिंह कभी संघर्ष के साथी नहीं रहे, वे सिर्फ सत्ता के साथी रहे हैं. आरसीपी सिंह कहते हैं जेडीयू डूबता जहाज है तो मैं बताना चाहता हूं कि जेडीयू डूबता हुआ जहाज नहीं दौड़ता हुआ जहाज है. ललन सिंह ने दावा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश हुई थी. उसका भी खुलासा करेंगे.

    ललन सिंह ने कहा कि 2020 चुनाव में एक षड्यंत्र रचा गया था चिराग के रूप में और अब आरसीपी सिंह के रूप में रचा जा रहा था. षड्यंत्र रचने वालों की अब पहचाई हो गई है. जल्द खुलासा किया जाएगा, अभी ट्रेलर देखिए, फिल्म बाद में देखिएगा. उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह के रूप में दूसरा चिराग मॉडल तैयार किया जा रहा था. ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार भूंजा खाते है उसमें भी आरसीपी को आपत्ति है. भूंजा खाकर ही इतना विकास कर दिए कि आज पूरी दुनिया में नीतीश कुमार के विकास की चर्चा हो रही है.

    आरसीपी सिंह के आरोप पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने करारा जवाब देते हुए कहा कि आरसीपी सिंह को तो जाना ही था. क्योंकि उनका तन जदयू में था और मन कहीं और था. साथ ही ललन सिंह ने कहा कि 2020 चुनाव में नीतीश कुमार के खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया था चिराग पासवान के रूप में और अब आरसीपी सिंह के रूप में रचा जा रहा था. RCP सिंह को आड़े हाथों लेते हुए ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने जिसकी पहचान बनाई, वह नीतीश कुमार के बारे में इस तरह के बात कह रहा है. नीतीश कुमार ने हमें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया. हम पार्टी के केयरटेकर है. अगर कोई केयर टेकर अपने आपके मालिक समझता है तो यह उसकी भूल है, पार्टी के मालिक सिर्फ नीतीश कुमार ही हैं.

    ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह को जेडीयू का कोई ज्ञान नहीं है. वे जेडीयू को डूबता हुआ जहाज बताते हैं. आप तो जानते हैं कि जहाज डूबता है तो कौन पहले भागता है. लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि जेडीयू डूबता जहाज नहीं है. इसमें जो छेद हो रहे थे, उन्हें सही कर दिया गया है. अब नीतीश कुमार की जेडीयू दौड़ता जहाज है. आरसीपी सिंह को तो पार्टी छोड़कर जाना ही था क्योंकि उनका तन यहां था लेकिन मन कहीं और था. उनका मन कहां था इस सवाल का जवाब तो केवल आरसीपी सिंह ही दे सकते हैं. उनका जहां मन है, वो वहां जा सकते हैं.

    ललन सिंह ने कहा कि सत्ता हाथ से चला गया, इसीलिए आरसीपी सिंह बौखला गए हैं. उन्होंने कहा कि 2020 चुनाव में एक षड्यंत्र रचा गया था चिराग के रूप में और अब आरसीपी सिंह के रूप में रचा जा रहा था. षड्यंत्र रचने वालों की अब पहचाई हो गई है. ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार भूंजा खाते है उसमें भी आरसीपी को आपत्ति है. भूंजा खाकर ही इतना विकास कर दिए कि आज पूरी दुनिया में नीतीश कुमार के विकास की चर्चा हो रही है. राज्यसभा टिकट नहीं देने के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि राज्यसभा का टिकट नहीं भी मिला था तो संघर्ष करना चाहिए था. ललन सिंह ने दावा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश हुई थी. उसका भी खुलासा करेंगे. ललन सिंह ने कहा कि हमलोग केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल नहीं होंगे क्योंकि 2019 में सीएम नीतीश कुमार ने फैसला लिया था. 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का आरसीपी सिंह का फैसला था.

    बता दें कि जदयू से इस्तीफा देने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमला बोल रहे हैं. साथ ही उन्होंने जदयू के दो सीनियर लीडर ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा पर भी निशाना साधा है. आरसीपी सिंह पर आरोप है कि उन्होंने परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की है. शनिवार को जदयू ने अपने कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से जवाब मांगा था. जेडीयू कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की गई.

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  • मेरी बेटियों को इसमें घसीटा गया, RCP सिंह का ललन सिंह-उपेंद्र कुशवाहा पर हमला, कहा-उनकी हैसियत नहीं कि वह मेरे सामने बोलें

    लाइव सिटीज पटना: जदयू से इस्तीफा देने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमला बोल रहे हैं. साथ ही उन्होंने जदयू के दो सीनियर लीडर ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा पर भी निशाना साधा है. आरसीपी सिंह पर आरोप है कि उन्होंने परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की है. जिसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेरे बच्चों को राजनीतिक तौर पर घसीटा गया, यह बेहद पीड़ादायक है. साथ ही अपने ऊपर लगे आरोप पर आरसीपी सिंह ने चुनौती देते हुए कहा कि जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं वो आरोप को सिद्ध करें. जेडीयू में जीरो टॉलरेंस की बात सिर्फ बयानों में है.

    जदयू से इस्तीफा देने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने सीएम पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ लोगों से घिर गए हैं. नीतीश कुमार का काम सिर्फ भूंजा खाना है. 2010 तक ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार का विकास किया. 2010 के बाद फालतू की बातों में नीतीश कुमार उलझ गए हैं. वहीं आरसीपी सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा की हैसियत नहीं कि वह मेरे सामने बोलें. मेरा व्यक्तित्व ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा जैसा नहीं है. साथ ही आरसीपी सिंह ने कहा कि मेरे साथ जो कुछ भी हुआ उससे ज्यादा दुख नहीं हुआ, लेकिन अब मेरे बच्चों को राजनीतिक तौर पर घसीटा गया यह बेहद पीड़ादायक है.

    दरअसल जदयू ने आरोप लगाया है कि आरसीपी सिंह के परिवार ने 9 साल में 58 प्लॉट खरीदा है. नालंदा जिले के दो प्रखंड अस्थमा और इस्लामपुर में 2013 से अब तक 40 बीघा जमीन खरीदने का आरोप है खरीदी गई ज्यादातर जमीनें आरसीपी सिंह की पत्नी (गिरजा सिंह) और दोनों बेटियों (लिपि सिंह, लता सिंह) के नाम पर है. अपने ऊपर लगे आरोपों पर आरसीपी सिंह ने कहा कि सब कुछ का इलाज हो सकता है, ईर्ष्या का नहीं. आज मेरे ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है. मेरे या मेरी बेटी के नाम पर जो भी जमीन है उसके सारे दस्तावेज हैं. इनकम टैक्स के रिटर्न फाइल में सबका जिक्र है.

    बता दें कि शनिवार को जदयू ने अपने कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से जवाब मांगा था. जेडीयू कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की गई. उमेश सिंह कुशवाहा ने सिंह को पत्र में लिखा है कि आप अच्छी तरह से जानते हैं कि हमारे नेता (नीतीश कुमार) भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के साथ काम कर रहे हैं और वह अपने लंबे राजनीतिक करियर में बेदाग रहे हैं. वहीं जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह खुलासा करना उचित नहीं है कि आरोप किसने लगाए हैं. लेकिन स्पष्टीकरण मांगा गया है. पार्टी उनके जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई तय करेगी.

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  • बिहार: ICSE टॉपर नेहा को पनोरमा ग्रुप का सम्मान, संजीव मिश्रा ने पुरस्कार में दिए 1 लाख रूपये

    लाइव सिटीज पटना: ICSE 10वीं की परीक्षा में बिहार की नेहा ठाकुर ने राज्य में पहला और देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. नेहा के साथ-साथ उसके परिवार के लिए भी यह बड़ी उपलब्धि है. अब नेहा को पनोरमा परिवार की तरफ से आज यानी 7 अगस्त को प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ 1 लाख रूपये का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.

    इस मौके पर पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा ने कहा कि उनकी कड़ी मेहनत आज रंग लाई है. उनके परिजनों और शिक्षकों का भी इसमें बड़ा योगदान रहा है. ये सिर्फ नेहा और उनकी फैमिली की उपलब्धि नहीं है, ये उपलब्धि पूरे बिहार के लिए है. उन्होंने नेहा को बधाई देते हुए कहा कि हमारी कंपनी पनोरमा ग्रुप ऐसे बच्चों को प्रोत्साहित करने का काम करती है और आज हमने नेहा को 1 लाख 1 हज़ार रूपये का चेक देकर उन्हें प्रोत्साहित किया है.

    बता दें ICSE 10th की परीक्षा में कार्मेल हाईस्कूल की नेहा 99.60 प्रतिशत नंबर लाकर बिहार में पहला और देशभर में दूसरा स्थान पर प्राप्त किया है. रिजल्ट आने के बाद परिजनों की ख़ुशी का ठिकाना न रहा था. वहीं अब पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा ने कहा कि अगर नेहा को भविष्य में पढ़ाई के लिए कंपनी की मदद चाहिए होगी तो वो भी दी जाएगी.

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  • पटना: प्रतिरोध मार्च पर निकले तेजस्वी यादव ने बीजेपी को फिर ललकारा, कहा-भाजपा में हिम्मत का ‘ह’ भी नहीं है, होता तो…

    लाइव सिटीज पटना: बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन द्वारा रविवार को प्रतिरोध मार्च निकाला जा रहा है. तेजस्वी के इस मार्च में महागठबंधन के सभी दल कांग्रेस और लेफ्ट नेता, कार्यकर्ता शामिल हैं. इस दौरान राबड़ी देवी ने अपने आवास से हरी झंड़ी दिखाकर बेरोजगारी रथ को रवाना किया है. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सगुना मोड़ से गांधी मैदान तक प्रतिरोध मार्च निकाला जा रहा है. सड़कों पर निकले तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा में हिम्मत का ‘ह’ भी नहीं है. दरअसल बीते दिनों तेजस्वी यादव ने बीजेपी को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि अगर दम है तो बीजेपी बिहार में अकेले चुनाव लड़कर दिखाए.

    बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर प्रतिरोध मार्च पर निकले तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा में हिम्मत का ‘ह’ भी नहीं है. हिम्मत का ह होता तो किस बात की हिम्मत कहेंगे, क्या हिम्मत दिखाया, अब तक बेरोजगारी दूर करते हिम्मत दिखाते, अपना नेतृत्व और क्षमता दिखाते सरकार चलाने का. महंगाई कम करते, किसानों के लिए काम करते. तेजस्वी यादव ने बीजेपी से सवाल पूछते हुए कहा कि कहां गया विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज, कहां गया 19 लाख रोजगार, कौन देगा 60 लाख रोजगार, कौन देगा 2 करोड़ रोजगार कौन देगा, है हिम्मत तो दे. उन्होंने कहा कि गरीब, नौजवान, परेशान जितने लोग है, सब आज सड़कों पर हैं, सब हमारा साथ दे रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, चिकित्सा सब बर्बाद है. क्या किया है इस सरकार ने.

    बता दें कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन द्वारा रविवार को बढ़ती महंगाई, अग्निपथ स्कीम, ED की कार्रवाई समेत कई मुद्दों को लेकर प्रतिरोध मार्च निकाला जा रहा है. तेजस्वी के इस मार्च में महागठबंधन के सभी दल कांग्रेस और लेफ्ट नेता, कार्यकर्ता शामिल हैं. मार्च राबड़ी देवी के आवास से शुरू होते हुए सगुना मोड़ तक जाएगी. फिर वहां से डाकबंगला चौराहा और फिर गांधी मैदान के जेपी प्रतिमा के पास पहुंचेगी. इस दौरान राबड़ी ने अपने आवास से हरी झंड़ी दिखाकर बेरोजगारी रथ को रवाना किया. बिहार के हर जिला में यह कार्यक्रम हो रहा है, लेकिन पटना में प्रतिरोध मार्च बड़े स्तर पर हो रहा है. पटना में जगह-जगह होर्डिंग और पोस्टर लगाए गए हैं. खास तौर पर महंगाई, बेरोजगारी और विपक्ष को निशाने पर लेने के विरोध में सरकार का विरोध करने के लिए महागठबंधन की एकजुटता दिख रही है.

    बतातें चलें कि तेजस्वी यादव पिछले कुछ दिनों से बीजेपी पर आक्रामक हैं. ढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर वह लगातार सवाल उठा रहे हैं. बीते दिनों तेजस्वी यादव ने बीजेपी को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि अगर दम है तो बीजेपी बिहार में अकेले चुनाव लड़कर दिखाए. तेजस्वी ने कड़े शब्दों मे बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी की औकात नहीं है कि वह अपने दम पर चुनाव लड़ सके. बिहार में आज तक बीजेपी अकेले चुनाव नहीं लड़ पाई हैं. साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी के बड़े नेता बिहार आते हैं और घोषणा कर चले जाते हैं. लेकिन बीजेपी के किसी नेता की हिम्मत नहीं है कि वह बिहार आए और अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा करे.

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  • RCP सिंह प्रकरण में CM नीतीश हुए एक्टिव, बुलाई बैठक, सभी को पटना में रहने का निर्देश, कुछ बड़ा होने वाला है क्या?

    लाइव सिटीज पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने जनता दल यूनाइटेड यानी जदयू से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे से बिहार की सियासत में घमासान मचा हुआ है. इस्तीफा देने के बाद आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला हैं. वहीं जदयू की ओर RCP सिंह को जवाब दिया गया है कि कल नीतीश कुमार के साथ थे, आज हमला कर रहे हैं. वहीं आरसीपी प्रकरण पर बीजेपी ने भी चुप्पी साध ली है. दरअसल जेडीयू द्वारा आरसीपी सिंह के खिलाफ अकूत संपत्ति बनाने का आरोप लगाकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जिसके बाद उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से शनिवार देर शाम इस्तीफा दे दिया. हालांकि इस मामले में नीतीश कुमार का कोई बयान तो सामने नहीं आया है. लेकिन वह एक्टिव हो गए हैं. सीएम ने पार्टी के सभी सांसदों की बैठक बुलाई है.

    दरअसल आरसीपी प्रकरण में सीएम नीतीश कुमार एक्टिव हो गए हैं. सीएम नीतीश 9 अगस्त को पार्टी के सभी सांसदों के साथ बैठक करेंगे . जदयू के सभी सांसदों को पटना में रहने का निर्देश दिया गया है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह समेत पार्टी के सभी सांसद इस बैठक में मौजूद रहेंगे. इस बैठक में सीएम क्या करने वाले हैं. इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. वहीं अब आरसीपी सिंह को जवाब देने के लिए खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह सामने आ रहे हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह आज दोपहर 4:00 बजे प्रेस कांफ्रेंस करने जा रहे हैं. यह बात लगभग तय मानी जा रही है कि ललन सिंह आरसीपी सिंह की तरफ से बोले गए हमलों का जवाब देंगे. आरसीपी सिंह पर ललन सिंह आज कई बड़े खुलासे कर सकते हैं. इस प्रेस कांफ्रेंस में जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी मौजूद रहेंगे.

    बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. जेडीयू द्वारा आरसीपी सिंह के खिलाफ अकूत संपत्ति बनाने का आरोप लगाकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जिसके बाद उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से शनिवार देर शाम इस्तीफा दे दिया. जदयू से इस्तीफा देने के बाद आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार सात जन्म में भी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे. जेडीयू डूबता हुआ जहाज है, अब इस पार्टी में कुछ नहीं बचा है. वहीं अपने ऊपर लगे आरोपों पर आरसीपी सिंह ने कहा कि सब कुछ का इलाज हो सकता है, ईर्ष्या का नहीं. आज मेरे ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है. मेरे या मेरी बेटी के नाम पर जो भी जमीन है उसके सारे दस्तावेज हैं. इनकम टैक्स के रिटर्न फाइल में सबका जिक्र है.

    बता दें कि शनिवार को जदयू ने अपने कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से जवाब मांगा था. जेडीयू कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की गई. उमेश सिंह कुशवाहा ने सिंह को पत्र में लिखा है कि आप अच्छी तरह से जानते हैं कि हमारे नेता (नीतीश कुमार) भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के साथ काम कर रहे हैं और वह अपने लंबे राजनीतिक करियर में बेदाग रहे हैं. वहीं जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह खुलासा करना उचित नहीं है कि आरोप किसने लगाए हैं. लेकिन स्पष्टीकरण मांगा गया है. पार्टी उनके जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई तय करेगी.

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  • महागठबंधन का प्रतिरोध मार्च, महंगाई, बेरोजगारी और केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ सड़क पर उतरे नेता प्रतिपक्ष

    लाइव सिटीज, पटना: देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई जैसे मुद्दों को लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष आज पटना की सड़कों पर प्रतिरोध मार्चमार्च  निकल गया हैं. इस विरोध में महागठबंधन के घटक दलों आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई-एमएल, सीपीआई और सीपीएम महंगाई, बेरोजगारी और केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई जैसे मुद्दों को लेकर पूरे राज्य में प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान हजारों कार्यकार्ता तेजस्वी के नेतृत्व में सड़क पर निकल गए हैं. हाथों में बैनर लेकर सड़कों पर कार्यकार्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

    नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 10 सर्कुलर रोड से थोड़ी देर पहले निकले हैं. तेज प्रताप यादव भी रथ पर सवार होकर राबड़ी आवास से निकले हैं. जहां पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने उस रथ को हरी झंडी दिखाकर विदा किया है. तेजस्वी अपने आवास से सगुना मोड़ के लिए निकले हैं. जहां से पूरे बेली रोड पर प्रतिरोध मार्च करते हुए डाकबंगला चौराहा तक पहुंचेंगे.

    तेजस्वी यादव की तरफ से लगातार बीजेपी को चुनौती भी दी जा रही है और पिछले दिनों बीजेपी के शीर्ष नेता इस प्रकार से रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया था. उसका जवाब भी इस प्रतिरोध मार्च के जरिए दिया जाएगा. लेकिन पूरे मामले में जो सबसे बड़ी बात है कि महागठबंधन नीतीश कुमार के प्रति सॉफ्ट रवैया अपना रखा है और इसको लेकर कई तरह के कयास लग रहे हैं.

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  • ‘नीतीश कुमार 7 जन्म में भी PM नहीं बनेंगे’…आरसीपी सिंह के इस बयान पर आरजेडी ने दिया ये बयान

    लाइव सिटीज, पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री रहे आरसीपी सिंह ने  मीडिया के माध्यम से शनिवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने पैतृक गांव मुस्तफापुर (नालंदा) में प्रेस वार्ता के दौरान इस्तीफा तो दिया ही, पार्टी छोड़ने के साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर बरसे. आरसीपी सिंह ने कहा कि सात जन्मों में सीएम नीतीश कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे. यह मैं दावा करता हूं. 

    इस बयान के बाद बिहार की सिंयासत गर्म हो गर्म हो गई है. आरजेडी विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि कल तक सीएम नीतीश को पीएम मेटेरियल बताने वाले आज कह रहे है कि वे सात जन्म में पीएम नहीं बन सकते हैं. सच्चाई यही है कि अगर सीएम नीतीश नहीं होते तो आरसीपी सिंह भारत सरकार में मंत्री नहीं होते. आरसीपी सिंह क्या बोलेंगे वो तो आरसीपी टैक्स लगाकर पूरे बिहार को लूचने का काम किए हैं.  

    आपको बता दें कि जेडीयू ने अपने दो कार्यकर्ताओं की शिकायत पर 2013 से 2022 के बीच में अर्जित संपत्ति के बारे में आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. 15 दिनों के भीतर जवाब देना था. नहीं देने पर तय था कि वह पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई के दायरे में आएंगे. इससे पहेल ही आरसीपी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.

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