Category: बिहार

  • बिहार में मौसम की आंखमिचौली जारी, उमस भरी गर्मी के बीच रह-रहकर बरस रही रिमझिम फुहारें

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार में मानसून की सक्रियता कम हो गई है. प्रदेश में बारिश होगी लेकिन कहीं भी तेज या भारी बारिश जैसी कोई संभावना नहीं है. हालांकि राजधानी पटना समेत कई जिलों में हल्की बारिश के संकेत हैं. वज्रपात को लेकर भी मौसम विभाग की ओर से कोई चेतावनी नहीं दी गई है. उत्तर बिहार में हल्की मध्यम स्तर की वर्षा का पूर्वानुमान है तो दक्षिण बिहार में बहुत हल्की वर्षा होने के आसार हैं. कई जिलों में उमस भरी गर्मी बरकरार रहेगी.

    बता दें कि बिहार में इस बार मॉनसून गजब की आंख मिचौली खेल रहा है. कभी ऐसा लग रहा है कि झमाझम बारिश का दौर रुकेगा नहीं तो कभी अचानक से गर्मी सारे इरादों पर पानी फेर दे रही है. मॉनसून की इस आंखमिचौली से बिहार के किसान बेहाल हो चुके हैं.

    मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व और उत्तर मध्य बिहार के 19 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है. इन जिलों में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा शामिल हैं. इन जिलों में कुछ-कुछ स्थानों पर 2.4 मिलीमीटर से लेकर 15.5 मिलीमीटर तक वर्षा होने की संभावना है.

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  • पटना: बीजेपी प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह का आयोजन, मांझी की पार्टी के कई नेता BJP में हुए शामिल

    लाइव सिटीज पटना: बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आज मिलन समारोह का आयोजन किया गया. मिलन समारोह में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की पूर्व महिला प्रदेश अध्यक्ष अनामिका पासवान अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हुई. इस मौके अनामिका पासवान ने कहा कि बीजेपी के द्वारा देश और राज्य में अच्छे काम से प्रेरित होकर वह बीजेपी में शामिल हुई है. मिलन समारोह में डिप्टी सीएम रेणु देवी, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और मंत्री जीवेश कुमार मिश्रा के साथ कई बीजेपी के बड़े नेता शामिल हुए.

    हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की पूर्व महिला प्रदेश अध्यक्ष अनामिका पासवान ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा कि जिस तरह से बीजेपी के द्वारा देश और राज्य में अच्छे काम किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री सबों का विकास कर रहे हैं. इस विचारधारा से प्रेरित होकर वह बीजेपी में शामिल हुई है और बीजेपी के लिए और देश के लिए वह काम करना चाहती हैं. मिलन समारोह में डिप्टी सीएम रेणु देवी, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और मंत्री जीवेश कुमार मिश्रा के साथ कई बीजेपी के बड़े नेता शामिल हुए.

    बता दें कि बीते दिनों पटना में भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय संयुक्त मोर्चा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक हुई. जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए. दोनों नेता ने संयुक्त मोर्चा पदाधिकारियों और कार्यसमिति सदस्यों का मार्गदर्शन किया और उनसे संगठन की मजबूती, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार तथा हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु समर्पित भाव से कार्य करने का आह्वान किया.

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  • RCP सिंह ने जदयू से दिया इस्तीफा, नई पार्टी बनाने का दिया संकेत, JDU ने भेजा था नोटिस

    लाइव सिटीज पटना: बिहार की सियासत से बड़ी खबर सामने आ रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और एक समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे आरसीपी सिंह ने जदयू से इस्तीफा दे दिया है. भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रह चुके आरसीपी सिंह ने जदयू की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने नया संगठन बनाने का संकेत दिया है. इससे पहले सुबह ही पार्टी ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और उन्हें नोटिस भेजकर जवाब मांगा था. जदयू ने आरसीपी सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा है. जेडीयू का आरोप है कि आरसीपी सिंह ने पार्टी में रहते हुए करोड़ों रुपये की बेहिसाब संपत्ति अपने और अपने परिवार के नाम कर दी. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.

    अपने ऊपर गंभीर लगने के बाद आरसीपी सिंह ने जदयू की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने नया संगठन बनाने का संकेत दिया है. आरसीपी सिंह ने कहा कि साजिश के तहत आरोप लगाया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कार्यकर्ताओं से भी साथ चलने का आह्वान किया है. आरसीपी सिंह ने कहा कि JDU डूबता हुआ जहाज है. जदयू में अब बचा क्या है, अब तक जदयू का झोला उठाकर क्या करूंगा. भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रह चुके आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू सिर्फ गणेश परिक्रमा करने वालों की ही पार्टी बनकर रह गई है.

    आरसीपी सिंह ने इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि राज्यसभा टिकट काटे जाने से पहले उन्होंने बात तक नहीं की. कोई कटसी भी नहीं निभाई, यह कहने की कि आपका टिकट काटा जा रहा है. आरसीपी सिंह ने कहा कि बार-बार यह कहा जा रहा था कि राज्यसभा में आरसीपी सिंह के दो टर्म हो चुके हैं. तो मैं पूछता हूं कि यह नियम तो और लोगों पर भी लागू होता है. सीएम नीतीश का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि खुद कितने टाइम से रह रहे हैं. नियम तो सभी पर बराबर लागू होगा.

    आरसीपी सिंह ने कहा कि मैंने सारी बातों पर सोच-विचार कर फैसला किया है. फिलहाल मैं मीडिया के माध्यम से इस्तीफा देने की घोषणा करता हूं, इसके तुरंत बाद में पार्टी को पत्र भी भेज दूंगा. मैंने पिछले कई महीनों से देखा है कि पार्टी में अब कुछ नहीं बच गया है. पार्टी में एक कार्यक्रम तक नहीं हो रहा. पिछला कार्यक्रम मैंने पिछले वर्ष 4 जुलाई को किया था. पार्टी कार्यकर्ताओं का क्या हाल बना कर रखा गया. आरसीपी सिंह ने कहा कि बिना कुछ सोचे-समझे पार्टी ने मुझे पत्र भेज दिया, मुझसे व्यक्तिगत रूप से पूछा भी जा सकता था. मगर पार्टी ने ऐसा नहीं किया.

    बता दें कि जदयू के कोटे से केन्द्र में मंत्री रहे आरसीपी सिंह को कुछ वक्त पहले ही मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. दरअसल पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का टिकट नहीं दिया और उनका कार्यकाल खत्म हो गया था. इतना ही नहीं वो पार्टी में लंबे समय से उपेक्षित भी थे. अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में उन पर अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया. ये उनकी छवि को बदनाम करने की कोशिश थी. राज्यसभा के लिए एक और कार्यकाल से इनकार से उनका मंत्री पद भी चला गया और पार्टी में उनके करीबी समझे जाने वाले नेताओं को बाहर कर दिया गया.

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  • इंडियन ऑर्थोपेडिक असोसिएशन के बैनर तले “बोन एंड जॉइंट दिवस” का आयोजन, डॉ. सुभाष ने हड्डियों को मजबूत रखने के बताए नुस्खे

    लाइव सिटीज, पटना: मजबूत हड्डियों के लिए संतुलित आहार बहुत ज्यादा जरूरी है. हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए मुख्य रूप से आपको पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी की आवश्यकता होती है. संतुलित आहार खाने से आपको स्वस्थ हड्डियों के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व प्राप्त करने में मदद मिलती है. पटना के राजवंशीनगर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएसन के तत्वाधान में “बोन एवं ज्वाइंट दिवस का आयोजन किया गया.

    इस दौरान अस्पताल के निदेशक, डॉ० सुभाष चन्द्रा, कई चिकित्सक समेत स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.इस दौरान डॉ. सुभाष ने हड्डियों को मजबूत रखने के नुस्खे बताएं गए. वहीं, डॉ0 सुभाष चन्द्रा ने इस अवसर पर सड़क दुर्घटना में पीड़ित लोगों को प्रथम सहायता एवं जन की सुरक्षा करने के बारे में बताया. साथ ही उन्होनें ड्राईवर, ट्रैफिक पुलिस, पुलिस, छात्रों, जवानों एवं जनमानस को कैसे हड्डी को स्वस्थ्य एवं मजबूत रखा जाय, इसके संबंध में भी बताया.

    गौरतलब हो कि हड्डियों के लिए कैल्शियम एक जरूरी विटामिन है. सामान्य अवस्था में वयस्कों को एक दिन में 700 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है. इसके लिए विशेषज्ञ आपको प्रतिदिन संतुलित भोजन करने की सलाह देते हैं. दूध, पनीर और अन्य डेयरी खाद्य पदार्थ, हरी पत्तेदार सब्जियां, जैसे ब्रोकोली, गोभी और भिंडी आदि, सोया सेम, मछली कैल्शियम के बढ़िया स्रोत हैं.

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  • जदयू से इस्तीफा देते ही RCP सिंह ने नीतीश कुमार पर लगाए कई गंभीर आरोप, कहा-JDU डूबता हुआ जहाज, अब कुछ नहीं बचा

    लाइव सिटीज पटना: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रह चुके आरसीपी सिंह ने जदयू से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने नया संगठन बनाने का संकेत दिया है. इससे पहले सुबह ही पार्टी ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और उन्हें नोटिस भेजकर जवाब मांगा था. जदयू से इस्तीफा देते ही आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अपने ऊपर लगे गंभीर आरोप पर आरसीपी सिंह ने कहा कि साजिश के तहत आरोप लगाया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कार्यकर्ताओं से भी साथ चलने का आह्वान किया है.

    आरसीपी सिंह ने इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी. तो नीतीश कुमार के पास कितने एमपी थे, उसके बावजूद भी उस पार्टी के लोगों ने इन्हें केंद्र में रेलवे मंत्रालय दिया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने में बीजेपी की अहम भूमिका रही. अटल-आडवाणी की बदौलत ही नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. आरसीपी सिंह ने कहा कि आज बीजेपी की कृपा से ही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने हैं. 43 विधायक वाली पार्टी को बीजेपी ने मुख्यमंत्री बनाया है.

    आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि राज्यसभा टिकट काटे जाने से पहले उन्होंने बात तक नहीं की. कोई कटसी भी नहीं निभाई, यह कहने की कि आपका टिकट काटा जा रहा है. आरसीपी सिंह ने कहा कि बार-बार यह कहा जा रहा था कि राज्यसभा में आरसीपी सिंह के दो टर्म हो चुके हैं. तो मैं पूछता हूं कि यह नियम तो और लोगों पर भी लागू होता है. सीएम नीतीश का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि खुद कितने टाइम से रह रहे हैं. नियम तो सभी पर बराबर लागू होगा.

    आरसीपी सिंह ने कहा कि मैंने सारी बातों पर सोच-विचार कर फैसला किया है. फिलहाल मैं मीडिया के माध्यम से इस्तीफा देने की घोषणा करता हूं, इसके तुरंत बाद में पार्टी को पत्र भी भेज दूंगा. मैंने पिछले कई महीनों से देखा है कि पार्टी में अब कुछ नहीं बच गया है. पार्टी में एक कार्यक्रम तक नहीं हो रहा. पिछला कार्यक्रम मैंने पिछले वर्ष 4 जुलाई को किया था. पार्टी कार्यकर्ताओं का क्या हाल बना कर रखा गया. आरसीपी सिंह ने कहा कि बिना कुछ सोचे-समझे पार्टी ने मुझे पत्र भेज दिया, मुझसे व्यक्तिगत रूप से पूछा भी जा सकता था. मगर पार्टी ने ऐसा नहीं किया.

    बता दें कि जदयू के कोटे से केन्द्र में मंत्री रहे आरसीपी सिंह को कुछ वक्त पहले ही मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. दरअसल पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का टिकट नहीं दिया और उनका कार्यकाल खत्म हो गया था. इतना ही नहीं वो पार्टी में लंबे समय से उपेक्षित भी थे. अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में उन पर अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया. ये उनकी छवि को बदनाम करने की कोशिश थी. राज्यसभा के लिए एक और कार्यकाल से इनकार से उनका मंत्री पद भी चला गया और पार्टी में उनके करीबी समझे जाने वाले नेताओं को बाहर कर दिया गया.

    बतातें चलें कि बिहार जेडीयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को कारण बताओ नोटिस भेजकर अकूत संपत्तियों और अनियमितताओं पर जवाब मांगा है. उमेश कुशवाहा के द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें यह उल्लेख है कि अब तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति निबंधित की गई है. इसमें कई तरह की अनियमितताएं नजर आ रही हैं. जदयू ने आरसीपी सिंह से पूछा कि आप इस बात से अवगत हैं कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस पर काम करते हैं और इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद नेता पर कभी कोई दाग नहीं लगा और ना उन्होंने कोई संपत्ति बनाई. इसलिए निर्देशानुसार पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि परिवाद के बिंदुओं पर बिंदुवार अपनी राय से पार्टी को तत्काल अवगत कराएं.

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  • देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे जगदीप धनखड़, 200 वोट भी नहीं पा सकीं विपक्ष की उम्मीदवार

    लाइव सिटीज पटना: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया. धनखड़ को 528 वोट मिले, इसमें से 15 वोट अमान्य रहे. जबकि मार्गरेट अल्वा को 182 वोट पड़े. जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 346 मतों के अंतर से हराया. जगदीप धनखड़ 11 जुलाई को वह पद की शपथ लेंगे. मौजूदा उपराष्ट्रति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है. शनिवार को संसद में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल 780 में से 725 सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर उनके नाम का औपचारिक ऐलान किया. हालांकि एनडीए उम्मीदवार धनखड़ का जीत तय माना जा रहा था.

    शनिवार को संसद में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल 780 में से 725 सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. उपराष्ट्रपति चुनाव में एसपी, शिवसेना के दो और बीएसपी के एक सांसद ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. उधर टीएमसी के 34 सांसदों ने वोटिंग नहीं की. टीएमसी ने पहले ही वोटिंग से किनारे का ऐलान किया था. हालांकि पार्टी के आदेश के बावजूद टीएमसी के शिशिर अधिकारी और दिव्येंदु ने मतदान किया. भाजपा के दो सांसदों सनी देओल और संजय धोत्रे ने भी स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए वोटिंग से किनारा किया. उपराष्ट्रपति चुनाव में करीब 93 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. अधिकारियों ने बताया कि 50 से अधिक सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया.

    बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले संसद भवन पहुंचकर वोट डाला. पीएम मोदी के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने व्हील चेयर में पहुंचकर वोट डाला. सोनिया गांधी समेत कांग्रेस और सत्ताधारी पक्ष के सांसदों ने वोटिंग की. 71 वर्षीय जगदीप धनखड़ एक प्रसिद्ध वकील रहे हैं. उन्होंने राजस्थान उच्च न्यायालय और देश के उच्चतम न्यायालय दोनों में वकालत की है. धनखड़ के जीतने के बाद एक अजीब संयोग बना है. लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति एक ही राज्य से हैं. वर्तमान में ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं और वह राजस्थान के कोटा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.

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  • नीतीश कुमार के मन में क्या है?, एक महीने में दूसरी बार PM मोदी की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे CM नीतीश, अटकलें तेज

    लाइव सिटीज पटना: बिहार की सियासत में इन दिनों काफी कुछ हो रहा है. हाल के दिनों में बीजेपी और जेडीयू के बीच रिश्तों में तल्खी थोड़ी बढ़ गई है. कई मुद्दों पर बीजेपी और जेडीयू के सुर अलग-अलग रहे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार शामिल नहीं होंगे. एक महीने के अंदर यह दूसरी बार होगा, जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे. ऐसे में बिहार के सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार गर्म है. आखिर नीतीश कुमार के मन में क्या चल रहा है. क्या बिहार में कोई बड़ा सियासी बदलाव होने वाला है क्या.

    दरअसल सोमवार, 8 अगस्त 2022, को पीएम मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की दिल्ली में बैठक होने जा रही है और इस बैठक में सीएम नीतीश शामिल नहीं होंगे. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार नीति आयोग की बैठक में डिप्टी सीएम तारकिशोर को भेजना चाहते थे लेकिन उनको बताया गया कि इस बैठक में केवल मुख्यमंत्री ही शामिल हो सकते हैं. बता दें कि नीतीश कुमार नीति आयोग की रैंकिंग से नाराज रहते हैं. नीति आयोग की रैंकिंग में बिहार को विकसित राज्यों में सबसे हमेशा नीचे रखा जाता है और इसे लेकर नीतीश कुमार ने अपनी नाराजगी भी जताई है.

    बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले महीने तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए पीएम मोदी द्वारा आयोजित रात्रिभोज और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई मुख्यमंत्रियों की बैठक में भी नीतीश कुमार ने हिस्सा नहीं लिया था. नीतीश कुमार ने उस बैठक में राज्य के डिप्टी सीएम को भेजा था. बतातें चलें कि बीजेपी और जेडीयू के बीच काफी समय से शह मात का खेल हो रहा है. हालांकि इसमें अभी बड़े नेताओं की एंट्री नहीं हुई है. ना तो नीतीश कुमार करीबी बीजेपी की खिलाफत करते हैं ना ही बीजेपी का केन्द्रीय नेतृत्व खुलेआम कुछ कहता है.

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  • RCP सिंह ने बेहिसाब संपत्ति बना ली, लेकिन ये मामला अभी तक सामने क्यों नहीं आया था?, एक और चौंकाने वाला खुलासा

    लाइव सिटीज पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और एक समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे आरसीपी सिंह पर उनकी ही पार्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा है. जेडीयू का आरोप है कि आरसीपी सिंह ने पार्टी में रहते हुए करोड़ों रुपये की बेहिसाब संपत्ति अपने और अपने परिवार के नाम कर दी. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. जिसे लेकर बिहार की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. वहीं इस मामले की पार्टी में शिकायत करने वाले और रहुई प्रखंड (नालंदा) के जेडीयू अध्यक्ष संजय कुमार पटेल उर्फ राकेश कुमार ने शनिवार को एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है.

    जब आरसीपी सिंह मामले को लेकर रहुई प्रखंड (नालंदा) के जेडीयू अध्यक्ष संजय कुमार पटेल उर्फ राकेश कुमार यानी शिकायतकर्ता से पूछा गया कि आखिर ये मामला अभी ही उन्होंने क्यों सामने लाया?. इस पर संजय कुमार ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि इसकी जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई बार देना चाहा, लेकिन आरसीपी सिंह के आगे-पीछे रहने वाले लोग मिलने नहीं देते थे. इनके डर से हम लोग हिम्मत भी नहीं जुटा पाते थे. उन्होंने कहा कि कई बार हिम्मत जुटाई और लिखा भी था हम लोगों ने लेकिन किसी भी चीज का समय होता है. इसलिए अभी हुआ है. दरसल एक समय आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दाहिने हाथ थे. पार्टी में उनकी खूब चलती थी.

    बता दें कि रहुई प्रखंड (नालंदा) के जेडीयू अध्यक्ष संजय कुमार ने ही पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को लिखित में आरसीपी सिंह मामले में आवेदन दिया था. आवेदन के जरिए शीर्ष नेतृत्व को इसकी जानकारी दी गई कि पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने वर्ष 2013 से 2022 तक पार्टी में रहते हुए करोड़ों रुपये की बेहिसाब संपत्ति अपने और अपने परिवार के नाम कर दी. जदयू नेता ने सबूत के साथ बताया कि आरसीपी सिंह ने नालंदा जिले के अस्थावां ब्लॉक में 40 बीघा, इस्लामपुर ब्लॉक में 30 बीघा, राजगीर और बिहार ब्लॉक में भी इनके नाम या इनके परिवार के नाम पर काफी जमीन है. जिसके बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.

    आरसीपी सिंह पर साल 2013-2022 तक प्रॉपर्टी अर्जित करने का आरोप है. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें बताया गया है कि आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति बनाई गई है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर विश्वास रखती है. सूचना मिलने पर उसी के आधार पर पार्टी ने नोटिस जारी किया है. पार्टी ने नोटिस जारी कर आरसीपी सिंह से पार्टी में शीर्ष स्तर पर रहते हुए जो भी संपत्ति अर्जित की उसके बारे में जानकारी देने को कहा है. पार्टी को उनके जवाब का इंतजार है, उसके बाद ही पार्टी आगे की कार्रवाई करेगी.

    बता दें कि बिहार जेडीयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को कारण बताओ नोटिस भेजकर अकूत संपत्तियों और अनियमितताओं पर जवाब मांगा है. उमेश कुशवाहा के द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें यह उल्लेख है कि अब तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति निबंधित की गई है. इसमें कई तरह की अनियमितताएं नजर आ रही हैं. जदयू ने आरसीपी सिंह से पूछा कि आप इस बात से अवगत हैं कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस पर काम करते हैं और इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद नेता पर कभी कोई दाग नहीं लगा और ना उन्होंने कोई संपत्ति बनाई. इसलिए निर्देशानुसार पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि परिवाद के बिंदुओं पर बिंदुवार अपनी राय से पार्टी को तत्काल अवगत कराएं.

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  • अकूत संपत्ति बनाने के मामले में जदयू ने RCP सिंह को भेजा नोटिस, चिराग पासवान ने CM नीतीश पर उठाए सवाल, कह दी बड़ी बात

    लाइव सिटीज पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और एक समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे आरसीपी सिंह पर उनकी ही पार्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा है. आरसीपी सिंह पर जदयू में रहते हुए अकूत संपत्ति बनाने का आरोप है. RCP सिंह पर साल 2013-2022 तक प्रॉपर्टी अर्जित करने का आरोप है. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. जिसे लेकर बिहार की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. आरसीपी सिंह को लेकर जेडीयू के भीतर छिड़ी इस जंग ने विपक्षी दलों को उनपर हमला करने का एक मौका दे दिया है. इस बीच चिराग पासवान ने आरसीपी सिंह को नोटिस जारी किए जाने पर जेडीयू और सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.

    आरसीपी सिंह को नोटिस जारी किए जाने पर चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये वही आरसीपी सिंह है जो नीतीश के सबसे करीबी थे. तो क्या नीतीश कुमार एक ऐसे भ्रष्टाचारी को सालों तक अपने करीब रखे रहे. चिराग ने आगे कहा कि यह इस वजह से हो रहा है क्योंकि आरसीपी सिंह अब बीजेपी के करीब है और जेडीयू में दो धड़े हैं. एक जो बीजेपी के ज्यादा करीब और एक जो दिखाने को तो बीजेपी के करीब है लेकिन हकीकत में उतना है नहीं. चिराग पासवान का मानना है कि जेडीयू में सबकुछ ठीक तो नहीं है यह तो साफ दिख रहा है.

    इससे पहले आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जदयू ने आरसीपी सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं. और नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. ये बात लगातार तेजस्वी यादव कह रहे थे कि भ्रष्टाचार हो रहा है. उन्होंने RCP टैक्स नाम दिया था भ्रष्टाचार का RCP टैक्स के नाम से वसूली हो रहा है. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव के आरोप में दम था. जो सही साबित हुआ, जदयू खुद ही इसको स्वीकार कर रही है अब नीतीश कुमार इसकी जांच कराए और दूध का दूध और पानी का पानी करे. भ्रष्टाचार का खेल किस तरह हुआ है. इसका खुलासा जरुरी है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उस समय तेजस्वी की बात पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया लेकिन देर सवेर जदयू ने अपने नेता को नोटिस दिया है.

    आरसीपी सिंह पर साल 2013-2022 तक प्रॉपर्टी अर्जित करने का आरोप है. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें बताया गया है कि आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति बनाई गई है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर विश्वास रखती है. सूचना मिलने पर उसी के आधार पर पार्टी ने नोटिस जारी किया है. पार्टी ने नोटिस जारी कर आरसीपी सिंह से पार्टी में शीर्ष स्तर पर रहते हुए जो भी संपत्ति अर्जित की उसके बारे में जानकारी देने को कहा है. पार्टी को उनके जवाब का इंतजार है, उसके बाद ही पार्टी आगे की कार्रवाई करेगी.

    बता दें कि बिहार जेडीयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को कारण बताओ नोटिस भेजकर अकूत संपत्तियों और अनियमितताओं पर जवाब मांगा है. उमेश कुशवाहा के द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें यह उल्लेख है कि अब तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति निबंधित की गई है. इसमें कई तरह की अनियमितताएं नजर आ रही हैं. जदयू ने आरसीपी सिंह से पूछा कि आप इस बात से अवगत हैं कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस पर काम करते हैं और इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद नेता पर कभी कोई दाग नहीं लगा और ना उन्होंने कोई संपत्ति बनाई. इसलिए निर्देशानुसार पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि परिवाद के बिंदुओं पर बिंदुवार अपनी राय से पार्टी को तत्काल अवगत कराएं .

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  • छपरा पहुंचे पप्पू यादव, लड़कियों की शादी के लिए मदद का किया ऐलान, कहा-MP-MLA को पता नहीं दारू कहां मिलता है

    लाइव सिटीज पटना: छपरा के मकेर में जहरीली शराब कांड में 11 लोगों की मौत से बिहार में हड़कंप मचा हुआ है. जहरीली शराब पीने से बड़ी संख्‍या में लोगों की मौत के बाद पूरा प्रशासनिक अमला सकते में है. लापरवाही को लेकर जिले के एसपी ने मकेर थानेदार नीरज मिश्रा एवं फुलवरिया भाथा के चौकीदार को सस्‍पेंड कर दिया है. दोषियों की धर-पकड़ के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. वहीं इस घटना पर राजनीति भी शुरु हो गई है. विपक्ष के द्वारा सरकार पर सवाल उठाया जा रहा है. वहीं सरकार की और से कार्रवाई की बात कही जा रही है. इस बीच जाप सुप्रीमो पप्पू यादव मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोली पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और घटना के बारे में जानकारी ली. साथ ही पप्पू यादव ने आर्थिक मदद का ऐलान भी किया.

    जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने छपरा जहरीली शराब कांड के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और आर्थिक मदद का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अभी हमने यहां मृतकों के परिजनों को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक मदद की है, क्योंकि उनकी माली हालत ठीक नहीं है. वहीं और जो बच्ची है, उसकी शादी के लिए 25-25 हजार बच्ची को अलग से दिया जाएगा. इस मौके पर पप्पू यादव ने इस घटना के लिए नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. जाप सुप्रीमो ने कहा कि सरकार से मेरा सीधा सवाल यह है कि इसकी जिम्मेदारी किसकी है.

    पप्पू यादव ने कहा कि सात सालों में इतनी बड़ी बड़ी घटनाएं घटी. कोई थानेदार जेल क्यों नहीं गया, कोई नेता जेल क्यों नहीं गया. उन्होंने नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या सांसद और विधायक को पता नहीं दारू कहां मिलता है. पप्पू यादव ने कहा कि गुजरात मॉडल हो या बिहार, हर जगह जहरीली शराब से लोगों का मरना सरकार के शराबबंदी पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. छपरा में जहरीली शराब पीने से 11 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. आखिर कौन है इसका जिम्मेदार? सत्ता और विपक्ष दोनों से शराब माफिया को संरक्षण हासिल है. अधिकारी शराब बिकवा रहे हैं. तभी बिहार में शराब बंदी फेल हुई है.

    बता दें कि बिहार के छपरा के मकेर में हुई जहरीली शराब कांड में मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोली व भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा गांव में जहरीली शराब पीने से अब तक 11 लोगों की मौत हो गई है. इनमें नौ की मौत पीएमसीएच में जबकि एक की मौत छपरा से पटना ले जाने के दौरान हो गई. वहीं एक अन्‍य की मौत छपरा में ही हो गई. इस घटना से पूरे बिहार में हड़कंप मचा है. लापरवाही को लेकर जिले के एसपी ने मकेर थानेदार नीरज मिश्रा एवं फुलवरिया भाथा के चौकीदार को सस्‍पेंड कर दिया है. दोषियों की धर-पकड़ के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. सारण के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि पुलिस अभी तक 100 से ज्‍यादा लोगों को हिरासत में ले चुकी है. गिरफ्तारी के साथ ही बड़ी मात्रा में अवैध शराब भी बरामद की गई है.

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