Category: ब्रेकिंग न्यूज़

  • छोटी पहाड़ी मोहल्ला में बहुजन सेना द्वारा एक बहुजन महापंचायत का आयोजन

    बिहार शरीफ के छोटी पहाड़ी मोहल्ला में बहुजन सेना द्वारा एक बहुजन महापंचायत का आयोजन किया गया। आज के इस महापंचायत में मुख्य रूप से पिछले दिनों पटना उच्च न्यायालय द्वारा नगर निकाय के चुनावों में अतिपिछड़ों के आरक्षण पर लगाई गई रोक पर व्यापक चर्चा की गई।

    इस अवसर पर बहुजन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि आज हम आजादी के अमृत महोत्सव मना रहे हैं लेकिन सच्चाई यह है कि आजादी के 75 साल बाद भी हम बहुजनों (एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यकों) का हक अधिकार सुरक्षित नहीं है। राज्य व केंद्र सरकार जब चाहता है तब न्यायालय का सहारा लेकर हमारे हक अधिकार को समाप्त कर देता है। जिसका ताजा उदाहरण है

    पटना उच्च न्यायालय द्वारा नगर निकाय के चुनावों में अतिपिछडो़ की आरक्षण पर रोक लगाना। और न्यायालय ऐसे अवसरों की तलाश में खडी़ रहती है, क्योंकि न्यायालय में कॉलेजियम सिस्टम के कारण वही लोग न्यायकर्ता के रूप में बैठे हैं, जो सदियों से हमारे दुश्मन रहे हैं और जो कभी नहीं चाहते हैं कि बहुजन लोग अपने हक अधिकार को प्राप्त करे और आगे बढ़े।
    इस अवसर पर बहुजन सेना के प्रदेश महासचिव रामदेव चौधरी ने कहा कि बिहार में समान शिक्षा प्रणाली लागू किया जाए सरकारी अफसर का पुत्र सरकारी विद्यालय में पढ़ाई करें सभी गरीब वोटरों को सरकार प्रति महीना ₹10000 देने का काम करें जिसे एससी एसटी ओबीसी के लोग आगे बढ़ते हुए उन्नति के शिखर पर पहुंच सके न्यायालय में कम्यूनियन सिस्टम खत्म किया जाए ताकि सभी वर्ग के लोग जज की कुर्सी पर बैठ सके।
    इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश कुमार दास, बलराम दास डॉ कामेश्वर पासवान इन लोगों ने संबोधित करते हुए कहा कि जब तक न्यायपालिका में कॉलेजियम सिस्टम रहेगा तब तक हम बहुजनों को उचित न्याय नहीं मिलने वाला है, इसलिए जितना जल्द हो सके इस कॉलेजियम सिस्टम को समाप्त किया जाना चाहिए।
    आज के इस महापंचायत में रविरंजन कुमार, नरेश प्रसाद चौहान, हरिहर नाथ, महेन्द्र प्रसाद, रविशंकर दास, अखिलेश कुमार, अमर कुमार, नन्दलाल रविदास, रामकुमार सिंह, कृष्णा दास, शिवचरण प्रसाद, अनिल क्रांति, ओमप्रकाश पंडित इत्यादि लोगों ने भाग लिया।

  • बिहार चिकित्सा एव॔ जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा नालंदा

    बिहार चिकित्सा एव॔ जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा नालंदा के बैनर तले स्वास्थ्य कर्मचारियो ने अधिकार मार्च के माध्यम से सिविल सर्जन,नालंदा को मांग पत्र सौपा ।
    संघ के जिलाध्यक्ष वृजनंदन प्रसाद ने कहा कि बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के राज्य कार्यकारिणी की बैठक मे लिए गए निर्णय के अनुसार दिनांक 08 अक्टूबर 2022 को सभी सिविल सर्जन एवं मेडिकल काॅलेज, अस्पतालो मे अधीक्षक, प्राचार्य के समक्ष अधिकार मार्च का आयोजन कर माॅग पत्र समर्पित करने का कार्यक्रम निर्धारित है ।माॅग पत्र को सिविल सर्जन,अधीक्षक,प्राचार्य के द्वारा माननीय स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार को भेजा जाना है ।

    अधिकार मार्च को संबोधित करते हुए संजय कुमार जिला मंत्री ने कहा कि संघ का मांग है बिहार की सभी जनता को स्वास्थ्य का अधिकार दिया जाय , प्राइवेट नर्सिंग होम मे उपचार की फी का निर्धारण सरकारी स्तर पर किया जाय, रिक्त पदो पर अविलंब नियुक्ति किया जाय,परिधापक और फर्मासिस्ट का विज्ञापन शीघ्र प्रकाशित किया जाय,सभी को पुराना पेंशन का लाभ दिया जाय,सप्तम वेतन पुनरीक्षण समिति के अनुशंसा के आलोक मे निम्नवर्गीय लिपिको की सेवा 06 वर्ष हो जाने पर 2400/का ग्रेड पे देना सुनिश्चत किया

    जाय,प्रोन्नति के पदसोपानो के अनुरूप वरीयता के आधार पर प्रोन्नति दिया जाय,महिला कक्ष सेविका एवं पुरुष कक्ष सेवक की नियुक्ति मे प्राथमिकता के आधार पर ममता , वैक्सिन कुरियर को नियुक्त किया जाय,आशा कार्यकर्त्ताओ की छटनी पर रोक लगाई जाय सहित 20 सुत्री मांगे है ।जिलामंत्री ने कहा कि चरणबद्ध आंदोलन के अन्तर्गत दिनांक 29 नवम्बर 2022 को स्वास्थ्य कर्मियो का माननीय स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार के समक्ष धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित है ।

    इस अधिकार मार्च मे अरविंद कुमार,नदीम,राजेश कुमार सिंह,प्रह्लाद शर्मा ,मीना कुमारी ज्योत्सना कुमारी , अवन्ति कुमारी ,नीलम कुमारी, वीरेंद्र कुमार ,रेणु कुमारी,नवीन कुमार,सुबोध कु,सुरेन्द्र कुमार,राजकुमार ,सुल्ताना,
    पार्वती कुमारी सहित सैकङो सदस्यो ने भाग लिया ।स्वास्थ्य कर्मियो ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र मे युवा एवं कर्मठ माननीय स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार से आम जनता और नियमित,संविदा,प्रोत्साहन राशि पर कार्य करनेवाले ,एव॔ ठेका कर्मचारियो के बेहतर भविष्य के लिए काफी अपेक्षाएँ है।

  • रीना यादव का बीजेपी पर अटैक भाजपा हमेशा आरक्षण विरोधी काम करती है

    रहुई प्रखंड के गराई विगहा में अखंड कीर्तन के मौके पर भव्य भंडारा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि ई. सुनील कुमार के उपस्थिति में इस भव्य भंडारा का उद्घाटन नालंदा के विधान पार्षद रीना यादव पूर्व विधायक चंद्रसेन पूर्व एमएलसी राजू यादव ने संयुक्त रूप से फीता काटकर भव्य भंडारा की शुरूआत की। वहीं गराई विगहा में 24 घंटे की अखंड कीर्तन में सम्मिलत होकर आरती भी की। इस दौरान विधान पार्षद रीना यादव ने बीजेपी पर तंज कसते कहा कि आरक्षण को लेकर कहा कि भाजपा हमेशा आरक्षण विरोधी काम करती रही है हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हमेशा पिछड़ों को बहुत सारे पदों के साथ शुशोभित किया।पिछड़ो अति पिछड़ों दलित,महादलित को आरक्षण के माध्यम से पद देने का काम किया है। नगर निकाय के चुनाव को लेकर कहा कि कोर्ट ने जो फैसला दिया है हम उसका सम्मान करते है। वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए एमएलसी रीना यादव ने कहा भाजपा का बिनाश होने वाला है जब आदमी का विनाश होने वाला है तो उसकी बुद्धी भ्रष्ट हो जाती है और जो भी काम किया है उसे नुकासन ही होने वाला है । आने वाला चुनाव में जनता इसका पूरा से पूरा बदला लेगी। वही जदयू के राष्ट्रीय महासचिव इंजीनियर सुनील ने कहा कि इस गांव में दो दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान आयोजन में यथा भक्ति यथाशक्ति के हिसाब से ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन से जहां गांव में एकता बनी रहती है वहीं लोगों में भक्ति का भाव भी समाहित होता है।

  • भेंड़ा गांव में शिवभक्तों द्वारा भंडारा का आयोजन किया गया

    रहुई प्रखंड के भेंडा गांव में शिवभक्तों द्वारा भंडारा का आयोजन किया गया। आपको बता दें कि शिव शिष्य परिवार के संस्थापक और शिव शिष्यता के जनक स्वामी हरिंद्रानंद के निधन होने से भेंड़ा गांव के शिवभक्तो एवं ग्रामवासियों ने मिलकर चंदा इकट्ठा कर भंडारा कराया। वहीं गांव के बच्चे से लेकर युवा,बुढ़ा पुरूष एवं महिलाओं ने भंडारा का भोजन ग्रहण किया। शिव भक्तों का कहना है कि हरीन्द्रानंद जी पहले ऐसे शिवभक्त थे

    , जिन्होंने शिव को जन-जन का गुरु बना दिया। इसके लिए कोई विशेष प्रयोजन या जात-पात की आवश्यकता पर उन्होंने बल नहीं दिया। यही कारण है कि आज देश-विदेश में उनके लाखों करोड़ों अनुयायी हैं, जो शिव को गुरु मान उनके बताए मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं।

    उन्होंने प्रशासनिक पदाधिकारी रहते हुए गुरु शिष्य परंपरा का निर्वहन किया और शिव गुरु परिवार को बड़ा आकार भी दिया। वे कहा करते थे कि जब भगवान भाव के ही भूखे हैं तो क्यों सांसारिक जीवन में गुरु की तलाश की जाए, क्यों न आदियोगी शिव को ही गुरु बना लिया जाए। इस मौके पर भेंड़ा के सभी ग्रामीण मौजूद रहे।

  • मूर्ति विसर्जन के दौरान मां के जयकारों से पूरा इलाका गुंजायमान

    नालंदा जिले के शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक मूर्ति विसर्जन के दौरान मां के भक्तों के द्वारा मां के जयकारों से पूरा इलाका गुंजायमान हो गया। गौरतलब है कि इस बार गुरुवार को मूर्ति का विसर्जन पूजा समितियों के द्वारा नहीं किया गया हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि बेटियां अपने मायके से मंगलवार और गुरुवार को विदा नहीं होती है इसीलिए गुरुवार को माता के मूर्ति का विसर्जन नहीं किया गया,लेकिन शुक्रवार को बिहारशरीफ के हर चौक चौराहों पर जय माता दी के जयघोष से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया। मां के भक्तों ने नम आंखों से माता को विदाई दी।

    इस दौरान क्या महिला क्या बच्चे और क्या बूढ़े और क्या नौजवान सभी भक्ति गानों पर झूमते हुए मोरातालाब छठ घाट पहुंचे हैं। जहां माता का विसर्जन किया गया। विसर्जन को लेकर नालंदा जिले के हर चौक चौराहों पर सुरक्षा के व्यापक व्यवस्था किए गए थे। भागन बीघा स्थित मोरातालाब छठघाट पर विसर्जन को लेकर भक्तों की भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। विसर्जन में किसी तरह की परेशानी ना हो इसलिए मोरा तालाव छठ घाट के सदस्य एवं भागनबीघा थाना पुलिस की टीम पूरी तरह से मुस्तैद रही। हालांकि विसर्जन के दौरान शहर में जाम की समस्या भी बनी रही।

    सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से बिजली विभाग के द्वारा सुबह 9:00 बजे से लेकर रात्रि 10:00 बजे तक बिजली आपूर्ति सेवा ठप कर दी थी। वही विसर्जन के दौरान मां के भक्तों ने कहा कि मां हमारी और पूरे जिले की सुख शांति बनाए रखें लोगों में एकता बनी रहे यही माता से आशीर्वाद मांगा। पूजा समिति के सदस्यों ने मेला संचालन में अपनी अहम भूमिका निभाने को लेकर धन्यवाद भी दिया पूजा समिति के लोगों ने कहा इस बार दुर्गा पूजा में प्रशासन का काफी अहम रोल रहा।

  • नीतीश पर हमला जारी, कहा – किसी का उत्तराधिकारी नहीं बनना है

    प्रशांत किशोर का नीतीश पर हमला जारी, कहा – किसी का उत्तराधिकारी नहीं बनना है, बिहार के लोगों से जो वादा किया है, उसे पूरा करना है

    प्रशांत किशोर ने आज लगातार दूसरे दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। जमुनिया स्थित जन सुराज पदयात्रा कैंप में स्थानीय लोगों से संवाद कार्यक्रम में उन्होंने तल्ख लहजे में कहा, “10-15 दिन पहले मीडिया में खबर आई थी। नीतीश जी अपने घर बुलाए थे और बोले, अरे भाई आप तो हमारे उत्तराधिकारी हैं, यह सब क्यों कर रहे हैं। आइए हमारे साथ, हमारे पार्टी के नेता बन जाइए। उनकी बात सुने, बहुत लोग हमको गाली लिखकर भेजा। क्यों इनसे मिलने गये। नीतीश जी से मिलने इसलिए गए थे कि मिलकर उनको ये बता सकें कि कितना भी बड़ा प्रलोभन दीजिएगा, जनता से एक बार जो वादा कर दिए हैं उससे पीछे नहीं हटेंगे। पीछे नहीं हटने वाले हैं, उत्तराधिकारी बनाए या कुर्सी खाली कीजिए उससे कोई मतलब नहीं।”

  • बॉलीवुड फिल्म धूप छांव का पोस्टर रिलीज,जानें कब है रिलीज डेट

    बॉलीवुड फिल्म धूप छांव का पोस्टर रिलीज,जानें कब है रिलीज डेट

    बॉलीवुड की अगली फिल्म धूप छांव का ऑफिशियल पोस्टर लांच कर दिया गया है। कयास लगाए जा रहे हैं पारिवारिक भावनाओं व मूल्यों पर आधारित इस फ़िल्म में कहानी दो भाइयों की है। फ़िल्म के फर्स्ट लुक में राहुल देव सेंटर में हैं और अभिषेक दुहान,अहम शर्मा,स्मृति बथिजा और समीक्षा भटनागर में अच्छी बॉन्डिंग दिख रही है वे आपस में गले मिल रहे हैं। पोस्टर में भारतीय पारिवारिक इमोशन को देखा जा सकता है। फिल्म के निर्माता सचित जैन व साक्षी जैन हैं। कहानी संजय जैन की है। लेखक हेमंत शरण व अमित सरकार हैं और निर्देशन हेमंत शरण ने किया है।

    अभिषेक दुहान व अहम शर्मा इस फ़िल्म के मुख्य भूमिका में हैं। अभिषेक इस मौके पर काफी उत्साहित हैं और कहते हैं की ये फ़िल्म मेरे दिल के बेहद करीब है। वह बड़े पर्दे पर पहली बार राहुल देव के साथ काम कर रहे हैं। राहुल देव एक अनुभवी अभिनेता हैं और शूटिंग के दौरान मुझे इनसे काफी कुछ सीखने का मौका भी मिला। अहम शर्मा ने भी इसे एक बेहतरीन फ़िल्म बताया है। बड़े पर्दे पर मेरी आने वाली फिल्म का इंतज़ार अब जल्द ही खत्म होगा। फ़िल्म के निर्देशक हेमंत शरण हैं। हेमंत शरण ने फ़िल्म के विषय में आगे कहा एक मेहनतकश टीम का नतीजा है धूप छांव,यह भारतीय सिनेमाई दर्शको को ध्यान में रख कर बनाई गई फ़िल्म है जिसमे पारिवारिक तानेबाने के साथ इमोशनल कॉमेडी को तबज्जो दी गयी है।

    फ़िल्म का फर्स्ट लुक सोशल मीडिया पर जारी किया गया जिसे दर्शको द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। देखते ही देखते फ़िल्म का फर्स्ट लुक वायरल हो गया। बॉलीवुड ट्रेड पंडितों ने भी धूप छांव के पोस्टर को खूब सराहा है। फेमस बॉलीवुड क्रिटिक तरण आदर्श ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से फ़िल्म के पोस्टर को शेयर किया । वहीं कोमल न्हाटा ने भी अपने तमाम सोशल मीडिया अकाउंट्स से पोस्टर को शेयर कर निर्माता व निर्देशक को बधाई दी।फ़िल्म 4 नवम्बर को पूरे देश के सर्वाधिक थियेटरों में एकसाथ रिलीज की जाएगी।

    फिल्म ‘धूप छांव’ का निर्माण फॉरएवर बिग एंटरटेनमेंट बैनर के तले किया गया है। इस फ़िल्म में अभिनेता राहुल देव,अभिषेक दुहान,स्मृति बथिजा,समीक्षा भटनागर,अहम शर्मा के अलावे अतुल श्रीवास्तव,राहुल बग्गा,शुभांगी लतकर,आशीष दीक्षित,आर्यन बजाज,शैलेन इत्यादि भी महवपूर्ण भूमिका में हैं। कोरियोग्राफर जीत सिंह व संगीतकार अमिताभ रंजन,नीरज श्रीधर व काशी रिचर्ड हैं तथा बॉलीवुड के दिग्गज गायक कैलाश खेर,जावेद अली,अन्वेषा, भूमि त्रिवेदी,सलमान अली और अरुण देव यादव ने इस फिल्म के गानों में अपनी आवाज दी है। मीडिया कंसल्टेंट सर्वेश कश्यप हैं।

  • बन्धु बाजार में सप्तमी के दिन दुर्गा मंदिर का पट खुलते ही मां के हुए दर्शन

    बिहारशरीफ, 2-10-2022 : शहर के सोहसराय स्थित बन्धु बाजार में शारदीय नवरात्र के सातवें दिन व मां दुर्गा के सातवें स्वरुप मां कालरात्रि की विधि विधान से पूजा-अर्चना के बाद मां का पट खुला। पट खुलने से पहले ही पूजा पंडाल में मां के दर्शन को लेकर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी। दुर्गा मंदिर में पूजा समिति की ओर से शारदीय नवरात्र दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया। मंदिर में दुर्गा पूजा का विधिवत उद्घाटन पूजा समिति में सक्रिय भूमिका निभाने वाले शंकर कुमार खत्री व समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा, सरदार वीर सिंह राजदेव पासवान तथा श्रीकांत मणि मिश्रा ने संयुक्त रूप से मां दुर्गा को चुनरी ओढाकर किया। जैसे ही मां का पट खुला पूरा पंडाल दुर्गा मईया के जयकारे से गूंज उठा। पूजा एवं आरती में मां के भक्त पहुंचे हुए थे। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मां की पूजा-अर्चना हुई।

    दुर्गा पूजा कमिटी के कार्यकर्ता मेला में सुरक्षात्मक सक्रियता बढ़ाई –मां की महिमा का स्मरण कर श्रद्धालु मन्नते मांगते दिखे। दुर्गा पूजा कमिटी के कार्यकर्ताओं ने मेला में भीड़-भाड़ के चलते अपनी सुरक्षात्मक सक्रियता मुस्तैदी से बढ़ा दी है। प्रशासनिक अधिकारी भी लगातार क्षेत्र भ्रमण कर स्थिति की सतत निगरानी में लगे हुए हैं, ताकि दुर्गा पूजा शांति व सौहार्द से संपन्न हो सके।

    मां के पूजा से सुख एवं शांति की अनुभूति होती है – दुर्गा मां के सातवें स्वरूप की चर्चा करते हुए श्रीकांत मणि मिश्रा ने बताया कि मां कालरात्रि के ध्यान से जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है। आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। कठिनाइयों से जूझने की क्षमता प्राप्त होती है। सुख एवं शांति की अनुभूति होती है। मां सभी की मनोकामना पूर्ण करते हैं।

    पूजा समिति के कोषाध्यक्ष नन्दू प्रसाद ने कहा कि आज नवरात्रि का सातवां दिन है। आज का दिन मां कालरात्रि को समर्पित है। मां की पूजा-आराधना कर भक्तों को सुख-शांति औऱ सौभाग्य की प्राप्ति होती है। नवरात्रि में आज का दिन भक्तों के लिए बेहद ही खास होता है। सप्तमी तिथि को देशभर के पूजा पंडालों के पट खुल जाते हैं और मां अपने भक्तों को दर्शन देती हैं। इसी वजह से आज के दिन का सभी को इंतजार रहता है। मां शक्ति की आराधना से अच्छे कर्मों की शक्ति मिलती है।

    मौके पर समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि नवरात्र शक्ति का पूजन है। यह नारी शक्ति, उसके आभामंडल के आदर का उत्सव है। भारतीय संस्कृति में मातृत्व शक्ति मां दुर्गा के विराट स्वरूप का वर्णन है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान का प्रारंभ कन्या के शुभ हाथों से, तो पहला चरण-वंदन मां का करने की परंपरा है। संस्कारों का जन्म ही मातृत्व शक्ति से होता है। मां अपनी कोख में और जन्म देने के बाद बच्चे को जो संस्कार देती है, इसी पर परिवार, समाज और देश का भविष्य टिका होता है। मां बच्चे को एक पुरुष के रूप में संसार का संचालन करने की शक्ति प्रदान करती है। मातृत्व शक्ति चाहे, तो एक पीढ़ी में संपूर्ण मानव सभ्यता को बदल सकती है। एक परिपक्व व्यक्तित्व को गढ़ने में मां की शक्ति की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा- अब तो विज्ञान ने भी साबित कर दिया है कि मातृत्व शक्ति एक सकारात्मक शक्ति है। इस सकारात्मक शक्ति की अनदेखी मातृत्व और कन्या शक्ति, दोनों को कमजोर करती है। भारतीय संस्कृति में सरस्वती, लक्ष्मी और दुर्गा ये क्रमश ज्ञान, धन और शक्ति की देवी हैं। इनकी स्तुति में संपूर्ण कल्याण छिपा है। यदि मन, वचन, कर्म और समस्त इंद्रियों द्वारा इन तीनों शक्तियों का सदुपयोग किया जाए, तो ये परिवार, समाज और देश में संस्कार, संस्कृति और धर्म को जीवंत बनाने में समर्थ हैं। इनकी कृपा से मनुष्य मात्र को नई ऊर्जा, नई दिशा और नई गति मिलती है।

    शाम ढ़लते ही रंगीन रौशनी से नहा लिया बन्धु बाजार – शाम होते ही सोहसराय और बन्धु बाजार का नजारा बदल गया। ऐसा लग रहा था मानों आकाश के तारे जमीन पर उतर आए हों। पूजा समिति की ओर से सड़क पर बिजली की जो सजावट की गई थी उसका कुछ अलग ही नजारा दिख रहा था। रंगीन रौशनी में दर्शनार्थियों का चेहरा चमक रहा था। प्रशासन के आदेश का पालन करते हुए पूजा पंडालों पर डीजे तो नहीं था पर मधुर धुन में बज रहे मां के भजन से भक्तिमय माहौल कायम हो गया था।

    पूजा पंडाल और मंदिर में चढ़ा फलहार का प्रसाद – पूजा पंडाल व मंदिर के अलावा घर-घर में भक्त कलश स्थापित कर मां दुर्गा की पूजा-पाठ कर रहे हैं। पट खुलने के साथ ही शहर के फल मंडी और मिठाई की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ रही। लोग प्रसाद चढ़ाने के लिए बगैर अन्न वाले मिठाई और सेव, केला, नारंगी, अनार, नारियल आदि का प्रसाद चढ़ाएं। प्रसाद चढ़ाने में इस बात का ख्याल रखा जा रहा था कि इसमें अन्न का उपयोग नहीं हुआ हो। वजह है कि व्रती अष्टमी को हवन करने के बाद ही अन्न से बने प्रसाद ग्रहण करते हैं। शहर के बन्धु बाजार मंदिर, मेन रोड सोहसराय स्थित दुर्गा मंदिर, साईं मंदिर समेत अन्य मंदिरों व पूजा पंडालों में लोगों ने पूजा अर्चना कर मां को प्रसाद चढ़ाएं।

    बन्धु बाजार में हर तरफ दिखा भारतीय संस्कृति व मेला का नजारा – सोहसराय के बन्धु बाजर में काफी रौनक थी। सड़कों पर मेला का नजारा था। फुटपाथ पर नास्ता और फार्स्ट फूड के दर्जनों दुकानें सजी थी। रंगीन टेंट में ग्राहकों को बैठने के लिए कुर्सी की भी व्यवस्था थी। समोसा, चाट, मिठाई, फास्ट फूड, जलेबी, पकौड़ी आदि की दर्जनों दुकानें सजी थी। हर आने-जाने वाले लोगों को दुकानदार गर्म नास्ते और चाट की आवाज लगाकर अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। वहीं स्थाई नास्ते, मिठाई, चाट, समोसे, दही की लस्सी आदि की दुकानों पर लोगों ने अपना जायका बदला।
    इस अवसर पर पूजा समिति के सक्रिय सदस्य निकेश कुमार, शंकर कुमार खत्री, सुभाष चंद्र यादव, सरदार वीर सिंह, राजदेव पासवान, विद्या भूषण सिंह, नन्दू प्रसाद, राधिका कुमारी, दयमंती देवी, विरजु मिस्त्री, कृष्ण कुमार लहकार, टुनटुन चौधरी,अजय कुमार श्रद्धालु मौजूद रहे।

  • महात्मा गाँधी गंभीर परिस्थितियों में विश्वास, समानता और न्याय के प्रतीक थे

    राकेश बिहारी शर्मा – महात्मा गाँधी ने अपनी गंभीर परिस्थितियों में विश्वास, समानता और न्याय के प्रतीक थे और उन्होंने सिद्ध किया कि महात्मा बुद्ध, भगवान महावीर स्वामी और गुरु नानक देव के सिद्धांत भारतीय संस्कृति और विरासत के मुख्य आधार थे और आज भी उनके सिद्धांत अहिंसा, भाईचारा, समानता, न्याय और सम्मान मानवता के लिए प्रासंगिक है। महात्मा गाँधी को पहली बार सुभाष चंद्र बोस ने ‘राष्ट्रपिता’ के रूप में संबोधित किया था। 4 जून 1944 को सिंगापुर रेडियो के एक संदेश को प्रसारित करते हुए ‘राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी’ कहा गया।

    अहिंसा की नीति के ज़रिए विश्व भर में शांति के संदेश को बढ़ावा देने के महात्मा गांधी के योगदान को सराहने के लिए इस दिन को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाने का फ़ैसला किया गया था। गांधीजी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति के प्रतीक माने जाते है। गांधीजी के जन्मदिन पर ही अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है। सादा जीवन या सरलता, समर्पण के साथ जीवन कैसे जीना है ये हमें गांधीजी के जीवन से सीखना चाहिए।

    गांधीजी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ। जिनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। गांधीजी के दादाजी उत्तमचंद गांधी गुजरात के महाराजा के यहां दीवान थे। मोहनदास करमचंद गांधीजी का विवाह मई 1983 में कस्तूरबा गांधी से हुआ। उनके दो बेटियां रानी और मनु, तथा चार पुत्र थे जिनका नाम हरिलाल गांधी, मणिलाल गांधी, रामदास गांधी और देवदास गांधी था।

    महात्मा गाँधी अहिंसा की नीति के ज़रिए विश्व भर में शांति के संदेश को बढ़ावा देने के लिए ही इस दिन को ‘अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाने का फ़ैसला किया गया। इस सिलसिले में ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा’ में भारत द्वारा रखे गए प्रस्ताव का भरपूर समर्थन किया गया था।

    भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जन्मदिवस को संयुक्त राष्ट्र ने हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा के कुल 191 सदस्य देशों में से 140 से भी ज़्यादा देशों ने इस प्रस्ताव को सहमती से पारित किया। इनमें मुख्य रूप से अफगानिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान जैसे भारत के पड़ोसी देशों के अलावा अफ्रीका और अमेरिका महाद्वीप के कई देश भी शामिल थे।

    अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस क्यों मनाया जाता है :

    अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस इसलिए मनाया जाता है कि इसी दिन भारत के राष्ट्रपिता, अहिंसा के पुजारी, पूरे विश्व को सत्य और अहिंसा की नीति से प्रभावित करने वाले महात्मा गांधी जी का जन्मदिन है। महात्मा गांधी जी के स्मृति में विश्व अहिंसा दिवस मनाया जात है। अहिंसा और सद्भाव को सारे विश्व में फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने गांधीजी के जन्मदिन को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया।

    विश्व अहिंसा दिवस का इतिहास :

    15 जून, 2007 के संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा प्रस्ताव के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाए जाने का प्रस्ताव रखा। संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा प्रस्ताव से पूरे विश्व में विश्व अहिंसा दिवस मनाया जाने लगा। महासभा द्वारा 15 जून, 2007 प्रताव में कहा गया कि- “शिक्षा के माध्यम से जनता के बीच अहिंसा का व्यापक प्रसार किया जाएगा।” संकल्प में यह भी कहा गया कि “अहिंसा के सिद्धांत की सार्वभौमिक प्रासंगिकता एवं शांति, सहिष्णुता तथा संस्कृति को अहिंसा द्वारा सुरक्षित रखा जाए।” इस दिवस का उद्देश्य यह है कि सारी दुनिया शांति और अहिंसा का आचरण करें।

    अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस का महत्त्व :

    विश्वभर में अहिंसा का संदेश देने के लिए विश्व अहिंसा दिवस मनाया जात जाता है। इस दिन राष्ट्रपिता, अहिंसा के पुजारी, पूरे विश्व को सत्य और अहिंसा की नीति से प्रभावित करने वाले महात्मा गांधी जी का जन्मदिन है। इसलिए हर साल 2 अक्टूबर को विश्व अहिंसा दिवस मनाने का फैसला संयुक्त राष्ट्र संघ ने लिया।

    महात्मा गांधीजी की विचारधारा :

    गांधीजी व्यावहारिक आदर्शवाद को जोर देने वाले हैं। गांधीजी विचारधारा को अनेक स्त्रोतों से संग्रह किया था जैसे – भगवद्गीता, बाइबिल, जैन धर्म, गोखले और टॉलस्टॉय, जॉन रस्किन से विकसित विचारधार है। गांधीजी हमेशा अहिंसा मार्ग पर चलते थे। अहिंसा परमो धर्म की सीख हमें महात्मा गांधी जी से ही मिलती है। आजीवन सत्य और अहिंसा का पालन करने वाले व्यक्ति के रूप में बापू जी जाने जाते हैं। देश को आजाद कराने में गांधीजी का योगदान अविस्मरणीय है।

  • नालंदा की बेटी अनुराधा गुप्ता की सुरीली आवाज में प्यारा भक्ति देवी गीत

    नालंदा की बेटी अनुराधा गुप्ता की सुरीली आवाज में #anuradha gupta official चैनल की शुरुआत बहुत ही प्यारा पारंपरिक भक्ति देवी गीत से शुरू हुई!! विगत कई वर्षों से अनुराधा गुप्ता जो की बॉलीवुड और भोजपुरी फिल्मों में एक से बढ़कर एक गीत गाए है!! अनुराधा गुप्ता के ही गाए गीत “पहले बोले थे पूरा इंडिया घुमाएंगे”जो की सोशल मिडिया टिक टॉक, लाइक पर खुब वायरल हुआ था! और विवाह गीत “जंगले जंगले खोजिहा जी पापा” मगही गीत “ककोलत के झरना” और”ई पागल दिल दीवाना वा समा जा सास में”सबों में अपने आवाज़ का जादू बिखेरा है!! अब अपने भक्ति गीत “हे रे मालिन तू बता दें”विडीयो गीत के साथ आप सभी दर्शको के बीच है! गाने का गीत संगीत महाकाल स्टूडियो पटना से किया गया और साथ ही गाने की विडियो निर्देशन मोस्ट पॉपुलर गणेश कुमार अक्षत ने किया है! आप सभी भी #Anuradha gupta official पर जाकर चैनल को सब्सक्राइब, शेयर, लाइक,कॉमेंट जरुर करे!