Category: ब्रेकिंग न्यूज़

  • हर क्षेत्रों का हो रहा है समुचित विकास श्रवण कुमार।

    हर क्षेत्रों का हो रहा है समुचित विकास श्रवण कुमार।। बिहार सिर्फ प्रखंड के ग्राम पंचायत राज पचौडी के ओकनामां के 10+2 मगध उच्च विद्यालय में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत चहारदीवारी निर्माण कार्य का उद्घाटन बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि चाहर दीवारी नहीं रहने के कारण विद्यालय में अध्ययन कर रहे छात्र छात्राओं को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता था शैक्षणिक कार्यों में परेशानी हो रही थी पूरे बिहार में हमारी सरकार ने शैक्षणिक माहौल बनाया है छात्र छात्राओं को पठन-पाठन के क्रम में हर प्रकार की संभव सहायता राज सरकार के द्वारा प्रदान की जा रही है स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना आज उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं

    छात्रों के लिए वरदान साबित हो रही है आधी आबादी को शिक्षा प्रदान करने में सबसे ज्यादा सरकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने वाला बिहार पहला राज्य है मैट्रिक इंटर एवं स्नातक पास करने पर प्रोत्साहन राशि छात्रों को बिहार की सरकार मुहैया करा रही है हर जिलों में सरकार के द्वारा छात्रावास का निर्माण कराया जा चुका है तथा इस में पठन-पाठन के कार्य में लगे छात्रों को भत्ते के रूप में 1000 प्रति माह तथा 15 किलो राशन मुहैया कराई जा रही है हर जिलों में पॉलिटेक्निक कॉलेज मेडिकल कॉलेज इंजीनियरिंग कॉलेज नर्सिंग कॉलेज आईटीआई कॉलेज महिला आईटीआई संस्थानों की स्थापना की जा चुकी है शेष में कार्य निरंतर जारी है देश में है छात्रों को शिक्षा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से साइकिल योजनाओं को लागू करने वाला बिहार पहला राज्य है पोषाहार छात्रवृत्ति अन्य प्रकार की भी सहायता सरकार के द्वारा मुहैया कराई जा रही है।

    हर क्षेत्रों का हो रहा है समुचित विकास श्रवण कुमार।

    इस अवसर पर सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार जी को पूरे बिहार के विकास की चिंता रहती है डे जनता की सेवा को सदैव समर्पित रहते हैं। उद्घाटन के पश्चात महाविद्यालय परिसर में 10 पौधों का रोपण कार्य किया गया तथा बच्चों से एक एक पौधा लगाने का आग्रह करते हुए उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर विशेष चर्चा की ।इस अवसर पर जनता दल यू के मुख्य प्रवक्ता धनंजय देव प्रखंड जदयू अध्यक्ष संजय कुशवाहा किसान नेता जगलाल चौधरी मुन्ना पासवान सकलदीप पटेल रंजीत चौधरी प्रदीप मुखिया विनोद कुमार सुरेश कुमार इंदु चौहान प्रशांत कुमार मिंटू कुमार दिनेश साहू सुनील रविदास रविंद्र कुमार अवधेश कुमार सुरेंद्र कुमार बालचंद पासवान शैलेंद्र कुमार लाल बहादुर महाविद्यालय के प्राचार्य अर्चना कुमारी दयानंद सुनैना देवी उपस्थित रहे।

  •  गूंज के सहयोग से फलदार पौधा का वितरण।

    https://youtu.be/SE7GPt9OkJY नालन्दा जिले के रहूई प्रखंड स्थित धमौली आंख अस्पताल एवं इन्स्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी के प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय संस्था गूंज के राज्य प्रमुख शिवजी चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में गूंज के पौधे रोपन कार्यक्रम के अन्तर्गत फलदार पौधा वितरण किया गया जिसमें पच्चीस हजार फलदार पौधा लगाने लगवाने हेतु स्थानीय संस्था ग्राम नियोजन केन्द्र बस्ती हरनौत के सचिव विनोद कुमार पांडेय मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी नूरसराय के सचिव पुरुषोत्तम कुमार आशीर्वाद फाउण्डेशन सह इन्स्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी के निदेशक महेश प्रसाद सिंह और गूंज संस्था पटना के अरुण उपधया जी के नेतृत्व में बिहार राज्य के नबादा जिला बेगूसराय जिला मुंगेर जिले सहित नालन्दा जिले के हरनौत,रहुई,वेन नूरसराय चण्डी प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में फलदार पौधा रोपण कार्य क्रम में ग्रामीण जनता को जरूरत के हिसाब से फलदार पौधा कटहल अमरूद आंवला नेंवू अनार और शीशम लोगों को बिच वितरण किया गया यह अनोखा कार्यक्रम में लोगो को संबोधित करते हुए महेश प्रसाद सिंह ने बताया कि आज आमजनों को जरूरत है अस्त व्यस्त जीवन को सहेजने के लिए पौधा लगाने लगवाने का आज जन्मदिन पर लोगों में केक काटा जा रहा है और जीवन दायू पौधा यदि उत्सव में शामिल किया जाएगा तो हमारे साथ आने वाले पिढ़ी दर पीढ़ी पुर्वजों की की गई कार्य याद किया जाएगा ग्राम नियोजन केन्द्र के सचिव विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि गूंज संस्था पटना दिल्ली के निर्देश पर ग्राम स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिससे लोगों को जरूरत पुरा करने में मदद मिलती है ईसी क्रम में फलदार पौधा लगाने के लिए आप को दिया जा रहा है गूंज संस्था के पदाधिकारी अरुण उपधया जी ने बताया कि आज नई सड़क बनाई जा रही है जिसमें कई खूबसूरत पेड़ों को काटा गया है इसके भरपाई हम सब मिलकर पौधा लगाएं और अपने परिवार को बचाएं। मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी के सचिव पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि आज आमजनों को राहत पहुंचाने में विना खर्च के आक्सीजन के लिए पौधा लगाने लगवाने हेतु उचित प्रयास किया गया है गूंज संस्था पटना के निर्देश पर यह सराहनीय कार्य है हमें अंतरराष्ट्रीय संस्था गूंज के पदाधिकारियों को धन्यवाद देता हूं कि जरुरतमंद लोगों को जरूरत पुरा करने के लिए छोटे संस्था को सहयोग से आम लोगों को जरूरत पुरा करने में मदद करता है ये देश हित में कार्य काविले तारीफ है। सहयोगी डाक्टर गोपाल कृष्ण लक्ष्मी नारायण पाण्डेय बिक्की कुमार पंकज कुमार गौतम कुमार जनार्दन प्रसाद आलोक कुमार के अलावा कई लोग सहयोग मे उपस्थित थे।

  • खाद की किल्लत को लेकर कृषि पदाधिकारी ने किया बरांदी में छापेमारी।

    रहुई प्रखंड में खाद की किल्लत को लेकर किसानों द्वारा कृषि पदाधिकारी श्रवण कुमार को कई शिकायते मिली वहीं किसानों ने बुधवार को खाद की किल्लत को लेकर कृषि पदाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी किया था उसके बाद किसान प्रमुख कार्यालय गया उप प्रमुख को खाद की किल्लत को शिकायत किया था।

    प्रमुख बाबूलाल राम, उप प्रमुख राकेश रंजन और प्रखंड कृषि पदाधिकारी बुधवार को बरांदी गांव में खाद विक्रेता के यहां छापेमारी की जिसमें गोदाम बंद पाया गया। हालांकि कुछ ग्रामीणों ने बताया कि दुकानदार गांव में नहीं रहते हैं। गोदाम बंद मिलने पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी को वापस आना पड़ा।

    कृषि पदाधिकारी श्रवण कुमार ने कहा कि खाद की किल्लत है और गड़बड़ी करने वालों को डीएओ ने चार को शोकॉज किया है और चारों के यहां प्रयाप्त मात्रा में खाद है हालांकि अगले कार्यवाही तक खाद की बिक्री पर रोक लगा दी है। इस मौके पर प्रमुख बाबूलाल राम, उप प्रमुख राकेश रंजन, प्रखंड कृषि पदाधिकारी श्रवण कुमार मौजूद थे।

  • 56 वीं विश्व साक्षरता दिवस पर विशेष

    राकेश बिहारी शर्मा–शिक्षा सभी का जन्मसिद्ध अधिकार है। एक देश, एक व्यक्ति, एक समाज का विकास तभी संभव है जब वहां का हर सदस्या शिक्षित होगा। शिक्षा ना केवल व्यक्ति को शिक्षित करती है बल्कि वह उसे उसके अधिकारों एवं कर्तव्यों की ओर भी जाग्रत करती है। साक्षरता किसी भी देश के विकास के लिए बहुत जरूरी है। देश के जितने ज्यादा नागरिक साक्षर होंगे, देश उतनी ही उन्नति कर सकता है। साक्षरता के इसी महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है। विश्व साक्षरता दिवस का मनाने का प्रमुख कारण व्यक्तिगत, सामुदाय और समाज से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना! शिक्षा प्रकाश का वह श्रोत है जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्ति का सच्चा पथ प्रदशर्न करती है। शिक्षा व्यक्ति के सर्वांगीण विकास, समाज की उन्नति और सभ्यता की बहुमुखी प्रगति का आधार शिला है। शिक्षा को मनुष्य का तीसरा नेत्र माना जाता है।

    निरक्षरता केवल भारत की समस्या नहीं

    निरक्षरता केवल भारत की समस्या नहीं, बल्कि विश्व के अनेक देश निरक्षरता से ग्रसित हैं। प्राचीनकाल में भारत में निरक्षरता नहीं थी। पराधीनता के युग में बौद्ध विहार एवं गुरुकुल बंद हो गए। और जन साधारण शिक्षा से दूर होता चला गया। विश्व में निरक्षरता का कलंक मिटाने के लिए यूनेस्को ने विश्व भर में साक्षरता दर बढानें के लिए 7 नवंबर 1965 को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का फैसला लिया था। उसके बाद से हर साल 8 सितंबर 1966 से विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाने लगा। हर साल साक्षरता दिवस की एक निर्धारित थीम होती है। इस साल 2022 का थीम ट्रांसफॉर्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेस है

    लार्ड मैकाले ने वर्तमान शिक्षा प्रणाली को जन्म दिया

    लार्ड मैकाले ने अंग्रेजों के शासन को सुदृढ़ करने हेतु वर्तमान शिक्षा प्रणाली को जन्म दिया। इस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य कार्यालयों में सरकारी कामकाज के संचालन के लिए बाबू तैयार करना था। इस प्रणाली से देश को हानि तो हुई, परंतु एक बड़ा लाभ यह भी हुआ कि व्यवसाय, नौकरी आदि की प्राप्ति के लालच में शिक्षा का खूब प्रचार हुआ। शिक्षा आम आदमी की पहुँच के लिए दुर्लभ नहीं रही। देश में प्रतिभाशाली नेता भी इसी प्रणाली से तैयार हुए। देश के बाहर विदेशों से भी शिक्षा प्राप्त करने की प्रवृत्ति से देश में जागरूकता बढ़ी। बाबू तो बने ही परंतु कुछ प्रबुद्ध व्यक्ति शिक्षक, प्राध्यापक, चिकित्सक, लेखक, विचारक तथा आर्थिक व्यापारी और प्रशासक भी इसी में से निकले।

    स्वतंत्रता सेनानियों ने भी साक्षरता के लिए जागरूकता फैलाया

    स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों भी इसी जागरूकता में से उभरे। महात्मा गांधीजी ने शिक्षा को स्वदेशी विचार से तथा व्यवसाय से जोड़ने के लिए बुनियादी शिक्षण पद्धति का विकास किया। जिला-तहसील स्तर तक विद्यालय फैले। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् डॉ. जाकिर हुसैन जैसे सहयोगियों ने इस पद्धति को देशभर में लागू करने का प्रयास किया। सरकार ने शहरी क्षेत्र में शिक्षण संस्थाएँ स्थापित करने वाली समितियों को मान्यता दी। शिक्षा का दायरा बढ़ा, परंतु इतने बड़े देश के लिए यह पर्याप्त नहीं था।

    आजादी के बाद भारत सरकार ने भी साक्षरता के लिए जागरूक किया

    वर्ष 1977 में देश में जनता पार्टी का शासन आया तो मोरारजी देसाई ने एक प्रौढ़ साक्षरता का विभाग ही खोल दिया। शिक्षा मंत्रालय विद्यालय भी बढ़ा रहा था, परंतु प्रौढ़ों की निरक्षरता से देश की साक्षरता का प्रतिशत लगातार बढ़ नहीं पा रहा था। अतः प्रौढ़ों को साक्षर करने की योजनाएँ चलीं। प्रौढ़ शिक्षा उपनगरों, बस्तियों और गाँवों तक पहुँची। अनेक स्वेच्छिक स्वयंसेवी संस्थाएँ भी इस साक्षरता प्रसार के पावन कार्य में जुट गईं। राष्ट्रीय स्तर के साक्षरता मिशन तथा राज्य स्तर के साक्षरता संसाधन केंद्र खोले गए। उन सबमें विद्यालय के विद्यार्थियों तथा शिक्षकों की सहायता से साक्षरता प्रसार किया गया। गाँवों तथा पिछड़ी बस्तियों में साक्षरता केंद्र स्थापित किए गए। उनके स्वस्थ संचालन हेतु शिक्षक प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गई। बालकों की शिक्षण पद्धति से भिन्न प्रौढ़ शिक्षण की प्रणाली का विकास हुआ। उनकी पुस्तकें अलग से तैयार की गई।

    निरक्षरता सर्वांगीण विकास के मार्ग में बड़ी बाधा

    सुचना और संचार के इस युग में अनपढ़ रहना विकास के मार्ग में बहुत बड़ी बाधा है इससे केवल व्यक्ति के विकास पर ही प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है अपितु राष्ट्र के विकास का मार्ग भी अवरूद्ध होता है अज्ञान के अंधेरे मे भटकने वाले निरक्षर न केवल सामाजिक आर्थिक राजनैतिक तथा सांस्कृतिक शोषण के शिकार होते रहे हैं वरन वे जागरूकता के अभाव में अपनी परतंत्रता की जंजीर तोड़ने में असफल रहे हैं। इंसान समाज से पहले अपनी शिक्षा परिवार से प्राप्त करता है और परिवार ही उसका प्रथम शिक्षालय या विद्यालय होता है। उसका प्रथम शिक्षक होती है उसकी माता एवं बाद में पिता। जिस प्रकार प्रथम शिक्षक मां और दूसरा शिक्षक पिता होता है। और इसके बाद अगर प्रथम विद्यालय की श्रेणी दी जायेगी तो वह है परिवार। और सबसे महत्वपूर्ण है परिवार का साक्षर होना। यदि परिवार साक्षर है तो स्वाभाविक है उस परिवार के सदस्यों का विचार भी स्वच्छ एवं आदर्श होगें। अब सवाल यह उठता है, कि इस दिन को कैसे मनाया जाता है। कहीं पर समारोह का आयोजन कर, साक्षरता को लेकर भाषण दिए जाते हैं, तो कहीं गरीब बस्तियों में जाकर शिक्षा का अलख जगाने का प्रयास किया जाता है।

    साक्षरता दिवस पर प्रण लें और शिक्षा के प्रचार-प्रसार में भगीदार बनें

    आइए इस बार शुरुआत बताने या समझाने से नहीं, समझने से करते हैं। एक नई शुरुआत खुद से करते हैं। साक्षरता दिवस पर एक प्रण करते हैं, उस यज्ञ में आहुति देने का, जो शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए बरसों से किया जा रहा है, लेकिन उसकी ज्वाला उतनी तीव्रता से धधक नहीं पा रही। जरूरी नहीं है, कि इसके लिए हमें कोई बड़े काम से शुरुआत करनी हो। आहुतियां छोटी ही होती है, लेकिन यज्ञ का महत्व और उद्देश्य बड़ा होता है। ठीक वैसे ही हमारी छोटी-छोटी कोशिशें भी कई बार बड़ा आकार लेने में सक्षम होती हैं।

  • 7वें दिन काला बिल्ला लगाकर शांतिपूर्ण तरीके से अपने कार्यो का निर्वहन

    जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र नालंदा में कार्यरत ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर आज 7वें दिन काला बिल्ला लगाकर शांतिपूर्ण तरीके से अपने कार्यो का निर्वहन करते हुए जताया विरोध!  जिला अध्यक्ष प्रभात कुमार के द्वारा बताया गया कि आज हमलोगों को काले पट्टी लगा कर अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए अंतिम दिन है, और हमारी मांगों के ऊपर सरकार के तरफ से किसी भी तरह की सकारात्मक सूचनाएं अप्राप्त है, और हमारी मांगे पूरी नहीं होती है, तब हम सभी कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल करने हेतु बाध्य होंगे!
    जिला अध्यक्ष प्रभात कुमार के द्वारा ही बताया गया कि इतना सब कुछ करने के बावजूद आखिर बिहार विकास मिशन या शाशन के वरीय पदाधिकारी महोदय हमलोगों के पत्र का जवाब क्यूँ नहीं दे रहे है , आखिरकार बिहार विकास मिशन के अधिकारी के द्वारा हमलोगों के प्रति इतना सौतेला ब्यवहार क्यूँ किया जा रहा है! आखिर हमलोगों के प्रति इनकी क्या मंशाये है! बिहार विकास मिशन के वरीय अधिकारी महोदय के द्वारा ही दिये गये आश्वासन को पूरा करने या लागू करने में असक्षम क्यूँ है,

    जबकि उनके द्वारा ही आश्वासन देते हुए t. (TOA) पर हस्ताक्षर करवाया गया था!वही मीडिया प्रभारी संजय कुमार विद्यार्थी के द्वारा बताया गया कि सरकार जब तक हमलोगों के मांगों के प्रति सकारात्मक जवाब या पत्राचार नहीं करती है अर्थार्त हमारी मांगे पूरी नहीं करती है तब तक हमलोग अपने मांगों पर अडिग रहेंगे और आगे की रणनीति तय करते रहेंगे!

  • राष्ट्रीय पोषण माह में अस्थावां प्रखंड में गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन

    राष्ट्रीय पोषण माह में  अस्थावां प्रखंड में गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें उपस्थित गर्भवती महिलाओं को प्रथम 1000 दिन के महत्व को बताया गया ,इस कार्यक्रम के माध्यम से उपस्थित गर्भवती को संतुलित आहार की जानकारी दी गयी एवं समय पर टीकाकरण करने की सलाह दी गयी। साथ ही साथ पोषण माह के थीम ” कुपोषण छोड़ पोषण की ओर , थामें क्षेत्रीय भोजन की डोर” पर ध्यान आकर्षित किया। क्षेत्रीय भोजन का इस्तेमाल पर जोर दिया गया है , बताया गया कि इसमें भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व पाए जाते है जो गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में सहयोग करते है। इसके साथ पोषण को लेकर जागरूकता सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से करने हेतू निर्देश सभी सेविकाओ को बाल विकास परियोजना पदाधिकारी श्रीमती पूजा किरण द्वारा दिया गया। उपस्थित महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना एवं मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की जानकारी भी दी गयी। इस मौके पर महिला पर्यवेक्षिका सरिता ,सुमन मनोरमा एवं सेविका बेबी , वीणा, किरण,रेणु एवं अन्य सेविका उपस्थित है।

  • अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा बिहार प्रखंड के आरटीपीएस काउंटर का औचक निरीक्षण

    अनुमंडल पदाधिकारी बिहार शरीफ श्री कुमार अनुराग के द्वारा बिहार प्रखंड के आरटीपीएस काउंटर का औचक निरीक्षण किया गया। साथ ही बगल में अवस्थित आपूर्ति कार्यालय बिहार शरीफ का भी निरीक्षण किया गया।
    लोगों द्वारा शिकायत की गई थी की आरटीपीएस में काफी विलंब होता है एवं राशन कार्ड भी सही तरीके से जांच उपरांत नहीं बन पा रहा है। उक्त शिकायत के आलोक में अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा आरटीपीएस केंद्र की औचक निरीक्षण की गई।

    यह भी शिकायत आई थी की बीच में कई स्तर पर दलाल होते हैं जिनके द्वारा पैसे लेकर के राशन कार्ड एवं प्रमाण पत्र लोगों का बनवाया जाता है।उक्त आलोक में आरटीपीएस से आवेदन प्राप्ति एवं राशन कार्ड के निर्माण से संबंधित पूरे प्रक्रिया की समीक्षा की गई । आरटीपीएस केंद्र में उपस्थित लोगों से भी पूछताछ की गई परंतु किसी ने भी किसी तरह की शिकायत नहीं की।

    समीक्षा में पाया गया कि कई स्तर पर प्रखंड कार्यालय द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। क्योंकि बहुत सारे अभिलेखों में सक्षम पदाधिकारी द्वारा हस्ताक्षर नहीं रहने के बावजूद भी उसे अग्रसारित कर दिया जाता है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिए गए हैं की किसी भी राशन कार्ड की जांच अपने स्तर से संतुष्ट होने के बाद ही आगे अग्रसारित करेंगे।

    यह भी पाया गया की राशन कार्ड के ज्यादा संख्या में आवेदन आने के कारण पुराने आवेदनों का स्पष्ट रूप से पंजी संधारित नहीं है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी बिहार शरीफ को निर्देश दिया गया कि आरटीपीएस पर जितने भी राशन कार्ड के आवेदन आते हैं उन्हें पंचायत वार सूचीबद्ध करके ही आगे वह अग्रसारित करेंगे ।

    अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा बिहार प्रखंड के आरटीपीएस काउंटर का औचक निरीक्षण

    आपूर्ति निरीक्षक बिहार शरीफ को भी यह निर्देश दिया गया कि प्रखंड से आए सभी अभिलेखों को समय के अनुसार ही निष्पादित कराएं। अगर ऐसा कोई भी अभिलेख मिलता है जिसका पूर्व में ही आवेदन किया जा चुका है परंतु वह अभी भी लंबित है मगर कोई नए आवेदन को निष्पादित कर दिया गया है तो इस केस में संबंधित डाटा ऑपरेटर एवं पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।

    बिहारशरीफ प्रखंड में कुल 17137 राशन कार्ड के आवेदन आए थे जिसमें कि 16535 को प्रखंड स्तर से निष्पादित कर दिया गया है परंतु लगभग 600 आवेदन अभी भी हैं जो लंबित है। अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है कि 2 दिनों के अंदर इन 600 आवेदनों का विवरण कार्यालय में प्रस्तुत करेंगे।

    साथ ही 10-10 अभिलेख जो पंचायत सचिव एवं विकास मित्र स्तर से स्वीकृत किए गए हैं एवं अस्वीकृत किए गए हैं उसकी स्थलीय जांच वह स्वयं करेंगे।पंचायत के कार्यपालक सहायकों द्वारा राशन कार्ड की ऑनलाइन एंट्री कराई जाती है। इस प्रक्रिया में भी काफी त्रुटि पाई गई। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि जल्द ही अनुमंडल कार्यालय से विस्तृत निर्देश निकाला जाएगा, जिससे कि हर एक पंचायत के कार्यपालक सहायकों की जवाबदेही तय की जा सके।

  • नगर निकाय के चुनाव में जागरुक वोटरों की बड़ी भूमिका : डा. मानव

    आसन्न नगर निकाय चुनाव को देखते हुए डा. आशुतोष कुमार मानव ने शहर के एक सभागार में मतदाता जागरुकता अभियान सह परिचर्चा शुरू किया . इसी कड़ी में स्थानीय पाटलिपुत्रा भवन में ख़ासकर महिला एवं युवा मतदाताओं को सम्बोधित करते हुए डा.मानव ने कहा कि हर बड़े अभियान युवाओं की भूमिका सबसे बड़ी और निर्णायक होती है।

    अगले माह होने वाले नगर निकाय के चुनाव में जब जागरुक महिलाएँ एवं युवा मतदाता खुलकर आगे आएँगे तो न केवल वोट का प्रतिशत बढ़ेगा बल्कि साफ़ सुथरा एवं अच्छे छवि के उम्मीदवार को लोग चुन सकेंगे . डा. मानव ने कहा कि शहर के अधिकांश लोग लोभ लालच, स्वार्थ लिप्सा, भाई भतीजाबाद जैसे दलदल में फँसकर अपना क़ीमती वोट बर्बाद कर देते हैं और पूरे पाँच साल पछताते रहते हैं .

    नगर निकाय के चुनाव में जागरुक वोटरों की बड़ी भूमिका : डा. मानव

    उन्होंने कहा कि भावी मतदाताओं को जागरुक करने में भी आप सभी लोगों की भूमिका सबसे बड़ी है. उपस्थित लोगों से उन्होंने अनुरोध किया कि नगर परिषद की सरकार के गठन में अपनी शानदार भूमिका निभाते हुए शहरी समाज को मज़बूत करें .इस अवसर पर विजय कुमार शर्मा, राखी देवी, किशोरी प्रसाद, बेबी शर्मा, रघुवीर प्रसाद, मंजू देवी, ख़ुश्बू कुमारी, अवनीश कुमार, मनीष कुमार, ख़ुशी कुमारी, अंकित कुमार, निगम, गजानंद प्रसाद, कुणाल कुमार, आदित्य राज समेत कई लोग उपस्थित थे.

  • जहरीली शराब कांड में मृतक के परिजनों को मिले 3–3 लाख रुपए।

    फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने ब्यान जारी कर कहा कि नालंदा जिला के बिहारशरीफ मोहल्ला मनसूरनगर एवं छोटी पहाड़ी के लोग 14 जनवरी 2022 को खरिद कर जहरीली शराब पीने से 12 व्यक्ति एवं दो व्यक्ति की आंख की रोशनी चली गई थी।

    इस कांड को संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जहरीली शराब कांड में नालंदा के एसपी को शोकाॅज किया है और पुलिस विफलता को मानते हुए मृतक के परिजनों को 3–3 लाख का मुआवजा क्यों नहीं दिया जाए। इसके लिए राष्ट्रीय मानवा अधिकार आयोग द्वारा नालंदा एसपी को 4 हफ्ते का समय दिया है।

    राष्ट्रीय मानवा अधिकार आयोग द्वारा उठाए गए इस कदम को हम स्वागत करते हैं क्योंकि यह एक सराहनीय कदम है मकर संक्रांति के दिन मोहल्ले के लोग शराब माफिया से शराब खरीदकर पिए थे जिससे यहां के निवासी को मौत देेकर चुकानी पड़ी घर का एक मात्र सदस्य कमाने वाला ही चला गया और घर के अन्य सदस्य लोग दाने दाने का मोहताज हो गए हैं वी एम क्यू के जिला सचिव राज किशोर प्रसाद ने भी राष्ट्रीय मानवा अधिकार अयोग्य द्वारा मृतक के परिवार को 3–3 लाख रुपैया मुआवजा मिले

    इस फैसले को समर्थन किए एवं मृतक के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले आगे फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने कहा कि दूसरे तरफ बिहार में शराब पाबंदी लगने पर बिहारशरीफ सहित पूरे बिहार राज्य में फुटपाथियों का धंधा मंदा चल रहा है और कोविड-19 से फुटपाथियों का धंधा चौपट हो गया है इसलिए राष्ट्रीय मानवा अधिकार आयोग से मांग करते हैं कि फुटपाथियों को भी मुआवजा दिलाने में मदद करें।

  • गूंज संस्था पटना के निर्देश में ग्राम नियोजन केन्द्र बस्ती द्वारा किए गए।

    हरनौत प्रखंड स्थित बस्ती गांव में ग्राम नियोजन केन्द्र बस्ती हरनौत नालन्दा द्वारा संचालित कार्यक्रम में शामिल स्वच्छता कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु गूंज संस्था पटना दिल्ली के निर्देश पर उचित प्रयास किया जा रहा है यह कार्यक्रम बस्ती डिहरी मानीकपुर श्रीचंद पुर बस्ती कालोनी डिहपर गरभुचक में ग्रामीण के सहयोग से ग्राम नियोजन केन्द्र बस्ती के सचिव विनोद कुमार पांडेय के नेतृत्व में स्वच्छता कार्यक्रम शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर विशेष कार्यक्रम सप्ताहिक करने के लिए लोगों को जागरूक किया गया है।

    यह अनोखा कार्यक्रम में शामिल स्वच्छता अभियान के तहत श्रमदान पगडंडी मरम्मत नाली गाली साफ़ सफाई करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है अगर आप अपने कार्य स्वयं करते हैं तो आप अपने परिवार के साथ दूसरे को भी सुरक्षित रहेगा जिस से गांव प्रखंड जिला राज्य में एक संदेश जाएगा उक्त बातें गूंज संस्था पटना के अरुण उपधया जी ने बताया उपस्थित लोगों को जरूरत है वो भी मेरे पास आई है

    मानव सेवा ही धर्म है जो कि जरुरतमंद लोगों को जरूरत पुरा करने में मदद करता है चाहे वो स्वास्थ्य रोजगार और समाज हित शिक्षा योग कार्य हो सभी मानव हित से जुड़े हुए हैं ईस कार्यक्रम में शामिल सैकड़ों लोग मौजूद है ग्राम नियोजन केन्द्र के सचिव विनोद कुमार पांडेय शिवम् कुमार लक्ष्मी नारायण पाण्डेय बिक्की कुमार रत्न विंद पिनटु पासवान रामानंदन पासवान निती पासवान रुका देवी रणजीत सिंह देवेंद्र जमादार मंटु भारती के साथ कई गांवों के सहयोगियों साथ थे।