Category: ब्रेकिंग न्यूज़

  • ससुराल पक्ष के साथ मिलकर घरेलू विवाद के कारण गला दबाकर हत्या

    -जिस पति की लंबी आयु के लिए विवाहिता सोनी कुमारी ने हरतालिका तीज का व्रत किया था उसी हैवान पति ने अपने अन्य ससुराल पक्ष के साथ मिलकर घरेलू विवाद के कारण गला दबाकर हत्या कर दिया। उसके शव को फांसी के फंदे से लटका दिया। घटना बिहार थाना क्षेत्र इलाके के नईसराय मोहल्ले की है। घटना के संबंध में मृतका के भाई ने बताया कि उसकी बहन की शादी 2014 में अशोक यादव के साथ की गई थी।

    ससुराल पक्ष के साथ मिलकर घरेलू विवाद के कारण गला दबाकर हत्या  ससुराल पक्ष के साथ मिलकर घरेलू विवाद के कारण गला दबाकर हत्या

    शादी के महज कुछ साल बाद ही विवाहिता को दहेज के खातिर प्रताड़ित किया जाने लगा। ससुराल पक्षों के द्वारा विवाहिता सोनी कुमारी को अक्सर मारपीट किया करते थे। इसके पूर्व मैं भी छोटी बहू की निर्मम हत्या ससुराल वालों ने की थी। मृतका के भाई ने बताया कि मृतका सोनी कुमारी के शरीर पर कई चोट के निशान भी देखे गए हैं। जिससे स्पष्ट होता है कि विवाहिता की पहले तो पीट-पीटकर अधमरा किया।

    उसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि मंगलवार को विवाहित अपने पति की लंबी आयु और अपने परिवार की सुख शांति के लिए तीज का व्रत किया था।मगर ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर विवाहिता की उम्र को छोटी कर दी। वही घटना की जानकारी मिलते ही बिहार थानाध्यक्ष संतोष कुमार घटनास्थल पर पहुंच गए और आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है बाकी ससुराल पक्ष के लोग फरार बताया जा रहे हैं।

  • राष्ट्रवादी कांग्रेंस पार्टी नालंदा के जिला महासचिव वनें

    राष्ट्रवादी कांग्रेंस पार्टी नालंदा के जिला महासचिव वनें—मोहम्मद अरमान —राजकुमार पासवान एन.सी.पी.
    राष्ट्रवादी काग्रेंस पार्टी नालंदा के जिलाध्यक्ष राजकुमार पासवान ने मोहम्मद अरमान को नालंदा जिंला का एन.सी.पी.महासचिव वनाया गया है।

    मोहम्मद अरमान ने अपनें सैंकडों सर्मथकों के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेंस पार्टी में जुटें हैं ईनकों ईस पार्टी में आनें से एंन. सि.पि.में मजवुती आयेगी।

    अगला विधान सभा बिहार शरीफ से प्रत्यासी होगें..और इनकी जीत सुनीश्चित होगी।ईस सम्वोंधित में–मोहम्मद एहसान, मोहम्मद राजू,अरविंद,रामवालक,लालजित,राजेश गोप,जमील, मोहम्मद शाहीद,ईत्यादी,सैकडों लोग मौजूद थे।
    राजकुमार पासवान अध्यक्ष-राष्ट्रवादी कांग्रेंस पार्टी नालंदा।

  • दस्यु सुंदरी कुसमा को रिहा करने की गुहार राष्ट्रपति से लगाया

    राकेश बिहारी शर्मा – दस्यु सुंदरी कुसमा नाइन, ग्राम टिकरी, थाना सिरसाकला,जिला जालौन नाई समाज की बेटी है जो कि दबंगो के शोषण अत्याचार के कारण डकैत बनी थी। लेकिन जब इन्हें अपने अपराधो का ज्ञात हुआ तो इन्होंने अपने साथियों के साथ 8 जून 2004 को मध्य प्रदेश के भिन्ड जिला के पुलिस अधीक्षक के समक्ष अपना डकैत जीवन त्याग कर आत्मसमर्पण कर दिया। जिसमें कुसमा नाइन जी को मृत्यु दण्ड दिया गया था जो कि भरतीय संविधान के अन्तर्गत वर्णित है कि जो भी इस तरह का दुर्दान्त अपराधी यदि आत्मसर्मपण करता है तो उसे महिला होने के वजह से फासी नहीं दी जायेगी।

    लेकिन कुसमा नाइन के मामले में राजनैतिक षडयंत्र हो जाने के कारण इन्हें फासी दी गई। लेकिन जब कई नाई सामाजिक संगठनों ने आवाज उठाई तो माननीय न्यायालय ने इनके मृत्युदण्ड को उम्र कैद में तब्दील कर दिया जो कि 8 जून 2004 से लेकर अभी तक मध्य प्रदेश के ग्वालियर जेल से लेकर तमाम जेलों से होते हुए आज उत्तर प्रदेश के जिला जेल इटावा में बन्दी है जो कि इनकी 16 से 17 वर्ष कारावास पूरा हो चुका है और इनके चाल चलन बहुत ही अच्छे है। जेल प्रशासन ने बेस्ट कैदी का खिताब से घोषित किया है।

    दूसरा नाम है सीमापरिहार का जो 18 साल चम्बल में रही और सीमा परिहार पर करीब 70 लोगों की हत्या करने का मुकदमा भी दर्ज है, तथा 150 लोगों के अपहरण का मुकदमा भी दर्ज है। दस्यु सीमा परिहार ने 2003 में आत्मसमर्पण कर दिया था, जो कि 3 साल 3 महीने ही जेल में रही है। बाद में सीमा परिहार भी रिहा हो जाती है और जेल से बाहर आकर अपना जीवन जी रही है।

    दस्यु सुंदरी कुसुमा नाइन का 28 अगस्त 1964 को उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के टिकरी गांव में बेहद गरीब नाई परिवार के कटासी नाई के घर हुआ था। ये बचपन से ही सुंदर और सुशील लडकी थी। गरीब घर में जन्मीं और गरीबी में पली-बढी, खूबसूरती के कारण गांव के ही एक दबंग पड़ोसी माधव मल्लाह ने अपहृत कर चंबल के कुख्यात डकैत विक्रम मल्लाह और साथियों ने कुसुमा के साथ सामूहिक बलात्कार किया। डकैतों के सरदार गुरु रामाश्रय तिवारी उर्फ फक्कड़ बाबा अपने साथ अपहृत कुसुमा को जबरन रखता था।

    फक्कड़ बाबा के साथ ये भी रहती थी, फक्कड़ पर एक रिटायर्ड एडीजी समेत कई पुलिसवालों की हत्या का भी आरोप उनके साथ रहने के कारण लग गया था। कुसुमा कई सालों से आत्मसमर्पण करने की जिद्द करते रहती थी। आखिर 8 जून 2004 को कुसुमा नाइन और फक्कड़ ने अपनी पूरी गैंग के साथ पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। अभी कुसुमा जिला इटावा में है और उम्रकैद की सजा काट रही है।

    अतः इसी तरह माननीया राष्टपति महोदया जी से अनुरोध है कि उपेक्षित नाई समाज की बेटी कुसमा नाइन को भी रिहा करने का आदेश दिया जाय। जिससे कुसमा नाइन भी जेल से बाहर आकर अपना बाकी जीवन अपने समाज के साथ जी सके। और इसके मद्देनजर रखते हुए दस्यु सुंदरी फूलन देवी, सीमा परिहार की तर्जपर इन्हें भी जेल से रिहा करना न्याय संगत होगा। इसके लिए राष्ट्रपति जी से कर्पूरी वादी एकता संस्थान भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित नाई समाज के सदस्यों ने सदियों से उपेक्षित नाई समाज और नाई समाज की बेटी कुसमा नाइन को जेल से रिहाई करने की गुहार लगाई है। कुसमा को जेल से रिहाई के लिए कर्पूरी वादी एकता संस्थान एवं नाई संघ ने उत्तर प्रदेश के जिला जेल इटावा में कई बार भेट कर रिहाई की प्रक्रीया में निरंतर लगा हुआ है।

  • चर्चित चिकित्सक डा. जगदेव के निधन से हिलसा में शोक की लहर !

    प्रख्यात चिकित्सक सह सेवा निवृत्त सिविल सर्जन डा. जगदेव प्रसाद के निधन से शहरवासियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी है . सोमवार की शाम कई दिनों से बीमार चल रहे 87 वर्षीय डा. जगदेव ने अपने पटेल नगर हिलसा स्थित निवास पर अंतिम साँस ली . खबर फैलते ही समाजसेवियों, चिकित्सकों समेत कई शुभचिंतकों का जमावड़ा लगने लगा और लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की . इस मौक़े पर समाजसेवी सह नालंदा के ब्रांड अम्बेसडर डा. आशुतोष कुमार मानव ने कहा कि डा. जगदेव प्रसाद न केवल एक चिकित्सक थे बल्कि ग़रीब गुरबो के लिए भगवान के समान थे . हमेशा पीड़ित मानव की सेवा में जुटे रहने के कारण वे सबों के दुलारे थे. वर्ष 2012 -13 में उन्होंने आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर रहकर पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन किया तथा राज्य भर में हिलसा का गौरव बढ़ाया . कई तरह के सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर आजीवन जन कल्याण में लगे रहे . आज वे हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनका उच्च विचार सदा हिलसावासियों को प्रेरित करते रहेगा . शोक प्रकट करने वालों में समाजसेवी डा. मानव के अलावे डा. बिनोद कुमार चौधरी, डा. धर्मेंद्र कुमार, मुन्ना कुमार, ई.पप्पू कुमार,सत्येंद्र प्रसाद सिन्हा, आलोक कुमार, शैलेश कुमार, अभिजीत कुमार, बीणा कुमारी, प्रवेश कुमार प्रदीप, सुजीत कुमार, डा. अशोक कुमार, रंज़ीत कुमार, कमला प्रसाद,डा. अनुज कुमार, डा. रविंद्र कुमार सिन्हा, मनीष कुमार, रामाधीन प्रसाद, मधुसूदन कुमार, अवधेश रावत समेत कई लोग शामिल थे

  • कवि सम्मेलन में सूफी कवि सुभाष चंद्र पासवान ने काव्यपाठ से बांधा समां

    कवि सम्मेलन में सूफी कवि सुभाष चंद्र पासवान ने काव्यपाठ से बांधा समां, हंसी ठिठौली के साथ नेताओं पर ली चुटकी

    ● सुना है शह् र में उनका कोई रुतबा नहीं होता। कि जिनके घर में अच्छी नस्ल का कुत्ता नहीं होता

    बिहारशरीफ, 29 अगस्त 2022 : रविवार रात्रि को स्थानीय अस्पताल चौक पर स्थित सुभाष चंद्र पासवान के होमियोपैथ क्लिनिक में कोरोना काल के लगभग दो वर्ष बाद बिहारशरीफ में साहित्यिक मंडली शंखनाद के सौजन्य से हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता साहित्यिक मंडली शंखनाद के अध्यक्ष गीतकार डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह तथा संचालन शायर तनवीर शाकित ने किया।

    कवि सम्मेलन का शुभारंभ सूफी शायर आफ़ताब हसन शम्स के ओर से नात ए पाक से किया गया। नामचीन छंदकार सूफी कवि सुभाष चंद्र पासवान ने गर्मजोशी से उपस्थित कवियों, शायरों व समाजसेवियों को स्वागत किया।तत्पश्चात शहर के नामचीन छंदकार सुभाष चंद्र पासवान ने अपनी मशहूर शे’र “सबका हम एहतराम करते है, जो भी नेकी के काम करते है। जिनको उल्फ़त है आदमियत से, उनको झुक कर सलाम करते है”… सुनाया। साथ ही साथ जहां एक और वे अपने काव्यपाठ से लीगों का मनोरंजन कर रहे थे, वहीं बीच-बीच में राजनेताओं की चुटकी भी लेते रहे और माहौल खुशनुमा करते रहे।

    मौके पर कवि सम्मेलन में शंखनाद के महासचिव कवि राकेश बिहारी शर्मा ने वर्तमान व्यवस्थाओं पर चोट करते हुए सुनाया “विश्वकर्मा पूजा है आज बंद रहेंगे मोटर वाहन और सब काज। विश्व के महान निर्माता को पूजेंगे सब शिल्पी कारीगर आज। लोहे-लकड़ का काम किया, विश्वकर्मा ने विश्व बनाया। राम कृष्ण की नगरी बसाया”… सुनाकर लोगों को सोचने पर मजबूर क्र दिया।

    मौके पर राष्ट्रीय शायर नवनीत कृष्ण ने अपनीं शायरी- “पास रहता है मुझसे दूर नहीं, मेरा महबूब कोई हूर नहीं। चश्म-ए-दिल से नज़र वो आएगा, कैसे कह दूँ के इश्क़ नूर नहीं। ग़म भला किस तरह उठाए ये, मेरा दिल, दिल है कोई तूर नहीं”…। इस जज्बाती अंदाज में कुछ इस तरह कलाम पेश कर श्रोताओं को वाह-वाह करने पर मजबूर कर दिया।

    मंच संचालन करते हुए शायर तनवीर शाकित ने हास्य कविता- “सुना है शह् र में उनका कोई रुतबा नहीं होता। कि जिनके घर में अच्छी नस्ल का कुत्ता नहीं होता।। उन्होंने दूसरी कविता “सच कही लापता हो गया, झूट का कद बड़ा हो गया। देखते-देखते देखिए, कत्ल इंसाफ का हो गया”… सुनाकर वाहवाही लूटी।

    कवि सम्मेलन में सूफी कवि सुभाष चंद्र पासवान ने काव्यपाठ से बांधा समां

    सूफी शायर व गजलकार आफताब हसन शम्स ने “खाली है मेरे हाथ में कश्कोल ए गदाई। और तुम हो कि दावा ए मसावात करो हो।। सुनाकर खूब तालियां बटोरी।

    कवि कामेश्वर प्रसाद ने लोक तंत्र लूट तंत्र बन गया गाँधी जी के देश में… सुनाकर बांधा समां। और अपनी कविता के माध्यम से उपस्थित लोगों को खूब हंसाया।

    सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक कवि रामबली कुमार ने अपनी नीति की बातें कविता सुनाते हुए कहा- “कान की शोभा ज्ञान श्रवण में, कुंडल से नहि होते। हाथ की शोभा दान से, कंगन से नहि होत। सज्जन पुरुष स्वभाव से बोले मीठे बोल, परोपकार के धर्म से जग में जलावे जोत। चिन्ता दुःख का मूल है, लोभ मोहका खान। झुठ हमारा प्राप है तृष्णा रोग समान… सुनाया तो लोग झूमने को मजबूर हो गए। और सुनाकर खूब तालियां बटोरी।

    कवि सम्मेलन में शामिल हुए युवा कवि रणजीत चन्द्र पासवान ने अपने काव्य से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस दौरान उन्होंने राजनेताओं पर चुटकी लेते हुए “मैं सोचता हूँ कि समझदार हूँ मैं, बस अपना मान रखने के लिए जिम्मेदार हूँ मैं…” सुनाया। उन्होंने सीमाओं पर तैनात जवानों को याद करते हुए उन्हें समर्पित काव्य भी सुनाया।

    इसके अलावा साहित्यसेवी सरदार वीर सिंह, कर्मचन्द्र प्रसाद गाँधी, विजय कुमार, राजदेव पासवान भी कवि सम्मेलन में शामिल हुए। कार्यक्रम में सभी कवियों ने श्रोताओं को अपने काव्यपाठ से मोहित कर समां बांधा।

  • खेल दिवस के अवसर पर नालंदा कॉलेज में बैडमिंटन टूर्नामेंट संपन्न

    हॉकी के जादूगर मेजर ध्यांचंद के जन्मदिवस के अवसर पर खेल दिवस के दिन नालंदा कॉलेज में बैडमिंटन प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन कॉलेज के खेल समिति ने बीसीए और एमसीए विभाग के छात्रों के लिया किया था। उद्घाटन समारोह में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ अरविंद कुमार सिन्हा एवं डॉ अश्विनी कुमार वर्मा जबकि समापन समारोह में मुख्यालय डीएसपी ममता प्रसाद उपस्थित रहीं।

    पुरुष एकल में आर्यन राज, महिला एकल में सुमन भारती, पुरुष युगल में आशीष राज एवं शिवालकर, महिला युगल में आरती कुमारी एवं आरती, मिक्स युगल में अंबुज कुमार एवं आरती कुमारी की जोड़ी विजेता बनी। इस बारे में बताते हुए प्राचार्य डॉ राम कृष्ण परमहंस ने कहा की कॉलेज खेल गतिविधियों को लगातार बढ़ावा दे रहा है जिससे छात्रों का सर्वांगीन विकास हो सके।

    खेल समिति के अध्यक्ष डॉ उपेन मंडल ने कहा की अभी तक दो विभागों का प्रतियोगिता संपन्न हो चुकी है और बाकी बचे विभागों के लिए भी जल्द आयोजन किया जायेगा। विभाग के समनव्यक डॉ शशांक शेखर झा ने सभी विजेताओं को बधाई देते हुए कहा की पढाई के साथ साथ खेलकूद युवा वर्ग के लिए आवश्यक है। इस अवसर पर खेल शिक्षक दिलीप कुमार पटेल, शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ मंजु कुमारी, सचिव डॉ रतनेश अमन, शिक्षक डॉ श्रवण कुमार, डॉ अनिर्बांन चटर्जी, बीसीए विभाग के शिक्षक जितेंद्र कुमार आदि लोग मौजूद थे।

  • सरमेरा उप डाक घर के नये बिल्डिंग का किया गया उद्घाटन।

    डाक अधीक्षक नालंदा श्री मनोज कुमार पांडे के द्वारा आज सरमेरा उप डाकघर के नये भवन का उद्धघाटन फीता काटकर किया गया। इस मौके पर श्री पाण्डेय ने बताया सरमेरा डाक घर पहले किराये के मकान मे बहुत हीं कम जगह मे कार्य कर रहा था जिससे कर्मचारियो एवं आम जानता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था

    लेकिन आज डाकघर अपने बिल्डिंग मे जो की लगभग् 1200 बर्ग फिट मे है बनकर आम् लोगो के लिए शरू कर दिया गया जिससे यहाँ के लोगो को काफी सुविधा एवं सरकारी योजनायों का लाभ मिलेगा। इस मौके पर डाक निरीक्षक रामजी राय, उपडाकपाल प्रमोद कुमार, मुकेश कुमार,राकेश रंजन, कुमार अभिषेक सहित शखा डाक घर के सभी कर्मी उपस्थित थे।

  • अंकित कुमार उर्फ अंशु कुमार को कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी गई।

    कैंडल मार्च निकालकर अंकित कुमार उर्फ अंशु कुमार के हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग की गई।

    बिहारशरीफ के गांव बिजवनपर दिन रविवार संज्ञा 6:00 बजे अंकित कुमार उर्फ अंशु कुमार के निवास स्थान उनके घर से कैंडल मार्च करते हुए घटनास्थल पर समाप्त किया गया।एक महीना 5 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक प्रशासन द्वारा अंकित कुमार उर्फ अंशु कुमार के हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण उसके विरोध में कैंडल मार्च किया गया एवं सीबीआई से जांच की मांग की गई।एक महीना 5 दिन पूर्व अंकित कुमार को रात के अंधेरे में उसी के गांव से अपराधियों द्वारा अपहरण कर बहुत ही वेहरमी से ईट पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी गई।

    लाश को साक्ष मिटाने के लिए शरीर के माथे पर एसिड डाल दिया गया था ताकि अंशु कुमार का शरीर जल्द से जल्द सड़ जाए जिसे पहचान में न आवे।मृतक के परिजनों ने बताया कि अंकित कुमार को हाथ पैर टूटा हुआ था और तेज धारदार हथियार से गर्दन को काटा गया था जिसे गर्दन पर कटे का निशान था और बोरी में बांधकर विजवनपर स्थित पावर ग्रिड के पश्चिम गड्ढे में फेक दिया था।

    इस कैंडल मार्च में बहुजन सेना के प्रदेश महासचिव तथा रेहड़ी पटरी फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष एवं संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रवक्ता रामदेव चौधरी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान जन कल्याण संघ एक आवाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जन शिकायत निवारण के सत्येंद्र पासवान भीम आर्मी के जिला प्रवक्ता रंजीत कुमार चौधरी किसान नेता महेंद्र प्रसाद शामिल हुए

    इस मौके पर इन लोगों ने कहा कि अंकित कुमार के हत्यारे को जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो लापरवाही बरतने वाले दीपनगर थाना प्रभारी को निलंबित करने मृतक के हत्यारे को गिरफ्तार कर स्पीड ट्रायल चलाकर फांसी दिलाने मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी एवं 10000000 (एक करोड)रुपैया मुआवजा मिले।

    सरकार द्वारा जो भी सहायता का प्रावधान है वो सहायता मिलनी चाहिए अंत में इन लोगों ने एक स्वर से बोले कि अंकित कुमार उर्फ अंशु कुमार के हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं हुई तो इससे भी बड़ा आंदोलन करेंगे इस कैंडल मार्च में विनोद कुमार मंटू चौधरी जवाहर चौधरी मंती देवी रूमा देवी बबीता देवी प्रंंशिला देवी सरोज देवी काली देवी कुंती देवी संगीता देवी उषा देवी रंजू देवी मंजू देवी लाल यादव निरंजन यादव कंकू यादव रंजीत सिंह रामप्रवेश चौधरी नंदलाल चौधरी कृष्ण चौधरी रविंदर चौधरी राकेश चौधरी मनोहर चौधरी राजेश मांझी जागो मांझी सुभाष मांझी रंजीत मांझी आदि सैकड़ों की संख्या में महिला एवं पुरुष शामिल हुए।

  • संस्कृत विभागाध्यक्ष कॉलेज,डॉ० मिथिलेश कुमार तिवारी के नेतृत्व में सम्पन्न

    आयोजन गुरुगोविंद सिंह महाविद्यालय के पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्ष कॉलेज,डॉ० मिथिलेश कुमार तिवारी के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। आयोजित कार्यक्रम में समिति की ओर से दार्शनिक अध्ययन पालि, अर्थशास्त्र, संस्कृत साहित्य के क्षेत्र में समर्पित विद्वानों, सांस्कृतानुरागियों को अंगवस्त्रम् एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर 80 विद्वानों को सम्मानित भी किया गया।

    कार्यक्रम का प्रारंभ पटना विमेन्स कॉलेज की संस्कृत प्रतिष्ठा की छात्रा मोनिका झा ने मंगालाचरण गा के किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के संचालक डॉ० मिथिलेश तिवारी ने मीडिया संबोधन में कहा कि सभी भारतीयों को संस्कृत में अपने विचारों को व्यक्त करने की आवश्यकता है। चाणक्य

    के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। विषय प्रवर्तन करते हुए आधुनिको भव संस्कृतं वद अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार संस्कृत संजीवन समाज के महासचिव डॉ० मुकेश कुमार ओझा ने कहा कि भारतीय संस्कृति संस्कृत में बसती है। संस्कृत की रक्षा भारत की आत्मा की रक्षा करने जैसा है एवं संस्था के सह सचिव डॉ० सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि संस्कृत केवल एक मात्र भाषा नहीं है अपितु संस्कृत एक संस्कार है। उदघाटनकर्ता विनोदबिहारी महतो कोलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सुखदेव भोई ने कहा कि आज के संदर्भ में चाणक्य की महती भूमिका समझने की आवश्यकता है। चाणक्य को समझे बिना भारत की अर्थव्यवस्था ठीक नहीं हो सकती। मुख्य अतिथि के रूप में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० आर० के० सिंह ने कहा कि|

    भारतीय नेताओं को चाणक्य का अर्थशास्त्र पढ़ना चाहिए। चाणक्य का अर्थशास्त्र व्यवहार पर बल देता है। पद्मश्री विमल कुमार जैन मुग्ण वक्ता के रूप में विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि चाणक्य की नीति विश्वव्यापी महत्व है। विधान पार्षद डॉ० नवल किशोर यादव ने | विशिष्ट अतिथि के रूप में कहा कि बिहार की जहाँ संस्कृत और संस्कृति समृद्ध है, वहाँ के संस्कार मलिन होते जाये तो यह चिंता का विषय है। इस तरह के सेमिनार का आयोजन हमेशा होना चाहिए। भारत तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय सचिव श्री शिवाकांत तिवारी ने कहा कि संस्कृत को केवल भाषा नहीं समझें / संस्कृत का विकास होगा तो बच्चों में संस्कार विकासित होगा। संस्था को संस्कृत बोलने के लिए संस्कृत “संभाषण ” शिविर का आयोजन करना चाहिए।

    समाजसेवी ललन सिंह ने कहा कि बिहार संस्कार संस्कृति और
    संस्कृत के लिए विश्व में प्रसिद्ध रहा है। सबको समान भाव से देखने
    | वाले को चाणकय ने पंडित की संज्ञा दी है। ऐसा पंडित बनना भारत
    के लिए गर्व की बात है। अपने अध्यक्षीय भाषण में दर्शन के ज्ञाता
    प्रो० रमेश चन्द्र सिन्हा ने कहा कि चाणक्य शांति के पुजारी थे।
    चाणक्य के दर्शन में सभ्यता और राष्ट्रीय अस्मिता की रक्षा के लिए
    संघर्ष का मार्गदर्शन है। सांस्कृतिक अस्मिता की रक्षा ही राष्ट्रीय
    प्रगति का आधार होगा। बिहार का दर्शन और साहित्य आज भी

    नग्र संस्कृत विकास समिति, बिहार, पटना समाज का पथ प्रदर्शक है, जिसमें “वसुधैव कुटुम्बकम्” का भाव
    | निहित है। इस अवसर पर प्रो० कनक भूषण मिश्र, आर० एन० सिंह,
    | डॉ० हृदय नारायण यादव, डॉ० सुबोध कुमार सिंह, डॉ० रागिनी वर्मा,
    जितेन्द गौतम, डॉ० ज्योति शंकर सिंह, शैलेन्द्र त्रिपाठी, डॉ० सुरेश
    द्विवेदी, डॉ० संजय कुमार सिंह, डॉ० पल्ल्वी ने भी अपने विचार में
    चाणक्य की प्रासंगिकता रेखांकित की। सेमिनार के पश्चात गायिका
    नीतू कुमारी नूतन एवं डॉ० संजय कुमार सिंह ने संस्कृत हिन्दी गीतों
    की प्रस्तृति से संस्कृत प्रेमियों का दिल जीता। कार्यक्रम का संस्कृत भाषा में संचालन डॉ० मुकेश कुमार ओझा ने किया,धन्यवाद ज्ञापन प्रो० जयेति शंकर सिंह ने किया ।

  • जिला पत्रकार संघ की बैठक में अनुमंडल स्तर पर संगठन बनाने का लिया निर्णय

     

    पत्रकारों पर किए जा रहे हमले की तीखी निंदा

    बिहार शरीफ । रविवार को नगरनौसा प्रखंड परिसर स्थित सभागार में जिला पत्रकार संघ नालंदा की बैठक मुख्य संरक्षक चंद्रमणि पांडे की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए करीब 3 दर्जन पत्रकारों ने हिस्सा लिया। जिला पत्रकार संघ के निबंधन के बाद हुई पहली बैठक में पत्रकारों ने संघ की मजबूती पर विशेष रूप से बल दिया। बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य संरक्षक चंद्रमणि पांडेय ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर लगातार किया जा रहा हमला दुर्भाग्यपूर्ण है। पत्रकारों को आपस में चट्टानी एकता कायम कर इस चुनौतियां से सामना करना होगा।

    उन्होंने जिला पत्रकार संघ के निबंधन कराने में सहयोग करने वाले सभी पत्रकारों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस संगठन जिला स्तर पर और व्यापक रूप दिया जाएगा। इसमें सभी अनुमंडल एवं प्रखंडों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष कमल किशोर प्रसाद ने कहा कि निबंधन के बाद सभी पत्रकारों का हौसला और उत्साह पहले से कई गुना और अधिक बढ़ गया है।

    उन्होंने सभी पत्रकारों से एकजुट होकर संघ की मजबूती के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया। संघ के सचिव राजीव प्रसाद सिंह ने संगठन को और अधिक मजबूत बनाने में सभी लोगों से सहयोग की अपील की। कोषाध्यक्ष जियाउद्दीन ने कहा कि संगठन के आर्थिक मजबूती के लिए सभी लोग निश्चित रूप से सदस्यता शुल्क जमा करें। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर जिला पत्रकार संघ से जुड़े जिला स्तर के सभी कार्यों का निष्पादन के लिए मुख्य संरक्षक चंद्रमणि पांडेय को अधिकृत किया गया।

    बैठक के दौरान जिला पत्रकार संघ के बैनर तले अनुमंडल स्तर की कमेटी का गठन किए जाने का निर्णय लिया गया। इसी क्रम में आगामी 7 सितंबर को अनुमंडल पत्रकार संघ हिलसा के नए कार्यकारिणी का गठन किए जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में जिला पत्रकार संघ से जुड़ने वाले वरिष्ठ पत्रकार चंद्रकांत सिंह एवं वीरेंद्र कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। बैठक में चंद्रमणि पांडेय, कमल किशोर प्रसाद , राजीव प्रसाद सिंह, जियाउद्दीन, उपेंद्र कुमार, पिंकी कुमारी, अशोक कुमार पांडेय, अजीत कुमार केसरी, रवि ज्योति, ओमप्रकाश सिंह, कौशल मनी सिंह, संतोष कुमार पार्थ, शुभम कुमार, मनोज कुमार, बृज मोहन प्रसाद, चंद्रकांत सिंह, अनिल कुमार, सुमन कुमार, सत्येंद्र कुमार ,मुरलीधर प्रसाद केसरी, जितेंद्र कुमार, रेखा कुमारी, पवन कुमार, रजनीकांत कुमार, मोहम्मद फजल मोवाज, गोपाल कुमार, लोकेश नाथ पांडेय, संतोष कुमार, अमर कुमार ,वीरेंद्र कुमार समेत दर्जनों पत्रकार शामिल थे।