Category: ब्रेकिंग न्यूज़

  • नालंदा के संजीव मुकेश को मिला पंडित महेन्द्र सिंह स्मृति काव्य पुरस्कार 2022.

    अपनी हिंदी और मगही की कविताओं से अपनी अलग पहचान बनाने वाले अस्थावां प्रखंड के जीयर गांव निवासी युवा कवि संजीव मुकेश को वर्ष 2022 का पंडित महेंद्र सिंह स्मृति काव्य पुरस्कार प्रदान किया गया। पुरस्कार उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर स्थित जहांगीराबाद में एक भव्य समारोह में स्थानीय विधायक संजय शर्मा, राष्ट्रीय कवि बलवीर सिंह करुण, श्रीकांत श्री व जसवीर सिंह हलधर ने प्रदान किया गया। पुरस्कार के रूप में श्री मुकेश को स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्रम व 15000/- (पन्द्रह हजार) की राशि प्रदान की गई।

    गाँव का लड़का नाम से प्रसिद्ध संजीव मुकेश ने यह पुस्कार अपने सभी शुभचिंतकों, परिवार के सदस्य और मित्रों को समर्पित किया है। जिनके हौसले के बदौलत वह साहित्य को अपना आंशिक योगदान दे पा रहे हैं। बताते चलें कि मुकेश द्वारा रचित गाँव का लड़का नाम से मुक्तकों का सीरीज काफी सराहा जा रहा है। श्री मुकेश देश भर में मगही और हिंदी गीतों से नालंदा की उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं।

    2020 में शुरू किया गया है यह काव्य पुरस्कार

    देहरादून के राष्ट्रीय कवि श्रीकांत श्री द्वारा अपने दादाजी पंडित महेंद्र सिंह की पुण्यस्मृति में 2020 इस काव्य पुरस्कार की शुरुआत की। प्रथम पुरस्कार हरियाणा के प्रसिद्ध कवि व साहित्यकार डॉ. अशोक बत्रा को व 2021 में उत्तर प्रदेश के डॉ. सौरभ कांत शर्मा को दिया जा चुका है। 2022 का पुरस्कार नालंदा के संजीव कुमार मुकेश को मिला।

    और भी कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त कर चुके हैं संजीव मुकेश

    संजीव कुमार मुकेश हिन्दी कविता का जाना-पहचाना और चमकता चेहरा हैं। इनकी रचनाएं संस्कारों की बात करती हैं। अपनी रचनाओं से युवाओं में जन चेतना जागृत करने वाले मुकेश हिन्दी के साथ-साथ मगही में भी खूब लिखते हैं। मगही पान की तरह उनकी कविता की मिठास अंतः मन तक घुल जाती है। संजीव मुकेश ने कई राष्ट्रीय चैनलों पर लगातार कव्यपाठ भी करते रहे हैं। इन्होंने Zee NEWS, साहित्य तक, दूरदर्शन, राष्ट्रीय सहारा, न्यूज़ 18 सहित अनेको प्रतिष्ठित चैनलों पर कई बार अपनी प्रस्तुति दिया है। श्री मुकेश को अनेकों साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्थानों ने सम्मानित किया है। जिसमें विश्व हिंदी सम्मान 2020, नई दिल्ली , मनवोत्कर्ष सम्मान 2018, पंडित सतीश चंद्र मिश्र सम्मान 2021, भामाशाह साहित्य सम्मान, राष्ट्रीय सम्वर्धक सम्मान सहित दर्जनों सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।

    कई सांस्कृतिक-साहित्यिक संस्थान से है जुड़ाव

    संपादक : सामयिक परिवेश
    संयोजक- माँ मालती देवी स्मृति सम्मान न्यास, बिहार शरीफ
    मार्गदर्शक – सूर्यनारायण जागृति मंच, बड़गांव, नालंदा
    राष्ट्रीय संयोजक – विश्व मगही परिषद, नई दिल्ली
    सहायक संपादक – कविता कोश (मगही)
    राष्ट्रीय उपाध्यक्ष – हिंदी साहित्य अकादमी, भारत
    प्रान्त महामंत्री – राष्ट्रीय कवि संगम, बिहार

  • जन सुराज के पदयात्रा जिला अधिवेशन से पूर्व प्रशांत किशोर का बड़ा ऐलान

    जन सुराज पदयात्रा के 42वें दिन आज पदयात्रा जिला अधिवेशन की पूर्व संध्या पर प्रशांत किशोर ने बेतिया स्थित महारानी जानकी कुंवर कॉलेज पदयात्रा शिविर में मीडिया से बात की। पश्चिम चंपारण में प्रशांत किशोर पदयात्रा के माध्यम से अबतक 500 किमी से अधिक चलकर 300 से अधिक गांवों में गए हैं। आगे प्रशांत किशोर ने बताया कि इन पूरे 42 दिनों में 1 दिन भी गाड़ी पर नहीं बैठे हैं। जितनी ईमानदारी और शुद्धता से पदयात्रा कर सकते हैं, उससे अधिक करने का प्रयास कर रहे हैं। इससे जो भी परिणाम निकल कर आएगा, और समाज इस पर कितना चलने के लिए तैयार है यह सब आपके सामने होगा।

    आगामी जन सुराज पदयात्रा के पहले अधिवेशन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अगर लोग मिलकर तय करते हैं कि दल बनाया जाना चाहिए, तो दल बनाया जाएगा। कल अधिवेशन में लोकतांत्रिक तरीके से पहली वोटिंग होगी, जो लोग जन सुराज पदयात्रा से जुड़े हैं, उन सभी को इसमें बुलाया गया है। कल आने वाले सदस्यों से यह पूछा जाएगा कि जन सुराज को दल में परिवर्तित किया जाना चाहिए या नहीं। हम कल केवल पश्चिमी चंपारण की जनता से उनके सुझाव लेंगे, ऐसी प्रक्रिया हम पदयात्रा करते हुए सभी जिलों में करेंगे। जब लगभग आधे से ज्यादा राज्य पूरे हो जाएंगे और जब यह सुनिश्चित हो जाएगा की एक बड़ी संख्या में लोग विकल्प चाहते हैं, तब उन सब को राज्य स्तर पर बिठाया जाएगा और यह तय किया जाएगा कि दल बनना है या नहीं। अगर जन सुराज की परिकल्पना भविष्य में दल में परिवर्तित होती है तो 10 प्रतिशत टिकट, पंचायती राज से जुड़े हुए लोगों को निश्चित तौर पर दिया जाएगा।

    लालू के जंगलराज के खिलाफ कुछ लोग बीजेपी को वोट देते हैं और भाजपा सत्ता में नहीं आए इसलिए कुछ लोग लालू को वोट देते हैं: प्रशांत किशोर

    जन सुराज पदयात्रा शिविर में मीडिया से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने बताया कि पूरे बिहार में एक बड़ी संख्या भाजपा को सिर्फ इसलिए वोट कर रहें है क्योंकि वह लालू के जंगल राज को वापस देखना नहीं चाहती। दूसरी तरफ एक बड़ी संख्या ऐसी भी है जो लालू जी को इसलिए वोट कर रहा है क्योंकि वह भाजपा को वोट नहीं कर सकता। जनता की इस मजबूरी का दलों के द्वारा फायदा उठाया जा रहा है। आप उदाहरण के तौर पर देख लीजिए चंपारण में पिछले 30 सालों से भाजपा जीत रही है, और फिर भी यहां इतनी समस्याओं पर हम बैठकर चर्चा कर रहे हैं। इसलिए हमारा प्रयास है की जनता इस द्वंदात्मकता में न फंसकर एक नया विकल्प बनाया जायें।

    बिहार में शिक्षा व्यवस्था का ध्वस्त हो जाना नीतीश कुमार की सबसे बड़ी नाकामी: प्रशांत किशोर

    बिहार में ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था का जिक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “बिहार में शिक्षा व्यवस्था एकदम ध्वस्त है। पदयात्रा के दौरान शायद ही कोई स्कूल मुझे ऐसा देखने को मिला जहां एक विद्यालय की 3 मूलभूत चीजें शिक्षक, छात्र और बिल्डिंग तीनों एक साथ मौजूद हो। जहां बिल्डिंग और छात्र हैं वहां शिक्षक नहीं है। कहीं बिल्डिंग और शिक्षक है तो छात्र नहीं है। हैरानी तब होती है जब पढ़े-लिखे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 17 साल के शासनकाल में भी शिक्षा की हालत ध्वस्त हैं। एक लाइन में कहें तो, बिहार के स्कूलों में खिचड़ी बंट रही है और कॉलेजों में डिग्रियां बंट रही हैं।”

    मैं कोई समाज सुधारक नहीं हूं, मेरी भूमिका केवल एक सूत्रधार की: प्रशांत किशोर

    जन सुराज अभियान में प्रशांत किशोर की भूमिका के मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं कोई समाज सुधारक नहीं हूं। हम मिलकर केवल समाज के स्तर पर एक प्रयास कर रहे हैं। जिससे एक ‘स्वच्छ राजनीतिक व्यवस्था’ बनाई जा सके, जिसमें मेरी भूमिका केवल एक सूत्रधार की है। इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा कि कोई भी व्यक्ति पदयात्रा करके गांधी नहीं बन सकता। जैसे 4 चुनाव जीतकर आप चाणक्य नहीं बन सकते। शताब्दियों में कोई एक गांधी या चाणक्य बनता है हम लोग केवल उनकी विचारधारा का अनुसरण कर सकते हैं। उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का प्रयास कर सकते हैं।

    देश के 10 अग्रणी राज्यों में शामिल हो विकसित बिहार: प्रशांत किशोर

    प्रशांत किशोर ने विकसित बिहार को लेकर अपनी प्राथमिकता साझा करते हुए बताया कि उनका प्रयास है कि देश के 10 अग्रणी राज्यों में बिहार में शामिल होना चाहिए। विकास के ज्यादातर मानकों पर अभी बिहार 27वें या 28वें स्थान पर है । 50 के दशक में बिहार की गिनती देश के अग्रणी राज्यों में होती थी। उन्होंने आगे कहा कि बिहार के हर पंचायत, गांव, और नगर क्षेत्र के स्तर पर योजना बनाई जाए, कि हर 10 साल में है वह पंचायत कैसा दिखेगा साढ़े 8 हजार ग्राम पंचायत और 2 हजार नगर पंचायत की विकास की योजनाओं का खाका हम तैयार कर रहे हैं। हर पंचायत की समस्याओं को हम संकलित कर रहे हैं, ताकि हर पंचायत विकास के मापदंडों पर अग्रणी राज्य में शामिल हो सके।

  • 20 नवम्बर को होगा पेंशनर समाज का जिला सम्मेलन

    देरशाम बिहार पेंशनर समाज जिला शाखा नालन्दा का कार्यकारिणी की एक आवश्यक बैठक बिहारशरीफ अनुमंडल परिसर स्थित पेंशनर कार्यालय कक्ष में जिला अध्यक्ष चन्द्रसेन प्रसाद सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसका संचालन कार्यकारणी सदस्य गौतम प्रसाद के किया। बैठक में सभी सदस्यों ने आगामी 20 नवम्बर को वार्षिक एक दिवसीय (आम सभा) सममेलन के लिए सम्मेलन की तैयारीयों की समीक्षा की गई। और पेंशनर्स की विभिन्न समस्याओं को लेकर गम्भीर विचार विमर्श किया गया।

    बैठक को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष चन्द्रसेन प्रसाद सिन्हा उर्फ़ गांधीजी ने बताया कि आगामी सम्मेलन व आम सभा दिनांक 20 नवम्बर 2022 दिन रविवार को 10 बजे दिन से प्रारम्भ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सममेलन में पंजीकृत पेंशनर जो कि 75 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुके 20 पेंशनर को सम्मानित किया जाएगा। जिला पेंशनर कार्यालय खुला रहता है जिन साथियों की समस्याएं हो कार्यालय से संपर्क करें ताकि समाधान का प्रयास किया जा सके। उन्होंने पेंशनर्स की विभिन्न समस्याओं को संकलित कर समस्याओं के निस्तारण हेतु विस्तृत चर्चा की।

    पेंशनर समाज के कोषाध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने कहा कि आज जरूरत है पेंशन की इसलिए पेंशनरों को एकजुट होना पड़ेगा क्योंकि आने वाले समय में सरकार के द्वारा कुछ भी किया जा सकता है, जैसे करोना काल में यहां लोगों की मदद की जरूरत थी वहां डेढ़ साल से डीए रोक दिया गया था। जिसके चलते पेंशनरों को आर्थिक तंगी झेलना पड़ा था।
    संचालन कर रहे गौतम प्रसाद ने बतायाकि सम्ममेलन को प्रभावशाली बनाने के लिए जिले के सभी पेंशनरों को आम सभा के लिए आमंत्रित किया गया है। समम्मेलन में पेंशनर समाज के प्रदेश पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन में नई कार्य समिति का गठन किया जाएगा।

    बैठक में पेंशनर समाज के कृष्णम गिरि, शिक्षक संघ के राज्य परिषद सदस्य सह पेंशनर मित्र राकेश बिहारी शर्मा, नागेश्वर चौधरी, अरविन्द कुमार, किशोरी पंडित, यशोदा देवी, चन्देश्वर प्रसाद, महेंद्र प्रसाद, रविन्द्र प्रसाद सहित दर्जनों पेंशनर्स उपस्थित थे।

  • अव बिहारशरीफ जंक्शन पर होगा 5 प्लेटफॉर्म

    बिहारशरीफ जंक्शन पर 5 प्लेटफॉर्म होगा।फिलहाल दो ही प्लेटफार्म है।इसका निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है।यात्री सुविधाएं भी बढ़ेंगी।यात्रियों को स्टेशन पर आने के लिए दोनों तरफ से पाथ वे बनाया जा रहा है। फिलहाल दो प्लेटफॉर्म पर ही गाड़ियों का ठहराव हो रहा है।एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए मेन गेट के पास से ही फुट ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।जंक्शन की दीवारों पर राजगीर,नालंदा, पावापुरी के दर्शनीय स्थलों की पेंटिंग उकेरी जाएगी। समृद्ध संस्कृति और एक शानदार इतिहास रखने वाला प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय व अन्य ऐतिहासिक स्थलों की तस्वीर स्थानीय लोगों के साथ-साथ दुनिया भर के यात्रियों को आकर्षित करेगी। जंक्शन को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर यात्री सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी।

    स्टेशनों पर यात्रियों को विभिन्न स्टेशनों और पर्यटक स्थलों की दूरी साफ-साफ लिखा दिखेगा। इससे दूर से आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को कोई परेशानी नहीं होगी। डीआरएम प्रभात कुमार ने बताया कि बख्तियारपुर-राजगीर रेलखंड पर बिहारशरीफ महत्वपूर्ण स्टेशन है।जिले के कई सारे पर्यटन व धार्मिक स्थल इससे जुड़े हैं।यहां सभी हाइटेक सुविधाएं दिसंबर तक शुरू हो जाएगी।बिहारशरीफ से बरबीघा तक 28.815 किलोमीटर रेललाइन बिछाने के साथ ही अन्य निर्माण कार्य किया जाना है।भूमि अधिग्रहण के लिए 126.988 करोड़ रुपए दिए गए हैं,

    जिसमें से महज 18.19 करोड़ रुपये खर्च होने शेष हैं।मिट्टी भराई का काम अंतिम चरण में है। सात बड़े पुल बनाने का काम लगभग पूरा होने वाला है। छोटे 62 पुलों में से 31 में काम चल रहा है।तीन स्थानों पर यार्ड बनाये जाने हैं। बिहारशरीफ में यार्ड निर्माण अंतिम चरण में है।पांच स्टेशन भवनों का निर्माण भी चल रहा है।पांच स्थानों पर 38 लाख रुपये से क्रॉसिंग बनायी जानी है।डीआरएम ने बताया कि बिहारशरीफ़ से बरबीघा नया रेलवे लाइन का निर्माण कराया जा रहा है।

  • पीड़ित मुन्ना चौधरी ने पुलिस अधिक्षक को आवेदन

    पीड़ित मुन्ना चौधरी ने पुलिस अधिक्षक को आवेदन देकर आरोपी को गिरफतार करने कि मांग। पीड़ित ने बताया कि जब हमलोग सब परिवार ननिहाल में मिला जमीन पर मिट्टी भराने गए तभी पंकज कुमार और संजय माहतो पिस्तौल लेकर आया और जमीन खाली कराने लगा और हत्या करने करने का धमकी देने लगा। मुन्ना चौधरी ने बताया कि हमालोग एफआईआर किया लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी को पुलिस प्रशासन के द्वारा गिरफतार नहीं किया गया है और अभी भी हमलोग पावापुरी जाते हैं तो रास्ते में घेर कर केस वापस लेने को कहता है नहीं तो हत्या करने का धमकी देता है। मैं एसपी से साहब से आरोपी पर कार्यवाई करने कि मांग को लेकर आज आवेदन दिया।

  • संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में किसान महापंचायत का कार्यालय उद्घाटन

    बिहारशरीफ के खंदक मोड़ स्थित अजीतघाट दायरापर संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वधान में किसान महापंचायत के कार्यालय का उद्घाटन किया गया राजेंद्र प्रसाद के कर कमलों द्वारा कार्यालय का उद्घाटन किया गया इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि 26 नवंबर को राजगीर के मेला मैदान में लाखों लाख की संख्या में उपस्थित होकर किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए आवाहन किए। किसान महापंचायत के द्वारा मांग पत्र :-भारत सरकार पूरे देश में एमएसपी(msp)न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी गारंटी दे किसान आंदोलन में 785 शहीद हुए किसानों के परिजनों को 15/ 15 लाख रुपए दे एवं उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिया जाए तथा अंदोलन के तहत किसानों पर जो केस हुए उन्हें अविलंब वापस लिए जाएं अग्निपथ योजना को वापस लिया जाए बिहार में व्यापार बाजार समिति पुन:चालू किया जाए भारत के 60 वर्ष के ऊपर वाले किसानों के लिए ₹10000 प्रत्येक माह पेंशन योजना लागू हो। किसानों की कृषि ऋण माफ किया जाए। कृषि कार्य हेतु बिजली मुफ्त उपलब्ध कराई जाए। जमीन सर्वे अंचल कार्यालयों में दाखिल खारिज एवं परिमार्जन व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए। दक्षिण बिहार को अकाल क्षेत्र एवं उत्तरी बिहार को दहाड़ क्षेत्र घोषित किया जाए ।गन्ना उत्पादकों को बकाया राशि का अविलंब भुगतान किया जाए। मनरेगा को कृषि कार्य से जोड़ा जाए। कोयल परियोजना को पूरा किया जाए। राजगीर के वर्षो से बंद पड़े कृषि महाविद्यालय को चालू किया जाए। इस मौके पर चंद्रशेखर प्रसाद शाहनवाज ररामदेव चौधरी अनील पासवान महेंद्र प्रसाद शिव कुमार यादव जाहिद अंसारी विनोद कुमार सिंह प्रोफेसर स्वधर्म परमेश्वर प्रसाद आदि लोग उपस्थित थे।

  • जस्टिस फॉर सोनू के बैनर तले कैंडल मार्च एवम् मौन श्रद्धांजलि

    जस्टिस फॉर सोनू के बैनर के तहत वृहस्पतिवार की संध्या 5:30 में सोनू को उचित न्याय दिलाने हेतु शांतिपूर्ण तरीके से मौन रहकर कैंडल मार्च का आयोजन गांव में ही किया गया ।जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण व सोनू के परिजन मौजूद रहे । बताते चले कि सोनू को उचित न्याय मिलने के लिए जस्टिस फॉर सोनू नामक संगठन का निर्माण किया गया है ।जिसके संयोजक रवि रंजन कुमार बनाए गए है ।

    कैंडल मार्च में लोगों ने शांतिपूर्वक तरीके से कैंडल जलाकर मौन रहकर एक हाथ में मोमबत्ती जलाते हुए यह मार्च निकाला।और अंत में 2 मिनट का मौन रखकर मौन श्रद्धांजलि दी। मृतक सोनू कुमार के पिता ने बताया कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है।सोनू के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।उन्होंने कहा कि जिस तरह से मेरे बेटे को तड़पा तड़पा कर दरिंदों ने मारा है, उसे सबक जरूर मिलनी चाहिए। क्योंकि किसी व्यक्ति को निर्ममतापूर्वक हत्या करने का क्या परिणाम होता है ,यह सभी को पता चल सके।

    कैंडल मार्च में कुणाल कुमार ,श्यामसुंदर शर्मा ,परमेंद्र शर्मा,मृतक के परिजनों सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
    बताते चलें कि सोनू कुमार की मृत्यु के बाद ग्रामीणों में भी शोक की लहर है ।यही कारण है कि सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एवं पुरुषों ने उन्हें बृहस्पतिवार की संध्या को कैंडल जलाकर उन्हें मौन श्रद्धांजलि अर्पित की ।
    वही सिविल राइट्स प्रोटेक्शन सेल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सह एआईएमसीईए के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक कुमार ने इस घटने की कड़ी निंदा करते हुए कहा किसी भी व्यक्ति की हत्या करना कानूनन अपराध है ।हत्यारे को सजा मिलनी ही चाहिए।

    विते दिनों मंगलवार की मध्य रात्रि को दरिंदो की दरिंदगी उस समय हद पार कर गई जब तेज धारदार हथियार से सोनू को तड़पा तड़पा कर हत्या कर दी थी।सोनू के न्याय के लिए सामाजिक संगठन के लोग भी आगे आए हैं।जस्टिस फॉर सोनू के संयोजक रविरंजन ने कहा कि जल्द ही सोनू की हत्या के विरोध में शांतिपूर्ण धरना किया जाएगा।
    जिसमे हजारों की संख्या में लोग भाग लेगे ।

  • नशे में धुत्त होकर नशेड़ी पहुँचा थाना

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में भले ही शराबबंदी लागू करने के बाद इसकी सफलता का बार-बार दावा किया हो, लेकिन उनकी पार्टी के ही संसदीय बोर्ड अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा इससे सहमति नहीं रखते हैं। बिहार में शराबबंदी को लेकर उपेंद्र कुशवाहा का एक बड़ा बयान सामने आया है। कुशवाहा ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी असफल है और सरकार के चाहने भर से शराबबंदी नहीं हो सकती। कुशवाहा ने कहा है कि अगर मैं शराबबंदी के सफल होने का दावा करूं तो यह सरासर गलत होगा। इतना ही नहीं कुशवाहा ने यह भी कहा है कि इसके लिए आम जनता को जागरूक होना होगा। संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान का उल्टा ही नजारा नालंदा जिले में भी देखने को मिल रहा है तभी तो उपेंद्र कुशवाहा के बयान का असर मुख्यमंत्री क्षेत्र नालंदा जिले में भी देखने को मिल रहा है उपेंद्र कुशवाहा के बयान आने के कुछ घंटों बाद ही एक नशेड़ी अपने साले के प्रताड़ना से प्रताड़ित होकर शराब के नशे में धुत रहुई थाना फरियाद लेकर पहुंच गया। जब से शराबबंदी कानून में संशोधन किया गया है की शराब के नशे में पकड़े जाने पर जुर्माना भरकर छोड़ दिया जाएगा। तब से नालंदा जिले में नशेड़ीयो की तादाद में काफी इजाफा हुआ है। तभी तो पुलिस लगातार नशेड़ियों को पकड़ने में ही परेशान दिख रही है। नशेड़ियों को पकड़ने से लेकर इलाज करने तक का जिम्मा नालंदा जिला पुलिस ने ले लिया है।

  • 24 घंटे के अंदर प्रेम प्रसंग में दो लोगों की निर्मम हत्या

    नालंदा जिले में 24 घंटे के अंदर प्रेम प्रसंग में दो लोगों की निर्मम हत्या का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। पहली घटना दीपनगर थाना क्षेत्र इलाके के महानंदपर गांव में घटी। जहां प्रेम प्रसंग में युवक की चाकू से गोद गोद कर हत्या कर दी। वहीं दूसरी घटना पावापुरी ओपी थाना क्षेत्र इलाके के चोरसुआ गांव में प्रेम प्रसंग में 34 साल के सुधीर दास की तेज धारदार हथियार से मौत के घाट उतार दिया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि सुधीर दास का प्रेम प्रसंग गांव के ही संजू देवी के साथ चल रहा था। जिसकी भनक प्रेमिका के परिजनों को लग गई थी।

    मृतक के रिश्तेदारों ने बताया कि सुधीर दास को फोन करके रंजीत मांझी घर से बाहर खाने पीने के बहाने बुलाया गया। रात भर रंजीत मांझी किशोरी माझी समेत कई लोगों ने साथ में बैठकर खाना पीना भी किया। उसके बाद इन सभी लोगों ने मिलकर सुधीर दास की धारदार हथियार से हत्या कर दी हत्या करने के बाद उसके शव को गांव में ही फेंक दिया। सुबह में शौच के लिए निकले ग्रामीणों के द्वारा इसकी सूचना परिजनों को दी गई। इन लोगों के द्वारा हैवानियत की हद को पार करते हुए सुधीर दास के दोनो आंखों को भी छोड़ दिया। फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।

  • 57 करोड़ की लागत से सरकारी बस स्टैंड में 750 लोगों की क्षमता का बनेगा

    सरकारी बस स्टैंड में मल्टी परपस बिल्डिंग व आॅडोटारियम निर्माण के लिए एक बार फीर पहल शुरू की गई है। इसवार बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में आॅडोटाेरियम बनाने के प्रस्ताव पर भी मुहर लग गया है। एनओसी के लिए परिवहन विभाग को प्रस्ताव भी भेजा गया है। सहमती मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस मल्टी परपस बिल्डिंग के कई प्रकार की सुविधाएं होगी। जो शहर के लिए काफी लाभकारी साबित होगा। लेकिन अभी तक परिवहन विभाग से एनओसी नहीं मिलने के कारण काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। सरकारी बस स्टैंड का क्षेत्रफल काफी है लेकिन स्मार्ट सिटी द्वारा सिर्फ 1 एकड़ के लिए ही एनओसी मांगा जा रहा है।

    ताकि बड़े शहरों के तर्ज पर बिहारशरीफ में भी स्मार्ट मल्टी परपस बिल्डिंग तैयार किया जा सके। सीईओ विनोद कुमार ने बताया कि इसपर काफी दिनों से तैयार की जा रही थी। इस वार वोर्ड से सहमती दे दी गई है। परिवहन विभाग से एनअोसी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। जी प्लस फोर होगा बिल्डिंग सीईओ ने बताया कि सरकारी बस सटैंड का भवन जी प्लस फोर होगा। जिसमें कई प्रकार की सुविधा होगी। यहां करीब 750 लोगों के बैठने की क्षमता वाले आॅडोटोरियम तैयार किया जाएगा। इसके अलावे एक छोटा बैंकेट हॉल और एक बड़ा बैंकेट हॉल होगा जिसमें रूम की भी व्यवस्था होगी। जिसका प्रयोग शादी-विवाह व अन्य कार्यक्रमों के लिए प्रयोग किया जाएगा। इसके अलावे इंडोर स्पोर्ट्स फैसिलिटी, जीम की भी व्यवस्था होगी। 1 एकड़ में होगा डेवलप उन्होंने बताया कि सरकारी बस स्टैंड में करीब 3.7 एकड़ जमीन है। जिसमें मात्र एक एकड़ में भवन बनाने के लिए एनओसी देने का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है। एक एकड़ में ही मल्टी परपस बिल्डिंग निर्माण किया जाएगा।

    एओसी मिलने की देरी है। जैसे ही परिवहन विभाग द्वारा एनओसी मिलता है। टेंडर कर प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। स्थल निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी सरकारी बस स्टैंड में मल्टीपरपरस ब्लिडिंग निर्माण के लिए एनओसी मिलने का रास्ता करीब-करीब साफ हो गया है। बुधवार को पथ परिवहन विभाग के प्रशासन मुख्य अनु कुमार बिहारशरीफ पहुंचे तथा बस स्टैंड का निरीक्षण किया और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के साथ बैठक की। स्मार्ट सिटी द्वारा प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी दी गई तथा जगह के बारे में भी बताया गया। सीईओ ने बताया कि नाला रोड या रांची रोड, दोनो तरफ जगह है। जिसमें किसी एक तरफ जमीन देने का प्रस्ताव दिया गया है। विभाग द्वारा इस वार एनओसी मिलने की पूरी उम्मीद है।