Category: शिक्षा

  • संविधान दिवस पर स्कूली छात्रों ने निकाली प्रभात फेरी, लगाए नशा विरोधी नारे – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    School students take out Prabhat Pheri on Constitution Day raise anti drug slogans 1इसलामपुर (नालंदा दर्पण)। इलामपुर नगर के उत्क्रमित मध्य विद्यालय शिशू कल्याण केंद्र के छात्र-छात्राओं के द्वारा संविधान दिवस पर प्रभात फेरी निकाला गया, जो नगर के विभिन्न मुख्य मार्गों से होकर गुजरा।

    प्रभात फेरी के दौरान बच्चे जन-जन ने ठाना है ऩशे को मिटाना है, भलाई का जिसमें है विधान वही है भारतीय संविधान, जो करेगा नशा उसका होगा दुर्दशा जैसे आदि नारे लगा रहे थे

    हेडमास्टर मसुदूर रहमान ने बताया कि इस मौके पर विद्यालय में पेटिंग, रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और सफल छात्र छात्राओं के बीच कॉपी कलम आदि देकर सम्मानित किया गया।

    इस अवसर पर शिक्षिक गाजी शाहनवाज, कुंती कुमारी, विमला कुमारी, नीता कुमारी, रंजू कुमारी, कुमारी प्रीति, शमा कुमारी, सलीना खातुन, शोभा कुमारी, संयुक्ता, माधुरी आदि मौजूद थे।

     

  • प्रथम संस्था द्वारा नगरनौसा बीआरसी भवन में आँचल योजना तहत कार्यशाला का आयोजन – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    नगरनौसा (नालंदा दर्पण)। नगरनौसा बीआरसी भवन में शुक्रवार के दिन प्रथम संस्था द्वारा महादलित, दलित, अतिपिछड़ा वर्ग के आँचल योजना तहत कोई बच्चा पीछे नहीं, माता-पिता छूटे नहीं कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

    कार्यक्रम का उद्घाटन केआरपी प्रेम प्रकाश व प्रथम संस्थान के डिविजनल ऑर्डिनेटर मनोज कुमार चौधरी ने दीप प्रज्वलित कर किया।

    Organization of workshop under Aanchal Yojana at Nagarnausa BRC building by the first organization 1मौके पर केआरपी प्रेम प्रकाश ने कहा कि प्रखंड के सभी  शिक्षा सेवक वेहतर कार्य कर रहे हैं। समय पर बच्चों को शिक्षण एवं  महिलाओं को साक्षरता प्रदान करने कार्य मे लग्न पूर्वक लगे हुए हैं। नगरनौसा प्रखंड अंतर्गत कुल 44 शिक्षा सेवक कार्यरत है। शिक्षा सेवक शांतिपूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त किया।

    प्रथम संस्थान के डिविजनल ऑर्डिनेटर मनोज कुमार चौधरी ने कोई बच्चा पीछे नहीं माता-पिता छूटे नहीं के तहत बच्चों एवं माताओं को कक्षा संचालन पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया।

    प्रथम के डिवीजनल कॉर्डिनेटर द्वारा शिक्षा सेवकों के कार्य जैसे कोचिंग संचालन करना,बच्चों को विद्यालय पहुँचाकर उनकी देखरेख एवं असाक्षर महिलाओं के केंद्र संचालन की बिषय बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा कर जानकारी दिया।

    कार्यक्रम में लेखपाल आशीष कुमार, गौरब कुमार, सुनील कुमार, शिक्षा सेवक मिथलेश कुमार, अरविंद कुमार, लक्ष्मण कुमार, नीतीश कुमार, शोभा कुमारी, प्रमोद प्रसाद, रंजीत कुमार आदि उपस्थित थे।

     

  • वेशक, नालंदा विश्वविद्यालय परिसर में ऐसा जल प्रबंधन एक चमत्कार है ! – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    नालंदा दर्पण डेस्क। करीब साढ़े चार हजार लोग, पर भूगर्भीय जल की एक बूंद भी प्रयोग नहीं। इतना ही नहीं, डेढ़ वर्ष तक बारिश न हो, फिर भी यहां जल का कोई संकट नहीं होगा। यह नालंदा विश्वविद्यालय के जल प्रबंधन का चमत्कार है।

    Such water management of Veshak Nalanda University is a miracle 3पटना से लगभग सौ किलोमीटर दूर 456 एकड़ में बन रहे नालंदा विश्वविद्यालय परिसर के सौ एकड़ क्षेत्र में सिर्फ तालाब और वाटर स्टारेज प्लांट है। इनकी गहराई पांच मीटर तक है। इनमें 8.5 करोड़ लीटर पानी संरक्षित है। सौ एकड़ में 12 तालाब हैं।

    यहां भूगर्भ से एक बूंद जल नहीं लिया जाता है। विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य में इस समय यहां करीब साढ़े तीन हजार श्रमिक आदि रह रहे हैं। छात्र-शिक्षकों की संख्या भी करीब एक हजार है। इस समय यहां 32 देशों के छात्र अध्ययन कर रहे हैं। पानी की सारी आपूर्ति तालाबों से होती है।

    यहां 20 लाख लीटर क्षमता का रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम है। परिसर में एक भी बोरिंग नहीं है। नहाने से लेकर भोजन पकाने व पीने तक में इसी पानी का प्रयोग किया जाता है।

    यहाँ एक व्यक्ति प्रतिदिन औसत 235 लीटर पानी खर्च करता है। विश्वविद्यालय में पानी को रिडायरेक्ट, रियूज, रिसाइकिल, रिनेटवर्किंग, इंटरकनेक्ट व लो फ्लो फिक्शर के माध्यम से प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के अनुपात में 100 लीटर तक की बचत कर ली जाती है। आवश्यकताओं को कम नहीं किया जाता है, बल्कि उसी पानी को पुन: व्यवहार में लाया जाता है।Such water management of Veshak Nalanda University is a miracle 2

    बेसिन व नहाने वाले पानी का प्रयोग फ्लश में किया जाता है। पानी में थोड़ी एयर मिक्स करके फ्लशिंग में भी पानी का खर्च कम करते हैं। एयर मिक्स करने से आधा लीटर पानी करीब एक लीटर पानी के बराबर काम करता है। प्रेशर के साथ पानी फैल जाता है, जिससे पानी व्यर्थ नहीं जाता।

    पानी को शुद्ध करने के लिए ट्रीटमेंट प्लांट और चैंबर के किनारे पौधे भी लगाए गए हैं। केला समेत अन्य 27 तरह के पौधे पानी को साफ करने में मदद करते हैं। पौधों की जड़ें पानी में घुले नाइट्रेट व फास्फेट को खींच लेती हैं।

    वाटर ट्रीटमेंट मशीन में भेजे जाने से पहले अधिक गंदे पानी को इन पौधों से गुजारा जाता है। इस तरीके से साफ हुए पानी का प्रयोग पौधों को सिंचित करने, परिसर में छिड़काव व फ्लश में किया जाता है। जहां तेजी से वाटर ट्रीटमेंट करना है, उसे मशीन में भेज दिया जाता है।

  • कबीना मंत्री श्रवण कुमार के बेन का बीरबल बिगहा प्रा. विद्यालय, जहाँ यूँ पेड़ के उपर-नीचे पढ़ते हैं मासूम बच्चें – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार और उनके कुनबे के विकास आसमान छू रहा हो, लेकिन उस क्षेत्र में शिक्षा की हालत काफी दयनीय है।

    Cabinet Minister Shravan Kumars son Birbal Bigha Pvt. School where innocent children study up and down the tree 1प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्री का गृह प्रखंड बेन के एकसारा पंचायत के बीरबल विगहा गांव में प्राथमिक विद्यालय का भवन ही नहीं है।

    यहाँ मासूम बच्चे पेड़ के नीचे खुले आसमान के नीचे बैठ कर शिक्षा ग्रहण करने को विवश हैं। इन बच्चों को धूप और बरसात का भी सामना करना पडता है।

    स्कूल के प्रभारी अजय पटेल ने बताया कि इस स्कूल में 53 बच्चों का नामांकन है और मात्र एक शिक्षक है। स्कूल की भवन बनवाने के लिए कई बार विभाग से गुहार लगाया है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हो सका है।

    ग्रामीण बेबी देवी ,नयनतारा देवी, रामाश्रय कुमार बार्ड पार्षद ब्रजेश कुमार आदि ने बताया कि स्कूल का जमीन उपलब्ध है। लेकिन भवन निर्माण को लेकर कोई भी सुनने को तैयार नहीं है। इसका खामियाजा मासूम बच्चों के साथ शिक्षक को भुगतना पड़ रहा है।

    हालत यह है कि यहाँ सरकारी स्तर पर सामुदायिक भवन भी नहीं बनवाया गया है। जिस भवन में बैठकर बच्चें पढ़ सके। मिड डे मिल भी यहाँ खुले में ही बनाए-खिलाए जाते हैं….

    Cabinet Minister Shravan Kumars son Birbal Bigha Pvt. School where innocent children study up and down the tree 5 Cabinet Minister Shravan Kumars son Birbal Bigha Pvt. School where innocent children study up and down the tree 4 Cabinet Minister Shravan Kumars son Birbal Bigha Pvt. School where innocent children study up and down the tree 3

    खबर का असरः बुल्ला बिगहा रा. प्रा. विद्यालय अब उ. म. विद्यालय अमिया से संबंद्ध

    सरकारी योजनाओं का जायजा लेने पहुंचे नालंदा डीएम से ग्रामीणों ने लगाई गुहार

    बाइक की डिक्की तोड़कर 1 लाख रुपए नगद समेत 18 लाख रुपए के जेवरात ले उड़े चोर

    चंडी के गौरी बिगहा गाँव में ग्रामीणों ने देसी कट्टा के साथ नशे में धुत 3 युवक को पकड़कर पुलिस को सौंपा

  • कुलपति प्रोफ़ेसर के तानाशाही रवैये के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे नव नालंदा महाविहार के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    नालंदा दर्पण (मुन्ना पासवान)। मानित विश्वविद्यालय नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रोफ़ेसर बैद्यनाथ के तानाशाही रवैया के खिलाफ बीते 18 दिन से आउटसोर्सिंग को रद्द करने, पूर्व की तरह सभी दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को काम लेने, पहचान पत्र एवं पीएफ ,बीमा आदि की सुविधा प्रदान करने आदि विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर कर्मी कमलेश प्रसाद बैठ गए हैं।

    Daily wage workers of Nava Nalanda Mahavihar sitting on fast unto death for their demandsमौके पर धरना का नेतृत्व कर रहे असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित कुमार पासवान ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि सभी कर्मी एकजुट रहे अनशन पर बैठे कर्मियों को चिकित्सा की देखरेख में रखें आंदोलन को और तेज करें। न्याय मिलने तक धरना जारी रखें, अहिंसा में बहुत बड़ी ताकत होती है अहिंसा  के बल पर हम अपना जायज मांगों को लेकर रहेंगे।

    डॉ पासवान ने कहा कि धरना के 19 दिन बीत जाने के बाद ही भ्रष्ट कुलपति प्रोफेसर वैद्यनाथ लाभ के द्वारा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं करना एवं एक साजिश के तहत महाविहार में विभिन्न कार्यक्रमों को स्थगित कर नोटिस निकालना  , महाविहार की संस्कृति से खिलवाड़ करना भ्रष्टाचारी व अहंकारी का निशानी है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

    उन्होंने बताया कि मांगे पूरी होने तक भीम आर्मी, जन कल्याण मंच भाकपा, माकपा, फुटपाथ संघर्ष मोर्चा का समर्थन जारी रहेगा।

    धरना को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के अध्यक्ष अनिल पासवान,  अति पिछड़ा, दलित  संघर्ष मोर्चा के संस्थापक बलराम दास, मिस्त्री संघ के अध्यक्ष मुन्ना कुमार,  फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदेव चौधरी, डॉ अशोक कुमार उर्फ सुरेश भंते, जन कल्याण मंच के अध्यक्ष सत्येंद्र पासवान, प्रतिभा कुमारी ,मुरारी कुमार, उपेंद्र कुमार, रवि कुमार, सुनील कुमार सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया।

     

  • नव नालंदा महाविहार विश्वविद्यालय स्थापना दिवस समारोह स्थगित करने की घोषणा दुर्भाग्यपूर्ण – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    राजगीर (नालंदा दर्पण)। नव नालंदा महाविहार  के मुख्य द्वार पर बढ़ती ठंड के बिना प्रभाव किए हुए दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के द्वारा धरना पर बैठे कर्मियों के समर्थन में उतरे असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित कुमार पासवान ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि नव नालंदा महाविहार के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के द्वारा महाविहार के कार्यालय आदेश 1624/ 2022 दिनांक: 28 /10/ 2022 को निरस्त करने, पूर्व की तरह सभी 25 संविदा कर्मियों को यथावत रूप से काम करने, पीएफ, बीमा आदि का सुविधा प्रदान करने, पहचान पत्र निर्गत करने, आउट सोर्स पर रोक लगाने, स्थायीकरण करने आदि विभिन्न मांगों को लेकर बीते एक नवंबर से धरना पर बैठे हैं।

    उधर महाविहार के दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को महाविहार प्रशासन के द्वारा 18 दिन बीत जाने के बाद भी कोई सुध नहीं लेने से आक्रोशित कर्मियों ने 19 नवंबर से भूख हड़ताल करने का ऐलान किया है। जिसे देख नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रोफेसर वैद्यनाथ लाभ ने प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 20 नवंबर को आयोजित होने वाले स्थापना दिवस समारोह को स्थगित करने की घोषणा की है जो काफी निंदनीय  व दुर्भाग्यपूर्ण है। कर्मियों का आंदोलन तेज होने से घबराए कुलपति के द्वारा कार्यक्रम स्थगित करना , मांगों को पूरा नहीं करना यह एक भ्रष्टाचारी अहंकारी व कायरता का परिचायक है।

    डॉ पासवान ने महाविहार के कुलपति को चेतावनी देते हुए कहा है कि महाविहार में आयोजित कार्यक्रम को एक साजिश के तहत स्थगित की गई कार्यक्रम को महाविहार के अलावा अन्य जगहों पर कार्यक्रम करने का प्रयास किया गया। तो वैसे स्थिति में मांगे पूरी नहीं होने तक गरीब, दलित, पिछड़ा, शोषित, पीड़ित कर्मियों को न्याय दिलाने को लेकर असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस, भीम आर्मी, नालंदा फुटपाथ दुकानदार अधिकार मंच, भाकपा माले, जन कल्याण मंच, राकंपा के अलावे दर्जनों संगठनों के द्वारा वहां भी विशाल प्रदर्शन प्रदर्शन कर कर्मियों के साथ न्याय की मांग  करेंगे।

    वही धरना पर बैठे कर्मी प्रतिभा कुमारी ने बताया कि हमलोगों की लड़ाई अहिंसात्मक तरीके से की जा रही है और हमें पूरा विश्वास है कि अहिंसा के बल पर  अपनी जायज मांगों को लेकर रहेंगे। और पूर्व से निर्धारित 19 नवंबर से भूख हड़ताल पर सभी कर्मी जाएंगे, मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगी।

    उन्होंने कहा कि  अनशन के दौरान बैठे कर्मियों के साथ किसी भी तरह  के अप्रिय घटना होती है तो इसकी सारी जवाबदेही महाविहार प्रशासन, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार व जिला प्रशासन नालंदा की होगी।

     

  • प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु की जयंती बाल दिवस के रुप में मनाया गया – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    इसलामपुर (नालंदा दर्पण)। चाचा नेहरू का सन्देश, सबसे आगे अपना देश, आदित्य राज कक्षा 04, हम बच्चों का संकल्प, भारत का न हो कोई विकल्प, सुभम पटेल कक्षा 03, खूब पढ़ेंगे, खूब लिखेंगे, भारत का भविष्य बदलेंगे, लाइबा प्रवीण, मीजा प्रवीण जैसे विचारों के साथ स्थानीय संस्कार भारती इंटरनेशनल स्कूल परिसर में स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया गया।

    The birth anniversary of the first Prime Minister Jawaharlal Nehru was celebrated as Childrens Dayइस अवसर पर बच्चों ने अपने प्यारे चाचा नेहरू की चावल, बुरादा व कलर से चित्र बनाकर उन्हें न सिर्फ स्मरण किया, बल्कि उनके अमूल्य योगदान के लिए कृतज्ञता व्यक्त किया।

    इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका ज्योति पटेल ने छात्र छात्राओं को उपहार स्वरूप पेंसिल,कलम, इरेजर, बिस्किट, टॉफी देकर सम्मानित किया।इस दौरान विद्यालय के छात्र छात्राओं को निदेशिका बबिता कुमारी ने पंडित जवाहरलाल नेहरु के जीवन से कर्म की प्रेरणा लेते हुए जीवन पथ पर आगे बढ़ते रहने का संदेश दिया।

    शिक्षिका जूही पटेल ने पंडित जवाहरलाल नेहरु के जीवन पथ को कर्मपथ मानकर राष्ट्र निर्माण में सदैव क्रियाशील रहने की अपील की।

    इस उपरांत छात्र छात्राओं मे अदिति सरस्वती अनुराधा कुमारी ने चावल के दानों से, विष्णु कुमार, अन्नपूर्णा लक्ष्मी, मिजा प्रवीण ने चमकीले रंग से तो अन्य छात्रों ने रंगो से आपने प्रिय चाचा नेहरू की तस्वीर बनाकर स्मरण किया। इस मौके पर स्कुल संचालक मुरारी प्रसाद आदि मौजूद थे।

    इधर कांग्रेसियों ने कार्यालय में स्व पंडित जवाहर लाल नेहरू का जयंती मनाया, इस मौके पर पार्टी के प्रभारी अध्यक्ष शर्वेश कुमार, अनुज कुमार, आदि मौजूद थे।

  • प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु की जयंती बाल दिवस के रुप में मनाया गया

    इसलामपुर (नालंदा दर्पण)। चाचा नेहरू का सन्देश, सबसे आगे अपना देश, आदित्य राज कक्षा 04, हम बच्चों का संकल्प, भारत का न हो कोई विकल्प, सुभम पटेल कक्षा 03, खूब पढ़ेंगे, खूब लिखेंगे, भारत का भविष्य बदलेंगे, लाइबा प्रवीण, मीजा प्रवीण जैसे विचारों के साथ स्थानीय संस्कार भारती इंटरनेशनल स्कूल परिसर में स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया गया।

    The birth anniversary of the first Prime Minister Jawaharlal Nehru was celebrated as Childrens Dayइस अवसर पर बच्चों ने अपने प्यारे चाचा नेहरू की चावल, बुरादा व कलर से चित्र बनाकर उन्हें न सिर्फ स्मरण किया, बल्कि उनके अमूल्य योगदान के लिए कृतज्ञता व्यक्त किया।

    इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका ज्योति पटेल ने छात्र छात्राओं को उपहार स्वरूप पेंसिल,कलम, इरेजर, बिस्किट, टॉफी देकर सम्मानित किया।इस दौरान विद्यालय के छात्र छात्राओं को निदेशिका बबिता कुमारी ने पंडित जवाहरलाल नेहरु के जीवन से कर्म की प्रेरणा लेते हुए जीवन पथ पर आगे बढ़ते रहने का संदेश दिया।

    शिक्षिका जूही पटेल ने पंडित जवाहरलाल नेहरु के जीवन पथ को कर्मपथ मानकर राष्ट्र निर्माण में सदैव क्रियाशील रहने की अपील की।

    इस उपरांत छात्र छात्राओं मे अदिति सरस्वती अनुराधा कुमारी ने चावल के दानों से, विष्णु कुमार, अन्नपूर्णा लक्ष्मी, मिजा प्रवीण ने चमकीले रंग से तो अन्य छात्रों ने रंगो से आपने प्रिय चाचा नेहरू की तस्वीर बनाकर स्मरण किया। इस मौके पर स्कुल संचालक मुरारी प्रसाद आदि मौजूद थे।

    इधर कांग्रेसियों ने कार्यालय में स्व पंडित जवाहर लाल नेहरू का जयंती मनाया, इस मौके पर पार्टी के प्रभारी अध्यक्ष शर्वेश कुमार, अनुज कुमार, आदि मौजूद थे।

    • इसलामपुर प्रखंड प्रशिक्षण भवन में मेगा लीगल कैंप का आयोजन
    • अवैध वसूली रोकने गई पुलिस गश्ती दल पर रोड़ेबाजी, वाहन क्षतिग्रस्त, दारोगा समेत कई चोटिल
    • इसलामपुरः साला ने की थी श्रृंगार दुकान में चोरी, बहू ने अंडकोष में घोपा चाकू
    • हिसुआ गैस सिलेंडर विस्फोट से जख्मी 5 लोगों में 4 की मौत, सरकारी सहायता की मांग
    • इसलामपुर थानेदार ने चोरी की सूचना देने गए पीड़ित को गाली-गलौज कर भगाया, डीजीपी से की शिकायत

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  • नियोजित ही नियोजित की लड़ाई को लड़ सकता है |

    नियोजित ही नियोजित की लड़ाई को लड़ सकता है, नियमित या रिटायर्ड लोग कदापि नहीं। सूबे के नियोजित शिक्षक समान काम का समान वेतनमान, राज्य कर्मी का दर्जा, पुरानी पेंशन सहित अन्य मांगों को लेकर एकजुट होकर अपनी लड़ाई अपने बलबूते लड़े। उक्त बातें नवनियुक्त माध्यमिक/उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ गणेश शंकर पाण्डेय ने प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा।

    उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षक आज भी दिग्भ्रमित नियमित और रिटायर्ड शिक्षक नेताओं के पीछे सक्षम होने के बाद भी धूम रहें हैं केवल पद लोलुपतावश जो चिन्ताजनक है। उन्होंने कहा कि इन्हीं सरकार संपोषित नियोजित शिक्षक विरोधी नेताओं के कारण ही बर्ष -2006 में विवादास्पद नियमावली के तहत नियोजन व्यवस्था अस्तित्व में आई थी जिसके कारण हमलोग नियोजित बन गए। बाबजूद नियोजित शिक्षकों का वैसे शिक्षक नेताओं की ठकुर सुहाती में पिछलग्गू बनकर अहरनिश लगे रहना नियोजित शिक्षकों के भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों ने अब तक जो भी कुछ सरकार से प्राप्त किया है वह अपने आंदोलन व संघर्ष के बदौलत।

    उन अवसरवादी नेताओं ने तो निर्णायक मोड़ व फलाफल की ओर पहुंचे आंदोलन के बीच में ही कूदकर या आंदोलन के समापन के पूर्व आंदोलन से भागकर आंदोलन को दिशाहीन करने का काम किया है। ऐसे लोगों से नियोजित शिक्षकों को सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसी विषम परिस्थिति में सूबे के प्रारंभिक से उच्च माध्यमिक तक के नियोजित शिक्षकों को समान वेतनमान, स्थानांतरण, राज्य कर्मी का दर्जा, पुरानी पेंशन सहित अन्य मांगों के लिए एकजुट होकर अपनी लड़ाई अपने बलबूते लड़नी होगी।

    क्योंकि नियमित और रिटायर्ड शिक्षक नेता नियोजित शिक्षकों के समस्याओं के प्रति वफादार नहीं है और न कभी रहें हैं।ये लोग अन्दर से नहीं चाहते हैं कि नियोजित शिक्षकों को वह तमाम सुविधाएं मिलें जो उन्हें प्राप्त है। उन्होंने कहा कि यदि वे लोग ईमानदारी पूर्वक नियोजित शिक्षकों के हितैषी होते तो वर्ष -2006 में ही सड़क से सदन के भीतर पुरजोर विरोध कर नियोजन व्यवस्था को अस्तित्व में ही आने नहीं देते। नियोजित रुपी कलंक इन्हीं तत्कालीन शिक्षक नेताओं की देन है। हमें ऐसे दोहरी नीति वाले शिक्षक नेताओं से सावधान होकर अपनी लड़ाई अपने बलबूते लड़नी होगी।