Category: Auto

  • ये है Ola की नई दमदार Electric Scooter – कीमत होगी ₹55,000 से कम..


    डेस्क : Ola Electric a new electric scooter लाने जा रही है। इसे भारतीय बाजार में 22 अक्टूबर को लॉन्च किया जाएगा, हालांकि आधिकारिक नाम और विवरण अभी सामने नहीं आया है, लेकिन इसे ओला एस 1 लाइट के रूप में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। आइए इसके बारे में जानें।

    Ola Electric Scooter Design :

    Ola Electric Scooter Design : इस अपकमिंग इलेक्ट्रिक स्कूटर के डिजाइन में किसी तरह के बदलाव की उम्मीद नहीं है। नए वेरिएंट में फ्यूचरिस्टिक हेडलैंप, सीट स्टोरेज एरिया वाली बड़ी सीटें और एलईडी टेललाइट्स होने की उम्मीद है। फिलहाल ओला एस1 स्कूटर 5 कलर ऑप्शन में आता है। S1 Pro कुल 11 पेंट स्कीम में उपलब्ध है।

    Ola S1 Lite बैटरी पैक :

    Ola S1 Lite बैटरी पैक : रिपोर्ट्स के मुताबिक, नया Ola S1 Pro छोटी क्षमता की लिथियम-आयन बैटरी के साथ आएगा। वर्तमान में, Ola S1 और S1 Pro इलेक्ट्रिक स्कूटर क्रमशः 2.98 kWh और 3.97 kWh बैटरी पैक के साथ आते हैं। वे क्रमशः 121 किमी और 181 किमी की सीमा प्रदान करते हैं।

    ओला ई-स्कूटर में एक ‘hyperdrive motor भी मिलती है, जो 8.5 kW की शक्ति प्रदान करती है। S1 Pro का वजन S1 . से 4 किलो अधिक है ओला एस1 को 5 घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है। वहीं, Ola S1 Pro को फुल चार्ज होने में 6 घंटे 30 मिनट का समय लगता है।

    ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर की विशेषताएं :

    ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर की विशेषताएं : ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में ओला के मूवओएस 2 पर चलने वाली 7 इंच की रंगीन टीएफटी टचस्क्रीन, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, ऑन-बोर्ड नेविगेशन, रिवर्स मोड, म्यूजिक प्लेबैक, साइड स्टैंड अलर्ट, हाइपर मोड और क्रूज कंट्रोल जैसी विशेषताएं होंगी। साथ ही, S1 और S1 Pro की तरह, आगामी Ola S1 लाइट इलेक्ट्रिक स्कूटर सिंगल फ्रंट फोर्क और मोनोशॉक रियर सस्पेंशन का उपयोग करेगा। ब्रेकिंग ड्यूटी के लिए फ्रंट 20mm डिस्क और रियर 180mm डिस्क ब्रेक मिल सकते हैं।

    Ola S1 Lite Price :

    Ola S1 Lite Price : ओला इलेक्ट्रिक ने पुष्टि की है कि आगामी ई-स्कूटर की कीमत 80,000 रुपये (ex-showroom) से कम होगी। ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर का सबसे किफायती वेरिएंट है। हालांकि, कंपनी का कहना है कि कीमत में गिरावट के बावजूद ओला एस1 लाइट के फीचर्स कम नहीं होंगे।

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  • 700KM तक रेंज देती है ये Electric SUV, देखकर आप कहेंगे- ‘इतनी ब्यूटीफुल कर गई चुल..


    डेस्क : जहां एक और बढ़ती मंहगाई के बीच पेट्रोल डीजल की कीमत में भी बढ़ती जा रही है। जिसके बाद इन दिनों लोगों का रुख इलेक्ट्रिक वाहन यानी EV के तरफ मुड़ रहा है। तो यदि आप भी इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना चाहते है तो ये खबर आपके काम की है।

    इस रिपोर्ट में आपके एक ऐसी EV की जानकारी हम देने वाले हैं जिसका रेंज सुन कर आप झूम उठेंगे। असल में, मर्सिडीज-बेंज ने अपनी नई कार EQE इलेक्ट्रिक एसयूवी को लॉन्च किया है। यह गाड़ी फुल चार्ज होकर 700 किमी. से ज्यादा की रेंज देगी। खास बात ये की इस इलेक्ट्रिक SUV का लुक बेहद ही शानदार है।

    कंपनी द्वारा Mercedes-Benz EQE SUV में 90.6 किलोवाट-घंटे की बैटरी दी गई है। जोकि 550KM की WLTP रेंज देने में सक्षम है। खास तौर पर यदि भारत की बात करें तो यह रेंज 700 KM (ARAI सर्टिफाइड) से ज्यादा की भी हो सकती है। इसके अलावा इस गाड़ी में 170kW डीसी फास्ट चार्जिंग कैपेबिलिटी भी है। जिससे गाड़ी 32 मिनट में 10 से 80 फीसदी चार्ज हो सकती है।

    बेहद क्लासी है इंटीरियर : यदि इसके इंटीरियर की बात करें तो Mercedes-Benz EQE SUV में शानदार हाइपर स्क्रीन भी मिलेगा। मालूम हो स्क्रीन का साइज किसी टीवी जितना है। मर्सिडीज की यह कार लगभग 3.5 सेकंड में 0-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में सक्षम है। इसमें रीजेनरेटिव ब्रेकिंग का फीचर भी दिया गया है, जिसके चलते आप एक पैडल से ड्राइव कर पाएंगे।

    इसके फीचर्स : इस मॉडल में नाप्पा लेदर स्टीयरिंग व्हील, डायनामिक सिलेक्ट मोड के साथ साथ बेहतरीन साउंड एक्सपीरियंस भी आपको मिलेगा। कंपनी की धांसू कार में एएमजी-अनुकूलित एयर सस्पेंशन, स्पोर्ट और स्पोर्ट+ मोड के लिए कम राइड हाइट सेटिंग और रियर-एक्सल स्टीयरिंग मिलता है। इलेक्ट्रिक कार की लंबाई 4,863mm, चौड़ाई 1940mm और ऊंचाई 1,686mm है। साथ ही इसका व्हीलबेस 3,030mm का है।

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  • सिर्फ 96 रुपये रोजाना देकर अपने घर ले लाएं Royal Enfield 350, जानें – कैसे मिलेगा फायदा..


    Royal Enfield बुलेट 350 हमेशा से ही लोगों के बीच अपनी एक अलग पहचान रखती आई है. मस्कलायन बाइक के तौर पर फेमस बुलेट को लेकर हर उम्र के लोगों में क्रेज रहता है. हालांकि मोटरबाइक की कीमत के चलते कई बार लोग इसे नहीं खरीद पाते हैं लेकिन अब कंपनी एक ऐसी फाइनेंस स्कीम लेकर आयी है जिसके बाद हर बाइक लवर इसे खरीदने की अपनी इच्छा को पूरी कर सकेगा. अब आप मात्र 96 रुपये प्रतिदिन की EMI के साथ अपने घर ला सकते हैं. इस पर फाइनेंस प्लान भी उपलब्ध है. इस बाइक को खरीदते समय आपको डाउन पेमेंट के रूप में कुछ पैसे भी देने होंगे.

    कितनी है इसकी कीमत :

    कितनी है इसकी कीमत : क्रूजर बाइक सेगमेंट की जब भी बात आती है तो लोग रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 का नाम जरूर आता हैं. इस बुलेट की कीमत 1,63,338 रुपये से होती है. अगर ऑन रोड प्राइस की बात करें तो इसे खरीदने में कुल 1,87,842 रुपये लगते हैं.

    यह है फाइनेंस प्लान :

    यह है फाइनेंस प्लान : 1,87,842 रुपये की इस बाइक को मात्र 93 रुपये प्रतिदिन EMI के साथ खरीद सकते हैं. Royal Enfield बुलेट 350 को के लिए आपको 51 हजार रुपये का डाउन पेमेंट भी करना होगा. डाउन पेमेंट करने के बाद आप लोन के लिए बैंक में अप्लाई भी कर सकते हैं. इस बाइक को खरीदने पर बैंक आपको कुल 1,87,842 रुपये तक का लोन देगा. महीने में आपको 2887 रुपये EMI देने होंगे. अगर इसे प्रतिदिन के हिसाब से देखा जाए तो यह 96.23 रुपये होता है. बैंक को 9.7 फीसदी बैंक को वार्षिक दर के रूप में ब्याज देना होगा.

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  • ये है 5 डोर वाली Maruti Jimny- Mahindra Thar को देगी कड़ी चुनौती! देखें – लुक और कीमत..


    Maruti Jimny SUV : मारुति सुजुकी जिम्नी का इंतजार कर रहे लोगों के लिए काम की खबर है। इन दिनों थार और जिप्सी का लोगों में काफी क्रेज है। ऐसे में 5 डोर वाले सुजुकी जिम्नी भारतीय बाजार में अच्छी पकड़ बना सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक कुछ ही दिनों बाद मारुति जिम्नी 5 डोर वाले वेरिएंट में लॉन्च हो सकती है। यह खबर लोगों में उत्सुकता भरने के लिए काफी है। इस गाड़ी की झलक कार लवर्स ने टेस्टिंग के दौरान देखा था। इसके लुक को काफी पसंद किया गया।

    लोगों को लुभाएगा लुक और फीचर्स :

    लोगों को लुभाएगा लुक और फीचर्स : मारुति सुजुकी जिम्नी के अपेक्षित लुक और फीचर्स की बात करें तो इसमें ओआरवीएम के साथ एलईडी हेडलैंप, डीआरएस और टेललैंप, एंड्रॉइड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले सपोर्ट के साथ 7 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, रियर एसी वेंट्स, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, हाइट-एडजस्टेबल मिलेगा। चालक सीट। इसमें हिल होल्ड असिस्ट, क्रूज कंट्रोल, 6 एयरबैग समेत कई स्टैंडर्ड और सेफ्टी फीचर्स होंगे।

    इंजन के मामले में शानदार :

    इंजन के मामले में शानदार : बता दें कि यह एसयूवी 12V SHVS माइल्ड हाइब्रिड तकनीक से लैस हो सकती है। यह इंजन 102 bhp की पावर और 138 न्यूटन मीटर टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम हो सकता है। मारुति जिम्नी को भारतीय बाजार में 5-स्पीड मैनुअल और 4-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ पेश किया जा सकता है। रिपोर्ट्स कि माने तो इस 5 डोर मारुति जिम्नी की कीमत एक्स शोरूम 10 लाख रुपए तक होने ही संभावना है।

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  • ये है 125cc वाली TVS की पावरफुल Bike – देखकर कहेंगे- ‘इतनी ब्यूटीफुल कर गई चुल..


    न्यूज डेस्क : भारतीय बाजार में मजबूत पकड़ बनाने वाली TVS अपनी नई रेडर 125 बाइक को लॉन्च करने जा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रीडर 125 को 2021 में लाई गई थी, इससे अब अपडेटेड मॉडल के साथ पेश किया जा रहा है। इस अपडेटेड मॉडल्स में कई बेहतरीन फीचर्स और शानदार लुक देखने को मिल सकता है।

    TVS Raider बाइक की फीचर्स :

    TVS Raider बाइक की फीचर्स : TVS Raider 125 के फीचर्स की बात करें तो सबसे बड़ा अपडेट नए रेडर के इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में अपडेट के रूप में देखने को मिल सकता है। इसमें एक नया ब्लूटूथ-सक्षम 5-इंच TFT इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर देखने की उम्मीद है। इस क्लस्टर के साथ वॉयस असिस्टेंस, टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, एसएमएस अलर्ट, कॉल अलर्ट और म्यूजिक कंट्रोल जैसे फीचर आसानी से हैंडल किए जा सकते हैं।

    इंजन है दमदार :

    इंजन है दमदार : आपको बता दें कि इसके बेस मॉडल की तुलना में रेडर बाइक के पावरट्रेन में ज्यादा अंतर नहीं है। इसमें ग्राहकों को 24.8cc का सिंगल-सिलेंडर, एयर-कूल्ड, थ्री-वाल्व इंजन मिलेगा, जो 7,500rpm पर 11.2bhp की पावर और 6,000rpm पर 11.2Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इस बाइक को फाइव-स्पीड गियरबॉक्स से भी जोड़ा जाएगा। बाइक में 10-लीटर का फ्यूल टैंक है जो 123kg के कर्ब वेट के साथ आएगा।

    जान लीजिए कीमत :

    जान लीजिए कीमत : इस बाइक की कीमत की बात करें तो लॉन्च होने तक सही कीमत का इंतजार करना होगा लेकिन पहले से बाजार में बेहतर प्रदर्शन कर रही रेडर मॉडल की कीमत एक्स शोरूम 93,489 रूपये है। इसे देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपकमिंग रेडमी 1 भी इसी कीमत पर मार्केट में उपलब्ध किया जा सकता है।

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  • 50 लाख से ज्यादा निजी वाहन अब तक हो चुके हैं कैंसल


    2018 से 2022 के बीच 53,38,045 वाहनों का पंजीकरण हुआ। हालांकि, इस साल 17 अक्टूबर तक 50,25,447 वाहन पंजीकरण भी रद्द किए गए। 2018 में, सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद, राजधानी दिल्ली ने क्रमशः 10 साल और 15 साल से पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया।

    परिवहन विभाग इस साल अब तक राजधानी दिल्ली में 50 लाख से ज्यादा वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर चुका है. अधिकारियों ने कहा कि वाहनों में 10 साल से अधिक पुराने डीजल वाहन और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहन शामिल हैं।

    दरअसल वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए परिवहन विभाग प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर नकेल कस रहा है. आंकड़ों के मुताबिक 2018 से 2022 के बीच 53,38,045 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था, लेकिन इस साल 17 अक्टूबर तक 50,25,447 वाहन भी कैंसिल किए गए. 2018 में, सुप्रीम कोर्ट के एक ऐतिहासिक आदेश के बाद, दिल्ली ने क्रमशः 10 वर्ष और 15 वर्ष से अधिक पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों के ड्राइविंग पर प्रतिबंध लगा दिया।

    अधिकारियों ने बताया कि पंजीकृत वाहनों में 15 साल से पुराने 46 लाख पेट्रोल वाहन, 10 साल से पुराने 4,15,362 डीजल वाहन और 1,46,681 पेट्रोल और सीएनजी वाहन शामिल हैं। ये डी-रजिस्टर्ड गाड़ियां दिल्ली की सड़कों पर नहीं चल सकतीं.

    सड़क पर इतनी सारी कारें: 31 जनवरी तक, दिल्ली में लगभग 13.4 मिलियन (13,402,875) पंजीकृत वाहन थे, जिनमें से 7.8 मिलियन (7,866,867) से अधिक को परिवहन विभाग द्वारा ‘सक्रिय’ वाहनों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। परिवहन विभाग ने बताया कि सक्रिय वाहन ऐसे वाहन हैं जिनका वैध पंजीकरण है और जो अभी तक ‘जीवन के अंत’ की उम्र तक नहीं पहुंचे हैं और शहर की सड़कों पर चलने के लिए उपयुक्त हैं।

    दूसरे राज्यों में लोग पुरानी कारों को बेच रहे हैं: दिल्लीवासियों को परिवहन विभाग ने इस साल की शुरुआत में अपने पुराने वाहनों को स्क्रैप करने की सलाह दी थी। साथ ही, उन्हें एक विकल्प दिया गया था। वाहन मालिक अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त कर सकते हैं और इसे अन्य राज्यों में बेच सकते हैं जहां पुराने वाहन चलाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

    वाहन फिटनेस प्रमाण पत्र आवश्यक: साथ ही निजी वाहनों के पंजीकरण के नवीनीकरण में देरी पर प्रति माह 300 रुपये का जुर्माना भी लगेगा। कमर्शियल वाहनों पर हर महीने 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है। नए नियमों में 15 साल से पुराने निजी वाहनों को भी हर 5 साल में नवीनीकरण के लिए आवेदन करने की आवश्यकता है।

    आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, एनसीआर समेत देश में कम से कम 12 मिलियन वाहन स्क्रैपिंग के योग्य हैं। सड़क परिवहन मंत्रालय के मुताबिक करीब 17 लाख मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहन 15 साल से ज्यादा पुराने हैं और बिना वैध फिटनेस सर्टिफिकेट के संचालित किए जा रहे हैं। अप्रैल के बाद से पुराने ट्रांसपोर्ट और कमर्शियल वाहनों के लिए फिटनेस टेस्ट की लागत भी बढ़ गई है। आठ साल की उम्र के बाद कमर्शियल वाहनों के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट अनिवार्य है।

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  • देश की लग्जरी SUVs की छुट्टी करेंगे 3 नए मॉडल, कंपनी का शानदार मॉडल लोगों को आ रहा पसंद


    डेस्क : निसान इंडिया ने भारतीय बाजार में अपने पोर्टफोलियो को आगे बढ़ाने के लिए 3 नई एसयूवी पेश की हैं। तयोहारी सीजन में ग्राहकों के लिए कंपनी की ओर से यह एक बड़ा तोहफा है। इन दिनों बाजार में SUV सेगमेंट की गाड़ियां ज्यादा बिक रही हैं। ऐसे में कंपनी इस सेगमेंट में खुद को मजबूत करना चाहती है। निसान की मैग्नाइन इन दिनों इस सेगमेंट की सबसे सस्ती कार है। जिसे लोग खूब पसंद भी कर रहे हैं। ऐसे में कंपनी ने इस सेगमेंट को आगे बढ़ाते हुए X-Trail, Qashqai और Juke मॉडल्स लॉन्च किए हैं। आइए एक-एक करके इन तीनों मॉडलों के बारे में जानते हैं।

    निसान एक्स-ट्रेल एसयूवी

    निसान एक्स-ट्रेल एसयूवी : निसान एक्स-ट्रेल एक पूर्ण आकार की एसयूवी है। इसे रेनॉल्ट-निसान-मित्सुबिशी संयुक्त CMF-C क्रॉसओवर प्लेटफॉर्म पर विकसित किया गया है। इसमें 1.5 लीटर टर्बो पेट्रोल और 1.5 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन मिलेगा। यह हाइब्रिड तकनीक से लैस होगा। यह एसयूवी 4 व्हील ड्राइव (4WD) ऑप्शन में भी आएगी। मैनुअल और सीवीटी ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्पों में आने वाली इस एसयूवी के लुक्स और फीचर्स भी दमदार हैं।

    निसान काश्काई एसयूवी

    निसान काश्काई एसयूवी : निसान की मिडसाइज एसयूवी, जिसमें 1.3 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन देखने को मिलेगा। यह 12V माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम से लैस होगा। इस SUV में Xtronic CVT ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलेगा। एसयूवी में 4WD का विकल्प भी होगा। इसमें 140kW की इलेक्ट्रिक मोटर होगी और इसकी बैटरी सेल्फ चार्जिंग फंक्शन से लैस होगी। इसके बाद बाकी एसयूवी में क्रोम ग्रिल सराउंड, बूमरैंग शेप के साथ एलईडी मैट्रिक्स हेडलैंप, 9-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, 10.8-इंच हेड-अप डिस्प्ले और वॉयस कमांड समेत कई फीचर्स होंगे।

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  • बजट कम है? बस थोड़ा सा करें इंतजार, भारत में लॉन्च होने वाली है सबसे छोटी कार


    मारुति अपनी बेहद लोकप्रिय कार मारुति स्विफ्ट को भी निकट भविष्य में नए अंदाज में लॉन्च करेगी। Hyundai Neos Grand i10 मॉडल भी लॉन्च करेगी। भारत में SUV सेगमेंट में मांग लगातार बढ़ रही है. भारत में छोटी कारों का काफी क्रेज है, सबसे बड़ा कारण उनकी कम कीमत है। कंपनियां इन कारों के जरिए पहली बार खरीदारी करने वाले (पहली बार कार खरीदने वाले ग्राहक) को टारगेट करती हैं। इसमें टियर 2 और टियर 3 शहरों के ग्राहक शामिल हैं।

    इन ग्राहकों के लिए मारुति, सिट्रोएन और एमजी जैसे कार निर्माता ब्रांड छोटी हैचबैक कारें लॉन्च करेंगे। मारुति अपनी बेहद लोकप्रिय कार मारुति स्विफ्ट को भी निकट भविष्य में नए अंदाज में लॉन्च करेगी। Hyundai Neos Grand i10 मॉडल भी लॉन्च करेगी। अगली पीढ़ी की सुजुकी स्विफ्ट का विश्व प्रीमियर दिसंबर के लिए निर्धारित है, इसके बाद भारत में जनवरी 2023 की शुरुआत होगी। यह निश्चित रूप से भारत में सबसे बहुप्रतीक्षित आगामी छोटी कारों में से एक है। हैचबैक का नया मॉडल Hartect प्लेटफॉर्म के संशोधित संस्करण पर आधारित होगा।

    यह एक बेहतर और कोणीय डिजाइन के साथ-साथ नई सुविधाओं का एक समूह प्रदान करेगा। नई 2023 मारुति स्विफ्ट में वायरलेस स्मार्टफोन कनेक्टिविटी और सुजुकी कनेक्ट कनेक्टेड कार टेक के साथ नया स्मार्टप्ले प्रो+ टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिल सकता है। अगर रिपोर्टों पर विश्वास किया जाए, तो नई स्विफ्ट में 1.2-लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन होगा जो माइल्ड हाइब्रिड तकनीक के साथ और बिना आता है।

    Hyundai Neos Grand i10: कंपनी Hyundai Neos Grand i10 का फेसलिफ्ट साल 2023 में किसी समय लॉन्च करेगी। देश में इसकी टेस्टिंग शुरू हो चुकी है। स्पाई इमेज से पता चलता है कि नई Nios Grand i10 में अंदर और बाहर मामूली बदलाव देखने को मिलेंगे। एक नया इंटीरियर थीम और अपहोल्स्ट्री हो सकता है। फ्रंट को थोड़ा अपडेटेड ग्रिल और एलईडी डीआरएल के साथ हेडलैंप के साथ संशोधित किया जाएगा।

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  • Hero Electric को पीछे छोड़ Ola Electric बनी देश की नंबर-1, पिछले महीने बेच दी लाखो गाड़ियां..


    डेस्क : इन दोनों इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स को लोगों के बीच काफी पसंद किया जा रहा है। भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स ने अपनी जबरदस्त पकड़ बना ली है। इसी कड़ी में इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स कंपनियों ने अपने वाहन बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं। आंकड़ों के हिसाब से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बिक्री काफी तेजी से बढ़ रही है। पिछले महीने सेल्स रिपोर्ट कंपनियों ने जारी की है। आज हम आपको देश के प्रमुख इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स की बिक्री के नतीजे के बारे में जानकारी देंगे।

    बीते महीने (सितंबर 2022) में ओला इलेक्ट्रिक ने भारत में कुल 9,649 यूनिट्स की बिक्री की, जिसमें कंपनी टॉप पर रही है। इसलिए, ऐसा लगता है कि कंपनी की स्थिति में सुधार हो रहा है। इसके अलावा ओकिनावा ने पिछले महीने कुल 8,280 यूनिट्स की बिक्री के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है, जबकि पिछले साल 3,266 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। लेकिन अभी ओकिनावा के पास बेहतर डिजाइन और तकनीक का अभाव है और ऐसे में कंपनी को फिलहाल काफी काम करने की जरूरत है।

    हीरो इलेक्ट्रिक भी पिछले महीने (सितंबर 2022) 8,019 यूनिट्स की कुल बिक्री के साथ तीसरे स्थान पर है। जबकि यह आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि में बेची गई 6,224 यूनिट्स का था। एम्पीयर पिछले महीने 6,188 यूनिट्स की बिक्री के साथ चौथे नंबर पर रही। जबकि साल 2021 की समान अवधि में यह आंकड़ा कुल यूनिट्स की बिक्री का रहा है। इसके अलावा, प्रीमियम इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता एथर ने पिछले महीने बेची गई 6,176 इकाइयों के साथ पांचवां स्थान हासिल किया है, जो सितंबर 2021 में बेची गई 2,175 इकाइयों के मुकाबले सालाना आधार पर 183.95 प्रतिशत की वृद्धि है।

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  • अगर सड़क के चलते एक्सीडेंट हुआ तो अधिकारी होंगे जिम्मेदार – Nitin Gadkari का बड़ा ऐलान..


    डेस्क : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) खराब सड़क के चलते ही होने वाली घातक या गंभीर दुर्घटनाओं के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराएगा। अथॉरिटी ने एक सर्टिफिकेट जारी करने की प्रक्रिया में शामिल NHAI प्रतिनिधियों की लापरवाही पर गंभीरता से विचार किया है। इस अनदेखी के कारण ही यात्रियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती है। NHAI की तरफ से जारी सर्कुलर में इसकी जानकारी दी गई है।

    सर्कुलर में यह कहा गया है, ‘यह ध्यान में आया है कि रोड मार्किंग, रोड साइनेज, क्रैश बैरियर जैसे सुरक्षा कार्यों को पंच सूची में रखकर सर्टिफिकेट भी जारी किये जा रहे हैं। इससे न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा से समझौता होता है, बल्कि दुर्घटना/मौत होने पर NHAI का नाम भी खराब होता है।’ मालूम हो कि लंबित कार्यों को एक श्रेणी के तहत ही रखा जाता है, जिसे पंच सूची भी कहा जाता है।

    सर्टिफिकेट जारी करने से पहले जांच हैं जरूरी’ :

    सर्टिफिकेट जारी करने से पहले जांच हैं जरूरी’ : NHAI ने कहा, ‘यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सर्टिफिकेट जारी करने से पहले सड़क सुरक्षा से संबंधित सभी काम पूर्ण हैं। घटिया सड़क इंजीनियरिंग कार्यों के चलते हुयी किसी भी घातक सड़क दुर्घटना के लिए क्षेत्रीय अधिकारी/परियोजना निदेशक/स्वतंत्र इंजीनियर भी जिम्मेदार होंगे।’

    पंच सूची को लेकर बरती जाएगी पूरी सख्ती :

    पंच सूची को लेकर बरती जाएगी पूरी सख्ती : अथॉरिटी ने यह भी कहा कि पंच सूची में वही कार्य शामिल करने चाहिए, जो सड़क सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित नहीं हैं। इस सूची के कार्यों को 30 दिनों के भीतर ही पूरा करना चाहिए। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि कंसल्टेंट की ओर से तैयार विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) में गलतियां सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण हैं। उन्होंने कहा कि DPR तैयार करने में कहीं अधिक सावधानी और कई गुना बदलाव भी लाने की जरूरत है।

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