Category: Auto

  • ये है Keeway की 300cc वाली नई दमदार Bike – Royal Enfield को देगी कड़ी चुनौती! जानिए- क्या होगी कीमत..


    डेस्क : Keyway ने भारतीय बाजार में अपनी दो और मोटरसाइकिलें लॉन्च की हैं। Keyway ने K300 और K300 R नाम से दो बाइक लॉन्च की हैं। ये दोनों बाइक 27.5bhp और 25Nm का टार्क जनरेट करती हैं। 6-स्पीड गियर वाली बाइक एक नहीं बल्कि कई सुविधाएँ प्रदान करती है। आइए जानते हैं क्या हैं इन दोनों बाइक्स के कमाल के फीचर्स?

    हंगेरियन ब्रांड कीव भारतीय ऑटो बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। अपने पोर्टफोलियो में शामिल करते हुए कीवे ने K300 बाइक के दो वेरिएंट लॉन्च किए हैं। एक को K300N (नग्न सड़क संस्करण) कहा जाता है, दूसरे को K300 R (रेसिंग स्पोर्ट संस्करण) कहा जाता है। कंपनी का दावा है कि दोनों वेरिएंट परफॉर्मेंस के मामले में बेहतरीन हैं।

    10,000 बुकिंग :

    10,000 बुकिंग : Keyway की 300 cc मोटरसाइकिल, K300N और K300 R दोनों टेस्ट राइड के लिए उपलब्ध हैं। ग्राहक दोनों बाइक्स को कम से कम 10,000 रुपये में बुक कर सकते हैं। ग्राहक ये बुकिंग कीवे की आधिकारिक वेबसाइट के साथ-साथ डीलरशिप पर भी कर सकते हैं। कंपनी का दावा है कि वह सितंबर के आखिरी हफ्ते तक बाइक्स की डिलीवरी शुरू कर देगी।

    यह कितने मूल्य का है :

    यह कितने मूल्य का है : Keyway ने अपनी बाइक्स की एक्स-शोरूम कीमत रुपये से शुरू की है। 2.65 लाख। यह कीमत कंपनी के मॉडल K300N की है। K 300R मॉडल की एक्स-शोरूम कीमत 2.99 लाख रुपये तय की गई है.

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  • Hero चुपके से लांच किया Splendor का नया वेरिएंट – जानिए – क्या है खासियत..


    डेस्क : Two Wheeler वाहन के बाजार में भारत की दिग्गज कंपनी हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) ने देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली बाइक स्प्लेंडर प्लस (Splendor Plus) को एक नये सिल्वर नेक्सस ब्लू रंग के विकल्प में भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया है. इस कम्यूटर बाइक की X शोरूम कीमत 70,658 रुपये है. इस नये कलर ऑप्शन के शामिल होने के बाद अब यह बाइक कुल 6 रंगों में बिक्री के लिए बिल्कुल उपलब्ध है.

    Hero Splendor Plus अब हैवी Grey with Green, Black with Silver, Mat Sheild, Black with sport red, Black with purple, सिल्वर नेक्सस ब्लू जैसे 6 कलर ऑप्शंस में उपलब्ध है. इस बाइक में कलर के अलावा बाकी सब कुछ पहले जैसा ही है. भारत में इस बाइक की औसतन 2.5 लाख यूनिट्स की हर महीने की बिक्री होती है.

    Hero Splendor Plus का इंजन :

    Hero Splendor Plus का इंजन : Hero की इस कम्यूटर बाइक में एक 97.2सीसी का सिंगल-सिलेंडर, Air cooled, फ्यूल-इंजेक्टेड इंजन दिया जाता है, जो 8,000 RPM पर 7.9 bhp का मैक्सिमम पावर और 6,000 RPM पर 8.05 न्यूटन मीटर का उच्चतम टॉर्क प्रोड्यूस करता है. इस बाइक को i3S आइडल स्टार्ट/स्टॉप सिस्टम के साथ फोर-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से लैस किया गया है.

    फीचर्स और कीमत :

    फीचर्स और कीमत : इस बाइक के दोनों ही पहियों में ड्रम ब्रेक देखने को मिलता है, साथ ही Splendar को एक इंटीग्रेटेड ब्रेकिंग सिस्टम से भी लैस किया गया है. इस बाइक में टेलिस्कोपिक फ्रंट फोर्क्स और ड्यूल स्प्रिंग-लोडेड रीयर शॉक एब्जॉर्बर भी दिए जाते हैं. देश में Hero Splendor Plus की शुरूआती X-शोरूम कीमत 70,658 रुपये है जबकि इसका हाई एंड वैरिएंट 72,978 की कीमत में उपलब्ध है. हाल ही में इस बाइक को एक नये हाई टेक वर्जन में Hero Splendor XTEC नाम से पेश किया गया था.

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  • Creta को भूल जाइए! Tata ने लॉन्च की एक और जबरदस्त SUV, सनरूफ और कैमरा जैसे है फीचर्स..


    डेस्क : टाटा मोटर्स अपने गाड़ियों से ग्राहकों को आकर्षित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। कंपनी हैरियर एसयूवी का एक नया अवतार मार्केट में उतारने दिया है। इसका नाम Tata Harrier XMS है। कंपनी ने टाटा हैरियर एक्सएमएस मैनुअल वेरिएंट की कीमत 17.20 लाख रुपये और ऑटोमैटिक वेरिएंट की कीमत 18.50 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) रखी है। इन एसयूवी की क्रेटा और सेल्टोस जैसी कई गाड़ियों से होगी। यदि आप भी टाटा मोटर्स की एसयूवी करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक आकर्षक विकल्प हो सकता है। इस एसयूवी में कई एडवांस फीचर्स उपलब्ध है।

    फीचर्स की बात करें तो Tata Harrier XMS में सबसे बड़ा फीचर जोड़ा गया पैनोरमिक सनरूफ है। यह कंपनी की एसयूवी का सबसे किफायती वेरिएंट है, जो पैनोरमिक सनरूफ के साथ आता है। इसके अलावा आपको 7.0 इंच का टचस्क्रीन डिस्प्ले दिया गया है, जो अब Android Auto और Apple CarPlay सपोर्ट करता है। इसके ऑडियो सिस्टम में अब 6 की जगह 8 स्पीकर दिए गए हैं।

    इस एसयूवी के बाहरी हिस्से में आपको ऑटो हेडलैंप, इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल बाहरी शीशे और रेन-सेंसिंग वाइपर के साथ एक रिवर्स कैमरा भी मिलता है। बाकी फीचर्स को XM वेरिएंट जैसा ही रखा गया है। टाटा ने इंजन में कोई बदलाव नहीं किया। इसमें केवल 168 बीएचपी 2.0-लीटर टर्बो-डीजल इंजन मिलता है। इंजन को 6-स्पीड मैनुअल या 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक से जोड़ा गया है। एसयूवी पर सुरक्षा सुविधाओं में डुअल-एयरबैग, ईबीडी के साथ एबीएस, हिल-होल्ड कंट्रोल, स्टेबिलिटी कंट्रोल (ईएसपी), ट्रैक्शन कंट्रोल और रोल-ओवर मिटिगेशन शामिल हैं।

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  • RC Transfer Rule : गाड़ी का RC ट्रांसफर कराना हुआ आसान, नहीं काटने होंगे RTO के चक्कर..जानें – कैसे?


    डेस्क : बाजार में हर रोज पुरानी यानी सेकेंड हैंड कारें खरीदी और बेची जाती हैं, जिनका आरसी ट्रांसफर (RC Transfer) करना काफी बोझिल काम होता है। आपको बता दें कि जब तक आप वाहन का स्वामित्व अपने नाम (RC Transfer) में ट्रांसफर नहीं कर देते, तब तक आप उस वाहन के मालिक नहीं कहलाते। अगर आप कोई पुराना वाहन खरीद रहे हैं या बेच रहे हैं तो आपके लिए वाहन का रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर कराना अनिवार्य है।

    14 दिन के अंदर आरसी ट्रांसफर करना जरूरी :

    14 दिन के अंदर आरसी ट्रांसफर करना जरूरी : किसी भी वाहन के विक्रेता को 14 दिनों के भीतर अपनी RC ट्रांसफर करवानी होती है। इसके लिए आपको अपने आरटीओ में आवेदन करना होगा। जिसमें कुछ पेपर्स की जरूरत होती है। इन पेपरों में आरसी की मूल प्रति होना जरूरी है। इसके अलावा आपको फॉर्म 29 भरना होगा, जिसमें खरीदार की पासपोर्ट साइज फोटो और खरीदार के हस्ताक्षर होना जरूरी है। आरसी ट्रांसफर करवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

    30 दिनों के भीतर आरसी ट्रांसफर :

    30 दिनों के भीतर आरसी ट्रांसफर : यह फॉर्म आरटीओ की वेबसाइट पर आसानी से उपलब्ध है, जिसे आप डाउनलोड कर आरटीओ में जमा कर सकते हैं। इसके बाद 30 दिनों के भीतर आरसी को ट्रांसफर कर नए पते पर भेज दिया जाता है। लेकिन वाहन को एक राज्य से दूसरे राज्य में स्थानांतरित करने के मामले में फॉर्म 28 का उपयोग किया जाता है जिसमें 30 दिनों से अधिक समय लग सकता है। पहले दो राज्यों के बीच पंजीकरण स्थानांतरित करना एक बहुत ही जटिल कार्य था जिसे अब आसानी से ऑनलाइन किया जा सकता है।

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  • अब बंद होंगे सड़क हादसे! सरकार दे रही वाहनों की क्वालिटी पर जोर, Nitin Gadkari ने दिया बड़ा बयान..


    डेस्क : देश में आए दिन सामने आ रहे सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण पाना बेहद जरूरी है। इस पर नियंत्रण पाने के लिए केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी हर संभव प्रयास कर रहे हैं। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद वाहन की क्वालिटी पर जोर दिया जा रहा है।

    सोसाइटी ऑफ़ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के 62 वें वार्षिक सेशन में नितिन गडकरी ने कई बयान दिए। मंत्री ने ऑटोमेटिक ब्रांड स्कोर बदलते समय के साथ टेक्नोलॉजी का उपयोग करने और मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट कम करने की दिशा में काम करने को कहा। वे कहते हैं कि ऑटोमोटिव समाधान ऐसे बनाए जाने चाहिए जो आरामदायक हों। इसके साथ ही ब्रांडों को वाहनों के आयात को भी कम करना चाहिए।

    मंत्री ने कहा, “मैं ऑटोमोबाइल क्षेत्र में अपने दोस्तों से कहता हूं कि आपको गुणवत्ता-केंद्रित होना चाहिए न कि लागत-केंद्रित, क्योंकि लोगों की प्राथमिकताएं अब बदल रही हैं।” गडकरी ने वाहन कबाड़ नीति का जिक्र करते हुए कहा कि परिवहन एवं इस्पात मंत्रालय एक बार फिर वित्त मंत्रालय से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती करने को कहेगा।

    आपको बता दें कि देश में वाहन कबाड़ नीति 1 अप्रैल, 2022 से लागू हो गई है। केंद्रीय बजट 2021-22 में घोषित इस नीति में 20 साल बाद निजी वाहनों के फिटनेस टेस्ट का प्रावधान है, जबकि इसके लिए 15 साल पूरे होने के बाद वाणिज्यिक वाहन के लिए ऐसा करना होगा।

    यकीन है कि देश की रसद लागत अगले दो वर्षों में जीडीपी के 10 प्रतिशत (वर्तमान में) से घटकर 14-16% हो जाएगी। गडकरी के मुताबिक चीन में लॉजिस्टिक्स की लागत 8-10 फीसदी है, जबकि अमेरिका के मामले में यह 10-12 फीसदी है।

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  • अब हर गाड़ी खरीदने वालों को मिलेगा 4 गुना फायदा- Nitin Gadkari का बड़ा एलान…


    डेस्क : सस्ती कार चलाने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कम कीमत वाली कारों के बारे में एक बड़ा बयान दिया है। उनके बयान से पता चलता है कि उन्हें हर तबके के लोगों के जान की परवाह है। कम कीमत वाली कार में सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जाता है, जिससे घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है। गडकरी ने अपने बयान में कार निर्माताओं से कहा है कि भारत में अधिकांश वाहन निर्माता पहले से ही छह एयरबैग वाली कारों का निर्यात कर रहे हैं और उन्हें भारत में भी कारों के लिए ऐसे सुरक्षा मानदंडों को अपनाने की आवश्यकता है।

    गडकरी ने कहा कि ऑटो कंपनियों को छोटी सस्ती कारों का इस्तेमाल करने वाले लोगों की सुरक्षा के बारे में भी सोचना चाहिए। गडकरी ने कहा कि हर साल करीब पांच लाख सड़क हादसों में डेढ़ लाख लोग मारे जाते हैं और तीन लाख से ज्यादा लोग घायल होते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में ज्यादातर ऑटो कंपनियां छह एयरबैग वाली कारों का निर्यात कर रही हैं। लेकिन, वे भारत में आर्थिक लागत के कारण हिचकिचा रहे हैं।

    मंत्री ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि ऑटो कंपनियां भारत में सस्ती कारों का उपयोग करने वाले लोगों के जीवन के बारे में क्यों नहीं सोच रही हैं। मंत्री ने कहा कि देश में दुर्घटनाओं को कम करना समय की मांग है। सड़क दुर्घटना एक समस्या बन चुकी है। इस पर नियंत्रण पाना बेहद आवश्यक है। लोग आए दिन सड़क दुर्घटना में अपनी जान गवा रहे हैं। हालांकि सरकार इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

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  • पेट्रोल-डीजल का झंझट खत्म! ये है India की पहली फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली कार.. जानें –


    डेस्क : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है कि टोयोटा सितंबर को एक नई कार का अनावरण करेगी। खास बात यह है कि कार फ्लेक्स फ्यूल पर चलेगी।

    यह भारतीय बाजार में पहली फ्लेक्स फ्यूल कार होगी। यह जानकारी सेकंड ऑटोमोबाइल कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) की वार्षिक बैठक में घोषित की गई। मंत्री ने यह नहीं बताया कि टोयोटा किस मॉडल का खुलासा करेगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह नई दिल्ली में एक नई फ्लेक्स ईंधन से चलने वाली कार का अनावरण करेंगे।

    फ्लेक्स फ्यूल शब्द फ्लेक्सिबल फ्यूल का संक्षिप्त रूप है। इसे पेट्रोल के विकल्प के रूप में माना जा सकता है, जिसका इस्तेमाल कई वाहन करते हैं। फ्लेक्स ईंधन गैसोलीन और इथेनॉल या मेथनॉल के संयोजन से बनाया जाता है। फ्लेक्स ईंधन पर्यावरण के लिए क्लीनर है क्योंकि इथेनॉल या मेथनॉल गैसोलीन की तुलना में अधिक कुशलता से जलता है, जिससे प्रदूषण कम होता है।

    कृषि उत्पादों से बना फ्लेक्स ईंधन :

    कृषि उत्पादों से बना फ्लेक्स ईंधन : गन्ने और मकई जैसे कृषि उत्पादों से इथेनॉल का उत्पादन स्थायी रूप से किया जा सकता है। इसलिए, अन्य देशों से पेट्रोल आयात करने की तुलना में इथेनॉल सम्मिश्रण एक बेहतर प्रस्ताव प्रतीत होता है। ब्राजील, जर्मनी और फ्रांस जैसे कुछ देश पहले से ही फ्लेक्स फ्यूल और फ्लेक्स-फ्यूल इंजन का उपयोग कर रहे हैं।

    फ्लेक्स-फ्यूल इंजन कैसे काम करता है :

    फ्लेक्स-फ्यूल इंजन कैसे काम करता है : फ्लेक्स-फ्यूल इंजन की बात करें तो हर इंजन फ्लेक्स-फ्यूल पर नहीं चल सकता। नियमित इंजन केवल एक प्रकार के ईंधन पर चल सकते हैं जबकि फ्लेक्स-ईंधन इंजन पेट्रोल के साथ 83 प्रतिशत इथेनॉल पर चल सकते हैं। लेकिन फ्लेक्स-ईंधन का समर्थन करने के लिए नियमित इंजनों को संशोधित किया जा सकता है।

    फ्लेक्स फ्यूल के क्या फायदे हैं :

    फ्लेक्स फ्यूल के क्या फायदे हैं : भारत फ्लेक्स-फ्यूल पर ध्यान केंद्रित कर रहा है क्योंकि वर्तमान में हम ज्यादातर दूसरे देशों से पेट्रोल और डीजल आयात करते हैं। फ्लेक्स-फ्यूल को अपनाने से भारत के कार्बन पदचिह्न को कम करने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी क्योंकि भारत की स्थानीय अर्थव्यवस्था स्थानीय रूप से इथेनॉल के रूप में उत्पादन करेगी। इसके अलावा, अन्य देशों पर भारत की निर्भरता कम होगी क्योंकि जीवाश्म ईंधन के आयात को भी कम किया जा सकता है।

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  • Traffic Rules : सिर चकरा देंगे अपने देश के ये ट्रैफिक नियम, जान ले नहीं तो कट सकता है तगड़ा चालान


    डेस्क : सड़क पर वाहन चलाने से पहले ट्रैफिक नियमों के बारे में जान लेना बेहद आवश्यक है। कई बार जानकारी के अभाव में वाहन चालक को भारी जुर्माना भरना पड़ जाता है। बता दें कि कई ऐसे नियम भी है, जो लोगों से अपरिचित है। ऐसे में इन नियमों का उल्लंघन करने पर चालान कट सकता है। तो आइए आज इन अपरिचित नियमों के बारे में जानते हैं।

    कार को स्टार्ट कर छोड़ना पड़ेगा भारी :

    कार को स्टार्ट कर छोड़ना पड़ेगा भारी : यदि आप किसी ट्रैफिक सिग्नल में फंसे हैं। अथवा अपनी गाड़ी को पार्किंग में खड़ी कर इसे छोड़ दिए हैं तो आपको भारी पड़ सकता है। दरअसल ट्रैफिक नियम वाहन चालकों के हित में ही बनाई जाती है। यदि कोई व्यक्ति खड़ी गाड़ी को बंद करके रखेगा तो उसके तेल की बर्बादी कम होगी। इसमें फायदा वाहन चालक का हैं। लेकिन गाड़ी स्टार्ट कर खड़ी करते हैं तो आपका चालान कर सकता है।

    कार में वीडियो या टीवी देखना जुर्म :

    कार में वीडियो या टीवी देखना जुर्म : आजकल जमाना काफी आगे बढ़ चुका है। गाड़ियों में टीवी की सुविधा भी हो गई है। लेकिन इस सुविधा का लाभ गाड़ी पार्किंग के दौरान ले सकते हैं। आप चलती गाड़ी में टीवी ऑन करके रखते हैं तो आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस चालान काटने के अधिकारी हैं। दरअसल चलती गाड़ी में टीवी या वीडियो देखने पर गाड़ी चालक का ध्यान भटक सकता है। जिससे बड़ी से बड़ी दुर्घटना होने की संभावना रहती है।

    किसी दूसरे की गाड़ी चलाने से बचें :

    किसी दूसरे की गाड़ी चलाने से बचें : यदि आप गाड़ी उधार लेकर किसी सफर पर निकलते हैं। ऐसे में आप बड़ी परेशानी में पड़ सकते हैं। आपको एक बार गाड़ी उधार लेना जेल तक भेज सकता है। बता दें कि ये ट्रैफिक नियम केवल चेन्नई के लिए है। शहर में कई बार देखा गया कि लोग चोरी के गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाते हैं। इसके बाद सफाई के तौर पर गाड़ी रिश्तेदार या दोस्त का बताते हैं। ऐसे में इस नियम को बनाया गया है।

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  • ये है Maruti की ऑफरोड वाली दमदार SUV, Mahindra Thar का दबदबा करेगी खत्म!


    डेस्क : मारुति सुजुकी की मोस्ट अवेटेड जिम्नी SUV का इंतजार 2023 ऑटो एक्सपो में खत्म होने जा रहा है। कहने को कंपनी ने इसे 2020 ऑटो एक्सपो में लॉन्च किया था। उसके बाद कोविड-19 के चलते इसकी लॉन्चिंग का इंतजार लंबा हो गया था। हालांकि, बीते 6-7 महीने में इसे भारतीय सड़कों पर बार-बार टेस्टिंग के दौरान देखा गया है।

    खास बात है कि भारत में पेश होने वाल ये 5-डोर वाला पहला मॉडल होगा। ये ऑफ रोड SUV महिंद्रा थार से लंबी है। हालांकि, महिंद्रा ने भी अपनी थार के 5-डोर मॉडल की टेस्टिंग स्टार्ट कर दी है। इसका एक्सटीरियर जितना धांसू है, इंटीरियर उनती ही लग्जरी है। भारतीय बाजार में इसका मुकाबला महिंद्रा थार से होने वाला है। माना जा रहा है कि इसके बेस वैरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत 10 लाख से कम होगी।

    मारुति सुजुकी जिम्नी का इंटीरियर :

    मारुति सुजुकी जिम्नी का इंटीरियर : Maruti Suzuki Jimny  जिम्नी के अंदर बड़ा बदवाल नहीं किया गया है, लेकिन इसमें स्पेस को बढ़ाया गया है। जैसे सेकेंड रो के लिए बूट स्पेस ज्यादा मिलती है। वहीं, डैशबोर्ड पर 7-इंच टचस्क्रीन की जगह 9-इंच की बड़ी टचस्क्रीन लगी हुई है। यूरोप के बाजार की तुलना में जिम्नी के भारतीय मॉडल का इंटीरियर अलग थोड़ा अलग है। हालांकि, इसके इंटीरियर को लेकर अब तक ज्यादा जानकारी नहीं आई हैं। इसमें ऑटोमैटिक एसी, मल्टी स्पीकर्स, 360 डिग्री कैमरा जैसे कई फीचर्स मिल सकते हैं। इसमें सनरूफ का ऑप्शन कंपनी नहीं देने वाली है।

    मारुति सुजुकी जिम्नी का इंजन :

    मारुति सुजुकी जिम्नी का इंजन : Maruti Suzuki Jimny  इस ऑफ-रोड कार में 1.5 लीटर, 4 सिलिंडर K15B पेट्रोल इंजन मौजूद है, जो 6,000 rpm पर अधिकतम 101bhp की पावर और 4,000 आरपीएम पर 130 एनएम का टार्क पैदा करेगा। ये इंजन न्यू ब्रेजा, अर्टिगा और सियाज में भी आने वाला है। गाड़ी में 5-स्पीड मैनुअल या 4 स्पीड ऑटोमैटिक का ऑप्शन मिलने वाला है। ऑफ-रोड एसयूवी लैडर फ्रेम चेसिस को अंडरपिन करेगी और सुजुकी की ऑलग्रिप प्रो 4 व्हील ड्राइव टेक्नोलॉजी, 3-लिंक रिजिड एक्सल सस्पेंशन और लो रेंज ट्रांसफर गियर के साथ आने वाली है।

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  • खुशखबरी! आपकी बेटी को Free में मिलेगी Scooty, जानें – रजिस्ट्रेशन की पूरी जानकारी…


    डेस्क : आज लड़कियों ने हर क्षेत्र में अपनी सफलता साबित की है। एक समय था जब लड़कियों को ज्यादा पढ़ने-लिखने की अनुमति नहीं थी और उनसे घर के काम करवाए जाते थे। लेकिन, अब समय बदल गया है। आज लड़कियां न केवल पढ़ाई में बल्कि नौकरी में भी लड़कों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं, बल्कि धीरे-धीरे उनसे आगे निकल रही हैं। “रानी लक्ष्मीबाई योजना” के तहत मेधावी लड़कियों को नि:शुल्क स्कूटी दी जाएगी।

    चुनाव के दौरान बीजेपी के घोषणापत्र में इसका जिक्र था। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाली मेधावी छात्राओं को फ्री स्कूटी दी जाएगी। लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से इस योजना की शुरुआत की जाएगी। इस योजना का लाभ सरकारी कॉलेजों, विश्वविद्यालयों के अलावा निजी विश्वविद्यालयों के छात्र भी उठा सकेंगे। यह योजना जल्द शुरू होने की उम्मीद है। योग्य छात्राएं योगी आदित्यनाथ सरकार से हरी झंडी मिलते ही आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकती हैं।

    किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी? योग्य छात्राओं के पास ये दस्तावेज होना आवश्यक है – शिक्षा प्रमाण पत्र, बैंक खाता, पासपोर्ट आकार का फोटो, आयु प्रमाण पत्र, अधिवास प्रमाण पत्र और आधार कार्ड। इसके अलावा पूरे परिवार की आय भी 2.5 लाख रुपये से अधिक भी नहीं होनी चाहिए। इस योजना के तहत सभी मेधावी छात्राओं को स्कूटी खरीदने के लिए सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी। यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में जमा की जाएगी। स्कूटी मिलने के बाद उनके कॉलेज जाना आसान हो जाएगा। इस स्कूटी योजना के जरिए सरकार छात्राओं को सीधे शिक्षा से जोड़ना चाहती है।

    दिशानिर्देश क्या हैं

    छात्र किसी विश्वविद्यालय या कॉलेज में पढ़ रहा हो।
    उसे 10वीं/12वीं में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने चाहिए थे।बैंक खाते को आधार से भी जोड़ा जाना चाहिए।
    योजना के लिए आवेदन केवल ऑनलाइन मान्य होंगे।
    केवल छात्राएं ही लाभ उठा सकेंगी
    छात्र को किसी अन्य योजना का लाभ नहीं लेना चाहिए था।

    कैसे होगा चयन? सभी मेधावी छात्राओं का डाटा मिलने के बाद सरकार बजट के अनुसार इस योजना पर काम करेगी। छात्राओं के चयन के लिए 12वीं के अंकों को आधार बनाया जाएगा। वहीं, पोस्ट ग्रेजुएशन छात्राओं के लिए उनके ग्रेजुएशन के अंकों को आधार बनाया जाएगा। इसके बाद जिन छात्राओं का चयन होगा उन्हें मुफ्त स्कूटी योजना का लाभ मिलेगा।

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