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  • BJP की दो ताकतवर संस्था, संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति, दोनों में बिहार के किसी नेता को नहीं मिली जगह

    लाइव सिटीज पटना: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति का ऐलान कर दिया है. संसदीय बोर्ड से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बाहर कर दिया गया है. बीजेपी के इस संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति के अध्यक्ष जेपी नड्डा होंगे. लेकिन सबसे हैरानी वालो बात यह रही कि संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति में बिहार के किसी नेता को जगह नहीं मिली है. वहीं केंद्रीय चुनाव समिति से बिहार के एकमात्र नेता शाहनवाज हुसैन को भी हटा दिया है. बता दें कि संसदीय बोर्ड बीजेपी की सबसे ताकतवर संस्था है. पार्टी के तमाम बड़े फैसले इसी बोर्ड के जरिए लिए जाते हैं. वहीं केंद्रीय चुनाव समिति पार्टी की दूसरी ताकतवर संस्था है.

    बीजेपी के संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति के अध्यक्ष जेपी नड्डा होंगे. संसदीय बोर्ड से मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बाहर कर दिया गया है. सर्वानंद सोनोवाल और बीएस येदियुरप्पा को बीजेपी ने बोर्ड में शामिल किया है. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को चुनाव समिति का सदस्य बनाया गया है. उनके अलावा वन मंत्री भूपेंद्र यादव और राजस्थान से आने वाले ओम माथुर को भी इस चुनाव समिति में जगह दी गई है.

    बीजेपी संसदीय बोर्ड की लिस्ट

    1.जगत प्रकाश नड्डा (अध्यक्ष)
    2.नरेंद्र मोदी
    3.राजनाथ सिंह
    4.अमित भाई शाह
    5.बी. एस. येदयुरप्पा
    6.सर्बानंद सोनोवाल
    7.के. लक्ष्मण
    8.इकबाल सिंह लालपुरा
    9.सुधा यादव
    10.सत्यनारायण जटिया
    11.बी एल संतोष (सचिव)

    बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति

    1.जेपी नड्डा (अध्यक्ष)
    2.नरेंद्र मोदी
    3.राजनाथ सिंह
    4.अमित शाह
    5.बी. एस. येदयुरप्पा
    6.सर्बानंद सोनोवाल
    7.के. लक्ष्मण
    8.इकबाल सिंह लालपुरा
    9.सुधा यादव
    10.सत्यनारायण जटिया
    11.भूपेन्द्र यादव
    12.देवेन्द्र फडणवीस
    13.ओम माथुर
    14.बीएल संतोष (सचिव)
    15.वनथी श्रीनिवास (पदेन)

    बता दें कि बीजेपी के संसदीय बोर्ड को पार्टी की सबसे ताकतवर संस्था के रूप में जाना जाता है. राष्ट्रीय स्तर या फिर किसी भी राज्य में अगर गठबंधन की बात होती है तो उसमें संसदीय बोर्ड का ही फैसला अंतिम माना जाता है. वहीं चुनाव समिति बीजेपी में दूसरी सबसे ताकतवर संस्था के तौर पर जानी जाती है. चुनाव समिति के सदस्य लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव के टिकटों पर फैसला लेते हैं. चुनावी मामलों की सभी शक्तियां पार्टी की चुनाव समिति के पास हैं.

    बतातें चलें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में मंगलवार को दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में बिहार बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हुई. जिसमें बिहार में हुए बड़े सियासी बदलाव के बाद आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. इसमें बिहार बीजेपी के कई नेता शामिल हुए. पार्टी ने अभी से ही 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. ऐसे में उम्मीद थी कि बिहार के नेताओं को इस समिति में जगह मिलेगी. लेकिन बिहार को निराशा ही हाथ लगी.

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  • बिहार में सरकार गिरने के बाद दिल्ली में BJP का मंथन, अमित शाह, जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेता मौजूद

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार के कैबिनेट का मंगलवार को विस्तार भी हो गया. उधर बिहार के सियासी हालात को लेकर दिल्ली में बिहार बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हो रही है. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रास्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बिहार बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद हैं. बीजेपी मुख्यालय में हो रही इस बैठक में बिहार में बीजेपी की विपक्ष की भूमिका और उनके द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. साथ ही बिहार बीजेपी के नए प्रमुख के चयन, विधानसभा और विधान परिषद में एलओपी के चुनाव पर चर्चा की उम्मीद बैठक में जताई जा रही है. बैठक में जेपी नड्डा, तार किशोर प्रसाद, गिरिराज सिंह, शाहनवाज हुसैन, सुशील मोदी और अश्विनी चौबे समेत कई बड़े नेता मौजूद हैं.

    दरअसल बिहार में सरकार से बाहर होने के बाद भाजपा की चुनौती फिलहाल नेता प्रतिपक्ष चुनने की है. जिसको लेकर दिल्ली में बैठक बुलाई गई है. बताया जा रहा है कि कोर कमेटी में नामों पर मंथन के बाद केन्द्रीय नेतृत्व इसपर फैसला करेगा. 2020 विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद तारकिशोर प्रसाद को पार्टी ने उप मुख्यमंत्री बनाया, साथ ही विधानसभा में पार्टी नेता का जिम्मा भी मिला, वहीं विधान परिषद में नवल किशोर यादव उप नेता बनाए गए थे. विधान सभा और विधान परिषद में दोनों सदनों में बीजेपी की ओर से नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, भाजपा को फिलहाल इस चुनौती से पार पाना होगा. नेता विपक्ष का जिम्मा तारकिशोर प्रसाद ही संभालेंगे या किसी और को यह दायित्व मिलेगा. माना जा रहा है कि इस बैठक में फैसला हो जाएगा.

    बता दें कि वर्ष 2013 में जब जदयू ने भाजपा से किनारा किया था तब तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भाजपा विधानमंडल दल तथा विप में नेता का दायित्व संभाला था. वहीं विधानसभा में वरिष्ठ विधायक नंदकिशोर यादव ने बतौर नेता विपक्ष मोर्चा संभाला था. वहीं 2015 के चुनाव के बाद एकबार फिर जब भाजपा विपक्ष में रही तो सुशील मोदी का जिम्मा पूर्ववत रह गया जबकि नंदकिशोर यादव की जगह डॉ. प्रेम कुमार विस में नेता विपक्ष बने. तारकिशोर प्रसाद विधानसभा में भाजपा के नेता हैं, लेकिन कई और नाम इस पद की होड़ में चल रहे हैं. नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार व अमरेन्द्र प्रताप सिंह से लेकर नितिन नवीन व विजय सिन्हा तक का नाम चल रहा है.

    बतातें चलें कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का कैबिनेट विस्तार हो गया है. मंगलवार को पटना स्थित राजभवन में नीतीश कैबिनेट के 31 नए मंत्रियों ने शपथ ली. जिसमें सबसे अधिक 16 मंत्री आरजेडी से हैं जबकि जेडीयू कोटे से 11, कांग्रेस से दो और एक निर्दलीय तथा हम पार्टी से एक विधायक शामिल हैं. नीतीश मंत्रिमंडल में यादव-मुस्लिम का दबदबा है. नीतीश सरकार को अगर जाति के आधार पर देखा जाए तो सबसे अधिक 8 संख्या यादवों की है. राजद ने 7 जबकि जदयू ने 1 यादव को मंत्री बनाया है. इसके बाद दूसरे स्थान पर मुस्लिम आबादी है. इस समुदाय से 5 लोग नीतीश सरकार में मंत्री बने हैं.

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  • नीतीश-तेजस्वी मंत्रिमंडल का विस्तार कल, बिहार बीजेपी के बड़े नेताओं को बुलाया गया दिल्ली, अटकलें तेज

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्रिमंडल का विस्तार कल यानी मंगलवार को होने जा रहा है. वहीं दूसरी ओर सरकार से बाहर होने के बाद भाजपा की चुनौती फिलहाल नेता प्रतिपक्ष चुनने की है. ऐसे में झंडोत्तोलन के अगले ही दिन 16 अगस्त को दिल्ली में भाजपा कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है. इसमें बिहार भाजपा की कोर कमेटी के सभी 20 सदस्य शामिल होंगे. इन नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है. बताया जा रहा है कि कोर कमेटी में नामों पर मंथन के बाद केन्द्रीय नेतृत्व इसपर फैसला करेगा. 2020 विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद तारकिशोर प्रसाद को पार्टी ने उप मुख्यमंत्री बनाया, साथ ही विधानसभा में पार्टी नेता का जिम्मा भी मिला, वहीं विधान परिषद में नवल किशोर यादव उप नेता बनाए गए थे.

    विधान सभा और विधान परिषद में दोनों सदनों में बीजेपी की ओर से नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, भाजपा को फिलहाल इस चुनौती से पार पाना होगा. नेता विपक्ष का जिम्मा तारकिशोर प्रसाद ही संभालेंगे या किसी और को यह दायित्व मिलेगा, इस पर अगले एक सप्ताह में निर्णय लेना होगा. बता दें कि वर्ष 2013 में जब जदयू ने भाजपा से किनारा किया था तब तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भाजपा विधानमंडल दल तथा विप में नेता का दायित्व संभाला था. वहीं विधानसभा में वरिष्ठ विधायक नंदकिशोर यादव ने बतौर नेता विपक्ष मोर्चा संभाला था. वहीं 2015 के चुनाव के बाद एकबार फिर जब भाजपा विपक्ष में रही तो सुशील मोदी का जिम्मा पूर्ववत रह गया जबकि नंदकिशोर यादव की जगह डॉ. प्रेम कुमार विस में नेता विपक्ष बने.

    तारकिशोर प्रसाद विधानसभा में भाजपा के नेता हैं, लेकिन कई और नाम इस पद की होड़ में चल रहे हैं. नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार व अमरेन्द्र प्रताप सिंह से लेकर नितिन नवीन व विजय सिन्हा तक का नाम चल रहा है.वहीं दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्रिमंडल का विस्तार कल यानी मंगलवार को होने जा रहा है. राजभवन में गवर्नर फागू चौहान मंत्री पद की शपथ दिलाएंगे. मिली जानकारी के अनुसार नीतीश-तेजस्वी सरकार में मंगलवार को 35 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है. शपथ से पहले जेडीयू एवं आरजेडी ने मंत्रियों की लिस्ट तैयार कर ली है पर अभी तक इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है.

    बता दें कि अभी तक जो बाते सामने आ रही है उसके मुताबिक नीतीश-तेजस्वी सरकार में 35 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है. जिसमें सबसे ज्यादा 16 आरजेडी के, जेडीयू के 13, कांग्रेस के 3 और हम के एक और एक निर्दलीय सुमित सिंह को नीतीश कुमार शपथ दिला सकते हैं. कांग्रेस पहले ही कह चुकी है कि अभी उनके दो मंत्री शपथ लेंगे बाकी एक मंत्री बाद में शपथ लेंगे. वहीं वाम दल सरकार को बाहर से समर्थन कर रही है. वह मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी. इससे पहले उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दिल्ली में सहयोगी दलों के बड़े नेताओं से मिलकर आपसी सहमति बना ली है. शनिवार की देर शाम तेजस्वी पटना लौटे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ बैठक के बाद नीतीश ने मंगलवार को कैबिनेट विस्तार का मन बनाया है.

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