Category: Bihar News

  • यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल में मनाई गई गुरुनानक जयंती

    कंचनपुर स्थित यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल में गुरुनानक जयंती के शुभ अवसर पर बच्चों के बीच चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। चित्रकला में वर्ग नर्सरी से नौवीं कक्षा तक के बच्चों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया तथा अपनी कला का प्रदर्शन किया।

    विद्यालय की प्रबंधक निदेशिका डॉक्टर कुमारी प्रीति रंजना ने कहा कि गुरु नानक जयंती भारत में मनाए जाने वाले सबसे प्रमुख पर्वों में से एक हैं। सिखों के गुरू गुरुनानक देव समाज में क्रांति, प्रेरणा और आध्यात्म की लहर लाने वाले महात्मा थे।

    वहीं विद्यालय के प्रधानाचार्य स्वर्ण किरण प्रसाद ने विद्यार्थियों से गुरु नानक देव के भाईचारा, एकता और जातिवाद को मिटाने के उपदेशों का अनुसरण करने की सीख दी। इस मौके पर ज्ञानेंद्र कुमार पांडेय, सुदीप भट्टाचार्य, मोहम्मद अज़हर,दीपक कुमार, ओमप्रकाश, अभिषेक सिंहा,बालमुकुंद पांडेय, कंचन कुमारी, मनोज सिंह ,रीना सिंह,स्नेहा कुमारी, सोनम कुमारी,सुनीता कुमारी,नीलेश कुमार सिंह,बिंदिया कुमारी,सूरज कुमार यादव,शैलेश कुमार, आदि मौजूद थे।

  • मोगलकुआं में गुरुनानक देव महाराज की 554 वाँ जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई

    बिहारशरीफ : 8 नवम्बर 2022 (कार्तिक पूर्णिमा, विक्रम संवत् 2079) को श्री गुरुनानक देव जी शाही संगत मोगलकुआँ बिहारशरीफ में मंगलवार को बड़े ही श्रद्धा के साथ भाई रवि सिंह ग्रंथी जी के देख-रेख में समारोहपूर्वक गुरुनानक देव महाराज की 554 वां (जयंती) पावन प्रकाश उत्सव मनाया गया। गुरुद्वारा में सुबह पांच बजे के करीब गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश किया तथा पंच वाणी एवं सुखमणि साहब का पाठ किया गया। भाई रवि सिंह ग्रंथी जी ने अपनी मधुर वाणी से शत गुरु नानक प्रकटया मिट धुंध जग चानन होआ…, जोड़ा तार प्रभु दे नाल… नानक नाम जहाज तुम शरणाई आयो…, चीम चीम करदे अमृताधार…, गुरुनानक ने लियो अवतार… कौन जाने गुण तेरे सतगुरु…, तुम शरणाई आया ठाकुर… के बोल पर शबद कीर्तन से गुरुद्वारा में आस्था और भक्ति की धारा प्रावहित कर दी। भाई रवि सिंह ग्रंथी के साथ भाई सरदार वीर सिंह, शंखनाद के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत सिंह, महासचिव राकेश बिहारी शर्मा ने भी राग में राग मिलाकर शबद कीर्तन किया। गुरुवाणी के पाठ से मोहल्ले का माहौल गुरुमय हो गया। अरदास के बाद उपस्थित लोगों के बीच खीर और कड़ा प्रसाद का वितरण किया गया।

    मौके पर गुरुद्वारा में शंखनाद के महासचिव साहित्यकार राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि सिखों के पहले गुरु और सिख समुदाय के संस्थायपक गुरुनानक देवजी की आज जयंती है। अंग्रेजी कैलेंडर में उनका जन्मं साल 1469 को कार्तिक पूर्णिमा के दिन माना जाता है। इस वर्ष यह तिथि 8 नवंबर को यानी आज है। आज विश्व में उनकी जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से सिख समुदाय के भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। और इस पावन अवसर पर, हम सब अपने आचरण में गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का पालन करें। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव ने लोगों को एकता, समरसता, बंधुता, सौहार्द और सेवाभाव का मार्ग दिखाया और परिश्रम, ईमानदारी तथा आत्मसम्मान पर आधारित जीवनशैली का बोध कराने वाला आर्थिक दर्शन दिया। उनका जीवन और उनकी शिक्षाएं, समस्त मानव जाति के लिए प्रेरणा पुंज हैं।

    साहित्यिक मंडली शंखनाद के अध्यक्ष साहित्यकार डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह ने कहा कि गुरुनानक देव ने एक ऐसे विकट समय में जन्म लिया जब भारत में कोई केंद्रीय संगठित शक्ति नहीं थी। विदेशी आक्रमणकारी भारत देश को लूटने और अराजकता फैलाने में लगे थे। धर्म के नाम पर अंधविश्वास और कर्मकांड चारों तरफ फैले हुए थे। ऐसे समय में नानक एक महान दार्शनिक, विचारक साबित हुए। गुरुनानक ने अपनी सुमधुर सरल वाणी से जनमानस के हृदय को जीत लिया। लोगों को बेहद सरल भाषा में समझाया सभी इंसान एक दूसरे के भाई है। ईश्वर सबके पिता हैं, फिर एक पिता की संतान होने के बावजूद हम ऊंच-नीच कैसे हो सकते हैं? गुरू नानक देव ने मूर्ति पूजा का विरोध करते हुए, एक निराकार ईश्वर की उपासना का संदेश दिया था।

    भाई सरदार वीर सिंह के द्वारा गुरू साहब की वाणी का गुणगान किया और मौके पर लोगों के बीच अपने उद्गार में कहा कि गुरुनानक देव जी अपनी यात्रा के क्रम में पंजाब, बनारस, काशी, गया नवादा, राजगीर होते हुए बिहारशरीफ के मोगलकुआं, भरावपर, अंबेर मोहल्ला की पावन धरती पर आए थे। उनके सम्मान में ही यहां के स्थानीय लोगों ने यह भूमि उन्हें दी थी, जिसपर गुरूद्वारे की स्थापना की गई। 1934 के भूकंप में यहां का पुराना गुरुद्वारा ध्वस्त हो गया। तब जनसहयोग से गुरुद्वारे का निर्माण किया गया। लंबे समय से इसके निर्माण की मांग की जा रही थी। अब तख्त हरिमंदिर पटना साहिब के सौजन्य से नए गुरुद्वारे का निर्माण कराया गया है।
    उन्होंने कहा- बिहारशरीफ के मोगलकुआं, भरावपर, अम्बेर मोहल्ला में गुरूनानक देवजी आये और यहां बहुत दिनों तक रह कर लोगों को ज्ञान दिए। उन्होंने बिहार सरकार से मांग किया है कि रजौली संगत नवादा की तरह बिहारशरीफ के सभी जीर्ण गुरुद्वारा को जीर्णोद्धार कर बिहार सरकार ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करे। और उन्होंने किरत करो नाम जपो वंड के खाओ पर अमल करने पर बल दिया।

    वैज्ञानिक व साहित्यकार डॉ. आनंद वर्द्धन ने बताया कि गुरुनानक देव जी ऊंच-नीच का भेदभाव मिटाने के लिए लंगर की परंपरा चलाई। जहां कथित अछूत और उच्च जाति के लोग एक साथ लंगर में बैठकर एक पंक्ति में भोजन करते थे। आज भी सभी गुरुद्वारों में यही लंगर परंपरा कायम है। लंगर में बिना किसी भेदभाव के संगत सेवा करती है। गुरु नानक देव ने भारत सहित अनेक देशों की यात्राएं कर धार्मिक एकता के उपदेशों और शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार कर दुनिया को जीवन का नया मार्ग बताया।

    गुरुद्वारा में उपस्थित पंजाब-पटियाला जिले नाभा शहर के अभियंता सरदार भाई प्रदीप सिंह जी ने बताया कि गुरु नानक देव जी ने कुरीतियों और बुराइयों को दूर कर लोगों के जीवन में नया प्रकाश भरने का कार्य किया। उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए अपने पारिवारिक जीवन और सुख का त्याग करते हुए दूर-दूर तक यात्राएं कीं। उन्होंने बताया कि गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं। गुरु नानक देव जी ने परमेश्वर एक है, हमेशा इमानदारी और परिश्रम से ही अपना पेट भरना चाहिए आदि का संदेश दिए।

    शिक्षाविद राज हंस ने कहा गुरुनानक देवजी से हम सभी को बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। गुरु नानक देव जी ना सिर्फ सिक्ख धर्म के गुरु है बल्कि सर्व धर्म के गुरु है। श्री गुरुनानक देवजी ने मानवता के कल्याण के लिए लंगर की प्रथा चलाई जिसमें सब धर्म के लोग ऊच-नीच मिटा कर समानता से प्रसादी ग्रहण करते हैं।

    इस दौरान योग गुरु रामजी प्रसाद यादव, सरदार शिव कुमार यादव, युवराज सिंह, भाई दीप सिंह जी, सतनाम सिंह, विनोद कुमार सिंह, रघुवंश सिंह, महेंद्र सिंह, विजय कुमार, राजदेव पासवान धीरज कुमार, सतनाम सिंह, सुरेश प्रसाद, सुनीता देवी, सुमन कुमार, रितीक कुमार, रिंकू कौर, प्रियंका कुमारी, एकामनी कौर, जसप्रीत कौर सहित कई श्रद्धालु उपस्थित रहकर इंसानियत और परोपकार की शिक्षा ली एवं गुरुनानक देव जी के अनमोल संदेशों का आत्मसात किया।

  • आगामी 9 नवंबर को मनाये जाने बाले जिला सृजन दिवस के अवसर पर आयोजित

    आगामी 9 नवंबर को मनाये जाने बाले जिला सृजन दिवस के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूप-रेखा तय कर दी गई है. जिला पदाधिकारी नालंदा श्री शशांक शुभंकर द्वारा कार्यक्रम से सम्बन्धित पदाधिकारी को उक्त कार्य हेतु निदेशित किया गया है. इस सृजन दिवस के अवसर पर महाविद्यालय, विद्यालय, सरकारी, गैर सरकारी कॉलेज एवं स्कूल के छात्र /छात्राओं द्वारा रंगोली, मेहँदी, क्विज,विद्यालय सजावट, वाद- विवाद प्रतियोगिता एवं पौधा रोपण तथा गौतम बुद्ध एवं महावीर के जीवन पर चर्चा, योग, कुस्ती, पाक कला आदि का आयोजन किया जाएगा।

    इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेशित किया गया है.नगर निगम/ नगर परिषद/नगर पंचायत द्वारा सभी चौक चौराहों पर आकर्षक सजावट तथा साफ़ सफाई किए जाने के निदेश दिए गए हैं. सृजन दिवस के अवसर पर उन्नत कृषि में सर्वश्रेष्ठ योगदान करने वाले कृषकों का सम्मान तथा एक किसान गोष्ठी का आयोजन जिला कृषि कार्यालय में होगी. जिला कृषि पदाधिकारी, नालंदा एवं परियोजना निदेशक ,आत्मा को इस हेतु निदेशित किया गया है. इस अवसर पर जिला के युवा उद्यमियों के बीच मेगा ऋण वितरण का आयोजन महाप्रबंधक, जिला उद्दोग केंद्र, नालंदा के नेतृत्व में आर0आई0सी0सी0 राजगीर में किया जाएगा. डी0पी0 एम0 जीवका के नेतृत्व में जिला अंतर्गत सभी पंचायतों में शराब बन्दी सम्बन्धी जन जागरूकता कार्यक्रम किया जाएगा।
    समाहरणालय में ट्यूनिंग लाइट से सजावट का कार्य किया जायेगा.

  • फसल अवशिष्ट प्रबंधन अंतर्रविभागीय समिति की जिला टास्क फोर्स की वैठक

    फसल अवशिष्ट को खेतों में जलाने पर की गई कार्रवाई.
    30 किसानों के डी बी टी पर रोक लगाई गई.

    जिलाधिकारी नालंदा श्री शशांक शुभंकर के अध्यक्षता में फसल अवशिष्ट प्रबंधन के अंतर्विभागीय समिति की जिला टास्क फोर्स की वैठक संपन्न हुई.

    जिला कृषि पदाधिकारी ने कंवाइन हार्वेस्टर के मालिकों की सूची जिला पदाधिकारी को समर्पित किया.
    जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया कि इन लोगों के साथ वैठक कर इन्हें निदेशित करें कि फसल काटने के पूर्व ये अपना तथा किसानों के शपथ पत्र फसल अवशिष्ट नहीं जलाने का देंगें.जिलाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया वैसे सभी किसान समन्वयक/किसान सलाहकार/प्रखंड कृषि पदाधिकारी जहां फसल अवशिष्ट को जलाने की घटना घटी है के विरुद्ध कार्रवाई करें.उन्होंने यह भी निदेश दिया कि अगर जिला स्तर के जांच में फसल अवशिष्ट जलाने की घटना की जानकारी मिलती है तो सभी संबंधित किसान सलाहकार,किसान समन्वयक तथा प्रखंड कृषि पदाधिकारी पर सख्त कार्रवाई करते हुए वेतन अवरुद्ध की जाएगी.

    जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया कि किसान चौपाल को कारगर बनाएं तथा उसमें फसल अवशिष्ट प्रबंधन की जानकारी किसानों को दें तथा इसे जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं.वैठक में वन विभाग के पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि वे फसल जलाने पर वन को होने वाले नुकसान की जानकारी लोगों को दें.

    स्वास्थ्य विभाग को निदेश दिया गया कि ए एन एम तथा आशा कार्यकर्ता के द्वारा फसल अवशेष जलाने पर बच्चों के स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी लोगों को दें.
    शिक्षा विभाग को निदेश दिया गया कि फसल अवशेष को जलाने से होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी माध्यमिक एवम उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं में इससे संबंधित अध्याय जोड़कर कराएँ तथा बच्चों के बीच इससे संबंधित विषयों पर बाद-विवाद प्रतियोगिता कराएँ.

    पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को निदेश दिया गया कि फसल कटने पर पशुओं द्वारा फसल अवशेष को चारा के रूप में प्रयुक्त होने के लिए लोगों को जागरूक करें.सहकारिता विभाग को सभी पैक्स तथा पंचायतीराज को सभी पंचायत सरकार भवन में फ्लैक्स के माध्यम से फसल अवशिष्ट प्रबंधन की जानकारी देने का निदेश दिया गया.

    जीविका दीदी के द्वारा फसल अवशेष को जलाने के दुष्प्रभाव की जानकारी लोगों को देने के लिये डी पी एम जीविका को निदेशित किया गया. जिला कृषि पदाधिकारी ने फसल अवशेष जलाने वाले कृषकों जिनको डी बी टी लाभ से बंचित किया गया है कि सूची उपलब्ध करायी जो निम्न है:-

    चंडी प्रखंड के बढौना पंचायत के अरविंद प्रसाद पिता इन्द्रदेव प्रसाद,इन्द्रदेव गोप पिता ईश्वर गोप, नरेश यादव पिता देवनंदन गोप,राजनारायण कुमार पिता सुखदेव प्रसाद, शैलेन्द्र गोप पिता बोधी गोप, विजय कुमार पिता हरिहर प्रसाद, रामानुज प्रसाद पिता जीवन सिंह, माधोपुर पंचायत के अमन कुमार पिता उमाशंकर प्रसाद, बिनोद कुमार पिता चौधरी महतो, इंद्रजीत कुमार पिता भतू महतो, इन्द्रजीत कुमार पिता विनोद प्रसाद, कुमार विनय वर्मा पिता अशोक कुमार, मनोज कुमार पिता किशोर प्रसाद, मोहित कुमार पिता मनोज कुमार, मुन्ना प्रसाद पिता केदार प्रसाद, राजीव रंजन कुमार सिन्हा पिता आशुतोष कुमार, राजो केवट पिता सुखु केवट, संजय कुमार पिता बालबृंद प्रसाद, सालेपुर पंचायत के गौतम कुमार पिता भूषण सिंह, राजा सिंह पिता रामरूप सिंह, सकलदीप सिंह, सकलदीप सिंह पिता संतोखी सिंह, हरनौत प्रखंड के कोलावां पंचायत के अमरेश कुमार पिता राम स्वार्थ सिंह, विपिन कुमार पिता रामब्रिक्ष सिंह, नगरनौसा प्रखंड के कैला पंचायत के अजित कुमार पिता मंगल दयाल सिंह, प्रीतम प्रसाद पिता
    शनिचर महतो, वरुण कुमार पिता बालेश्वर जमादार ,मनोज कुमार पिता गया प्रसाद, नवीन कुमार पिता भागवत प्रसाद, राजकुमार प्रसाद पिता मंगल दयाल सिंह, रामा जमादार पिता बुधनी जमादार.

    जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया कि लगातार इसकी निगरानी करते रहें तथा दोषी किसानों के डी बी टी रोकने की कार्रवाई करते रहें.उपर्युक्त वैठक में उप विकास आयुक्त वैभव श्रीवास्तव सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

  • ससुराल पक्ष के लोगों के द्वारा विवाहिता को मौत के घाट उतार दिया।

    नालंदा जिले के वेन थाना क्षेत्र इलाके से एक दर्दनाक घटना सामने आ रही है। जहां हैवान पति एवं अन्य ससुराल पक्ष के लोगों के द्वारा विवाहिता को मौत के घाट उतार दिया। घटना के संबंध में मृतका सिंपी कुमारी के परिजनों ने बताया कि सिंपी कुमारी के पति राजू यादव के द्वारा अपने पत्नी की किसी बहाने विदाई कर अपने साथ एकसारी गांव ले गया। जहां पति राजू यादव और अन्य ससुराल पक्ष के लोगों के द्वारा सिंपी कुमारी के पैर हाथ बांधकर गला दबाकर हत्या करके उसके चेहरे पर तेजाब डाल दिया ताकि शव की पहचान ना हो सके।

    परिजनों ने कहा कि पति के द्वारा लगातार दहेज में मोटरसाइकिल और रुपए की मांग की जा रही थी इतना ही नहीं इसके पूर्व में विवाहिता के द्वारा बेटी जनने पर भी मारपीट किया गया था।बेटी जनने पर ससुराल पक्ष के लोगो ने घर से बाहर भी निकाल दिया था जिसके बाद विवाहिता अपने मायके जमुआरा आ गयी थी। परिजनों का आरोप है कि ससुराल पक्षों के द्वारा विवाहिता की हत्या बेटी जानने और दहेज में मोटरसाइकिल और रुपया नहीं देने के कारण ही की गई है। फिलहाल पुलिस शव को बेन थाना क्षेत्र इलाके के अकौना गांव के पैमार नदी से बरामद कर लिया है और पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया है। वहीं इस घटना में कुल आठ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।

  • मामा भांजे की बाइक दुर्घटना में मौत हो गई।

    कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पूजा पाठ करवाने कोसुक जा रहे मामा भांजे की बाइक दुर्घटना में मौत हो गई। बताया जाता है कि मधड़ा से परशुराम कुमार पांडे अपने मामा नीतीश कुमार पांडे के साथ बाइक पर सवार होकर कोसुक जा रहा था। उसी दौरान दीपनगर थाना इलाके के राणा बीघा मोड़ के समीप वाहन की चपेट में आने से बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिससे मामा भांजे की दर्दनाक मौत मौके पर ही हो गई ।

    परिजनों ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर यह दोनों पंचाने नदी के किनारे हर साल की तरह इस साल भी पूजा पाठ करवाने जा रहे थे क्योंकि कोसुक छठघाट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन ब्राह्मण समाज के पुजारी को दान स्वरूप कुछ न कुछ दीप दान करने के बाद दान दक्षणा दिया जाता है। दोनों की मौत के बाद पूरे परिवार में मातम का माहौल कायम हो गया।घटना जानकारी मिलते ही दीपनगर थाना अध्यक्ष संजय जयसवाल अपने अन्य सुरक्षाकर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया वहीं इस घटना में तीसरे जख्मी की भी हालत अत्यंत नाजुक बताई जा रही है इसे बेहतर इलाज के लिए पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया है।

  • एशियन रग्बी ताशकंद में जीता सिल्वर मेडल नालंदा की बेटी ने

    नालंदा की बेटी धर्मशिला कुमारी ने अपने बुलंद इरादे एवं परिश्रम की बदौलत इंडियन रग्बी टीम की ओर से देश का प्रतिनिधित्व करते हुए ताशकंद में शानदार प्रदर्शन किया । बताते चलें कि उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित अंडर 20 एशियन रग्बी चैंपियनशिप 2022 में भारतीय महिला टीम की ओर से खेलते हुए सिल्वर मेडल जीतकर जिले सहित राज्य एवं देश का नाम ऊंचा किया । बताते चलें की यह मैच 5 एवम् 6 नवंबर को आयोजित हुआ था । जिसमें बिहार की 3 बेटी धर्मशिला कुमारी ,नालंदा आरती कुमारी नवादा एवं सपना कुमारी मुजफ्फरपुर के खिलाड़ियों ने भारतीय टीम से खेलते हुए सिल्वर पदक प्राप्त कर बिहार एवं भारत का नाम रौशन किया है ।

    उनके इस उपलब्धि पर पूरे नालंदा वासियों को गर्व है। रग्बी खेल को बढ़ावा देने में श्वेता शाही जय सिंह ,सुजीत कुमार शाही ,आदि टीम का बहुत बड़ा योगदान है । धर्मशीला कुमारी इनके प्रेरणा लोगों की बदौलत ही यह मुकाम हासिल की है । धर्मशिला कुमारी जो बड़गांव नालंदा की रहने वाली है ।पूर्व में नेशनल गेम्स में भी गोल्ड मेडल सीनियर टीम एवं अंडर-अट्ठारह टीम ने प्राप्त की थी ।और साथ ही नेशनल गेम्स जो गुजरात में आयोजित हुआ था

    एशियन रग्बी ताशकंद में जीता सिल्वर मेडल नालंदा की बेटी ने

    उसमें भी कांस्य पदक जीत चुकी है । उज़्बेकिस्तान ,ताशकंद से लौटने के बाद धर्मशिला कुमारी काठमांडू नेपाल में आयोजित अंडर 18 रग्बी चैंपियनशिप 2022 में भाग लेने हेतु कैंप जो पुणे में आयोजित है वहां शामिल हो गई है ।नालंदा वासियों को धर्मशिला से भी काफी उम्मीद है काठमांडू से गोल्ड मेडल लाकर नालंदा का नाम फिर से रौशन करेगी। वही नालंदा रग्बी एकेडमी के अध्यक्ष श्री जय सिंह एवम सचिव सुजीत कुमार शाही ने धर्मशिला के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए जीत की बधाई दी है।

  • भाई जी की स्मृति में ग्वालियर में राष्ट्रीय लीडरशिप युवा शिविर

    राष्ट्रीय एकता, शांति, सद्भावना एवं भाईचारा को लेकर आजीवन कार्य करने वाले विश्व शांति दूत डॉ.एसएन सुबाराव उर्फ भाई जी की प्रथम पुण्य स्मृति में मध्य प्रदेश के ग्वालियर में राष्ट्रीय लीडरशिप युवा शिविर 6 नवंबर से लेकर 10 नवंबर तक आयोजित की गई है। जिसमें संपूर्ण देश के 250 प्रतिनिधि भाग लिए हैं। बताते चलें कि डॉक्टर एसएन सुब्बाराव जी की प्रेरणा से ही चंबल के 654 दुर्दांत डाकुओं ने 1972 में आत्मसमर्पण किया था। जिसमें माखन सिंह, माधव सिंह, मलखान सिंह, वीर बहादुर सिंह, नेत्रपाल सिंह जैसे खूंखार डाकूओ ने आत्मसमर्पण किया था । डॉ. सुब्बाराव संविधान में मान्यता प्राप्त सभी 22 भाषाओं के ज्ञाता थे। और वे आजीवन युवाओं के हित के लिए पूरे देश और दुनिया भर में काम करते रहे है । उनके द्वारा प्रशिक्षित लाखों युवा प्रेरित होकर समाज निर्माण में अच्छा कार्य कर रहे हैं। डॉ सुब्बाराव का का निधन 27 अक्टूबर 2021 को जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में हो गया था ।उनके पुण्य स्मृति को यह शिविर समर्पित है ।कैंप में राष्ट्रीय युवा योजना के सचिव रण सिंह परमार, धर्मेंद्र भाई सहित शिविर संयोजक शीतल भाई का सराहनीय योगदान है।

    भाई जी की स्मृति में ग्वालियर में राष्ट्रीय लीडरशिप युवा शिविर
    शिविर के प्रथम दिन का शुभारंभ युवा गीत, झंडा बंधन, श्रम संस्कार आदि के साथ हुआ। इसके साथ ही भाषाई आदान प्रदान, दिन की बैठक (शिविर में आने का उद्देश्य) पर विचार विमर्श, कम्यूनिटी खेल, प्रतिभा आदान प्रदान (पंजाब का भंगड़ा, गुजरात का गरबा, असम का बिहू ) के नांच को सीखना, सभी धर्मो की प्रार्थना, भारत की संतान इत्यादि कार्यक्रम हुए शिविर के आयोजन में आदरणीय रन सिंह परमार, (सचिव राष्ट्रीय युवा योजना), श्री कराईल सुकुमारन जी राष्ट्रीय युवा योजना दिल्ली ट्रस्टी, श्री मधु भाई ट्रस्टी, श्री नरेंद्र भाई,(भारत की संतान निर्देशक), श्री शीतल जैन, श्री युवराज शिविर के व्यवस्थापक, श्री अमित कुटे छत्तीसगढ़, श्री सुभाष मवि, श्री मोबीन खान दिल्ली. श्री जगजीवन भाघेल गुजरात, श्री रंजीत भाई, श्री युद्धवीर सिंह हरियाणा, श्री प्रशांत बी कर्नाटक, श्री करीम बानो महाराष्ट्र, करुणा करन तमिल नाडू, सुश्री मनोरमा, श्री द्विजेन्द्र विश्वात्मा उत्तर प्रदेश, श्री सुबीर भाई पश्चिम बंगाल शिविर में आदि का महत्वपूर्ण योगदान है।

  • दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक शाखा नानंद के ०२ ऋणीयो को आज गिरफ़्तार किया

    दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के विभिन्न शाखाओं के चूककर्ताओ पर हुए जारी नीलाम पत्र द्वारा गिरफ़्तारी वारंट के आलोक में आज सरगर्मी बढ़ी और आज सिलाव थाना क्षेत्र के दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक शाखा नानंद के ०२ ऋणीयो को आज गिरफ़्तार किया गया । इस मौक़े में बैंक के क्षेत्रीय अधिकारी श्री राणा रणवीर सिंह द्वारा बताया गया की कुल २००० नए PDR केस नीलाम में दर्ज किया जाना है इसी वितीय तिमाही तक व कुल जारी लगभग 100 गिरफ़्तारी वारंट पर गिरफ़्तारी हो सकता है ।

    दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक शाखा नानंद के ०२ ऋणीयो को आज गिरफ़्तार किया

    मौक़े पे ग्रामीण बैंक के PDR अधिकारी रवि कांत कुमार ने बताया की पहले सभी ऋणीयो को धारा-७ व चेतावनी नोटिस तामिला नीलाम पत्र द्वारा करवाया जा चुका है ,वैसे सभी ऋणीयो को अविलंब गिरफ़्तारी हो सकती है जो जान बूझ कर बैंक के द्वारा दिए गए पैसे को बैंक को नहीं वापस करना चाह रहे है ।मौक़े पे साथ में शाखा प्रबंधक अभय कुमार ,सुधांशु ,धर्मेंद्र कुमार व अधिकारी धर्मेंद्र भी मौजूद रहे ।

  • धनेश्वर घाट तालाव में गंगा आरती देव दीपावली ,मनाने की एक अभूतपूर्व परंपरा

    बिहार शरीफ़ / डॉ.मधुप रमण . याद आ गया पूर्व का साल। देव दीपावली की शाम। एक साल में ही कोरोना की बजह से बहुत कुछ बदल चुका था । हालांकि इस साल कोरोना की समाप्ति के बाद इस सांस्कृतिक परंपरा का बेहतर तरीक़े निर्वहन किया जाना था । बाद में भी सांस्कृतिक परम्पराएं अक्षुण्ण ही रहेंगी यह विश्वास है।प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व आस्था का जन सैलाब लेकर आता है। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु स्नानार्थियों की भीड़ अपनी चरमसीमा पर होती है। पावन नदियों में स्नान एवं पूजा- पाठ का नजा़रा अवलोकनीय होता है। श्रद्धालुगण आस्था की सारी सीमाएँ लांघकर सावन के मेघ की तरह लाखों की संख्या में उमड़ पड़ते हैं। पावन नदी घाटों पर तिल रखने की भी जगह नहीं होती। भजन- कीर्तन एवं भक्ति गीतों से सारा वातावरण गुंजायमान रहता है।

    बिहार शरीफ देव दीपावली : कई सालों से बिहार शरीफ़,स्थित धनेश्वर घाट तालाब में भी काशी के तर्ज़ पर कार्तिकपूर्णिमा या गुरु पूर्णिमा के पवित्र दिन को भी पर देव दीपावली मनाने की एक अभूतपूर्व परंपरा रही है।देव दीपावली की दैविक रीत है,भगवान उस दिन काशी के अस्सी घाटों पर अवतरित होते हैं हम मानव कार्तिक अमावस की रात दीपोत्सव मनाते है तो देवों की दीपावली कार्तिक पूर्णिमा को होती हैं,इस विशेष दिन काशी के घाटों की अतुलनीय शोभा विश्व विख्यात है सर्वत्र चर्चित है।

    गुरु पूर्णिमा या कार्तिक पूर्णिमा के पवित्र दिन के एक दिन पहले यहां की सजावट भी देखते ही बनी । क्योंकि ८ नवम्बर को ग्रहण लगना था। इसलिए पूर्णिमा के एक दिन पूर्व यह आयोजन होना था। सुबह कब की हो भी चुकी थी । तिमिर हट चुका था । बिहार शरीफ देव दीपावली के सदस्य गण जाग चुके थे । कहना मात्र यह है कि इस अवसर पर काशी की तर्ज़ पर ही इस छोटे से शहर बिहार शरीफ़ में भी सांस्कृतिक आयोजन के निमित भजन का भी गायन वादन होना था जो याद करने योग्य होता है।

    शाम होने की कगार पर थी । मधुर मधुर दीपक मेरे जल जल जल कर मेरे पथ आलोकित कर ..उन दीयों के जलने कि तैयारी हो चुकी थी । शनैः शनैः स्वेच्छा से कुछेक लोग तालाब परिसर में जुटने लगे थे ,दीप जलने मात्र से
    बिहार शरीफ़ के धनेश्वर घाट स्थित तालाब के गलियारे को जो आलोकित होना था। माहौल भक्ति पूर्ण हो गया था ।
    विश्व ज्ञान की धरती नालंदा के जिला मुख्यालय बिहार शरीफ़ में भी कमो वेश यही दृश्य था जैसा बनारस में होता है । वैसी ही शोभा थी। तालाब की काया इस साल पलट चुकी थी। देखने से यह प्रतीत हो रहा था कि बिहार शरीफ़ स्मार्ट सिटी बनने की राह पर कदम बढ़ा चुका है। शाम होते ही भजन कीर्तन की आवाज़ें आने लगी। आमंत्रित गायक अपने अपने फ़न आज़माने लगे।

    तब देर संध्या बनारस से आए पंडितों यथा आचार्य दीपक शास्त्री ,पंडित संतोष पांडे ,पंडित राकेश प्यासी ,पंडित प्रवेंद्र तिवारी ने वैदिक मंत्रो च्चारण के साथ आयोजन समिति के सदस्यों अधिवक्ता रवि रमण , पूर्व बार्ड पार्षद परमेश्वर महतो, वर्तमान बार्ड पार्षद रीना महतो तथा प्रोफेसर आशुतोष शरण के द्वारा जल श्रोतों की विधिवत पूजा की विधि आरम्भ करवाई। तत्पश्चात गंगा आरती संपन्न हुई । इस घटना के साक्षी रणजीत कुमार सिन्हा ,सीमा सिन्हा, अभिमन्यु आदि अन्य उपस्थित श्रद्धालूगण रहें ।
    इसके बाद धनेश्वर घाट तालाब की सीढ़ियों पर रखे दीओं को प्रकाशित करने का कार्य शुरू किया गया। वहां उपस्थित तमाम आए श्रद्धालुओं ने घाटों पर सजाए गए अपने अपने आस्था के दीप जलाएं।
    सर्वत्र जोत से जोत जलाने की अद्भुत परम्परा में प्रेम की गंगा बहाते चलो का मनोभाव सबके भीतर जैसे उमड़ पड़ा था। भक्ति में पूजा के उपरांत आम लोगों के बीच प्रसाद का भी वितरण किया गया ।

    बताते चले इस धनेश्वर घाट तालाब परिसर में ८ नवम्बर को ग्रहण लगने की बजह से कार्तिक पूर्णिमा के एक दिन पूर्व ७ नवम्बर को ही गंगा आरती का आयोजन किया गया था। इस दिन हुए देव दीपावली के आयोजन के उपलक्ष्य पर देव दीपावली आयोजन समिति के सदस्य वरीय अधिवक्ता रवि रमण ,प्रोफ़ेसर आशुतोष शरण, पूर्व बार्ड कमिश्नर परमेश्वर महतो, गोल इंस्टिट्यूट के संचालक संजय कुमार तथा आर्य समाजी अभिमन्यु ने भक्ति भाव से अपने अपने दीप जलाकर गंगा का आह्वाहन करते हुए गंगा की आरती की तथा जल श्रोतों को अक्षुण्ण साफ़ सुथरा बनाये रखने का संकल्प भी लिया जो जल संरक्षण के निहित सन्देश को लेकर महत्वपूर्ण है ।इस बार भी यह आयोजन भीड़ भाड़ के साथ बिहार शरीफ़,स्थित धनेश्वर घाट देव दीपावली आयोजन समिति ने देवदीपोत्सव का कार्यक्रम सदस्यीय स्तर पर ही सपन्न करने का निर्णय लिया जो सफलता पूर्वक पूर्ण भी हुआ ।