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  • जंग-ए-आजादी के महानायक अशफाक उल्ला खां की 122 वीं जयंती पर विशेष

    राकेश बिहारी शर्मा – कई क्रांतिकारियों के नाम जोड़े में लिए जाते हैं जैसे भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और राजगुरू। ऐसा ही एक और बहुत मशहूर जोड़ा है रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां का। इसका आशय सिर्फ ये नहीं कि काकोरी कांड में यही दोनों मेन आरोपी थे। बल्कि इसका आशय था कि दोनों एक-दूसरे को जान से भी ज्यादा चाहते थे। दोनों ने जान दे दी, पर एक-दूसरे को धोखा नहीं दिया। रामप्रसाद बिस्मिल के नाम के आगे पंडित जुड़ा था। वहीं अशफाक थे मुस्लिम, वो भी पंजवक्ता नमाजी। पर इस बात का कोई फर्क दोनों पर नहीं पड़ता था। क्योंकि दोनों का मकसद एक ही था। आजाद मुल्क। वो भी मजहब या किसी और आधार पर हिस्सों में बंटा हुआ नहीं, पूरा का पूरा। इनकी दोस्ती की मिसालें आज भी दी जाती है। अशफाक उल्ला खां तो भारत के प्रसिद्ध अमर शहीद क्रांतिकारियों में से एक माना जाता है। वे उन वीरों में से एक थे, जिन्होंने देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। अपने पूरे जीवन काल में अशफाक, हमेशा हिन्दू-मुस्लिम एकता के पक्षधर रहे।

    अशफाक उल्ला खां का जन्म और पारिवारिक व सामाजिक जीवन

    अशफाक उल्ला खां का जन्म 22 अक्टूबर 1900 ई. में उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर स्थित शहीदगढ़ में हुआ था। उनके पिता का नाम मोहम्मद शफीक उल्ला खान और उनकी मां का नाम मजहूरुन्न्िानशां बेगम था। ये अपने माता-पिता के छह संतानों में से सबसे छोटे थे। इनके पिता पुलिस विभाग में कार्यरत थे। वे पठान परिवार से ताल्लुक रखते थे और उनके परिवार में लगभग सभी सरकारी नौकरी में थे। बाल्यावस्था में अशफाक का मन पढ़ाई में नहीं लगता था। बल्कि उनकी रुचि तैराकी, घुड़सवारी, निशानेबाजी में अधिक थी। बाल्यावस्था में वे उभरते हुए शायर के तौर पर पहचाने जाते थे। पर घर में जब भी शायरी की बात चलती, उनके एक बड़े भाईजान अपने साथ पढ़ने वाले रामप्रसाद बिस्मिल का जिक्र करना नहीं भूलते। इस तरह से किस्से सुन-सुनकर अशफाक रामप्रसाद के फैन हो गए थे। अशफाक उल्ला खां को कविताएं लिखने का काफी शौक था, जिसमें वे अपना उपनाम हसरत लिखा करते थे। 25 साल की उम्र में अशफाक ने अपने क्रांतिकारी साथियों के साथ मिलकर ब्रिटिश सरकार की नाक के नीचे से सरकारी खजाना लूट लिया था। इस कांड में राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह और राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को फांसी की सजा हो गई और सचिंद्र सान्याल और सचिंद्र बख्शी को कालापानी की सजा सुनाई गई थी। बाकी क्रांतिकारियों को 4 साल से 14 साल तक की सजा सुनाई गई थी।

    क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खां को पढ़ने-लिखने में नहीं लगता था मन

    अशफाक उल्ला खां का बचपन से ही पढ़ने-लिखने में मन नहीं लगता था। उन्हें तैराकी करना, बंदूक लेकर शिकार पर जाना ज्यादा पसंद था। देश की भलाई के लिए किए जाने वाले आन्दोलनों की कथाओं / कहानियों को पढ़ने में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे। उन्होंने कई बेहतरीन कविताएं लिखीं थी। जिसमें वह अपना उपनाम हसरत लिखा करते थे। वह अपने लिए कविता लिखते थे, उन्होंने कभी अपनी कविताओं को प्रकाशित करवाने का कोई चेष्टा नहीं की। क्रांतिकारी उनकी लिखी कविताएं अदालत आते-जाते समय अक्सर ‘काकोरी कांड’ में गाया करते थे।

    अशफाक उल्ला खां का देश के क्रांतिकारियों से सम्पर्क

    जिस समय महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन का नेतृत्व किया था उस समय अशफाक उल्ला खाँ एक स्कूली छात्र थे। लेकिन इस आंदोलन का अशफाक पर काफी प्रभाव पड़ा जिसने इन्हें स्वतंत्रता सेनानी बनने के लिए प्रेरित किया। चौरी-चौरा की घटना के बाद, महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को स्थगित कर भारत के युवाओं को निराशाजनक स्थिति में छोड़ दिया था। अशफाक उल्ला उनमें से एक थे। असफाक उल्ला खाँ ने जल्द से जल्द भारत को स्वतंत्र कराने की ठान ली थी और ये क्रांतिकारियों से जुड़ गए। देश में आजादी के किये चल रहे आंदोलनों और क्रांतिकारी घटनाओं से काफी प्रभावित अशफाक के मन में भी क्रांतिकारी भाव जागे और उसी समय मैनपुरी षड्यंत्र के मामले में शामिल रामप्रसाद बिस्मिल से हुई और वे भी क्रांति की दुनिया में शामिल हो गए। इसके बाद वे ऐतिहासिक काकोरी कांड में सहभागी रहे और पुलिस के हाथ भी नहीं आए। इस घटना के बाद वे बनारस आ गए और इंजीनियरिंग कंपनी में काम शुरू किया। उन्होंने कमाए गए पैसे से कांतिकारी साथियों की मदद भी की। काम के संबंध में विदेश जाने के लिए वे अपने एक पठान मित्र के संपर्क में आए, जिनके उनके साथ छल किया और पैसों के लालच में अंग्रेज पुलिस को सूचना देकर अशफाक उल्ला खां को पकड़वा दिया। उनके पकड़े जाने के बाद जेल में उन्हें कई तरह की यातनाएं दी गई और सरकारी गवाह बनाने की भी कोशिश की गई। परंतु अशफाक ने इस प्रस्ताव को कभी मंजूर नहीं किया। देश की गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए हंसते−हंसते फांसी का फंदा चूमने वाले अशफाक उल्ला खान जंग−ए−आजादी के महानायक थे।
    शंखनाद के अध्यक्ष इतिहासकार डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह के अनुसार काकोरी कांड के बाद जब अशफाक को गिरफ्तार कर लिया गया तो अंग्रेजों ने उन्हें सरकारी गवाह बनाने की कोशिश की और कहा कि यदि हिन्दुस्तान आजाद हो भी गया तो उस पर हिन्दुओं का राज होगा तथा मुसलमानों को कुछ नहीं मिलेगा। इसके जवाब में अशफाक ने ब्रितानिया हुकूमत के कारिन्दों से कहा कि फूट डालकर शासन करने की अंग्रेजों की चाल का उन पर कोई असर नहीं होगा और हिन्दुस्तान आजाद होकर रहेगा। अशफाक ने अंग्रेजों से कहा था− तुम लोग हिन्दू−मुसलमानों में फूट डालकर आजादी की लड़ाई को नहीं दबा सकते। हिन्दुस्तान में क्रांति की ज्वाला भड़क चुकी है जो अंग्रेजी साम्राज्य को जलाकर राख कर देगी। अपने दोस्तों के खिलाफ मैं सरकारी गवाह बिल्कुल नहीं बनूंगा। अशफाक उल्ला खां के जीवन पर महात्मा गांधी का प्रभाव शुरू से ही था, जब गांधीजी ने ‘असहयोग आंदोलन’ वापस ले लिया तब उन्हें अत्यंत पीड़ा पहुंची थी। रामप्रसाद बिस्मिल और चन्द्रशेखर आजाद के नेतृत्व में 8 अगस्त, 1925 को क्रांतिकारियों की एक अहम बैठक हुई, जिसमें 9 अगस्त, 1925 को सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर ट्रेन काकोरी स्टेशन पर आने वाली ट्रेन को लूटने की योजना बनाई गई जिसमें सरकारी खजाना था।

    काकोरी कांड में ऐसे लूटा था सरकारी खजाना

    अशफाक उल्ला खां का मानना था की बिना हथियारों के क्रांति नहीं हो सकती इसलिए उन्हें हथियारों की सख्त जरूरत थी चूंकि हथियार खरीदने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। इसी के तहत 8 अगस्त 1925 को शाहजहांपुर में क्रांतिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें उन लोगों ने ट्रेन से ले जाए जा रहे हथियार को खरीदने के बजाय उस सरकारी खजाने को लूटने का फैसला किया। अगले दिन यानि 9 अगस्त 1925 को राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला, राजेन्द्र लाहिड़ी, ठाकुर रोशन सिंह, शचीन्द्र बख्शी, चंद्रशेखर आजाद, केशव चक्रवर्ती, बनवारी लाल, मुकुन्दी लाल, मनमथनाथ गुप्ता समेत कई क्रांतिकारियों के समूह ने ककोरी गाँव में सरकारी धन ले जाने वाली ट्रेन में लूटपाट की थी। इस घटना को इतिहास में प्रसिद्ध काकोरी काण्ड के रूप में जाना जाता है। इस लूटपाट के कारण राम प्रसाद बिस्मिल को 26 सितंबर 1925 की सुबह पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था। अशफाक उल्ला फरार हो गए थे। वह बिहार से बनारस चले गए और वहाँ जाकर उन्होंने इंजीनियरिंग कंपनी में काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने 10 महीने तक वहाँ काम किया। इसके बाद वह इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए विदेश जाना चाहते थे जिससे आगे चलकर उन्हें स्वतंत्रता संग्राम में मदद मिल सके। अपने इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए वह दिल्ली भी गए। अशफाक उल्ला खां ने अपने जिन मित्रों पर भरोसा किया उन्हीं में से एक मित्र ने उनकी मदद करने का नाटक किया और धोखा दिया, उसने असफाक उल्ला खां को पुलिस को सौंप दिया। अशफाक उल्ला खाँ को फैजाबाद जेल में बन्द कर दिया गया। उनके भाई रियासतुल्लाह उनके वकील थे जिन्होंने इस मामले (केस) को लड़ा था। काकोरी काण्ड का मामला राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खाँ, राजेंद्र लाहिड़ी और रोशन को मौत की सजा देने के साथ समाप्त हुआ। जबकि अन्य लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। अशफाक उल्ला खाँ को 19 दिसंबर 1927 को फांसी दी गई थी।

  • डेंगू के बढ़ते प्रकोप रोकने के लिए तैयार है नालन्दा के लोग – भैया अजित।

    डेंगू के बढ़ते प्रकोप अंतराष्ट्रीय पर्यटक स्थल राजगीर, सिलाव के बाद अब अंतराष्ट्रीय पर्यटक स्थल नालन्दा में भी अपना पाव फैला रहा है और यहा भी डेंगू के एक दो केस तेजी से मिलने लगे है इसके मद्देनजर नगर पंचायत नालन्दा ने डेंगू के रोकथाम के लिए कल दिनांक 23 अक्टूबर 2022 दिन रविवार को सुबह 7 बजे विद्यापीठ विद्यालय परिसर से नालन्दा मोड़,कपटिया मोड़,नालन्दा खण्डर होते हुए बड़गांव तालाब के तक डेंगू जागरूकता रैली सह स्वच्छता जागरूकता अभियान का कार्यक्रम आयोजन किया है

    जिसका नेतृत्व नगर पंचायत सिलाव एवम नगर परिषद राजगीर के ब्रांड एम्बेसडर लोक गायक भैया अजीत करेंगे तथा इस रैली का शुभारम्भ हरी झंडी दिखाकर कर रवाना करेंगे नगर पंचायत सिलाव एवम नालन्दा के कार्यपालक पदाधिकारी श्री राजेश कुमार ।यह रैली बड़गांव तालाब केपास पहुंच कर नुक्कड़ सभा को अपने सम्बोधन के माध्यम से भैयाअजीत लोगो को जागरूक करेंगे साथ ही साथ सृजन नालन्दा के कलाकारों के द्वारा गीत,संगीत एवम नुक्कड़ नाटक के माध्यम से डेंगू से रोकथाम , बचाव,उपचार के बारे में बताया जाएगा वही एन.सी. सी. के कैडेस के साथ सृजन के कलाकारों एवम कार्यकर्ताओ द्वारा बड़गांव तालाब के चारो ओर स्वच्छता अभियान के अंतर्गत साफ सफाई किया जाएगा। इस रैली में सरकारी एवम गैर सरकारी विद्यालय, कोचिंग संस्थान, कंप्यूटर सेंटर के छात्र छात्रा,एन.सी. सी. कैडेस , प्रेस मीडिया एवम सृजन के कलाकार के साथ साथ नालन्दा के बुद्धिजीवी समाजसेवी सम्मानित जनता भी भाग लेंगे।

  • विद्यालय में कुल 3500 बच्चों को फलदार पौधा वितरण किया गया।

    आज रोटरी क्लब तथागत के द्वारा खंडकपर एक विद्यालय में कुल 3500 बच्चों को फलदार पौधा वितरण किया गया। क्लब अध्यक्ष रोटेरियन अनिल कुमार ने बताया कि बरसात के बाद ठंड का मौसम आ रहा है, ऐसे मौसम में पौधा लगाने का अच्छा समय होता है। यू तो क्लब के स्तर से पूरे वर्ष पौधा लगाने और वितरण का कार्य चलता रहता है। अभी पर्व के उपलक्ष्य में विद्यालयों में छुट्टियां हो रही है और बच्चे अपने घरों व गांव में फलदार पौधों को लगायेगें। पर्यावरण में शुद्धता के साथ भविष्य में फलों का भी आनंद ले सकेगें।

    इस कार्यक्रम में परियोजना निर्देशक रोटेरियन जोसेफ टी टी, रोटेरियन डॉ इंद्रजीत, रोटेरियन विश्व प्रकाश, रोटेरियन संजीव दास, रोटेरियन ई. अरविंद कुमार, रोटेरियन रूबी सिन्हा, सचिव रोटेरियन प्रमेश्वर महतो इंटरैक्ट क्लब के अध्यक्ष सपना कुमारी, सचिव अंशिका पाल, सह सचिव प्रणव कुमार एवं अन्य सदस्यों ने भाग लिया।

  • रंगोली प्रतियोगिता में जल हाउस ने मारी बाजी

    कंचनपुर स्थित यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल में दीपावली के शुभ अवसर पर बच्चों के बीच रंगोली व चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। चित्रकला में वर्ग नर्सरी से चौथी तथा रंगोली में पांचवीं से दसवीं तक के बच्चों ने भाग लिया तथा अपनी कला का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में जल हाउस प्रथम, अग्नि हाउस द्वितीय, वायु हाउस तृतीय तथा पृथ्वी हाउस ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चों को सम्मानित किया गया।

    विद्यालय की प्रबंधक निदेशिका डॉक्टर कुमारी प्रीति रंजना ने कहा कि रंगोली प्रतियोगिता से बच्चों में चित्रकारी की भावना एवं कला के प्रति जागरूकता आती है। उन्‍होंने बच्चों की इस कलाकारी की सराहना करते हुए पर्यावरण सुरक्षा हेतु पटाखे न जलाने की अपील की। खासकर खतरनाक पटाखों से परहेज करने की बात कही।

    विद्यालय के प्रधानाचार्य स्वर्ण किरण प्रसाद ने बच्चों को दीपों के पर्व की महत्ता से अवगत कराते हुए कहा कि यह पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का संदेश देता है और ज्ञान रूपी प्रकाश से जीवन में कष्ट रूपी अंधेरे को समाप्त किया जा सकता है।

    इस मौके पर ज्ञानेंद्र कुमार पांडेय, सुदीप भट्टाचार्य, मोहम्मद अज़हर,दीपक कुमार, ओमप्रकाश, अभिषेक सिंहा,बालमुकुंद पांडेय, कंचन कुमारी, मनोज सिंह,नीतू गुप्ता, पीयूष कुमार मंडल,रीना सिंह,स्नेहा कुमारी, सोनम कुमारी,सुनीता कुमारी,नीलेश कुमार सिंह,बिंदिया कुमारी,संजीत कुमार,सूरज कुमार यादव,शैलेश कुमार, आदि मौजूद थे।

  • बगैर टीवीसी के बैठक के राजगीर में अतिक्रमण हटाना फुटपाथ दुकानदारों के साथ बेईमानी

    राजगीर:- बगैर टीवीसी के बैठक के एवं कोई नोटिस एवं पूर्व सूचना के दीपावली जैसे महत्वपूर्ण पर्व में भी राजगीर कुंड क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने को लेकरगत परिसर में नालंदा फुटपाथ दुकानदार अधिकार मंच राजगीर की आपातकालीन बैठक आयोजित की गई।बैठक की अध्यक्षता मंच के संरक्षक उमराव प्रसाद निर्मल ने की ।

    मौके पर असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह मंच के राज्य समन्वयक डॉ अमित कुमार पासवान ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में सूबे विकास की ओर अग्रसर है राज्य में सुशासन का माहौल कायम है राजगीर जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल में देशी- विदेशी पर्यटकों का काफी संख्या में आना-जाना शुरू हो गया है। ऐसी परिस्थिति में वेंडरों को आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए लोगों में कुछ आस जगी ही थी की राजगीर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मोहम्मद जफर आलम ने दर्जनों दुकानदारों को दुकान तोड़कर व सामान को नष्टकर रोजगार से बेदखल कर दिया। जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में पूरे भारत में गरीब ,मजदूरों के हित में बनाए गए पथ विक्रेता कानून अधिनियम 2014 को लागू करने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री है जिसके आलोक में पूरे बिहार में टीवीसी का गठन कर सभी बेंडरो को निबंधन प्रमाण पत्र देकर, पुनवासित करने का काम राज्य के विभिन्न जिलों में किया जा रहा है ।

    सभी नगर निकायों में पथ विक्रेता कानून को अक्षरश: पालन किया जा रहा है ।

    लेकिन वहीं दूसरी ओर राजगीर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मोहम्मद जफर आलम ने तानाशाही रवैया अपनाकर कुण्ड क्षेत्र के दर्जनों दुकानदारों को बिना किसी नोटिस व सूचना के टीवीसी में लिए गए निर्णय को बिना अनुपालन किए हुए, दलबल के साथ दर्जनों दुकानदारों को बुलडोजर लगाकर दुकानों को बुरी तरह से नष्ट कर ट्रैक्टर पर समान लोडकर चले गए। जिससे दुकानदारों को लाखों – लाख रुपया की संपत्ति का नुकसान हुआ है । डॉ पासवान ने कहा कि पथ विक्रेता कानून अधिनियम 2014 को पालन करने व दर्जनों दुकानदारों को हुई क्षति के क्षतिपूर्ति के लिए मंच की ओर से व्यवहार न्यायालय बिहार शरीफ नालंदा, मानवाधिकार आयोग पटना बिहार एवं लोकायुक्त पटना बिहार के यहां कार्यपालक पदाधिकारी व घटना में शामिल अधिकारियों के ऊपर मुकदमा दर्ज किया जाएगा ।

    मंच के संरक्षक उमराव प्रसाद निर्मल ने कहा कि सभी दुकानदार संघर्ष के लिए तैयार रहें बड़े आंदोलन की तैयारी करें, भ्रष्ट अधिकारियों को मुंहतोड़ जवाब दें। राजगीर शाखा के अध्यक्ष रमेश कुमार पान ने कहा कि प्रकाश पर्व के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का आगमन होने जा रहा है हजारों- हजारों की संख्या में सभी दुकानदार मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कर ऐसे अधिकारियों के खिलाफ आवेदन सौंपगे ।

    इस अवसर राजू कुमार, नागेंद्र यादव , शंकर कुमार ,अजय यादव ,राघो देवी ,नंदकिशोर प्रसाद ,मदन बनारसी, मनोज कुमार, मंजू देवी ,भूषण कुमार, आदि लोग मौजूद थे।

  • बुंदेलखंड में आयोजित हुआ महिला साक्षरता जागरूकता कार्यक्रम ।

    बुंदेलखंड में महिलाओं को साक्षर एवं सशक्त बनाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया इसमें महिलाएं एवं किसानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह जानकारी सुश्री गीता कौर ने दिया उन्होंने बताया शिक्षा ही एकमात्र ऐसा साधन है जिससे
    हम उन्नत खेती एवं परिवार की भलाई कर सकते हैं और अभी की जरूरत सभी के हाथों में मोबाइल हैं परंतु इसके माध्यम से होने वाले अकाउंट साइबर क्राइम धोखाधड़ी से बचाया जा सकता कि अपने अकाउंट का नंबर , ओटीपी, एटीएम नंबर, किसी को ना बताएं क्योंकि बैंक ये सभी जानकारी नहीं लेता। इसके साथ ही स्वयं सहायता समूह द्वारा महिलाओं में स्वरोजगार के अवसरों को प्राप्त करने की विषय में जानकारी दी।

    जिले के, न्यूरिया, मसगांव, करगांव, कुमाउपुर, सिजनौड़ा, और गहरौली गांव में किसान संगोष्ठीयो का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य कृषकों, पशुपालकों को कृषि,पशुपालन, उद्यान विभाग और आजीविका सम्बन्धी की योजनाओं की जानकारी सम्बन्धित विभाग के विशेषज्ञों के द्वारा पहुंचना था।
    साथ ही पशुओं में फैली लंपी चर्म रोग के विषय में जानकारी दी गई और इसके बचाव के साथ लोगों में फैली भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया गया।

    बाएफ संस्था द्वारा संचालित बुंदेलखंड महिला साक्षरता कार्यक्रम के तहत ग्राम सिजनौदा ब्लॉक मौदहा, हमीरपुर (यू.पी.) में किसान संगोष्ठी हुई जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. उपेंद्र सिंह जी(उप मुख्य चिकित्साधिकारी मौदहा)*, डॉ. विवेक कुमार (पशु चिकित्साधिकारी करहिया), हेमंत पंचाल ( पशु धन प्रसार अधिकारी बिगहना), ग्राम प्रधान प्रहलाद निषाद, श्री संजीव पटेल (उत्तर प्रदेश पुलिस), विनीत यादव (उत्तर प्रदेश पुलिस), सुरेश कुमार (लेखपाल) एस .के. सिंह (जिला प्रभारी, बायफ ) गीता कौर (फील्ड कोर्डिनेटर,बायफ) उपस्थित रहे, कार्यक्रम की शुरुआत मणिभाई देसाई जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर तथा दीप जलाकर की गई इसके पश्चात सभी उपस्थित अतिथि गणों का स्वागत कर बैठक की शुरुआत की गई सर्वप्रथम सुश्री गीता कौर द्वारा बुंदेलखंड महिला साक्षरता कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

    इसके पश्चात मुख्य अतिथि पशु प डॉ. उपेंद्र सिंह जी(उप मुख्य चिकित्साधिकारी मौदहा) ने किसानों को पशु पालन व लम्पी स्किन बीमारी से बचाव की जानकारी दी, इसी के साथ सेक्स सार्टेड सीमेंस से नस्ल सुधार के साथ होने वाले लाभ बताए। मौदहा से लेखपाल सुरेश कुमार ने कई योजनाओं के बारे में जानकारी दी । उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल सुश्री विनीता यादव द्वारा महिलाओं जागरूक किया घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, चाइल्ड लाइन, संबंधी हेल्पलाईन से अपनी शिकायत करने और उसकी गोपनीयता पर पूर्ण विश्वास दिलाया साथ ही साइबर क्राइम से बचाव की जानकारी दी।
    प्रहलाद निषाद (ग्राम प्रधान) द्वारा ग्राम में चल रहे कार्यक्रम के बारे महिलाओं और किसानों को योजना के साथ जोड़कर लाभ दिलाने का अश्वासन दिया ।

    अंत में सरिता (शिक्षिका) व हरिओम (पुरुष प्रेरक) के द्वारा समस्त ग्राम वासियों एवं मुख्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम मे सहयोगी ऋतुराज त्रिपाठी , गोविंद पांचाल , शिवेंद्र प्रताप , अशोक कुमार , एवं कार्यक्रम संचालन श्यमनारायन द्वारा किया गया। वही ग्राम गहरौली, ब्लॉक मुस्कुरा, हमीरपुर में पशुपालन विभाग के सहयोग से बायफ संस्था द्वारा संचालित, बुंदेलखंड महिला साक्षरता कार्यक्रम के तहत कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया इस मौके पर संस्था के जिला प्रभारी एस के सिंह ने गाय की प्रजाति में फैल रही लंपी स्किन रोग के विषय में जानकारी दी और बचाव के तरीके व सावधानियां बताई।

    इसी क्रम में अपनी विदेशी गाय और भैंस में कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से सेक्स सोर्टेड सीमेन से गर्भधान कराने की सलाह दी गई जिसमें 90% से अधिक मादा बच्चे पैदा होते हैं जिससे अन्ना प्रथा में रोक लगाई जा सके।
    साथ ही अपना जिला हमीरपुर जैविक जिला घोषित है तो प्रत्येक किसान को जागरूक किया गया कि अपनी खेती में ज्यादा खाद यूरिया डी.ए.पी. का इस्तेमाल करते हुए वर्मी कंपोस्ट खाद व कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करें जिससे मृदा को बंजर होने से बचाया जा सके और कृषि उत्पादन बढाया जा सके।

    वही तकनीकी और डिजीटल शिक्षा के साथ अक्षर और अंको का ज्ञान, को बढ़ाने और उसके सही प्रयोग की जानकारी लेने का माध्यम साक्षरता केन्द्र पर आने के लिए महिलाओं को सीखने आने के लिए कहा गया।
    बैठक में मुख्य अतिथि बाबूराम ग्राम प्रधान, गहरौली ने महिलाओं व किसान भाइयों को समझाया की खेती में ज्यादा खाद ना डालें अपनी आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ लगा दी जा सके और गायों को अन्ना ना छोड़े बांध कर पशुओं को खिलाने की आदत डालें।

    वही महिला साक्षरता केंद्र कुम्हऊपुर में महिला साक्षरता कार्यक्रम के तहत कृषक गोष्टी का आयोजन हुआ जिसमे मुख्य अतिथि घनश्याम उद्यान निरीक्षक जिला उद्यान विभाग हमीरपुर ग्राम कुम्हऊपुर के पुर्व प्रधान कुलदीप सिंह, पूर्व प्रधान उमाशंकर एवं पंचायत सहायक नेहा वर्मा उपस्थित रहे एवं बाएफ़ के तरफ से जिला प्रभारी एस. के. सिंह जी व बाएफ़ फील्ड कोआर्डीनेटर गीता कौर बाएफ़ केंद्र प्रभारी ललपुरा संतोष कुमार व शिक्षिका पद पर तैनात प्रियंका देवी, मेल मोटिवेटर एस.कुमार एवं अशोक कुमार उपस्थित रहे |

    इस मौके पर एस. के सिंह जी के द्वारा लम्पी स्किन रोग के बारे में विस्तार पूर्वक किसानो को जागरूक किया गया एवं गीता कौर के द्वारा महिला साक्षरता कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गयी |कुलदीप कुमार सिंह (पूर्व प्रधान) के द्वारा महिलाओं एवं किसान भाइयों को जागरूक करते हुए कहा कि सरकार के द्वारा जो भी योजनायें चलायी जा रही है उनका रजिस्ट्रेशन करवा करके लाभ लें |

    अंत में मुख्य अतिथि घनश्याम(उद्यान निरीक्षक) जिला उद्यान विभाग हमीरपुर के द्वारा जो भी योजनायें चल रही है उसके बारे में बताया गया एवं सभी किसानों से कहा गया कि उद्यान विभाग के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करा करके विभाग द्वारा चलायी जा रही विभन्न योजनाओं का लाभ लें | अध्यक्षता कर रहे एस. कुमार जी द्वारा आये हुए सभी अतिथियों, महिलाओं एवं किसानों का धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया ।

    ग्राम न्यूरिया में किसान गोष्ठी की गई जिस में उपस्थित किसान भाई और महिला साक्षरता केंद्र की महिलाएं एवं उपस्थित कृषि विभाग के अधिकारी व पशुपालन विभाग के डॉक्टर साहब द्वारा मिलने वाले योजनाओं के लाभ के विषय में जानकारी दी गई ग्राम पंचायत प्रधान न्यूरिया कन्हैया दीक्षित के द्वारा बाया महिला साक्षरता केंद्र न्यूरिया में आयोजित किसान गोष्ठी में ग्रामीणों को महिलाओं को साक्षरता के बारे में वह ग्राम विकास के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई पशु चिकित्सा अधिकारी श्रीवंश राज पटेल जी के द्वारा आयोजित किसान गोष्ठी में कृत्रिम गर्भाधान साथ-साथ लंपी वायरस बचाव व सावधानियों के बारे में जानकारी दी गई बायफ डीपीओ शैलेंद्र कुमार सिंह के द्वारा किसान गोष्ठी में ग्रामीणों को महिला साक्षरता के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई।

  • छठ घाटों पर आवश्यक तैयारी एवं विधि व्यवस्था को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की बैठक

    लोक आस्था का महापर्व छठ के अवसर पर घाटों पर आवश्यक तैयारी तथा विधि व्यवस्था संधारण को लेकर शुक्रवार देर शाम जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की।सभी घाटों पर साफ सफाई का शेष काम त्वरित गति से पूरा करने को कहा गया। सभी महत्वपूर्ण घाटों पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जानी है। शहरी क्षेत्रों में संबंधित नगर निकाय के माध्यम से तथा ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित अंचलाधिकारी के माध्यम से बैरिकेडिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।

    महत्वपूर्ण घाटों पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था तथा उपयुक्त पार्किंग एवं ट्रैफिक प्लान का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।राजगीर अनुमंडल में 50 तथा हिलसा अनुमंडल में 107 महत्वपूर्ण घाट चिन्हित है। बिहार शरीफ नगर निगम क्षेत्र में 24 घाटों को नगर निगम द्वारा तैयार किया जा रहा है। जहां साफ-सफाई की कार्रवाई की जा रही है। इन सभी घाटों पर बैरिकेडिंग, रोशनी आदि की व्यवस्था समय से की जाएगी।

    सभी बड़े घाटों पर महिला व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम तथा अस्थाई शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
    घाटों पर अनिवार्य रूप से नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया गया। नियंत्रण कक्ष में पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाने को कहा गया ताकि किसी भी तरह की आम सूचना का त्वरित प्रसारण किया जा सके।
    बड़गांव, औंगारी धाम आदि जैसे जगहों पर उपयुक्त पार्किंग की व्यवस्था तथा स्पष्ट ट्रैफिक प्लान के अनुसार चीजों को व्यवस्थित रखने का निर्देश दिया गया।

    सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संयुक्त रुप से सभी महत्वपूर्ण घाटों का निरीक्षण सुनिश्चित करेंगे।सभी महत्वपूर्ण घाटों पर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।धनतेरस एवं दीपावली के अवसर पर भी विधि व्यवस्था हेतु सभी पदाधिकारियों, विशेष रूप से पुलिस पदाधिकारीयो को सतत चौकस रहने को कहा गया।

    दिवाली के अवसर पर फायर ब्रिगेड को एकदम तैयार हालत में रखने का निर्देश दिया गया। फायर ब्रिगेड के चालकों का नंबर सभी संबंधित पदाधिकारियों को उपलब्ध रखने को कहा गया। सभी अस्पतालों को भी एलर्ट रहने का निर्देश दिया गया।

    बैठक में पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, जिला आपदा शाखा प्रभारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं सभी थाना प्रभारी जुड़े थे।

  • अंतर्राष्ट्रीय पीस पोस्टर कांटेस्ट में हिलसा की तन्नी अव्वल

    हिलसा ( नालंदा ) लायंस क्लब पटना सेंट्रल क्लासिक के तत्वावधान में हिलसा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पीस पोस्टर कांटेस्ट के दौरान मदर टेरेसा स्कूल की छात्रा तन्नी कुमारी ने अव्वल स्थान प्राप्त किया . लीड विथ कंपेशन के थीम पर आधारित उक्त पेंटिंग प्रतियोगता में सफल होने वाले प्रतिभागियों का चयन कर उन्हें बतौर मुख्य अतिथि पहुँचे समाजसेवी डा. आशुतोष कुमार मानव ने प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो तथा मेडल देकर सम्मानित किया .

    यहाँ के बाद विजेताओं का पोस्टर को अंतरराष्ट्रीय मंच मिलेगा जहां चयनित होने के बाद विजेताओं को फिर से पुरस्कृत किया जाएगा . इस मौक़े पर डा. मानव ने कहा कि बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह का कार्यक्रम समय समय पर होते रहना चाहिए . इससे न केवल उनकी प्रतिभा में निखार आता है बल्कि सामाजिक सरोकार से भी वे जुड़ते चले जाते हैं . बच्चों की पढ़ाई लिखाई के साथ साथ कला संस्कृति के तरफ़ रुझान पैदा होने से ही विकसित राष्ट्र का निर्माण हो सकता है . विद्यालय के वैसे तमाम विद्यार्थी बधाई के पात्र हैं जिन्होंने इस प्रतियोगिता में बढ़ चढ़ कर भाग लिया .

    डा. मानव ने लायंस क्लब द्वारा संचालित कार्यक्रमों को अनुकरणीय बताया तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर मेधावी बच्चों के बीच प्रतियोगिता आयोजित करने का अनुरोध किया . लायंस क्लब के प्रेसिडेंट लायन शिखा प्रसाद , स्किल डेवलपमेंट चेयरपर्सन लायन नेहा प्रसाद , राजीव गौतम एवं निदेशक संजय वर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा तन्नी, रितिका रानी समेत सैकड़ों प्रतिभागियों की हौसला आफ़जाई करते हुए बच्चों को जागरुक किया .

  • पाटलिपुत्र खेल परिसर में राज्य स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता

    कला संस्कृति एवं खेल विभाग द्वारा दक्ष कार्यक्रम के अंतर्गत  पटना के पाटलिपुत्र खेल परिसर में राज्य स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता के विभिन्न खेलों के विजेता खिलाड़ियों को नगद पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में माननीय मंत्री श्री जितेंद्र राय और सभी ज़िला के डिस्टिक स्पोर्ट्स ऑफिसर मौजूद थे।इस कार्यक्रम में विभिन्न खेलों के लगभग 2200 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।

    नालंदा जिला ताइक्वांडो संघ के सचिव कार्तिक कुमार ने बताया कि नालंदा ज़िला के लगभग 70 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया जिसमें ज़िले के चार खिलाड़ी ताइक्वांडो से भी थे। सचिव कार्तिक कुमार ने बताया कि जो खिलाड़ी गोल्ड मेडल जीते हैं उन्हें ₹10000, जो सिल्वर मेडल जीते हैं उन्हें ₹5000 और जो ब्रोंज मेडल जीते हैं उन्हें ₹2500 नगद राशि से पुरस्कृत किया गया।
    जिला सचिव कार्तिक कुमार ने बताया इस तरह के कार्यक्रम से खिलाड़ियों में और भी उत्तेजना बढ़ेगी और आने वाले समय में और बेहतर प्रदर्शन करेंगे। इस उपलब्धि पर सचिव कार्तिक कुमार, अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार तथा कोषाध्यक्ष राकेश कुमार ने सभी को बधाई दी है।

  • पांच दिवसीय श्रीरामचरितमानस एवं गीता विवेचना का कार्यक्रम

    दिव्य ज्योति जाग्रति स्थान द्वारा पांच दिवसीय श्रीरामचरितमानस एवं गीता विवेचना का कार्यक्रम हाई स्कूल हरनौत मैदान मे संपन्न हुआ । कथा के अंतिम दिन संस्थान के संस्थापक एवं संचालक सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री अमृता भारती जी ने पूर्ण गुरु की कसौटी को बड़े ही सारगर्भित तरीके से भक्त श्रद्धालुओं के समक्ष प्रस्तुत किए । उन्होंने बताया कि हमारे हर शास्त्र ग्रथ में पूर्ण गुरु की पहचान मात्र और मात्र ईश्वर के दर्शन से बताई गई है, जो गुरु मानव तन रूपी घट के भीतर परमात्मा के प्रकाश स्वरूप का दर्शन करा दे उसे ही पूर्ण गुरु मानो । इतिहास बताता है कि स्वामी विवेकानंद पूर्ण गुरु की इसी कसौटी को लेकर अनेक तथाकथित संत के पास जाते थे और उनसे यह प्रश्न करते थे क्या आपने ईश्वर दर्शन किया है , क्या आप मुझे भी करा सकते हैं, मगर उनकी यह जिज्ञासा स्वामी रामकृष्ण परमहंस जी ने पूरी की । यही वह ज्ञान था जो सामान्य से नरेंद्रनाथ को स्वामी विवेकानंद के रूप में तब्दील कर गया, जो आज कई दशकों बाद भी एक आदर्श युवा के रूप में समाज में प्रतिष्ठित है ।
    श्रीमद्भागवत गीता में भी भगवान कृष्ण अर्जुन को युद्ध के मैदान में इसी सनातन ज्ञान को प्रदान कर परमात्मा के योग स्वरूप, प्रकाश स्वरूप का घट के भीतर दर्शन कराते हैं, अर्जुन परमात्मा के स्वरूप का साक्षात्कार कर ही मोह रूपी विकार से मुक्त हो पाया था । उन्होंने आगे बताया कि आज संपूर्ण समाज मूलतः पांच विकारों काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार से ग्रसित है और समाज की संपूर्ण समस्या की तह में यही पांच विकार देखने को मिलते हैं अगर आज हम भी समाज की इन समस्याओं से समाधान चाहते हैं तो ईश्वर के ज्ञान रूपी प्रकाश से ही अंतर्मन के अज्ञानता रूपी अंधकार को नष्ट कर सकता है। इसी कड़ी में आज सर्व श्री आशुतोष महाराज जी ब्रह्म ज्ञान के दीक्षा प्रदान कर ईश्वरीय चेतना का साक्षात्कार करा समाज को श्रेष्ठ समाज बनाने के निमित्त संकल्पित हैं । स्वामी रघुनन्दनानंद जी ने आगे समझाया कि गुरु की पहचान वेश-भूषा , बाहरी लिबास , पहनावे , त्रिपुंड से नहीं होती , जिस तरीके से रावण भी संत के भेष में मां सीता का हरण कर गया था आज भी रावण रूपी कपटी संत सीता रूपी भोले भाले समाज को ठगने को तैयार बैठे हैं । एक पुरानी कहावत है “गुरु करो जान के पानी पियो छान के” । इसी ब्रह्म ज्ञान की जिज्ञासा को ले कई भक्त श्रद्धालुओं कथा समाप्ति के बाद संत समाज से मुलाकात की । सैकङौ भक्त श्रद्धालुओं ने कथा के अंतिम दिवस सु मधुर भजनों के सत्संग विचारों का आनंद लिया।