बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लाव लश्कर के साथ अपने पैतृक गांव हरनौत प्रखंड के कल्याण विगहा पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्मृति वाटिका में अपने अपने पिता स्वर्गीय कविराज राम लखन सिंह वेद की 44 वी पुण्यतिथि के मौके पर उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर कल्यानबीघा के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी। माल्यार्पण के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पैतृक आवास भी गए और उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के बारे में रूबरू हुए। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल्याण बीघा गांव का भ्रमण किया। अतिथि के मौके पर बिहार सरकार के कई मंत्रिब,सांसद कौशलेंद्र कुमार, हरनौत विधायक हरिनारायण सिंह,हिलसा विधायक प्रेम मुखिया,अस्थावां विधायक डॉ जितेंद्र कुमार समेत कई जदयू कार्यकर्ता व अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
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फायरिंग में नालंदा के कैडेट दिल्ली में फिर लहराएंगे परचम- कर्नल राजीव बंसल
बिहारशरीफ । 38 बिहार बटालियन एनसीसी की ओर से संयुक्त वार्षिक कैम्प-13 के छठे दिन सीनियर डिवीजन के केडेटों को फायरिंग की प्रैक्टिस कराई गई। सभी कैडेट्स को पांच राउंड फायर की प्रैक्टिस कराई जा रही है। आज जिडीएम कॉलेज, किसान कॉलेज, एसपीएम कॉलेज, रास बिहारी इंटर स्कूल , ए एन एस कॉलेज बाढ़ आदि के केडेटों में प्रैक्टिस की। इसके अलावा जूनियर डिवीजन के केडेटों के लिए रस्सी खींच प्रतियोगिता आयोजित की गई । जिसमें गांधी उच्च विद्यालय नवादा की टीम प्रथम स्थान पर रही जबकि दूसरे स्थान पर उच्च विद्यालय अस्थावां की टीम रही। वही सीनियर डिवीजन कैडेट्स के लिए बॉलीबाल का फाइनल मैच जिडीएम हरणौत व किसान कॉलेज सोहसराय के बीच खेला गया। जिसमें जीडीएम कॉलेज की टीम ने बाजी मार ली।
38 बिहार बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर एवं इस कैंप के कैंप कमांडेंट कर्नल राजीव बंसल ने बताया कि पैरेट के साथ-साथ फायरिंग पर भी हमारा फोकस है हम अपने करेटो को फायरिंग के क्षेत्र में काफी अच्छे से प्रशिक्षित कर रहे हैं पिछले वर्ष भी हमारे कैरेट दिल्ली में जाकर बिहार और नालंदा का नाम ऊंचा किए थे दिल्ली में 38 बटालियन का पताका लहरा था आने वाले वर्ष में हम लोग फिर उस इतिहास को दोहरा दोहराएंगे और दिल्ली में फिर पताका लहराएंगे। फायरिंग में अव्वल आने वाले करेटो को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा एवं अच्छे प्रदर्शन करने वाले कैडेटों को इनाम भी दिया जाएगा।
इस अवसर पर एनसीसी ऑफिसर कैप्टन (डॉ) अनुज कुमार, लेफ्टिनेंट राकेश रंजन पांडेय,ले. (डॉ) शशिकांत कुमार टोनी,थर्ड ऑफिसर प्रवीण कुमार, मधुकांत के अलावा सूबेदार मेजर सुकुर सवैया, सूबेदार भरत गुरुंग, शंकर जाधव, सत्येंद्र कुमार , हवलदार संजीव कुमार, राजेंद्र कुमार, राजकुमार , नायब सूबेदार करनैल सिंह, अंडर ऑफिसर साहिल भारती बलवीर कुमार गोपाल सिंह आदि उपस्थित थे।
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मेडिकल शिविर का आयोजन करवाया गया।
रहुई प्रखंड के उत्तरनामा पंचायत के मुखिया सरयुग प्रसाद के द्वारा पहल करते हुए मंगलवार को सुबह 9:00 बजे से लेकर के शाम के 4:00 बजे तक मेडिकल शिविर का आयोजन करवाया गया। इन मेडिकल शिविर में उतरनामा पंचायत के सैकड़ों लोगों ने अपनी बीमारियों का मुफ्त में जांच करवाया और मुफ्त में दवा भी ली। इस दौरान उत्तरनामा पंचायत के मुखिया सरयुग प्रसाद ने कहा कि हमारे पंचायत के ग्रामीणों की सेवा करना हमारी प्राथमिकता है क्योंकि अगर हमारा पंचायत स्वास्थ्य है तभी लोग स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस मेडिकल शिविर में आंख से जुड़े रोगों को छोड़कर बाकी सभी तरह के रोगों का जांच किया जा रहा है। महिलाओं से जुड़े रोगों के लिए इस मेडिकल शिविर में महिला डॉक्टर को भी बुलाया गया है।मुखिया ने कहा कि हमारे पंचायत में ऐसे कई निस्सहाय लोग हैं जिनके पास इलाज के लिए पैसे भी नहीं है। ऐसे लोगों के पास पैसे के अभाव के कारण उनका सही तरीके से इलाज भी नहीं हो पाता है और वह इलाज के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हो जाते हैं। इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए उतरनामा पंचायत में हमारे पहल पर मेडिकल शिविर का आयोजन किया गया है। इस मेडिकल शिविर में लोगों का मुफ्त में मेडिकल चेकअप के साथ- साथ दवा भी मुफ्त में दी जा रही है। वहीं मुखिया के इस पहल से ग्रामीणों में काफी खुशी भी देखी जा रही है ग्रामीणों ने इस मुखिया के इस पल को खूब सराहा।
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गूंज के सहयोग से लोहड़ी विद्यालय में बच्चों को बीच बांटी गई खेल सामग्री।
गूंज के सहयोग से लोहड़ी विद्यालय में बच्चों को बीच बांटी गई खेल सामग्री।। नूरसराय प्रखंड स्थित लोहड़ी प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को बीच कई तरह के खेल सामग्री अंतरराष्ट्रीय संस्था गूंज के राज्य प्रमुख शिवजी चतुर्वेदी जी के मार्गदर्शन में गूंज पटना के अरुण उपधया जी के निर्देश पर मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी के सचिव पुरुषोत्तम कुमार के द्वारा उपस्थित बच्चों के बीच बांटी गई खेल सामग्री।
यह कार्यक्रम बच्चों को विद्यालय में उपस्थित बढ़ाने और शारीरिक मानसिक विकास के लिए दि गई है मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी के सचिव पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि गूंज संस्था के सहयोग से बच्चों को विद्यालय में पठन पाठन के साथ खेलना भी जरूरी है इससे एक दुसरे बच्चों को विद्यालय में भाईचारे दोस्ती में बढ़ावा देने हेतु कार्य किया गया है। खेल खेल में पढ़ाई के साथ मानसिक विकास शारीरिक विकास अपनापन महसूस कर सकते हैं बाहर बच्चों जो विधालय नहीं आते हैं बह भी खेल सामग्री से बच्चों को खेलते हुए देख कर विद्यालय में उपस्थित होने के लिए तैयार हो जाएंगे।
गूंज संस्था का बहुत ही सराहनीय कार्य मानव कल्याण हेतु जन सेवा में समर्पित लोगों को जरूरत पुरा करने में मदद करती है जो सराहनीय पहल है। महावत प्रसाद उर्फ धनंजय सिंह वार्ड सदस्य प्रतिनिधि ने बताया कि गूंज संस्था के सहयोग से मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी द्वारा जनचेतना कार्य के साथ समाज हित में कार्य कर रही है इसके कार्य कि जितनी कि जाय वो कम है। यह कार्यक्रम प्राथमिक विद्यालय लोहड़ी के प्रधानाध्यापिका कुमारी चंचला सिन्हा के देखरेख में में सम्पन्न हुई।हुमाना पिपुल टु पिपुल इंडिया के राजीव कुमार रंजीत कुमार प्रति कुमारी सुधांशु कुमार अजय पांडेय अनिता देवी बिक्की कुमार अजय पांडेय के नेतृत्व में सैकड़ों बच्चे शामिल थे।
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शिक्षा समिति कि बैठक में बच्चों को विद्यालय में उपस्थित बढ़ाने पर जोर।
नूरसराय प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय लोहड़ी में विधालय शिक्षा समिति कि बैठक वार्ड सदस्य प्रतिनिधि महावत प्रसाद उर्फ धनंजय सिंह के अध्यक्षता में हूमाना पिपुल टु पिपुल इंडिया के राजीव कुमार रंजीत कुमार के उपस्थिति में बच्चों को विद्यालय में उपस्थित बढ़ाने एवं अन्य कार्य के लिए सम्पन्न हुई। ईस बैठक में शामिल मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी नूरसराय के सचिव पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि आज आमजनों को सुविधा उपलब्ध सरकार के द्वारा कराई जा रही है
जिसमें बच्चों को विद्यालय में उपस्थित बढ़ाने में सहायक हो लेकिन बदले में बच्चों को विद्यालय में उपस्थित बढ़ाने के बजाय कम हो रही है इसके लिए जिम्मेदार अभिभावक है वो अपने बच्चे पर ध्यान नहीं दे कर दो बक्त कि रोटी के जुगाड़ में लगे रहते हैं इसलिए बच्चों को विद्यालय में उपस्थित कम हो जाती है जबकि बच्चे देश और समाज का आने वाले भविष्य हैं और आने वाले समय में ईनके कंधे पर देश परिवार और समाज कि जिम्मेदारीया होगा।
हम सब मिलकर समाजिक सरोकार रखने वाले लोग सभी बच्चों को विद्यालय आंगनबाड़ी केंद्र पर भेजने कि कोशिश करें यही सच्चा प्रेम और पुजा है मंदिर मस्जिद चर्च गुरुद्वारा से बड़ा विद्यालय है इनमें सभी लोग शामिल भगवान रूप में है। राजीव कुमार हुमाना पिपुल टु पिपुल इंडिया के सहयोगी ने बताया कि विद्यालय में उपस्थित बढ़ाने एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए हम सब मिलकर समाजिक कार्यकर्ता तात्पर्य है अभिभावक का सहयोग मिलेगा तो बच्चे प्रगति कि ओर बढ़ेंगे। ईस कार्यक्रम में शामिल प्रधानाध्यापक कुमारी चंचला सिन्हा प्रति कुमारी सुधांशु कुमार अजय पांडेय अनिता देवी बिक्की कुमार के साथ अन्य लोग शामिल थे।
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ई-रिक्शा पर सवार 5 यात्री गंभीर रूप से जख्मी हो गए
अहले सुबह बिहारशरीफ अस्पताल चौराहा पर पिकअप वैन ने ई-रिक्शा को जबरदस्त ठोकर मार दी जिससे ई रिक्शा पर सवार 5 यात्री गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घटना के संबंध में सुबह में मॉर्निंग वॉक पर निकले चश्मदीदों ने बताया कि ई रिक्शा पर सभी यात्री रामचंद्रपुर की ओर जा रहे थे
इसी दौरान अस्पताल चौराहा के समीप पिकअप वैन ने ठोकर मार दी। जिससे ई रिक्शा पर सवार 5 यात्री गंभीर रूप से जख्मी हो गए। आनन-फानन में स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को बिहार शरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलो में मोहम्मद चांद जो कि बरबीघा का रहने वाला है और वह बिहारशरीफ में रहकर ई रिक्शा चलाता है।
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राजगीर महोत्सव धर्म, संस्कृति और कला की जीवंत अभिव्यक्ति
राकेश बिहारी शर्मा – राजगीर महोत्सव इतिहास, धर्म, कला और संस्कृति का एक सुंदर प्रतिनिधित्व है और न केवल बिहार में बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी प्रतिष्ठा है। इस त्योहार को मनाने की परंपरा 1986 से चली आ रही है और नालंदा और राजगीर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध विरासत को उजागर करने के लिए मनाया जाता है। राजगीर कन्वेंशन सेंटर में मनाए जाने वाले इस तीन दिवसीय उत्सव में प्रसिद्ध गायकों और नर्तकियों की भागीदारी देखी गई है, जो दर्शकों के समान उत्साह के साथ प्रदर्शन करते हैं।
प्राचीन काल से ही राजगीर उत्सवों एवं विद्वत सभाओं का प्रमुख केन्द्र रहा है और अनेक चिन्तन प्रवाहों का स्रोत भी जप, तप, यज्ञ और अन्य धर्म संस्कारों का पवित्र प्रतीक राजगीर में मलमास, मकर, शिवरात्रि, अमावस, पूर्णिमा, एकादशी छठ और उसे जैसे अवसरों पर विभिन्न धर्मावलबियों का जमघट होता रहा है; आज भी पूर्ववत जारी है।
जब भारत आजाद हुआ तब नवीन भारत के स्वरूप नवीन प्रयासों से नवीनतम करने का सरकार ने संकल्प लिया उसी क्रम में नृत्य महोत्सव के रूप में किये गए। राजगीर महोत्सव का आयोजन एक सार्थक प्रयास है। ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थान के रूप में विख्यात राजगीर आज समस्त धर्मों के प्रति समभाव तथा सद्भाव का प्रतीक बन गया है। राम, रहीम, नानक, बुद्ध, महावीर या ईसा मसीह किसी का भी अनुयायी हो, वह निश्छल भाव से राजगीर की गरिमा से गौरवान्वित होता है, खासकर जैन और बौद्ध धर्म का यह अति पूज्य धरोहर के रूप में जाना जाता है फलस्वरूप, लाखों की संख्या में बौद्ध एवं जैन तीर्थ यात्री यहाँ आकर पूजन, अर्चन और वन्दन कर अपने को कृतार्थ मानते हैं चालीस के दशक के बाद तीर्थ यात्रियों के अतिरिक्त स्वास्थ्य सेवियों और पर्यटकों के लिए भी यह विशेष आकर्षण का केन्द्र बन गया है, खासकर बंगाल के पर्यटकों के लिए सबसे सहज, सुलभ और सस्ते शैलानी स्थल के रूप में सुप्रसिद्ध हो गया है। स्वस्थ वातवरण, बिल्कुल शांत और कोलाहल से दूर वनों और जंगलों से छनकर आती हुई वृद्धों में भी जवानी संचारित कर देने वाली मादक और शीतल हवा देशी-विदेशी पर्यटकों को आकृष्ट करने लगी है।
राजगीर के झरनों में स्नान, पहाड़ों का परिदर्शन और दर्शनीय स्थलों का भ्रमणोपरान्त शाम को सो जाने का दिनचर्या से लोग उचने लगे। मानसिक भूख का अतृप्ति, नृत्य एवं संगीत की लालसा तथा मिलन और विचारों के आदान प्रदान से अछूता जीवन नीरस प्रतीत होने लगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए बौद्ध जगत के प्रख्यात बौद्ध भिक्षु श्री जगदीश कश्यप के निर्देशन में मगध सांस्कृतिक संघ नामक एक संस्था की स्थापना की गयी, जिसके संस्थापक सचिव श्री सुरेन्द्र प्रसाद ‘तरुण’ बनाए गए थे। स्थानीय एवं अतिथि कलाकारों के सहयोग से गीत-संगीत और नृत्य का नियमित संचालन मगध सांस्कृतिक संघ का प्रथम उद्देश्य घोषित किया गया। यहाँ आने वाले तीर्थ यात्रियों की सेवा, कलाकारों, पत्रकारों, साहित्यकारों और देशभक्तों के सम्मान में गोष्ठियों का निरन्तर आयोजन होते रहे हैं जिसमें देश विदेश के अनेक महापुरुषों ने भाग लिया।
मगध सांस्कृतिक संघ के सचिव एवं तत्कालीन शिक्षा राज्यमंत्री श्री सुरेन्द्र प्रसाद ‘तरुण राजगीर महोत्सव के लिए व्यापक आवश्यकता महसूस करने लगे। इसी बीच खजुराहो महोत्सव का प्रारंभ भी हुआ था, जिससे प्रेरित होकर बिहार में भी कुछ वैसा ही करने की भावधारा की तलाश होने लगी। राजगीर का यह संयोग या सौभाग्य कहिए कि तत्कालीन पर्यटन मंत्री श्रीमती उमा पाण्डेय के समक्ष तत्कालीन शिक्षा राज्यमंत्री श्री सुरेन्द्र प्रसाद ‘तरुण’ ने खजुराहों के आधार पर राजगीर में भी महोत्सव करने का सुझाव रखा। श्रीमती उमा पाण्डेय ने बड़ी ईमानदारी, लगन, उत्साह के साथ इस प्रस्ताव को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री विन्देश्वरी दूबे के समक्ष उपस्थापित किया और यह प्रस्ताव को दूबे जी ने सहर्ष अनुमोदित करते हुए समारोह आयोजन करने का निदेश पर्यटन विभाग को दिया।
राजगीर महोत्सव इतिहास, धर्म, कला और संस्कृति का एक सुंदर प्रतिनिधित्व है और न केवल बिहार में बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी प्रतिष्ठा है। इस त्योहार को मनाने की परंपरा 1986 से चली आ रही है। राजगीर कन्वेंशन सेंटर में मनाए जाने वाले इस तीन दिवसीय उत्सव में प्रसिद्ध गायकों और नर्तकियों की भागीदारी देखी गई है, जो दर्शकों के समान उत्साह के साथ प्रदर्शन करते हैं।
राजगीर पंच पहाड़ियों से घिरे नैसर्गिक वातावरण से आच्छादित ऐतिहासिक स्वर्णभंडार गुफा के मैदान में 4 अप्रैल 1986 को राजगीर नृत्य महोत्सव का आयोजन विधिवत प्रारंभ हो गया, जिसका उद्घाटन भारत सरकार के तत्कालीन पर्यटन मंत्री श्री एच के एल. भगत ने किया। समारोह में स्वयं मुख्यमंत्री श्री विन्देश्वरी दूबे, पर्यटन मंत्री श्रीमती उमा पाण्डेय तथा शिक्षा राज्यमंत्री श्री सुरेन्द्र प्रसाद ‘तरुण’ ने उपस्थित होकर महोत्सव को और गरिमामय बनाने में अहम भूमिका अदा की। पर्यटन विकास निगम और भारतीय नृत्य कला मंदिर के संयुक्त प्रयास ने महोत्सव में चार चाँद लगा दिये। भारतीय नृत्य कला मन्दिर के निदेशक श्री हरि उप्पल ने स्वयं उपस्थित होकर प्रथम आयोजन का निर्देशन किया।
यह महोत्सव 1989 तक स्वर्णभंडार परिसर में भव्य तरीकों से आयोजित होता रहा, किन्तु समय के थपेड़ों में तथा एकाध राजनीतिज्ञ की नासमझी के कारण आयोजन का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। लगातार 6 वर्षों तक दूषित भावनाओं के ग्रहण से यह ग्रसित रहा, किन्तु 1995 में तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ. दीपक प्रसाद के सद्प्रयास से महोत्सव को पुनः प्रारंभ किया गया और इसे विश्वशांति स्तूप के आयोजन से जोड़ दिया गया। यूथ होस्टल के परिसर में मुक्त आकाश के तले भव्य मंच का निर्माण कर खूब सजधज कर इसे पुर्नजीवित किया गया। इस अवसर पर ग्राम्यश्री मेला लगाकर विभिन्न प्रकार की झाँकियाँ प्रस्तुत की गई। विकास की गतिविधियों से भी परिचय कराया गया। स्थानीय जनता को भागीदार बनाकर टमटम दौड़, मल्लयुद्ध, स्वच्छता अभियान, सौंदर्य प्रतियोगिता, ग्रामीण गीत-गजल को जोड़कर इसे सार्वभौमिक बनाया गया।
राजगीर महोत्सव में अभी तक देश के चोटी के कलाकरों ने भाग लिया, जिन्होंने देश ही नहीं, विदेशों में भी अच्छी ख्याति प्राप्त की है। उनमें फिल्मी अभिनेत्री श्रीमती हेमामालिनी, सिने तारिका मीनाक्षी शेषाद्री, नलिनी कामायनी, सोनल मानसिंह, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया, अनूप जलोटा, पद्मश्री पं. शिवकुमार शर्मा, पद्मश्री डॉ. भूपेन हजारिका, विश्व प्रसिद्ध गिटार वादक पं. विश्व मोहन भट्ट, सुश्री वसुन्धरा स्वामी, डॉ. मल्लिका साराभाई हैं। सुश्री अर्चना योगलेकर और नृतक मधुकर गंगाधर, माधवी मुद्गल ओडिसी नृत्यांगना एवं सुप्रसिद्ध गायक राजन मिश्र, साजन मिश्र के नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
नालंदा के साहित्यिक विकास के लिए आये लालबाबू और सुबोध कुमार
नालंदा में साहित्यिक गतिविधि लगभग बंद हो चुका था। जिसे तत्कालीन सुचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी लालबाबू सिंह तथा तत्कालीन जिला-भूअर्जन पदाधिकारी सुबोध कुमार सिंह ने एवं नालंदा जिला के साहित्यकार प्रखर पत्रकार आशुतोष कुमार आर्य साहित्यसेवी पत्रकार सुजीत कुमार वर्मा एवं पत्रकार प्रशांत सिंह, शंखनाद के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा के सहयोग से नालंदा जिला के सभी साहित्यकार, साहित्य सेवी व कवि एक मंच पर बैठने की शुरुआत कर दिए। इन साहित्यसेवियों के प्रयास से साहित्यिक मंडली शंखनाद के बैनर तले अपनी साहित्य गतिविधि को आगे बढ़ाने लगे।
आज के दिन में नालंदा जिला के सभी साहित्यकार अपनी अपनी लेखनी से साहित्य की सेवा कर रहे हैं, और लालबाबू, सुबोध बाबू जी का मार्गदर्शन मिलता रहता है। इनके अथक प्रयास से 30 नवम्बर 2017 को राजगीर महोत्सव के अंतिम दिन आयोजन स्थल अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के उप सभागार में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें देश के नामचीन कवियों ने भाग लिया। उसकेबाद उनके ही प्रयासों से 27 नवम्बर 2018 को राजगीर महोत्सव के अंतिम दिन आयोजन स्थल अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के उप सभागार में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया शंखनाद के सौजन्य से।
2019 से राजगीर महोत्सव में कवि सम्मेलन बंद हो गया। गत वर्ष राजगीर महोत्सव कोरोना के गाल में समा गया। राजगीर महोत्सव लगातार तीन दिनों तक खूब शानदार तरीके से मनाया जाता है, जिसमें राज्य सरकार के पर्यटन विभाग, पर्यटन निगम, जिला प्रशासन तथा स्थानीय जनता की सहभागिता अतुलनीय है। मुझे प्रसन्नता है कि वर्तमान युवा, कर्मठ और कर्तव्यनिष्ठ जिलाधिकारी अपनी निष्ठा एवं तत्परता के साथ राजगीर महोत्सव को सफल बनाने के लिए कृतसंकल्प है।
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राम लखन सिंह वेद की 44 वी पुण्यतिथि के मौके पर उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लाव लश्कर के साथ अपने पैतृक गांव हरनौत प्रखंड के कल्याण विगहा पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्मृति वाटिका में अपने अपने पिता स्वर्गीय कविराज राम लखन सिंह वेद की 44 वी पुण्यतिथि के मौके पर उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर कल्यानबीघा के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी।
माल्यार्पण के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पैतृक आवास भी गए और उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के बारे में रूबरू हुए। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल्याण बीघा गांव का भ्रमण किया। अतिथि के मौके पर बिहार सरकार के कई मंत्रिब,सांसद कौशलेंद्र कुमार, हरनौत विधायक हरिनारायण सिंह,हिलसा विधायक प्रेम मुखिया,अस्थावां विधायक डॉ जितेंद्र कुमार समेत कई जदयू कार्यकर्ता व अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
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भीड़ के हत्थे चढ़ा नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का आरोपी, पुलिस ने बचाया
नालंदा: बिहार के नालंदा में नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी करने के आरोपी को भीड़ ने पकड़ लिया. जिसके बाद उस पर लात-घूंसों की बरसात (Thug Beaten Up In Nalanda) होने लगी. गनीमत यह रहा कि पेट्रॉलिंग करने निकली पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गयी और आरोपी को भीड़ के चुंगल से बाहर निकालकर अपने कब्जे में ले लिया. ये मामला नूरसराय थाना क्षेत्र के मुख्य बाजार का है.
पुलिस ने बचायी पिटाई खा रहे युवक की जान: मामले की जानकारी देते हुए नूरसराय थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि सोमवार को शाम के समय बाजार में पेट्रोलिंग गाड़ी खड़ी थी. कुछ लोगों बाजार के अंदर एक युवक से मारपीट कर रहे थे. स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना पेट्रॉलिंग टीम को दी. सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी बाजार के अंदर गए और पिटाई खा रहे युवक को अपने कब्जे में लिया. युवक की पहचान थरथरी थाना क्षेत्र के निवासी नीरज कुमार के रूप में हुई है.
नौकरी दिलाने के नाम पर किया था ठगी: पुलिस के पूछताछ में पता चला कि युवक नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाता था. इससे पहले भी वह कई युवकों को ठगी का शिकार बना चुका था. नूरसराय बाजार (Noorsaray) में ठगी के शिकार कुछ युवकों ने उसे पहचान लिया और उसकी पिटाई करने लगे. थरथरी थाने में युवक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है. ऐसे में नूरसराय थाना की पुलिस ने आरोपी को थरथरी थाने के हवाले कर दिया. जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
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प्यार में पागल चार बुजुर्गों ने प्रेमिका के कहने पर पांचवें आशिक को मार डाला, जानें पूरा मामला
nalanda news – नालंदा जिले से एक अजीबो गरीब प्यार की दिल दहला देने वाली कहानी सामने आई है। अब इसे प्रेम कहेंगे या विकृत मानशिकता. एक ओर जहां 55 साल के व्यक्ति ने 21 साल की युवती की मांग में सिंदूर डाल दिया, तो दूसरी तरफ 75 साल के प्रेमी को एक प्रेमिका ने अपने चार अन्य बुजुर्ग आशिकों से हत्या करवा दी. बुजुर्गों की रंगीन मिजाजी का एक मामला जिले के अस्थावां थाना क्षेत्र (Asthawan Police Station in Nalanda District) का है. hindi news nalanda
यहां पांच बुजुर्ग 30 साल की विधवा से इश्क लड़ा रहे थे. सभी बुजुर्गों की उम्र कमोबेश 60 से ऊपर थी. इश्क जब परवान चढ़ा तो चार बुजुर्ग एक तरफ हो गये और प्रेमिका के इशारे पर 75 वर्षीय बुजुर्ग तृपित शर्मा को मार डाल. दरअसल इश्क की यह कहानी चाय की दुकान से शुरू होती है. विधवा अस्थावां पॉलिटेक्निक कॉलेज (Asthawan Polytechnic College) के बगल में रहती और चाय की दुकान चलाती थी. वहीं पर चार बुजुर्ग रोज चाय पीने आते थे.
जानें पूरा मामला
चाय की चुश्कियों के साथ ही चारों बुजुर्ग उसी महिला से आंखें चार कर बैठे. चाय की गर्माहट के साथ ही इश्क परवान चढ़ता गया. इसी बीच पांचवें बुजुर्ग की इंट्री हो गयी. यह इंट्री चारों बुजुर्गों को नागवार गुजरी. तृपिता शर्मा का विधवा के घर खूब आना-जाना था. तृपित शर्मा जब उस महिला से बात करता था, तो अन्य चार बुजुर्गों इसे नहीं पसंद करते थे. उन्होंने महिला से कहा कि तुम्हारा तो एक और पांचवां आशिक है. इस पर महिला ने कहा कि ऐसा है तो इसे हटा दो. फिर पीनो देवी के घर पर चारों आशिकों ने तृपित शर्मा को हटाने का प्लान तैयार किया. इसी क्रम में 19 अक्टूबर को तृपित शर्मा की हत्या हो जाती है. शव एक मकान की पानी की टंकी में पाया जाता है.
पानी टंकी से शव मिलने के बाद सामने आया मामला
घटना के दूसरे दिन जब पानी टंकी से शव को निकाला गया, तो उसकी पहचान अस्थावां थाना क्षेत्र के बलवा पर गांव निवासी 75 वर्षीय तृपित शर्मा के रूप में हुई. शव मिलने के बाद पुलिस भी हक्का बक्का रह गयी. पुलिस की छानबीन में धीरे-धीरे इस हत्याकांड पर से पर्दा उठने लगा और शक की सूई उसी चाय बेचने वाली महिला ओर घूमने लगी. पुलिस ने कड़ाई से जब उससे पूछताछ की, तो महिला टूट गयी और इस हत्याकांड का राज खुल गया. पुलिस के अनुसार घटना वाले दिन विधवा ने अन्य चारों बुजुर्ग आशिकों को अपने घर पर बुलाया था. चारों बुजुर्ग आशिकों ने प्लानिंग के मुताबिक तृपित शर्मा को पीट-पीटकर हत्या दी और साक्ष्य पर पर्दा डालने के उद्देश्य से शव को पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप बने मकान के पानी के टंकी में डाल दिया.
19 अक्तूबर की रात हुई बुजुर्ग की हत्या
सदर डीएसपी डॉक्टर शिब्ली नोमानी ने बताया कि 19 अक्टूबर की रात को अस्थावां थाना क्षेत्र के पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप नवनिर्मित मकान के पानी टंकी से एक वृद्ध की लाश बरामद हुई थी. उसकी पहचान 75 वर्षीय तृपित शर्मा के रूप में की गयी थी. इस घटना के बाद मृतक के पुत्र मिट्ठू कुमार ने अज्ञात के खिलाफ अस्थावां थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा (Nalanda SP Ashok Mishra) के दिशा निर्देशन और उनके नेतृत्व में थानाध्यक्ष अस्थावां और जिला आसूचना इकाई के कर्मियों ने तकनीकी अनुसंधान के आधार पर इस कांड का खुलासा किया. सदर डीएसपी ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में पता चला कि 30 वर्षीय विधवा से पांचों बुजुर्गों का अवैध संबंध था. अवैध संबंध के कारण ही यह घटना हुई है. अभियुक्तों के पास से मृतक का मोबाइल भी बरामद हुआ है.
ये हुए गिरफ्तार
सदर डीएसपी (Biharsharif DSP Dr Shibli Nomani) ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में 30 वर्षीय महिला, बरबीघा थाना क्षेत्र के कुतुबचक निवासी 75 वर्षीय कृष्णनंदन प्रसाद, अस्थावां थाना क्षेत्र के अस्थावां गांव निवासी 60 वर्षीय सूर्यमणि कुमार, मानपुर थाना क्षेत्र के छबीलापुर गांव निवासी वासुदेव पासवान और अस्थावां थाना क्षेत्र के अकबरपुर गांव निवासी बनारस प्रसाद उर्फ लोहा सिंह शामिल हैं. सदर डीएसपी ने बताया कि यह पूरी तरह से ब्लाइंड हत्याकांड था. अनुसंधान के क्रम में स्पष्ट हुआ कि 75 वर्षीय तृपित शर्मा की हत्या अवैध संबंध के कारण हुई है.
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स्रोत – प्रभात खबर – Bihar: प्यार में पागल चार बुजुर्गों ने प्रेमिका के कहने पर पांचवें आशिक को मार डाला, जानें पूरा मामला