Category: Bihar

  • बीपीएससी पेपर लीक कांड: मामले में भोजपुर के एक BDO सहित इन 9 लोगों के खिलाफ चार्जशीट

    लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: बीपीएससी पेपर लीक कांड की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई की एसआईटी ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुऐ भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड के तत्कालीन बीडीओ और वीर कुंवर सिंह कॉलेज पर बतौर मजिस्ट्रेट तैनात जयवर्धन गुप्ता समेत 9 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है.

    पटना एसडीजेएम कोर्ट में दायर चार्जशीट में जिन 9 लोगों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने आरोप पत्र समर्पित किया है उनमें वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय के तत्कालीन प्राचार्य योगेंद्र प्रसाद सिंह भी शामिल हैं.

    इन दोनों के अलावा प्रोफेसर सुशील सिंह, बड़हरा के बीडीओ जयवर्धन गुप्ता, सहायक केंद्र अधीक्षक अगम सहाय, कृष्णमोहन सिंह, राजेश कुमार, सुधीर कुमार, निशिकांत राय और अमित सिंह के नाम शामिल हैं.

    इन सभी आरोपियों पर धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा,जालसाजी और षड्यंत्र के अलावा साक्ष्य को गायब करने आईटी एक्ट और बिहार परीक्षा अधिनियम के तहत धाराएं लगाई गई हैं. फिलहाल ये सभी आरोपी पटना के ही बेऊर जेल में बंद हैं.

    इस मामले में गिरफ्तार किए गए डीएसपी रंजीत कुमार रजक समेत कुल 17 आरोपियों पर आरोप पत्र दाखिल करने की कार्रवाई चल रही थी जिसमें पहले चरण में 9 आरोपियों पर आरोप पत्र दाखिल किया गया है. बाकी के 8 आरोपियों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की एसआईटी अनुसंधान चल रही है.

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  • मुंगेर में मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन, 48 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार

    लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: बिहार के मुंगेर में मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन  हुआ है. स्थानीय पुलिस और पटना एसटीएफ की संयुक्त छापेमारी के दौरान जिले के टेटिया बम्बर थाना क्षेत्र के खपड़ा गांव से 48 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ 3 तस्करों को गिरफ्तार किया है. इस छापेमारी का नेतृत्व मुंगेर एसपी जेजे रेड्डी ने किया.

    यह छापेमारी लगभग 5 घंटे से अधिक समय तक चली. इस दौरान टीम ने घर में बने तहखाने भारी मात्रा में हथियार निर्माण की सामग्री और अर्ध निर्मित पिस्टल बरामद किया है. पुलिस ने हथियार बनाने के लिए जरूरी सामानों में लेथ मशीन, एक ड्रिल मशीन और 48 अर्धनिर्मित हथियार सहित अन्य सामग्री बरामद की है.

    गुप्त सूचना के आधार पर मुंगेर पुलिस अधीक्षक जेजे रेड्डी के निर्देश पर स्थानीय थाना के सहयोग से सुरेंद्र महतो के घर पर छापेमारी की गई. इस छापेमारी के दौरान घर के अंदर बने तहखाने में अवैध हथियार बनाने का खेल चल रहा था. आरोपी ने घर कर अंदर पूरा कारखाना बना रखा था.

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  • मोतिहारी में थानाध्यक्ष तो बेगूसराय में क्लर्क धराया, दो थानेदार-जमादार हुए सस्पेंड, SP ने की कार्रवाई

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में मोतिहारी एसपी ने थानाध्यक्ष को निलंबित किया वहीं पचपकड़ी ओपी अध्यक्ष विक्रांत सिंह व जमादार बीडी सिंह को सस्पेंड करते हुए लाइन हाजिर किया. जबकि बेगूसराय में निगरानी विभाग ने 10 हजार रुपये घूस लेते एक लिपिक (क्लर्क) को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद निगरानी विभाग की टीम आरोपी लिपिक को अपने साथ पटना ले गई है. रक्सौल थानाध्यक्ष पर अनुसंधान में रिश्वत लेने और पैसा मांगने का आरोप है. वहीं पचपकड़ी ओपी अध्यक्ष विक्रांत सिंह व जमादार पर रिश्वत लेकर पिता-पुत्र को छोड़ने का आरोप है.

    मोतिहारी एसपी डॉ कुमार आशीष ने रक्सौल थानाध्यक्ष को निलंबित करते हुए लाइन हाजिर किया है. रक्सौल थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक शशिभूषण ठाकुर पर अनुसंधान में रिश्वत लेने और पैसा मांगने के आरोप में यह कार्रवाई हुई है. वहीं एसपी ने पचपकड़ी ओपी अध्यक्ष विक्रांत सिंह व जमादार बीडी सिंह को सस्पेंड करते हुए लाइन हाजिर किया है. इन दोनों पर रिश्वत लेकर पिता-पुत्र को छोड़ने का आरोप है. पिता ने एसपी को आवेदन देकर पचपकड़ी प्रभारी व जमादार पर आरोप लगाया था. पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) से प्राप्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर पचपकड़ी ओपी अध्यक्ष विक्रांत सिंह व जमादार बीडी सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया है. एसपी कुमार आशीष ने कहा कि पुलिसिंग में खरा नहीं उतरने वाले कर्मी पर कार्रवाई होगी.

    वहीं बेगूसराय में निगरानी विभाग ने 10 हजार रुपये घूस लेते एक लिपिक (क्लर्क) को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में कार्यरत आरोपी क्लर्क किशोर कुमार मिश्रा एक नियोजित शिक्षक से वेतन रीलीज करने के एवज में घूस मांग रहा था. फिलहाल निगरानी की टीम किशोर कुमार मिश्रा से पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि बखरी अनुमंडल के मध्य विद्यालय हेमनपुर में पदस्थापित नियोजित शिक्षक दिनेश कुमार का वेतन लंबे समय से भुगतान नहीं हो पाया था. किरानी किशोर कुमार मिश्रा के द्वारा दिनेश कुमार से बार-बार पैसे की मांग की जाती थी. दिनेश कुमार से वेतन रिलीज करने के बदले में दस हजार की मांग की गई थी. इस बात की सूचना दिनेश कुमार ने निगरानी विभाग को दी. सूचना सही पाते ही आज निगरानी ने रंगेहाथ किशोर कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया.

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  • मुजफ्फरपुर में अपराधियों ने युवक की गोली मारकर की हत्या, पुलिस के देर से पहुंचते ही ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

    लाइव सिटीज अभिषेक: मुजफ्फरपुर में एक युवक की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. घटना मीनापुर थाना के पाना पूर ओपी से सौ मीटर की दूरी पर हुई है. घटना के बाद पुलिस के देर से पहुंचने से ग्रामीण आक्रोशित दिखे. वहीं घटना के बाद डीएसपी ईस्ट पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गए. अपराधियों ने उनके पास से पर्स छीन लिया. जिसमें करीब 7 हजार रुपए थे. मृत युवक की पहचान पाना छपरा के 30 वर्षीय ध्रुव कुमार सिंह के रूप में हुई है. घटना के बाद परिजन ने एम्बुलेंस और पुलिस को सूचना दी. लेकिन एम्बुलेंस तो पहुंच गई, पर पुलिस एक घंटे बाद पहुंची. जिसे देखते ही परिजन आक्रोशित हो उठे.

    मृतक के भाई ने बताया कि मेरा भाई ध्रुव कुमार कल रात पटना से ड्यूटी करके अपने गांव वार्षिक पूजा में शामिल होने आ रहा था. उसे लेट हो गया था तभी रात 10 बजे बाइक सवार तीन अज्ञात अपराधी पीछा करते हुए आए और अचानक से घेरकर गोली मार दी. गोली मारने के बाद सारा सामान लूट लिया. बाइक पर पीछे हमारे चाचा बैठे हुए थे उनका जो भी सामान था उसे लेकर अपराधी भाग गए. चाचा पर भी गोली मारने की कोशिश की गई लेकिन गोली नहीं होने के कारण अपराधी सफल नही हो पाए और मोबाइल, पर्स और छोटा बैग लेकर वो भाग गए.

    मृतक के भाई ने बताया की उनके भाई की किसी से दुश्मनी नहीं थी. इसीलिए हमें किसी पर कोई शक नहीं है. पुलिस जल्द से जल्द हत्या के कारण का पता लगाएं. वहीं इस मामले पर डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया कि पानापुर ओपी के एक व्यक्ति पटना से घर आ रहे थे. इसी क्रम में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई है. घटना करीब 10 बजे रात की है. पुलिस के द्वारा शराब पीकर घटनास्थल पर पहुंचने के आरोप पर डीएसपी ने कहा कि अगर मामला सच पाया जाता है तो दोषी पुलिस वालों को जेल भेजा जायेगा.

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  • मुखिया समेत इन लोगों को नीतीश सरकार का बड़ा तोहफा, पंचायत प्रतिनिधियों के लिए राशि जारी

    लाइव सिटीज पटना: बिहार सरकार के पंचायती राज विभाग ने पंचायत प्रतिनिधियों के लिए 74 करोड़ की राशि जारी कर दी है. वित्तीय वर्ष 2022-23 में त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं एवं ग्राम कचहरी के निर्वाचित प्रतिनिधियों (सदस्य) जिला परिषद के अध्यक्ष/ उपाध्यक्ष, पंचायत समिति के प्रमुख/ उप- प्रमुख, ग्राम पंचायत के मुखिया/उप- मुखिया, कचहरी के सरपंच/ उप- सरपंच को नियत (मासिक) भत्ता के लिए यह राशि जारी की गई है. पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने इसकी जानकारी दी है.

    दरअसल बिहार प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं एवं ग्राम कचहरी के निर्वाचित प्रतिनिधियों जैसे जिला परिषद अध्यक्ष को मासिक भत्ता 12 हजार, जिला परिषद उपाध्यक्ष को 10 हजार, शायद समिति प्रमुख को 10 हजार, पंचायत समिति उप प्रमुख को 5 हजार, ग्राम पंचायत मुखिया ₹2500, ग्राम पंचायत उप- मुखिया ₹1200, ग्राम कचहरी सरपंच ₹2500, ग्राम कचहरी उप- सरपंच ₹1200, जिला परिषद सदस्य ₹2500, पंचायत समिति के सदस्य को ₹1000, ग्राम पंचायत सदस्य को ₹500 एवं ग्राम कचहरी सदस्यों (पंच) को ₹500 रूपये दिया जा रहा है.

    वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग चार माह के लिए समेकित नियत (मासिक) भत्ता भुगतान हेतु संलग्न जिलावार विवरणी- I के अनुसार जिला परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा सदस्यों को 1,41,90,000 (एक करोड़ एकतालीस लाख नब्बे हजार रुपए) की राशि, संलग्न विवरणी- II के अनुसार पंचायत समिति के प्रमुख, उप-प्रमुख तथा सदस्यों को 7,16,10,000 (सात करोड़ सोलह लाख दस हजार रुपए) की राशि, संलग्न विवरणी-III के अनुसार ग्राम पंचायत के मुखिया, उप-मुखिया तथा सदस्यों का 33,00,00,000 ( तैतीस करोड़ रुपए) की राशि तथा संलग्न विवरणी- IV के अनुसार ग्राम कचहरी के सरपंच, उप-सरपंच तथा सदस्यों को 33,00,00,000 ( तैतीस करोड़ रुपए) की राशि, कुल मिलाकर 74,58,00,000 (चौहतर करोड़ अनठावन लाख रुपए) की राशि दी गई है.

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  • नीतीश सरकार ने खोला नौकरियों का पिटारा, इतने पदों पर होगी बहाली, बनाए गए नए पद, कैबिनेट का बड़ा फैसला

    लाइव सिटीज पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मुख्य सचिवालय के कैबिनेट हॉल में हुई कैबिनेट की बैठक में रोजगार को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. राज्य में बढ़ती बेरोजगारी और युवाओं के गुस्से को देखते हुए नीतीश सरकार ने अब नौकरियों का पिटारा खोल दिया है. बिहार पुलिस सेवा के लिए 181 नए पद बनाए गए हैं. वहीं सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैफिक में 16 पद जबकि साइबर क्राइम को रोकने के लिए 405 नए पद बनाए हैं. कैबिनेट में यह भी बड़ा फैसला हुआ है कि बिहार में ट्रैफिक आईजी का भी पद होगा. वहीं बुडको में 178 इंजीनियर के पद को मंजूरी मिली है जबकि SDRF में 393 पदों को कैबिनेट की मंजूरी मिली है.

    आर्थिक अपराध इकाई में पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों के कुल 405 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से पुलिस महानिरीक्षक यातायात (ट्रैफिक आईजी) सहित उनके कार्यालय के लिए कुल 16 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. बिहार पुलिस सेवा संवर्ग के 181 अतिरिक्त नए पदों के सृजन एवं पदनाम के अनुमोदन की स्वीकृति दी गई है. वहीं एसडीआरएफ में प्रतिनियुक्ति के लिए बिहार विशेष सशष्त्र पुलिस में 20 निरीक्षक, 75 अवर निरीक्षक, 59 हेड कांस्टेबल, 14 हेड कांस्टेबल चालक एवं 225 कांस्टेबल सहित कुल 393 अतिरिक्त पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है.

    बिहार कैबिनेट में 23 एजेंडों पर लगी मुहर

    बिहार पुलिस सेवा संवर्ग में 181 पद सृजित
    कई प्रमुख जिलों में ग्रामीण एसपी की तैनाती
    ट्रैफिक में 16 पद, साइबर क्राइम में 405 पद
    बिहार में ट्रैफिक आईजी का भी होगा पद
    बुडको में 178 इंजीनियर के पद का सृजन
    SDRF में 393 पदों के सृजन को मंजूरी

    इसके अलावे बिहार कैबिनेट की बैठक में 23 एजेंडे पर मुहर लगी है. पटना उच्च न्यायालय के डिजिटाइजेशन कोषांग के गठन के लिए 5 वर्षों के लिए अस्थाई रूप से सृजित 62 पदों का अगले 5 वर्षों के लिए अवधि विस्तार किया गया है. स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ पर सजावार बंदियों को विशेष परिहार का लाभ देकर कारामुक्त करने की स्वीकृति दी गई है. वहीं सारण में पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालय के भवन निर्माण के लिए ₹50 करोड़ 30 लाख 51000 की स्वीकृति दी गई है. प्रधान मुख्य वन संरक्षक के अधीन गठित परियोजना निर्माण एवं अनुश्रवण इकाई का अवधि विस्तार किया गया है.

    बिहार में डुमरांव, अमरपुर, संपतचक, बिहटा, फतुहा, चनपटिया, लौरिया, शाहपुर पटोरी, मनिहारी, पातेपु,र बनमनखी में स्थाई रूप से नया अवर निबंधन कार्यालय खोले जायेंगे. साथ ही इन अवर निबंधन कार्यालयों में अवर निबंधक व अन्य कर्मियों के एक-एक पद के सृजन की स्वीकृति दी गई है. मद्ध निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग में प्रमंडल स्तर एवं मुख्यालय स्तर पर तकनीकी सहयोग के लिए बिहार निबंधन सेवा के जिला अवर निबंधक के दो एवं अवर निबंधक के 9 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. बिहार नगर पालिका अधिनियम के तहत पहाड़ी क्षेत्र, तीर्थ स्थल, पर्यटन स्थल या मंडी शहर के लिए पृथक जनसंख्या आधारित करने की स्वीकृति दी गई है. वहीं कृषि विभाग की ओर से डीजल अनुदान में बदलाव किया गया है. डीजल पर अनुदान को 60 रुपए से बढ़ाकर 75 रुपए प्रति लीटर किया गया है. डीजल के बढ़ते दाम को लेकर सरकार ने यह फैसला किया है.

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  • पुलिस सेवा के लिए 181 नए पद, सड़क दुर्घटना और साइबर क्राइम को रोकने के लिए बड़ा फैसला, बिहार कैबिनेट में 23 एजेंडों पर लगी मुहर

    लाइव सिटीज पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मुख्य सचिवालय के कैबिनेट हॉल में हुई कैबिनेट की बैठक में 23 एजेंडे पर मुहर लगी है. कैबिनेट ने अनुवांशिक बीमार के लिए 6 लाख की मदद देने का फैसला लिया है. वहीं बिहार पुलिस सेवा के लिए 181 नए पद बनाए गए हैं. जबकि कई प्रमुख जिलों में ग्रामीण एसपी की तैनाती की जाएगी. सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैफिक में 16 पद बनाए जबकि साइबर क्राइम को रोकने के लिए 405 नए पद बनाए हैं. कैबिनेट में यह भी बड़ा फैसला हुआ है कि बिहार में ट्रैफिक आईजी का भी पद होगा. वहीं बुडको में 178 इंजीनियर के पद को मंजूरी मिली है जबकि SDRF में 393 पदों को कैबिनेट की मंजूरी मिली है.

    आर्थिक अपराध इकाई में पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों के कुल 405 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से पुलिस महानिरीक्षक यातायात सहित उनके कार्यालय के लिए कुल 16 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. बिहार पुलिस सेवा संवर्ग के 181 अतिरिक्त नए पदों के सृजन एवं पदनाम के अनुमोदन की स्वीकृति दी गई है. एसडीआरएफ में प्रतिनियुक्ति के लिए बिहार विशेष सशष्त्र पुलिस में 20 निरीक्षक, 75 अवर निरीक्षक, 59 हेड कांस्टेबल, 14 हेड कांस्टेबल चालक एवं 225 कांस्टेबल सहित कुल 393 अतिरिक्त पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है.

    बिहार कैबिनेट में 23 एजेंडों पर लगी मुहर

    डीजल अनुदान 60 से बढ़कर 65 रुपए हुआ
    अनुवांशिक बीमार के लिए 6 लाख की मदद
    बिहार पुलिस सेवा संवर्ग में 181 पद सृजित
    कई प्रमुख जिलों में ग्रामीण एसपी की तैनाती
    ट्रैफिक में 16 पद, साइबर क्राइम में 405 पद
    बिहार में ट्रैफिक आईजी का भी होगा पद
    बुडको में 178 इंजीनियर के पद का सृजन
    SDRF में 393 पदों के सृजन को मंजूरी

    पटना उच्च न्यायालय के डिजिटाइजेशन कोषांग के गठन के लिए 5 वर्षों के लिए अस्थाई रूप से सृजित 62 पदों का अगले 5 वर्षों के लिए अवधि विस्तार किया गया है. स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ पर सजावार बंदियों को विशेष परिहार का लाभ देकर कारामुक्त करने की स्वीकृति दी गई है. वहीं सारण में पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालय के भवन निर्माण के लिए ₹50 करोड़ 30 लाख 51000 की स्वीकृति दी गई है. प्रधान मुख्य वन संरक्षक के अधीन गठित परियोजना निर्माण एवं अनुश्रवण इकाई का अवधि विस्तार किया गया है.

    बिहार में डुमरांव, अमरपुर, संपतचक, बिहटा, फतुहा, चनपटिया, लौरिया, शाहपुर पटोरी, मनिहारी, पातेपु,र बनमनखी में स्थाई रूप से नया अवर निबंधन कार्यालय खोले जायेंगे. साथ ही इन अवर निबंधन कार्यालयों में अवर निबंधक व अन्य कर्मियों के एक-एक पद के सृजन की स्वीकृति दी गई है. मद्ध निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग में प्रमंडल स्तर एवं मुख्यालय स्तर पर तकनीकी सहयोग के लिए बिहार निबंधन सेवा के जिला अवर निबंधक के दो एवं अवर निबंधक के 9 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. बिहार नगर पालिका अधिनियम के तहत पहाड़ी क्षेत्र, तीर्थ स्थल, पर्यटन स्थल या मंडी शहर के लिए पृथक जनसंख्या आधारित करने की स्वीकृति दी गई है.

    कृषि विभाग की ओर से डीजल अनुदान में बदलाव किया गया है. डीजल पर अनुदान को 60 रुपए से बढ़ाकर 75 रुपए प्रति लीटर किया गया है. डीजल के बढ़ते दाम को लेकर सरकार ने यह फैसला किया है. बीते दिनों राज्य में अनियमित मानसून, सूखे और अल्प वृष्टि को देखते हुई फसलों की सिंचाई के लिए डीजल अनुदान योजना के लिए 29 करोड़ 95 लाख रुपये की कैबिनेट बैठक में स्वीकृति दी गयी है. कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने बताया था कि सूखे से निपटने के लिए किसानों को सरकार ने डीजल सब्सिडी देने का फैसला लिया है. 60 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से किसानों को मदद दी जाएगी.

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  • तेजस्वी अगर लालू यादव के पुत्र नहीं होते तो उनको बिहार में कोई चपरासी भी नहीं रखता, जल्द जेल जाएंगे, BJP विधायक का बड़ा बयान

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को भाजपा पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा की औकात नहीं है कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़े, बिहार में उसका सारा दंभ टूट जाएगा. तेजस्वी के इस बयान से बिहार का सियासी माहौल गर्म हो गया है. भाजपा नेताओं ने तेजस्वी यादव पर हमला बोला है. इस बीच बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अगर लालू यादव के पुत्र नहीं होते तो उनको बिहार में चपरासी की नौकरी भी नहीं मिलती. वह क्या बीजेपी को चुनौती देंगे.

    तेजस्वी यादव द्वारा भाजपा को चुनौती देने वाले बयान पर बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि मैंने पहले भी कहा हूं और अब भी कह रहा हूं. अगर वह लालू यादव के पुत्र नहीं होते तो उनको बिहार में कोई चपरासी भी नहीं रखता. तेजस्वी यादव बीजेपी को चुनौती देते हैं. लोकसभा चुनाव में अपने तो एक भी सीट नहीं आया. बीजेपी विधायक ने कहा कि तेजस्वी क्या बोले, उनको बोलने से पहले इसका अभ्यास कर लेना चाहिए. साथ ही उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि तेजस्वी को जेल जाना है, बहुत जल्द जेल जाएंगे. वहीं तेजस्वी के बीजेपी को अकेले चुनाव लड़ने की चुनौती देने वाले बयान पर कहा कि पहले वह अपने अकेले तो लड़े, अपना तो एक भी सीट नहीं आया. सबसे पहले तो वह मैट्रिक पास कर ले.

    इससे पहले तेजस्वी यादव द्वारा भाजपा को चुनौती देने वाले बयान पर मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी को अपनी औकात पता है. चार आदमी (चार सांसद) पूरे बिहार से जीतकर आए थे और 2019 के चुनाव में जीरो पर आउट हो गए थे. बीजेपी नेता ने कहा कि तेजस्वी यादव को अपने पिता लालू यादव से पूछना चाहिए कि बीजेपी ने हराने का काम किया या जिताने का काम किया. सम्राट चौधरी ने कहा कि 2005 से बिहार में आरजेडी लगातार हार रही है और उनको पूरा ज्ञान प्राप्त करना चाहिए, अपने सीनियर नेताओं से कि वह कभी जीत नहीं सकते. क्योंकि उन्होंने कोई ऐसा कर्म नहीं किया है जिससे उनको लाभ हो.

    उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भाजपा को क्या चुनौती देंगे, जनता ही उन्हें जवाब दे देगी. उन्होंने कहा कि दरअसल मुद्दाविहीन विपक्ष हताशा में है और अनाप-शनाप बयानबाजी से सुर्खियों में बने रहने का प्रयास करता रहा है. परिवारवाद की पोषक पार्टी के संचालनकर्ता नेता प्रतिपक्ष को चुनौती देने से पहले मालूम होना चाहिए की जनता के आशीर्वाद और भरोसा से आज भारत के 12 राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री हैं और बिहार समेत चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में पार्टी सरकार में शामिल है. वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता व मंत्री जीवेश कुमार ने तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए कहा है कि हिम्मत है तो आने वाले लोकसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़कर दिखाएं.

    बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को भाजपा को बिहार में अकेले चुनाव लड़ने की चुनौती दी है. उन्होंने दावा किया कि भाजपा की औकात नहीं है कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़े, बिहार में उसका सारा दंभ टूट जाएगा. जनता उसे उसकी हैसियत बता देगी. नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि दरअसल संघ और भाजपा का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है. भाजपा के नेताओं द्वारा विपक्ष को समाप्त करने का बयान उसके इसी मंसूबे को दर्शाता है. लेकिन लोकतंत्र की जननी बिहार भाजपा के मंसूबों को सफल होने नहीं देगी. बिहार की जनता सबक सिखाना जानती है.

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  • लालू यादव से क्यों अलग हुए नीतीश कुमार, सम्राट चौधरी बोलें-कितना भी झुंड बना ले तेजस्वी कभी नहीं जीत पाएंगे

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को भाजपा पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा की औकात नहीं है कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़े, बिहार में उसका सारा दंभ टूट जाएगा. तेजस्वी के इस बयान से बिहार का सियासी माहौल गर्म हो गया है. भाजपा नेताओं ने तेजस्वी यादव पर हमला बोला है. उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भाजपा को क्या चुनौती देंगे, जनता ही उन्हें जवाब दे देगी. वहीं इस बीच बीजेपी नेता व बिहार सरकार में मंत्री सम्राट चौधरी ने तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा कि कितना भी झुंड बना ले तेजस्वी वह कभी बीजेपी से नहीं जीत पाएंगे. साथ ही सम्राट चौधरी ने यह भी बताया कि लालू यादव से नीतीश कुमार क्यों अलग हुए थे.

    तेजस्वी यादव द्वारा भाजपा को चुनौती देने वाले बयान पर मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी को अपनी औकात पता है. चार आदमी (चार सांसद) पूरे बिहार से जीतकर आए थे और 2019 के चुनाव में जीरो पर आउट हो गए थे. बीजेपी नेता ने कहा कि तेजस्वी यादव को अपने पिता लालू यादव से पूछना चाहिए कि बीजेपी ने हराने का काम किया या जिताने का काम किया. सम्राट चौधरी ने कहा कि 2005 से बिहार में आरजेडी लगातार हार रही है और उनको पूरा ज्ञान प्राप्त करना चाहिए, अपने सीनियर नेताओं से कि वह कभी जीत नहीं सकते. क्योंकि उन्होंने कोई ऐसा कर्म नहीं किया है जिससे उनको लाभ हो.

    मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि तेजस्वी को अपने पिता लालू यादव से पूछना चाहिए कि बिहार कि जनता उनको बार-बार क्यों नकार रही है. वहीं उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 1994 में लालू यादव से क्यों अलग हुए. ये उनको सोचने का विषय है, चिंता करने का विषय है. साथ ही सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए कहा कि तेजस्वी कभी बीजेपी से अकेले हो या जितने झुण्ड बनाकर लड़ना है लड़ लें, उनके नेतृत्व में बिहार की जनता तेजस्वी को कभी जिताने का काम नहीं करेगी.

    इससे पहले उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भाजपा को क्या चुनौती देंगे, जनता ही उन्हें जवाब दे देगी. उन्होंने कहा कि दरअसल मुद्दाविहीन विपक्ष हताशा में है और अनाप-शनाप बयानबाजी से सुर्खियों में बने रहने का प्रयास करता रहा है. परिवारवाद की पोषक पार्टी के संचालनकर्ता नेता प्रतिपक्ष को चुनौती देने से पहले मालूम होना चाहिए की जनता के आशीर्वाद और भरोसा से आज भारत के 12 राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री हैं और बिहार समेत चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में पार्टी सरकार में शामिल है. वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता व मंत्री जीवेश कुमार ने तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए कहा है कि हिम्मत है तो आने वाले लोकसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़कर दिखाएं.

    बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को भाजपा को बिहार में अकेले चुनाव लड़ने की चुनौती दी है. उन्होंने दावा किया कि भाजपा की औकात नहीं है कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़े, बिहार में उसका सारा दंभ टूट जाएगा. जनता उसे उसकी हैसियत बता देगी. नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि दरअसल संघ और भाजपा का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है. भाजपा के नेताओं द्वारा विपक्ष को समाप्त करने का बयान उसके इसी मंसूबे को दर्शाता है. लेकिन लोकतंत्र की जननी बिहार भाजपा के मंसूबों को सफल होने नहीं देगी. बिहार की जनता सबक सिखाना जानती है.

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  • CM नीतीश को सोचना चाहिए जब BJP के साथ सरकार में रहते हैं तभी शराबबंदी विफल क्यों होती है, छपरा कांड पर RJD का हमला

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के छपरा के मकेर में हुई जहरीली शराब कांड में मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोली व भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा गांव में जहरीली शराब पीने से अब तक 11 लोगों की मौत हो गई है. इनमें नौ की मौत पीएमसीएच में जबकि एक की मौत छपरा से पटना ले जाने के दौरान हो गई. वहीं एक अन्‍य की मौत छपरा में ही हो गई. इस घटना से पूरे बिहार में हड़कंप मचा है. लापरवाही को लेकर जिले के एसपी ने मकेर थानेदार नीरज मिश्रा एवं फुलवरिया भाथा के चौकीदार को सस्‍पेंड कर दिया है. इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज है. आरजेडी ने जहरीली शराब से हुई मौतों का जिम्मेदार बिहार सरकार को बताया है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि शराबबंदी के बावजूद इस तरह की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है.

    छपरा में जहरीली शराब से मौत पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि आये दिन लगातार हर जगह से खबर आते रहती है कि जहरीली शराब से लोगों की जान जा रही है. इस मौत का सीधे तौर पर कोई जिम्मेदार है तो वह बिहार की सरकार है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून लागू है. सरकार का सारा तंत्र इसको रोकने में लगा है. इसके बाद भी यह विफल क्यों है. इसका जवाब तो सरकार में बैठे लोगों को देना होगा. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि कार्रवाई के नाम पर आप सिर्फ छोटी मछलियों को फंसाते हैं. चौकीदार-थानेदार पर कार्रवाई होती है. बड़ी मछलियों पर कारवाई कब होगी. शराब तस्कर और शराब माफिया पर सरकार हाथ नहीं डालती है.

    आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जब शराबबंदी महागठबंधन सरकार में लागू हुई तब यह सफल था. जब से एनडीए की सरकार बनी शराबबंदी पूरी तरह से फेल हो गया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सोचना चाहिए कि जब बीजेपी के साथ सरकार में रहते हैं तभी शराबबंदी विफल क्यों होती है. साथ ही बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौत पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सरकार कितने लोगों की और जान लेगी. दरअसल छपरा में जहरीली शराब कांड में मौतों का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को 4 और लोगों की मौत हो गई. इस तरह कुल मृतकों की संख्या 11 पहुंच गई है. वहीं 30 से ज्यादा लोग अब भी बीमार हैं जबकि 11 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. छपरा डीएम राजेश मीणा ने 11 लोगों के मौत की पुष्टि की है. इस मामले में अब राजनीति भी तेज हो गई है. शराबबंदी वाले राज्य में जहरीली शराब से मौत पर विपक्ष सवाल उठा रहा हैं. वहीं सरकार के द्वारा कार्रवाई की बात कही जा रही है. जदयू नेता व बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जहरीली शराब मामले में सरकार कार्रवाई रही है. इस मामले से जुड़े किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा.

    बता दें कि जिले के मकेर और भेल्दी की इस घटना में गुरुवार की देर रात तक 7 लोगों की मौत हुई थी जो अब बढ़कर 11 हो गई. वहीं 11 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. जबकि 30 से ज्यादा लोग अब भी बीमार हैं. जहरीली शराब से प्रभावित तकरीबन 30 लोगों को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था. जिसमें 6 लोगों की मौत हो चुकी है. यहां इलाज के दौरान 6 लोगों की मौत हो गई है. जहरीली शराब से प्रभावित राजनाथ महतो, धनिलाल महतो और सकलदीप महतो की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हुई है. ये तीनों नोनिया टोली के रहनेवाले थे. यह मामला मकेर थाना क्षेत्र का है. मकेर के भाथा फुलवरिया निवासी पारस महतो के बेटे चंदन महतो (35) और काशी महतो के बेटे कमल महतो (70) की मौत गांव में ही हो गई थी, जबकि एक अन्य व्यक्ति की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हुई थी. देर रात आई जानकारी के मुताबिक पीएमसीएच में भर्ती 4 और लोगों की मौत हो गई है.

    बतातें चलें कि जहरीली शराब कांड के बाद मकेर के भाथा नोनिया टोली में दहशत का माहौल है. फिलहाल 30 लोग पीएमसीएच में भर्ती कराए गए थे, जिनमें 6 लोगों की मौत हो गई. पूरे गांव की ब्रेथ एनालाइजर से टेस्ट की जा रही है. छपरा जहरीली शराब कांड को लेकर पीएमसीएच अलर्ट पर है. अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टरों को अलर्ट किया. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आईएस ठाकुर ने ये जानकारी दी है. सदर अस्पताल में भर्ती इन मरीजों का हाल जानने डीएम और एसपी खुद अस्पताल पहुंचे. डीएम राजेश मीणा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते हैं प्रशासन ने अपने स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव भेज दिया है और बीमार लोगों को सरकारी खर्च पर अस्पताल लाया जा रहा है. वहीं शराब तस्करों की गिरफ्तारी के लिए इलाके में छापेमारी भी चल रही है.

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