दीपनगर थाना पुलिस ने सोमवार की रात मानपुर थाना क्षेत्र के प्रभु बिगहा गांव में छापेमारी कर हत्यारिन बहू और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित महिला ने तकिया से गला घोंट सास को मौत की नींद सुला दी। फिर बेटे ने मां की लाश को ठिकाना लगा दिया। दीपनगर थाना पुलिस 20 अगस्त को पावा गांव के साेयबा नदी किनारे स्थित कुआं से महिला की सड़ी-गली लाश बरामद किया। मृतका मानपुर के प्रभु बिगहा निवासी स्व. सिकिन्दर चौधरी की 55 वर्षीया पत्नी सरबुजा उर्फ मानो देवी है। जिसके बाद गोकुलपुर ओपी क्षेत्र के बोधनगर गांव निवासी मृतका की पुत्री गुलाबो देवी ने भाई व भाभी को आरोपित कर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई।
गिरफ्तार आरोपियों में मृतका का पुत्र धर्मदेव कुमार और उसकी पत्नी सोनी देवी है। पुत्र की निशानदेही पर पावा गांव के झाड़ी से तकिया भी बरामद कर लिया गया। जिससे महिला की हत्या की गई थी। तकिया पर खून लगा है। पटना में शव का पोस्टमार्टम करा, बेटी ने उसका दाह संस्कार कर दिया। संपत्ति के लिए बेटे-बहू ने हत्याकांड को अंजाम दिया।
कार्रवाई सदर डीएसपी डॉ. मो. शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में हुई। छापेमारी टीम में दीपनगर थानाध्यक्ष मो. मुश्ताक अहमद, दारोगा अभिषेक प्रताप सिंह समेत अन्य सुरक्षा कर्मी शामिल थे।
थानाध्यक्ष मुश्ताक अहमद ने बताया कि महिला पावा गांव में बेटी के साथ रहती थी। पुश्तैनी मकान को वह बेचना चाहती थी। जिसका विरोध उसके बेटे-बहू करते थे। 14 को वह मकान में ताला लगाने गई। जहां बहू ने तकिया से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। फिर बेटे ने सहयोगियों के साथ मिलकर मां के शव को पावा गांव के कुआं में फेंक दिया। फरार तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
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न्यूज नालंदा – महिला की सड़ी लाश की गुत्थी सुलझी, कातिल बहू पति संग गिरफ्तार
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न्यूज नालंदा – लगातार खाकी पर हो रहे हमला से एसोसएिशन चिंतित, पर्याप्त बलों की मांग
जिले में लगातार खाकी पर हो रहे हमला से पुलिस एसोसिएशन चिंतित है। एसोसिएशन के अध्यक्ष सह दीपनगर थानाध्यक्ष मो. मुश्ताक अहमद ने एसपी से सभी थानों पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों के तैनाती की मांग की है।
गिरियक थाना पुलिस पर लगातार हो रहे हमले के बाद उन्होंने सभी थाना में छापेमारी के दौरान विशेष पुलिस टीम की व्यवस्था कराने व जख्मी के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था की मांग की है। उन्होंने बताया कि पिछले कई माह से जिले की पुलिस पर लगातार हमला हो रहा है। जो चिंताजनक है। पुलिस पर हमला धंधेबाज अपने स्वार्थ के लिए करते हैं। पुलिस जख्मी होकर भी नागरिकों की सुरक्षा में मुस्तैद रहती है। शराब या अवैध बालू उठाव की सूचना के बाद थानाध्यक्ष सीमित संसाधान में कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंच जाते हैं। जिसका फायदा उठाकर बदमाश पुलिस पर हमला कर देते हैं। पूर्व में भी जिले के कई थानों की पुलिस टीम पर हमला हो चुका है। अध्यक्ष ने आम नागरिकों से पुलिस के सहयोग की अपील की है। ताकि अवैध धंधेबाजों पर नकेल कसा जा सके।न्यूज नालंदा – लगातार खाकी पर हो रहे हमला से एसोसएिशन चिंतित, पर्याप्त बलों की मांग
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मीडिया वालों को दारू नहीं मिल रहा है इसलिए नीतीश कुमार के खिलाफ, ललन सिंह के बयान पर बीजेपी का पलटवार
लाइव सिटीज पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर के सांसद ललन सिंह अपने बयान की वजह से चर्चा में हैं. दरअसल उन्होंने मीडिया के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी नीति की प्रशंसा करते हुए ललन सिंह ने कहा कि मीडिया वालों को दारू नहीं मिल रहा है इसलिए नीतीश कुमार के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि अब दारू पीने के लिए नहीं मिल रहा है तो क्या करें, अब मुख्यमंत्री जी बिहार की जनता को देखें या आपका मौज मस्ती को देखें. वहीं ललन सिंह के इस बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है.
दरअसल जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह दो दिवसीय दौरे पर लखीसराय पहुंचे थे. मंगलवार को उन्होंने सदर प्रखंड के अलग-अलग गांवों में जनसंवाद का कार्यक्रम किया. इसी दौरान प्रखंड क्षेत्र के महिसोना गांव में जनसंवाद के दौरान खुले मंच से ललन सिंह ने बिहार में शराबबंदी को लेकर CM की तारीफ कर रहे थे. इसी दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मीडिया और अखबार वाले आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हैं. इसलिए कि उन्हें दारू पीने के लिए नहीं मिल रहा है. अब दारू पीने के लिए नहीं मिल रहा है तो क्या करें, अब मुख्यमंत्री बिहार की जनता को देखें या पत्रकारों की मौज-मस्ती को.
ललन सिंह ने शराबबंदी का बखान करते हुए कहा कि महिलाओं की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की थी. शराबबंदी से आज घरेलू हिंसा कम हुई हैं. सड़क पर शराब के नशे में लोग मारपीट नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार इकलौता राज्य है, जहां सामाजिक न्याय पर काम हुआ है. पिछड़े, अतिपिछड़े वर्ग और महिलाओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऊपर उठाने का काम किया है. साथ ही उन्होंने आम जनता से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत करने की अपील की.
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बयान पर बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि ललन सिंह तो खुद रोज दारू पीते हैं. उनके खून की जांच कराई जा सकती है. ललन सिंह सहित सभी मंत्रिमंडल के सदस्यों का ब्लड टेस्ट हो. बीजेपी विधायक ने कहा कि अब पत्रकार क्या, आम जनता उनसे बिगड़ चुकी है. खुद कहते हैं कि वो आम जनता की नहीं सुनते हैं, तो अब उनकी बात भी आम जनता नहीं सुनेगी. अब नीतीश कुमार का विनाश निश्चित है.
ललन सिंह ने एक बार फिर आरसीपी सिंह पर हमला किया और कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार के पीठ में छुरा भोंकने का काम किया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने ही उन्हें खादी का कुर्ता पायजामा दिया और पहनने के लिए सिखलाया भी. आरसीपी सिंह बताएं कि वह खादी का कुर्ता पजामा पहनना जानते थे. वहीं ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह का कोई चरित्र ही नहीं है. उनकी चरित्र की बात छोड़ दीजिए, कुछ है ही नहीं. वह हवा हवाई हैं. उन्हें दो बार राज्यसभा का सदस्य बनाया और अंतिम अभिलाषा मंत्री बनने की भी पूरी हो गई। अब वह जाएं, घूमें और आराम करें.
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गिरिराज सिंह की जुबान में जहर, इसलिए केंद्र सरकार में मंत्री, 100 ऐसे हो गए तो ‘जंगल राज’ आ जाएगा, RJD का हमला
लाइव सिटीज पटना: बिहार के गया के विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. बीजेपी के नेता बारी-बारी से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला कर रहे हैं. बीजेपी के तमाम नेता मंत्री बर्खास्त करने और सीएम से माफ़ी मांगने की मांग कर रहे हैं. हालांकि सत्ता पक्ष की ओर से पलटवार किया जा रहा है. खुद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि बड़का झूठा पार्टी की बात को कौन मानता है. इस बीच राजनीतिक बवाल के बीच आरजेडी के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बहाने बीजेपी पर तीखा प्रहार किया है. आरजेडी सांसद ने तो यहां तक कह दिया कि गिरिराज सिंह जैसे 100 हो गए तो ‘जंगल राज’ आ जाएगा.
आरजेडी के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी जुबान में ही जहर है. वे केंद्र सरकार में मंत्री हैं और ऐसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. मनोज झा ने सवालिया लहजे में पूछा कि किया इसी भाषा की वजह से नरेंद्र मोदी ने इन्हें सरकार में रखा है? गिरिराज सिंह को चाहे कोई विभाग दिया जाए, उनका एक ही विभाग है समाज में जहर कैसे फैलाया जाए? जहर के कारोबारी अमृतकाल के महत्व को नहीं समझ सकते.
मनोज झा ने नसीहत देते हुए कहा कि गिरिराज जी जितनी जल्दी इन बातों को समझ उतना अच्छा रहेगा. नहीं तो बेगूसराय की जनता उन्हें समझा देगी.वहीं बिहार में जंगलराज के मुद्दे पर मनोज झा ने कहा कि जंगलराज सबसे ज्यादा गिरिराज सिंह की जुबान से परिलक्षित होती है. आक्रामक मुद्रा में उन्होंने तंज कसा कि उनके जैसे 100 आदमी हो गए तो सही में जंगलराज आ जाएगा. दरअसल बीजेपी के नेता लगातार महागठबंधन सरकार पर जंगल राज का आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी नेताओं का कहना है कि सीएम नीतीश कुमार ने जंगल राज वालों के साथ हाथ मिला लिया.
बता दें कि सोमवार को गया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विष्णुपद मंदिर में सोमवार को पूजा-अर्चना की. उनके साथ सूबे के सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री मो. इसराइल मंसूरी भी मंदिर में गए. सीएम के साथ मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में प्रवेश को लेकर हंगामा मचा हुआ है. बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मंत्री को यह कहते हुए बर्खास्त करने की मांग कर डाली कि मंदिर के बाहर जब लिखा तो मंसूरी क्यों गर्भ में चले गए. वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने यहां तक कह दिया कि नीतीश कुमार ने मुसलमान मंत्री को मंदिर में ले जाकर हिंदुओं का अपमान किया है क्योंकि उन्हें हिंदुओं को अपमानित करने में मजा आता है. जबकि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार को नास्तिक बताते हुए राज्य में हिंदुत्व को असुरक्षित करार दे दिया.
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न्यूज नालंदा – व्यवसायी की हत्या के बाद सड़क पर लाश रख हंगामा, पत्नी समेत चार को पुलिस उठाई…
परवलपुर थाना क्षेत्र के गौरव नगर मोड़ के पास मंगलवार को बदमाशों ने रॉड-लाठी से पिटाई कर गल्ला व्यवसायी की हत्या कर दी। मृतक बाजार निवासी यदुनंदन साव के 35 वर्षीय पुत्र उत्तम कुमार हैं। आक्रोशित ग्रामीण व परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। लोग त्वरित कार्रवाई और मुआवजा की मांग कर रहे थे। परिजन हत्या का आरोप मृतक की पत्नी संगीता देवी और उसके प्रेमी पर लगा रहे हैं।
न्यूज नालंदा – व्यवसायी की हत्या के बाद सड़क पर लाश रख हंगामा, पत्नी समेत चार को पुलिस उठाई…
मृतक के भाई सुजीत कुमार ने आरोपों में बताया कि उनकी भाभी का मिल संचालक के दामाद से दो सालों से अवैध संबंध चल रहा है। छह माह से भाई पत्नी से अलग रह रहे थे। महिला की नजर भाई की संपत्ति पर थी। दोपहर में भाभी अचानक अपने प्रेमी व सहयोगियों के साथ दुकान पर आ गई। फिर उनके इशारे पर भाई की रॉड-लाठी से पीटकर जख्मी कर दिया गया। जख्मी भाई की मौत विम्स में हो गई। थानाध्यक्ष रमन कुमार वशिष्ठ ने बताया कि मृतक की पत्नी समेत समेत चार को हिरासत में लिया गया है। पुलिस सभी बिंदुओं पर घटना की जांच कर रही है। जांच के बाद हत्या का कारण स्पष्ट होगा।
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स्पीकर कुर्सी छोड़ ही नहीं रहें, मंत्री विजय चौधरी ने कह दिया-विजय सिन्हा को जबरन हटाया जाएगा, फिर क्या होगा?
लाइव सिटीज पटना: बिहार विधानसभा में कल यानी बुधवार को एक अजीब तरह का राजनीतिक संकट खड़ा होने वाला है. विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा ने इस्तीफा देने से मना कर दिया है. साथ ही सत्ता पक्ष के विधायकों के द्वारा खुद के खिलाफ दिए गए अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को खारिज कर दिया है. विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है जिसमें पहले दिन नीतीश सरकार को बहुमत साबित करना है. विजय सिन्हा को एनडीए सरकार में स्पीकर चुना गया था, जो बीजेपी के टिकट पर विधायक हैं. ऐसे में सत्ता परिवर्तन के बाद नियम के मुताबिक विजय सिन्हा को स्पीकर का पद छोड़ देना चाहिए लेकिन महागठबंधन की ओर से दिए गए अविश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि जो उन्हें नोटिस दी गई है वह नियमों और प्रावधान के खिलाफ है.
विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा के इस्तीफा नहीं देने पर सत्ता पक्ष की ओर से हमला तेज हो गया है. विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा संसदीय कार्यमंत्री व वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि अगर इस्तीफा नहीं देंगे तो नियम के अनुसार उनको हटाया जाएगा. सदन के अधिकांश सदस्यों का उनमे विश्वास नहीं है. उनको हटाने के लिए नियम उपलब्ध है हमलोग उसका उपयोग करेंगे. विजय चौधरी ने कहा कि अच्छा तो होता कि वह इस्तीफा दे देते अगर इस्तीफा नहीं देंगे तो नियमानुसार वह हटाए जाएंगे. विजय चौधरी ने कहा कि स्थापित परंपरा और नियमों के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस सत्र की शुरुआत का सबसे पहला एजेंडा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे में अपने ही खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दौरान स्पीकर खुद सदन का संचालन नहीं कर सकते. उनकी जगह डिप्टी स्पीकर सत्र की अध्यक्षता करेंगे.
डिप्टी स्पीकर औरजेडीयू विधायक महेश्वर हजारी ने कहा कि अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर स्पीकर विजय सिन्हा को सदन के आसन पर नहीं बैठना चाहिए. विजय सिन्हा को ससंदीय परंपरा के तहत इस्तीफा दे देना चाहिए था क्योंकि उनके पास बहुमत नहीं है. महेश्वर हजारी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस नियमों के तहत ही दिया गया है और उसके हिसाब से ही 14 दिन बाद सत्र बुलाया गया है. डिप्टी स्पीकर ने कहा कि लोकतंत्र बहुमत से चलता है और उनके पास बहुमत नहीं है इसलिए उनको पद पर नहीं बने रहना चाहिए. साथ ही उन्होंने इसको जिद बताते हुए सवाल उठाया कि वो कैसे नोटिस खारिज कर सकते हैं.
विजय सिन्हा ने कहा कि वो स्पीकर के पद से इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि सदन की बात सदन में करेंगे. मुझे मिला नोटिस नियमों और प्रावधान के खिलाफ है. लोकतंत्र हमारे लिए सिर्फ व्यवस्था नहीं है. विगत दिनों सत्ता को बचाए रखने के लिए जो कुछ भी हुआ उसपर इस समय कुछ भी कहना उचित नहीं था. विजय सिन्हा ने कहा कि दांव पर सब कुछ लगा है, रूक नहीं सकते, टूट सकते हैं मगर हम झुक नहीं सकते. हालांकि सदन में उनके लिए टीक पाना संभव नहीं दिख रहा है. अध्यक्ष के समर्थन में भाजपा के 76 सदस्य हैं. जबकि सत्ता पक्ष के 164 विधायक उनके खिलाफ एकजुट हैं.
बता दें कि इसी महीने 10 अगस्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़कर सात पार्टी के महागठबंधन के साथ मिलकर प्रदेश में नई सरकार बना ली थी. नई सरकार के गठन के तुरंत बाद महागठबंधन के 40 से अधिक विधायकों ने विजय सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया था. बिहार के 243 सदस्यीय विधानसभा में महागठबंधन के 164 विधायक हैं, जहां अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक साधारण बहुमत की आवश्यकता है. दरअसल बिहार विधानसभा का विशेष सत्र 24 अगस्त को बुलाया गया है. दो दिनों का यह विशेष सत्र होगा. 24 अगस्त को विधानसभा और 25 अगस्त को बिहार विधान परिषद की कार्यवाही होगी. हागठबंधन की नई सरकार को विश्वास मत हासिल करने के लिए 24 अगस्त को विधानसभा की बैठक सुबह 11 बजे से बुलाई गई है. इस एक दिवसीय सत्र की कार्ययोजना मौजूदा अध्यक्ष को ही बनानी है. विधानसभा में दो ही कार्य किये जाने हैं. पहला सरकार का बहुमत हासिल करना और दूसरा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान.
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बिहार: कैमूर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मोहनिया में 4 हजार लीटर से ज्यादा विदेशी शराब जब्त, तस्कर भी गिरफ्तार
कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे): कैमूर जिले के मोहनिया शहर के समेकित चेकपोस्ट पर एंटी लीकर टास्क फ़ोर्स की टीम ने एक डीसीएम ट्रक से 447 पेटी में रखे गये 12,375 बोतल शराब जब्त किया. डीसीएम ट्रक पर भूसी लोड था और उसी भूसी के बीच में छिपाकर शराब ले जाया जा रहा था. जिसे एंटी लीकर टीम ने समेकित चेकपोस्ट से शराब लदे डीसीएम ट्रक को जब्त करते हुए चालक को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार चालक राजस्थान के साइयो का तला आडेल गांव निवासी रूपा राम का बेटा इसरा राम बताया जाता है.
शराब लदे डीसीएम ट्रक का नंबर यूके 05 सीए 0831 है. यूपी की ओर से आ रही ट्रक को जब एंटी लिकर टास्क फ़ोर्स एवं मोहनिया थाना द्वारा जांच किया गया तो पाया गया कि ट्रक में भूसी लोड है. जिसके बाद बाद पुलिस ने ट्रक के भूसी के अंदर जांच किया तो पाया ट्रक के अंदर शराब है. जांच में आईबी ब्रांड के 447 पेटी शराब पाया गया. 447 पेटी में 12 हजार 375 बोतल शराब लोड पाया गया. जिसके बाद डीसीएम ट्रक के चालक को गिरफ्तार कर मोहनिया थाना को सौंप दिया गया.
पकड़ी गयी शराब में आइबी ब्रांड के 750 एमएल का 150 पेटी, आइबी ब्रांड के 375 एमएल के 147 पेटी एवं आइबी ब्रांड के 180 एमएल के 150 पेटी शराब है. कुल कुल 12 हजार 375 बोतल शामिल है. पुलिस को गिरफ्तार चालक ने बताया कि चेकपोस्ट पार करने के बाद बताया जाता कि शराबा लदे ट्रक को कहां लेकर जाना है. यह ट्रक इलाहबाद से ट्रक लेकर आ रहा था. जिस पर बोरी में भूसी लोड किया गया था.
चारपहिया वाहन से 11 पेटी शराब जब्त
कैमूर जिले के मोहनिया शहर के डडवा ओवरब्रिज पर यूपी 65 एसी 4500 नंबर की मारूती सुजकी वैगनार एलएक्स एक लग्जरी वाहन से मोहनिया थाने की पुलिस ने 11 पेटी शराब जब्त किया गया है. 11 पेटी में पुलिस ने 495 बोतल शराब जब्त किया. वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर वाहन का चालक मौके से फरार हो गया. वहीं चारपहिया वाहन देशी शराब का 11 कार्टून पकड़ा गया. इस दौरान चालक भागने में सफल रहा.
बता दें कि एंटी लीकर एवं मोहनिया पुलिस को सूचना मिली कि एक लग्जरी वाहन से शराब लेकर चेकपोस्ट पार किया है और वह मोहनिया शहर में प्रवेश किया है. जिसके बाद वाहन का पीछा किया गया. जिसके बाद चारपहिया वाहन डड़वा के ओवरब्रिज के पास पकड़ाया. जब तक पुलिस वाहन को पकड़ती तब तक चालक भागने में सफल रहा. जब्त किये गये शराब पेटी में लेमन ब्लू देशी शराब के 200 एमएल का 11 कार्टून शराब बरामद किया गया. पेटी में 495 पीस शराब है.
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गया: मंदिर में मुस्लिम मंत्री को ले जाना हिंदू आस्था का सुनियोजित अपमान, माफी मांगें नीतीश कुमार, सुशील मोदी का हमला
लाइव सिटीज पटना: बिहार के गया के विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. इस बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री व बीजेपी से राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि गया विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में किसी गैर हिंदू को साथ ले जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदू धर्म का सुनियोजित अपमान किया है. इसके लिए उन्हें हिंदू श्रद्धालुओं से माफ़ी मांगनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सबकुछ जानते हुए भी मंदिर की मर्यादा भंग कर मुख्यमंत्री किसको खुश करना चाहते हैं?.
सुशील मोदी ने कहा कि विष्णुपद मंदिर में नीतीश कुमार पहले भी कई बार गए हैं और उन्हें पता है कि उसके गर्भगृह में केवल सनातन धर्म में आस्था रखने वालों को प्रवेश देने का नियम है. गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित होने की सूचना भी लिखी है. मोदी ने कहा कि भाजपा ने पैगम्बर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले पार्टी के विधायक या प्रवक्ता किसी को नहीं बख्शा, तुरंत कार्रवाई की. लेकिन नीतीश कुमार ने गया मंदिर में प्रवेश करने वाले मंत्री इस्माइल मंसूरी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की?
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि महागठबंधन-2 का मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार मौनी बाबा बन गए हैं. वे शिक्षक भर्ती की मांग करने वालों पर लाठीचार्ज, कारतूस-प्रेमी शिक्षा मंत्री और वांटेड अभियुक्त को कानून मंत्री बनाने जैसे गंभीर मुद्दों पर भी चुप्पी साधे हुए हैं. इससे पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि विष्णुपद मन्दिर में जानबूझकर मुख्यमंत्री ने अपने मंत्री को प्रवेश करवाया है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. हिन्दुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के लिए नीतीश कुमार ने ऐसा काम किया है जो कि उचित नहीं है.
बता दें कि सोमवार को गया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विष्णुपद मंदिर में सोमवार को पूजा-अर्चना की. उनके साथ सूबे के सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री मो. इसराइल मंसूरी भी मंदिर में गए. सीएम के साथ मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में प्रवेश को लेकर हंगामा मचा हुआ है. मंत्री के प्रवेश के बाद दोपहर में भगवान को भोग लगाने से पहले मंदिर को धुलवाया गया. बताया जा रहा है कि इस मंदिर में गैंर हिंदूओं का प्रवेश वर्जित है और यह मंदिर के बाहर स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है, इसके बाद भी मंत्री का यहां प्रवेश हुआ और अब इसका विरोध हो रहा है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है.
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बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा CM नीतीश को चुनौती देंगे, इस्तीफा नहीं, कहा-यह नियम के विरुद्ध, सियासी हलचल तेज
लाइव सिटीज पटना: बिहार में एक बार फिर सियासी हलचल बढ़ गई है. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है. महागठबंधन की ओर से दिए गए अविश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि जो उन्हें नोटिस दी गई है वह नियमों और प्रावधान के खिलाफ है. यह नियम के विरुद्ध है और जो आरोप लगाए गए हैं वह पूरी तरह से गलत हैं. अविश्वास प्रस्ताव को मैं अस्वीकार करता हूं और मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. दरअसल इसी महीने 10 अगस्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़कर सात पार्टी के महागठबंधन के साथ मिलकर प्रदेश में नई सरकार बना ली थी. नई सरकार के गठन के तुरंत बाद महागठबंधन के 40 से अधिक विधायकों ने विजय सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया था. बिहार के 243 सदस्यीय विधानसभा में महागठबंधन के 164 विधायक हैं, जहां अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक साधारण बहुमत की आवश्यकता है.
दरअसल बिहार विधानसभा का विशेष सत्र 24 अगस्त को बुलाया गया है. दो दिनों का यह विशेष सत्र होगा. 24 अगस्त को विधानसभा और 25 अगस्त को बिहार विधान परिषद की कार्यवाही होगी. आज विशेष सत्र को लेकर मुख्य सचिव, डीजीपी और आला अधिकारियों के साथ स्पीकर विजय सिन्हा ने बैठक की और सुरक्षा और अन्य इंतजामों को लेकर सख्त निर्देश भी दिए. विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि विधायकों के साथ कोई बाहरी आदमी भी ना आ जाए इस पर नजर रखा जाए. वहीं डीजीपी एसके सिंघल ने बताया कि सारी तैयारियां कर ली गई हैं. कहीं से कोई दिक्कत की बात अबतक सामने नहीं आई है. मीटिंग के बाद तैयारियां और बढ़ा दी जाती हैं.
बता दें कि महागठबंधन की नई सरकार को विश्वास मत हासिल करने के लिए 24 अगस्त को विधानसभा की बैठक सुबह 11 बजे से बुलाई गई है. इस एक दिवसीय सत्र की कार्ययोजना मौजूदा अध्यक्ष को ही बनानी है. विधानसभा में दो ही कार्य किये जाने हैं. पहला सरकार का बहुमत हासिल करना और दूसरा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान. सत्तापक्ष ने पहले ही अध्यक्ष के खिलाफ नो कंफिडेंस मोशन नोटिस दे चुका है, इसलिए वह सभा का संचालन अध्यक्ष की जगह उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी से कराना चाहेगा. हालांकि इसे दूसरे नम्बर पर लिए जाने की स्थिति में सरकार के विश्वास मत हासिल करने की प्रक्रिया का संचालन विजय सिन्हा ही करेंगे (यदि इसके पूर्व उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो).
बतातें चलें कि महागठबंधन की सरकार पिछले कई दिनों से विजय सिन्हा को नैतिकता का पाठ पढ़ा रही थी लेकिन कुछ काम नहीं आया. इस्तीफे से इनकार करने के बाद सिन्हा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इस्तीफा देने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंचेगी. ऐसे में विजय सिन्हा द्वारा इस्तीफा देने से इंकार के बाद विधानसभा का सत्र हंगामेदार हो सकता है. माना जा रहा है कि 79 विधायकों वाली सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी अपने दिग्गज नेता अवध बिहारी चौधरी को संवैधानिक पद के लिए नामांकित करते हुए अध्यक्ष पद के लिए दावा पेश करेगी. वहीं बिहार विधान परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष एवं बीजेपी नेता अवधेश नारायण सिंह को भी बदला जा सकता है. ऐसे में जदयू इस पद के लिए देवेश चंद्र ठाकुर नाम पर विचार कर रहा है.
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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पूछा-बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी?, लालू यादव की बेटी रोहिणी ने दिया जवाब
लाइव सिटीज पटना: बिहार के गया के विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. इसे लेकर बिहार में बयानबाजी भी शुरू हो गई है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए पूछा है कि बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी?. वहीं आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने इसका बचाव किया है.
विष्णुपद मंदिर मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि जब शासक नास्तिक और हिंदू विरोधी हो जाएगा तो बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी? एक मुसलमान के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले नीतीश कुमार ने जानबूझकर मंदिर की पवित्रता को भंग किया है और सनातन का अपमान किया है. वहीं रोहिणी आचार्य ने इन आरोपों पर बचाव करते हुए कहा है कि जो जात धर्म के आधार पर इंसान को न समझे इंसान धर्म की दुहाई दे रहा वहीं नीच इंसान.
इससे पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि विष्णुपद मन्दिर में जानबूझकर मुख्यमंत्री ने अपने मंत्री को प्रवेश करवाया है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. हिन्दुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के लिए नीतीश कुमार ने ऐसा काम किया है जो कि उचित नहीं है. मुख्यमंत्री जी को इसके लिए राज्य के लोगों से माफी मांगनी चाहिए. वहीं विष्णुपद मंदिर विवाद को लेकर तेजस्वी यादव से सवाल पूछा गया तो डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी जैसे बड़का झूठा पार्टी का कोई बात सुनता है क्या, इन सब का कोई मतलब नहीं है. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ये सब बीजेपी का खेला बेला है. हमलोग तो मंदिर भी जाते हैं, मजार भी जाते हैं. ये कौन बड़ी बात है.
बता दें कि सोमवार को गया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विष्णुपद मंदिर में सोमवार को पूजा-अर्चना की. उनके साथ सूबे के सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री मो. इसराइल मंसूरी भी मंदिर में गए. सीएम के साथ मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में प्रवेश को लेकर हंगामा मचा हुआ है. मंत्री के प्रवेश के बाद दोपहर में भगवान को भोग लगाने से पहले मंदिर को धुलवाया गया. बताया जा रहा है कि इस मंदिर में गैंर हिंदूओं का प्रवेश वर्जित है और यह मंदिर के बाहर स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है, इसके बाद भी मंत्री का यहां प्रवेश हुआ और अब इसका विरोध हो रहा है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है.
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