Category: BJP

  • बीजेपी ने मुकेश सहनी को दिल्ली बुलाया, कहा-पहले वाली गलत अब नहीं होगी, VIP सुप्रीमो का बड़ा दावा

    लाइव सिटीज पटना: नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने के बाद बीजेपी बिहार में अकेले रह गई है. बीजेपी के साथ अब पशुपति पारस की राष्ट्रीय एलजेपी ही रह गई है. वहीं चिराग पासवान ने भी एनडीए में शामिल होने के लिए बीजेपी के सामने कई शर्ते रख दी है. जिसमें नीतीश कुमार और पशुपति पारस को लेकर बड़ी बात कह दी है. जीतनराम मांझी भी एनडीए को छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गए हैं. ऐसे में बीजेपी को बिहार में नए सहयोगी की तलाश है. इस बीच कहा जा रहा है कि बीजेपी ने अपने पुराने सहयोगी मुकेश सहनी को दिल्ली बुलाया है. मुकेश सहनी ने खुद इसका दावा किया है.

    दरअसल बीते दिनों बीजेपी ने VIP के तीन विधायक को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया था. जिसके बाद मुकेश सहनी से बीजेपी ने नाता तोड़ लिया था. उन्हें मंत्री पद से भी हाथ धोना पड़ा था. इसके बाद से मुकेश सहनी बीजेपी पर लगातार हमलावर है. बताया जा रहा है कि इसके बावजूद बीजेपी ने एकबार फिर सहनी की तरफ कदम बढ़ाए हैं. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के मुताबिक़ बीजेपी बात करने के लिए संपर्क किया है. मुकेश सहनी ने कहा है कि बीजेपी ने उनसे बात करने के लिए संपर्क किया है. उन्होंने कहा कि हमारे पास दिल्ली जाने का समय नहीं है. जिन्हें बात करनी है वह पटना आएं.

    बीजेपी द्वारा दिल्ली बुलाए जाने पर मुकेश सहनी ने कहा कि हम दिल्ली की दरबारी नहीं करेंगे. सहनी ने कहा हम निषाद पुत्र हैं किसी के पीछे नहीं जाएंगे. बिहार में बीजेपी की हेकड़ी निकल चुकी है. मुकेश सहनी ने कहा कि बीजेपी नेताओं ने कहा कि जो गलती हो गई है, नए कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे सहनी ने कहा कि बीजेपी ने हमसे नाता तोड़ा तो बिहार में उसकी सरकार चली गई. मुकेश सहनी खगड़िया में अपनी पार्टी के कार्यालय का उद्गाटन करने पहुंचे थे. दरअसल बीते दिनों चिराग पासवान ने भी एनडीए में शामिल होने के लिए बीजेपी के सामने कई शर्ते रख दी है. जिसमें नीतीश कुमार की कभी एनडीए भी शामिल ना हो और उनके चाचा पशुपति पारस को एनडीए से अलग किया जाए. इसके अलावे भी चिराग ने बीजेपी के सामने कई शर्ते रखी है.

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  • बिहार में शिकारी खुद शिकार हो गया, 2024 में बोरिया बिस्तर के साथ बीजेपी को बाहर कर दिया जाएगा

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में आरजेडी नेताओं के यहां सीबीआई की छापेमारी को लेकर पूरा महागठबंधन एकजुट है. इसको लेकर महागठबंधन के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें सभी नेताओं ने एक स्वर में कहा कि भाजपा CBI, ED और IT का दुरुपयोग कर रही है. महागठबंधन के तमाम नेता और कार्यकर्ता एकजुट हैं उनका कहना है कि भाजपा के मंसूबे को सफल नहीं होने दिया जाएगा. रविवार को पटना में महागठबंधन के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेस की और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. प्रेस वार्ता में राजद से मनोज झा, कांग्रेस से राजेश राठौर, लेफ्ट से केडी यादव, कमलेश शर्मा, जदयू से प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री मदन सहनी और मंत्री आलोक मेहता मौजूद रहे.

    जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बताया कि महागठबंधन ने नई परंपरा की शुरुआत की है अब हमेशा साझा प्रेस वार्ता की जाएगी और मीडिया के सामने आकर हर सवाल का जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी का खेल सब समझ चुके हैं. उनका खेल 2024 में खत्म हो जाएगा.. वहीं राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि सीबीआई छापेमारी को लेकर तेजस्वी यादव की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. नई महागठबंधन की सरकार से अभी से घबराहट है. हम अब सीबीआई वालो को फूल के साथ गांधीवादी तरीके से विरोध करेंगे. मनोज झा ने सुशील मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा कि जैसे ही नीतीश जी और तेजस्वी जी ने हाथ मिलाया सुशील मोदी जी को रोजगार मिल गया. वो नारद मुनि की भूमिका में हैं लेकिन वो सफल नहीं हो पाएंगे.

    जदयू नेता व समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने भी बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि सीबीआई और केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग डराने-धमकाने के लिए किया जा रहा है. सीबीआई द्वारा लगातार हमला कराया जा रहा है. इससे कोई कामयाबी नहीं मिलेगी. क्योंकि हम लोग सच के साथ है. बिहार में शिकारी खुद शिकार हो गया है. यहां उनका कोई भी काला जादू चलने वाला नहीं है. बीजेपी की यहां जमीन खिसक गयी है इसलिए वे बौखला गए हैं. सीआईआई (एमएल) के केडी यादव ने कहा कि आज बीजेपी पूरे देश मे मोदी-शाह की जोड़ी के तौर पर संविधान तोड़ने पर आमादा है. उनके एजेंसियों ने हद पार कर दी है लेकिन हम लोग डरने वाले नहीं है. 2024 में बोरिया बिस्तर के साथ उन्हें बाहर कर दिया जाएगा.

    कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि सीबीआई, ईडी सभी केंद्रीय एजेंसियों को निमंत्रण देते हैं कि आइए पार्टी कार्यालय में ऑफिस खोलिए. लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को बदनाम करने के लिए ये काम करते हैं. इनको यहां कुछ नहीं मिलेगा. राजद नेता व भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री आलोक मेहता ने भी जमकर भड़ास निकाली और कहा कि हम सभी डरने वाले नहीं हैं. तेजस्वी यादव के प्रभाव से घबराकर सरकार एजेंसी का इस्तेमाल करती है. बिहार क्रांति की धरती रही है. भाकपा विधायक अजय कुमार ने कहा कि सीबीआई, आईटी व ईडी की बेजा इस्तेमाल हो रहा है. प्रधानमंत्री के इशारे पर सीबाआई ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव व उनसे जुड़े लोगों के यहां छापेमारी की. अगर देश में संविधान की रक्षा करनी है तो भाजपा को केंद्र की सत्ता से अलग करना होगा.

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  • चिराग पासवान ने बढ़ा दी BJP की टेंशन, साथ आने को रखी चार शर्त, नीतीश कुमार पर लगे बैन, चाचा को किया जाए बाहर

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के पाला बदलकर महागठबंधन में शिफ्ट हो जाने के बाद बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. वह बिहार में बिलकुल अकेली हो गई है. इस झटके से उबरने के लिए बीजेपी को बिहार में एक मजबूत साथी की तलाश है. जिसका नाम है चिराग पासवान. हम प्रमुख जीतनराम मांझी भी अब महागठबंधन की रथ पर सवार है. वहीं एनडीए के साथ अब पशुपति पारस गुट की राष्ट्रीय एलजेपी ही रह गई है. बताया जा रहा है कि चिराग पासवान से भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने बात की है. लेकिन उन्होंने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है. चिराग पासवान ने बीजेपी के साथ आने के लिए चार शर्त सामने रखी है. जिसमें नीतीश कुमार की कभी एनडीए में वापसी नहीं हो, वहीं चाचा पशुपति पारस को हटाया जाए.

    बिहार बीजेपी चिराग पासवान को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है. बताया तो यह भी जा रहा है कि बीजेपी के एक केंद्रीय मंत्री ने चिराग पासवान से संपर्क किया था और एक बार फिर से लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) और जमुई सांसद चिराग पासवान को NDA गठबंधन में शामिल कराने की तैयारी में है. इधर राजनीति में लगातार हासिए पर जा रहे चिराग पासवान भी एनडीए में आने के लिए तैयार हैं. लेकिन इसके लिए उन्होंने बीजेपी के साथ कुछ शर्ते रखी है. पहली शर्त यह है कि चिराग पासवान चाहते हैं कि बीजेपी उन्हें यह विश्वास दिलाए की वह भविष्य में भी नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी नहीं कराएंगे. इसके साथ ही चिराग पासवान ने दूसरी शर्त यह रखी है कि उनके चाचा पशुपति कुमार पारस को एनडीए से बाहर किया जाए.

    नीतीश कुमार की कभी एनडीए में वापसी नहीं हो, वहीं चाचा पशुपति पारस को हटाए जाने के अलावे चिराग पासवान ने बीजेपी के सामने दो और शर्त रखी है. चिराग चाहते हैं कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का टिकट अभी ही फाइनल हो जाए और एलजेपी के हिस्से वाली सीट अभी ही तय कर दिए जाए. इसके साथ ही चिराग ने वर्तमान केंद्र सरकार की कैबिनेट में जगह देने की मांग भी की है. बीजेपी नेताओं के संपर्क करने पर चिराग पासवान की पार्टी ने कहा है कि 2024 में लोकसभा चुनाव के नजदीक आने पर ही वो अपने पत्ते खोलेंगे. इससे पहले चिराग पासवान ने बिहार की नई सरकार को लेकर कहा था कि मौसम विज्ञानिक का बेटा हूं इसलिए मैं कुछ चीजें देख सकता हूं. बिहार में मध्यावधि चुनाव होगा और एलजेपी चुनाव की तैयारी कर रही है.

    बीजेपी में आने के लिए चिराग पासवान की 4 शर्तें

    NDA में नीतीश कुमार की कभी वापसी नहीं होगी
    2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का टिकट अभी ही फाइनल हो जाए
    वर्तमान केंद्र सरकार की कैबिनेट में जगह दी जाए
    केंद्रीय मंत्री और चाचा पशुपति कुमार पारस को बाहर किया जाए

    अब सवाल यह है कि आखिर चिराग पासवान को बीजेपी अपने पास क्यों रखना चाहती है. दरअसल बिहार NDA गठबंधन में अब सिर्फ केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ही है. मुकेश सहनी की पार्टी VIP पहले ही NDA से अलग हो गई है. वहीं जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवामी मोर्चा भी महागठबंधन में शामिल हो गई है. बिहार में दलित-महादलित का कुल 16 प्रतिशत वोट बैंक है. इसमें भी 6 प्रतिशत वोट बैंक चिराग पासवान के साथ है. ऐसे में बीजेपी की नजर दलित-महादलित के 6 प्रतिशत वोट बैंक पर है. इस समय चिराग पासवान बीजेपी की मज़बूरी और जरुरत दोनों है.

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  • BJP ने नीतीश कुमार से लिया बदला, JDU विधायक को अपनी पार्टी में करा लिया शामिल

    लाइव सिटीज पटना: भारत के अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी ने एक बार फिर जदयू को बड़ा झटका दिया है. जदयू के एकमात्र बचे विधायक को बीजेपी ने अपने पाले में कर लिया है. ईटानगर से जदयू के विधायक तेचि कासो बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इससे पहले जदयू के छह विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे.
    अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के जो 6 विधायक बीजेपी में शामिल हुए थे उनके नाम हैं, तलेम तबोह, जिक्के ताको, हयेंग मंगफी, दोर्जी वांग्डी खर्मा, डोंग्रु सियोंग्जु, कांगोंग ताकू.

    विधायक तेचि कासो के बीजेपी में शामिल होने से पहले जदयू के छह विधायकों में बीजेपी का दामन थाम लिया था. अरुणाचल प्रदेश के रमगोंग विधानसभा क्षेत्र के तालीम तबोह, चायांग्ताजो के हेयेंग मंग्फी, ताली के जिकके ताको, कलाक्तंग के दोरजी वांग्दी खर्मा, बोमडिला के डोंगरू सियनग्जू और मारियांग-गेकु निर्वाचन क्षेत्र के कांगगोंग टाकू भाजपा में शामिल हो गए थे. अब एकमात्र बचे विधायक तेचि कासो भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं.

    बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू ने 2019 के विधानसभा चुनाव में अरुणाचल प्रदेश में 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था और सबको हैरान करते हुए 7 सीटें जीतीं थी. साथ ही वो बीजेपी के बाद राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. बीजेपी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 41 सीटें जीतीं थीं. बतातें चलें कि बिहार में सियासी समीकरण बदल चुका है. नीतीश कुमार बीजेपी से नाता तोड़कर तेजस्वी यादव के साथ महागठबंधन की सरकार बना चुके हैं. बिहार विधानसभा में बुधवार को महागठबंधन सरकार ने विश्वास मत भी हासिल कर लिया.

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  • PM की कोई वैकेंसी नहीं, मुख्यमंत्री पर BJP का बड़ा हमला, कहा-नीतीश कुमार CM बनने के लिए सबकुछ भूल गए

    लाइव सिटीज पटना: कार्यमंत्रणा की बैठक के बाद बिहार विधानसभा की कार्यवाही फिर से शुरू कर दी गई है. डिप्‍टी स्‍पीकर महेश्‍वर हजारी विधानसभा की कार्यवाही का संचालन कर रहे हैं. विश्‍वास मत के प्रस्‍ताव पर जारी बहस में हिस्‍सा लेते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने महागबंधन सरकार जमकर हमला बोला. साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार कई गंभीर आरोप लगाए. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार सीएम बनने के लिए सब कुछ भूल गए हैं. नीतीश कुमार कुर्सी कुमार है. मगर सेंटर में अभी पीएम के लिए वैकेंसी नहीं है. उन्होंने लालू प्रसाद को भी धोखा दिया है. साथ ही तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार केवल भोले दिखते हैं. मगर अब बिहार के लिए पल्टू कुमार हैं. उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं.

    बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार को राजद ने क्या कुछ नहीं कहा. अब उनके साथ फिर से सरकार बना ली, नीतीश कुमार को कहा गया कि इनके पेट में दांत हैं. महागठबंधन की सरकार पर हमला बोलते हुए तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के साथ ही अपराधियों की बल्ले-बल्ले हो गयी है. सत्ता के 15 दिनों में क्राइम बढ़ गया. बिहार दिशाहीन हो गयी है. जो कल अपराधों में घिरा था, वो आज सत्ता में बैठा हुआ है. उन्होंने कहा कि कैबिनेट में 75% मंत्री दागी हैं. वहीं तारकिशोर ने कहा कि किसी पार्टी का सत्ता में या विपक्ष में होना स्वाभाविक है. मगर बीजेपी का आज विपक्ष में होना जनादेश नहीं है. जनता को घोखा दिया गया, जनादेश का गला घोटा गया. साथ ही उन्होंने कहा कि जदयू ने अपने दम पर कभी सरकार नहीं बनाई है.

    इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही को एक फिर से स्‍थगित कर दिया गया है. सदन का संचालन कर रहे उपाध्‍यक्ष महेश्‍वर हजारी ने सदन की कार्यवाही 2:20 तक के लिए स्‍थगित कर दी थी. उपाध्‍यक्ष ने कार्यमंत्रणा की बैठक बुलाई है. इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई. बता दें कि भाजपा का साथ छोड़कर नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल हो गये और तेजस्वी यादव समेत अन्य विपक्षी दलों के साथ सरकार बना चुके हैं. आज विधानसभा में उनकी नयी सरकार को विश्वासमत हासिल करना है. वैसे तो सरकार के पास प्रयाप्त बहुमत है, लेकिन फिर भी आज सदन के अंदर भाजपा और जदयू का शक्ति परीक्षण होना है. इसके लिए विधानसभा की विशेष बैठक बुलायी गई है.

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  • मीडिया वालों को दारू नहीं मिल रहा है इसलिए नीतीश कुमार के खिलाफ, ललन सिंह के बयान पर बीजेपी का पलटवार

    लाइव सिटीज पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर के सांसद ललन सिंह अपने बयान की वजह से चर्चा में हैं. दरअसल उन्होंने मीडिया के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी नीति की प्रशंसा करते हुए ललन सिंह ने कहा कि मीडिया वालों को दारू नहीं मिल रहा है इसलिए नीतीश कुमार के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि अब दारू पीने के लिए नहीं मिल रहा है तो क्या करें, अब मुख्यमंत्री जी बिहार की जनता को देखें या आपका मौज मस्ती को देखें. वहीं ललन सिंह के इस बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है.

    दरअसल जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह दो दिवसीय दौरे पर लखीसराय पहुंचे थे. मंगलवार को उन्होंने सदर प्रखंड के अलग-अलग गांवों में जनसंवाद का कार्यक्रम किया. इसी दौरान प्रखंड क्षेत्र के महिसोना गांव में जनसंवाद के दौरान खुले मंच से ललन सिंह ने बिहार में शराबबंदी को लेकर CM की तारीफ कर रहे थे. इसी दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मीडिया और अखबार वाले आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हैं. इसलिए कि उन्हें दारू पीने के लिए नहीं मिल रहा है. अब दारू पीने के लिए नहीं मिल रहा है तो क्या करें, अब मुख्यमंत्री बिहार की जनता को देखें या पत्रकारों की मौज-मस्ती को.

    ललन सिंह ने शराबबंदी का बखान करते हुए कहा कि महिलाओं की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की थी. शराबबंदी से आज घरेलू हिंसा कम हुई हैं. सड़क पर शराब के नशे में लोग मारपीट नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार इकलौता राज्य है, जहां सामाजिक न्याय पर काम हुआ है. पिछड़े, अतिपिछड़े वर्ग और महिलाओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऊपर उठाने का काम किया है. साथ ही उन्होंने आम जनता से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत करने की अपील की.

    जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बयान पर बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि ललन सिंह तो खुद रोज दारू पीते हैं. उनके खून की जांच कराई जा सकती है. ललन सिंह सहित सभी मंत्रिमंडल के सदस्यों का ब्लड टेस्ट हो. बीजेपी विधायक ने कहा कि अब पत्रकार क्या, आम जनता उनसे बिगड़ चुकी है. खुद कहते हैं कि वो आम जनता की नहीं सुनते हैं, तो अब उनकी बात भी आम जनता नहीं सुनेगी. अब नीतीश कुमार का विनाश निश्चित है.

    ललन सिंह ने एक बार फिर आरसीपी सिंह पर हमला किया और कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार के पीठ में छुरा भोंकने का काम किया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने ही उन्हें खादी का कुर्ता पायजामा दिया और पहनने के लिए सिखलाया भी. आरसीपी सिंह बताएं कि वह खादी का कुर्ता पजामा पहनना जानते थे. वहीं ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह का कोई चरित्र ही नहीं है. उनकी चरित्र की बात छोड़ दीजिए, कुछ है ही नहीं. वह हवा हवाई हैं. उन्हें दो बार राज्यसभा का सदस्य बनाया और अंतिम अभिलाषा मंत्री बनने की भी पूरी हो गई। अब वह जाएं, घूमें और आराम करें.

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  • तेजस्वी यादव और अशोक चौधरी ने बीजेपी को झाड़ दिया, कहा-बड़का झूठा पार्टी का कोई बात सुनता है?

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के गया के विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. इसे लेकर बिहार में बयानबाजी भी शुरू हो गई है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है. इस मामले में सरकार की ओर से जवाब दिया गया है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जदयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी ने बीजेपी को करारा जवाब दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि बड़का झूठा पार्टी का कोई बात सुनता है. वहीं अशोक चौधरी ने कहा कि ये सब बीजेपी का खेला बेला है.

    डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव विधायकों और मंत्रियों के लिए बन रहे कॉम्पेक्स को देखने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी का प्रस्ताव आया कि एक बार चलकर विधायाकों और हमारे मंत्रियों का जो नया कॉम्पेक्स बना है उसकी समीक्षा की जाए. समय था हमलोग देखने आ गए. वहीं जब विष्णुपद मंदिर विवाद को लेकर तेजस्वी यादव से सवाल पूछा गया तो डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी जैसे बड़का झूठा पार्टी का कोई बात सुनता है क्या, इन सब का कोई मतलब नहीं है. ये सब तथ्यहीन बातें हैं. वहीं भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इसराइल मंसूरी प्रभारी मंत्री हैं और प्रभारी मंत्री मुख्यमंत्री के साथ चले गए और ये कहना कि मुस्लिम में हिंदू नहीं जाएगा और हिंदू में मुस्लिम नहीं जाएगा ये सब बीजेपी का खेला बेला है. हमलोग तो मंदिर भी जाते हैं, मजार भी जाते हैं. ये कौन बड़ी बात है. मंदिर में गैर हिंदू प्रवेश के सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि मुस्लिम प्रवेश की उन्हें जानकारी नहीं रही होगी.

    बता दें कि सोमवार को गया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विष्णुपद मंदिर में सोमवार को पूजा-अर्चना की. उनके साथ सूबे के सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री मो. इसराइल मंसूरी भी मंदिर में गए. सीएम के साथ मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में प्रवेश को लेकर हंगामा मचा हुआ है. मंत्री के प्रवेश के बाद दोपहर में भगवान को भोग लगाने से पहले मंदिर को धुलवाया गया. बताया जा रहा है कि इस मंदिर में गैंर हिंदूओं का प्रवेश वर्जित है और यह मंदिर के बाहर स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है, इसके बाद भी मंत्री का यहां प्रवेश हुआ और अब इसका विरोध हो रहा है. बीजेपी नेताओं ने इसराइल मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं सीएम नीतीश कुमार को माफी मांगने की बात भी कही है.

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  • RCP सिंह को सुपौल जाने से कोई रोक नहीं सकता, बकरी का बच्चा नहीं हैं वे, चुनाव लड़ें, बीजेपी साथ है

    लाइव सिटीज पटना: जेडीयू से निकलने के बाद आरसीपी सिंह की बिहार यात्रा की घोषणा के साथ ही सियासी बयानबाजी तेज है. सुपौल में शुक्रवार को जेडीयू ने अपनी कार्यकारिणी की आपात बैठक बुलाकर आरसीपी सिंह को चेतावनी देते हुए कहा कि वो सुपौल में आते हैं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. अब इस मामले पर सुपौल के ही छातापुर विधानसभा के भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री नीरज सिंह बबलू ने जदयू को खुली चुनौती देते हुए आरसीपी सिंह को सुपौल आने का न्यौता दिया है. उन्होंने कहा कि देखता हूं सुपौल में आरसीपी सिंह को कौन रोक सकता है? नीरज सिंह बबलू ने कहा कि आरसीपी सिंह सुपौल से ही चुनाव लड़ें, हम उनके साथ हैं.

    बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नीरज सिंह बबलू ने कहा कि देखता हूं सुपौल में आरसीपी सिंह को कौन रोक सकता है? उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह कोई बकरी का बच्चा नहीं हैं. वह केंद्र में भी मंत्री रह चुके हैं, IAS अधिकारी रह चुके हैं. बिहार में उन्होंने जदयू के लिए बहुत काम किया है. साथ ही बीजेपी नेता ने कहा कि सुपौल किसी का जागीर नहीं है.जो कोई किसी को जाने से रोक दें. लोकतंत्र है, राजतंत्र नहीं है. कोई किसी को कहीं जाने से रोक नहीं सकता. नीरज सिंह बबलू ने कहा कि आरसीपी सिंह बड़े नेता हैं. जब चाहे तब सुपौल आ सकते हैं और यहां से चुनाव लड़ सकते हैं. उनको कोई रोकने वाला नहीं है.

    बता दें कि सुपौल में शुक्रवार को जेडीयू ने अपनी कार्यकारिणी की आपात बैठक बुलाकर आरसीपी सिंह को सुपौल में न आने की सलाह दी. वहीं दूसरी ओर चेतावनी के लहजे में कहा कि वो सुपौल में आते हैं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. दरअसल सुपौल में जदयू कार्यकर्ताओं की बैठक में सीएम नीतीश के खिलाफ बयानबाजी कर रहे RCP सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव तो पेश हुआ ही, उन्हें जिले में नहीं घुसने की चेतावनी भी दी गई. जदयू के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि अगर आरसीपी सिंह सुपौल आने की कोशिश करते हैं तो उनके साथ अच्छा नहीं होगा. राजेंद्र यादव यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि अगर आरसीपी सुपौल आते हैं तो उनके साथ बहुत बुरा होगा.

    बता दें कि जदयू से त्यागपत्र देने के बाद आरसीपी सिंह खुलकर नीतीश कुमार के खिलाफ बोलने लगे हैं. पहले आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार सात जन्मों में भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते. वहीं बीते दिनों उन्होंने कहा कि जल्द ही जदयू का राजद में विलय हो जाएगा. आरसीपी सिंह के इस बयान पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. ललन सिंह ने आरसीपी को बीजेपी का एजेंट बतायाा. वहीं नीतीश कुमार ने भी आरसीपी के इस बयान पर कहा कि उनको ललन सिंह आगे भी जवाब देंगे.

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  • सुशील मोदी की संपत्ति जांच पर राजनीति तेज, बीजेपी बोली-लालू यादव तो कुछ बिगाड़ नहीं पाए, अब…

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के खनन और भूतत्व मंत्री रामानंद यादव ने बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी के परिजनों पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए ऐलान किया है कि उनकी संपत्ति की जांच कराई जाएगी. जिसको लेकर राजनीति तेज हो गई है. बीजेपी नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि जब लालू यादव सुशील मोदी का कुछ बिगाड़ नहीं पाए तो अब रामानंद यादव क्या कर लेंगे. बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने तो यहां तक कहा दिया कि रामानंद यादव में दम है तो सुशील मोदी जब से पैदा हुए हैं तब से लेकर अब तक की उनकी सारी संपत्ति की जांच करा लें. वहीं बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि लालू यादव तो कुछ कर नहीं पाए.

    बिहार सरकार के मंत्री रामानंद यादव ने सुशील कुमार मोदी के परिजनों पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए ऐलान किया है कि उनकी संपत्ति की जांच कराई जाएगी. इस सवाल पर बिहार के पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि रामानंद यादव में दम है तो सुशील मोदी जब से पैदा हुए हैं. तब से लेकर अब तक की उनकी सारी संपत्ति की जांच करा लें. कुछ भी नहीं निकलेगा. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी एक सात्विक नेता रहे हैं मन से बिहार की सेवा किए हैं. साथ ही जीवेश मिश्रा ने कहा कि रामानंद यादव पहले ऊपर दर्ज केस की जांच करा लें, उसके बाद उनको मोदी या अन्य नेता के बारे में इस तरह की बातें कहने का अधिकार है.

    वहीं बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि कई बार लालू और लालू परिवार के राबड़ी सहित लोगों ने आरोप लगाए हैं. पूरी कवायद कर ली. उसके बाद भी कुछ नहीं निकला. उन्होंने कहा कि मोदी लंबे समय से राजनीतिक और सामाजिक जीवन में रहे हैं. उनके ऊपर किसी प्रकार का आरोप नहीं लगा है. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी लालू यादव को चारा घोटाले में लम्बाई लड़ाई लड़कर उसको जेल पहुंचाने का काम किया है. अगर उसके ऊपर कोई मामला बनता तो ये लोग छोड़ने वाले नहीं थे. इसलिए मोदी के ऊपर केवल बोलना और आरोप लगाने से कुछ नहीं होता. साथ ही बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि लालू यादव तो उनका कुछ बिगाड़ ही नहीं पाए तो रामानंद यादव क्या कर लेंगे.

    बता दें कि बिहार के खनन और भूतत्व मंत्री रामानंद यादव ने पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी के परिजनों पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए ऐलान किया है कि उनकी संपत्ति की जांच कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि असल बाहुबली तो सुशील मोदी हैं जिन्होंने डिप्टी सीएम पद की धाक दिखाकर परिवार के लोगों से जमीन कब्जा करवाया है. रामानंद यादव ने कहा कि सुशील मोदी परिवार के सदस्यों की संपत्ति की जांच कराई जाएगी. सुशील मोदी के परिवार के लोगों ने अकूत संपत्ति बनाई है. दरअसल बीते दिनों सुशील मोदी ने दागी और आपराधिक छवि के नेताओं को मंत्री बनाने का आरोप लगाते हुए जिन चार मंत्रियों का नाम लिया था उनमें एक रामानंद यादव भी थे. मोदी ने सुरेंद्र यादव, ललित यादव, रामानंद यादव और कार्तिक कुमार का नाम लेकर कहा था कि ये ऐसे लोग हैं जो बाहर निकलते हैं तो लोगों को डर लगता है.

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  • बिहार में कोई जंगल राज नहीं, आनंद मोहन की बात करते हैं,अटल-आडवाणी उनके घर जाते थे, पप्पू यादव के बेबाक बोल

    लाइव सिटीज पटना: जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने शुक्रवार को बीजेपी पर जमकर हमला बोला और एनडीए की सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि आनंद मोहन पेशी के लिए पटना आए थे. अगर अपने घर चले गए और सहरसा जेल लौटते समय खगड़िया सर्किट हाउस में रुके तो इसमें कौन सी बड़ी बात है?. इतना ही नहीं जाप सुप्रीमो ने 90 के दशक का जिक्र करते कहा कि अटल, आडवाणी आनंद मोहन के पास गए थे और उनकी पार्टी बिहार पीपुल्स पार्टी के साथ गठबंधन किया था. उस समय आनंद मोहन बीजेपी के लिए बुरे नहीं थे. पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में जब तक नीतीश और बीजेपी की सरकार थी तब तक अनंत सिंह, मुन्ना शुक्ला, सुनील पांडेय रात में जेल से घर आ जाते थे और जेल चले जाते थे. उस समय तो बीजेपी को कोई दिक्कत नहीं होती थी.

    नीतीश-तेजस्वी सरकार का बचाव करते हुए जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी है तो बीजेपी जानबूझकर महागठबंधन सरकार और उसके मंत्रियों की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है. पप्पू यादव ने कहा कि अमित शाह को कोर्ट ने तड़ीपार किया था. योगी आदित्यनाथ पर मुकदमा चल रहा. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय पर कई मामले हैं. आडवाणी पर बाबरी मस्जिद तुड़वाने का आरोप है. अटल जी ने मोदी को कहा था कि राजधर्म का पालन करिए. यह सब बीजेपी को नहीं दिख रहा है?

    बीजेपी के जंगल राज के आरोप पर पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में पहले भी हत्या और अपहरण होता था, लेकिन अब बीजेपी जानबूझकर माहौल बना रही है कि बिहार में जंगलराज आ गया है. नीतीश से ईमानदार इस देश में कोई नहीं है. साथ ही उन्होंने सीएम से अपील करते हुए आग्रह किया कि दागी मंत्रियों को हटाएं. उन्होंने कहा कि बिहार के कानून मंत्री कार्तिक कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए. वो कानून मंत्री बनने के लायक नहीं हैं. तेजस्वी-तेज प्रताप पर उठ रहे सवाल पर पप्पू यादव ने कहा कि तेज प्रताप अपने जीजा शैलेश और तेजस्वी अपने सलाहकार संजय यादव को मंत्रालय की बैठक में ले जा रहे हैं, यह गलत है. लालू परिवार को इन सब से बचना चाहिए. यह लोग ऐसा कोई काम न करें जिससे आम लोग यादव समाज को गाली दे. यादव, भूमिहार समाज के कई अच्छे लोग महागठबंधन में हैं.

    महागठबंधन सरकार में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह पर बीजेपी चावल घोटाले में शामिल होने का आरोप लग रही है. इस मामले में जाप सुप्रीमो ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि चावल घोटाले में जब सुधाकर सिंह शामिल थे तब बिहार में बीजेपी-जेडीयू की सरकार थी और सुशील मोदी सुधाकर सिंह से जेल में मिलने गए थे. सुशील मोदी बताएं कि क्यों मिलने गए थे? अब सुशील मोदी महागठबंधन पर हमला बोल रहे हैं. दरअसल सुशील मोदी महागठबंधन सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं. तेज प्रताप और तेजस्वी यादव को लेकर भी उन्होंने सवाल उठाया है और नीतीश सरकार पर निशाना साधा है.

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