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  • शादीशुदा जोड़े को हर माह मिलेंगे ₹10,000 की पेंशन- जल्‍द उठाएं योजना का फायदा..


    डेस्क : आज के समय में हर कोई भविष्य की चिंता में लगे हुए हैं। इसके लिए लोग तरह-तरह के स्कीमों में पैसे निवेश करना पसंद करते हैं। ऐसे में यदि आप भी बुढापे को शानदार बनाने के लिए बेहतर स्कीम की तलाश में है तो यह खबर आपके लिए है। सरकार इस दिशा में कई योजना चला रही है। इसी कड़ी में अटल पेंशन योजना आपके लिए एक बेहतर विकल्प के रूप में साबित हो सकता है। इसके तहत एक परिवार में दोनों पति-पत्नी को मिलाकर 10000 रूपये मासिक पेंशन दिया जाता है

    ऐसे लोग कर सकते हैं निवेश :

    ऐसे लोग कर सकते हैं निवेश : अटल पेंशन योजना की शुरुआत पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा 2015 में की गई थी। उस समय यह योजना केवल असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए शुरू की गई थी। लेकिन बाद में इसे 18 से 40 वर्ष के आयु वर्ग के किसी भी भारतीय नागरिक के लिए खोल दिया गया। योजना में 60 साल बाद पेंशन शुरू होती है। लेकिन 1 अक्टूबर 2022 से इसे एक बार फिर से बदल दिया गया है।

    जान लीजिए नया नियम :

    जान लीजिए नया नियम : प्लान में कुछ बदलाव भी किए गए हैं। इस नए बदलाव के तहत वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि कोई भी व्यक्ति जो आयकर अधिनियम के तहत आयकर दाता है, वह अटल पेंशन योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकता है। यदि कोई करदाता 1 अक्टूबर के बाद अटल पेंशन योजना के लिए खाता खोलता है, तो ध्यान में आने पर उसका खाता तुरंत बंद कर दिया जाएगा। साथ ही उस समय तक जमा किए गए पैसे उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।

    महज 210 रूपये के निवेश में 5000 पेंशन :

    महज 210 रूपये के निवेश में 5000 पेंशन : कोई भी व्यक्ति इस योजना के अंतर्गत जितनी जल्दी निवेश करना शुरू कर देगा उसे उतना ही ज्यादा लाभ प्राप्त होगा। यदि कोई निवेशक 18 की उम्र में इस योजना के तहत जुड़ता है तो उसे60 साल की उम्र के बाद उसे हर महीने 5000 रुपये मासिक पेंशन के लिए सिर्फ 210 रुपये प्रति माह जमा करना होगा। वहीं पति – पत्नी दोनों मिलकर 10000 रूपये पेंशन मिलेंगे।

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  • LIC लूट स्कीम! महज ₹10 लाख के प्रीमियम पर 1 करोड़ का गारंटीड रिटर्न, 10 गुना तक मिलेगा रिस्क कवर 


    डेस्क : भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने त्योहारी सीजन के दौरान अपने ग्राहकों के लिए धन वर्षा पॉलिसी 866 लॉन्च की है। यह एलआईसी का प्रीमियम प्लान है। यह योजना एलआईसी ग्राहकों को दो पॉलिसी शर्तों के बीच चयन करने की पेशकश करती है। यह आपको गारंटीड मैच्योरिटी, बोनस, प्रीमियम के दस गुना जोखिम कवर जैसे सभी लाभ देता है। जानिए इस शानदार प्लान के बारे में।

    10 गुना राशि का आश्वासन :

    10 गुना राशि का आश्वासन : वेल्थ रेन स्कीम एक गैर-प्रतिभागी, व्यक्तिगत, बचत, एकल प्रीमियम जीवन बीमा पॉलिसी है, जो ग्राहकों को सुरक्षा के साथ-साथ बचत भी प्रदान करती है। यहां तक ​​कि बीमित व्यक्ति को भी इस पॉलिसी की प्रीमियम राशि का 10 गुना तक लिया जा सकता है। यानी अगर आप 1 लाख रुपये जमा करते हैं तो मैच्योरिटी पर आपको 10 लाख रुपये तक मिल सकते हैं।

    10 गुना तक जोखिम कवर :

    10 गुना तक जोखिम कवर : इस योजना के तहत, आपको प्रीमियम का भुगतान करना होगा। यह आपको दो विकल्प देता है। यदि पहला विकल्प चुनते हैं, तो मृत्यु लाभ गारंटी अतिरिक्त बोनस के साथ प्रीमियम का 1.25 गुना होगी, जबकि दूसरा विकल्प चुनने पर परिवार को गारंटीकृत अतिरिक्त बोनस के साथ मृत्यु लाभ का 10 गुना मिलेगा।

    यदि आपने 10 लाख रुपये का प्रीमियम खरीदा है और पहला विकल्प चुना है, तो परिवार को गारंटीड बोनस के साथ 12.5 लाख रुपये मिलेंगे और यदि आपने दूसरा विकल्प चुना है, तो मृत्यु के बाद परिवार को 1 रुपये की गारंटी मिलेगी। करोड़ बोनस। गारंटीड बोनस आपके द्वारा चुने गए विकल्प और अवधि दोनों पर आधारित होगा।

    आप पॉलिसी ऑफलाइन खरीद सकते हैं :

    आप पॉलिसी ऑफलाइन खरीद सकते हैं : आप सभी LIC पॉलिसियां ​​​​ऑनलाइन खरीद सकते हैं, लेकिन आपको धनवर्ष योजना को ही खरीदना होगा। यह आपको दो टर्म ऑफर करता है, एक 10 साल का और दूसरा 15 साल का। इसे खरीदने की उम्र सीमा 3 साल से लेकर 60 साल तक है. एलआईसी की धन वर्षा पॉलिसी ग्राहकों को ऋण और समर्पण भी प्रदान करती है।

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  • Ration Card धारकों की लगी लॉटरी! सरकार ने शुरू की नई योजना, जानकर आप भी कहेंगे – मजा आ गया..


    Ration Card : अगर आपके पास भी राशन कार्ड है और इसके जरिए सरकार की राशन योजना का लाभ उठा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। जी हां, सरकार द्वारा शुरू की जा रही नई योजना के बारे में सुनकर आप कहेंगे कि इस बार राशन कार्ड धारकों के लिए लॉटरी शुरू हो गई है। योजना के तहत अब राशन वितरण की दुकानों पर रियायती दरों पर एलपीजी गैस सिलेंडर उपलब्ध होंगे। यह योजना सरकार द्वारा गरीब राशन कार्ड धारकों के लिए शुरू की गई है।

    5 किलो गैस सिलेंडर दिया जाएगा :

    5 किलो गैस सिलेंडर दिया जाएगा : इस योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को 5 किलो गैस सिलेंडर प्रदान किया जाएगा। गैस सिलेंडर देने की योजना दिवाली से पहले शुरू होने जा रही है। योजना को लागू करने के लिए आपूर्ति विभाग के अधिकारियों और तेल कंपनियों के बीच बैठक भी हो चुकी है। राशन दुकानदार लगातार सरकार से कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। उनका तर्क है कि बढ़ती मुद्रास्फीति के बीच पिछली दरों पर कमीशन अपर्याप्त है।

    जन सुविधा केंद्र खोलने की मंजूरी :

    जन सुविधा केंद्र खोलने की मंजूरी : लेकिन सरकार ने सरकारी राशन की दुकान चलाने वाले लोगों की आमदनी बढ़ाने के लिए कमीशन बढ़ाने की जगह यह व्यवस्था शुरू की है. इसके तहत अंतिम दिन राशन की दुकानों पर जन सुविधा केंद्र खोलने की भी स्वीकृति दी गई। सार्वजनिक सुविधा केंद्र पर आय और निवास प्रमाण पत्र आदि बनवाए जा सकते हैं। नई योजना के तहत राशन की दुकानों पर 5 किलो एलपीजी सिलेंडर बेचे जाएंगे।

    राशन की दुकानों पर सिलेंडर के दाम :

    राशन की दुकानों पर सिलेंडर के दाम : तेल कंपनियां सिलेंडर की बिक्री पर दुकानदारों को कमीशन देंगी. उज्जवल गैस कनेक्शन धारकों को 5 किलो एलपीजी सिलेंडर रुपये की रियायती दर पर दिया जाएगा। ये कीमतें बाद में बढ़ या घट सकती हैं। दूसरों को इस सिलेंडर के लिए 526 रुपये देने होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और छोटे व्यवसायियों को गैस सिलेंडर के लिए एजेंसियों या शहरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

    राशन दुकान के मालिक एक बार में अधिकतम 20 भरे हुए सिलेंडर रख सकते हैं। साथ ही दुकान पर आग से बचाव के उपाय करने चाहिए। प्रमुख सचिव के आदेश के बाद आपूर्ति विभाग और तेल कंपनियों के अधिकारियों ने राशन डीलरों की बैठक में शासन द्वारा निर्धारित नियमों की जानकारी दी.

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  • 7वे आसमान से धड़ाम हुआ दाल का रेट – प्रति किलो ₹8 की आई कमी, जानें – नया रेट ..


    डेस्क : दिवाली जैसे जैसे पास आ रहा है वैसे वैसे सरकार भी भी जनता को ढेरों सौगात दे रही है। सबसे पहले डीए फिर बोनस के बाद अब जनता की थाली सस्ती करने की तैयारी चल रही है। महंगाई से परेशान जनता को त्योहारों के समय राहत मिले, इस क्रम में सरकार ने सस्‍ती कीमत पर दाल और प्‍याज मुहैया कराने का ऐलान किया है।

    इस बारे में उपभोक्‍ता मंत्रालय द्वारा बताया गया है कि ‘ने दिवाली पर खाने-पीने की चीजों के दाम कंट्रोल में रखने की सभी कोशिशें जा रही हैं। सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए राज्‍यों को बेहद कम कीमत पर दाल मुहैया कराने की घोषणा की है। केंद्र सरकार ने दालों की कीमत में 8 रुपये कटौती की है और इस भाव से राज्‍यों को दाल मुहैया करा रही है, ताकि उपभोक्‍ताओं तक सस्‍ता अनाज पहुंचाया जा सके और त्‍योहारों पर बाजार में दाल की किल्‍लत न होने पाए।’

    साथ ही ये भी बताया गया है कि प्याज की कीमत को भी नियंत्रित रखने के लिए भी कदम उठा रही है। साथ ही उपभोक्‍ता मंत्रालय के अनुसार, सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि त्‍योहारों पर बाजार में प्‍याज की किल्‍लत न होने पाए। इसके लिए बफर स्‍टॉक से प्‍याज मुहैया कराए जाएंगे।

    सरकार के पास 43 टन का स्‍टॉक :

    सरकार के पास 43 टन का स्‍टॉक : इस समय सरकारी स्टॉक की बात करें तो करीब 43 टन दाल का स्‍टॉक है। त्‍योहारों से पहले ही सरकार ने राज्‍यों को सस्‍ती दरों पर दाल उपलब्‍ध करा दी थी। केंद्र सरकार अब तक राज्यों को 88,000 टन दाल उपलब्ध करा चुकी है।

    सरकार का मानना है कि दिवाली पर दाम नहीं बढ़ेंगे इसकी पूरी तैयारी की है। इससे पहले सरकार ने किसानों को दालों की उचित कीमत दिलाने के लिए उसका न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य भी बढ़ाया था। इसके तहत मसूर दाल की एमएसपी 500 रुपये प्रति क्विटंल बढ़ा दी। इसके बाद मसूर की एमएसपी 5,500 रुपये बढ़कर 6 हजार रुपये हो गई।

    दाल आयात करती है सरकार :

    दाल आयात करती है सरकार : आपको बता दें भारत अपनी दाल की जरूरतों को पूरा करने के लिए अन्य देशों से दालों का आयात करता है। सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक उपभोक्‍ता मंत्रालय के बताया है, ‘वित्‍तवर्ष 2022 से 2026 तक देश में हर साल 2.5 लाख टन उड़क और 1 लाख टन अरहर दाल का आयात किया जाएगा। यह खेप म्‍यांमार से आएगी। इसके अलावा दक्षिण पूर्वी अफ्रीकी देश मलावी से भी अगले पांच साल में 50 हजार टन अरहर दाल का आयात किया जाएगा और मोजाम्बिक से सरकार 2026 तक प्राइवेट ट्रेड के जरिये 2 लाख टन अरहर दाल का आयात करेगी।’

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  • अब भूल जाइए Amazon – Flipkart! यहां मिल रहा सबसे सस्ता सामान, करें दिवाली की शॉपिंग पूरी…


    डेस्क : महज कुछ दिनों में दिवाली आने वाली है। ऐसे में इस त्योहारों को लेकर मार्केट भी एक्टिव हो जाता है। दिवाली के समय लोगों में खासकर खरीदारी का उत्साह रहता है। जहां कुछ लोग महंगे ब्रांडेड समान लेने मॉल जाते हैं तो वहीं कुछ लोग सस्ते में अच्छा समान लेने के लिए लोकल मार्केट का रुख करते हैं।

    तो आज अपनी इस रिपोर्ट में आपको बताएंगे एक ऐसे मार्केट के बारे में जहां बेहद सस्ते में आपकी शॉपिंग हो जायेगी। इस मार्केट में आपको चांदनी चौक और सरोजनी नगर से भी ज्यादा सस्ते में चीजें मिल जाएंगी। खास कर यदि आपकी इलेक्ट्रॉनिक सामान लेना है तो इस मार्केट में आप जरूर जाएं।

    कहां है ये सस्ता बाजार?

    कहां है ये सस्ता बाजार? वैसे तो सभी लोग दिल्ली के सरोजनी नगर, लक्ष्मी नगर और चांदनी चौक के बारे में जरूर ही जानते होंगे। पर आज आपको बताते हैं इससे भी मार्केट के बारे में। ऐसा मार्केट जहां, जहां लुई वीटन, रेमंड्स, ज़ारा, एच एंड एम और फॉरएवर 21 जैसे ब्रांड्स के सामान भी बजट में मिल जाएंगे। काम बस इतना करना होगा की आपको ब्रांड्स की बराबर समझ रखनी होगी।

    ये मार्केट दिल्ली के जामा मस्जिद के पास सुबह लगता है। यहां जाने के लिए आपको जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन (वॉयलेट लाइन) से एक्जिट करना होगा। इस मार्केट में आपको बढ़िया से बढ़िया बैग आपकी मनचाही कीमत में मिल जाएंगे। मालूम हो इस मार्केट में आपको थोड़ा सतर्क भी रहना होगा। यहां आपको एक्सपोर्ट और रिजेक्टेड माल मिलेगा। यहां 150 रुपये में एक से बढ़कर एक फैंसी कपड़े मिल जाएंगे।

    इन बातों को रखें याद :

    इन बातों को रखें याद : यहां आप सुबह ही जाएं। इस समय भीड़ ज्यादा नहीं होती। बाजार में अपने पर्स और बैग का ध्यान आपको खुद रखना है। यहां जाते समय आप अपने साथ कैश लेकर जाएं, क्योंकि यहां ज्यादातर पेमेंट कैश से करनी होगी। यहां मिलने वाले कई सामान डिफेक्टिव हो सकते हैं इसलिए सामान लेने से पहले डबल चेक करें। यहां जाने वाले को मोल भाव में एक्सपर्ट होना होगा। यहां जाने के लिए खुद के वाहन के बजाए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें। इलेक्ट्रॉनिक सामान लेते समय उसकी कंडीशन जरूर चेक कर ले।

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  • दिवाली से पहले Gold में भारी गिरावट – अब महज ₹30,000 में खरीदें एक तोला सोना…


    Gold Rate : दिवाली और धनतेरस में महज कुछ ही अब दिन बचे हैं ऐसे में अगर आप भी गोल्ड और चांदी खरीदारी का प्लान कर रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। पिछले कई दिनों से सोने के साथ-साथ चांदी की कीमत में लगातार उथल-पुथल जारी है। इसी कड़ी में मंगलवार को सोने के दाम में गिरावट देखी गई।

    इस कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को सोना करीब 51000 रुपये प्रति 10 gm और चांदी 56000 रुपये प्रति किग्रा के स्तर के नीचे बंद हुआ। फिलहाल गोल्ड अपने ऑलटाइम हाई से करीब 5800 और चांदी 24000 रुपये सस्ता मिल रही है मंगलवार को सोना (Gold Price) 68 रुपये प्रति 10 gm की दर से सस्ता होकर 50362 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर बंद हुआ।

    जबकि पिछले कारोबारी दिन सोमवार को सोना (Gold Rate) 8 रुपये प्रति 10 gm की दर से सस्ता होकर 50430 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं चांदी (Silver Price) 367 रुपये महंगा होकर 56010 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई। जबकि पिछले कारोबारी दिन सोमवार को चांदी (Silver Rate) को चांदी 399 रुपये प्रति किग्रा की दर से सस्ता होकर 55643 रुपये प्रति किग्रा पर जाकर बंद हुई थी

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  • त्योहारों के मौके पर जहरीली मिठाइ खाने से बचें ? तुरंत यहां करें शिकायत?


    डेस्क : भारत में मिठाई बहुत खाई जाती है। त्योहारी सीजन में इसकी खपत और भी ज्यादा बढ़ जाती है। एक अनुमान के मुताबिक देश में मिठाई का सालाना कारोबार 65,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है। दीपावली पर किसी भी अन्य त्योहार के मुकाबले सबसे ज्यादा मिठाइयां बिकती हैं। दिवाली के दिन मिठाइयों की इस बंपर मांग ने देश में मिलावटी मिठाइयों का बाजार बना दिया है, जो इस त्योहारी सीजन में ही सैकड़ों करोड़ रुपये से अधिक का हो जाता है।

    पिछले कुछ सालों में दिवाली पर चॉकलेट और सूखे मेवों की मांग भी बढ़ी है। इसे देखते हुए मिलावट करने वालों ने नकली चॉकलेट और घटिया किस्म के सूखे मेवे भी बेचने शुरू कर दिए हैं। सूखे मेवों को ताजा दिखाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही उनमें चमक लाने के लिए रंगों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसलिए दिवाली के दिन मिठाई खरीदते समय आपको सावधानी बरतनी चाहिए।

    क्यों बढ़ रही है मिलावट :

    क्यों बढ़ रही है मिलावट : देश में सभी जिंसों के दाम बढ़ गए हैं. दूध, घी, मावा, चीनी और आटे समेत सभी जिंसों के दाम बढ़ गए हैं. इससे मिठाई बनाने का खर्चा बढ़ गया है। यही कारण है कि कई दुकानदार मिठाई बनाने के लिए नकली दूध, मावा और पनीर के साथ मिलावटी घी का इस्तेमाल करते हैं। दूसरे, त्योहारी सीजन के दौरान अधिक मांग के कारण, न तो ग्राहक मिठाई की गुणवत्ता के बारे में ज्यादा पूछताछ करते हैं और न ही सरकार मिठाई की जांच करती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बहुत अधिक मिलावटी कैंडी बनाई और बेची जाती है।

    टेस्ट के बाद खरीदें कैंडी :

    टेस्ट के बाद खरीदें कैंडी : मिलावटी कैंडी या कोई अन्य खाना व्यक्ति को गंभीर रूप से बीमार कर सकता है। ज्यादातर लोग पेट से संबंधित बीमारियों से जूझ रहे हैं। मिलावटी मिठाई खाने से लीवर पर सूजन, फूड प्वाइजनिंग, पेट दर्द जैसी समस्याएं ज्यादा हो जाती हैं। इसलिए मिठाई खरीदते समय हमेशा सावधान रहें।

    जितना हो सके मिठाई विश्वसनीय दुकान से ही खरीदें। सस्ते डेसर्ट के लिए मत गिरो। कैंडी को खरीदने से पहले उसे निश्चित रूप से सूंघें और उसका स्वाद लें। घटिया सामग्री से बनी मिठाइयों के स्वाद और सुगंध में अंतर होता है। इसी तरह अगर आप चॉकलेट खरीद रहे हैं तो पैकिंग को ध्यान से देख लें। नकली चॉकलेट मशहूर ब्रांड की नकली पैकिंग में ही बिकती हैं इसी तरह ड्राई फ्रूट खरीदते समय उसे जरूर ट्राई करें और उसका स्वाद लें।

    ऐसे करें मावा की पहचान :

    ऐसे करें मावा की पहचान : कई लोग घर पर ही मिठाइयां बनाना पसंद करते हैं. मावा का इस्तेमाल ज्यादातर मिठाइयां बनाने में किया जाता है. असली और नकली मावा की पहचान करने के कई तरीके हैं। मावा में थोडी़ सी चीनी डाल कर गरम कीजिये, अगर मावा से पानी निकलने लगे तो मावा नकली है. – थोड़ा सा मावा खाने की कोशिश करें और अगर असली है तो यह आपके मुंह में नहीं टिकेगा, जबकि नकली मावा चिपक जाएगा. वैकल्पिक रूप से, मावा को अपने हाथों पर रगड़ें। असली होने पर इसमें घी की तरह महक आएगी और इसकी महक लंबे समय तक बनी रहेगी।

    यहां करें शिकायत :

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  • GST मुबारक! रोटी पर 5 फीसदी जबकि पराठे पर लगेगा 18 फीसदी का GST चार्ज , जानिए –


    डेस्क : वैसे भी परांठे सेहत के लिए अच्छे नहीं कहे जाते। पर जब सामने गरमागरम आलू के पराठे, दहिया बटर या चीज के साथ रख दी जाए तो कौन ही मना करेगा। भले ही इसके लिए ये कहते हैं कि परांठा भी रोटी की ही है बस ऑयली ही तो है, तो बता दें अब ये कोई मदद नहीं करेगा। क्योंकि अब रोटी मतलब सिर्फ आटा और पानी वहीं दूसरी तरफ परांठा मतलब आटा, पानी तेल से कहीं ज्यादा है।

    अब रोटी के मुकाबले परांठा खाना महंगा होगा। मालूम हो हाल ही में गुजरात अपीलेट अथॉरिटी ऑफ एडवांस रूलिंग यानि जीएएआर ने परांठों पर एक नया ऑर्डर जारी किया है। जिसके बाद आप भी सोच में पड़ सकते हैं। गुजरात अपीलेट अथॉरिटी ऑफ एडवांस रूलिंग यानि जीएएआर ने परांठा और रोटी को अलग- अलग माना है। इतना ही नहीं अब परांठों पर ज्यादा जीएसटी वसूलने की बात भी सामने आई है।

    जीएएआर के इस फैसले के बाद होटलों से पराठा लेना महंगा हो जायेगा। आपको बता दें अब 18 प्रतिशत जीएसटी की दर से आपको जीएसटी देना होगा। इस नए को जीएएआर की दो सदस्य विवेक रंजन और मिलिंद तोरवाने की बेंच ने दिया है। दलील दी गई कि परांठे, रोटी से अलग हैं, इन्हें एक ही कैटगरी में नहीं रख सकते। जहां रोटी पर पांच फीसदी की दर से जीएसटी वसूली जाती है वहीं परांठों के लिए कहा गया कि इस पर 18 प्रतिशत की जीएसटी लिया जाने की सही बताया गया है।

    बताते चलें इससे पहले अहमदाबाद की वाडीलाल इंडस्ट्रीज ने भी पराठों पर जीएसटी की बात सामने रखी गई थी। इसमें कहा गया था कि ‘परांठें और रोटी एक जैसी ही होते हैं। इन्हें बनाने की प्रक्रिया भी लगभग एक जैसी है और सामग्री भी लगभग एक जैसी ही इस्तेमाल होती है। इसलिए परांठों पर रोटी जैसे ही पांच फीसदी जीएसटी होनी चाहिए।’ इसके उल्टे अथॉरिटी ने कहा कि भले ही रोटी और परांठों का बेस आटा ही होता है लेकिन परांठे में तेल, नमक और सब्जियों का भी इस्तेमाल होता है इसलिए इसे जीएसटी के ऊंचे स्लैब में रखना सही होगा।

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  • प्याज हुआ महंगा- कुछ ही दिन में ₹50Kg पहुंचेगा भाव, जल्दी से खरीद लीजिए..


    डेस्क : दूध की कीमतों में आये उबाल के बाद अब प्याज भी रुलाने को तैयार है। देश भर में प्याज की कीमतों में तेजी आयी है। द फ्री प्रेस जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सप्ताह में आवश्यक वस्तुओं की दरों में लगभग 60 से 80% की वृद्धि देखी गई है। आपको बता दें पिछले हफ्ते देश के 2 सबसे बड़े मिल्क ब्रांडों अमूल और मदर डेयरी ने इनपुट लागत में वृद्धि का हवाला देते हुए फुल क्रीम दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की थी।

    नयी फसल आने तक नहीं मिलेगी राहत :

    नयी फसल आने तक नहीं मिलेगी राहत : एक समाचार पोर्टल ने कहा है कि कीमतों में उछाल तब तक जारी रहेगा जब तक कि नवंबर माह के पहले सप्ताह तक ताजा फसल बाजार में नहीं आ जाती। खबर के मुताबिक प्याज का खुदरा मूल्य कई जगहों पर ₹40 प्रति किग्रा को पार कर गया है। व्यापारियों ने कहा है कि प्याज बहुत जल्द ₹50 प्रति किग्रा के पार भी जा सकता है। अक्टूबर माह की शुरुआत में खुदरा बाजार में प्याज ₹15 से ₹25 प्रति किग्रा के बीच उपलब्ध था।

    1 हफ्ते में इतनी बढ़ी प्याज की कीमत :

    1 हफ्ते में इतनी बढ़ी प्याज की कीमत : स्टॉक (गोदाम) से प्याज का खरीद मूल्य एक पखवाड़े पहले की तुलना में लगभग 30 से 40% अधिक है। इसलिए, प्याज का खरीद मूल्य ₹15 और ₹30 प्रति किग्रा के बीच है। एक व्यापारी ने कहा कि रबी की फसल आने के बाद से कीमतों में स्थिरता आएगी। कुल प्याज उत्पादन में रबी प्याज का योगदान 70 फीसदी है।

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  • Diwali GIFT : फ्री म‍िलेंगे 2 LPG Cylinder, सरकार ने क‍िया बड़ा ऐलान –


    LPG Cylinder : इस महंगाई के दौर में जब हर चीज की कीमत ऊपर ही जा रही हो तब गैस सिलेंडर LPG के सस्ते होने की खबर भी आपको बेशक खुश कर देगी। खास तौर से यह कीमतें तब घटी हैं जब दीपावली जैसा त्योहार आने वाला है जिसमें गैस का इस्तेमाल और भी बढ़ जाता है। हालांकि, कुछ लोग सरकार के इस फैसले को सिर्फ राजनीति से प्रेरित भी बता रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि गुजरात में आने वाले समय में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं

    2सिलेंडर भी मुफ्त :

    2सिलेंडर भी मुफ्त : गुजरात सरकार ने दीपावली से पहले लोगों को यह एक खास तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने तय किया है कि PM उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को 2 सिलेंडर भी मुफ्त में दिए जाएंगे। गुजरात सरकार ने ये घोषणा आज 17 अक्टूबर को की है। इसके साथ ही सरकार ने CNGवाहन मालिकों को भी खुश किया है, क्योंकि गुजरात सरकार ने CNG और PNG पर लगने वाले VAT में 10 फीसदी की कटौती की है।

    5 से 7 रुपए किग्रा का होगा फायदा :

    5 से 7 रुपए किग्रा का होगा फायदा : वैट पर कटौती से अब CNG और PNG का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को सीधे तौर पर प्रतिकिलो पर 5 से 7 रुपए का फायदा होना हैं। हालांकि, CNG और PNG पर छूट देकर राज्य सरकार अपने ऊपर अतिरिक्त 300 करोड़ का बोझ भी ले रही है। जबकि LPG पर छूट देने से सरकार पर अतिरिक्त 1650 करोड़ का बोझ पड़ेगा।

    गुजरात सरकार ने LPG और PNG गैस के दामों में की हैं भारी कटौती :

    गुजरात सरकार ने LPG और PNG गैस के दामों में की हैं भारी कटौती : गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार ने LPG और PNG गैस के दामों में भारी कटौती करी है। राज्य सरकार ने गैस पर VAT सीधे 10 फीसदी तक घटा दिया है। इतना ही नहीं उज्जवला योजना के तहत अब साल में कुल 2 सिलेंडर देने की भी घोषणा की है।

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