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  • महंगाई से मिली राहत! अब 12 रूपये सस्ता मिलेगा पेट्रोल-डीजल! जानें – क्या है नया रेट..


    डेस्क : पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से लोग परेशान हैं। इसके लिए विरोध प्रदर्शनों से लेकर कई हथकंडे अपनाए जाएंगे, लेकिन पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छूते चले गए। दरअसल पेट्रोल डीजल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार चढ़ाव से तय होता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी है. पिछले 3 महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में 25-30 डॉलर सस्ता हो गया है.

    कच्चा तेल फिलहाल 91 डॉलर प्रति बैरल के आसपास चल रहा है। लेकिन फिर भी देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई राहत नहीं मिली है। बतादें कि ब्रेंट क्रूड ऑयल फिलहाल 91 डॉलर प्रति बैरल के आसपास ट्रेंड कर रहा है। जानकारों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतें 80.85 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं। इस आधार पर अगर तेल कंपनियां कीमतों में कटौती करती हैं तो पेट्रोल और डीजल के दाम 11 से 12 रुपये तक हो सकते हैं।

    इस प्रकार लगाए अंदाज :

    इस प्रकार लगाए अंदाज : मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर कच्चे तेल की कीमतों में 1 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी या कमी होती है तो देश की तेल कंपनियों पर प्रति लीटर 45 पैसे का असर पड़ता है। इस हिसाब से देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 11 से 12 रुपये की गिरावट आई है। पेट्रोल डीजल की कीमतों में गिरावट दर्ज किए जाने पर लोगों को काफी राहत मिलेगी। इलेक्ट्रिक और सीएनजी वाहन के मार्केट में आ जाने के बाद आज भी एक बड़े संख्या में लोग पेट्रोल – डीजल से चलने वाले वाहन का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में इसके बढ़ती कीमत लोगों के जेब पर असर डालती है।

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  • Gold Price : सोना खरीदना है तो बिलकुल न करें देरी, इतने हजार सस्ते में तुरंत करें खरीदारी, जानिए ताजा भाव


    Gold Price : त्योहारों के मौसम की शुरुआत लगभग हो चुकी है। दुर्गापूजा और दिवाली जैसे त्योहार आने ही वाले हैं। ऐसे में अगर आप भी सस्ता सोना-चांदी खरीदने की सोच रहे हैं तो इसके लिए आपके पास बहुत बढ़ियां मौका है। सोने की कीमत में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।

    आलम यह है कि शुक्रवार को सोने और चांदी का रेट ग‍िरकर छह महीने के सबसे न‍िचले स्‍तर पर पहुंच चुका है। इससे पहले फरवरी 2022 में सोने के दाम टूटकर 49,200 रुपये प्रत‍ि 10 ग्राम पर आ चुका था। भारतीय सर्राफा बाजार में फिलहाल सोना 49341 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 55144 रुपये प्रति किलो के करीब मिल रही है। इतना ही नहीं सोना अपने ऑलटाइम हाई से करीब 6800 और चांदी 24700 रुपये सस्ता बिक रही है।

    शनिवार-रविवार को नहीं जारी होता है रेट

    शनिवार-रविवार को नहीं जारी होता है रेट बता दे कि इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोशिएशन (IBJA) की ओर से केंद्रीय सरकार द्वारा घोषित छुट्टियों के अलावा शनिवार और रविवार को रेट जारी नहीं किया जाता हैं। पिछले कारोबारी हफ्ते के पांचवें और आखिरी दिन शुक्रवार को सोना (Gold Price) 585 रुपये प्रति दस ग्राम की दर से सस्ता हुआ और 49341 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ। पिछले कारोबारी दिन गुरुवार को सोना (Gold Rate) 374 रुपये प्रति दस ग्राम की दर से सस्ता हुआ और 49926 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था।

    वहीं अगर चांदी (Silver Price) की बात करे तो 1186 रुपये सस्ता हुआ और 55144 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ। जबकि पिछले कारोबारी दिन गुरुवार को चांदी (Silver Rate) 20 रुपये सस्ता हुआ और 56330 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ था।

    14 से 24 कैरेट सोना का ताजा भाव

    14 से 24 कैरेट सोना का ताजा भाव इस तरह शुक्रवार को 24 कैरेट वाला सोना 585 सस्ता हुआ और 49341 रुपये पर बंद हुआ, 23 कैरेट वाला सोना 582 रुपया सस्ता हुआ और 49144 रुपये पर बंद हुआ, 22 कैरेट वाला सोना 536 रुपया सस्ता हुआ और 45196 रुपये बंद हुआ, 18 कैरेट वाला सोना 439 रुपया सस्ता हुआ और 37006 रुपये पर बंद हुआ और 14 कैरेट वाला सोना 343 रुपये सस्ता हुआ और 28864 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था।

    ऑलटाइम हाई से सोना 6800 और चांदी 24700 रुपये मिल रहा है सस्ता

    ऑलटाइम हाई से सोना 6800 और चांदी 24700 रुपये मिल रहा है सस्ता सोना फिलहाल अपने ऑलटाइम हाई से करीब 6859 रुपये प्रति 10 ग्राम रुपये सस्ता मिल रहा है। आपको बता दें कि सोने ने अगस्त 2020 में अपना ऑलटाइम हाई रिकॉड बनाया था। उस वक्त सोना 56200 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर तक पहुंच गया था। वहीं चांदी अपने उच्चतम स्तर से करीब 24736 रुपये प्रति किलो की दर से सस्ता बिक रहा था। चांदी का अबतक का उच्चतम स्तर 79980 रुपये प्रति किलो रहा है।

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  • सावधान! अब हर 10 साल पर आपको करवाना होगा अपना आधार बायोमेट्रिक अपडेट


    डेस्क : आधार कार्ड में बायोमेट्रिक डेटा हर 10 साल में अपडेट करना होता है। रिपोर्टों के अनुसार, यूआईडीएआई के अधिकारियों ने कहा है कि सरकार लोगों को अपने चेहरे और फिंगरप्रिंट स्कैन को अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। 70 वर्ष से अधिक आयु के आधार कार्ड धारकों को कथित तौर पर नियम से छूट दी जाएगी।

    आधार कार्ड डेटा अपडेट करें: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने यूजर्स के आधार कार्ड डेटा को अपडेट करने पर एक बड़ा फैसला लिया है। यूआईडीएआई ने कहा कि यह लोगों को अपने आधार कार्ड पर स्वेच्छा से अपने बायोमेट्रिक डेटा को अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

    70 से अधिक आराम: हिंदुस्तान टाइम्स की एक लाइव हिंदुस्तान रिपोर्ट के मुताबिक, यूआईडीएआई ने उपयोगकर्ताओं से हर 10 साल बाद अपने बायोमेट्रिक विवरण अपडेट करने के लिए कहा है। यूआईडीएआई के अनुसार, वर्तमान में यह लोगों को स्वेच्छा से अपने चेहरे और फिंगरप्रिंट स्कैन, यानी आधार कार्ड के बायोमेट्रिक डेटा को अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। 70 वर्ष से अधिक आयु के आधार कार्ड धारकों को कथित तौर पर नियम से छूट दी जाएगी।

    पांच से 15 वर्ष की आयु के आधार पर: वर्तमान में, पांच से 15 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को अनिवार्य रूप से अपने बायोमेट्रिक डेटा को अपडेट करना आवश्यक है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों को उनके माता-पिता या अभिभावकों की तस्वीरों और बायोमेट्रिक्स को सत्यापित करके आधार पर पंजीकृत किया जाता है।

    नवजात आधार कार्ड पांच साल के लिए वैध होता है: बच्चे के आधार कार्ड के लिए पंजीकरण के समय संबंध (जन्म प्रमाण पत्र) को साबित करने वाला एक दस्तावेज मांगा जाता है। बच्चे के आधार को सामान्य आधार से अलग करने के लिए नीले रंग में एक कार्ड जारी किया जाता है। इसमें कहा गया है कि यह आधार कार्ड बच्चे के 5 साल की उम्र तक पहुंचने तक ही मान्य होगा।

    पांच साल पूरे होने पर एमबीयू अनिवार्य: बच्चे के 5 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर आधार कार्ड धारक को अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट या एमबीयू की प्रक्रिया पूरी करनी होती है। आधार सेवा केंद्रों पर बायोमेट्रिक प्रविष्टि आवश्यक है।कितने बच्चों के पास बाल आधार कार्ड हैं: गौरतलब है कि पिछले अगस्त में सरकार ने कहा था कि यूआईडीएआई ने चालू वित्त वर्ष (2022-23) के पहले चार महीनों (अप्रैल-जुलाई) के दौरान 0-5 साल की उम्र के 79 लाख से ज्यादा बच्चों को आधार मुहैया कराया है. कार्ड जनरेट किया। सरकार के अनुसार, 0 से पांच वर्ष की आयु के 26.4 मिलियन बच्चों के पास 31 मार्च तक बाल आधार कार्ड थे, जो जुलाई के अंत तक बढ़कर 34.3 मिलियन हो गए।

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  • नौकरी करने वालों की आई मौज! अब 1 साल की सर्विस पर भी मिलेगी ग्रेच्युटी, जानें – क्या है पूरी प्रक्रिया ?


    डेस्क : किसी कंपनी में कार्य कर रहे कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। यह खबर उन्हें मिलने वाली ग्रेच्युटी को लेकर है। कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को रिवार्ड के तौर पर ग्रेच्युटी दिया जाता है। क्या पांच साल पूरे होने के बाद ही ग्रेच्युटी के हकदार होते हैं? ग्रेच्युटी की न्यूनतम राशि तय करने का एक फॉर्मूला है। लेकिन कंपनी चाहे तो अपने कर्मचारी को निर्धारित फॉर्मूले से ज्यादा रकम भी दे सकती है। तो आइए ग्रेच्युटी से संबंधित सभी जानकारी आपसे साझा करते हैं।

    जानिए ग्रेच्यूटी एक्ट :

    जानिए ग्रेच्यूटी एक्ट : ग्रेच्युटी अधिनियम की धारा 2A के अनुसार, भले ही आपने 5 साल की सेवा पूरी नहीं की हो, फिर भी आप ग्रेच्युटी के हकदार हो सकते हैं। ग्रेच्युटी एक्ट की धारा 2A में कहा गया है कि भूमिगत खदानों में काम करने वाले कर्मचारी जो किसी कंपनी में लगातार 4 साल 190 दिन तक काम करते हैं तो उन्हें ग्रेच्युटी पाने का हकदार माना जाता है। वहीं दूसरी ओर अन्य संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारी अगर नौकरी के 4 साल 240 दिन यानी 4 साल 8 महीने पूरे कर लेते हैं तो वे ग्रेच्युटी पाने के पात्र हो जाते हैं। ऐसे में यह अवधि पूरे 5 वर्ष मानी जाती है।

    नोटिस पीरियड की गणना :

    नोटिस पीरियड की गणना : आपके लिए यह जानना भी जरूरी है कि आपका नोटिस पीरियड भी इसी अवधि में गिना जाता है। यानी अगर कोई कर्मचारी नोटिस अवधि के साथ 4 साल 240 दिन की सेवा पूरी कर रहा है तो उसके पास ग्रेच्युटी पाने का अधिकार होता है। नोटिस की अवधि को भी निरंतर सेवा में गिना जाता है।

    ऐसे कैलकुलेट होती है ग्रेच्‍युटी :

    ऐसे कैलकुलेट होती है ग्रेच्‍युटी : ग्रेच्युटी की गणना करने का एक सूत्र है – (अंतिम वेतन) x (कंपनी में काम करने वाले वर्षों की संख्या) x (15/26)। अंतिम वेतन का मतलब आपके पिछले 10 महीने के वेतन का औसत है। इस वेतन में मूल वेतन, महंगाई भत्ता और कमीशन शामिल है। रविवार के 4 दिन महीने में वीक ऑफ होने के कारण 26 दिन गिने जाते हैं और 15 दिनों के आधार पर ग्रेच्युटी की गणना की जाती है।

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  • बेहतरीन मौका! प्याज की खेती पर मिल रही है 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी, यहां – करें आवेदन…


    डेस्क : भारत देश में पारंपरिक फसलों की तुलना में बागवानी फसलों की खेती (Horticulture Crops Cultivation) को काफी बढ़ावा दिया जा रहा है. खासकर फल और सब्जियों की खेती के लिए किसानों को सब्सिडी का लाभ भी दिया जा रहा है, जिससे किसानों पर खेती के खर्च का बोझ ज्यादा न पड़े और कम लागत में बेहतर उत्पादन भी हो पायें.

    इसी कड़ी में विशेष उद्यानिक फसल योजना (Special Horticulture Crop Scheme) के तहत प्याज की खेती करने के लिये 98,000 रुपये प्रति हेक्टेयर इकाई लागत पर 50 फीसदी तक आर्थिक अनुदान (Subdidy on Onion Cultivation) दिया जा रहा है. इस योजना का लाभ लेने के लिये किसानों से ऑनलाइन आवेदन भी मांगे गए हैं, जिसकी प्रक्रिया बेहद ही आसान है.

    प्याज की खेती पर सब्सिडी :

    प्याज की खेती पर सब्सिडी : बिहार कृषि विभाग, बागवानी निदेशालय की तरफ से बागवानी फसलों की खेती के प्रोत्साहन में विशेष उद्यानिकी फसल योजना भी चलाई जा रही है. इस योजना के तहत राज्य में प्याज समेत कई बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ाने की कवायद तेज की जा रही है.

    इसी बीच प्रति हेक्टेयर जमीन पर प्याज की खेती के लिये अधिकतम इकाई लागत 98,000 रुपये निर्धारित तय की गई है, जिस पर किसानों को 50 फीसदी तक अनुदान यानी 49,000 रुपये का आर्थिक अनुदान भी दिया जाएगा. इस योजना के तहत आवेदन करने पर किसानों को प्याज की खेती के लिये 49,000 रुपये प्रति हेक्टयेर यानी कुल खर्च का सिर्फ आधा ही वहन करना होगा.

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  • Tax देने वालों को लगेगा झटका! 1 अक्टूबर से बदल जाएगा ये नियम – जानिए विस्तार से..


    डेस्क : आज के युग में आर्थिक संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए आपको सावधानीपूर्वक वित्तीय योजना बनाने की आवश्यकता पड़ती है। निवेश करते समय, आपको योजना से जुड़ी सभी बातें ध्यान रखनी चाहिए। यहां तक कि आपको समय-समय पर होने वाले नियमों और विनियमों में होने वाले बदलावों के बारे में भी पता होना जरूरी है। अटल पेंशन योजना में सरकार द्वारा किया गया बदलाव नजर डाले।

    अटल पेंशन योजना में निवेश के नियम बदलने वाले हैं। अटल पेंशन योजना के नए नियम 1 अक्टूबर से लागू होने जा रहा है। नए बदलाव के तहत करदाता 1 अक्टूबर 2022 से इस योजना में शामिल नहीं सकता है। वित्त मंत्रालय ने इससे जुड़ा नोटिफिकेशन भी जारी किया है।

    मौजूदा नियमों के अनुसार अगर आप भारतीय नागरिक हैं और आपकी उम्र 18-40 के बीच है और आपका किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में सेविंग खाता है तो आप APY के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेकिन नया नियम लागू होने के बाद पुराने सब्सक्राइबर का क्या होगा?

    इस बारे में एक्सपर्ट का मानना हैं की अगर आपने अटल पेंशन योजना में निवेश किया है तो नए नियम का आप पर कोई असर नहीं होगा। भले ही आप पहले से ही टैक्सपेयर हों। 1 अक्टूबर से पहले खाता खोलने वालों को योजना का लाभ मिलेगा।

    यह योजना पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण द्वारा विनियमित है। आप इस योजना के लिए किसी भी बैंक में APY अकाउंट खोल सकते हैं। आपका पैसा उस बैंक खाते से ऑटो डेबिट के जरिए काट लिया जाता है। अटल पेंशन योजना (APY) असंगठित क्षेत्र के भारतीय कामगारों के लिए एक अच्छी योजना साबित होगी। APY के तहत 1,000, 2,000, 3,000, 4,000 या 5,000 रुपये की पेंशन की गारंटी है।

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  • 18 से 40 उम्र वालों की बल्ले बल्ले! अब हर माह मिलेंगे ₹3000, जल्दी से करें पंजीकरण..


    डेस्क : भारत सरकार कई विशेष जनकल्याणकारी योजनाएं चलाती है। जिससे आम जनता को सीधा लाभ मिले। अगर हम आपको कुछ खास सरकारी योजनाओं के नाम बता दें तो इसमें मनरेगा, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना के अलावा उज्ज्वला योजना भी प्रमुख है। लेकिन आज के लेख में हम आपको जिस योजना के बारे में बताने जा रहे हैं उसका नाम “प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना” है।

    क्या है पीएम श्रमयोगी मानधन योजना :

    क्या है पीएम श्रमयोगी मानधन योजना : प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना एक सरकारी योजना है, जो वृद्धावस्था में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने का काम करती है। यह योजना केवल उन लोगों के लिए है जो असंगठित क्षेत्रों में काम करते हैं और जो पेंशन या पीएफ जैसी सामाजिक सुरक्षा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। विशेष रूप से इस योजना में यह योजना मजदूरों, रेहड़ी-पटरी वालों और मेहनत-मजदूरी कर रोजी-रोटी कमाने वालों को पेंशन की सुविधा प्रदान करती है।

    इस योजना में नामांकन के लिए आयु सीमा 18-40 होनी चाहिए। लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पेंशन 60 साल बाद ही दी जाएगी। जिन लोगों की मासिक आय 15,000 रुपये तक है। वे योजना के पात्र हैं। आपको बता दें कि इस योजना के तहत आवेदक को 3000 रुपये तक की पेंशन मिल सकती है। लेकिन यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है। यानी इस योजना का लाभ लेने के लिए आप पर कोई दबाव नहीं डाल सकता।

    आप इस पेंशन योजना से जुड़ना चाहते हैं या नहीं, यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको अपने बैंक जाना होगा और संबंधित अधिकारी से जानकारी प्राप्त कर पेंशन योजना में पंजीकरण करा सकते हैं। बता दें कि योजना के तहत पेंशन खाते में शामिल होने वाले व्यक्ति द्वारा जितनी राशि जमा की जाती है उतनी ही राशि भारत सरकार द्वारा जमा की जाती है। साथ ही खाताधारक की उम्र 60 साल होने पर पेंशन का भी प्रावधान है।

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  • 1 अक्टूबर से बदल जाएगा LPG Cylinder से जुड़ा नियम, जानें – आपके जेब पर कितना पड़ेगा असर ?


    डेस्क : सितंबर का महीना आधा बीत चुका हैं और त्योहारों का महीना अक्टूबर शुरू होने वाला है। ऐसे में अगर credit card rules आपने बैंक, क्रेडिट कार्ड, PM KISAN KYC से जुड़े इन नियमों को नहीं जाना है तो PNB KYC आपको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें अगर आप क्रेडिट-कार्ड उपयोग करते हैं ये तो ये नियम आपको जानना बहुतजरूरी हैै। क्योंकि आगामी 1 अक्टूबर से इन सभी नियमों में अब बदलाव होने जा रहा है।

    क्या होंगे ये बदलाव रसोई गैस की कीमतें :

    क्या होंगे ये बदलाव रसोई गैस की कीमतें : हर बार पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा हर महीने की पहली तारीख को रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें तय की जाती है।। इसी के तहत 1 अक्टूबर को भी सरकारी ऑयल मार्केटिंक कंपनिया गैस सिलेंडर का दाम या तो बढ़ सकती हैं या कम कर सकती हैं। या फिर इसके दाम को स्थिर भी रखा जा सकता है। बीते महीने भी गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी थी हो सकता है इस बार फिर आम जनता को महंगाई का झटका महीने की शुरूआत मेें ही लग जाये।

    पेट्रोल डीजल की कीमतों में परिवर्तन :

    पेट्रोल डीजल की कीमतों में परिवर्तन : अक्टूबर महीना शुरू होते ही पेट्रोलियम कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी तय करती हैं। ऐसे में हो सकता है कि अक्टूबर महीना शुरू होते ही या तो कीमतों में वृद्धि हो जाए या कोई भी परिवर्तन न हो। आपको बता दें बीतें कुछ दिनों से भले ही कच्चे तेल की कीमतों में कमी आयी हो लेकिन तेल कंपनियों द्वारा आम जनता को राहत देते हुए किसी भी प्रकार से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई छूट नही की गई है।

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  • खुशखबरी! फिर से मिलने लगी LPG Subsidy, फटाफट चेक करें Account में पैसे आया या नही..


    डेस्क : एलपीजी गैस सिलेंडर (LPG Gas) गैस को लेकर अच्छी खबर सामने आ रही है। सरकार ने एलपीजी गैस पर एक बार से सब्सिडी (LPG Subsidy) बहाल कर दिया है। कई उपभोक्ताओं के खाते में सब्सिडी के पैसे आई है। दरअसल सब्सिडी नहीं मिलने की कई लोगों ने शिकायत की थी, इन वजहों से एक बार फिर सब्सिडी दिए जाने लगी है।

    वहीं लोगों के खाते में सब्सिडी राशि आई है। गैस सब्सिडी के तौर पर केवल 72.57 रुपये दिए गए हैं। बता दें कि गैस सब्सिडी के पैसे सभी खाते में अलग-अलग जारी किए गए हैं। ऐसे में उपभोक्ता काफी दुविधा में हैं। कई लोगों के खाते में 72.57 तो कइयों के खाते में 158.52 रुपये तो बहुतों के खाते में 237.78 रुपये आए हैं। ऐसे में आप भी आसानी से चेक कर सकते हैं कि आपके खाते में सब्सिडी आई या नहीं आई है।

    इस प्रकार खाते में सब्सिडी करें चेक

    इस प्रकार खाते में सब्सिडी करें चेक

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  • Gold Rate : औंधे मुंह गिरा गोल्ड रेट 6 महीने के निचले स्‍तर पर पहुंचा सोना, जानें लेटेस्‍ट रेट


    Gold Rate : एकबार फिर से त्योहारों का सीजन शरू हो चुका है। ऐसे में अगर आप भी सोना या फिर सोने के गहने खरीदने की सोच रहे हैं तो आपके लिए यह अच्छी और जरूरी खबर है। इस कारोबारी हफ्ते के पांचवे दिन शुक्रवार को सोने और चांदी की कीमत में नरमी दर्ज की गई। इस गिरावट के बाद सोना 49341 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 55144 रुपये प्रति किलो के करीब मिल रही है।

    इतना ही नहीं सोना अपने ऑलटाइम हाई से करीब 6800 और चांदी 24700 रुपये सस्ता बिक रही है। इस गिरावट के बाद घरेलू वायदा बाजार में शुक्रवार को सोने और चांदी का दम ग‍िरकर छह महीने के सबसे न‍िचले स्‍तर पर आया गया है। इससे पहले फरवरी 2022 में सोने के दाम टूटकर 49,200 रुपये प्रत‍ि 10 ग्राम पर पहुंच गया था। शुक्रवार को सोना 585 रुपये प्रति दस ग्राम की दर से सस्ता होकर 49341 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ है।

    जबकि पिछले कारोबारी दिन गुरुवार को सोना 374 रुपये प्रति दस ग्राम की दर से सस्ता हुआ और 49926 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं चांदी की बात करे तो 1186 रुपये सस्ता होकर 55144 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई है। जबकि पिछले कारोबारी दिन गुरुवार को चांदी 20 रुपये सस्ता हुआ और 56330 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी।

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