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  • सरसों तेल की कीमत 7वें आसमान से धड़ाम! दर्ज की गई भारी गिरावट, जानिए – ताजा रेट..


    डेस्क : देशभर में डीजल- पेट्रोल के साथ-साथ खाने पीने की चीजें भी महंगी होती जा रही है। जिसके चलते आम लोगों के बजट ढीले होते दिख रहा है। वही… सरसों तेल की कीमत सातवें आसमान पर हो चुका है। जिसके वजह से खाने का स्वाद काफी फीका पड़ता नजर आ रहा है, लेकिन यदि आप भी सरसों तेल खाने के शौकीन हैं तो यह खबर आपके लिए है।

    दरअसल, तेल-तिलहन बाजार (Mandi Bhav) में सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन डीगम तेल कीमतों में गिरावट देखी गयी, जबकि कम भाव पर मांग निकलने से पामोलीन तेल, सोयाबीन तिलहन में थोड़ी तेजी दर्ज की गई। मूंगफली तेल-तिलहन, CPO, सोयाबीन दिल्ली एवं सोयाबीन इंदौर तथा बिनौला तेल के भाव पूर्वस्तर पर जाकर बंद हुए। वहीं, इंदौर के संयोगिता गंज अनाज मंडी में चना कांटा 50 रुपये और मसूर के भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल तक की तेजी हुई। मसूर की दाल 50 रुपये प्रति क्विंटल जाकर सस्ती बिकी।

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  • 7वें आसमान से धड़ाम हुआ Gold – 6200 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा हुआ सस्ता..


    डेस्क : देश भर में त्योहारों का सीजन एकबार फिर से शरू होने जा रहा है। ऐसे में अगर आप भी गोल्ड या फिर गोल्ड के गहने खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए एक बड़ी अच्छी खबर है। इस कारोबारी हफ्ते के चौथे दिन यानी गुरुवार को गोल्ड और चांदी की कीमत में कमी दर्ज गयी हैं। फिलहाल गोल्ड फिलहाल 49926 रुपये प्रति 10 gm और चांदी 56330 रुपये प्रति किग्रा के करीब बिक रही है। इतना ही नहीं गोल्ड अपने ऑलटाइम हाई से करीब 6200 और चांदी 23600 रुपये जाकर सस्ता मिल रही है।

    गुरुवार को गोल (Gold Price) 374 रुपये प्रति 10 gm की दर से सस्ता होकर 49926 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर जाकर बंद हुआ। जबकि पिछले कारोबारी दिन बुधवार को गोल्ड (Gold Rate) 376 रुपये प्रति 10 gm की दर से सस्ता होकर 50300 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर जाकर बंद हुआ था

    वहीं चांदी (Silver Price) 20 रुपये सस्ता होकर 56330 रुपये प्रति किग्रा पर जाकर बंद हुई। जबकि पिछले कारोबारी दिन बुधवार को चांदी (Silver Rate) 920 रुपये सस्ता होकर 56350 रुपये प्रति किग्रा पर जाकर बंद हुई थी।

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  • 1 अक्टूबर से बदल जाएंगे क्रेडिट और डेबिट कार्ड से जुड़े नियम – एक बार फिर से पड़ेगा आपके जेब पर असर..


    डेस्क : आज के समय में क्रेडिट और डेबिट कार्ड किसके पास नहीं होगा। हालांकि अब कार्ड इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए बड़ी खबर है। प्रत्येक व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कार्ड में होने वाले बदलाव को लेकर आपको जरूर जानना चाहिए। 1 अक्टूबर से रिजर्व बैंक कार्ड के नियमों में बड़ा चेंज करने जा रहा है।

    1 अक्टूबर से लागू होगा नया नियम :

    1 अक्टूबर से लागू होगा नया नियम : मालूम हो बैंकिंग सेक्टर से जुड़े सभी बड़े नियमों में 1 अक्टूबर से बदलाव होने वाला है। RBI द्वारा इसके लिए आदेश भी जारी कर दिया गया है। रिजर्व बैंक ने बताया है कि वह 1 तारीख से कार्ड-ऑन-फाइल टोकनाइजेशन (CoF Card Tokenisation) नियम ला रहा है।

    कार्ड धारकों को होगा फायदा :

    कार्ड धारकों को होगा फायदा : जानकारी देते हुए RBI द्वारा बताया गया है कि ‘टोकनाइजेशन सिस्टम में बदलाव आने के बाद कार्डहोल्डर्स को ज्यादा सुविधाएं और सुरक्षा मिलेगी। कार्डहोल्डर्स के पेमेंट करने के अनुभव में काफी सुधार आएगा।’

    फ्रॉड मामले रुकेंगे :

    फ्रॉड मामले रुकेंगे : RBI द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ‘नए नियमों का उद्देश्य क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिये पेमेंट को पहले से अधिक सुरक्षित बनाना है। पिछले कुछ दिनों से क्रेडिट-डेबिट कार्ड के साथ हो रहे धोखाधड़ी कि कई खबरें सामने आ रही थी, लेकिन नए नियम के लागू होने के बाद ग्राहक डेबिट या क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन, पॉइंट ऑफ सेल (POS) या ऐप पर ट्रांजैक्शन करेंगे, तो सभी डिटेल इनक्रिप्टेड कोड में सेव होगी।’

    कार्ड को बदल पायेंगे टोकन में :

    कार्ड को बदल पायेंगे टोकन में : नए टोकन सिस्टम के अनुसार डेबिट और क्रेडिट कार्ड पूरा डाटा टोकन में बदल जायेगा। ऐसा करने के लिए आपकी कार्ड से जुड़ी सभी जानकारी को एक डिवाइस में रखा जाएगा। यदि कोई भी व्यक्ति टोकन बैंक पर रिक्वेस्ट कर कार्ड को टोकन में बदल सकता है। बता दें कार्ड को टोकन में बदलने के लिए कार्डधारक को कोई शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा। यदि आप अपने कार्ड को टोकन में बदलेंगे तो देंगे किसी भी शॉपिंग वेबसाइट या ई-कॉमर्स वेबसाइट पर आपके कार्ड की जानकारी को टोकन में सेव कर लिया जाएगा।

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  • केंद्र सरकार आपके लिए लाया बेहतरीन स्कीम – हर माह मिलेंगे 9 हजार रुपये, बस करना होगा इतना निवेश..


    डेस्क : आज के दौर वित्तीय योजना बना कर रखना में आर्थिक संतुलन बनाए रखने के लिए सावधानीपूर्वक वित्तीय योजना बनाने की जरूरत है। क्योंकि इस समय ये कहना मुश्किल है की किसे कब आर्थिक मुसीबतों का सामना करना पड़े। इसीलिए आर्थिक रूप से सुरक्षित भविष्य के लिए, कमाई के समय निवेश करने की आवश्यकता है। सेवानिवृत्ति के बाद निवेश ही आर्थिक सहायता देगा। कहीं निवेश करना भी समझदारी का खेल बन गया है।

    वैसे तो बाजार में कई तरह के निवेश के विकल्प मौजूद हैं। इसमें कोई दोहमत नहीं है की आप जिस विकल्प की तलाश में हैं उसे आप एक सुरक्षित और अधिकतम रिटर्न प्राप्त कर सकें। तो, ये है सरकार की योजना प्रधानमंत्री वय वंदना योजना। इस खबर में आपको इस योजना से जुड़ी सारी बातें बताते हैं।

    क्या है Pradhan Mantri Vaya Vandana योजना :

    क्या है Pradhan Mantri Vaya Vandana योजना : प्रधानमंत्री वय वंदना योजना एक सामाजिक सुरक्षा योजना है। इसके तहत लाभार्थी को मासिक पेंशन मिलने की सुविधा है। साल 2020 में इस योजना को कहा गया है, इस योजना का संचालन भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा किया जा रहा है। 60 साल की उम्र की अधिक के लोग लोग अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं।

    बता दें योजना के तहत निवेश की सीमा पहले 7.5 लाख रुपये थी। जिसके अब बढ़ा कर 15 लाख कर दिया गया है। बाकी योजनाओं की बराबरी में वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना में अधिक ब्याज मिलता है। इस योजना में 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोग मासिक या वार्षिक पेंशन योजना का चयन कर सकते हैं।

    निवेश योजना :

    निवेश योजना : इस योजना के तहत आपको 7.40 प्रतिशत वार्षिक ब्याज मिलेगा। तदनुसार, निवेश पर वार्षिक ब्याज 111000 रुपये होगा। यदि इसे 12 महीनों में विभाजित किया जाता है, तो 9250 रुपये की राशि बनती है, जो आपको मासिक पेंशन के रूप में मिलेगी। अगर आप 1000 रुपये मासिक पेंशन लेना चाहते हैं तो आपको 1 लाख 50 हजार रुपये का निवेश करना पड़ेगा।

    बता दें ये योजना 10 सालों के लिए है। आपने जितनी राशि जमा की हैं वो आपको मासिक पेंशन के रूप की मिलते रहेगी। यदि इस योजना में आप 10 साल तक बने रहते हैं तो तो आपका निवेश किया हुआ पैसा आपको वापस कर दिया जाएगा। आप इस योजना को कभी भी सरेंडर कर सकते हैं।

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  • ये है बिना किस्त वाला Loan – काम भी बनेगा और हर महीने EMI का लोड भी नहीं..


    डेस्क : बढ़ती महंगाई के साथ लोगों की जरूरतें भी बढ़ गई है। ऐसे में कई बार लोगों को पैसों की किल्लत से गुजरना पड़ता है। इस स्थिति में लोग पर्सनल लोन की दिशा में बढ़ते हैं। इस लोन का लाभ लेने के लिए आपको कई सारे प्रक्रियाओं से गुजरना होता है। मासिक इंस्टॉलमेंट इस समस्या बनी रहती है।

    आज हम आपको एक ऐसे लोन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें मासिक ईएमआई भरने की कोई समस्या नहीं रहेगी। एलआईसी की जीवन बीमा पॉलिसी में आपको ऐसी सुविधा मिल रही है। हालांकि इस पॉलिसी के तहत कुछ शर्तों का भी पालन करना होगा। आप इस पॉलिसी के तहत लगातार तीन वर्ष तक प्रीमियम भरते हैं तो आप लोन लेने के लिए पात्र हैं।

    इतने रुपए तक ले सकते हैं लोन :

    इतने रुपए तक ले सकते हैं लोन : अगर किसी व्यक्ति ने लगातार तीन साल तक पॉलिसी का प्रीमियम जमा किया है, तो आप जमा प्रीमियम का 44% तक लोन के रूप में प्राप्त कर सकते हैं। मान लीजिए आपने एक प्रीमियम के तहत सालाना 60 हजार रुपये का भुगतान किया, तो इस हिसाब से आप तीन साल में 1,80,000 हजार रुपये जमा करेंगे। ऐसे में आपको 44% की दर से 79,200 रुपये का लोन मिल सकता है।

    मासिक ईएमआई से छुटकारा :

    मासिक ईएमआई से छुटकारा : एलआईसी पॉलिसी पर लिए गए लोन पर आपको 10 फीसदी सालाना ब्याज देना होगा। यह ब्याज हर छह महीने में जेनरेट होता है। लेकिन यहां आपके लिए अच्छी बात यह है कि आपको इस लोन पर हर महीने ईएमआई चुकाने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। जैसे ही आप पैसा जमा करते हैं, आप उसके अनुसार किश्तों का भुगतान कर सकते हैं। लेकिन एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसमें सालाना ब्याज जुड़ता रहेगा। बता दें कि यह लोन आपके पॉलिसी पर मिलता है यदि आप लोग नहीं चुकाते हैं तो मैच्योरिटी के समय आपके कुल रकम से लोन की राशि काटकर बाकी के पैसे आपको दिए जाएंगे।

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  • आखिर दुकानदार कैसे ग्राहक को बुड़बक बनाकर बेचता है एक्सपायरी सामान? जानिए – कैसे बच सकते हैं..


    डेस्क : किसी भी दुकान में सामान खरीदने पर कई चीजों को देख लेना आवश्यक है। इसमें खरीदे जाने वाले वस्तु की एक्सपायरी डेट का पता कर लेना चाहिए। कई बार ऐसा देखा जाता है कि दुकानदार धोखे से एक्सपायरी डेट वाले सामान थमा देते हैं। ऐसे सामान के उपयोग से लोग बीमार तक पड़ सकते हैं। ऐसे में ग्राहक को जांच परख कर सामान खरीदना चाहिए। वहीं बाहर एक्सपायरी डेट वाले सामान को वापस लौटाने जाते हैं तो दुकानदार लेने से इंकार कर देता है। आज इस लेख में हम आपको बताते हैं की इस स्थिति में आप दुकानदार के खिलाफ क्या कदम उठा सकते हैं।

    एक्सपायरी डेट देखना है जरूरी :

    एक्सपायरी डेट देखना है जरूरी : किसी भी उत्पाद के पैकेट के पीछे की तरफ या किसी बोतल के ऊपर की तरफ एक्सपायरी डेट लिखी होती है। अगर आप एक्सपायरी डेट के बाद सामान का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में किसी भी प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट चेक करना बेहद जरूरी है। ऐसे में अब कंज्यूमर फोरम में शिकायत करना काफी आसान हो गया है। आप ऐसे मामलों में सिर्फ एक मैसेज भेजकर भी शिकायत कर सकते हैं।

    इन तरीकों से कराएं शिकायत दर्ज

    इन तरीकों से कराएं शिकायत दर्ज

    इन बातों रखें खास ध्यान :

    इन बातों रखें खास ध्यान : बता दें कि आप उस दुकानदार, डीलर या किसी सर्विस प्रोवाइडर के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं जिसने आपको धोखा दिया है। शिकायत दर्ज करते समय आपको हमेशा पूरा विवरण देना होगा। इसमें दुकानदार का पूरा नाम, सही पता जिसके खिलाफ शिकायत दर्ज की जा रही है और आपकी शिकायत के समर्थन में सभी आवश्यक दस्तावेज शामिल है।

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  • नवरात्रि से पहले सोना धड़ाम! अब 5900 रुपये सस्ता खरीदें 10 ग्राम, जल्दी से करें खरीदारी..


    डेस्क : नवरात्रि, दिवाली और धनतेरस पर लोग सोना- चांदी खरीदना पसंद करते हैं। इस त्यौहार आप भी सोना और चांदी खरीदना चाह रहे हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। इस कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन बुधवार को सोने-चांदी के भाव में गिरावट देखने को मिली। फिलहाल सोना 50300 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 56350 रुपये प्रति किलो के आसपास बिक ​​रही है। इतना ही नहीं सोना अब तक के उच्चतम स्तर से करीब 5900 रुपये और चांदी 23600 रुपये सस्ता हो रहा है।

    बुधवार को सोना 376 रुपये प्रति दस ग्राम सस्ता हुआ और 50,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। वहीं मंगलवार को अंतिम कारोबारी दिन सोना 191 रुपये प्रति दस ग्राम 50676 रुपये प्रति 10 ग्राम गिरावट दर्ज किया गाय। वहीं चांदी 920 रुपये सस्ता होकर 56350 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई, जबकि सोमवार को आखिरी कारोबारी दिन चांदी 1363 रुपये महंगी होकर 57270 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी।

    14 से 24 कैरेट गोल्ड प्राइस :

    14 से 24 कैरेट गोल्ड प्राइस : इस तरह बुधवार को 24 कैरेट सोना 376 50300 रुपये सस्ता, 23 कैरेट सोना 374 रुपये 50099 रुपये सस्ता, 22 कैरेट सोना 344 46075 रुपये सस्ता, 18 कैरेट सोना 282 रुपये सस्ता हुआ और 37725 रुपये सस्ता हुआ। कैरेट सोना 219 रुपये सस्ता हुआ और 29426 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।

    ऑल्टाइम हाई से सस्ता :

    ऑल्टाइम हाई से सस्ता : सोना अपने अब तक के उच्चतम स्तर से 5900 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता बिक रहा है। आपको बता दें कि अगस्त 2020 में सोने ने अपना सर्वकालिक उच्च स्तर बनाया था। उस समय सोना 56200 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर तक चला गया था। वहीं चांदी अपने उच्चतम स्तर से करीब 23630 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से सस्ती हो रही थी।

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  • अगर Bank Loan लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाए, तो बैंक उसके लोन का निपटारा करती है या नहीं ?


    डेस्क : हम सभी अपने जीवन में कभी न कभी बैंक से कर्ज लेते हैं। चाहे वह किसी व्यक्ति से व्यक्तिगत रूप से लिया गया हो या किसी बैंक से ऋण लिया गया हो। कभी-कभी हम खुद को ऐसी स्थितियों में पाते हैं जहां हमें ऐसा करना पड़ता है। चाहे वह बच्चों की पढ़ाई के लिए कर्ज लेना हो, बेटी की शादी के लिए या फिर होम लोन के लिए। अगर आप किसी बैंक से कर्ज लेते हैं तो बैंक आपको अलग-अलग ब्याज दरों पर कई कर्ज देता है।

    बैंक हमें विभिन्न प्रकार के ऋण प्रदान करते हैं :

    बैंक हमें विभिन्न प्रकार के ऋण प्रदान करते हैं : उदाहरण के लिए पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन, बिजनेस लोन, एजुकेशन लोन आदि। लोन लेने के बाद हमें टर्म के अंत तक लोन चुकाना होता है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब कर्ज लेने वाले की किसी वजह से मौत हो जाती है तो क्या आपने कभी सोचा है कि उस कर्ज का क्या होगा? क्या व्यक्ति की मृत्यु के बाद बैंक कर्ज माफ करता है? या इससे जुड़े नियम क्या हैं। आइए आज जानने की कोशिश करते हैं।

    क्या बैंक कर्ज माफ करते हैं?

    क्या बैंक कर्ज माफ करते हैं? बहुत से लोग सोचते हैं कि कर्जदार की असामयिक मृत्यु होने पर बैंक उनका कर्ज माफ कर देते हैं। लेकिन क्या यह संभव है? जवाब है बिल्कुल नहीं। चाहे किसी की भी मृत्यु हो जाए, बैंक उनका पैसा वसूल करेगा। अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु कर्ज से हुई है। तब उसकी जागीर का वारिस उस कर्ज़ को चुकाएगा। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो कानूनी तौर पर बैंक संपत्ति बेच देता है और उनका पैसा वापस ले लेता है। यदि संपत्ति ऋण से अधिक है, तो बैंक इस स्थिति में कानूनी उत्तराधिकारियों को नीलामी की आय भी लौटाता है।

    बीमा कंपनी बीमा होने पर ऋण चुकाती है :

    बीमा कंपनी बीमा होने पर ऋण चुकाती है : मालूम हो कि जब हम बैंकों से कर्ज लेते हैं तो ग्राहकों को टर्म इंश्योरेंस के बारे में बताया जाता है। यह टर्म इंश्योरेंस लोन को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है। अगर आप भी कर्ज लेते समय बीमा निकालते हैं। तो इस स्थिति में, उधारकर्ता की मृत्यु के बाद, बीमाकर्ता बैंक को ऋण वापस कर देता है। दूसरी ओर, यदि कोई बीमा नहीं है, तो बैंक कानूनी वारिसों को दो विकल्प देता है। वे चाहें तो वन टाइम सेटलमेंट कर सकते हैं या अपने नाम पर लोन ट्रांसफर कर सकते हैं, जिसे वे बाद में चुका सकते हैं.

    अगर मैं कार लोन ले लूं तो क्या होगा?

    अगर मैं कार लोन ले लूं तो क्या होगा? अगर आपने बैंक से कार लोन लिया है तो ऐसे में बैंक पहले वाहन को अपने कब्जे में लेता है। नीलामी करता है। नीलामी से पैसा वसूल होने पर जुर्माना। हालांकि, अगर पैसा नहीं वसूला जाता है, तो इस मामले में, वह मृतक की अन्य संपत्ति जैसे घर, जमीन आदि को भी कर्ज के निपटान के लिए बेच सकता है।

    क्या होता है जब आप पर्सनल लोन लेते हैं :

    क्या होता है जब आप पर्सनल लोन लेते हैं : वहीं अगर आपने पर्सनल लोन लिया है तो ऐसे में बैंक आपको नॉमिनी तय करने के लिए कहता है। ऐसे मामलों में, उधारकर्ता की मृत्यु के बाद, उत्तराधिकारियों को बकाया राशि का भुगतान करना पड़ता है। हालांकि, व्यक्तिगत ऋण अक्सर बीमाकृत ऋण होते हैं और ग्राहक ईएमआई राशि के साथ बीमा प्रीमियम का भुगतान करता है। ऐसे मामलों में, उधारकर्ता की मृत्यु के बाद बीमाकर्ता से ऋण की शेष राशि की वसूली की जाती है।

    बिज़नेस लोन लेन पर क्या होता है :

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  • नवरात्रि पर कर्मचारियों की खुल गई किस्मत! 27000 रूपये तक बढ़ेगी सैलरी, समझिए – पूरा गणित..


    डेस्क : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। इस त्यौहार के समय में उनके द्वारा किए जा रहे महंगाई भत्ता में बढ़ोतरी के मांग पर मुहर लग सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक इस महीने DA और DR में बढ़ोतरी हो सकती है। बता दें कि महंगाई भत्ते में 4 फ़ीसदी तक बढ़ोतरी होने की संभावना है।

    बता दें कि इस साल नवरात्र 26 सितंबर से शुरू हो रहे हैं। दशहरा 5 अक्टूबर को है। नवरात्रि के तीसरे दिन यानी 28 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में सरकार केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को बढ़ाने को लेकर हरी झंडी दे सकती है।

    अगर ऐसा होता है तो 1 अक्टूबर से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का महंगाई भत्ता 34 से बढ़कर 38 फीसदी हो जाएगा। वहीं इन लोगों को अक्टूबर में जुलाई और अगस्त के दो महीने की बकाया राशि भी मिल सकती है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को साल में दो बार संशोधित किया जाता है। पहला जनवरी से जून तक दिया जाता है, जबकि दूसरा जुलाई से दिसंबर तक आता है। आपको बता दें कि केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता तय करने में एआईसीपीआई इंडेक्स अहम भूमिका निभाता है।

    केंद्रीय कर्मचारियों के सैलरी में इजाफा :

    केंद्रीय कर्मचारियों के सैलरी में इजाफा : 7वें वेतन आयोग (7वें वेतन आयोग) में न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपये और कैबिनेट सचिव स्तर पर 56900 रुपये है। 38 फीसदी के हिसाब से 18000 रुपये के मूल वेतन पर सालाना डीए में कुल 6840 रुपये की बढ़ोतरी होगी. टोटल डीए में 720 रुपये प्रतिमाह की बढ़ोतरी होगी। 56,900 रुपये के अधिकतम मूल वेतन ब्रैकेट में, वार्षिक महंगाई भत्ते में कुल वृद्धि 27,312 रुपये होगी। इस वेतन वर्ग के लोगों को 34 प्रतिशत की तुलना में 2276 रुपये अधिक मिलेंगे।

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  • PMSBY : महज 20 रुपये सालाना में मिलता है 2 लाख का बीमा, जानें – क्या है सरकारी योजना..


    डेस्क : देश में कई सरकार समर्थित योजनाओं में, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMBSY) एक बीमा योजना है जिसका उद्देश्य गरीब परिवारों को जरूरत के समय में मदद करना भी है। सरकार समर्थित बीमा योजना प्रीमियम के रूप में न्यूनतम राशि का भुगतान करके लाखों के कवर का आश्वासन भी देती है।

    भारत में सड़क दुर्घटना का खतरा रोज बढ़ता ही जा रहा है। देश में 2020 से 2021 तक दुर्घटनाओं में 16.8 फीसदी की वृद्धि हुई। 2021 में, भारत में 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में कुल 1,55,622 लाख लोगों की मौत हुई, जबकि भारत में कुल 4,03,116 सड़क दुर्घटनाओं में 3,71,884 लोग घायल हुए। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ताजा रिपोर्ट ने ये आंकड़े दिए।

    ऐसे में बीमा होना आवश्यक हो जाता है जो जरूरत के समय बचाव के लिए रहेगा। हालांकि, निजी बीमा योजनाओं का महंगा प्रीमियम उन परिवारों के लिए एक भयानक बोझ भी हो सकता है जो अच्छी तरह से संपन्न नहीं हैं। इसलिए ये PMSBY आती है। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत एक बीमा धारक प्रति वर्ष सिर्फ 20 रुपये जमा करके 2 लाख रुपये तक का बीमा कवर प्राप्त कर सकता है। सड़क दुर्घटना में बीमित व्यक्ति की मृत्यु होने पर नामांकित शख्स को 2 लाख रुपये मिलेंगे। विकलांग होने पर 1 लाख रुपये की राशि दी जाएगी।

    PMSBY: आवेदन कैसे करें ?

    PMSBY: आवेदन कैसे करें ? योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए जन सुरक्षा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर आपको जाना होगा। होम पेज पर फॉर्म पर जाये और PMSBY फॉर्म पर क्लिक करें।

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