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  • घर बैठे Post Office फ्रेंचाइजी लेकर शुरू करें अपना काम, हर महीने होगी बंपर कमाई, जानें कैसे?


    Post Office Franchise अगर आप बेरोजगार हैं और हर महीने थोड़े से निवेश से कमाना चाहते हैं तो यह खबर सिर्फ आपके लिए है। क्योंकि डाकघर आपको सिर्फ 5,000 रुपये जमा करके अपने क्षेत्र में एक मिनी डाकघर खोलने का अवसर प्रदान कर रहा है ताकि आप हर महीने अच्छी खासी कमाई कर सकें।

    आपको बता दें कि देश भर में 300,000 से अधिक डाकघर हैं। लेकिन इसके बावजूद हर डाकघर में काफी भीड़ रहती है. इस समस्या के समाधान के लिए सरकार ने मिनी डाकघरों को मिनी डाकघर फ्रेंचाइजी देने की योजना शुरू की थी। ताकि लोगों को रोजगार से भी जोड़ा जा सके। इसके अलावा, पोस्ट ऑफिस में शब्द न डालें। आइए, फ्रैंचाइज़ी पाने का तरीका क्या है?

    पात्रता क्या है:

    पात्रता क्या है: डाकघर फ्रेंचाइजी प्राप्त करने के लिए संबंधित व्यक्ति को भारत का नागरिक होना चाहिए। साथ ही आपकी उम्र 18 साल होनी चाहिए और कम से कम 8वीं पास होना चाहिए। कोई ऊपरी आयु की आवश्यकता नहीं है। दूसरे शब्दों में, आप सेवानिवृत्ति के बाद अपनी आय को जारी रखने के लिए इसका लाभ उठा सकते हैं। आवेदन के साथ 5000 रुपये की जमानत राशि डाक विभाग के पास जमा करनी होगी। फिर आपको एक मिनी पोस्ट ऑफिस खोलने की अनुमति दी जाएगी। उसके बाद आप स्टाम्प, स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री, मनीआर्डर आदि सेवाएं प्रदान करके अच्छी खासी आय अर्जित कर सकते हैं।

    आपको बता दें कि फ्रेंचाइजी देने के बाद 6 महीने तक आपके काम की परीक्षा ली जाएगी। यदि मुख्य डाकघर के अधिकारियों को लगता है कि आपका काम सही है, तो फ्रेंचाइजी का नवीनीकरण किया जाएगा। अगर किसी कारण से आपके काम में कोई समस्या आती है तो आपकी सुरक्षा 5000 वापस कर दी जाएगी। साथ ही फ्रेंचाइजी किसी दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर कर दी जाएगी। इसके अलावा, आपको केवल उस क्षेत्र में डाकघर खोलने की अनुमति होगी। जहां कोई डाकघर पहले से मौजूद नहीं है, या 10 किमी से अधिक दूर है।

    कितना कमीशन मिलेगा :

    कितना कमीशन मिलेगा : जानकारी के अनुसार रजिस्ट्रेशन पर 3 रुपये, स्पीड पोस्ट के लिए 5 रुपये, टिकट बिक्री पर टिकट की कीमत पर 5 फीसदी कमीशन और स्पीड पोस्ट पार्सल पर 7 से 10 फीसदी कमीशन मिलता है. आपको बता दें कि यह सुविधा शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लिए है। इच्छुक व्यक्ति डाकघर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी अधिक जानकारी एकत्र कर सकते हैं।

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  • 5000 की पेंशन बंद! सरकार के फैसले से नाराज़ हुए ये लोग


    केंद्र सरकार की अटल पेंशन योजना के तहत हर महीने 5,000 रुपये पाने वालों के लिए बुरी खबर है। सरकार ने अटल पेंशन योजना के नियमों में बदलाव किया है। परिवर्तन कथित तौर पर 1 अक्टूबर से प्रभावी होंगे। कहा जाता है कि बदलाव के बाद ऐसे लाखों लोगों की पहचान की गई। जिनकी पेंशन बंद कर दी जाएगी। देश भर में लगभग 40 मिलियन लोग अटल पेंशन योजना (APY) से आच्छादित हैं। जो योजना का पूरा लाभ उठा रहे हैं। आपको बता दें कि नए नियमों के तहत अब करदाता इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। अब तक, योजना में ऐसी कोई आवश्यकता नहीं थी।

    अब तक अटल पेंशन योजना में शामिल होने के लिए निवेशकों की उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी जरूरी थी। करदाताओं को भी योजना के लिए पात्र माना गया। हालांकि, 1 अक्टूबर 2022 से ऐसे लोगों को योजना का लाभ लेने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। करदाता अटल पेंशन योजना में सितंबर तक ही निवेश कर सकते हैं, बता दें कि यह मूल रूप से असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए चलाई जाती है। अटल पेंशन योजना के तहत गारंटीशुदा न्यूनतम पेंशन रु. 2000, आर.एस. 3,000, रु. 4,000 या रु.

    एक योजना क्या है: वित्त वर्ष 2015-16 में केंद्र की मोदी सरकार ने अटल पेंशन योजना की शुरुआत की थी। इसके पीछे सरकार का मकसद यह सुनिश्चित करना था कि रिटायरमेंट के बाद बुजुर्गों को पैसों की चिंता न हो। इसलिए, आयु सीमा 18 से 40 वर्ष निर्धारित की गई थी। सिर्फ छह साल में 4 करोड़ से ज्यादा लोग इस योजना से जुड़े हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले साल सिर्फ 9.9 मिलियन लोग ही इस योजना से जुड़े थे। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुताबिक, वित्त वर्ष 22 के अंत तक 40.1 मिलियन लोग इस योजना में निवेश कर रहे थे।

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  • LIC Saving Plan : 253 रूपए के निवेश को बनाए 35 लाख तक की सेविंग्स, जानें LIC की पॉलिसी डिटेल्स


    LIC Saving Plan हर बीते साल के साथ नई बीमा कंपनी मार्केट में आ चुकी हैं। पर आज भी देश वासियों में एक बड़ा वर्ग है को अपने निवेश के किए LIC पर भरोसा करता है। देश के करोड़ों लोगों के लिए कंपनी कई तरह के स्कीम्स लाते रहती है। इसमें उच्च आय वर्ग, अपर मिडिल क्लास (Upper Middle Class), मिडिल क्लास (Middle Class) और लोअर क्लास हर तरह के परिवार शामिल हैं। यदि आप को छोटे निवेश से बड़ा फंड प्रपात करना चाहतें हैं तो हम आपको एक ऐसे ही पॉलिसी के बारे में बताने जा रहे हैं। इस पॉलिसी का नाम है LIC जीवन लाभ पॉलिसी

    क्या है एलआईसी की जीवन लाभ पॉलिसी?

    क्या है एलआईसी की जीवन लाभ पॉलिसी? एलआईसी की जीवन लाभ पॉलिसी हैं एक एंडोमेंट पॉलिसी (Endowment Policy) है। ये पॉलिसी एक नॉन लिंक्ड (Non Linked), पार्टिसिपेटिंग (Participating), इंडिविजुअल (Individual) , सेविंग प्लान लाइफ इंश्योरेंस (Saving Life Insurance Plan) है। इस पॉलिसी में आपको सेविंग और सुरक्षा दोनों का फायदा होता है।

    कंपनी द्वारा ये पॉलिसी साल 2020 में लॉन्च की गई थी। इसके तहत कम से कम 2 लाख रुपये का सम एश्योर्ड (Sum Assured) दिया जाएगा। हालांकि इसका कोई मैक्सिमम अमाउंट यानी अधिकतम राशि की लिमिट तय नहीं की गई है। 8 साल की उम्र से लेकर 59 साल की उम्र तक के लोग इसे ले सकते हैं। पॉलिसी में 16 साल, 21 साल और 25 साल तक के लिए निवेश किया जा सकता है। वहीं प्रीमियम का भुगतान हर महीने, तीन महीने, 6 महीने या सालाना आधार पर हो सकता है। 16 साल के लिए ही निवेश कर सकते हैं। इस पॉलिसी की अधिकता मैच्योरिटी सीमा 75 साल तक के लिए ही है

    लोन की मिलती है सुविधा

    लोन की मिलती है सुविधा इस पॉलिसी में जहां पॉलिसीहोल्डर की मृत्यु होने पर इंश्योरेंस कवर का भी फायदा दिया जाता है। वहीं उसके जीवित रहने पर उसे मैच्योरिटी पर एकमुश्त पैसे का लाभ मिलता है। इसके साथ ही इसमें निवेश करने पर आप जरूरत पड़ने पर पॉलिसी पर लोन की सुविधा भी ले सकते हैं।

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  • Gold ग्राहकों की खुल गई किस्मत! अब रिकॉर्ड तोड़ सस्ते में करें खरीदारी, जानें – 10 ग्राम का नया रेट..


    देश मे त्योहारों का सीजन एक बार फिर से शरू होने जा रहा है। ऐसे में अगर आप भी इस मौके पर गोल्ड या फिर गोल्ड के गहने खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए यह जरूरी और अच्छी खबर है। इस कारोबारी हफ्ते के पहले ही दिन गोल्ड के साथ-साथ चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। इस तेजी के बाद भी गोल्ड फिलहाल 51800 रुपये प्रति 10 gm और चांदी 53400 रुपये प्रति Kg के करीब बिक रही है। इतना ही नहीं गोल्ड अपने ऑलटाइम हाई से करीब 5400 और चांदी 26600 प्रति किग्रा रुपये सस्ता मिल रही है

    सोमवार को गोल्ड (Gold Price) 186 रुपये प्रति 10 gm की दर से महंगा होकर 50770 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर जाकर बंद हुआ। जबकि पिछले कारोबारी दिन शुक्रवार को गोल्ड (Gold Rate) 175 रुपये प्रति 10 gm की दर से महंगा होकर 50584 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर जाकर बंद हुआ था। वहीं चांदी (Silver Price) 891 रुपये महंगा होकर 53363 रुपये प्रति किग्रा पर जाकर बंद हुई। जबकि पिछले कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को चांदी (Silver Rate) 450 रुपये महंगा होकर 52472 रुपये प्रति किलो पर जाकरबंद हुई थी।

    14 से 24 कैरेट गोल्ड का ताजा भाव :

    14 से 24 कैरेट गोल्ड का ताजा भाव : इस तरह सोमवार को 24 कैरेट वाला गोल्ड 186 रुपया महंगा होकर 50770 रुपये, 23 कैरेट वाला गोल्ड 186 रुपया महंगा होकर 50567 रुपये, 22 कैरेट वाला गोल्ड 170 रुपया महंगा होकर 46505 रुपये, 18 कैरेट वाला गोल्ड 140 रुपया महंगा होकर 38078 रुपये और 14 कैरेट वाला गोल्ड 109 रुपये महंगा होकर 29701 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर बंद हुआ था।

    ऑलटाइम हाई से गोल्ड 5400 और चांदी 26600 रुपये मिल रहा है सस्ता :

    ऑलटाइम हाई से गोल्ड 5400 और चांदी 26600 रुपये मिल रहा है सस्ता : गोल्ड फिलहाल अपने ऑलटाइम हाई से करीब 5430 रुपये प्रति 10 gm रुपये सस्ता बिका रहा है। आपको बता दें कि गोल्ड ने अगस्त 2020 में अपना ऑलटाइम हाई बनाया था। उस वक्त गोल्ड 56200 रुपये प्रति 10gm के स्तर तक चला गया था। वहीं चांदी अपने उच्चतम स्तर से करीब 26617 रुपये प्रति किग्रा की दर से सस्ता मिल रहा था। चांदी का अबतक का उच्चतम स्तर 79980 रुपये प्रति किग्रा है।

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  • अगर आपके पड़ोसी जमीन पर अवैध कब्जा कर ले तो अपनाएं ये तरीके, तुरंत होगा समाधान..


    डेस्क : जमीन के विवाद के चलते कई मामले सामने आए हैं। इन विवादों में लोगों की जान तक चली जाती है। शहरी इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक जमीन अतिक्रमण के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। हालांकि जमीन अतिक्रमण से उबरने के लिए कई उपाय भी है। इसके लिए आप कानून की मदद भी ले सकते हैं। इसके अलावा खुद सचेत होना भी बेहद आवश्यक है। ऐसे में यदि आप भी अपने पड़ोसी या किरायेदार के द्वारा जमीन पर कब्जा करने से परेशान है तो आइए इसके उपाय जानते हैं।

    ऐसे मिलेगी जमीन अतिक्रमण से मुक्ति :

    ऐसे मिलेगी जमीन अतिक्रमण से मुक्ति : अतिक्रमण से सलटा जा सकता है। हालाँकि, कोई भी कदम उठाने से पहले, आपको अपनी संपत्ति की सीमाओं के बारे में पता होना चाहिए। सबसे पहले इस मुद्दे पर अपने पड़ोसी से चर्चा करें। वह अपनी संरचना को हटा सकता है या कोई अन्य व्यवस्था कर सकता है। मामले को अदालत के बाहर निपटाने से दोनों पक्षों की कानूनी फीस की बचत होगी। साथ ही वकीलों को काम पर रखने और कोर्ट जाने के झंझट से भी मुक्ति मिलेगी। यदि आप और पड़ोसी अतिक्रमण छोड़ने का निर्णय लेते हैं, तो आप उन्हें लिखित रूप में अपनी संपत्ति का उपयोग करने की अनुमति दे सकते हैं। इससे आप अपने जमीन पर किसी को दावा करने से रोक सकते हैं।

    यदि आपका पड़ोसी अतिक्रमण हटाने से इनकार कर रहा है, लेकिन इस मुद्दे को निपटाने के लिए तैयार है, तो आप कब्जे वाली संपत्ति को उसे बेचने पर विचार कर सकते हैं। यह दोनों पक्षों के लिए फायदे का सौदा होगा। लेकिन अगर बाकी कोशिशें बेकार जाती हैं और कोर्ट जाना ही आखिरी उपाय है, तो जज आपसे दो बातें साबित करने के लिए कहेंगे। सबसे पहले आप संपत्ति के असली मालिक हैं और दूसरा आपके पड़ोसी ने संपत्ति पर कब्जा कर लिया है।

    कानूनी लड़ाई लंबी प्रक्रिया है। मामलों को और जटिल करने के लिए, यदि पड़ोसी आपकी भूमि का अनुचित तरीके से उपयोग कर रहा है, तो वह प्रतिकूल कब्जे का मामला जीत सकता है या अदालत उसे संपत्ति का सीमित उपयोग करने की अनुमति भी दे सकती है। इसे आज्ञाकारी सुखभोग कहा जाता है।

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  • अब आधार कार्ड से चुटकियों में चेक कर सकेंगे अपना बैंक बैलेंस, जानिए क्या है पूरा प्रोसेस..


    डेस्क : आज के समय में शायद ही कोई भारतीय नागरिक हो जिसके पास आधार कार्ड न हो। उस आधार कार्ड के बहुत मायने हैं। उन्हीं में से अब आधार का इस्तेमाल कर आप अपने बैंक बैलेंस की जांच के लिए कर सकते हैं। आधार कार्ड 12 आंकड़ों वाला खास कार्ड है जो अतिरिक्त रूप से आपके बायोमेट्रिक डेटा से जुड़ा होता है, जैसे कि फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन इमेज।

    इस संबंध के कारण आपको किसी शाखा में जाने की जरूरत नहीं है और आप अपने आधार नंबर से जुड़े अपने बैंक खातों की शेष राशि की ऑनलाइन ही जांच कर सकते हैं। अब बिना अपने बैंक के वेबसाइट या एप का इस्तेमाल किया जी नागरिक अपना बैंक बैलेंस चेक कर सकते हैं। अपने खाते की शेष राशि की जांच के लिए आधार कार्ड का उपयोग करने के लिए UIDAI द्वारा स्टेप बाय स्टेप बताए गए हैं।

    भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) अन्य सूचनाओं को अपडेट करने, अपने फोन नंबर को अपने आधार से जोड़ने आदि जैसी सेवाओं को जल्द ही नागरिकों के लिए तैयार कर रहा है। जिसके बाद, आपको इन सेवाओं का उपयोग करने के लिए आधार सेवा केंद्र जाने की जरूरत नहीं है।

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  • खुशखबरी! अचानक सस्ता हुआ Gold – अब महज 30 हजार में खरीदें एक तोला सोना..


    डेस्क : अगर आप भी सोना या फिर सोने के गहने खरीदने की सोच रहे हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है। पिछले कुछ दिनों से सोना के साथ-साथ चांदी की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। सोना पिछले 4 महीने के निचले स्तर पर पहुंच चुका है। फिलहाल सोना 50584 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 52472 रुपये प्रति किलो के करीब मिल रही है। इतना ही नहीं सोना अपने ऑलटाइम हाई से करीब 5600 और चांदी 27500 रुपये सस्ता बिक रही है।

    दो दिन बाद आज जारी होगा नया रेट : दरअसल आज से नए कारोबारी हफ्ते की शुरुआत हुई है। आज नए कारोबारी हफ्ते का पहला दिन है। वही पिछले कारोबारी हफ्ते में सर्राफा बाजार में सोने के साथ चांदी की कीमत में नरमी देखी गई थी। ऐसे में आज सबकी नजर इसबात पर होगी की नए कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के भाव कैसे है।

    शुक्रवार को ये था सोने-चांदी के रेट : इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोशिएशन की ओर से केंद्रीय सरकार द्वारा घोषित छुट्टियों के साथ शनिवार और रविवार को रेट जारी नहीं होते हैं। पिछले कारोबारी हफ्ते के पांचवें और आखिर दिन शुक्रवार को सोना 175 रुपये प्रति दस ग्राम की दर से महंगा हुआ और 50584 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ। जबकि पिछले कारोबारी दिन गुरुवार को सोना 50409 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं चांदी की बात करे तो 450 रुपये महंगा होकर 52472 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। जबकि पिछले कारोबारी दिन गुरुवार को चांदी 52022 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ था।

    14 से 24 कैरेट सोना का ताजा भाव : इस तरह शुक्रवार को 24 कैरेट वाला सोना 50584 रुपये ओर 23 कैरेट वाला सोना 50381 रुपय साथ ही 22 कैरेट वाला सोना 46335 रुपये तथा 18 कैरेट वाला सोना 37938 रुपये और 14 कैरेट वाला सोना 29592 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ।

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  • अगर बड़े-छोटे भाई में संपत्ति को लेकर विवाद बढ़ गया तो कैसे निपटाए? जानें – क्या है नियम..


    डेस्क : हर घर में एक न एक बार बटवाड़ा जरूर होता है। इस बंटवारे के दौरान कई बार कई बड़े विवाद सामने आते हैं। परिवार के मुखिया की मृत्यु होने की स्थिति में यह समस्या बनी रहती है। इन दिनों भाई- भाई में विवाद का यह बड़ा कारण माना जा रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसके लिए भी कई नियम बनाए गए हैं जिससे इन विवादों से बचा जा सके।

    यदि घर के मुखिया स्वर्गवास से पूर्व ही वसीयत तैयार किए होते हैं तो उस स्थिति में विवाद होने की संभावना ना के बराबर होती है। बतादें कि वसीयत में परिवार का मुखिया अपने बच्चों अथवा किसी आत्माजन को अपनी संपत्ति सौंपकर जाता है। ऐसे में झगड़ा लड़ाई की स्थिति ना के बराबर पैदा होती है। क्योंकि संपति पहले से ही किसके हिस्से में किया गया होता है।

    हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम,1956 :

    हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम,1956 : यदि आपसी सहमति से बटवाड़ा ना हो तब उत्तराधिकारी अधिनियम 1956 के तहत किया जाता है। इस अधिनियम के तहत परिवार के मुखिया की मृत्यु होने की स्थिति में उनके संपत्ति का हकदार उत्तराधिकारी को माना जाता है। संपति बंटवारे के संबंध में कई कानूनी समस्याएं सामने आते हैं। इस स्थिति में लोग आपसी सहमति और जानकारों की मदद से जमीन को उलझाने लेना पसंद करते हैं।

    संपति बंटवारे से जुड़े कई ऐसी बातें हैं जिस पर ध्यान देना और जरूरी हो जाता है। सभी वारिस को यह देख लेना चाहिए कि जमीन पर कोई कर्ज या लेनदेन तो नहीं है। अगर ऐसी स्थिति बनती है तो सभी को मिलकर पहले इसे चुका देना चाहिए, ताकि किसी एक पर इसका बोझ ना पड़े। इन कानूनों को अपनाने से पहले किसी एक्सपर्ट से लड़ाई जरूर लेनी चाहिए। हालांकि ग्रामीण इलाकों में लोग अमीन की मदद से जमीन का बंटवारा बराबर बराबर कर लेते हैं।

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  • Post Office में डबल हो जाएगा आपका पैसा, 2 लाख से सीधे बन जाएंगे 4 लाख, जानें – कैसे?


    डेस्क : अगर आप भी हाल ही के दिनों में कही निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है। बता दें कि आप बेफिक्र होकर भारतीय डाकघर यानी पोस्ट ऑफिस में निवेश कर सकते हैं। क्योंकि यहां आपको कम ही दिन में शानदार रिटर्न मिलता है। साथ में, इसमें निवेश किया गया पैसा भी पूरी तरह सुरक्षित रहता है।

    बता दे की पोस्ट ऑफिस की “किसान विकास पत्र स्कीम” में मौजूदा समय में सालाना 6.9 फीसदी की ब्याज दर मिल रहा है, इस सेविंग्स स्कीम में निवेश किया गया पैसा 124 महीने यानी 10 साल और 4 महीनों में दोगुना हो जाता है। पोस्ट ऑफिस में मिनिमम 1,000 रुपये का निवेश करना होगा, इस योजना में 100 रुपये के मल्टीपल में निवेश करना होगा, इस स्कीम में निवेश की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं की गई है।

    पोस्ट ऑफिस (Post Office) की “किसान विकास पत्र स्कीम” में एक लोग खाता खोल सकता है, इसके अलावा स्कीम में तीन लोग तक साथ मिलकर ज्वॉइंट अकाउंट खोल सकते हैं, इस स्कीम में नाबालिग की ओर से अभिभावक या कमजोर दिमाग के व्यक्ति की ओर से भी अभिभावक अकाउंट खोल सकता है, इस योजना में 10 साल से ज्यादा उम्र का नाबालिग भी अपने खुद के नाम में खाता खोल सकता है। इस छोटी बचत योजना में जमा की राशि वित्त मंत्रालय द्वारा समय-समय पर निर्धारित की गई मैच्योरिटी की अवधि पर मैच्योर हो जाएगी, मैच्योरिटी जमा की तारीख से लागू होगी।

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  • रिकॉर्ड तोड़ सस्ता हुआ LPG Cylinder – अब महज 587 रुपए अपने घर ले जाइए, जानें –


    डेस्क : दिनों- दिन बढ़ रहे महंगाई से लोग काफी परेशान है। घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत आसमान छूती जा रही है। लेकिन आपको अब राहत मिलने वाली है। दरअसल, घरेलू गैस सिलेंडर पर फिर से सब्सिडी लागू किया जाएगा। जिसके बाद 900 रूपये में जो गैस अभी मिल रही है। उसकी कीमत 587 रूपये हो जाएगी।

    मालूम हो कि कोरोना वायरस के दौरान सरकार ने गैस पर दिए जाने वाला सब्सिडी हटा दी थी। इसे अब फिर से शुरू करने की योजना सरकार बना रही है। सूत्रों की माने तो अगले माह से गैस पर मिलने वाली सब्सिडी आपके खाते में आने लगेंगे। सब्सिडी के शुरू होते ही देश के लाखों-करोड़ों लोगों को राहत मिलेगी। बता दें कि सब्सिडी की राशि 303 रूपये है।

    वर्तमान में देश के कई राज्यों में सब्सिडी की व्यवस्था शुरू है। इसमें झारखंड, मध्यप्रदेश और पूर्वोत्तर के कई राज्यों में रसोई गैस पर मिलने वाला सब्सिडी की व्यवस्था शुरू है। वहीं अब देश के अन्य राज्यों में भी यह व्यवस्था शुरू करने की योजना है। इस पर अभी वित्त मंत्रालय की मंजूरी मिलना बाकी है। सरकार यदि मंजूरी दे देती है तो तो गैस डीलर 303 रूपये के सब्सिडी देगी। इसके बाद 900 रूपये में गैस लेने के बाद आपके खाते में वापस सब्सिडी के तौर पर 303 रूपये आ जाएंगे। ऐसे में आपको एक गैस की कीमत 587 रूपये ही लगेंगे।

    इस गैस की कीमत काफी कम :

    इस गैस की कीमत काफी कम : इसके अलावा आपके पास कंपोजिट गैस सिलेंडर को अपनाने का एक बेहतर विकल्प है। बता दें कि सरकार ने पूरे देश में अब कंपोजिट सिलेंडर को मंजूरी दे दी है। कंपोजिट सिलेंडर सामान्य गैस सिलेंडर के मुकाबले काफी हल्का होता है। यह बिल्कुल पारदर्शी है। इसमें बाहर से ही पता लगाया जा सकता है कि गैस कितने खपत हुए हैं और कितने बच्चे हैं। कम अपोजिट गैस सिलेंडर हल्का और मजबूत सिलेंडर है। यह 10 और 5 किलोग्राम में उपलब्ध है। इस गैस को आप 634 रूपये में खरीद सकते हैं।

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