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  • Gas के बाद अब पेट्रोल-डीजल में भी राहत, जानें- अपने शहर के लेटेस्ट रेट


    डेस्क : सितंबर महीने के पहले दिन तेल कंपन‍ियों ने गैस स‍िलेंडर के साथ ही पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Price) के दामों में भी कटौती कर आम जनता को राहत दी है। मालूम हो इस समय क्रूड ऑयल की कीमत में फिर से गिरावट देखी गई, जिसके बाद यह 100 डॉलर प्रत‍ि बैरल के नीचे आ गया है। साथ ही इस बीच घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के रेट (Petrol-Diesel Price) पुराने दर पर बरकरार हैं। आने वाले समय में घरेलू गैस स‍िलेंडर की कीमत में भी राहत म‍िलने के संकेत हैं।

    मई में हुआ था बदलाव :

    मई में हुआ था बदलाव : हालंकि, ये जानकारी भी सामने आई थी कि तेल कंपन‍ियां पेट्रोल और रसोई गैस में लागत की भरपाई करने की स्थिति में पहुंच गई हैं। पर डीजल पर कंपन‍ियों का नुकसान अभी भी हो था। जिसके बाद मेघालय और महाराष्‍ट्र को छोड़कर बाकी सभी राज्‍यों में पेट्रोल की कीमत में तीन महीने पहले बदले गए थे। जिसके बाद 22 मई को केंद्र सरकार ने एक्‍साइज ड्यूटी में कटौती करके बड़ी राहत दी थी।

    100 डॉलर से नीचे गया क्रूड :

    100 डॉलर से नीचे गया क्रूड : आज सुबह डब्‍ल्‍यूटीआई क्रूड का भाव 89.25 डॉलर प्रत‍ि बैरल आ गया है। साथ ही ब्रेंट क्रूड 96.49 डॉलर प्रत‍ि बैरल पर कारोबार कर रही है। एक हफ्ते पहले ही मेघालय सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में 1.5 रुपये लीटर बढ़ाया था। महाराष्‍ट्र में श‍िंदे सरकार के गठन के बाद राज्‍य में पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 3 रुपये की कटौती की थी। रात ही केंद्र सरकार की ओर से एक्‍साइज ड्यूटी में कटौती की गई थी जिसके बाद पेट्रोल 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये सस्‍ता हो गया था।

    आपके शहर के दाम

    आपके शहर के दाम

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  • Jeff Bezos को पछाड़ Gautam Adani बन सकते हैं दुनिया के दूसरे अमीर आदमी, इतनी बढ़ी अडानी की संपत्ति


    केवल कुछ दिनों में गौतम अडानी दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच सकते हैं। एक समय दुनिया के सबसे अमीर इंसान रहे अमेजन के पूर्व सीईओ जेफ बेजोस की दूसरे नंबर की कुर्सी भी अब छीन सकती है। इन दिनों अडानी की दौलत जिस स्पीड से बढ़ रही है और बेजोस की जिस तरह से घट रही है, उससे लग रहा है कि यह 9 अरब डॉलर का फासला जल्द खत्म हो जाएगा। हालांकि इसके बीच अच्छी बात ये है भी है कि मुकेश अंबानी ने फिर से टॉप-10 में एंट्री कर ली है और ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स की ताजी सूची में वह 94 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ 9वें स्थान पर हैं।

    ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक पिछले बीते महीने में जेफ बेजोस की संपत्ति 159 अरब डॉलर से घटकर 152 अरब डॉलर हो गई है। वहीं, एक सप्ताह में जेफ बेजोस की संपत्ति में 5 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई है। अगर पिछले एक तिमाही की बात करें तो जेफ बेजोस की संपत्ति में 8 अरब डॉलर की बढ़त देखी गई है।

    वहीं अडानी के नेटवर्थ की बात करते हैं तो उनकी संपत्ति एक महीने में 124 अरब डॉलर से 143 अरब डॉलर पर हो गई है। एक हफ्ते में उनकी संपति में 8 अरब डॉलर का उछाल आया है। वहीं, 1 तिमाही के आधार पर देखें तो 98.1 अरब डॉलर से 143 अरब डॉलर पर पहुंच गए हैं। यानी इस अवधि में उनकी संपति करीब 45 अरब डॉलर की बढ़त हुई है।

    ऐसे मिटेगा फासला

    ऐसे मिटेगा फासला यदि दोनों की संपत्ति की बराबरी करें तो बीते एक महीने में जेफ बेजोस की संपत्ति में 7 अरब डॉलर कमी देखी गई है। साथ ही अगर ऐसा ही चलता रहा तो महज कुछ दिनों में में ही अडानी जेफ बेजोस को पछाड़कर दुनिया दूसरे सबसे अमीर शख्स बन जायेंगे। इस समय बेजोज और अडानी के संपत्ति, में केवल 9 अरब डॉलर का फर्क होता है। अडानी के पास अभी 143 अरब डॉलर की संपत्ति है तो जेफ बेजोस के पास 152 अरब डॉलर की।

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  • Google दे रहा ₹25 लाख जीतने का मौका – बस ये छोटा सा काम कीजिए और आराम से ..


    डेस्क : Google ने हाल ही में नया बग बाउंटी प्रोग्राम लॉन्च किया है, जिसके तहत कंपनी अपने ओपन सोर्स प्रोजेक्ट्स की कमजोरियां खोजने वालों को 31,337 डॉलर (लगभग 25 लाख रुपये) से पुरस्कृत करेगी। भेद्यता की गंभीरता और परियोजना के महत्व के आधार पर, 100 डॉलर से 31,337 डॉलर तक के पुरस्कार दिए जायेंगे।

    गूगल ने अपने ओपन सोर्स सॉ़फ्टवेयर भेद्यता पुरस्कार कार्यक्रम (ओएसएस वीआरपी) को लॉन्च करते हुए कहा कि ‘बड़ी मात्रा असामान्य या विशेष रूप से दिलचस्प कमजोरियों पर भी जाएगी इसलिए रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया जाएगा।’

    गोलंग, एंगुलर और फ्यूशिया जैसी प्रमुख परियोजनाओं के मेंटेनर के रूप में, गूगल की गिनती दुनिया में ओपन सोर्स के सबसे बड़े योगदानकर्ताओं और उपयोगकर्ताओं में से एक में की जाती है। बीते साल कम्पनी ने ओपन सोर्स सप्लाई चेन को लक्षित करने वाले हमलों में साल-दर-साल 650 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी।

    गूगल के स्वयं के भेद्यता इनाम कार्यक्रम (वीआरपी) के साथ, शोधकर्ताओं को अब बग खोजने के लिए पुरस्कार दिया जाएगा। जो की संभावित रूप से पूरे खुले स्रोत पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित करेगी। मूल वीआरपी कार्यक्रम दुनिया में पहले कार्यक्रमों में से एक है और अब इसकी 12वीं वर्षगांठ आ रही है।

    डिजिटल सेफ्टी के लिए नई घोषणा :

    डिजिटल सेफ्टी के लिए नई घोषणा : गूगल ने भारत में कई नए ऑनलाइन सुरक्षा पहल की भी घोषणा की। इस पहल में लगभग एक लाख डेवलपर्स को कौशल प्रदान करने के लिए कई शहरों में साइबर सुरक्षा रोड-शो और सामुदायिक संगठनों को गूगलडॉटओआरजी से 20 लाख डॉलर का डिजिटल सुरक्षा केंद्रित अनुदान तक जैसे कई बातें शामिल है।

    एक कार्यक्रम में इन पहल की घोषणा करते हुए गूगल इंडिया के उपाध्यक्ष और भारत में प्रमुख संजय गुप्ता ने कहा कि “इन सभी प्रयासों का उद्देश्य साइबर खतरों के खिलाफ देश की बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था की सामूहिक क्षमता को मजबूत करना है।

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  • देश की सबसे ज्यादा Tax देने वाली कंपनी बनी Reliance, नौकरियां देने में भी रही नंबर 1..


    डेस्क : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड सबसे अधिक कर देने वाली कंपनी बन गई है, अध्यक्ष और एमडी मुकेश अंबानी ने 45 वीं वार्षिक आम बैठक में कहा। राष्ट्रीय खजाने में रिलायंस का योगदान 39% बढ़कर ₹1,88,012 करोड़ हो गया है। जब सबसे ज्यादा टैक्स देने वाली कंपनियों की बात आती है, तो कई अन्य चीजें भी हैं जिन्हें समझने की जरूरत है, जैसा कि चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपने भाषण में बताया था। रिलायंस देश की पहली कॉरपोरेट कंपनी बन गई है, जिसने सालाना 100 अरब डॉलर का राजस्व हासिल किया है।

    रिलायंस का कंसॉलिडेटेड प्रॉफिट 47 फीसदी बडी :

    रिलायंस का कंसॉलिडेटेड प्रॉफिट 47 फीसदी बडी : शेयरधारकों को संबोधित करते हुए, मुकेश अंबानी ने सोमवार को एजीएम में कहा कि रिलायंस का समेकित लाभ 47% बढ़कर 104.6 बिलियन डॉलर हो गया। रिलायंस का सालाना समेकित EBITDA 1.25 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया है।

    हायरिंग में भी नंबर 1 :

    हायरिंग में भी नंबर 1 : रिलायंस ने हर क्षेत्र में अपने परिचालन का विस्तार किया है। इसलिए निर्यात 75% बढ़कर 2,50,000 करोड़ रुपये हो गया है। मुकेश अंबानी ने अपने भाषण में कहा कि रिलायंस ने वित्त वर्ष 2 में 2.32 लाख नौकरियां पैदा की हैं रिलायंस ने समुदाय की सेवा के लिए उच्च मानक स्थापित किए हैं। साथ ही बड़े पैमाने पर व्यापारिक और सामाजिक मूल्यों का निर्माण किया गया है।

    रिलायंस नंबर :

    रिलायंस नंबर : इस साल मार्च में पेश अपनी सालाना रिपोर्ट में रिलायंस ने जबरदस्त मुनाफा कमाया। स्क्रीनर डॉट इन के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने 5,88,077 करोड़ रुपये खर्च करते हुए 6,98,672 करोड़ रुपये की बिक्री की है। तदनुसार, कंपनी ने 1,10,595 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ अर्जित किया। प्रतिशत के लिहाज से ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 16 फीसदी रहा। कंपनी ने सालाना आधार पर 84,142 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ (PAT) दर्ज किया, जबकि शुद्ध लाभ 60,705 करोड़ रुपये रहा। मार्च 2021 में, PAT 55,461 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 49,128 करोड़ रुपये रहा।

    कंपनी इस वित्तीय वर्ष में बनाएगी नया रिकार्ड :

    कंपनी इस वित्तीय वर्ष में बनाएगी नया रिकार्ड : उसी वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कंपनी को टीटीएम (वर्तमान से पिछले 12 महीनों) में 1,25,024 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ है, जिसमें 94,108 करोड़ रुपये का पीएटी और 66,387 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ है। ये आंकड़े बताते हैं कि कंपनी इस वित्त वर्ष में अपने पिछले नंबरों को आसानी से पार कर सकती है।

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  • Post Office की ये स्कीम देगी लाखों का रिटर्न, महज 500 रुपये से खुलवाएं अपना खाता..


    डेस्क : पोस्ट ऑफिस में निवेश करना सुरक्षित निवेश माना जाता है। दरअसल, शेयर बाजार और म्युचुअल फंड में रिटर्न अच्छा है, लेकिन वहां रिस्क फैक्टर एक ही है। हालांकि, बहुत से लोग जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। ऐसे में आप ऐसी जगह निवेश करेंगे जहां आपका पैसा बिल्कुल सुरक्षित हो और आपको बिना किसी जोखिम के अच्छा रिटर्न मिले। अगर आप भी ऐसा निवेश करना चाहते हैं जहां मजबूत मुनाफा हो तो यह डाकघर योजना आपके लिए अच्छी हो सकती है। अगर आपने इस पोस्ट ऑफिस योजना में खाता खुलवाया है तो आपको लाखों का रिटर्न मिल सकता है।

    आप रुपये से शुरू कर सकते है :

    आप रुपये से शुरू कर सकते है : डाकघर लघु बचत योजना आवर्ती जमा में निवेश पूरी तरह से सुरक्षित है। आप इस योजना में 100 रुपये से निवेश कर सकते हैं और इसकी कोई अधिकतम सीमा नहीं है। आप अपनी सुविधानुसार एक वर्ष, दो वर्ष या अधिक के लिए आवर्ती जमा योजना में निवेश कर सकते हैं। इस योजना में डाकघर हर तिमाही ब्याज भी देता है।

    कर्ज भी लिया जा सकता है :

    कर्ज भी लिया जा सकता है : डाकघर योजना 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के किसी भी व्यक्ति को खाता खोलने की अनुमति देती है। माता-पिता अपने नाबालिग बच्चे के लिए खाता खोल सकते हैं। पोस्ट ऑफिस की इस योजना से आपको लोन भी मिल सकता है। ऋण प्राप्त करने के लिए आपको अपनी डाकघर शाखा से संपर्क करना होगा। आप 12 किस्तों में भी ऋण जमा कर सकते हैं। आप अपने खाते में जमा राशि का 50% ऋण के रूप में ले सकते हैं।

    इसी तरह 16 लाख मिलेंगे :

    इसी तरह 16 लाख मिलेंगे : अगर आप रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम में हर महीने 16,000 रुपये का निवेश करते हैं, तो 10 साल बाद आपको 2.6 लाख रुपये से ज्यादा मिलेंगे। मान लीजिए आप हर महीने 16,000 रुपये जमा करते हैं, तो आप एक साल में 192,000 रुपये बचा लेंगे। इसी तरह आपको इस योजना में 10 साल के लिए निवेश करना होगा। इस प्रकार, आप निवेश के रूप में 19,20,000 रुपये जमा करेंगे। इसके बाद, योजना परिपक्वता के बाद रिटर्न के रूप में 6,82,359 रुपये प्राप्त करेगी। इस प्रकार 10 वर्ष बाद कुल 26,02,359 रुपये प्राप्त होंगे। इस तरह आप रेकरिंग डिपॉजिट में निवेश करके लाखों रुपये कमा सकते हैं।

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  • LPG Gas : क्या आप जानते हैं कैसे तय होते हैं Cylinder की नई कीमत? समझिए – पूरा गणित..


    डेस्क : देश समय के साथ काफी बदला है। अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग चूल्हे से गैस पर आ गए हैं। देश के अधिकांश घरों में एलपीजी गैस का उपयोग किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में ये आंकड़ा उज्जवला योजना के बाद से काफी बढ़ा है। ऐसे में एलपीजी गैस हर घर में एक आवश्यक वस्तु के रूप में जगह बना लिया है। एलपीजी गैस के बिना घरों में खाना बनना दुर्लभ है।

    अब इतने आवश्यक वस्तु होने के चलते इसके दाम पर लोगों की पैनी नजर रहती है। एलपीजी की कीमत पिछले दिनों कांस्टेंट देखने को मिला। हालांकि अगस्त महीने में कमर्शियल एलपीजी गैस में 36 रूपये कमी रही। दरअसल हर महीने के 1 तारीख को इनके दामों में बदलाव की जाती है। यह कहें कि एलपीजी गैस की कीमत तय होती है। इसके लिए भी एक प्रक्रिया है तो आइए इसे विस्तार से समझते हैं।

    एलपीजी गैस की कीमतों में बढ़ोतरी कच्चे तेल की कीमत पर निर्भर करती है। ऐसे में ब्रेंट क्रूड की कीमत में कुछ बढ़त देखने को मिली है। इससे यह पता चलता है कि तेल कंपनियों से कीमत कम होने की कोई उम्मीद नहीं है। बीते कुछ महीनों से एलपीजी घरेलू गैस की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसलिए कीमतों में मामूली बदलाव की संभावना है। अब यह बढ़ भी सकता है और कीमतों में भी कमी आ सकती है।

    ऐसे तय की जाती है एलपीजी गैस की कीमत :

    ऐसे तय की जाती है एलपीजी गैस की कीमत : एलपीजी गैस की कीमत कई चीजों को ध्यान में रखते हुए की जाती है। इनमे क्रूड ऑयल की भाव, समुद्री किराया, इंश्योरेंस, कस्टम ड्यूटी, बंदरगाह का खर्च, डॉलर से रुपये का एक्सचेंज, माल ढुलाई, तेल कंपनी का मुनाफा, बॉटलिंग लागत और जीएसटी आदि शामिल है। इन सभी चीजों के उतार चढ़ाव के आधार पर एलपीजी गैस की कीमत तय होती है।

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  • घर बनाना फिर से हुआ महंगा – बालू कीमतों में आया भारी उछाल, जानिए – नया रेट..


    डेस्क : यदि आप मकान बनाना चाह रहे हैं तो आपके लिए अभी थोड़ा कठिन हो सकता है। दरअसल बालू की कीमत में उछाल देखने को मिल सकता है। बिहार सरकार ने सोन और फल्गु नदी सहित पांच नदियों के बालू के स्वामित्व दर में काफी बढ़ोतरी की है। इससे बालू की कीमत 25-30 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। बालू की कीमत बढ़ने पर लोगों को घर बनाने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।

    बीते मंगलवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में पांच नदियों के बालू का स्वामित्व दर 75 रूपये प्रति घन मीटर से बढ़ाकर 150 रूपये प्रति घन मीटर किया गया। इन नदियों में सोन, किउल, फल्गु, चानन और मोरहर नदी शामिल है। यह सीधा दोगुना बढ़ोतरी है। बता दें कि साल 2019 के नवंबर महीने में भी स्वामित्व दर में इजाफा किया गया था। वहीं अब 3 साल बाद फिर से एक बार इसमें बढ़ोतरी देखने को मिला है।

    एक ट्रैक्टर बालू के लिए 6 हजार से अधिक करने होंगे भुगतान :

    एक ट्रैक्टर बालू के लिए 6 हजार से अधिक करने होंगे भुगतान : बालू के स्वामित्व दरों में बढ़ोतरी के बाद इसकी कीमत पर भारी असर पड़ेगा। सोन नदी की बात करें तो इसके एक ट्रैक्टर बंदोबस्ती के लिए रॉयल्टी के रूप में 212.50 रुपये का भुगतान करना पड़ता था। अब इस नए फैसले के मुताबिक दर 425 रुपये प्रति सौ सीएफटी हो जाएगी। भोजपुर के घाटों पर बसने वालों की ओर से 100 सीएफटी बालू का 1800 से 3000 रुपये तक का चालान काटा गया। तब यह रेत बाजार में चार से साढ़े चार हजार में बिकती थी। अब चालान 3 से 4 हजार तक काटा जाएगा। ऐसे में बाजार में एक ट्रैक्टर रेत की कीमत 5 से 6 हजार रुपये हो सकती है। ऐसे में कुल कीमत 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी होने ही संभावना है।

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  • Gold Silver Rate : फिर सस्ता हुआ सोना-चांदी, जानिए आज क्या है सोने-चांदी का भाव..


    डॉलर इंडेक्स सोमवार को 20 सालों के नए उच्चतम स्तर 109.44 पर पहुंच गया था, जिसके बाद आज इसमें थोड़ा सुधार आया है. डॉलर इंडेक्स में करेक्शन के कारण आज डोमेस्टिक मार्केट में सोना और चांदी की कीमत पर लिमिटेड दबाव देखने को मिल रहा है.

    सुबह के 10.15 बजे MCX पर अक्टूबर डिलिवरी वाला सोना 110 रुपए की गिरावट के साथ 51140 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर बिक रहा था. दिसंबर डिलिवरी वाला सोना 148 रुपए की गिरावट के साथ 51385 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर बिक रहा था. इंटरनेशनल मार्केट में स्पॉट गोल्ड इस समय 1736.60 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर मिल रहा था.

    चांदी में 297 रुपए की गिरावट

    चांदी में 297 रुपए की गिरावट MCX पर सितंबर डिलिवरी वाली चांदी इस समय 297 रुपए की गिरावट के साथ 54032 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर बिक रही थी. दिसंबर डिलिवरी वाली चांदी 270 रुपए की गिरावट के साथ 54970 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर बिक रही थी. इंटरनेशनल मार्केट में स्पॉट सिल्वर 18.72 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर कारोबार कर रही थी.

    कल सोना-चांदी 1000 रुपए से ज्यादा सस्ती हुई

    कल सोना-चांदी 1000 रुपए से ज्यादा सस्ती हुई दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 365 रुपए , जबकि चांदी की कीमत में 1027 रुपए की गिरावट हुई है.. इस गिरावट के बाद सोने का भाव 51385 रुपए प्रति दस ग्राम हो गया, जबकि चांदी का भाव 55301 रुपए प्रति किलोग्राम था.

    यूरोपियन सेंट्रल बैंक इंट्रेस्ट रेट में अग्रेसिव बढ़ोतरी कर सकता है

    यूरोपियन सेंट्रल बैंक इंट्रेस्ट रेट में अग्रेसिव बढ़ोतरी कर सकता है मेहता इक्विटीज के वाइस प्रेसिडेंट, कमोडिटी, राहुल कालंतरी ने कहा कि डॉलर इंडेक्स में रिकॉर्ड हाई स्तर से आई गिरावट के कारण सोना-चांदी पर लिमिटेड असर देखने को मिल रहा है. माना जा रहा है कि यूरोपियन सेंट्रल बैंक इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी को लेकर ज्यादा अग्रेसिव रुख अपनाएगा. इससे डॉलर की तेजी पर तात्कालिक विराम लगेगा. अभी सोना और चांदी की कीमत पर दबाव बना रहेगा. वही अमेरिका में जब तक इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी जारी रहेगी, बुलियन्स की कीमत पर दबाव भी जारी रहेगा.

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  • NPS : महज ₹400 खर्च कर हर महीने 1.78 लाख पाने की ट्रिक, जानें डिटेल..


    डेस्क : नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है। यह पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा संचालित है। यह एक सरकार समर्थित योजना है, जो सरकारी, निजी और असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक निवेश योजना के रूप में काम करती है। एनपीएस निवेशकों को नियमित पेंशन खातों में निवेश करने की अनुमति देता है। यहां मैं समझाऊंगा कि कैसे आप एनपीएस में हर महीने केवल 12,000 रुपये जमा करके 1.78 लाख रुपये मासिक प्राप्त कर सकते हैं।

    जहां पैसा लगाया जाता है :

    जहां पैसा लगाया जाता है : इस योजना के तहत, व्यक्तिगत बचत को पेंशन फंड में जमा किया जाता है जिसे पीएफआरडीए द्वारा सरकारी बॉन्ड, बिल, कॉर्पोरेट डिबेंचर और शेयरों में निवेश किया जाता है। निवेश पर प्रतिफल के आधार पर, आप जो योगदान करते हैं वह साल-दर-साल बढ़ता जाता है। एनपीएस खाता खोलते समय खाताधारक को दो विकल्प दिए जाते हैं- एक्टिव और ऑटो मोड। इसके अलावा, खाताधारकों के पास यह चुनने का भी विकल्प होता है कि वे वार्षिकी के लिए कितनी परिपक्वता राशि का निवेश करना चाहते हैं। वार्षिकी खरीदने का यह प्रतिशत निर्धारित करता है कि आपको कितनी पेंशन मिलेगी।

    वार्षिकी के लिए नियम :

    वार्षिकी के लिए नियम : NPS के नियमों के अनुसार एनपीएस की शुद्ध परिपक्वता राशि के कम से कम 40 प्रतिशत के साथ वार्षिकियां खरीदी जानी चाहिए। हालांकि, अगर कोई इस लिमिट को बढ़ाना चाहता है तो इसकी कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है। कोई व्यक्ति अपनी एनपीएस परिपक्वता राशि के 100% का उपयोग करके वार्षिकी भी खरीद सकता है। उच्च मासिक पेंशन पाने के लिए एनपीएस एक अच्छा निवेश विकल्प है। टैक्स और निवेश विशेषज्ञों के मुताबिक, कम जोखिम वाले निवेशक भी अपने एनपीएस खातों में 12,000 रुपये प्रति माह निवेश करके 1.78 लाख रुपये की मासिक आय अर्जित कर सकते हैं। यदि एनपीएस क्लाइंट सेवानिवृत्ति के बाद अपनी मासिक आय बढ़ाने के लिए एसडब्ल्यूपी (सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान) का उपयोग करता है, तो यह पेंशन उपलब्ध हो जाएगी।

    पूरा गुणन गणित सीखें :

    पूरा गुणन गणित सीखें : यदि कोई निवेशक 60:40 के अनुपात में इक्विटी-ऋण एक्सपोजर के साथ 30 वर्षों के लिए अपने एनपीएस खाते में प्रति माह 12,000 रुपये का निवेश करता है और अपने निवेश पर 10% रिटर्न मानकर शुद्ध एनपीएस परिपक्वता राशि का 40 प्रतिशत वार्षिकी खरीदता है। उन्हें 1,64,11,142 रुपये की एकमुश्त राशि और 54,7 रुपये की मासिक पेंशन मिलेगी, उन्हें वार्षिकी के रूप में कम से कम 6% वार्षिक रिटर्न मिलेगा।

    8% रिटर्न पर 1.23 लाख :

    8% रिटर्न पर 1.23 लाख : SWP में 25 साल के लिए 1.64 करोड़ रुपये का निवेश करने से एनपीएस निवेशकों को सालाना 8 फीसदी के एसडब्ल्यूपी रिटर्न के साथ 25 साल के लिए 1,23,560 रुपये प्रति माह मिलेगा। है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर कोई व्यक्ति अपने एनपीएस खाते में 30 साल के लिए 50:50 के इक्विटी ऋण जोखिम अनुपात के साथ प्रति माह 12,000 रुपये का निवेश करता है, तो उसे प्रति माह लगभग 1.70 लाख रुपये मिलेंगे। इसमें से एन्युटी रिटर्न 68,330 रुपये और एसडब्ल्यूपी को 1.02 लाख रुपये मिलेंगे।

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  • Life Insurance : 100 साल की उम्र तक मिलता रहेगा पैसा, ये पॉलिसी आपके लिए है बेहद खास..


    डेस्क : निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी एजियस फेडरल लाइफ इंश्योरेंस ने एक नई योजना शुरू करने का फैसला किया है। यह एक सुनिश्चित आय, गैर-लिंक्ड, गैर-भागीदारी, बचत योजना है। इसे पॉलिसीधारक को वित्तीय चिंताओं से मुक्त करने और उसकी मृत्यु के बाद उसके परिवार के लिए पॉलिसीधारक के भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से बनाया गया है।

    इस योजना का उद्देश्य एक व्यक्ति और उनके परिवार को नियमित रूप से उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में मदद करना है। यह योजना उन्हें वार्षिक आय की गारंटी देगी। यह योजना गारंटीड वित्तीय भुगतान प्रदान करती है। यह बच्चों के भविष्य की योजना बनाने, एक अच्छा व्यवसाय शुरू करने और एक सुविधाजनक सेवानिवृत्ति सहित जीवन के हर चरण में मदद करता है।

    इस प्लान में तीन विकल्प उपलब्ध हैं। शॉर्ट टर्म इनकम प्लान, लॉन्ग टर्म इनकम और लाइफटाइम इनकम प्लान। शॉर्ट टर्म इनकम ऑप्शन में 10 साल की निश्चित अवधि के लिए गारंटीड रेगुलर इनकम के रूप में सर्वाइवरशिप बेनिफिट्स उपलब्ध होंगे। लंबी अवधि के आय विकल्पों में 25- या 30 साल के विकल्प होते हैं। हालांकि, यह आपके द्वारा चुनी गई प्रीमियम भुगतान अवधि पर निर्भर करता है। जबकि आजीवन विकल्प 100 वर्ष की आयु तक उत्तरजीविता लाभ का भुगतान करता है।

    पॉलिसीधारक की मृत्यु पर, नामांकित व्यक्ति को मृत्यु लाभ प्राप्त होगा :

    पॉलिसीधारक की मृत्यु पर, नामांकित व्यक्ति को मृत्यु लाभ प्राप्त होगा : इन तीनों प्लान विकल्पों में, आय भुगतान अवधि के अंत में एकमुश्त लाभ यानी गारंटीड मैच्योरिटी बूस्टर का भुगतान किया जाता है। कंपनी ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि पॉलिसीधारक की दुखद मृत्यु की स्थिति में, नामित व्यक्ति को एकमुश्त भुगतान के रूप में मृत्यु लाभ का भुगतान किया जाएगा।

    इस सुनिश्चित आय योजना को लॉन्च करते हुए, कार्तिक रमन, सीएमओ और एजेस फेडरल लाइफ इंश्योरेंस के प्रमुख ने कहा, “मौजूदा आर्थिक परिदृश्य में, लोग स्थिर आय के साथ गारंटीकृत उत्पाद पेश कर रहे हैं, जो बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं है। “यह देखते हुए कि दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियां हमारे जीवन में किसी भी समय हमें प्रभावित कर सकती हैं, हमारी सुनिश्चित आय योजना आय भुगतान अवधि के दौरान भी जीवन बीमा प्रदान करती है,” उन्होंने कहा। इसका उद्देश्य हमारे ग्राहकों और उनके परिवारों को निडर होकर अनिश्चित समय से गुजरने का विश्वास दिलाना है।

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