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  • Bank Loan : क्या आप जानते हैं बैंक लोन माफ भी करता है? जानिए क्या है नियम..


    डेस्क : कई बार ऐसा अक्सर देखा जाता है कि लोग लोन तो ले लेते है, लेकिन उसे सही समय पर चुका नहीं पाते है। ऐसे में लोगों की परेशानियां और बढ़ जाती है। अगर आप 91 दिनों तक अपने लोन का पेमेंट नहीं करते है, तो बैंक आपको नोटिस भेज देता है और आपके लोन को नॉन परफॉर्मिंग एसेट NPA की कैटेगिरी में डाल देता है। अगर आपने लोन लेने के लिए कुछ गारंटी लागाई है तो बैंक आपकी उस संपत्ति पर अधिकार जमाने की भी कोशिश करता है।

    बैंक के कई अनुरोध के बाद भी अगर लोग लोन का पेमेंट नहीं करते हैं तो बैंक आपको लोन को सेटलमेंट (Loan Settlement) का प्रस्ताव भेजती है। जिसमें आपसे बैंक की मूल राशि को भरने और लोन के ब्याज को माफ करनी की बात कहता है। बैंक इस परिस्थति में लोन (Loan Settlement) का इंट्रेस, पेनाल्टी, और अन्य चार्ज को पूरी तरह से माफ कर देता है। हालांकि कुछ बैंक मूल राशि में भी राहत दे देते है। लेकिन ऐसी स्तिथि में आपको क्या विकल्प चुनना चाहिए, आइए बताते है।

    सेटलमेंट मतलब लोन क्लोज नहीं! (Loan Settlement) :

    सेटलमेंट मतलब लोन क्लोज नहीं! (Loan Settlement) : आर्थिक मामलों के सलाहकार के अनुसार लोन सेटलमेंट (Loan Settlement) करने से उधारकर्ता को रिकवरी एजेंट या एजेंसियों से तो छुटकारा मिल ही जाता है, भले ही बैंक अपनी शर्तो के साथ ड्यू क्लीयर कर दे लेकिन याद रहे लोन सेटलमेंट (Loan Settlement) को कभी लोन क्‍लोजर समझने की भूल तो न ही करें। क्योंकि लोन उसी परिस्थति में क्लोज होता है, जब आप लोन की सभी किस्ते यदि चुका देते है।

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  • Post Office : महज 8 लाख का रकम जमा कीजिए और 21 लाख का रिटर्न पाएं, जानें –


    डेस्क : यूं तो आजकल इन्वेस्टमेंट के तमाम सारे ऑप्‍शंस मौजूद हैं, फिर भी बहुत से लोग आज भी पुराने समय से चली आ रही स्‍कीम्‍स पर ही भरोसा जताते हैं. Fixed Deposit यानी FD भी ऐसी ही भरोसेमंद स्‍कीम्‍स में से एक है. FD वैसे तो आप बैंक में भी करवा सकते हैं, लेकिन अगर आप लंबे समय के लिए अगर FD करवाना चाहते हैं, तो पोस्‍ट ऑफिस आपके लिए बेहतर विकल्‍प भी बन सकता है.

    पोस्‍ट ऑफिस FD को टाइम डिपॉ‍जिट के नाम से भी जाना जाता है. इसमें निवेशक को इसमें कंपाउंडिंग का भी फायदा मिलता है. अगर कंपाउंडिंग का फायदा लेना है, तो निवेश लॉन्‍ग टर्म के लिए करना चाहिए. पोस्‍ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में लंबे समय के लिए निवेश करके आप कुछ ही समय में अपनी रकम को लगभग डबल या डबल से भी ज्‍यादा भी कर सकते हैं.

    अलग-अलग अवधि की FD के नियम

    अलग-अलग अवधि की FD के नियम

    पोस्‍ट ऑफिस फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट FD में आप एक साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल तक के लिए पैसा फिक्‍स भी कर सकते हैं. लेकिन अगर आप इस अवधि को बढ़वाना चाहते हैं तो बढ़वा भी सकते हैं. लेकिन जितने साल की ये स्‍कीम होती है, वो उतने ही साल के लिए बढ़ती भी है. जैसे एक साल की FD को अगर आप बढ़वाना चाहते हैं, तो वो 1 साल के लिए ही बढ़ेगी और 5 साल की FD की समय अवधि को बढ़वाना चाहते हैं, तो वो कुल 5 साल के लिए बढ़ेगी.

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  • क्या आप जानते है Gas कनेक्शन के साथ मिलता है 50 लाख का बीमा, जानें – कैसे मिलेगा लाभ..


    डेस्क : अगर आपने अभी तक गैस कनेक्शन LPGनहीं लिया तो आपके लिए यह जानकारी बहुत ही आवश्यक है. आज भारत के लगभग हर घर में एक गैस सिलेंडर (Gas Cylinder) का कनेक्शन है. लेकिन हम में से कई लोगों को गैस सिलेंडर से जुड़े ग्राहकों को उसके अधिकारों के बारे में भी पता नहीं रहता है. गैस डीलर को ही ग्राहकों के गैस कनेक्शन (Gas Connection) से जुड़े अधिकारों के बारे में भी बताना चाहिए. लेकिन अधिकतर मामलों में ये देखा भी जाता है कि डीलर्स ग्राहकों को गैस कनेक्शन देते हुए इसके बारे में नहीं बताते हैं. इसलिए ग्राहकों को खुद ही अपने अधिकारों के बारे में सजग भी रहना चाहिए.

    आपको बता दें कि LPG गैस का कनेक्शन लेने वालों को 50 लाख रुपए तक का बीमा कवर होता है. इस पॅालिसी को LPG इंश्योरेंस कवर कहते हैं. यह गैस सिलेंडर की वजह से होने वाली किसी भी प्रकार की दुर्घटना में जान-माल के नुकसान के लिए दिया जाता है. अगर आप जैसे ही गैस सिलेंडर का कनेक्शन लेते हैं, उसके साथ ही आप इस पॅालिसी के लिए भी पात्र हो जाते हैं. नया कनेक्शन लेते ही यह इंश्योरेंस आपको मिल जाता है.

    जानिए क्या है LPG इंश्योरेंस कवर

    जानिए क्या है LPG इंश्योरेंस कवर

    आप जब गैस सिलेंडर खरीदते हैं उस समय ही आपका LPG इंश्योरेंस हो जाता है. आपको हमेशा एक्सपायरी डेट देखकर ही गैस सिलेंडर लेना चाहिए. क्योंकि यह इंश्योरेंस सिलेंडर की एक्सपायरी डेट से लिंक होता है. गैस कनेक्शन के लेते ही आपका 40 लाख रुपए का एक्सीडेंटल बीमा भी हो जाता है. इसके साथ ही अगर सिलिंडर फटने से किसी इंसान की मृत्यु होती है तो 50 लाख रुपए तक का क्लेम भी किया जा सकता है. आपको इसके लिए किसी भी प्रकार का कोई एक्सट्रा मंथली प्रीमियम नहीं भरना होता है. अगर गैस सिलेंडर से हादसा होता है तो पीड़ित फैमिली के सदस्य इसके लिए क्लेम भी कर सकते हैं.

    ऐसे करें क्लेम

    ऐसे करें क्लेम

    ग्राहक को दुर्घटनाग्रस्त होने के 30 दिनों के अंदर ही अपने ड्रिस्ट्रीब्यूटर और पास के पुलिस स्टेशन को दुर्घटना के बारे में सूचना देनी होती है. पुलिस से हादसे की FIR की कॅापी लेना जरुरी है. क्लेम के लिए पुलिस स्टेशन में रजिस्टर्ड FIR की कॉपी के साथ ही मेडिकल की रसीद, हॅास्पिटल का बिल, पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और डेथ सर्टिफिकेट की भी जरुरत होती है.

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  • पेंशनभोगियों के लिए अच्छी खबर! अब मिलेगा पहले से ज्यादा पैसा, जारी हुआ अधिसूचना..


    डेस्क : 5 वे केंद्रीय वेतनमान के तहत सरकारी पेंशन प्राप्त कर रहे सेवानिवृत्त सरकारी कर्मियों को कुल 396 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। इस संबंध में वित्त विभाग की तरफ से सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी गयी है। इसका भुगतान 01 जुलाई 2022 से होगा। ये बढ़ोतरी पारिवारिक पेंशभोगियों पर भी लागू होगी। इससे पहले पेंशनभोगियों को महंगाई भत्ते के रूप में कुल 381 प्रतिशत भुगतान किया जाता था।

    यह मालूम हो कि केंद्र सरकार ने 12 अक्टूबर को पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते में 396 फीसदी वृद्धि की घोषणा की थी। राज्य सरकार ने इसी को अब लागू किया है। वित्त विभाग की अधिसूचना के अनुसार बढ़ी हुई धनराशि का नकद भुगतान होगा। कोषागार पदाधिकारियों को यह कहा गया है कि वे किसी प्राधिकार के आदेश की प्रतीक्षा किए बिना ही औपबंधिक रूप से बकाये का भुगतान करना शुरू कर दें।

    केंद्र सरकार ने 12 अक्टूबर को की थी बढ़ोतरी

    केंद्र सरकार ने 12 अक्टूबर को की थी बढ़ोतरी

    एक अन्य अधिसूचना के माध्यम से वित्त विभाग ने 6वे केंद्रीय वेतनमान के तहत पेंशन पाने वाले कर्मियों के लिए कुल 212 फीसदी महंगाई भत्ते के भुगतान का आदेश दिया है। अब तक इन्हें 203 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जाता था। केंद्र सरकार ने यह बढ़ोतरी इसी वर्ष 12 अक्टूबर को की थी। इस श्रेणी के पेंशनभोगियों को भी बढ़ी हुई धनराशि का नकद भुगतान किया जाएगा। एक अधिसूचना के मुताबिक पटना हाई कोर्ट विधानसभा एवं विधान परिषद के पूर्व कर्मियों के मामले में क्रमश: मुख्य न्यायाधीश, विधानसभा अध्यक्ष एवं विधान परिषद के सभापति इसका निर्णय लेंगे

    केंद्र से मांगी शिक्षकों के वेतन मद में कटौती की धनराशि

    केंद्र से मांगी शिक्षकों के वेतन मद में कटौती की धनराशि

    बीते वित्तीय वर्ष में शिक्षकों के वेतन मद में कुल 1295 करोड़ रुपये की कटौती कर दी गई थी। बिहार सरकार ने उक्त धनराशि को जारी करने की मांग केंद्र सरकार से की है। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने केंद्र सरकार को एक पत्र भी लिखा है। हालांकि इस धनराशि का मसला केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के समक्ष भी उठाया जा चुका है, तब उन्होंने राशि उपलब्ध कराने को लेकर सकारात्मक संकेत भी दिया था।

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  • खुशखबरी! आचनक सस्ता हुआ सरसों का तेल – नया MRP जान खुशी से झूम उठेंगे आप..


    डेस्क : वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच में आज घरेलू बाजार में तेल-तिलहन की कीमतों में गिरावट भी देखने को मिल रही है. आज सोयाबीन समेत कई तेल की कीमतों में गिरावट भी देखने को मिली है. खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट की वजह से आम जनता को पहले से काफी राहत मिल सकती है. वहीं, सरसों के तेल और मूंगफली की कीमतों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है.

    किसानों को मिल रहा जबरजस्त फायदा

    किसानों को मिल रहा जबरजस्त फायदा

    बाजार सूत्रों से मिली एक जानकारी के मुताबिक, सूरजमुखी और सोयाबीन डीगम तेल की आपूर्ति कम होने की वजह से यह लगभग 10 प्रतिशत ऊपर के लेवल पर बिक रहा है. इससे किसानों को खासा फायदा होगा क्योंकि उनको तिलहन के अच्छे दाम भी मिलेंगे, आपूर्ति बढ़ने से उपभोक्ताओं को भी फायदा होगा और तेल मिलों को सस्ते आयातित तेलों की वजह से जो बाजार टूट गया है उससे राहत भी मिलेगी और सरकार को भी अच्छे राजस्व की प्राप्ति होगी.

    आयात पर बढ़ रही है अब निर्भरता

    आयात पर बढ़ रही है अब निर्भरता

    कुछ कारोबारी सूत्रों ने कहा कि खाद्य तेलों के लिए आयात पर बढ़ती निर्भरता और इसके लिए भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा के व्यय के जाल से निकलने की सख्त जरूरत है. इसके लिए एकमात्र रास्ता किसानों को लाभकारी कीमत देकर देश में ही तिलहन उत्पादन को बढ़ाना ही है.

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  • Post Office की स्कीम बनाएंगी मालामाल – महज 12,500 की रकम ऐसे बन जाएगी 1.03 करोड़..


    Post Office : अगर आप अपने और अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए अभी से प्लानिंग करना चाहते हैं, तो आपके लिए इन सरकारी स्कीमों में निवेश करने का एक बेहतरीन मौका है. अच्छी सेविंग्स के लिए आप पोस्ट ऑफिस (Post office Schemes) की स्कीम्स में निवेश (Investment) भी कर सकते हैं. इन स्कीम्स में न केवल लोगों का भरोसा है, बल्कि इसमें इन्वेस्ट करने पर आपका पैसा कभी भी नहीं डूबता और हमेशा सिक्योर ही रहता है. पोस्ट ऑफिस की इन स्कीमों में निवेश करने पर आप कुछ सालों में ही अच्छा रिटर्न भी हासिल कर सकते हैं.

    अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की 4 जबरदस्त स्कीम्स भी हैं, जिनमें इन्वेस्ट कर करके अच्छा खासा मुनाफा हासिल कर सकेंगे. इस लिस्ट में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), रिकरिंग डिपॉजिट (RD), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) और टाइम डिपॉजिट (TD) स्कीम भी है. इन स्कीम के जरिए निवेशक कुछ ही सालों में बड़ा फंड बनाकर तैयार भी कर सकते हैं इसके साथ ही ग्राहक अपने सपनों को भी पूरा कर सकते हैं.

    पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) PPF

    पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) PPF

    पब्लिक प्रोविडेंट फंड PPF आप निवेशक सालाना अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं. वहीं, इसमें मंथली आप अधिकतम 12,500 रुपए तक जमा कर सकते हैं. इस स्कीम की मेच्येारिटी अवधि 15 साल की होती है, जिसे आप आगे 5-5 साल तक के लिए बढ़ा भी सकते हैं. इस स्कीम में इस समय 7.1 फीसदी की दर से सालाना ब्याज भी मिल रहा है. अगर आप हर साल 1.5 लाख रुपए लगाते हैं और 25 साल तक पैसा लगाते हैं तो आपका कुल निवेश 37,50,000 रुपए तक का होगा. 25 साल बाद मेच्योरिटी पर रकम: तकरीबन 1.03 करोड़ रुपए हो जाएगी क्योंकि इसमें आपको कंपाउंडिंग ब्याज का भी लाभ मिलता है.

    रिकरिंग डिपॉजिट RD (Recurring Deposit)

    रिकरिंग डिपॉजिट RD (Recurring Deposit)

    Recurring Deposit(RD) में आप मंथली अधिकतम कितना भी रुपया जमा कर सकता हैं. इसमें कोई भी लिमिट तय नहीं है. यहां अगर हम PPF के बराबर ही हर महीने 12500 का लगाते हैं तो आपका बड़ा फंड बनकर भी तैयार हो सकता है. RD में आप कितने भी साल के लिए निवेश कर सकते हैं इसमें 5.8 फीसदी का सालाना कंपाउंडिंग ब्याज मिलता है.

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  • Loan गारंटर बनने से पहले ध्यान रखें ये बातें, वरना आ जाएगा नोटिस..


    डेस्क : अगर आप अपने किसी रिश्तेदार या परिचित के लोन के लिए गारंटर बनने जा रहे हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है. नहीं तो बाद में आपको कई बड़ी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है. कई बार हमें भी पैसों की जरूरत पड़ जाती है तो हम बैंक से लोन लेने के बारे में सोचने लगते हैं और बैंक से लोन (Bank Loan) लेने के लिए तैयार भी हो जाते हैं. जिसके लिए आपको एक गारंटर (Guarantor) की भी जरूरत पड़ती है. ऐसी स्थिति में जब लोग अपने रिश्तेदारों और परिचित लोगों को गारंटर बनाते हैं. लेकिन अब आप भी किसी परिचित का गारंटर बनने जा रहे हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है.

    बैंक किसी भी व्यक्ति को होम लोन (Home Loan), बिजनेस लोन (Business Loan), एजुकेशन लोन (Education Loan) आदि किसी प्रकार का लोन देने से पहले उसका क्रेडिट स्कोर भी चेक करती है. अगर किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर अगर कम निकलता है तो ऐसी स्थिति में बैंक उसे या तो Loan देने मना कर देता है या लोन गारंटर की भी मांग करता है. ऐसे में अगर आप अपने किसी रिश्तेदार के लोन गारंटर बनने जा रहे हैं तो सबसे पहले इसकी जिम्मेदारियों के बारे में भी पता कर लेना चाहिए.

    गारंटर को चुकाना पड़ सकता है पूरा लोन :

    गारंटर को चुकाना पड़ सकता है पूरा लोन : अगर आप किसी भी व्यक्ति के लोन गारंटर बनते हैं तो आपकी भी लोन चुकाने की जिम्मेदारी उतनी ही बनती है जितनी किसी लोन लेने वाले व्यक्ति की होती है. अगर वह अपने लोन को समय पर नहीं चुकाता है तो बैंक लोन गारंटर को लोन चुकाने के लिए भी कह सकता है. ऐसा न करने पर लोन गारंटर के क्रेडिट स्कोर पर भी बहुत बुरा असर पड़ सकता है.

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  • कर्मचारियों की लगी लॉटरी! अब दोगुनी होगी सैलरी, जानें – विस्तार से..


    डेस्क : देश मे केंद्रीय कर्मचारियों के लिए आने वाला नया साल कई बड़ी खुशखबरी लेकर आ रहा है. वर्ष 2023 में सरकार कई बड़े फैसले पर अपनी सहमति भीबदे सकती है. इस नए साल की शुरुआत में ही कर्मचारियों को बढ़े हुए DA का भी फायदा मिलेगा. इसके अलावा भी केंद्र सरकार कर्मचरियों से जुड़े 3 बड़े मुद्दों पर फैसला कर सकती है.

    इनमें सबसे बड़ा फायदा सैलरी से जुड़ा हुआ है. इसमें लंबे समय से चल रही फिटमेंट फैक्टर (Fitment factor) की भी मांग है. सरकार वर्ष 2023 में इस पर फैसला भी ले सकती है. कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार वर्ष 2024 के लोक सभा चुनाव से पहले केंद्रीय कर्मचारियों (Central government employees) को फिटमेंट फैक्टर का तोहफा भी दे सकती है. इसके अलावा महंगाई भत्ता और पुरानी पेंशन बहाली योजना पर भी फैसला लिया जा सकता है.

    कब बढ़ेगा फिटमेंट का फैक्टर?

    कब बढ़ेगा फिटमेंट का फैक्टर?

    नये साल में केंद्रीय कर्मचारियों (Central Government Employees) को अब तक का सबसे बड़ा तोहफा मिल सकता है. पहले महंगाई भत्ता (Dearness allowance), HRA, TA, प्रोमोशन के बाद फिटमेंट फैक्टर पर भी अगले वर्ष बात बन सकती हैं. अगर सूत्रों की मानें तो सरकार सीधे तौर पर कर्मचारियों की सैलरी में 8000 रुपये बढ़ाने पर भी विचार कर सकती है.

    दरअसल,फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से सरकारी कर्मचारियों का बेस स्ट्रॉन्ग हो जाएगा. इस समय कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग (7th pay commission) के तहत ही न्यूनतम वेतन के तौर पर कुल 18000 रुपये मिलते हैं. सरकार अगले साल 1 फरवरी 2023 को पेश होने वाले बजट के बाद केंद्रीय कर्मचारियों की इस डिमांड पर भी फैसला ले सकती है.

    आगामी नये साल में फिर बढ़ेगा महंगाई भत्ता

    आगामी नये साल में फिर बढ़ेगा महंगाई भत्ता

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  • खुशखबरी! शादी के सीजन में सस्ता हुआ Gold – अब महज ₹39715 में खरीदें 10 ग्राम सोना..


    डेस्क : देशभर में शादी-विवाह समेत तमाम तरह के शुभ कार्यक्रम अब शुरू हो चुके हैं। ऐसे में अगर आप भी इस मौके पर सस्ता सोना और चांदी खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। फिलहाल सोना 3247 रुपये प्रति 10 gm और चांदी 18660 रुपये प्रति किग्रा की दर से सस्ता मिल रहा है।

    हालांकि पिछले कारोबारी हफ्ते में सोने की कीमत में एक बड़ी तेजी देखने को मिली। पिछले कारोबारी हफ्ते में सोना 672 रुपये प्रति 10 gm और चांदी 34 प्रति किग्रा की दर से सस्ती हुई। पिछले कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को सोना 52953 रुपये प्रति 10 gm तो चांदी 61320 रुपये प्रति किग्रा के स्तर पर जाकर बंद हुई थी। वहीं इससे पहले के कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन 12 नंवबर 2022 (शुक्रवार) को गोल्ड 52281 रुपये और चांदी 61354 के स्तर पर जाकर बंद हुई थी।

    शनिवार और रविवार को नहीं जारी होता है रेट :

    शनिवार और रविवार को नहीं जारी होता है रेट : गौरतलब है कि इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोशिएशन (IBJA) की तरफ से केंद्रीय सरकार द्वारा घोषित छुट्टियों के अलावा शनिवार और रविवार को रेट जारी नहीं किए जाते हैं। यानी अब सोने-चांदी का नया रेट भी सोमवार को जारी होगा।

    शुक्रवार को यह था सोने और चांदी का रेट :

    शुक्रवार को यह था सोने और चांदी का रेट : इस कारोबारी हफ्ते के 5वें और आखिरी दिन शुक्रवार को सोना (Gold Price) 59 रुपये प्रति 10 gm की दर से महंगा होकर 52953 रुपये प्रति किग्रा के स्तर पर जाकर बंद हुआ। जबकि पिछले कारोबारी दिन गुरुवार को सोना 200 रुपये प्रति 10 gm की दर सस्ता होकर 52894 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर बंद हुआ था।

    शुक्रवार को सोने की तरह चांदी (Silver Price) की कीमत में भी तेजी दर्ज की गई। चांदी 67 रुपये की उछाल के साथ 61320 रुपये प्रति किग्रा पर जाकर बंद हुई। जबकि गुरुवार को चांदी (Silver Rate) 1341 रुपये प्रति किग्रा की दर से सस्ती होकर 61253 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई थीा

    14 से 24 कैरेट गोल्ड का ताजा भाव :

    14 से 24 कैरेट गोल्ड का ताजा भाव : इस तरह शुक्रवार को 24 कैरेट वाला गोल्ड 59 महंगा होकर 52953 रुपये, 23 कैरेट वाला गोल्ड 59 रुपया महंगा होकर 52741 रुपये, 22 कैरेट वाला गोल्ड 54 रुपया महंगा होकर 48505 रुपये, 18 कैरेट वाला गोल्ड 44 रुपया महंगा होकर 39715 रुपये और 14 कैरेट वाला गोल्ड 35 रुपये महंगा होकर 30978 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर जाकर बंद हुआ।

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  • बिजली बिल की चिंता छोड़ दीजिए! आज ही घर में अपनाए ये टिप्स, आधा से भी कम आएगा बिल..


    न्यूज डेस्क : सर्दी ने दस्तक दे दी है। इस मौसम में लोगों के घर में बिजली का बिल अधिक आता है। इससे लोग परेशान काफी रहते हैं। दरअसल सर्दियों में कई ऐसे उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है, जो बिजली काफी खपत करती है। जिससे बिजली का बिल आपके बजट को हिला सकता है। यदि आप बिजली के भारी बिल से बचना चाहते हैं तो आज आपके लिए कई ऐसी ट्रिक लेकर आए हैं जिसे आपका बिजली का बिल कम आएगा।

    बिजली का बिल बचाने के लिए आपको घर में इस्तेमाल किए जाने वाले कई ऐसे उपकरणों को इस्तेमाल करने से बचना होगा। इनमें इंडक्शन चूल्हा शामिल है। यह काफी बिजली खपत करती है। ऐसे में आप गैस बुकिंग का उपयोग कर सकते हैं, ताकि बिजली की खपत कम हो। इसके अलावा बिजली का बिल हाई पावर कंज्यूम्ड कर रही लाइटिंग अधिक खपत करती है। इन लाइटों से आपको बचना होगा। आपके लिए एलईडी बल्ब एक बेहतर विकल्प है। जो कम बिजली खपत पर अधिक रोशनी देने में सक्षम है।

    साथ ही सर्दियों में पानी गर्म करने के लिए लोग कई तरह के इलेक्ट्रिक उपकरण का इस्तेमाल करते हैं, जो ज्यादा बिजली खपत करती है। ऐसे में आप हिट रोड का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह कम समय में पानी गर्म करती है। इससे बिजली का बिल कम आएगा और आपके जेब पर भोज नहीं डालेगी। सर्दियों के मौसम में आप गैस गीजर का इस्तेमाल करें ना कि इलेक्ट्रिक गीजर। इलेक्ट्रिक गीजर बिजली का बिल अधिक खपत करती है।

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