Category: Chhapra News

  • बिहार: छपरा में व्यवसायी से 1 किलो सोना सहित 55 लाख रुपए की बड़ी लूट, पुलिसवाले बनकर आए थे लुटेरे

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के छपरा में लूट की बड़ी घटना सामने आयी है. भगवान बाजार थाना क्षेत्र के भरत मिलाप चौक के पास अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसायी ने 55 लाख के जेवर और कैश लूट लिये. अपराधियों ने बरेली (उत्तर प्रदेश) के व्यवसायी को पुलिस के वेश में अगवा कर लूट की घटना को अंजाम दिया है. बताया जा रहा है कि पुलिस के वेश में आए अपराधियों ने भगवान बाजार से अगवा कर व्यवसायी को जांच के नाम पर डोरीगंज ले गए और छपरा पुल पर व्यवसायी को छोड़कर उनका कैश और जेवर लेकर फरार हो गए. घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.

    लूट की इस बड़ी वारदात के बारे में सदर डीएसपी एमपी सिंह ने बताया कि रात 12 बजे व्यवसायी ने लूटपाट की सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. जिस व्यवसायी से लूटपाट हुई है, वह बरेली का रहने वाला है और उसका नाम अभिलाष वर्मा बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि अभिलाष वर्मा व्यवसाय के सिलसिले में छपरा आया था जहां होटल मणिपुर में विश्राम के लिए वह रुका था. रात में वो वापस स्टेशन जा रहा था तभी पहले से योजना बनाकर अपराधियों ने बोलेरो गाड़ी से उसका पीछा किया और जेल गेट के पास ओवरटेक कर ई-रिक्शा को रोका और व्यवसायी को पुलिस जांच के नाम पर उतार लिया.

    हालांकि व्यवसायी ने पुलिस जांच के नाम पर अपराधियों का सहयोग किया और उसके साथ डोरीगंज के तरफ चले गए जहां जाने पर पता चला कि यह पुलिस नहीं बल्कि अपराधी थे. जिन्होंने लूटपाट के लिए उनको अगवा किया था. अपराधियों ने व्यवसायी को डोरीगंज में उतारकर उसके पास से गहने और कैश ले लिया और फरार हो गए. घटना के बाद व्यवसायी ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही भगवान बाजार पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट गई है और पुलिस का कहना है कि जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा.

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  • छपरा पहुंचे पप्पू यादव, लड़कियों की शादी के लिए मदद का किया ऐलान, कहा-MP-MLA को पता नहीं दारू कहां मिलता है

    लाइव सिटीज पटना: छपरा के मकेर में जहरीली शराब कांड में 11 लोगों की मौत से बिहार में हड़कंप मचा हुआ है. जहरीली शराब पीने से बड़ी संख्‍या में लोगों की मौत के बाद पूरा प्रशासनिक अमला सकते में है. लापरवाही को लेकर जिले के एसपी ने मकेर थानेदार नीरज मिश्रा एवं फुलवरिया भाथा के चौकीदार को सस्‍पेंड कर दिया है. दोषियों की धर-पकड़ के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. वहीं इस घटना पर राजनीति भी शुरु हो गई है. विपक्ष के द्वारा सरकार पर सवाल उठाया जा रहा है. वहीं सरकार की और से कार्रवाई की बात कही जा रही है. इस बीच जाप सुप्रीमो पप्पू यादव मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोली पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और घटना के बारे में जानकारी ली. साथ ही पप्पू यादव ने आर्थिक मदद का ऐलान भी किया.

    जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने छपरा जहरीली शराब कांड के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और आर्थिक मदद का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अभी हमने यहां मृतकों के परिजनों को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक मदद की है, क्योंकि उनकी माली हालत ठीक नहीं है. वहीं और जो बच्ची है, उसकी शादी के लिए 25-25 हजार बच्ची को अलग से दिया जाएगा. इस मौके पर पप्पू यादव ने इस घटना के लिए नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. जाप सुप्रीमो ने कहा कि सरकार से मेरा सीधा सवाल यह है कि इसकी जिम्मेदारी किसकी है.

    पप्पू यादव ने कहा कि सात सालों में इतनी बड़ी बड़ी घटनाएं घटी. कोई थानेदार जेल क्यों नहीं गया, कोई नेता जेल क्यों नहीं गया. उन्होंने नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या सांसद और विधायक को पता नहीं दारू कहां मिलता है. पप्पू यादव ने कहा कि गुजरात मॉडल हो या बिहार, हर जगह जहरीली शराब से लोगों का मरना सरकार के शराबबंदी पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. छपरा में जहरीली शराब पीने से 11 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. आखिर कौन है इसका जिम्मेदार? सत्ता और विपक्ष दोनों से शराब माफिया को संरक्षण हासिल है. अधिकारी शराब बिकवा रहे हैं. तभी बिहार में शराब बंदी फेल हुई है.

    बता दें कि बिहार के छपरा के मकेर में हुई जहरीली शराब कांड में मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोली व भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा गांव में जहरीली शराब पीने से अब तक 11 लोगों की मौत हो गई है. इनमें नौ की मौत पीएमसीएच में जबकि एक की मौत छपरा से पटना ले जाने के दौरान हो गई. वहीं एक अन्‍य की मौत छपरा में ही हो गई. इस घटना से पूरे बिहार में हड़कंप मचा है. लापरवाही को लेकर जिले के एसपी ने मकेर थानेदार नीरज मिश्रा एवं फुलवरिया भाथा के चौकीदार को सस्‍पेंड कर दिया है. दोषियों की धर-पकड़ के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. सारण के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि पुलिस अभी तक 100 से ज्‍यादा लोगों को हिरासत में ले चुकी है. गिरफ्तारी के साथ ही बड़ी मात्रा में अवैध शराब भी बरामद की गई है.

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  • CM नीतीश को सोचना चाहिए जब BJP के साथ सरकार में रहते हैं तभी शराबबंदी विफल क्यों होती है, छपरा कांड पर RJD का हमला

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के छपरा के मकेर में हुई जहरीली शराब कांड में मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोली व भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा गांव में जहरीली शराब पीने से अब तक 11 लोगों की मौत हो गई है. इनमें नौ की मौत पीएमसीएच में जबकि एक की मौत छपरा से पटना ले जाने के दौरान हो गई. वहीं एक अन्‍य की मौत छपरा में ही हो गई. इस घटना से पूरे बिहार में हड़कंप मचा है. लापरवाही को लेकर जिले के एसपी ने मकेर थानेदार नीरज मिश्रा एवं फुलवरिया भाथा के चौकीदार को सस्‍पेंड कर दिया है. इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज है. आरजेडी ने जहरीली शराब से हुई मौतों का जिम्मेदार बिहार सरकार को बताया है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि शराबबंदी के बावजूद इस तरह की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है.

    छपरा में जहरीली शराब से मौत पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि आये दिन लगातार हर जगह से खबर आते रहती है कि जहरीली शराब से लोगों की जान जा रही है. इस मौत का सीधे तौर पर कोई जिम्मेदार है तो वह बिहार की सरकार है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून लागू है. सरकार का सारा तंत्र इसको रोकने में लगा है. इसके बाद भी यह विफल क्यों है. इसका जवाब तो सरकार में बैठे लोगों को देना होगा. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि कार्रवाई के नाम पर आप सिर्फ छोटी मछलियों को फंसाते हैं. चौकीदार-थानेदार पर कार्रवाई होती है. बड़ी मछलियों पर कारवाई कब होगी. शराब तस्कर और शराब माफिया पर सरकार हाथ नहीं डालती है.

    आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जब शराबबंदी महागठबंधन सरकार में लागू हुई तब यह सफल था. जब से एनडीए की सरकार बनी शराबबंदी पूरी तरह से फेल हो गया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सोचना चाहिए कि जब बीजेपी के साथ सरकार में रहते हैं तभी शराबबंदी विफल क्यों होती है. साथ ही बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौत पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सरकार कितने लोगों की और जान लेगी. दरअसल छपरा में जहरीली शराब कांड में मौतों का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को 4 और लोगों की मौत हो गई. इस तरह कुल मृतकों की संख्या 11 पहुंच गई है. वहीं 30 से ज्यादा लोग अब भी बीमार हैं जबकि 11 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. छपरा डीएम राजेश मीणा ने 11 लोगों के मौत की पुष्टि की है. इस मामले में अब राजनीति भी तेज हो गई है. शराबबंदी वाले राज्य में जहरीली शराब से मौत पर विपक्ष सवाल उठा रहा हैं. वहीं सरकार के द्वारा कार्रवाई की बात कही जा रही है. जदयू नेता व बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जहरीली शराब मामले में सरकार कार्रवाई रही है. इस मामले से जुड़े किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा.

    बता दें कि जिले के मकेर और भेल्दी की इस घटना में गुरुवार की देर रात तक 7 लोगों की मौत हुई थी जो अब बढ़कर 11 हो गई. वहीं 11 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. जबकि 30 से ज्यादा लोग अब भी बीमार हैं. जहरीली शराब से प्रभावित तकरीबन 30 लोगों को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था. जिसमें 6 लोगों की मौत हो चुकी है. यहां इलाज के दौरान 6 लोगों की मौत हो गई है. जहरीली शराब से प्रभावित राजनाथ महतो, धनिलाल महतो और सकलदीप महतो की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हुई है. ये तीनों नोनिया टोली के रहनेवाले थे. यह मामला मकेर थाना क्षेत्र का है. मकेर के भाथा फुलवरिया निवासी पारस महतो के बेटे चंदन महतो (35) और काशी महतो के बेटे कमल महतो (70) की मौत गांव में ही हो गई थी, जबकि एक अन्य व्यक्ति की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हुई थी. देर रात आई जानकारी के मुताबिक पीएमसीएच में भर्ती 4 और लोगों की मौत हो गई है.

    बतातें चलें कि जहरीली शराब कांड के बाद मकेर के भाथा नोनिया टोली में दहशत का माहौल है. फिलहाल 30 लोग पीएमसीएच में भर्ती कराए गए थे, जिनमें 6 लोगों की मौत हो गई. पूरे गांव की ब्रेथ एनालाइजर से टेस्ट की जा रही है. छपरा जहरीली शराब कांड को लेकर पीएमसीएच अलर्ट पर है. अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टरों को अलर्ट किया. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आईएस ठाकुर ने ये जानकारी दी है. सदर अस्पताल में भर्ती इन मरीजों का हाल जानने डीएम और एसपी खुद अस्पताल पहुंचे. डीएम राजेश मीणा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते हैं प्रशासन ने अपने स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव भेज दिया है और बीमार लोगों को सरकारी खर्च पर अस्पताल लाया जा रहा है. वहीं शराब तस्करों की गिरफ्तारी के लिए इलाके में छापेमारी भी चल रही है.

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