Category: chirag paswan

  • CM प्रधानमंत्री बनने के लिए प्रदेश से बाहर हैं, सफाई कर्मियों की हड़ताल पर चिराग पासवान का नीतीश कुमार पर हमला

    लाइव सिटीज पटना: पटना समेत पूरे प्रदेश में सफ़ाई कर्मचारियों की हड़ताल पर लोक जन शक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा की पटना शहर सहित पूरे प्रदेश के 40 हजार दैनिक सफ़ाई कर्मचारी कई दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. लेकिन सरकार द्वारा अभी तक कोई भी समाधान नही निकाला गया.

    चिराग पासवान ने कहा कि पटना हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद भी कोई समाधान नहीं निकलना दुर्भाग्यपूर्ण है. राजधानी सहित पूरे प्रदेश के कई शहर की सड़कें कचरा से भर गई हैं. आम आदमी काफी परेशान हैं और मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री बनने के लिए प्रदेश से बाहर हैं. बिहार में 20 लाख रोजगार का वादा किया गया लेकिन जो कर्मचारी पहले से काम कर रहे हैं उनकी मांगें को पूरा करने का कोई भी इरादा नही हैं, सरकार में बैठे लोगों के पास.

    चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री की नीति की वजह से आज प्रदेश में बेरोजगारी और पलायन चरम पर हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से पत्र के माध्यम से मांग करूंगा कि दैनिक सफाई कर्मचारी की मांग जल्द से जल्द पूरा हो. कर्मचारी अपने काम पे लौटे और प्रदेश के आम जन मानस की समस्या का समाधान हो. प्रदेश प्रधान महासचिव संजय पासवान ने बताया कि हमारे नेता चिराग पासवान और हमारी पार्टी सरकार से लड़कर आम लोगों को उनके अधिकार दिलाने में कोई कसर नही छोड़ेगी.

    बता दें कि राज्य भर के नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत के कर्मी 27 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. पटना नगर निगम रात्रि में विशेष सफाई अभियान चलाकर कचरा उठाव करवा रहा है. शहर के मोहल्लों और गलियों से नियमित रूप से कचरा नहीं उठ पा रहा है. इस कारण परेशानी हो रही है. वहीं हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर और बिहार लोकल बाडिज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के नेताओं के बीच शनिवार को तीसरे दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही. बिहार लोकल बा​डिज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने वार्ता विफल होने के बाद निगम मुख्यालय में धरने पर बैठे कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी.

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  • दलितों पर जुल्म के मामले में मुख्यमंत्री खामोश क्यों हैं?, चिराग पासवान की पार्टी का बड़ा हमला

    लाइव सिटीज पटना: चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास ने बिहार में लगातार दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा कि इससे यह स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर में दलित के मान सम्मान एवं उनके जानमाल की हिफाजत के कोई मायने नहीं है. मीडिया प्रभारी निशांत मिश्रा ने बताया कि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने बिहटा थाना अंतर्गत कंचनपुर गांव में सुरेन्द्र पासवान की हत्या पर गहरी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. मृतक के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन देते हुए उन्होंने राज्य सरकार से अविलंब दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है.

    संजय पासवान ने राज्य सरकार पर जोरदार आक्रमण बोलते हुए कहा कि राज्य की विधि व्यवस्था को पूरी तरह लकवा मार गया है और लोग फिर से दहशत में जी रहे हैं. संजय पासवान ने कहा हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान लगातार हर घटनास्थल पर पहुंचकर ना सिर्फ पीड़ित परिवार को आंसू पूछ रहे हैं बल्कि इन बेकसूर दलितों के साथ इंसाफ के लिए चीख चीख कर मुख्यमंत्री की सोई हुई अंतरात्मा को जगाने की कोशिश कर रहे हैं. पर सत्ता के अहंकार में चूर नीतीश जी अनदेखी कर रहे हैं.

    संजय पासवान ने कहा कि शर्मनाक बात तो यह है कि आज दलित समाज के विधायक सांसद और मंत्री इन दर्दनाक घटनाओं पर खामोश बैठे हैं. इन लोगों की इसी याराना अंदाज की वजह से नीतीश कुमार ने भी बिहार में दलितों को मरने के लिए छोड़ दिया है. हमें सख्त लहजे में कहा कि हमारे नेता चिराग पासवान और लोजपा परिवार अकेले ही सभी दलित के जानमाल की हिफाजत के लिए अपना संघर्ष धारदार तरीके से जारी रखें.

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  • तेजस्वी यादव का नाम आते ही चिराग पासवान ने जोड़ लिए हाथ, आखिर क्यों नहीं दे पाए इस सवाल का जवाब?

    लाइव सिटीज पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर हैं. शनिवार को चिराग पासवान पूर्व मंत्री उदय नारायण राय उर्फ भोला राय के राघोपुर के रुस्तमपुर स्थित घर पहुंचे. उन्होंने भोला राय के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया. इस दौरान तेजस्वी यादव को लेकर पूछे गए सवाल पर चिराग पासवान ने चुप्पी साध ली. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को ठंडा करने के बयान के संबंध में जब मीडिया ने चिराग से सवाल पूछा तो उन्होंने हाथ जोड़ लिए. उन्होंने कुछ बोलने से इनकार कर किया. दरअसल बीते दिनों तेजस्वी यादव ने नित्यानंद राय पर इशारों में हमला किया था. उन्होंने कहा था कि बिहार सरकार के मंत्री जो खेला करना चाहते हैं संभल जाएं, ये बिहार है, दिल्ली से कोई बचाने नहीं आएगा. ठंडा कर दिया जाएगा.

    तेजस्वी यादव के सवाल पर चिराग पासवान ने भले ही बोलने से इनकार कर दिया. लेकिन उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पीएम उम्मीदवार बताए जाने पर खूब तंज कसा. चिराग ने कहा है कि मैं नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनने के सपने देखने के लिए शुभकामनाएं देता हूं. भारत का क्या वह रूस के राष्ट्रपति बनने का भी सपना देख सकते हैं. सपना देखने में कोई हर्ज नहीं है. लेकिन उनका इस तरह का सपना कभी भी हकीकत में बदलने वाला नहीं है. उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा.

    चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार सही अर्थों में कुर्सी कुमार हैं. उनकी पार्टी जब बिहार में नंबर एक पार्टी थी तब वह सीएम थे. उनकी पार्टी जब दूसरे नंबर पर आ गई तब भी वह सीएम बने और अब जब उनकी पार्टी बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी है तब भी वह सीएम की कुर्सी पर है. कुर्सी पर खतरा महसूस होते ही वह पाला बदलने लगते हैं. पहले वह महागठबंधन से पाला बदलकर एनडीए के साथ आए थे. वहीं उन्होंने कहा कि नीतीश पीएम बनने का सपना देख रहे हैं तो वह बताएं कि वह कौन सा मॉडल देश को दिखाएंगे.

    बता दें कि आरजेडी नेताओं पर सीबीआई के छापे के अगले दिन बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिना नाम लिए केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय पर निशाना साधते हुए कहा कि एक केंद्रीय मंत्री मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे थे और बिहार में ‘खेला’ होने की योजना बना रहे थे. वे संभल जाएं. ठंडा कर देंगे, बिहार है यहां दिल्ली से कोई बचाने नहीं आएगा. तेजस्वी के इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं का हमला शुरू हो गया और बात असली और नकली यादव तक पहुंच गई. बीजेपी के नेता नित्यानंद राय को असली यादव वहीं तेजस्वी यादव को नकली यादव बताने लगे.

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  • चिराग पासवान ने बढ़ा दी BJP की टेंशन, साथ आने को रखी चार शर्त, नीतीश कुमार पर लगे बैन, चाचा को किया जाए बाहर

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के पाला बदलकर महागठबंधन में शिफ्ट हो जाने के बाद बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. वह बिहार में बिलकुल अकेली हो गई है. इस झटके से उबरने के लिए बीजेपी को बिहार में एक मजबूत साथी की तलाश है. जिसका नाम है चिराग पासवान. हम प्रमुख जीतनराम मांझी भी अब महागठबंधन की रथ पर सवार है. वहीं एनडीए के साथ अब पशुपति पारस गुट की राष्ट्रीय एलजेपी ही रह गई है. बताया जा रहा है कि चिराग पासवान से भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने बात की है. लेकिन उन्होंने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है. चिराग पासवान ने बीजेपी के साथ आने के लिए चार शर्त सामने रखी है. जिसमें नीतीश कुमार की कभी एनडीए में वापसी नहीं हो, वहीं चाचा पशुपति पारस को हटाया जाए.

    बिहार बीजेपी चिराग पासवान को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है. बताया तो यह भी जा रहा है कि बीजेपी के एक केंद्रीय मंत्री ने चिराग पासवान से संपर्क किया था और एक बार फिर से लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) और जमुई सांसद चिराग पासवान को NDA गठबंधन में शामिल कराने की तैयारी में है. इधर राजनीति में लगातार हासिए पर जा रहे चिराग पासवान भी एनडीए में आने के लिए तैयार हैं. लेकिन इसके लिए उन्होंने बीजेपी के साथ कुछ शर्ते रखी है. पहली शर्त यह है कि चिराग पासवान चाहते हैं कि बीजेपी उन्हें यह विश्वास दिलाए की वह भविष्य में भी नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी नहीं कराएंगे. इसके साथ ही चिराग पासवान ने दूसरी शर्त यह रखी है कि उनके चाचा पशुपति कुमार पारस को एनडीए से बाहर किया जाए.

    नीतीश कुमार की कभी एनडीए में वापसी नहीं हो, वहीं चाचा पशुपति पारस को हटाए जाने के अलावे चिराग पासवान ने बीजेपी के सामने दो और शर्त रखी है. चिराग चाहते हैं कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का टिकट अभी ही फाइनल हो जाए और एलजेपी के हिस्से वाली सीट अभी ही तय कर दिए जाए. इसके साथ ही चिराग ने वर्तमान केंद्र सरकार की कैबिनेट में जगह देने की मांग भी की है. बीजेपी नेताओं के संपर्क करने पर चिराग पासवान की पार्टी ने कहा है कि 2024 में लोकसभा चुनाव के नजदीक आने पर ही वो अपने पत्ते खोलेंगे. इससे पहले चिराग पासवान ने बिहार की नई सरकार को लेकर कहा था कि मौसम विज्ञानिक का बेटा हूं इसलिए मैं कुछ चीजें देख सकता हूं. बिहार में मध्यावधि चुनाव होगा और एलजेपी चुनाव की तैयारी कर रही है.

    बीजेपी में आने के लिए चिराग पासवान की 4 शर्तें

    NDA में नीतीश कुमार की कभी वापसी नहीं होगी
    2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का टिकट अभी ही फाइनल हो जाए
    वर्तमान केंद्र सरकार की कैबिनेट में जगह दी जाए
    केंद्रीय मंत्री और चाचा पशुपति कुमार पारस को बाहर किया जाए

    अब सवाल यह है कि आखिर चिराग पासवान को बीजेपी अपने पास क्यों रखना चाहती है. दरअसल बिहार NDA गठबंधन में अब सिर्फ केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ही है. मुकेश सहनी की पार्टी VIP पहले ही NDA से अलग हो गई है. वहीं जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवामी मोर्चा भी महागठबंधन में शामिल हो गई है. बिहार में दलित-महादलित का कुल 16 प्रतिशत वोट बैंक है. इसमें भी 6 प्रतिशत वोट बैंक चिराग पासवान के साथ है. ऐसे में बीजेपी की नजर दलित-महादलित के 6 प्रतिशत वोट बैंक पर है. इस समय चिराग पासवान बीजेपी की मज़बूरी और जरुरत दोनों है.

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  • अकूत संपत्ति बनाने के मामले में जदयू ने RCP सिंह को भेजा नोटिस, चिराग पासवान ने CM नीतीश पर उठाए सवाल, कह दी बड़ी बात

    लाइव सिटीज पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और एक समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे आरसीपी सिंह पर उनकी ही पार्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा है. आरसीपी सिंह पर जदयू में रहते हुए अकूत संपत्ति बनाने का आरोप है. RCP सिंह पर साल 2013-2022 तक प्रॉपर्टी अर्जित करने का आरोप है. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. जिसे लेकर बिहार की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. आरसीपी सिंह को लेकर जेडीयू के भीतर छिड़ी इस जंग ने विपक्षी दलों को उनपर हमला करने का एक मौका दे दिया है. इस बीच चिराग पासवान ने आरसीपी सिंह को नोटिस जारी किए जाने पर जेडीयू और सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.

    आरसीपी सिंह को नोटिस जारी किए जाने पर चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये वही आरसीपी सिंह है जो नीतीश के सबसे करीबी थे. तो क्या नीतीश कुमार एक ऐसे भ्रष्टाचारी को सालों तक अपने करीब रखे रहे. चिराग ने आगे कहा कि यह इस वजह से हो रहा है क्योंकि आरसीपी सिंह अब बीजेपी के करीब है और जेडीयू में दो धड़े हैं. एक जो बीजेपी के ज्यादा करीब और एक जो दिखाने को तो बीजेपी के करीब है लेकिन हकीकत में उतना है नहीं. चिराग पासवान का मानना है कि जेडीयू में सबकुछ ठीक तो नहीं है यह तो साफ दिख रहा है.

    इससे पहले आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जदयू ने आरसीपी सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं. और नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. ये बात लगातार तेजस्वी यादव कह रहे थे कि भ्रष्टाचार हो रहा है. उन्होंने RCP टैक्स नाम दिया था भ्रष्टाचार का RCP टैक्स के नाम से वसूली हो रहा है. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव के आरोप में दम था. जो सही साबित हुआ, जदयू खुद ही इसको स्वीकार कर रही है अब नीतीश कुमार इसकी जांच कराए और दूध का दूध और पानी का पानी करे. भ्रष्टाचार का खेल किस तरह हुआ है. इसका खुलासा जरुरी है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उस समय तेजस्वी की बात पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया लेकिन देर सवेर जदयू ने अपने नेता को नोटिस दिया है.

    आरसीपी सिंह पर साल 2013-2022 तक प्रॉपर्टी अर्जित करने का आरोप है. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें बताया गया है कि आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति बनाई गई है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर विश्वास रखती है. सूचना मिलने पर उसी के आधार पर पार्टी ने नोटिस जारी किया है. पार्टी ने नोटिस जारी कर आरसीपी सिंह से पार्टी में शीर्ष स्तर पर रहते हुए जो भी संपत्ति अर्जित की उसके बारे में जानकारी देने को कहा है. पार्टी को उनके जवाब का इंतजार है, उसके बाद ही पार्टी आगे की कार्रवाई करेगी.

    बता दें कि बिहार जेडीयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को कारण बताओ नोटिस भेजकर अकूत संपत्तियों और अनियमितताओं पर जवाब मांगा है. उमेश कुशवाहा के द्वारा भेजे गए पत्र सह नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें यह उल्लेख है कि अब तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति निबंधित की गई है. इसमें कई तरह की अनियमितताएं नजर आ रही हैं. जदयू ने आरसीपी सिंह से पूछा कि आप इस बात से अवगत हैं कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस पर काम करते हैं और इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद नेता पर कभी कोई दाग नहीं लगा और ना उन्होंने कोई संपत्ति बनाई. इसलिए निर्देशानुसार पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि परिवाद के बिंदुओं पर बिंदुवार अपनी राय से पार्टी को तत्काल अवगत कराएं .

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