Category: Health

  • न्यूज नालंदा – मुस्कान हाईटेक फिजियोथेरेपी क्लीनिक का हुआ शुभारंभ, जानें क्या है खास ….

    बिहारशरीफ के पैलापोखर कागजी मोहल्ला में शुक्रवार को मुस्कान हाईटेक फिजियोथेरेपी क्लिनिक की शुरुआत की गई । क्लीनिक का उद्घाटन पूर्व विधायक नौशादुननवीं उर्फ पप्पू खां के द्वारा किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि खानपान में मिलावट के कारण आज लोग कम उम्र में ही कई तरह के गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं | खासकर हड्डी रोग से ऐसे में दवा के साथ-साथ फिजियोथेरेपी कराने से लोगों को जल्द राहत मिल जाती है । हमारे शहर वासियों के लिए खुशी की बात है कि मुस्कान हाइटेक फिजियोथेरेपी का यह दूसरी शाखा है।लोगों को इनकी इलाज पर काफी भरोसा है । इसी तरह ये दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करें और लोगों की सेवा करें।

    न्यूज नालंदा – मुस्कान हाईटेक फिजियोथेरेपी क्लीनिक का हुआ शुभारंभ, जानें क्या है खास ….

  • न्यूज नालंदा – मकान मालिक हो जाए सावधान , फस सकती है गर्दन , जानें मामला …..

    सदर डीएसपी के नेतृत्व में शनिवार की रात लहेरी थाना पुलिस ने पीर पहाड़ी मोहल्ले में घेराबंदी कर एक मकान से हथियार-कारतूस संग आठ अंतरजिला गिरोह के बदमाशों को गिरफ्तार किया। बदमाश किराए के कमरे में रहकर शहर में बाइक चोरी, लूट की घटना को अंजाम देता था। मौके से तीन कट्‌टा, 8 कारतूस, 5 मोबाइल, एक रेती, एक रॉड व चोरी की दो बाइक बरामद हुई।

    न्यूज नालंदा – मकान मालिक हो जाए सावधान , फस सकती है गर्दन , जानें मामला …..

    डीएसपी मो. शिब्ली नोमानी ने बताया मकान की घेराबंदी कर छापेमारी की गई। मौके से 5 नाबालिग समेत 8 बदमाशों को हथियार-कारतूस के साथ पकड़ा गया। सभी अंतरजिला गिरोह का सदस्य है। जिले में बाइक लूट, चोरी व अन्य आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था। लूटी बाइक की बिक्री बदमाश समीपवर्ती जिला में करते थे।

    सरगना जितेंद्र पर सारे-कतरीसराय और सोहसराय में केस दर्ज है। इसी तरह राजा पर मानपुर थाना में। पूछताछ के आधार पर पुलिस बदमाश के सहयोगियों की तलाश में जुटी है।

  • जाने क्या होता है हृदय में छेद होना और किस तरह समय रहते इसके लक्षणों को पहचाना जा सकता है


    ह्रदय से जुडी समस्याएं आजकल काफी ज्यादा बढ़ रही है। किसी भी उम्र के युवा,प्रौढ़ सभी में इसके लक्षण नजर आ जाते हैं। यहां तक कि बच्चे भी हृदय रोग से ग्रसित होते जा रहे हैं। ह्रदय रोग की समस्या को लेकर शरीर में हमेशा ही अलग अलग तरीके के संकेत मिलते रहते हैं । जो कि लोग इसे समझ नहीं पाते हैं, इसलिए इसका समय रहते इलाज भी नहीं हो पाता है। ह्रदय में छेद होना सबसे गंभीर बीमारियों में से एक है।

    नवजात बच्चों में भी कई बार जन्मजात हृदय में छेद पाया जाता है ,और कई बार फेफड़ों मैं बार-बार इन्फेक्शन होने से भी ह्रदय में छेद हो जाने की संभावना रहती है।कम उम्र में हार्टअटैक होना या दिल की बीमारी का गंभीर हो जाना। इसकी एक वजह दिल में छेद होना भी है। कई बार संकेत मिलने पर भी लोग समझ नहीं पाते और इलाज नहीं ले पाते हैं। वहीं अगर लक्षण समझकर वक्त पर इलाज करवाया जाए तो व्यक्ति की स्थिति गंभीर होने से बचाव किया जा सकता है।

    हृदय में छेद होना क्या है,गर्भावस्था में भी इसका पता चलना संभव

    हृदय में छेद होना क्या है,गर्भावस्था में भी इसका पता चलना संभव हृदय में छेद होने का मतलब होता है। हृदय के ऊपरी दो पक्षों के बीच की दीवार में छेद हो जाना। इसी छेद की वजह से ब्लड एक चेंबर से दूसरे चेंबर में काफी ज्यादा आता जाता रहता है और हृदय सही तरीके से काम नहीं कर पाता है।

    हालांकि अब गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड के जरिए यह पता चल जाता है कि गर्भ में पल रहे शिशु के दिल में छेद है या नहीं, लेकिन यह सिर्फ बड़े छेद में पता चलता है। जब छेद काफी छोटा और महीन सा होता है तो नहीं पता चल पाता है। ऐसे में बच्चों के कुछ लक्षण पर जन्म के बाद से ही ध्यान देना चाहिए ताकि वक्त रहते ही उनका इलाज करवाया जा सके।

    किस तरह के लक्षण बच्चों में देखने को मिलते है हृदय में छेद रहने की स्थिति में

    किस तरह के लक्षण बच्चों में देखने को मिलते है हृदय में छेद रहने की स्थिति में दिल में छेद रहने पर शुरुआती दौर पर कुछ सामान्य लक्षण नजर आते हैं। जैसे शिशु के शरीर का तापमान हमेशा ज्यादा रहना और शरीर गर्म रहने के बावजूद भी कपकपी होते रहना। बार-बार बच्चे को सांस लेने में तकलीफ होना तथा फेफड़ों का संक्रमण होते रहना।

    वजन का कम बढ़ना। अचानक से पसीना शरीर में काफी आ जाना। होठों के आसपास का भाग नीला पड़ना तथा शरीर का हमेशा पीला पड़ जाना।बोलते वक्त बच्चे का असहज हो जाना। सामान्य गति से ना बोल पाना। अगर इस तरह के लक्षण बच्चों में या नवजात में दिखे तो बच्चों को जल्द से जल्द किसी कार्डियोलॉजिस्ट के संपर्क में जरूर ले जाना चाहिए। ताकि सही इलाज़ मिल सके।

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