Category: India

  • New Traffic Rule : अब कार के शीशे गंदे होने पर भी कटेगा चालान, जानें – क्या है नियम..


    डेस्क : दुनिया मे बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो अपनी कार पर जरा भी धूल नहीं जमने देते. ये लोग अपनी कार को समय पर वॉश कराते हैं और समय-समय पर पॉलिश भी कराते रहते हैं. हालांकि, दूसरी तरफ कई लोग ऐसे भी होत हैं, जो समय पर कार को साफ नहीं करते हैं और वह गंदी कार को ही ड्राइव करते रहते हैं. अगर आप दूसरे प्रकार के व्यक्ति हैं, यानी कि आपकी कार अक्सर गंदी ही रहती है और आपसे किसी ने कहा है कि अगर कार के शीशे गंदे हों तो पुलिस चालान भी काट सकती है, तो आपको फिक्र करने की कोई जरूरत नहीं है. इस बात में दम नही हैं.

    कार के शीशे गंदे होने पर चालान का कोई नियम नहीं :

    कार के शीशे गंदे होने पर चालान का कोई नियम नहीं : मौजूदा मोटर व्हीकल एक्ट में ऐसा कोई भी नियम नहीं है, जिसके तहत कार के शीशे गंदे होने पर आपका चालान काटा जा सकता हो. कार के शीशे गंदे होने पर चालान काटने का कोई प्रावधान नहीं है. इस संबंध में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के ऑफिस की तरफ से वर्ष 2019 में ट्वीट करके जानकारी भी दी गई थी. 25 सितंबर 2019 को नितिन गडकरी के ऑफिस ने Tweet किया था, जिसमें कहा गय था कि नए मोटर व्हीकल एक्ट में कार के शीशे गंदे होने पर भी चालान काटने का प्रावधान नहीं है.

    ऐसा करने पर चालान नही होता :

    ऐसा करने पर चालान नही होता : इस Tweet में सिर्फ इसी को लेकर नहीं बल्कि कई और बातों को लेकर भी चालान नहीं काटे जाने की बात कही गई थी, जैसे- इसमें कहा गया था कि नये मोटर व्हीकल एक्ट (जो अभी लागू है) में चप्पल पहनकर वाहन चलाने, गाड़ी में एक्स्ट्रा बल्ब न रखने, लुंगी में गाड़ी चलाने या आधी बांह की शर्ट पहनकर गाड़ी चलाने पर चालान का कोई प्रावधान नहीं है.

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  • सोना खरीदने का अच्छा मौका, चांदी और सोने दोनों में हुई भारी गिरावट


    Desk : बीते कारोबारी हफ्ते जहां सोने के भाव में गिरावट दिखी तो चांदी की चमक और बढ़ गई थी। पिछले हफ्ते जहां सोना 293 रुपये प्रति 10 ग्राम के दर से सस्ता हुआ तो चांदी 509 प्रति किलो की दर से महंगी हुई थी। हालांकि इस समय भी सोना अपने ऑलटाइम हाई रेट से 3540 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 18151 रुपये प्रति किलो की दर से सस्ता बिक रही है।

    पिछले कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को सोना 52660 रुपये प्रति 10 ग्राम तो चांदी 61829 रुपये प्रति किलो के दर से बंद हुई। इसके पिछले कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन 19 नंवबर 2022 (शुक्रवार) को सोना 52953 रुपये और चांदी 61320 के दर से बंद हुआ था।

    वीकेंड पर जारी नहीं होते भाव :

    वीकेंड पर जारी नहीं होते भाव : आपको बता दें इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोशिएशन (IBJA) की ओर से केंद्रीय सरकार द्वारा घोषित छुट्टियों के अलावा शनिवार और रविवार को सोना और चांदी के रेट जारी नहीं होते। यानी अब सोने-चांदी का नया रेट सोमवार को जारी होगा।

    शुक्रवार को ये था सोने और चांदी का रेट :

    शुक्रवार को ये था सोने और चांदी का रेट : इस कारोबारी आखिरी दिन यानी शुक्रवार को सोना (Gold Price) 53 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से सस्ता हुआ था, जिसके बाद सोना 52660 रुपये प्रति किलो के दर से बंद हुआ था। वहीं उसके पहले कारोबारी दिन यानी गुरुवार oo सोना 295 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से महंगा होकर 52713 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था।

    केवल सोना ही नहीं चांदी की कीमतों में गिरावट देखी गई है। शुक्रवार को चांदी 437 रुपये की गिरावट के साथ 61829 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। वहीं, उसके पहले यानी गुरुवार को चांदी (Silver Rate) 566 रुपये प्रति किलो की तेजी के साथ 62266 रुपये प्रति किलो के स्तर पर दर्ज की गई थी।

    14 से 24 कैरेट सोने के लेटेस्ट रेट :

    14 से 24 कैरेट सोने के लेटेस्ट रेट : बता दें शुक्रवार को 24 कैरेट वाला सोना 53 सस्ता होकर 52660 रुपये, 23 कैरेट वाला सोना 53 रुपया सस्ता होकर 52449 रुपये, 22 कैरेट वाला सोना 48 रुपया सस्ता होकर 48237 रुपये, 18 कैरेट वाला सोना 40 रुपया सस्ता होकर 39495 रुपये और 14 कैरेट वाला सोना 31 रुपये सस्ता होकर 30806 रुपये प्रति 10 ग्राम के दर से बंद हुआ है।

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  • Indian Railway : दिल्ली-हावड़ा रूट पर जल्द दौड़ेगी Bullet Train, जानें – कहां कहां होगा स्टेशन..


    डेस्क : बिहार से नई दिल्ली जाने के लिए रेलवे की ओर से एक बड़ी सौगात की कवायद भी चल रही है. रेलयात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे ने एक बड़ा कदम भी उठाया है. बहुत ही जल्द दिल्ली से हावड़ा रूट पर बुलेट ट्रेन भी दौड़ेगी. इस प्रक्रिया को पूरी करने को लेकर पंडित दिनदयाल से लेकर पटना से हावड़ा मार्ग पर काम चल रहा है. रेल की पटरी बदली जा रही है.

    संभावना यह है कि बक्सर जिले में उसका स्टॉपेज भी हो सकता है. रेलवे के अधिकारी और जिला प्रशासन स्टेशन और ट्रैक बनाने के लिए जमीन भी चिह्नित करने की तैयारी में है. बुलेट ट्रेन का परिचालन बिहार के पटना से शुरू होने के बाद अब पटना से दिल्ली तक का सफर महज 6 घंटे में पूरा हो जाएगा. इसके लिए बिहार में हाइ स्पीड रेल कॉरिडोर के सर्वे का काम भी पूरा हो गया है.

    रेल कॉरिडोर का ट्रैक पूरी तरह से होना हैं एलिवेटेड

    रेल कॉरिडोर का ट्रैक पूरी तरह से होना हैं एलिवेटेड

    रेल कॉरिडोर का ट्रैक पूरी तरह से अब एलिवेटेड होगा. इस हाइ स्पीड रेल ट्रेन के स्टेशन बक्सर, पटना और गया जिले में बनाये जायेंगे. लगभग इसकी तैयारी भी पूरी हो गयी है. इसके लिए अधिकारी का काम शुरू कर सकते हैं. रेलवे के अधिकारियों की मानें तो बक्सर जिले में बुलेट ट्रेन का स्टॉपेज भी होगा. ऐसी चर्चा भी चल रही है. 1 से 2 माह में अधिकारी बक्सर आकर इसका जायजा भी लेंगे. बुलेट ट्रेन के लिए अलग से ट्रैक बनाया जायेगा. जहां दोनों तरफ से चहारदीवारी भी बनायी जायेगी. इसके लिए रेलवे की ओर से फंड भी आ गया है. हालांकि रेलवे के अधिकारी अभी इस बारे में अधिकारिक जानकारी देने से बचते दिख रहे हैं.

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  • कैसे बनेगा श्रद्धा का डेथ सर्टिफिकेट, जारी करने की जिम्मेदारी किसकी? सामने हैं कई चुनौतियां


    Desk : किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसका डेथ सर्टिफिकेट यानी मृत्यु प्रमाण पत्र, बनाना अनिवार्य होता है। ये एक ऐसा दस्तावेज है जो मृत्यु के बाद व्यक्ति के परिजनों के काम आता है। हालाँकि यदि किसी की मृत्यु असमान्य है यानि उसकी हत्या हुई है तो ऐसे में मृत्यु प्रमाण पत्र का होना बेहद ज़रूरी है।सामान्य मौत या मर्डर हो तो उतनी परेशानी नहीं होती। पर यदि लाश को कई टुकड़ों में काट दिया जाये और शरीर का पूरा हिस्सा न मिले तो कैसे बनेगा डेथ सर्टिफिकेट? कुछ ऐसे ही सवाल श्रद्धा वॉकर मर्डर कांड में खड़े हो रहे हैं।

    जिस क्रूरता से आफताब ने श्रद्धा वॉकर का मर्डर किया है उसके बाद उसके शरीर को जानना या पहचानना भी मुश्किल हो गया है। किसी भी व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए उसके मृत शरीर का या उसके मृत पाए जाना अनिवार्य होता है। जिसके बाद डॉक्टर जाँच कर मृत घोषित करते हैं और फिर पोस्टमार्टम और आगे की प्रक्रिया होती है। जिसके बाद ऐसा कहा जा सकता है कि श्रद्धा का केस काफी गंभीर है। उसकी हत्या कर पहले तो उसके शरीर को कई टुकड़ों में काटा गया जिसके बाद उन टुकड़ों को कई जगहों पर फेंक दिया गया।

    अब ऐसे में बात ये है की किसी को भी मृत घोषित करने के लिए उसके मृत शरीर का होना ज़रूरी होता है। जिसके बाद ही उस व्यक्ति को मृत करार देकर उसका प्रमाण पत्र बनाया जाता है। अब बात ये हैं की श्रद्धा की पहचान जाहिर करने और आफताब को गुनहगार साबित करने के लिए डेथ सर्टिफिकेट होना बेहद आवश्यक है। तो ये कैसे होगा आपको बताते हैं

    ऐसा कहते हैं नियम : जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम, 1969 के अनुसार जो नियम निर्धारित किये गए हैं, उसमें बताया गया है कि हर मनुष्य के जन्म और मृत्यु को पंजीकृत करना अनिवार्य होता है। मृत्यु चाहे जिस भी कारन से हुई हो, ऐसे में आम तौर पर एक निकाय है जो सभी जानकारियां हासिल करने में मदद करता है। पर तब स्थिति चुनौतीपूर्ण हो जाती है, जब मृतक का शरीर पर्याप्त नहीं होता है या केवल कंकाल अवशेष मिलते है। तो मृत्यु दर्ज करना और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करना बहुत चुनौतीपूर्ण हो जाता है. परिजनों और जांच एजेंसी के लिए यह संकट वाले हालात हो जाते हैं।

    कहां फंसेगा कानूनी पेंच? संपत्ति आदि के लिए मृत्यु के बाद मृत्यु प्रमाणपत्र अहम दस्तावेज होता है। वहीं अदालत में हत्या साबित करने के लिए भी मौत की तारीख जरूरी होती है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या जांच एजेंसियां ​​किसी तारीख का अनुमान लगाएंगी या इसके बजाय केस दर्ज करने की तारीख नोट करेंगी? दोनों ही मामलों में विवाद पैदा होगा। साथ ही यह केस को भी कमजोर करेगा। यदि रिपोर्टिंग की तारीख ली जाती है, तो यह तर्क दिया जा सकता है कि यह गलत है। अनुमान के मामले में, उत्तराधिकार की कार्यवाही सीमा से परे हो सकती है।

    जांच एजेंसी की सबसे बड़ी चुनौती : हर स्वस्थ्य इंसान के शरीर में करीब 206 हड्डियां होती हैं। पर इस मर्डर काण्ड में श्रद्धा के शरीर के कुछ हिस्से ही पुलिस को मिले हैं। पुलिस के सामने बरामद किए गए हर टुकड़े और हर टुकड़े की पहचान करना बेहद मुश्किल हो गया है। मृतक की पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग के माध्यम से उनका मिलान करना सबसे बड़ी समस्या होगी। यदि यह मेल नहीं खाता है तो अभियोजन पक्ष का पूरा मामला निष्प्रभावी हो जाएगा और कहीं न कहीं इसका फायदा आफ़ताब को मिलेगा।

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  • Indian Railway : क्या आप जल्‍दबाजी में नही खरीद पाएं Train Ticket? तो ऐसे करें यात्रा, जानें – खास नियम…


    Indian Railway : रेल से सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. आप बिना टिकट के ही रेल से कितनी भी दूरी की यात्रा कर सकते हैं. कई बार अचानक यात्रा करने का प्‍लान भी बन जाता है, ऐसे में टिकट नहीं मिलता है तो काफी परेशानी भी होती है और फिर या तो यात्रा कैंसिल करनी पड़ती है या मजबूरन कुछ महंगा साधन लेना ही पड़ता है. ऐसे लोगों को आगे से परेशानी नही हो, इसके लिए रेलवे ने एक खास नियम बनाया है, जिसके तहत आप बेहद आसानी से बिना टिकट के यात्रा कर सकते हैं।

    प्लेटफॉर्म टिकट से रेल यात्रा

    प्लेटफॉर्म टिकट से रेल यात्रा

    रेलवे नियमों के मुताबिक, अगर आपके पास रिजर्वेशन का टिकट नहीं है और आप ट्रेन से कहीं भी यात्रा करना चाहते हैं तो आप प्‍लेटफॉर्म टिकट (Platform Ticket Rules) खरीद कर भी ट्रेन में चढ़ सकते हैं और उसके बाद आसानी से टिकट चेकर TTE के पास जाकर टिकट ले सकते हैं. यह नियम (Indian Railways Rules) रेलवे का ही है. इसलिए बेझिझक आप इसका फायदा उठाया जा सकता है. इसके लिए आप प्लेटफॉर्म टिकट ले लें और तुरंत TTE से संपर्क करें, TTE आपके गन्तव्य स्थल तक के लिए आपकी टिकट बना देगा.

    अगर सीट खाली नहीं है

    अगर सीट खाली नहीं है

    अगर ट्रेन में उस समय सीट खाली नहीं रहती है तो TTE आपको रिजर्व सीट देने से मना कर देगा, लेकिन आप यात्रा जरूर कर सकते हैं. कहने का मतलब है कि TTE आपको यात्रा करने से नहीं रोक सकता. अगर आपके पास रिजर्वेशन टिकट नहीं रहता है तो इस स्थिति में आपसे 250 रुपये की पेनल्टी भी वसूली जाएगी और यात्रा का किराया भी आपसे वसूला जाएगा. रेलवे के इस नियम के बारे में आपको जानकारी जरूर होना चाहिए.

    प्लेटफॉर्म टिकट के क्या हैं फायदे

    प्लेटफॉर्म टिकट के क्या हैं फायदे

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  • Indian Railway : क्या आप जानते है चलती ट्रेन में चेन पुलिंग की अनुमति कब होती है? आज जान लीजिए..


    Indian Railway : इंडियन रेलवे एक विशाल रेल नेटवर्क है। इससे रोजाना लाखों लोग सफर भी करते हैं। भारतीय रेलवे के कुछ नियम हैं जो यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक यात्री को यात्रा का सर्वोत्तम अनुभव भी मिले और रेल नेटवर्क अच्छी तरह से कार्य करे। अगर आप रेल यात्री हैं तो आपको इंडियन रेलवे के नियमों के बारे में यह पता होना चाहिए। इससे यह फायदा भी मिलेगा कि कभी अगर आप फंस भी चुके हों तो यह नियम जो आपको पता ही नहीं, आपके काम आ सकता है। इनमें एक चेन पुलिंग का जो मामला है, वो काफी खास है।

    अक्सर लोग हँसी मजाक में या अपनी सुविधा के अनुसार, जैसे जिस स्टेशन पर ट्रेन रुकती ही नहीं, उसके आते ही लोग चेन पुलिंग कर देते हैं। ऐसे में ट्रेन की गतिविधियां भी प्रभावित होती हैं। साथ ही ऐसा कार्य अपराध की श्रेणी में भी आता है। हालांकि, ऐसे भी देखा जाता है कि जब आप वास्तव में किसी इमरजेंसी में होते हैं, तो तब भी चेन को नहीं खींचते, यह सोचकर कि कहीं आपको जेल न हो जाए। इसलिए आपको इसके बारे में जरूरी जानकारी होनी चाहिए।

    इंडियन रेलवे का चेन पुलिंग नियम

    इंडियन रेलवे का चेन पुलिंग नियम

    जब हम ट्रेन में चेन पुलिंग करते हुए किसी व्यक्ति को देखते हैं, तो हम भी अक्सर प्रयोग करना चाहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ट्रेन की चेन खींचना और बिना वजह ट्रेन को रोकना भी कानूनी अपराध है। ट्रेन में अलार्म चेन सिस्टम आपातकालीन स्थिति के लिए है। ट्रेन में चेन पुलिंग की इजाजत सिर्फ तभी दी जाती है जब कोई साथी, बच्चा, बुजुर्ग या विकलांग व्यक्ति छूट जाता हैं, ट्रेन में किसी भी तरह की दुर्घटना या अन्य आपात स्थिति पैदा होने पर तब यह चेन खींची जा सकती है। चलती ट्रेन में जंजीर खींचने का कोई ठोस कारण भी होना चाहिए।

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  • गजब! प्यार में मिला धोखा तो खोल ली चाय की दुकान, नाम रखा ‘M बेवफा चाय वाला’..


    डेस्क : मध्य प्रदेश में राजगढ़ जिले के खिलचीपुर नगर के बस स्टैंड के पास स्थित एक चाय की दुकान लोगों का ध्यान खूब आकर्षित कर रही है. सोशल मीडिया पर भी इस दुकान की खूब चर्चा भी हो रही है. इस दुकान की चाय से ज्यादा लोकप्रिय इसका नाम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. जिसका नाम है ‘M बेवफा चाय वाला’.

    अगर यह नाम आपको कुछ अटपटा लग रहा है तो आपको बता दें कि इस नाम के पीछे एक असफल प्रेमी का दर्द छुपा हुआ है. जिसका कहना है कि उसे अपनी प्रेमिका से प्यार में जबरजस्त धोखा मिला है. अंग्रेजी वर्णमाला के M अक्षर से युवक की पूर्व प्रेमिका का नाम शुरू होता है. दरअसल युवक ने यह नाम अपने पूर्व प्रेमिका को चिढ़ाने और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ही रखा है।

    इस दुकान पर चाय की कीमतें भी अलग-अलग है और काफी दिलचस्प आधार पर यह कीमतें तय भी होती हैं. जैसे अगर कोई प्रेमी जोड़ा इस दुकान पर चाय पीएगा तो उन्हें एक चाय की 10 रुपये तक कीमत देनी होगा. कोई दिलजले आशिक अगर चाय पीने पहुंचेगा तो 5 रुपये का दाम मिलेगा.

    अब बात करते हैं कि दुकान खोलने वाले इस युवक की. इस युवक का नाम है अंतर गुर्जर. अंतर गुर्जर का कहना है कि उसकी 5 साल पहले एक शादी में आयी एक लड़की से मुलाकात हुयी थी. पहली मुलाकात के बाद से ही दोनों में दोस्ती हो गई। दोनों ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर भी शेयर किया और फिर मोबाइल पर शुरू हुआ बातचीत का सिलसिला जो कि 1.5 साल तक चलता रहा.

    जब अंतर के टूटे सपने : अंतर गुर्जर के मुताबिक दोनों की शादी में कोई अड़चन नहीं क्योंकि दोनों एक ही समाज से आते बहिनथे. लेकिन अंतर गुर्जर के सपने पूरे नहीं हो सके और उसकी प्रेमिका की कहीं और ही सगाई हो गयी और लड़की ने प्रेमी अंतर से शादी करने से साफ इनकार कर दिया. लड़की अंतर गुर्जर से कहा कि जिसके साथ मेरी शादी हो रही है वह अच्छा खासा कमाता है तुम्हारे पास क्या है.

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  • Indian Railway : ट्रेन में सोने के बदले नियम – जान लीजिए वरना मुश्किल में पड़ जाएंगे..


    डेस्क : इंडियन रेलवे ने ट्रेन में सफर करने के लिए कुछ नियमों में बदलाव भी किया है। ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आप बदले हुए नियमों के बारे में पूरी तरह से अपडेट रहें। नए नियम खासतौर पर रात में सफर करने वाले यात्रियों पर ही लागू होंगे। रेलवे बोर्ड द्वारा यात्रियों से कुछ लोगों द्वारा रात में मोबाइल पर तेज आवाज में बात करने या फिर संगीत सुनने की शिकायत मिलने के बाद से यह कदम उठाया गया है।

    लिया गया यह फैसला

    लिया गया यह फैसला

    इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड ने यह निर्णय लिया है कि आपकी रात्रि यात्रा के दौरान रात 10 बजे के बाद से किसी भी रेलयात्री को मोबाइल पर तेज आवाज में बात करने की अनुमति नहीं होगी और न ही कोई यात्री तेज आवाज में संगीत सुन सकेगा। यात्रियों की शिकायत मिलने पर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। इसके बाद भी यदि ट्रेन में सो रहे यात्रियों को अगर कोई परेशानी होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी रेल प्रशासन की होगी।

    रेल स्टाफ भी रात में करेगा शांति से काम

    रेल स्टाफ भी रात में करेगा शांति से काम

    तेज आवाज की शिकायत के अलावा लोग रात में लाइट जलने की भी अक्सर शिकायत करते रहते हैं। इस नए नियम के मुताबिक रात के सफर में रात वाली लाइट को छोड़कर सभी लाइटें पूर्णत बंद करनी होंगी। ऐसी शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी की जा सकती है। वहीं, रात में चैकिंग स्टाफ, RPF, इलेक्ट्रीशियन, कैटरिंग स्टाफ व मेंटेनेंस स्टाफ भी अब शांति से काम करेगा। इससे पहले रेलवे ने हाल ही में ट्रेनों के अंदर लिनेन, कंबल और पर्दे को उपलब्ध कराना फिर से शुरू करने के आदेश जारी कर दिए थे। देश में बढ़ते COVID-19 मामलों को देखते हुए इस पर प्रतिबंध लगाए गए थे।

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  • कर्ज में डूब गई अनिल अंबानी की कंपनी – अब Mukesh Ambani खरीदेंगे.. जानें – कितने में डील हुई..


    न्यूज डेस्क: मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी कर्ज में डूबे हुए बताए जाते हैं वही दूसरे भाई दिनों दिन बुलंदियों पर चल रहे हैं इसी बीच एक खबरें सामने आ रही है कि अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन का टावर और 5 बिजनेस मुकेश अंबानी खरीदेंगे। यह एक बड़ी डील है। एचडी की कीमत की बात कही तो 37 सौ करोड़ रुपए में हुई है। बतादें कि Jio की सहायक कंपनी Reliance Projects and Property Management Services, Reliance Infratel (RITL) का अधिग्रहण करेगी।

    कंपनी पर 41,500 का है कर्ज

    आरआईटीएल आर-कॉम के टावर और फाइबर संपत्तियों की होल्डिंग कंपनी है। अनिल अंबानी ने 45,000 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया भुगतान करने में विफल रहने के लिए दिवाला और दिवालियापन संहिता (IBC) के तहत 2019 में R-Com के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इसमें से RITL पर 41,500 करोड़ रुपये का कर्ज है।

    ट्रिब्यूनल ने सोमवार को Jio को RITL के अधिग्रहण के लिए मंजूरी दे दी। एनसीएलटी ने जियो से कहा है कि वह आर-कॉम के टावर और फाइबर संपत्तियों के अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के एस्क्रो खाते में 3,720 करोड़ रुपये जमा करे। कर्जदाताओं की समिति ने 4 मार्च, 2020 को 100 फीसदी मतों के साथ जियो के समाधान योजना को मंजूरी दी थी।

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  • खुल गया राज – श्रद्धा के मोबाइल में छिपा था हत्या का राज, अब खुलेगी आफताब के अपराध की पूरी कुंडली..


    डेस्क : देश के चर्चित श्रद्धा हत्याकांड में रोज नए खुलासे हो रहे हैं आफताब पूनावाला ने श्रद्धा वाकर का मर्डर क्यों किया. इस सवाल का जवाब अभी तलाश किया जा रहा है, लेकिन अब इस पूरी स्टोरी में श्रद्धा के मोबाइल में मौजूद एक वीडियो की एंट्री भी हो गई, जिसे श्रद्धा वाकर ने आफताब के जाल से बच निकलने की चाबी मानती थी. श्रद्धा वाकर के एक दोस्त से मिली एक्सक्लूजिव जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो अगर मिल जाता है तो श्रद्धा वाकर मर्डर केस में बहुत बड़ा खुलासा हो सकता है.

    खुल रहे हैं आफताब के सारे पोल

    आफताब पूनावाला ने जून में वसई से दिल्ली कुल 37 सामान शिफ्ट करवाये थे. इसके पीछे भी कातिल आफताब की एक सोची समझी साजिश थी. पुलिस से मिली एक जानकारी के मुताबिक, आफताब यह दिखाने की कोशिश में लगा था कि श्रद्धा उसे छोड़कर चली गयी और अपने साथ लाए गए हाउस होल्ड आइटम को भी लेकर चली गई और उसे अपनी जरूरत के सामान दोबारा वसई से मंगाने पड़े. इसके लिए उसने बाकायदा एक पैकर्स कंपनी से सामान मंगवाने के लिए Online बुकिंग की थी.

    बढ़ गई हैं आफताब की पुलिस हिरासत

    बढ़ गई हैं आफताब की पुलिस हिरासत

    उधर, दिल्ली की एक अदालत ने आरोपी आफताब की पुलिस हिरासत मंगलवार को और 4 दिन के लिए बढ़ा दी, जबकि एक अन्य न्यायालय ने उसका पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की भी इजाजत दे दी. आपताब की 5 दिनों की पुलिस हिरासत आज खत्म हो रही थी.

    वहीं दूसरी तरफ बचाव पक्ष के वकील के मुताबिक, आफताब पूनावाला ने अदालत को बताया कि उसने क्षणिक आवेश में आकर वारदात को अंजाम भी दिया. उसने अदालत के समक्ष यह भी कहा कि वह पुलिस के साथ सहयोग कर रहा है. वही मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला ने कहा, जांच अधिकारी द्वारा बताए गए कारणों के मद्देनजर, इस न्यायालय की यह राय है कि मामले में जांच के निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए आरोपी की पुलिस हिरासत भी बढ़ाई जाए. तदनुसार, आरोपी को 26 नवंबर तक 4 दिनों की अतिरिक्त अवधि के लिए पुलिस हिरासत में भी भेजा जाता है.

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