Category: India

  • क्या आपका Train Ticket नही हुआ कंफर्म? तो FREE में करें हवाई यात्रा, जानें – खास ऑफर के बारे में..


    न्यूज डेस्क : यदि आप कहीं यात्रा पर निकलना चाहते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। देश में ट्रेनमैन के नाम से एक ऐप काफी प्रचलित है। यह ऐप रेलवे टिकट बुक करने का काम करता है। इस ऐप पर एक ऑफर चल रहा है। जिसके तहत यात्रियों को ट्रिप इंश्योरेंस दिया जा रहा है।

    कंपनी के सीईओ विनीत चिरानिया का कहना है कि इस ऑफर में यदि आपका ट्रेन का टिकट कंफर्म नहीं होता है तो आपको फ्लाइट का फ्री टिकट दिया जाने का प्रावधान है। जी हां ट्रेन टिकट कंफर्म नहीं होने पर फ्लाइट के सफर का आनंद मिल सकता है। तो आइए विस्तार से जानते हैं।

    ट्रेनमैन ने कहा कि यह ऑफर सुनिश्चित करता है कि ट्रेनमैन ऐप पर टिकट बुक करते समय प्रदान किए गए पूर्वानुमान मीटर पर प्रदर्शित प्रतिशत स्कोर की जांच करके प्रतीक्षा सूची वाले यात्री को यात्रा की गारंटी दी जाती है। यदि भविष्यवाणी मीटर 90% या अधिक दिखाता है, 1 रुपया ट्रिप आश्वासन शुल्क
    और अगर 90% से कम है, तो टिकट वर्ग के आधार पर मामूली शुल्क लिया जाता है।

    यात्रा आश्वासन शुल्क एक रुपया से 300 रुपया तक

    यात्रा आश्वासन शुल्क एक रुपया से 300 रुपया तक

    इस ऑफ़र का फायदा उठाने के लिए, आपको ट्रेनमैन ऐप पर प्रतीक्षा सूची वाली ट्रेन टिकट बुक करते समय ट्रिप एश्योरेंस का विकल्प चुनना होगा। ‘ट्रिप एश्योरेंस’ के लिए केवल मामूली शुल्क है, जो 1 रुपये से शुरू होता है। इसका अधिकतम शुल्क 300 रुपये है और वर्तमान में यह सभी राजधानी ट्रेनों और अन्य ट्रेनों में टिकट बुकिंग के लिए लागू है।

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  • Indian Railway : क्या आपका भी टिकट RAC है तो जान लें सीट मिलेगी या नहीं..


    न्यूज डेस्क : देश में ट्रेन से सफर करने वालों की संख्या कभी कम नहीं होती। हर रोज लोग कहीं न कहीं सफर पर निकले होते हैं और इनकी पहली पसंद भारतीय रेल है। भारतीय रेल अपने यात्रियों को कम पैसों में अधिक दूरी की सफर करवाता है। ऐसे में लोग इसे सफर करना ज्यादा पसंद करते हैं।

    लेकिन लंबी यात्रा के लिए ट्रेन में टिकट मिलना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में यदि आप टिकट बुक करते हैं और आपका टिकट आरएसी है तो क्या आपको सीट मिलेगी? तो आइए टिकट में आरएसी लिखे होने का मतलब और इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

    RAC से जुड़ी जानकारी

    RAC से जुड़ी जानकारी

    RAC टिकट में आपको बैठने के लिए सीट दी जाती है। यानी आधी सीट के अधिकारी आप होते हैं। वहीं इस का फुल फॉर्म Reservation Against Cancellation (RAC) है। इसके तहत यदि किसी व्यक्ति का सीट कैंसिल होता है तो आपको पूरी सीट मिलेगी। RAC के तहत एक सीट पर 2 आदमी को बैठना होता है। ऐसे में यदि दोनों व्यक्ति में से किसी एक के टिकट कैंसिल करने की स्थिति में पूरी सीट मिलेगी।

    किस कोच में कितने RAC सीट

    किस कोच में कितने RAC सीट

    RAC की बात करें तो यह हर श्रेणी में मौजूद है। स्लीपर कोच में आरएसी टिकट है तो आपको साइड लोअर सीट दी जाएगी। इस कोच में 7 सीटें रिजर्व होती है। इन सीटों पर कुल 14 यात्री सफर करते हैं। इसके अलावा थ्री टियर एयर कंडीशन क्लास में 4 सीटर RAC के लिए है। इसमें 8 यात्री सफर करते हैं। टू टियर एसी क्लास में भी आरएसी के लिए सीट 3 सीट रिजर्व है।

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  • अब भारत में यहां लगेगी i-Phone मैन्युफैक्चरिंग यूनिट – 60 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार..


    डेस्क : दुनिया भर में सभी कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं या छंटनी की योजना बना रही हैं. इस बीच केंद्रीय दूरसंचार और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने मंगलवार को कहा कि भारत में आईफोन (iPhone) बनाने के लिए एप्पल (Apple) का सबसे बड़ा कारखाना बेंगलुरु के होसुर (Hosur) के पास स्थापित किया जा रहा है. इस कारखाने में करीब 60 हजार लोग कार्य भी करेंगे.

    6 हजार आदिवासी महिलाओं को iPhone बनाने का प्रशिक्षण अश्विनी वैष्णव ने आदिवासी गौरव दिवस समारोह में कहा कि रांची और हजारीबाग के आसपास रहने वाली कुल 6 हजार आदिवासी महिलाओं को iPhone बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘Apple का आईफोन अब भारत में बन रहा है और इसका देश में सबसे बड़ा कारखाना बेंगलुरु के पास होसुर में स्थापित किया जा रहा है. एक कारखाने में 60,000 लोग काम भी करेंगे.’’

    iPhone कारखाना स्थापित करने के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को ठेका

    iPhone कारखाना स्थापित करने के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को ठेका

    न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, Apple ने iPhone कारखाना स्थापित करने के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को ठेका दिया है, जिसका होसुर में एक प्लांट है. यह कंपनी भारत में दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन से iPhone बनवाती है.

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  • अब Modi के ‘हनुमान’ की NDA में होगी वापसी, चिराग बोले- PM से मिलकर करूंगा घोषणा..


    डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान लोजपा नेता चिराग पासवान का एक बयान खूब चर्चा में आया था। उन्होंने कहा था कि मुझे प्रधानमंत्री के तस्वीर के इस्तेमाल की कोई जरूरत ही नहीं है। मैं उनका हनुमान हूं। मेरे दिल में प्रधानमंत्री की तस्वीर बसती है, किसी दिन होगा तो छाती चीरकर भी दिखा दूंगा कि मेरे दिल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बसते हैं। अब चिराग की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में वापसी होने जा रही है।

    लोक जनशक्ति पार्टी LJP (रामविलास) के अध्यक्ष व जमुई के सांसद चिराग पासवान ने मंगलवार को कहा कि वे जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने की औपचारिक घोषणा करेंगे। अभी चुनावों में वे NDA के उम्मीदवारों के लिए प्रचार-प्रसार करेंगे। नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए NDA से गठबंधन तोड़ महागठबंधन के साथ चले गए। चिराग पासवान मंगलवार को पार्टी द्वारा आयोजित सीधी बात कार्यक्रम में भाग लेने यहां पहुंचे थे।

    बिहार की माली हालत से पूरा देश परिचित

    बिहार की माली हालत से पूरा देश परिचित

    जमुई सांसद चिराग पासवान ने कहा कि वर्तमान में राज्य की माली हालात किसी से छिपी नहीं है। इसके जिम्मेदार खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही हैं। प्रदेश में हत्या, लूट और दुष्कर्म की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन, सरकार को इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता है। सरकार का बालू और शराब माफिया के साथ गठजोड़ किसी से छिपा भी नहीं है।

    जल्द गिरेगी महागठबंधन की सरकार

    जल्द गिरेगी महागठबंधन की सरकार
    जल्द ही महागठबंधन की सरकार गिर जाएगी। इससे पूर्व सांसद ने पार्टी द्वारा आयोजित सीधी बात कार्यक्रम में जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से आए हुए ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। सैकड़ों की संख्या में आए ग्रामीणों ने सूखा, PM आवास सहित अन्य कई तरह की समस्याओं को सांसद के समक्ष रखा। सांसद ने मौके पर ही कई समस्याओं से जिले के पदाधिकारियों को भी अवगत कराया। आपको बता दें कि सोमवार को चिराग पासवान के चाचा व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने भी कहा था कि वह NDA में आएं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।

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  • क्या आप जानते है एक ट्रेन की कीमत कितनी है? और बनने में कुल कितना खर्चा आता है…


    डेस्क : भारतीय रेलवे में हर दिन लाखों लोग यात्रा करते हैं और अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए ट्रेन की सुविधा का लाभ उठाते हैं। अलग-अलग कैटेगरी के लोग कीमत के हिसाब से टिकट बुक करते हैं। जनरल कोच से लेकर स्लीपर और एससी कोच तक की सीटें फुल हैं।

    कई ट्रेनों में हाई क्लास कोच भी मौजूद होते हैं, जिनमें लोग सफर करना पसंद करते हैं। भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है और इसमें रोजाना लाखों लोग यात्रा करते हैं। फिलहाल,क्या आपने कभी ट्रेन के निर्माण की लागत के बारे में सोचा है?

    एक ट्रेन की लागत कितनी है?

    एक ट्रेन की लागत कितनी है? : ट्रेन में आपको बिजली, पानी, वॉशरूम, पंखा, एसी जैसी सुविधाएं मिल जाती हैं, लेकिन ट्रेन का इंजन और कोच बनाने में कितना खर्च आता है इसका अंदाजा आपको नहीं होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय रेलवे के एक इंजन को तैयार करने में 15 से 20 करोड़ रुपये का खर्च आता है।इन ट्रेनों का निर्माण भारत में ही होता है, इसलिए लागत ज्यादा नहीं है। मालूम हो कि भारतीय रेलवे का इंजन बनाने के दो तरीके हैं, एक- इलेक्ट्रिक और दूसरा- डीजल। जानकारी के मुताबिक भारत में इस समय करीब 52 फीसदी ट्रेनें डीजल से चलती हैं।

    एक इंजन की कीमत करीब 20 करोड़ रुपये है।

    एक इंजन की कीमत करीब 20 करोड़ रुपये है। : डुअल मोड लोकोमोटिव ट्रेन की लागत लगभग 18 करोड़ रुपये है, जबकि 4500 एचपी डीजल लोकोमोटिव की लागत लगभग 13 करोड़ रुपये है। वहीं,एक सामान्य यात्री ट्रेन को बनाने में 50 से 60 करोड़ रुपये खर्च होते हैं,क्योंकि एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में सुविधाएं कम हैं। एक एक्सप्रेस ट्रेन में कुल 24 कोच होते हैं और प्रत्येक कोच को बनाने में करीब 2 करोड़ रुपये का खर्च आता है।

    कोचों की कुल लागत करीब 50 करोड़ और फिर इंजन की 20 करोड़ रुपये है। दोनों को मिलाकर 70 करोड़ रुपये की एक्सप्रेस ट्रेन तैयार की जाती है। हालांकि, कोच की सुविधाओं के हिसाब से इनकी कीमत अलग-अलग होती है। एसी कोच सामान्य और स्लीपर की तुलना में महंगे हैं।

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  • Indian Railway : रेलवे में TTE कैसे बने? कितनी सैलरी मिलेगी..यहां जान लीजिए पूरी डिटेल..


    डेस्क : सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे लाखों युवाओं का सपना भारतीय रेलवे में नौकरी पाने का है। रेलवे की नौकरियां देश में सबसे पसंदीदा नौकरियों में से एक हैं। रेलवे में हर साल हजारों लोगों की भर्ती भी होती है। रेलवे कर्मचारियों को अच्छा वेतन, बेहतर प्रमोशन और कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। यही वजह है कि रेलवे की नौकरी पाने के लिए लोग सालों मेहनत करते हैं। रेलवे में ट्रैवलिंग टिकट एक्जामिनर यानी TTE की नौकरी सबसे आकर्षक मानी जाती है। TTE का काम ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों के टिकट की जांच करना है।

    रेलवे TTE कैसे बनते हैं? :

    रेलवे TTE कैसे बनते हैं? : रेलवे भर्ती बोर्ड समय-समय पर टीटीई की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी करता है, जिसके लिए इच्छुक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। आप रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद उन्हें प्री और मेन्स परीक्षा से गुजरना होगा। परीक्षा पास करने के बाद आप भारतीय रेलवे में टीटीई बन सकते हैं। इस परीक्षा को पास करने के लिए इसकी तैयारी पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। रेलवे के लिए TTE परीक्षा में सामान्य ज्ञान, गणित और तर्क से प्रश्न पूछे जाते हैं।

    TTE की सैलरी कितनी होती है :

    TTE की सैलरी कितनी होती है : TTE को अच्छी सैलरी के साथ-साथ कई सुविधाएं भी दी जाती हैं। 7वें वेतन आयोग के अनुसार अब एक टीटीई को 9400 से 35000 रुपये वेतन मिलता है। इसके अलावा 1900/- ग्रेड पे + डीए + एचआरए + अन्य भत्ता भी मिलता है। टीटीई और उनके परिवार के सदस्यों को कहीं भी जाने के लिए ट्रेन में मुफ्त यात्रा की सुविधा भी दी जाती है। टीटीई बनने के बाद आपको अलग-अलग पदों पर प्रमोशन भी मिल सकता है। आपका चयन वरिष्ठ टिकट कलेक्टर, टिकट निरीक्षक, प्रधान टिकट कलेक्टर, मुख्य टिकट निरीक्षक आदि के पदों पर भी हो सकता है। पदोन्नति के बाद आपका वेतन और उपलब्ध सुविधाओं में भी वृद्धि होगी।

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  • महज 6 घंटे में Patna से Delhi की दूरी होगी तय -180 KMPH की स्पीड से चलेंगी वंदे भारत एक्सप्रेस..


    Vande Bharat Express : रेलवे नए साल पर बिहार को एक बड़ी सौगात देने जा रही है. दरअसल वंदे भारत एक्सप्रेस मार्च माह में पटना से दिल्ली तक चलने लगेगी. यह ट्रेन दानापुर, पटना जंक्शन और राजेंद्र नगर टर्मिनल पर भी रुकेगी.

    इस ट्रेन के आ जाने के बाद से पटना से दिल्ली की दूरी मात्र 6-7 घंटे में ही तय की जा सकेगी. पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारी ने बताया कि इसके लिए पटरियों को और मजबूत किया जा रहा है. दीन दयाल स्टेशन से पटना से पहले झाझा तक के करीब 400 Km रूट की पटरियों को मजबूत किया जा रहा है.

    इस ट्रेन में कई तरह के विशेष सुविधाएं भी यात्रियों को मिलेगी. इससे यात्रियों का समय भी बचेगा. अभी इस रूट पर राजधानी, तेजस और संपूर्ण क्रांति जैसे अच्छी ट्रेनों का भी परिचालन हो रहा है. अभी एक्सप्रेस ट्रेनें भी दिल्ली पहुंचने में 12-13 घंटे का समय ले ही लेती हैं.

    कितने की रफ्तार से चलेगी वंन्दे भारत

    कितने की रफ्तार से चलेगी वंन्दे भारत

    वंदे भारत एक्सप्रेस 150 से 180 KMPH की रफ्तार से चलेगी. अभी राजधानी और तेजस एक्सप्रेस 130 Kmph के रफ्तार से चल रही हैं. इसके अलावा पूर्वा एक्सप्रेस, भागलपुर इंटरसिटी, जनशताब्दी सहित बाकी ट्रेनें 80 से 100 Kmph के रफ्तार से चल रही है. राजधानी तेजस के मुकाबले यह ट्रेन 30-50 Kmph तेज चलेगी.

    कहां बनना कॉम्पलेक्स

    कहां बनना कॉम्पलेक्स

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  • जबरन धर्म परिवर्तन पर केंद्र से Supreme Court ने पूछा सवाल, कहा- “लापरवाही भविष्य के लिए खतरनाक..


    डेस्क : जबरन धर्मांतरण पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी सख्त टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जबरन धर्मांतरण बहुत ही गंभीर मुद्दा है। उसने कहा कि यह देश की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता को भी प्रभावित करता है। इतना ही नहीं, उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार से पूछा है कि जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए वह क्या कर रही है। साथ ही, अवैध धर्मांतरण पर कानून की मांग को लेकर 22 नवंबर 2022 तक जवाब भी मांगा है। मामले में अगली सुनवाई की तारीख 28 नवंबर 2022 तय हुई है।

    केंद्र सरकार दाखिल करे हलफनामा :

    केंद्र सरकार दाखिल करे हलफनामा : इस सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने आदिवासी क्षेत्रों में होने वाले धर्म परिवर्तन की बात भी कही। साथ ही सरकार से ये पूछा कि वह इस तरह के मामलों में क्या कर रही है। सॉलिसिटर जनरल ने यह भी कहा कि राज्यों के पास इस मामले को लेकर कानून हो सकते हैं। लेकिन हम जानना चाहते हैं कि केंद्र इस मामले में क्या कुछ कर रहा है। बेंच ने केंद्र सरकार से जबरन धर्मांतरण के खिलाफ उठाए गए 22 कदमों का विवरण देते हुए हलफनामा भी मांगा है।

    याचिका पर चल रही है अभी सुनवाई :

    याचिका पर चल रही है अभी सुनवाई : गौरतलब है कि देश में जबरन धर्म परिवर्तन के कई मामले अब तक सामने आ चुके हैं। वहीं अलग-अलग संगठनों का यह दावा है कि देश में लोगों डराने-धमकाने के साथ पैसों का भी लालच देकर भी लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इस संबंध में एक याचिका भी दायर की गयी थी, जिसमें ये कहा गया था कि जबरन धर्म परिवर्तन भारत के संविधान का भी उल्लंघन है। इसी याचिका पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई चल रही है।

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  • मुझसे शादी करो या 50 लाख दो..नहीं मानी युवती, फिर युवक ने जो किया सहम जाएगा आपका दिल..


    डेस्क : एक युवती और युवक की जान-पहचान 2 साल पहले दोस्ती में बदल गयी। इसी बीच उसने युवती को झांसे लेकर उससे 2 साल में 13 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांजेक्शन भी करा लिये। अब युवती की शादी होने वाली है। वह जब अपने दोस्‍त से रुपये मांगने लगी तो आरोपित अब उसे ब्लैकमेल करने लगा।

    आफिस के लोगों को भेजी आपत्तिजनक तस्वीरें

    आफिस के लोगों को भेजी आपत्तिजनक तस्वीरें

    महिला थाना में शिकायत के बावजूद उसने आपत्तिजनक तस्वीरें युवती के आफिस के कुछ लोगों के पास भेज दी। युवती के कुछ दोस्तों को भी उसने तस्वीर भेज दी। यहां तक कि युवती की होने वाली ससुराल के बारे में भी जानकारी जुटा ली और वहां भी फोटो व वीडियो भेजने की लगातार धमकी देने लगा। इस घटना के बाद से युवती मानसिक रूप से तनाव में आ गयी और युवती की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की छाबनीन शुरू कर दी है।

    5 महीने पहले भी की थी शिकायत

    5 महीने पहले भी की थी शिकायत

    पीड़िता द्वारा दिए गए आवेदन में यह बताया गया कि 5 माह पूर्व भी महिला थाने में इसकी सूचना दी गई थी। पुलिस ने आरोपित को काउंसलिंग के लिए नोटिस दिया हैं, लेकिन वह अभी तक नहीं आया। युवती सरकारी नौकरी करती है। पुलिस को यह बताया कि आरोपित ने झांसे में लेकर बातचीत के दौरान ही कुछ पर्सनल फोटो फोन और खुद के मोबाइल से ले लिए थे और धमकी देने लगा कि 50 लाख रुपये दो या फिर शादी करो। जबकि वह युवक पहले से शादीशुदा है। इसी बीच युवती की शादी तय हो चुकी है।

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  • Mulayam Singh की विरासत बचाने उतरी बहू डिंपल, जानें – कैसे तय होगा समीकरण..


    डेस्क : उत्तर प्रदेश में उपचुनावों को लेकर सियासी तापमान बढ़ता जा रहा है। प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट और रामपुर-खतौली विधानसभा सीट पर 5 दिसंबर को मतदान होना है। समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी और खतौली से अपने प्रत्याशी के नाम पर मुहर लगा दी है, वहीं रामपुर से आजम खान की पत्‍नी डॉ.तजीन फात्‍मा के नाम की चर्चा तेज है। जबकि BJP ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

    समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी लोकसभा सीट डिंपल यादव को टिकट दिया है। वहीं रामपुर से आजम खान की पत्‍नी डॉ.तजीन फात्‍मा के नाम की चर्चा तेज है। जबकि खतौली उपचुनाव के लिए राष्ट्रीय लोकदल-समाजवादी पार्टी गठबंधन द्वारा मदन भैया को प्रत्याशी बनाया गया है। सपा ने जिस सीट से मुलायम सिंह यादव की बहु और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी को उम्मीदवार बनाया वह समाजवादी पार्टी के संस्थापक की विरासत है, जिसे अखिलेश यादव हर हाल में बचाना चाहते है। मुलायम सिंह मैनपुरी से लंबे वक़्त तक सांसद रहे है। ऐसे में इस सीट से सपा को जीत हासिल करना अहम हो जाता है।

    नेता जी ने 2019 में अंतिम बाद लड़ा लोकसभा चुनाव (subhead) : बीते 10 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव का गुरुग्राम (Gurugram) के एक अस्पताल में निधन हो गया था। 1996 में समाजवादी पार्टी के गठन के बाद जब पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ तो नेता जी ने जीत दर्ज कर सांसद पद संभाला।

    लेकिन 1998 में फिर लोकसभा चुनाव हुआ। तब सपा ने कांग्रेस के पूर्व सांसद बलराम सिंह यादव को मैनपुरी से अपना उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत हासिल की। 1999 में भी सपा ने बलराम सिंह को ही उम्मीदवार बनाया और जीते भी।2004 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह खुद एक बार फिर मैदान में उतरे और जीत हासिल की। इसके बाद साल 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने नेता जी को ही उम्मीदवार बनाया और जीत दर्ज की। हालांकि 2019 के चुनाव में नेताजी के जीत का अंतर काफी कम था।

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