Category: India

  • प्राइवेट स्कूल चलाने के बदले नियम – सरकार ने कसी नकेल, जानें – नया दिशा-निर्देश..


    डेस्क : नये शैक्षिक सत्र से राज्य में बिना अनुमति के 8वीं कक्षा तक के निजी विद्यालय संचालित नहीं होंगे। प्रदेश भर में बड़ी संख्या में संचालित हो रहे पहली से 8वीं कक्षा तक के निजी विद्यालयों पर सरकार ने नकेल कसते हुए अब अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया है।

    यदि अनुमति प्राप्त किए बिना ही विद्यालय संचालित किए गए तो सख्त कार्रवाई भी होगी। पहले से अनुमति प्राप्त निजी विद्यालयों को भी अपने अभिलेख शिक्षा विभाग के E-संबंधन पोर्टल (EDU-आनलाइन डाट बिहार डाट जीओवी डाट इन) पर DEO के माध्यम से अपलोड कराना जरूरी है। इस संबंध में शिक्षा विभाग की तरफ से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी किया गया है।

    E -संबंधन पोर्टल पर करना होगा आवेदन :

    E -संबंधन पोर्टल पर करना होगा आवेदन : शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में निजी प्रारंभिक विद्यालयों के संचालकों को आगाह करते हुए यह कहा है कि सरकार से अनुमति के लिए शिक्षा विभाग की वेबसाइट E-संबंधन पोर्टल पर आवेदन करना होगा। नयी व्यवस्था के तहत पहले से अनुमति प्राप्त विद्यालयों का आनलाइन डाक्युमेंट अपलोड करना होगा। इसके बाद जिला स्तर पर 3 सदस्यीय समिति द्वारा निर्धारित मापदंड के तहत जांच भी की जाएगी और फिर अनुमति का प्रमाण पत्र निर्गत होगाF

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  • Mukesh Ambani अब सैलून बिजनेस में करेंगे एंट्री! जानें – पूरा प्लान..


    डेस्क : मुकेश अंबानी की Reliance Retail रिटेल अब सैलून बिजनेस में एंट्री करने वाली है। इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस की चेन्नई स्थित नेचुरल्स सैलून एंड स्पा में लगभग 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत चल रही है। रिलायंस रिटेल 49 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करके एक ज्वाइंट वेंचर बना सकती है।

    बातचीत शुरुआती चरण में हैं :

    बातचीत शुरुआती चरण में हैं : इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से यह बताया गया है कि नेचुरल्स सैलून एंड स्पा के भारत में लगभग 700 आउटलेट हैं और Reliance इसे चार-पांच गुना बढ़ाना चाहता है। ये बातचीत अभी शुरुआती चरण में है। आपको बता दें कि नेचुरल सैलून एंड स्पा चलाने वाली कंपनी ग्रूम इंडिया सैलून एंड स्पा है। इस कंपनी की हिंदुस्तान यूनिलीवर के लैक्मे ब्रांड और एनरिक सहित क्षेत्रीय ब्रांडों के साथ में प्रतिस्पर्धा चल रही है।

    20,000 करोड़ रुपये का हैं बिजनेस :

    20,000 करोड़ रुपये का हैं बिजनेस : भारत में 20,000 करोड़ रुपये के सैलून उद्योग में ब्यूटी पार्लर और नाई की दुकानों वाले लगभग 6.5 मिलियन लोग जुड़े हुए हैं। यह Covid-19 महामारी के दौरान सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक था।

    क्या कहा CEO ने : नेचुरल्स सैलून एंड स्पा के CEO सीके कुमारवेल ने कहा- Covid ने हर व्यवसाय को प्रभावित किया और सैलून शायद सबसे अधिक प्रभावित हुआ। लेकिन पिछले 7 महीनों में व्यापार मजबूत रहा है। हालांकि, हम हिस्सेदारी कम कर रहे हैं तो इसकी वजह Covid नहीं है। वहीं, Reliance Retail के एक प्रवक्ता ने इस पर कोई जानकारी नहीं दी है। कम्पनी के प्रवक्ता ने कहा कि एक नीति के रूप में हम मीडिया की अटकलों और अफवाहों पर टिप्पणी नहीं करते हैं।

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  • Indian Railway : अब प्लेटफॉर्म टिकट हुआ सस्ता – केवल इतने रुपये में मिलेगा Ticket..


    डेस्क : इंडियन रेलवे (Indian Railway) के यात्रियों के लिए एक बेहद अच्छी खबर सामने आई है. इससे यात्रियों और स्टेशन पर उनको छोड़ने जाने या लाने ले जाने वाले परिजनों के लिए राहत भरी खबर है. ये खबर उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. अगर आप स्टेशन जाने वाले हैं तो इंडियन रेलवे की तरफ आई ये बड़ी खबर जरूर पढ़ लें, ताकि आपके जेब पर कोई अतिरिक्त भार न पड़े.

    लखनऊ मंडल के तहत आने वाले सभी रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट अब सस्ता हो गया है. अब यात्रियों को प्लेटफॉम टिकट के लिए 50 रुपये खर्च नहीं करने पड़ेंगे. पिछले दिनों लखनऊ मंडल ने रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को कम करने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट का शुल्क बढ़ा दिया था, ताकि प्लेटफॉर्म पर आवागमन करने वाले यात्री अपनी यात्रा को बड़े सुगमतापूर्वक पूरा कर सकें.

    इसके बाद लखनऊ मंडल को प्लेटफॉर्म टिकट की दर 50 रुपये से कम करके 10 रुपये करना पड़ा. अब उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर गुरुवार से 10 रुपये का ही प्लेटफार्म टिकट मिलेगा. लखनऊ, वाराणसी, बाराबंकी, अयोध्या कैंट, अयोध्या जंक्शन, अकबरपुर, शाहगंज, जौनपुर, सुल्तानपुर जंक्शन, रायबरेली, जंघई, भदोही, प्रतापगढ़ और उन्नाव जंक्शन पर प्लेटफॉर्म टिकट अब सस्ता हुआ है.

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  • भगवान की कृपा से हुआ हादसा – इसमें मेरा कोई दोष नहीं.. हादसे के जिम्मेवार ओरेवा कंपनी कोर्ट में दिया तर्क..


    डेस्क : गुजरात के मोरबी में 30 अक्टूबर को हुआ पुल हादसा समूचे देश के लिए ही बेहद ही दुखदायी घटना है. इस हादसे में अब तक कुल 135 लोगों की मौत हो चुकी है और अभी भी नदी में तलाशी अभियान जारी है. इस बीच पुल का रिनोवेशन करने वाली कंपनी ने न्यायालय में अजीब तर्क दिया है और कहा है कि इस बार भगवान की कृपा नहीं होगी, इसलिए यह त्रासदी हुयी हैं.

    हादसे पर ओरेवा कंपनी का न्यायालय में बयान :

    हादसे पर ओरेवा कंपनी का न्यायालय में बयान : मोरबी पुल हादसे (Morbi Bridge Collapse) पर ओरेवा कंपनी (Oreva Company) ने न्यायालय में बयान दिया है, जिसने रिनोवेशन का काम किया था. ओरेवा के मीडिया मैनेजर दीपक पारेख ने कोर्ट में कहा कि हमारे MD जयसुख पटेल एक अच्छे इंसान हैं. 2007 में प्रकाशभाई को यह काम सौंपा गया, काम बखूबी किया गया था. इसलिए फिर से उन्हें ही काम सौंपा गया. इससे पहले भी हमने मरम्मत का काम किया था. इस बार भगवान की कृपा नहीं हुई, शायद इसलिए यह त्रासदी हुयी.

    ओरेवा ग्रप और मोरबी कलेक्टर की चिट्ठी हुई वायरल :

    ओरेवा ग्रप और मोरबी कलेक्टर की चिट्ठी हुई वायरल : मोरबी पुल हादसे के बीच ओरेवा ग्रुप और मोरबी कलेक्टर की मीटिंग का लेटर वायरल हो गया है, जिसे आरेवा ग्रुप ने 2 साल पहले मोरबी के कलेक्टर को लिखा था. यह पत्र टेम्पररी रिपेरिंग करके ब्रिज को शुरू करने को लेकर लिखा गया था. इस लेटर में ओरेवा ग्रुप ने ये लिखा है कि अगर सिर्फ रिपेयरिंग का ही काम होना है तो कंपनी किसी भी तरह का मटेरियल या सामान मरम्मत को लेकर ऑर्डर नहीं करने वाली है.

    चिट्ठी में आरेवा ग्रुप ने यह लिखा है कि हम टेम्पररी पुल शुरू करेंगे, जब तक परमानेंट कॉन्ट्रेक्ट की सारी प्रक्रियाएं पूरी नहीं होती. इस प्रक्रिया के पूरे होने पर ही हम एक स्थाई रिपेयरिंग शुरू करेंगे. अंत में इस पत्र में लिखा गया है, सर हम टेम्पररी रिपेयरिंग करके केबल पुल को शुरू करने जा रहे हैं, हमें भरोसा है कि जल्द ही इन चीजों को भी ठीक किया जाएगा. अस्थाई मरम्मत के बाद पुल को फिर खोल सकते हैं.

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  • Indian Railway : महज ₹1 में मिलता है 10 लाख का बीमा, जल्दी से उठाएं इस योजना का फायदा..


    Indian Railway : अगर आप भारतीय रेलवे में यात्रा करते हैं तो ये खबर आपके बड़े ही काम की है क्‍योंकि भारतीय रेलवे यात्रियों को कई प्रकार की सुविधा देता है. जिसमें से कुछ सुविधाओ के बारे में यात्रियों को ही नहीं पता होता है. ऐसे ही एक प्रकार की स्‍कीम है बीमा कवर की. जी हां, इंडिया रेलवे अपने पैसेंजरों को बेहत कम दाम पर ट्रैवल इंश्योरेंस ऑफर करता है, लेकिन कई लोग इसका फायदा तक नहीं उठाते हैं. अगर आप भी ट्रेन में यात्रा करते हैं तो आपको इस सुविधा के बारे में जरूर ही जानना चाहिए. कि इस बीमा को आप कैसे करा सकते हैं. यह बीमा आपको कब मिलेगा?

    ट्रैवल बीमा कैबजरूर करें :

    ट्रैवल बीमा कैबजरूर करें : इंडियन रेलवे अपने यात्रियों को बेहत सस्‍ते दाम पर बीमा मुहैया कराता है. भारतीय रेलवे की जानकारी के अनुसार जब आप रेलवे की Website, App या फिर किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए टिकट बुक करते हैं तो वहां पर ट्रैवल इंश्योरेंस (Travel Insurance) का विकल्‍प भी दिखाई देता है. यहां पर आपको 1 रुपये या उससे भी कम में बीमा कराने की सुविधा भीबदी जाती है. अधिकतर लोग टिकट बुक करते समय इस बात का ध्‍यान नहीं रखते हैं और इस बीमा का फायदा भी उठा नहीं पाते हैं. ऐसे में अगर आप इंडियन रेलवे के लिए टिकट बुक करें तो इस बात कर जरूर ध्‍यान रखें.

    बुकिंग के समय रखें ये ध्यान :

    बुकिंग के समय रखें ये ध्यान : जब भी आप ट्रेन का टिकट बुक करें उस समय आपको एल छोटी सी बात का ध्‍यान रखना होगा. आपApp पर स्‍लीपर या जो भी कोच में रिजर्वेशन कराते हैं, उस पर यह बीमा उपलब्‍ध होता है. अगर आप ऑफलाइन रिजर्वेशन कराते है यानी रेलवे टिकट काउंटर से भी आप टिकट बुक कराएंगे तो फॉर्म में बीमा कराने का विकल्‍प भी होता है.

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  • Tata Group को Nitin Gadkari ने लिखा पत्र – निवेश के लिए दिया न्योता..


    डेस्क : टाटा ग्रुप देश में काफी बेहतर काम कर रहा है। ऐसे में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को एक पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से कंपनी को नागपुर और आसपास के क्षेत्रों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया गया है। नितिन गडकरी ने पत्र में कहा कि शहर में निवेश के लिए हर सुविधाएं मौजूद है। इसमें बेहतर कनेक्टिविटी, जमीन और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी सुविधाएं शामिल है।

    दरअसल टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखरन ने बीते दिनों एक कार्यक्रम के दौरान टाटा समूह टॉनिक रिन्यूएबल एनर्जी और इलेक्ट्रिक वाहनों में निवेश करने के लिए संभावनाएं तलाश करने की बात कही थी इस संबंध में महाराष्ट्र सरकार से बातचीत जारी है।

    बीते शनिवार को मीडिया के साथ साझा किया गया यह पत्र ऐसे समय में लिखा गया है जब कई बड़े प्रोजेक्ट महाराष्ट्र के हाथ से निकलकर गुजरात को जा रहे हैं। फॉक्सकॉन-वेदांता गठबंधन का 1.5 लाख करोड़ रुपये का सेमीकंडक्टर प्लांट महाराष्ट्र से गुजरात ले जाया गया। इसके बाद 22,000 करोड़ रुपये के निवेश से टाटा समूह और एयरबस के विमान निर्माण परियोजना को भी महाराष्ट्र से गुजरात स्थानांतरित करने की घोषणा की गई है।

    टाटा संस नागपुर में शुरू कर सकता है काम :

    टाटा संस नागपुर में शुरू कर सकता है काम : इस पत्र में गडकरी ने कहा है कि ‘नागपुर में मल्टी-मोडल इंटरनेशनल हब एयरपोर्ट के पास एसईजेड और गैर-एसईजेड क्षेत्र में 3,000 एकड़ से अधिक जमीन है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कई कंपनियों ने अपना आधार बनाया है। उन्होंने आगे लिखा, “टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, वोल्टास, टाइटन इंडस्ट्रीज, बिग बास्केट जैसी टाटा समूह की सभी कंपनियां शहर में मौजूद सुविधाओं का ले सकेगी।

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  • बाहुबली समोसा को खत्म करने पर मिलेगा 51,000 रुपए का इनाम- देखें वायरल वीडियो


    उद्योगपति हर्ष गोयनका ने भी समोसे पर ध्यान दिया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक बड़ा समोसा लेने की कोशिश कर रही एक महिला का आठ सेकंड का वीडियो पोस्ट किया। इन दिनों फूड चैलेंज ट्रेंड करने लगा है। लोकप्रिय रेस्तरां और कैफे अपने नए माल को बेचने के लिए तरह-तरह के मार्केटिंग हथकंडे अपना रहे हैं। वे ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए एक बड़ा नकद पुरस्कार भी प्रदान करते हैं।

    केवल शर्त यह है कि आपको वह भोजन पूरा करना है जो वह आपको देता है। क्या आपने समोसा चैलेंज के बारे में सुना है? हो सकता है कि आपने अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में अपने दोस्तों के बीच एक-दूसरे को यह चैलेंज दिया होगा। लेकिन आज हम जिस समोसा चैलेंज के बारे में बात करने जा रहे हैं वह बिल्कुल अलग और अनोखा है। यहां आपको 4-5 समोसे नहीं बल्कि एक समोसा खाना है. मेरठ में एक मिठाई की दुकान में लगभग 8 किलो वजन का एक विशाल ‘बाहुबली समोसा’ परोसा जाता है।

    उद्योगपति हर्ष गोयनका ने भी समोसे पर ध्यान दिया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक बड़ा समोसा लेने की कोशिश कर रही एक महिला का आठ सेकंड का वीडियो पोस्ट किया। गोयनका ने वीडियो के साथ एक उल्लसित कैप्शन में लिखा, “दीपावली की सारी मिठाइयों के बाद, मेरी पत्नी ने मुझे आज एक से अधिक समोसा नहीं खाने के लिए कहा है।”इसे पहली बार इंस्टाग्राम पर फूड ब्लॉगर चाहत आनंद ने 7 अक्टूबर को पोस्ट किया था। यह वीडियो मेरठ की एक दुकान कौशल मिठाई का है। वीडियो में आनंद समोसा पकड़कर उसका एक टुकड़ा काटते हुए नजर आ रहे हैं।

    बड़े समोसे की कीमत 1,100 रुपये बताई जा रही है 30 मिनट के भीतर बाहुबली समोसा खाने वाले को 51,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। गोयनका द्वारा साझा किए गए वीडियो को अब तक 500,000 से अधिक लोग देख चुके हैं और कई लोगों ने ट्वीट पर टिप्पणी भी की है। विशाल समोसे पर लोगों ने हैरानी जताई है.

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  • ये है 10 करोड़ वाली सेलेब्रिटी भैंस..खातिरदारी में रोजाना खर्च होते हैं 1,000 रुपये..खासियत भी है अनेक


    डेस्क : भारत में भैंस पालन का काफी चलन है. खासकर उत्तर भारतीय राज्यों में भैंस पालन किसानों से लेकर पशुपालकों की कमाई का एक जरिया है. दूध उत्पादन के लिए भैंस पालन को काफी तवज्जो भी दी जा रही है. इसके लिये अब किसान भैसों की उन्नत नस्लों (Buffalo Varieties) की तरफ रुख भी कर रहे हैं.

    पिछले दिनों भैंस की ऐसी ही एक प्रजाति काफी चर्चाओं में बनी हुयी है. नाम है घोलू-2. पिछले दिनों मेरठ के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित 3 दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेले में ये आकर्षण का केंद्र बना रहा. अब अपने ठाठ-बाट को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रेंड भी हो रहा है. घोलू-2 भैंसा को देखकर लोग भी इसे भैंसों का सेलेब्रिटी भी कह रहे हैं. आइये जानते हैं इसकी देखभाल से लेकर इसकी खूबियों के बारे में.

    पशुपालन के क्षेत्र में उम्दा प्रदर्शन करने के लिए नरेंद्र सिंह को पद्म श्री पुरस्कार भी मिल चुका है. सिर्फ 10 पशुओं से एक प्लॉट में पशुपालन की शुरुआत करने वाले नरेंद्र सिंह आज मुर्रा भैंस पालन और उन्नत प्रजातियों के भैसों को लेकर काफी चर्चाओं में भी रहते हैं. घोलू-2 भी उन्हीं टॉप प्रजातियों में से ही एक है. इसकी जननी मां रोजाना कुल 36 लीटर दूध देती है. इससे पहले घोलू-2 के दादा घोलू-1 भी शुद्ध मुर्रा प्रजाति का ही भैंसा था. दूध उत्पादन यानी डेयरी फार्मिंग के क्षेत्र में मुर्रा नस्ल (Murrah Buffalo) की भैंसों का पहले से काफी अच्छा रिकॉर्ड रहा है.

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  • Indian Railway : अब बिना कंफर्म टिकट भी कर सकते हैं यात्रा, जानें – नया नियम..


    Indian Railway : अगर आपका ट्रेन टिकट अभी कंफर्म नहीं हुआ है तो आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि आप ट्रेन का टिकट कंफर्म न होने पर भी बड़े आराम से यात्रा कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान भी रखना होगा. अगर आपने अपना टिकट रेलवे स्टेशन पर जाकर टिकट विंडो से बुक करवाया है तो आप टिकट के कंफर्म न होने पर भी आप आराम से यात्रा कर सकते हैं.

    वहीं आपने अगर ऑनलाइन टिकट बुक किया तो आप उस टिकट पर यात्रा नहीं कर पाएंगे क्योंकि ऑनलाइन बुक किया गया टिकट कंफर्म न होने पर अपने आप ही कैंसिल हो जाता है और आपका पैसा 2 या 3 दिन में आपके खाते में वापस आ जाता है. और ऑफलाइन मोड़ का टिकट कैंसिल नहीं होता है तो इस स्थिति में आप यात्रा कर सकते हैं.

    आपको बता दें कि त्योहारों के मौके पर सभी लोगों को कंफर्म ट्रेन टिकट नहीं मिल पाता है. ऐसे में अगर आप ट्रेन टिकट बुक करते हैं और आपका टिकट वेटिंग लिस्ट में है, तो ऐसी स्थिति में आप भारतीय रेलवे के नियम के मुताबिक यात्रा भी कर सकते हैं.

    एक नियम के मुताबिक अगर आपके पास वेटिंग टिकट है, तो आप ट्रेन से यात्रा भी कर सकते हैं. बस इसके लिए आपको वेटिंग टिकट केवल विंडों से ही लेना होता है यानी अगर आपके पास ऑनलाइन वेटिंग टिकट है तो आप इस वेटिंग टिकट पर यात्रा बिल्कुल नहीं कर सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि ऑनलाइन वेटिंग टिकट ट्रेन में यात्रा करने के लिए मान्य नहीं है. हालांकि अगर आप चाहें तो अपने इस टिकट के कंफर्म न होने पर इसे कैंसिल करके रेलवे की तरफ से रिफंड जरूर ले सकते हैं.

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  • जिंदा दफन होने का लीजिए अनुभव, कंपनी लाई अनोखा ऑफर


    क्या आप पैसे देकर अपना खुद का फ्यूनरल अटैंड करना चाहते हैं? एक रूसी कंपनी इसी तरह का ऑफर लेकर आई है। यह कंपनी ग्राहकों को अपने अंतिम संस्कार में भाग लेने का मौका दे रही है और 3.5 मिलियन रूबल यानी लगभग 47 लाख रुपये में जिंदा दफन होने का अनुभव दे रही है।

    कंपनी की संस्थापक yakaterina: preobrazhenskaya ने इस सप्ताह की शुरुआत में नए वेंचर की घोषणा की, जो उनके ग्राहकों को नई प्रतिभाओं और मानसिक क्षमताओं की खोज करने और अंतिम संस्कार के उनके भय और चिंताओं से निपटने में मदद करने का वादा करता है। Preobrazhenskaya ने वेंचर की घोषणा करते हुए एक इंस्टाग्राम पोस्ट में पेशकश को अपने और अपने स्वयं के सुखद भविष्य के लिए लड़ने का सच्चा प्रतीक के रूप में बताया।

    अपने स्वयं की विदाई में शामिल होने के लिए दो पैकेज हैं: “ऑनलाइन अंतिम संस्कार”, जो लगभग $ 15,000 में है और इसे “भय और चिंताओं के लिए तनाव चिकित्सा” के रूप में बताया गया है। वहीं, दूसरा ”पूर्ण विसर्जन” अंतिम संस्कार है, जो लोगों को एक घंटे तक के लिए दफन कर देता है। वहीं, कंपनी का कहना है कि दफन व्यक्ति के पास ताबूत में लगभग 5.5 घंटे तक पर्याप्त हवा होगी। इस ऑफर में आपको एक घंटे तक ताबूत में बंद किया जा सकता।

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