Category: News

  • Lumpy: दिलासादायक ! राज्यात लंपीची लागण झालेली 93 हजारांहून अधिक गुरे झाली बरी

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : लंपीत्वचा (Lumpy) रोगाने संपूर्ण भारतातील गुरांना संक्रमित केले आहे. एकट्या महाराष्ट्रात 32 जिल्ह्यांतील 3,30 गावांमध्ये हजारो गुरे लंपी रोगाने ग्रस्त आहेत. मात्र आता दिलासा देणारी बातमी समोर आली आहे. राज्याचे पशुसंवर्धन आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह म्हणाले की, राज्यात आतापर्यंत या आजाराने ग्रस्त 93 हजार 166 जनावरे बरी झाली आहेत. सध्या बाधित गुरांवर उपचार सुरू आहेत. राज्यातील विविध जिल्ह्यांमध्ये आज एकूण 140.97 लाख लसीचे डोस उपलब्ध करण्यात आले असून त्यापैकी 135.58 लाख जनावरांचे मोफत लसीकरण करण्यात येणार आहे. सचिंद्र प्रताप सिंह म्हणाले की, राज्यात लवकरच आठ टक्के लसीकरणाचे काम केले जाणार आहे.

    लंपी (Lumpy) त्वचारोगाच्या प्रादुर्भावामुळे राज्यातील पशुपालक शेतकरी चिंतेत आहेत. याचा फटका दूध व्यवसायालाही बसत आहे. पशुसंवर्धन आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह म्हणाले की, जळगाव, अहमदनगर, धुळे, अकोला, औरंगाबाद, बीड, कोल्हापूर, सांगली, वाशिम, जालना, हिंगोली, नंदुरबार आणि मुंबई उपनगरी जिल्ह्यांमध्ये वाढत्या लंपी रोगाच्या पार्श्वभूमीवर लसीकरण पूर्ण झाले आहे. खाजगी संस्था, सहकारी दूध संस्था आणि वैयक्तिक पशुपालकांनी केलेल्या लसीकरणाच्या आकडेवारीनुसार, सुमारे 97 टक्के जनावरांचे लसीकरण करण्यात आले आहे. बाधित गावातील एकूण 1 लाख 43 हजार 89 बाधित जनावरांपैकी 93 हजार 166 पशुधन उपचाराने बरे झाल्याची माहिती आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह यांनी दिली.

    महाराष्ट्र पशू व मत्स्य विद्यापीठाने कीटक नियंत्रणासाठी काही मार्गदर्शक तत्त्वे तयार केली आहेत. त्या सूचनांचा अवलंब करून राज्यातील पशुसंवर्धन आणि ग्रामपंचायतीमार्फत गोशाळांमधील कीड नियंत्रण आणि निर्जंतुकीकरणाच्या महत्त्वाच्या बाबी मोहिमेच्या स्वरूपात राबवल्या जात आहेत. यावेळी पशुपालक प्रताप सिंह यांनी शासकीय व खाजगी पशुवैद्यकांनी दिलेल्या प्रगत उपचार प्रोटोकॉलनुसार उपचार करण्याचे आवाहन केले.

    पशुपालकांनी केवळ शासकीय अधिकाऱ्यांकडे जाऊन औषध-लसीकरणाची व्यवस्था करावी, अशी सूचनाही त्यांनी केली. ते म्हणाले की, शासनाने मोफत औषध आणि लसीकरणाचे नियोजन केले आहे. सर्व पशुधन (Lumpy) मालकांना विनंती आहे की त्यांनी आपल्या जनावरांवर उपचार करण्यासाठी स्थानिक पशुवैद्यकीय अधिकाऱ्यांना सहकार्य करावे.

     

     

     

  • जिलाधिकारी ने किया विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण

    नालंदा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बिहार शरीफ में विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया।
    सबसे पहले उन्होंने आशानगर सूर्य मंदिर छठ घाट का निरीक्षण किया। घाट पर बैरिकेडिंग का कार्य किया जा रहा है। जलस्तर में कुछ वृद्धि हुई है। जलस्तर के अनुरूप बैरिकेडिंग को व्यवस्थित करने का निदेश दिया गया। 29 अक्टूबर तक कंट्रोल रूम, चेंजिंग रूम आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।

    कोसुक छठ घाट के निरीक्षण के क्रम में गेल के भंडारित पाइप को किनारे से हटाने तथा पाइपलाइन बिछाने के क्रम में हुए गड्ढे को भराने का निदेश दिया गया। इस घाट पर डबल बैरिकेडिंग कराया जा रहा है। लाइट टावर भी बनाया जा रहा है।इस घाट पर एसडीआरएफ की तैनाती की जाएगी।नियंत्रण कक्ष एवं पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम बनाने का निदेश दिया गया। बाबा मनीराम अखाड़ा छठ घाट पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था रखने को कहा गया।यहाँ की सड़क की मरम्मती कार्य को जल्द पूरा करने का निदेश दिया गया।यहाँ घाट के किनारे ओपन जिम बनाने के अनुरोध पर कला संस्कृति एवं युवा विभाग को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया।

  • शादी के बाद PAN Card में कैसे बदले सरनेम? जानिए – पूरा प्रोसेस ..


    डेस्क : जिस तरह नागरिकों का आधार कार्ड होना बेहद ही जरूरी हैं। उसी प्रकार नागरिकों के पास PAN कार्ड होना भी बहुत जरूरी हैं। PAN कार्ड एक ऐसा जरूरी दस्तावेज हैं जो हर जगह मददगार साबित होता हैं। संपत्ति खरीदने से लेकर बैंक एकाउंट खोलने और आयकर रिटर्न दाखिल करने में भी PAN कार्ड बेहद जरूरी हैं। हालांकि बहुत सारे लोग हैं जो अपनी शादी के बाद अपना सरनेम बदल लेते हैं, तो फिर चलिए आज हम आपको बताएंगे कि अपने PAN कार्ड में अपना उपनाम कैसे बदल सकते हैं।

    NSDL के मुताबिक, स्थायी खाता संख्या (PAN) जो हैं। जैसा की नाम पता चलता हैं कि एक स्थाई संख्या हैं जो कभी भी बदल नहीं सकती हैं। मगर हां यदि आप उपनाम को बदलते हैं। तो एक नया बदलाव जरूर आता हैं। इसी लिए ITD के पैन डेटाबेस को अद्यतन किया जा सकता है, ऐसे जो परिवर्तनों की जो सूचना है। उसको ITD को दी जानी चाहिए।

    PAN डाटा में सुधार के लिए फॉर्म को पूरा करके ऑनलाइन जमा किया जा सकता हैं नए PAN कार्ड के लिए अनुरोध करना हैं या PAN डाटा में परिवर्तन करना या सुधार करने के लिए फॉर्म को पूरा करके कार्ड में बदलाव को लेकर आगे बढ़ सकता है। यह जो फार्म हैं उसको NSDL E-GOV-TIN वेबसाइट या किसी TIN-FC पर ऑनलाइन जमा किया जा सकता हैं।

    [rule_21]

  • छठ महापर्व को लेकर शांति समिति की बैठक में पुलिस-प्रशासन की अपील-चेतावनी – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    नगरनौसा (आरती)। नगरनौसा प्रखंड मुख्यालय के सभागार में बीडीओ प्रेम राज की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक संपन्न की गई।

    इस बैठक में वीडियो प्रेम राज ने बताया कि नगरनौसा प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों के विभिन्न छठ घाटों पर प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस बलों की विशेष निगाह रहेगी। खासकर उन हुड़दंग बाजों पर जो पर्व के आड़ में गलत कार्य करते हैं।

    इस बात की जानकारी देते हुए बैठक में नगरनौसा प्रखंड के सीईओ अरुण कुमार ने बताया कि सभी प्रखंड वासियों से निवेदन है कि छठ पर्व को शांतिपूर्वक ढंग से मनाए जिस प्रकार से दशहरा पर्व और दीपावली को मनाए थे।

    साथ ही नगरनौसा थानाध्यक्ष नारद मुनि सिंह ने बताया कि छठ पर्व को लेकर असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रहेगी, खासकर जो जुआ खेलते हैं, उन्हें भी नहीं बख्शा जाएगा।

    इस मौके पर नगरनौसा प्रखंड प्रमुख पति शैलू गोप,उप प्रमुख पति अनुज यादव, नगरनौसा मुखिया पूनम देवी, भुतहाखाड़ मुखिया नीरजा देवी,कैला मुखिया शंभू ठाकुर, खजुरा मुखिया महेंद्र प्रसाद सिंह कछियावां पंचायत मुखिया उषा सिन्हा,रामपुर के शिव कुमार गोप दामोदरपुर बलधा के ललिता देवी,पंचायत समिति शिरोमणि कुमार, वाल्मीकि यादव सुभाष यादव सहित कई समाज सेवी मौजूद थे।

  • सद्य स्थितीतील कापूस आणि तूर पिकांतील रोग आणि किडींचे कसे कराल व्यवस्थापन ? जाणून घ्या





    सद्य स्थितीतील कापूस आणि तूर पिकांतील रोग आणि किडींचे कसे कराल व्यवस्थापन ? जाणून घ्या | Hello Krushi








































    हॅलो कृषी ऑनलाईन : राज्यात पावसाच्या उघडीपुमुळे शेतकऱ्यांना दिलासा मिळाला आहे. पावसाची उघडीप मिळाल्यामुळे शेतीच्या कामांना वेग आला आहे. मात्र परतीच्या पावसामुळे तूर आणि कापूस पिकात रोग आणि किडींचा प्रादुर्भाव झाला आहे. त्याचे व्यवस्थापन कसे करायचे ? याची माहिती आजच्या लेखात घेऊया. वसंतराव नाईक मराठवाडा कृषि विद्यापीठ, परभणी येथील ग्रामीण कृषि मौसम सेवा योजनेतील तज्ञ समितीने पुढील प्रमाणे कृषि हवामान आधारीत कृषि सल्ल्याची शिफारश केली आहे.

    पीक व्यवस्थापन

    १) कापूस

    –वेळेवर लागवड केलेल्या व वेचणीस तयार असलेल्या कापूस पिकात वेचणी करून घ्यावी. वेचणी केलेला कापूस साठवणूकीपूर्वी उन्हात वाळवून साठवणूक करावी जेणेकरून कापसाची प्रत खालावणार नाही.
    –कापूस पिकात लाल्या रोगाचा प्रादूर्भाव दिसून येत असल्यास याच्या व्यवस्थापनासाठी 20 ग्रॅम मॅग्नेशियम सल्फेट प्रति 10 लिटर पाण्यात मिसळून पंधरा दिवसाच्या अंतराने दोन फवारण्या घ्याव्यात.
    — रसशोषण करणाऱ्या किडी : कापूस पिकात रसशोषण करणाऱ्या किडींच्या (मावा, फुलकिडे, पांढरी माशी) व्यवस्थापनासाठी 5% निंबोळी अर्काची किंवा लिकॅनीसिलीयम लिकॅनी (जैविक बुरशीजन्य किटकनाशक) एक किलो ग्रॅम किंवा फलोनिकॅमिड 50% 60 ग्रॅम किंवा डायनेटोफ्यूरॉन 20% 60 ग्रॅम किंवा पायरीप्रॉक्झीफेन 5% +डायफेन्थुरॉन 25% (पूर्व मिश्रित किटकनाशक) 400 ग्रॅम प्रति एकर फवारणी करावी.
    –गुलाबी बोंडअळी : कापूस पिकावरील गुलाबी बोंडअळीच्या व्यवस्थापनासाठी हेक्टरी 5 गुलाबी बोंडअळीसाठीचे कामगंध सापळे लावावेत. प्रादूर्भाव जास्त आढळून आल्या प्रोफेनोफॉस 50% 400 मिली किंवा इमामेक्टीन बेन्झोएट 5% 88 ग्रॅम किंवा प्रोफेनोफॉस 40% + सायपरमेथ्रीन 4% 400 मिली किंवा थायोडीकार्ब 75% 400 ग्रॅम प्रति एकर आलटून पालटून फवारावे.
    –दहिया : कापूस पिकात दहिया रोगाचा प्रादुर्भाव दिसून येत असल्यास याच्या व्यवस्थापनासाठी ॲझोक्सिस्ट्रोबीन 18.2% + डायफेनकोनॅझोल 11.4% एससी 10 मिली किंवा क्रेसोक्सिम-मिथाइल 44.3% एससी 10 मिली प्रति 10 लिटर पाण्यात मिसळून फवारणी करावी.

    २) तूर

    –तुर पिकात फायटोप्थोरा ब्लाईट प्रादूर्भाव दिसून आल्यास याच्या व्यवस्थापनासाठी वापसा येताच लवकरात लवकर ट्रायकोडर्मा 100 ग्रॅम प्रति 10 लिटर पाण्यात मिसळून खोडाभोवती आळवणी व खोडावर फवारणी करावी.
    –तूर पिकावरील पाने गुंडाळणारी अळीच्या व्यवस्थापनासाठी 5% निंबोळी अर्काची किंवा क्विनॉलफॉस 25% 16 मिली प्रति 10 लिटर पाण्यात मिसळून फवारणी करावी.

     

     

    error: Content is protected !!





  • एकंगरसराय में पानी के लिये त्राहिमाम, दीपावली से ही वाटर सप्लाई बंद।

    एकंगरसराय में वाटर सप्लाई का पानी दीपावली से बंद है बताया जा रहा है मोटर का तार जल गया है ,अभी तक तार आया नहीं है, यह सब कार्यालय कर्मियों एवं ठेकेदार के लापरवाही के कारण होता है । जिसके कारण आमजन को परेशानी झेलनी पड़ती है। छठ व्रत जो हिंदुओं का महान पर्व है आ गया है, साफ सफाई करनी पड़ती है पर पानी का समस्या सबसे बड़ी समस्या है एकंगरसराय में, बहुत बड़ी आबादी जो इस वाटर सप्लाई पर निर्भर करते हैं उनके पास दूसरी और कोई साधन नहीं है वह क्या करें अब कौन बताएगा ऐसे भी पानी का समस्या हमेशा 20 रोज 25 रोज पर होते रहता है ,जिसमें लोगों को बहुत परेशानी होती है, इसका समाधान किया जाए उक्त मांग अवधेश रजक,छोटे चौधरी,मिंटू पांडे, कुंदन कुमार ने जिला प्रशासन से की है वही

    हमेशा के कहां जा रहा है बृहस्पतिवार शुक्रवार तक पानी आएगा चार पांच रोज परेशानी झेलनी होगी सबसे प्रमुख बात तो यह है बताया जाआ रहा है कार्यालय में नई बोरिंग की गई थी वह बोरिंग होते के साथ खराब हो गया चालू भी नहीं हो पाया इसका जवाब दे ही किसके पास है इसकी जांच होनी चाहिए, और नई बोरिंग को चालू करनी चाहिए चाहे इसके लिए नई बोरिंग ही क्यों न दोबारा करना पड़े। लोगों के अनुसार यह भी कहा जा रहा है इसकी पूरी पैसा निकल चुकी है और बोरिंग रूम को पेंटिंग भी कर दिया गया है ताकि पैसा निकलने में कठिनाई ना हो इसकी पूरी तरह जांच होनी चाहिए ताकि देश और राज्य का पैसा बर्बाद ना हो और पब्लिक को परेशानी ना हो बोरिंग का पैसा कितना निकला है या नहीं निकला है ।यह हम कह नहीं सकते हैं पर नई बोरिंग रूम पेंटिंग होकर तैयार है पर अभी तक चालू नहीं हुआ इसका क्या कारण है यह चालू हो जाता है तो बहुत हद तक एकंगर सराय में पानी का समस्या दूर हो जाएगा।

  • बाराहाट सड़क हादसे में जख्मी हुए साबिर अंसारी की ईलाज के दौरान हुई मौत

    बांका/ऋषभ

    बाराहाट,बांका। मगंलवार को देर शाम हुए बाराहाट बाजार के समीप हुए गैस कंटेनर गाड़ी और ऑटो के बीच हुए भिड़त में जख्मी डफरपुर ग्राम निवासी साबिर अंसारी की ईलाज के दौरान रास्ते में मौत हो गई। मृतक के परिवारजनों का रो -रो कर बुरा हाल हैं,ज्ञात हो की साबिर अंसारी ऑटो में सवार होकर अपने घर डफरपुर जा रहें थे। इसी दौरान तेज गति रफ्तार में आ रही गैस कंटेनर गाड़ी के पिछले हिस्से में ऑटो जा फसी

    गैस कंटेनर गाड़ी इतनी तेज़ रफ़्तार में थी,की 50 मीटर तक उसमे सवार साबिर अंसारी घसीटते हुए चले गए। इस दौरान वे गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। स्थानीय लोगों की मदद से साबिर अंसारी को बेहतर इलाज हेतु बाराहाट सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी नाजुक हालत को देखते हुए डाक्टरों की देखरेख में रेफर कर दिया गया था, जहां रजौन जाने के क्रम में ही साबिर अंसारी की मौत हो गई। वहीं इस घटना में दोनो ही दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को पुलिस अपने कब्जे में ले लिया था।

  • Traffic Rule : अब Bike चलाने के लिए भी देनी होगी फीस, जानें – अजीबोगरीब नियम..


    डेस्क : ज्यादातर देशों में बाइक चलाने से ज्यादा महंगा होता है इसको खरीदना। लेकिन एक ऐसा भी शहर है जहां मोटरबाइक चलाने के लिए परमिट लेना काफ़ी महंगा है। हम बात कर रहे हैं विश्व के सबसे महंगे शहरों में से एक सिंगापुर की, जहां सरकार ने मोटरसाइकिलों और कार की सड़क पर बढ़ती संख्या को कम करने के लिए एक नयी तरकीब निकाली है। इसके तहत वाहनों को चलाने के लिए ली जाने वाली परमिट को अब इतना महंगा कर दिया गया है कि इस कीमत पर दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में एंट्री लेवल बाइकों को खरीदा भी जा सकता है।

    भूमि परिवहन प्राधिकरण के एक आंकड़ों के अनुसार, सिंगापुर में 10 वर्ष के लिए मोटरसाइकिल परमिट लेने के लिए 12,801 सिंगापुर डॉलर (लगभग 7.40 लाख रुपये ) देने होते थे। लेकिन अब इसे बढ़ा कर ड्राइवरों को 20,000 सिंगापुर डॉलर (लगभग 11.66 लाख रुपये) और उसकी सवारी करने के लिए लगभग 5,000 सिंगापुर डॉलर (लगभग 2.92 लाख रुपये) भुगतान करने होंगे।

    भारत में इस कीमत पर आप Kawasaki निंजा 1000, Ducati Scrambler 1100, और Triumph Bonneville T120 जैसी शानदार बाइक्स को भी खरीद सकते हैं। परमिटों की बढ़ोतरी इतनी है कि इसे पिछले 4 सालों में 200 फीसदी तक बढ़ा दिया गया है।

    सिंगापुर के लोगों के लिए नई गाड़ी खरीदना कोई बड़ी बात नहीं है। इसलिए वहां के लोगों के पास एक से ज्यादा गाड़ियां भी होती हैं। परिणाम के तौर पर वहां के सड़कों पर हमेशा ही जाम लगा रहता है। ऐसे में सड़कों पर मोटरबाइक और कारों की संख्या को सीमित करने के के लिए परमिटों को अब महंगा कर दिया है ताकि लोग नई गाड़ी खरीदने से बचें। साथ ही सितंबर माह तक, शहर में मोटरसाइकिलों की सीमा लगभग 142,000 और कारों की संख्या लगभग 6,50,000 तक सीमित कर दी गयी है। बढ़ी हुई फीस का भुगतान भी बाइक मालिकों को अब खुद ही करना होगा।

    [rule_21]

  • पूर्व मंत्री सह बांका विधायक राम नारायण मंडल ने पापहरनी सरोवर का लिया जायजा

    बांका/ऋषभ

    बाराहाट,बांका। पूर्व मंत्री सह बांका विधायक राम नारायण मंडल ने छठ महापर्व की तैयारीयो को लेकर मंदार स्थित पापहरनी सरोवर का घूम -घूम कर जायजा लिया। इस दौरान बांका विधायक ने प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा -छठ महापर्व के दौरान श्रद्धालुओ को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए अभी से व्यापक इंतजाम में लग जाएं

    मंदार स्थित सरोवर में आसपास छठवर्ती के आलावे दूर दराज से भी श्रद्धालुगण सैकड़ों की संख्या में यहां भगवान भास्कर को अर्धय देने के लिए आते हैं। यहीं कारण हैं,की श्रद्धालुओ की असीम आस्था यहां से जुड़ी हुईं हैं। बांका विधायक ने कहा सरोवर के चारो तरफ़ बेरिकेटिंग लगाकर जगमग डिजीटल रौशनी की वयवस्था करें। जल्द से जल्द छठ महापर्व आने के पूर्व सरोवर में फैली गंदगी की साफ सफाई कराए

    मंदार धार्मिक दृष्टिकोण से काफ़ी महत्वपूर्ण माना जाता हैं। मंदार हमसभी लोगों की धरोहर हैं। इस मौके पर बौसी बीडीओ,बौसी सीओ,के आलावे बीजेपी जिला महामंत्री हीरालाल मंडल ,रासमोहन ठाकुर,राजीव लोचन मिश्रा, कुमोद शर्मा उर्फ बाबा, अमित साह,बबलू चौधरी, सहित दर्जनों की संख्या में लोग उपस्थित थे।

  • पथरा गांव से शादी की नियत से युवती का हुआ अपहरण

    बांका /ऋषभ

    बाराहाट,बांका। शादी की नियत से एक युवती के अपहरण होने का मामला बाराहाट थाना क्षेत्र के पथरा गांव से युवती के पिता वरुण रजक के द्वारा बाराहाट थाना में लिखित आवेदन देकर गांव के ही 3 लोगों के विरुद्ध में मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक युवती के पिता के द्वारा 22 अक्टूबर 2022 को उनकी पुत्री को शादी की नियत से गांव के ही संजीव कुमार रजक उम्र 25 पिता का नाम -प्रकाश रजक के द्वारा अपहरण कर लिया

    गया हैं। इस मामले में संजीव कुमार रजक के आलावे संजीव के पिता प्रकाश रजक, माता नीतू देवी को आरोपित बनाया गया हैं। वहीं इस पूरे मामले पर थाना प्रभारी सतीश कुमार ने बताया की युवती के पिता के द्वारा बाराहाट थाना में लिखित आवेदन देकर मामला दर्ज कर लिया गया है मामले की छानबीन शुरू कर दी गई हैं।