Category: News

  • अकाउंट में नहीं है बैलेंस? फिर भी निकाल सकते हैं 10,000 रूपये, खुलवाएं ये अकाउंट


    डेस्क : यदि आपने भी पीएम जनधन खाता नहीं खुलवाया है तो किस बात की देरी कर रहे हैं आप। प्रधानमंत्री जनधन योजना (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana) के तहत जीरो बैलेंस पर बैंक खातों (Bank Account) की संख्या में अब वृद्धि हो रही है। योजना के तहत खोले गए खातों में खाताधारकों को कई सारी सुविधाएं मिलेंगे।

    खास बात ये की यदि आपके खाते में बैलेंस नहीं है तो भी आप इस खाते से 10,000 रुपये तक निकाल सकते हैं। इसके अलावा, रुपे डेबिट कार्ड (Rupay Debit Card) की सुविधा दी जाती है, जिससे आप खाते से पैसे निकलवा सकता है और खरीददारी भी कर सकते हैं।

    2014 में शुरू हुई थी योजना

    2014 में शुरू हुई थी योजना
    बता दें साल 2014 से इस योजना की शुरुवात की गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में जनधन योजना शुरू करने की घोषणा की थी। जिसके बाद इस साल 28 अगस्त को इस योजना को शुरू कर दिया गया। योजना के तहत छह जनवरी 2021 तक जनधन खातों की संख्या अब तक 41.6 करोड़ है। सरकार ने 2018 में अधिक सुविधाओं व लाभों के साथ इस योजना का दूसरा संस्करण शुरू किया।

    मिलेंगी ये सुविधाएं

    मिलेंगी ये सुविधाएं

    खाता खुलवाने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स

    खाता खुलवाने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स

    [rule_21]

  • Bank Loan : अगर लोन लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाए, तो बैंक उसके लोन का निपटारा कैसे करती है?


    डेस्क : हम सभी अपने जीवन में कभी न कभी बैंक से कर्ज लेते हैं। चाहे वह किसी व्यक्ति से व्यक्तिगत रूप से लिया गया हो या किसी बैंक से ऋण लिया गया हो। कभी-कभी हम खुद को ऐसी स्थितियों में पाते हैं जहां हमें ऐसा करना पड़ता है। चाहे वह बच्चों की पढ़ाई के लिए कर्ज लेना हो, बेटी की शादी के लिए या फिर होम लोन के लिए। अगर आप किसी बैंक से कर्ज लेते हैं तो बैंक आपको अलग-अलग ब्याज दरों पर कई कर्ज देता है।

    बैंक हमें विभिन्न प्रकार के ऋण प्रदान करते हैं :

    बैंक हमें विभिन्न प्रकार के ऋण प्रदान करते हैं : उदाहरण के लिए पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन, बिजनेस लोन, एजुकेशन लोन आदि। लोन लेने के बाद हमें टर्म के अंत तक लोन चुकाना होता है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब कर्ज लेने वाले की किसी वजह से मौत हो जाती है तो क्या आपने कभी सोचा है कि उस कर्ज का क्या होगा? क्या व्यक्ति की मृत्यु के बाद बैंक कर्ज माफ करता है? या इससे जुड़े नियम क्या हैं। आइए आज जानने की कोशिश करते हैं।

    क्या बैंक कर्ज माफ करते हैं?

    क्या बैंक कर्ज माफ करते हैं? बहुत से लोग सोचते हैं कि कर्जदार की असामयिक मृत्यु होने पर बैंक उनका कर्ज माफ कर देते हैं। लेकिन क्या यह संभव है? जवाब है बिल्कुल नहीं। चाहे किसी की भी मृत्यु हो जाए, बैंक उनका पैसा वसूल करेगा। अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु कर्ज से हुई है। तब उसकी जागीर का वारिस उस कर्ज़ को चुकाएगा। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो कानूनी तौर पर बैंक संपत्ति बेच देता है और उनका पैसा वापस ले लेता है। यदि संपत्ति ऋण से अधिक है, तो बैंक इस स्थिति में कानूनी उत्तराधिकारियों को नीलामी की आय भी लौटाता है।

    बीमा कंपनी बीमा होने पर ऋण चुकाती है :

    बीमा कंपनी बीमा होने पर ऋण चुकाती है : मालूम हो कि जब हम बैंकों से कर्ज लेते हैं तो ग्राहकों को टर्म इंश्योरेंस के बारे में बताया जाता है। यह टर्म इंश्योरेंस लोन को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है। अगर आप भी कर्ज लेते समय बीमा निकालते हैं। तो इस स्थिति में, उधारकर्ता की मृत्यु के बाद, बीमाकर्ता बैंक को ऋण वापस कर देता है। दूसरी ओर, यदि कोई बीमा नहीं है, तो बैंक कानूनी वारिसों को दो विकल्प देता है। वे चाहें तो वन टाइम सेटलमेंट कर सकते हैं या अपने नाम पर लोन ट्रांसफर कर सकते हैं, जिसे वे बाद में चुका सकते हैं.

    अगर मैं कार लोन ले लूं तो क्या होगा?

    अगर मैं कार लोन ले लूं तो क्या होगा? अगर आपने बैंक से कार लोन लिया है तो ऐसे में बैंक पहले वाहन को अपने कब्जे में लेता है। नीलामी करता है। नीलामी से पैसा वसूल होने पर जुर्माना। हालांकि, अगर पैसा नहीं वसूला जाता है, तो इस मामले में, वह मृतक की अन्य संपत्ति जैसे घर, जमीन आदि को भी कर्ज के निपटान के लिए बेच सकता है।

    क्या होता है जब आप पर्सनल लोन लेते हैं :

    क्या होता है जब आप पर्सनल लोन लेते हैं : वहीं अगर आपने पर्सनल लोन लिया है तो ऐसे में बैंक आपको नॉमिनी तय करने के लिए कहता है। ऐसे मामलों में, उधारकर्ता की मृत्यु के बाद, उत्तराधिकारियों को बकाया राशि का भुगतान करना पड़ता है। हालांकि, व्यक्तिगत ऋण अक्सर बीमाकृत ऋण होते हैं और ग्राहक ईएमआई राशि के साथ बीमा प्रीमियम का भुगतान करता है। ऐसे मामलों में, उधारकर्ता की मृत्यु के बाद बीमाकर्ता से ऋण की शेष राशि की वसूली की जाती है।

    बिज़नेस लोन लेन पर क्या होता है :

    [rule_21]

  • पिता के देहांत के बाद भाई में संपत्ति का बंटवारा कैसे होता है? जानिए क्या हैं नियम..


    न्यूज डेस्क : हर घर में एक न एक बार बटवाड़ा जरूर होता है। इस बंटवारे के दौरान कई बार कई बड़े विवाद सामने आते हैं। परिवार के मुखिया की मृत्यु होने की स्थिति में यह समस्या बनी रहती है। इन दिनों भाई- भाई में विवाद का यह बड़ा कारण माना जा रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसके लिए भी कई नियम बनाए गए हैं जिससे इन विवादों से बचा जा सके।

    यदि घर के मुखिया स्वर्गवास से पूर्व ही वसीयत तैयार किए होते हैं तो उस स्थिति में विवाद होने की संभावना ना के बराबर होती है। बतादें कि वसीयत में परिवार का मुखिया अपने बच्चों अथवा किसी आत्माजन को अपनी संपत्ति सौंपकर जाता है। ऐसे में झगड़ा लड़ाई की स्थिति ना के बराबर पैदा होती है। क्योंकि संपति पहले से ही किसके हिस्से में किया गया होता है।

    हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम,1956 :

    हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम,1956 : यदि आपसी सहमति से बटवाड़ा ना हो तब उत्तराधिकारी अधिनियम 1956 के तहत किया जाता है। इस अधिनियम के तहत परिवार के मुखिया की मृत्यु होने की स्थिति में उनके संपत्ति का हकदार उत्तराधिकारी को माना जाता है। संपति बंटवारे के संबंध में कई कानूनी समस्याएं सामने आते हैं। इस स्थिति में लोग आपसी सहमति और जानकारों की मदद से जमीन को उलझाने लेना पसंद करते हैं।

    संपति बंटवारे से जुड़े कई ऐसी बातें हैं जिस पर ध्यान देना और जरूरी हो जाता है। सभी वारिस को यह देख लेना चाहिए कि जमीन पर कोई कर्ज या लेनदेन तो नहीं है। अगर ऐसी स्थिति बनती है तो सभी को मिलकर पहले इसे चुका देना चाहिए, ताकि किसी एक पर इसका बोझ ना पड़े। इन कानूनों को अपनाने से पहले किसी एक्सपर्ट से लड़ाई जरूर लेनी चाहिए। हालांकि ग्रामीण इलाकों में लोग अमीन की मदद से जमीन का बंटवारा बराबर बराबर कर लेते हैं।

    [rule_21]

  • बहुजन सेना की ओर से आदमपुर गांव में बहुजन महापंचायत की गई।

    नालंदा जिला के गिरियक प्रखंड के आदमपुर गांव में बहुजन सेना द्वारा एक बहुजन महापंचायत का आयोजन किया गया। आज के इस महापंचायत में सर्वप्रथम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एवं महात्मा बुध्द के मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए बहुजन महापंचायत की शुरुआत की गई। इस बहुजन महापंचायत में गिरिरक प्रखंड के विभिन्न गांवों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
    इस अवसर पर बहुजन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप कुमार ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम आजादी के अमृत महोत्सव मना रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि आजादी के 75 साल बाद भी हम बहुजनों (एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यकों) की स्थिति गुलामों जैसी बनी हुई है। आज भी देश के सत्ता एवं संस्थानों पर सिर्फ एक वर्ग का ही एकाधिकार बना हुआ है।अब समय आ गया है कि हमलोग अपने हक अधिकार को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़े और इस देश से मनुवादियों/सामंतवादियों के शासन को उखाड़ फेकें।बहुजन सेना की ओर से आदमपुर गांव में बहुजन महापंचायत की गई।
    इस अवसर पर प्रदेश महासचिव रामदेव चौधरी ने कहा कि न्यायपालिका में कॉलजीएम सिस्टम प्रणाली खत्म किया जाए पूरे बिहार राज्य में समान शिक्षा प्रणाली लागू किया जाए सभी गरीब वोटरों को ₹10000 हर महीना दिया जाए बहुजनों को 85% आरक्षण मिले भारत के सभी पूॅजी पत्तियों की संपत्ति राजस्व घोषित किया जाए आजाद देश में आज भी बहुजनों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है और निजीकरण के आड़ में उनके आरक्षण को छीना जा रहा है तथा संविधान में दिए अधिकारों को तोड़ मरोड़ कर खत्म करने का साजिश चल रही है बहुजन महापंचायत में उपस्थित लोगों ने संविधान, आरक्षण, अपने अधिकारों को बचाने का संकल्प लिए।
    प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश कुमार दास एवं जिला सचिव महेंद्र प्रसाद ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी आबादी 90% परसेंट होने के बावजूद भी हम शासक नहीं बल्कि याचक बनकर जिंदगी जी रहे हैं। और आज भी हमारे बहुजन लोग उचित शिक्षा एवं स्वास्थ्य से वंचित हैं तथा गरीबी के साए में जीवन जीने को मजबूर हैं।
    आज के इस बहुजन महापंचायत में इन्द्रेव पासवान, सुरेन्द्र प्रसाद तरुण, रंजीत रविदास, इन्दल चौधरी, धनेश्वर मांझी, नरेश दास, होरिल दास, विपिन दास, बिहारी चौधरी, नरेश रजक, विजय कुमार, जतन मांझी, शैलेन्द्र कुमार राम,विनय कुमार, सुदेश दास, विनेश्वर मांझी इत्यादि लोगों ने भाग लिया।

  • स्कीम हो तो Post Office जैसा! केवल 7 हजार लगाएं और 5 लाख का रिटर्न पाइए, जानें – स्कीम के बारे में..


    डेस्क : अगर आप रातों रात लखपति बनने की सोच रहे हैं तो वो सिर्फ सपनों में ही संभव हो सकता है. हम आपको यहां पोस्‍ट ऑफिस की योजना के बारे में बता रहे हैं यानी कि आप जो भी निवेश करेंगे वो एकदम टेंशन फ्री होगा, आपको अपने निवेश को लेकर रात दिन चिंता करने की जरूरत नहीं है। अगर आप नौकरी या व्‍यापार करते हैं तो आपके पास दिन भर समय नहीं रहता कि आप शेयर मार्केट पर नजर रख सके. ऐसे में ये स्कीम उन लोगों के लिए है जो एक बार निवेश करके डायरेक्‍ट रिटर्न लेने के बारे में सोचते हैं.

    ऐसे शुरू करें पोस्ट ऑफिस RD में निवेश :

    ऐसे शुरू करें पोस्ट ऑफिस RD में निवेश : पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट बेहतर ब्याज दर के साथ छोटी किस्त में निवेश करने के लिए सरकार की गारंटी स्कीम है, इसमें आप महज 100 रुपये के छोटे से अमाउंट से भी निवेश स्टार्ट कर सकते हैं. निवेश की अधिकतम लिमिट तय नहीं है, यानी आप जितना चाहें इसमें पैसा जमा कर सकते हैं. इस योजना के लिए अकाउंट पांच सालों के लिए खोला जाता है. हालांकि बैंक छह महीने, 1 साल, 2 साल, 3 साल के लिए रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट की सुविधा दे रही हैं. इसमें जमा पैसों पर ब्याज हर तिमाही पर मिलेगा और इसे हर तिमाही के आखिर में आपके अकाउंट में जमा कर दिया जायेगा.

    जानिए कितना मिलेगा ब्याज (Recurring Deposit Interest Rate)

    जानिए कितना मिलेगा ब्याज (Recurring Deposit Interest Rate)

    [rule_21]

  • देंक़पुरा गांव स्थित मगराही तालाब का किया गया साफ सफाई।

    रहुुई।छठपूजा को देखते हुए जहां जिला प्रशासन छठ घाट की साफ-सफाई को लेकर मुस्तैद दिखाई दे रही है वही रहुई प्रखंड के अंबा पंचायत के मुखिया सुशीला देवी एवं मुखिया प्रतिनिधि सह बीजेपी जिला महामंत्री अविनाश मुखिया के द्वारा भी अपने पंचायत के छठघाटों की साफ-सफाई को लेकर काफी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं, तभी तो पिछले 15 दिनों से जिन छठघाट पर गंदगी का अंबार या फिर यूं कहें कि जिस छठघाट पर आधा अधूरा निर्माण कार्य हुआ हो उसे छठघाट का निर्माण कार्य भी मजदूरों के द्वारा करवाया जा रहा है। बात अगर अंबा पंचायत के मंगराही तालाव की करें तो यह मंगराही तलाव ऐसा छठघाट है जहां हजारों की संख्या में छठव्रती महिलाएं अर्ध्य देने के लिए आती हैं छठघाट पर गंदगी का अंबार और मंगराही तालाब छठघाट में पानी में गंदगी को देखते हुए पूर्व में ही पूरे पानी की उड़ाई की गई थी। उसके बाद ट्यूबेल के सहारे इसमें साफ पानी भरने की भी कवायद की जा रही है पिछले कई दिनों से लगातार मगराही तलाव छठघाट में साफ-सफाई एवं ट्यूबवेल के सहारे साफ पानी भरा जा रहा है। बुधवार को अंबा पंचायत मुखिया प्रतिनिधि एवं भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री अविनाश मुखिया एवं पंचायत के लोगों के द्वारा छठघाट के सीढ़ियों की साफ सफाई की गई।बीजेपी नेता अवनाश मुखिया खुद साफ सफाई की जिम्मेदारी को उठाते हुए साफ सफाई में जुटे हुए नजर आए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि छठपूजा को लेकर सीढ़ियों की साफ सफाई की जा रही है एवं पानी में ब्लीचिंग पाउडर भी डाला जाएगा ताकि पानी पूरी तरह से अर्ध्य देने लायक बन जाए। उन्होंने कहा कि छठ पूजा के पहली अर्ध्य और दूसरी अर्ध्य के दिन नाव की व्यवस्था की जाएगी ताकि पूजा के दौरान अगर किसी प्रकार की अप्रिय घटना होती है तो गोताखोर की मदद से उसे बचाया जा सके। उन्होंने इस व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन से मुलाकात भी की है। इस साफ-सफाई के मौके पर अम्बा पंचायत के श्रवण सिंह मनोज सिंह धनंजय कुमार धर्मेंद्र प्रसाद तरुण सिंह विकास कुमार विजय रविदास राजेश रविदास पवन सिंह रंजीत सिंह तथा अन्य ग्रामीणों ने मिलकर छठ घाट का सफाई करने में श्रमदान दिया।

  • पलायन की समस्या सबसे बड़ी, स्वास्थ और शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है

    प्रशांत किशोर ने 3500 किमी लंबी जन सुराज पदयात्रा के 200 किमी पूरे कर लिए। इस मौके पर बगहा के पतिलार स्थित पदयात्रा कैंप में उन्होंने मीडिया से बातचीत की। अबतक के पदयात्रा का अनुभव साझा करते हुए प्रशांत किशोर ने बताया कि वे पदयात्रा में रोज लगभग 15-20 किलोमीटर पैदल चलते हैं और जब 10-16 पंचायतों का भ्रमण हो जाता है, तब एक जगह रुकते हैं। ताकि जिन पंचायतों से पदयात्रा गुजरी है, वहां के स्थानीय जन समस्याओं पर लोगों से मिलकर उसे सुन व समझ कर उसे संकलन कर पंचायत आधारित ब्लूप्रिंट बना सकें।

    पलायन सबसे बड़ी समस्या, शिक्षा, स्वास्थ व्यवस्था और ग्रामीण सड़कों की हालत बेहद खराब, बिजली के बिल से परेशान है ग्रामीण जनता: प्रशांत किशोर जन सुराज पदयात्रा के दौरान सामने आई समस्याओं का ज़िक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जब पदयात्रा गांवों से गुजर रही है तो उन्हें ज्यादातर महिलायें, बच्चे और बुजुर्ग ही गांवों में मिलते हैं। यह साफ़ दिखता है कि पलायन ने विकराल रूप ले लिया है। गांवों के 70 प्रतिशत युवा रोज़ी-रोटी के लिए बाहर जा चुके हैं। शिक्षा व्यवस्था का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त हो चुकी है, स्कूल की बिल्डिंग, शिक्षक और छात्र तीनों का समायोजन कहीं देखने को नहीं मिलता है। जहां बिल्डिंग है, वहां शिक्षक और छात्र नहीं हैं, जहां छात्र हैं वहां शिक्षक और बिल्डिंग नहीं है।

    ग्रामीण सड़कों का हाल भी लालू राज जैसा ही है, जैसे ही आप स्टेट और नेशनल हाईवे छोड़ कर ग्रामीण सड़कों पर आएंगे, आपको पता लगेगा की ग्रामीण सड़कों की स्थिति कितनी बेहाल है। प्रशांत किशोर ने कहा की जल्द हीं वह एक वीडियो भी जारी करेंगे जिसमे 200 किलो मीटर पदयात्रा के दौरान मिली ख़राब सड़कों का हाल दिखाया जायेगा। बिजली बिल की समस्या का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा की बिजली तो पहुंच गई है मगर लोग बिल से परेशान हैं। खुले में शौच की समस्या को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि ODF केवल कागजों पर हैं, जमीन पर स्थिति इसके ठीक उलट है।

    चंपारण में बारिश के पानी से आने वाले बाढ़ का ज़िक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा की बारिश के पानी से खेती का बहुत नुकसान होता है। सरकारी परिभाषा के अनुसार 3 दिन तक अगर पानी रुकता है तो उसे बाढ़ माना जाता है। लोगों ने बताया कि ऐसे 60-62 छोटी नदियां हैं, जिसमें नेपाल से बारिश का पानी आता है और कई गांवों को प्रभावित कर चला जाता है। पत्थर बालू की समस्या का ज़िक्र करते प्रशांत किशोर ने वन राज्य अधिनियम को लागू नहीं करने या आंशिक रूप से लागू होने से आने वाली परेशानियों का भी ज़िक्र किया। प्रशांत किशोर ने वृद्धा पेंशन के पैसे मिलने में आने वाली चुनौतियों का ज़िक्र किया साथ ही उन्होंने ने दलित और महदलित समाज की बदहाली पर बात करते हुए कहा कि बिहार में दलित-महादलित के नाम पर राजनीति हो रही है, मगर ज़मीनी स्तर पर हालात बेहद खराब है।

  • नोट पर गांधी जी के साथ गणेश-लक्ष्मी का भी फोटो हो : अरविंद केजरीवाल…


    डेस्क : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में सरकार बनाने के बाद अब गुजरात चुनाव को लेकर काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। गुजरात चुनाव पर आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बड़ी ही चालाकी से हिंदू कार्ड खेला है। अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से एक आश्चर्य कर देने वाली मांग की है।

    केजरीवाल का मांग यह है कि भारतीय करेंसी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ गणेश और लक्ष्मी जी की भी तस्वीर होनी चाहिए। गणेश लक्ष्मी की तस्वीर पीछे की ओर से छापने की मांग है।

    बता दें कि राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल की ओर से एक बड़ा दाऊ हो सकता है। गुजरात चुनाव में हिंदुओं को रिझाने के लिए अरविंद केजरीवाल कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। इसलिए उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार से यह मांग की है।

    अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवान खुश रहेंगे तभी अर्थव्यवस्था सही रहेगी। स्कूल अस्पताल की आवश्यकता है यह सब भगवानकी कृपा से ही संभव है। अब इस मांग के बाद बीजेपी की तरफ से बयानबाजी शुरू हो गई है।

    केजरीवाल की मांग पर बीजेपी की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि केजरीवाल की राजनीति यू-टर्न ले रही है. ये वही शख्स है जिसने अयोध्या में राम मंदिर जाने से मना कर दिया था। दूसरी ओर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने केजरीवाल की इस मांग पर कहा कि वह बीजेपी और आरएसएस की बी टीम हैं। यह उनकी वोट की राजनीति है। संदीप दीक्षित ने आगे कहा कि केजरीवाल पाकिस्तान जाएंगे तो खुद को पाकिस्तानी बताकर वोट मांगेंगे।

    [rule_21]

  • Post Office में बिना परीक्षा के मिलेंगी नौकरी, 12वीं पास ऐसे करें आवेदन..


    Post Office Job : गवर्नमेंट जॉब की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए एक शानदार मौका है। भारतीय डक (ndia Post) विभाग में बंपर पदों पर भर्ती निकली है। डाक विभाग गुजरात पोस्टल सर्कल ने मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS), पोस्टमैन, पोस्टल असिस्टेंट और सॉर्टिंग असिस्टेंट सहित विभिन्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए है। स्पोर्ट कोटे के तहत कुल 188 पदों पर भर्ती की जाएगी। आवेदन प्रक्रिया आधिकारिक वेबसाइट यानी dopsportsrecruitment.in पर शुरू भी हो चुकी है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार अंतिम तिथि 22 नवंबर 2022 से पहले अपना पंजीकरण जरूर करा लें।

    06 दिसंबर को जारी होगी शॉर्टलिस्ट की गयी सूची :

    06 दिसंबर को जारी होगी शॉर्टलिस्ट की गयी सूची : विभाग अब शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों की सूची तैयार करेगा जो 06 दिसंबर 2022 को जारी किया जाएगा। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और असम क्षेत्रों के लिए अधिसूचना भी जल्द ही इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाएगी। उम्मीदवार नीचे दिए गए विवरण की जांच भी कर सकते हैं।

    वैकेंसी डिटेल्स :

    वैकेंसी डिटेल्स : डाक सहायक डाकघर / सेविंग बैंक नियंत्रण संगठन / अंचल कार्यालय और क्षेत्रीय कार्यालय के लिए कुल 71 पद रेलवे मेल सर्विस में पोस्टमैन पोस्ट ऑफिस/मेल गार्ड के लिए कुल 56 पद MTS डाकघर/रेलवे मेल सेवा/अंचल कार्यालय के लिए 6 पद

    शैक्षणिक योग्यता :

    शैक्षणिक योग्यता : MTS के लिए हाई स्कूल पास डाकिया और मेल गार्ड के लिए 12 वी पास और स्थानीय भाषा का ज्ञान और कम्प्यूटर की जानकारी पोस्टल असिस्टेंट/सॉर्टिंग स्टाफ के लिए 12 वी पास और कम्प्यूटर का ज्ञान और सर्टिफिकेट

    [rule_21]

  • यात्रीगण ध्यान दें! अब स्टेशन पर नहीं मिलेंगे टिकट, बंद हो जाएंगे काउंटर जानें – क्या है तैयारी..


    Indian Railway : रेल यात्रियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अपडेट है। अब आपको रेलवे स्टेशनों पर मिलने वाले टिकट काउंटर नहीं दिखेंगे. रेलवे टिकट काउंटर बंद करने की तैयारी में है। भारतीय रेलवे का यह कदम उन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है जो सिर्फ टिकट काउंटर से टिकट खरीदते हैं। वैसे ज्यादातर लोग अब अपनी ट्रेन की टिकट ऑनलाइन ही बुक करते हैं। लेकिन फिर भी बहुत से लोग ऐसे टिकट काउंटर से टिकट लेना पसंद करते हैं। या कभी-कभी आपात स्थिति में लोग टिकट काउंटर से टिकट खरीद लेते हैं। लेकिन बहुत जल्द आपको रेलवे स्टेशनों पर मिलने वाले ये टिकट काउंटर देखने को नहीं मिलेंगे. भारतीय रेलवे के इस कदम से लोग पहले से कहीं ज्यादा ऑनलाइन बुकिंग पर निर्भर हो जाएंगे।

    क्या है रेलवे की तैयारी :

    क्या है रेलवे की तैयारी : रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक देश में सभी टिकट काउंटर एक साथ बंद नहीं होंगे. विभिन्न चरणों में कदम उठाए जाएंगे। रेलवे ने इस साल 300 टिकट काउंटर बंद करने का लक्ष्य रखा है। इसी तरह टिकट काउंटर धीरे-धीरे बंद कर दिए जाएंगे।

    ऑनलाइन बुकिंग पर जोर :

    ऑनलाइन बुकिंग पर जोर : भारतीय रेलवे के इस फैसले से आईआरसीटीसी को सबसे ज्यादा फायदा होगा। मैं खुद आईआरसीटीसी के जरिए ट्रेन टिकट ऑनलाइन बुक करता हूं। एक रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल कुल टिकट बुकिंग में आईआरसीटीसी की हिस्सेदारी 80 फीसदी है। रेलवे के ताजा फैसले से यह और बढ़ जाएगा। रेलवे ने फैसला लेने से पहले एक संसदीय समिति से सलाह मांगी थी।

    आप एक महीने में 24 टिकट बुक कर सकते हैं :

    आप एक महीने में 24 टिकट बुक कर सकते हैं : इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRTC) ने हाल ही में अपने टिकट बुकिंग नियमों में बदलाव किया है। यात्रियों की सुविधा के लिए आईआरसीटीसी ने उन लोगों के लिए टिकट बुकिंग की सीमा एक महीने में छह से बढ़ाकर 12 करने का फैसला किया है, जिनके खाते आधार से लिंक नहीं हैं। इससे उन्हें और अधिक यात्रा करने में आसानी होगी। इसी तरह जिनके खाते आधार से जुड़े हैं वे एक महीने में 12 टिकट की जगह कुल 24 टिकट बुक करा सकते हैं।

    [rule_21]