Category: News

  • पाटलिपुत्र खेल परिसर में राज्य स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता

    कला संस्कृति एवं खेल विभाग द्वारा दक्ष कार्यक्रम के अंतर्गत  पटना के पाटलिपुत्र खेल परिसर में राज्य स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता के विभिन्न खेलों के विजेता खिलाड़ियों को नगद पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में माननीय मंत्री श्री जितेंद्र राय और सभी ज़िला के डिस्टिक स्पोर्ट्स ऑफिसर मौजूद थे।इस कार्यक्रम में विभिन्न खेलों के लगभग 2200 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।

    नालंदा जिला ताइक्वांडो संघ के सचिव कार्तिक कुमार ने बताया कि नालंदा ज़िला के लगभग 70 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया जिसमें ज़िले के चार खिलाड़ी ताइक्वांडो से भी थे। सचिव कार्तिक कुमार ने बताया कि जो खिलाड़ी गोल्ड मेडल जीते हैं उन्हें ₹10000, जो सिल्वर मेडल जीते हैं उन्हें ₹5000 और जो ब्रोंज मेडल जीते हैं उन्हें ₹2500 नगद राशि से पुरस्कृत किया गया।
    जिला सचिव कार्तिक कुमार ने बताया इस तरह के कार्यक्रम से खिलाड़ियों में और भी उत्तेजना बढ़ेगी और आने वाले समय में और बेहतर प्रदर्शन करेंगे। इस उपलब्धि पर सचिव कार्तिक कुमार, अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार तथा कोषाध्यक्ष राकेश कुमार ने सभी को बधाई दी है।

  • मोकामा उपचुनाव में रालोजपा महिला प्रकोष्ठ ने एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में हर गांव,पंचायत, प्रखंडों में किया प्रचार:लक्ष्मी सिन्हा

    बिहार (पटना): राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के महिला प्रकोष्ठ ने मोकामा के एनडीए प्रत्याशी सोनम देवी के लिए हर गांव,  पंचायत,प्रखंडों में जाकर वहां के लोगों से एनडीए के पक्ष में वोट गिराने के लिए की अपील रालोजपा महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष डॉ स्मिता शर्मा ने कहा कि 1995 के बाद यह पहला मौका है कि मोकामा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने अपना प्रत्याशी दिया है अब मोकामा की जनता को तय करना है कि विकास चाहिए या विनाश। अगर विकास चाहिए तो एनडीए प्रत्याशी सोनम देवी जी को अपना वोट देकर विजय बनाएं रालोजपा महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश संगठन सचिव लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि इस दीपावली में मोकामा की जनता घर के सफाई के साथ-साथ मोकामा विधानसभा की भी सफाई करेगी लक्ष्मी सिन्हा ने बताया 4 दिन से लगातार रालोजपा महिला सेल की प्रदेश कमेटी मोकामा के विभिन्न पंचायत प्रखंडों में जनसंपर्क की जिसमें महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष डॉ स्मिता शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष कल्पना शर्मा, गुड़िया देवी, करुणा शर्मा,ममता देवी, राधा देवी,अंजू देवी,रजनी देवी एवं झारखंड दलित सेना की प्रदेश अध्यक्ष इंदिरा दास शामिल हुई।

  • दिवाली से मिलेगी जियो की 5G स्पीड, जानिए कैसे उठाएं वेलकम ऑफर का फायदा


    डेस्क : भारत में सबसे बड़े ग्राहक आधार वाली टेलीकॉम कंपनी Reliance Jio ने घोषणा की है कि उसकी 5G सेवाओं का लाभ दिवाली से चुनिंदा शहरों में उपलब्ध होगा। Jio True 5G के लॉन्च के साथ कंपनी 5G नेटवर्क पर ग्राहकों को 1Gbps तक की स्पीड देगी। अगर आप बाकी से पहले Jio की 5G स्पीड का फायदा उठाना चाहते हैं तो आप इसके वेलकम ऑफर का फायदा उठा सकते हैं। Jio का दावा है कि उसकी 5G तकनीक 700MHz बैंड पर निर्भर है और यह SA (स्टैंडअलोन) 5G सेवाओं की पेशकश करने वाली भारत की एकमात्र कंपनी है। Jio ने पहले ही चार शहरों – दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और वाराणसी में 5G का परीक्षण शुरू कर दिया है। हालांकि, अगर आप इन शहरों में रहते हैं, तब भी आपको कंपनी की 5G सेवा से जुड़ने के लिए एक विशेष प्रक्रिया से गुजरना होगा और लाभ अपने आप नहीं मिलेगा।

    Jio की 5G सेवा अब केवल-आमंत्रित है

    Jio की 5G सेवा अब केवल-आमंत्रित है : Reliance Jio की 5G सेवा चुनिंदा शहरों में केवल आमंत्रण मोड में उपलब्ध है। यानी 5G सर्विस से जुड़ने के लिए आपको इनवाइट की जरूरत होगी। सबसे पहले यह तय करें कि आप इन चार शहरों में से किसी एक शहर में रह रहे हैं, जहां जियो की 5जी सेवाएं उपलब्ध हैं। साथ ही, आपके पास 5G-सक्षम स्मार्टफोन होना चाहिए। इसके बाद Realme, OnePlus, Vivo, Samsung, Xiaomi और iQOO फोन यूजर्स वेलकम ऑफर का हिस्सा बनने की कोशिश कर सकते हैं।

    ऐसे पाएं Jio 5G Invite

    ऐसे पाएं Jio 5G Invite : सबसे पहले आपको 5G फोन में MyJio ऐप इंस्टॉल करना होगा। यहां ऐप को ओपन करने के बाद अपने जियो नंबर की मदद से लॉग इन करें, आपको होम स्क्रीन दिखाई देगी। अगर आप ऐसे क्षेत्र में हैं जहां जियो की 5जी सेवाओं की टेस्टिंग की जा रही है तो आपको सबसे ऊपर ‘जियो वेलकम ऑफर’ लिखा दिखाई देगा। इस कार्ड पर टैप करने के बाद आप जियो की 5जी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे और आपका नामांकन हो जाएगा।

    [rule_21]

  • सरकार ने GST रिटर्न भरने वालों को दिया दिवाली का अब तक का सबसे बड़ा तोहफा


    छोटे कारोबारियों के लिए खुशखबरी है क्योंकि अब सितंबर महीने का जीएसटी आप 21 अक्टूबर तक भर सकते हैं. दरअसल, सितंबर महीने के लिए केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड यानी CBIC ने वस्तु एवं सेवा कर यानी GST रिटर्न भरने की समय-सीमा एक दिन बढ़ाकर 21 अक्टूबर कर दी है. जीएसटी पोर्टल के स्लो काम करने से करदाताओं को गुरुवार को परेशानियों का सामना करना पड़ा था. मासिक जीएसटी रिटर्न भरने करने की अंतिम तिथि कुछ करदाताओं के लिए 20 अक्टूबर थी.

    सीबीआईसी ने पोर्टल के धीमे चलने पर कहा था कि समय सीमा बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. शुक्रवार को सीबीआईसी ने ट्वीट किया कि, सितंबर 2022 के लिए जीएसटीआर-3बी रिटर्न दाखिल करने की नियत तारीख 20 अक्टूबर, 2022 से बढ़ाकर 21 अक्टूबर 2022 को जीएसटी परिषद ने मंजूरी दे दी है. सीबीआईसी ने बताया कि जीएसटी रिटर्न भरने की अंतिम तिथि बृहस्‍पतिवार को कुछ कैटेगरी के कारोबारियों के लिए थी, लेकिन पोर्टल के काफी स्‍लो चलने की कई करदाताओं ने शिकायत की, जिससे मासिक जीएसटी रिटर्न फॉर्म जीएसटीआर 3बी वे नहीं भर सके.

    सीबीआईसी ने इससे पहले कहा था कि जीएसटी नेटवर्क की ओर से उन्‍हें एक शिकायत के साथ प्रस्‍ताव भी मिला है. जिसमें कहा गया कि जीएसटी पोर्टल काफी स्‍लो चलने की वजह से मासिक रिटर्न भरने में दिक्‍कत आ रही है और इसलिए इसकी डेडलाइन बढ़ा दी जानी चाहिए. वहीं, करदाताओं पर सीबीआईसी के इस फैसले से लेट फीस या ब्‍याज का कोई बोझ नहीं आएगा. बता दें कि टैक्सपेयर्स मासिक रिटर्न और कर भुगतान फॉर्म GSTR-3B हर महीने की 20, 22 और 24 तारीख के बीच विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीके से दाखिल करते हैं.

    [rule_21]

  • कर्मा धर्मा पूजा एवं मेला का किया गया आयोजन, लोजपा अध्यक्ष ने किया उद्घाटन

    पूनम कुमारी /  डंडखोरा।

    करमा आदिवासियों के महानतम पर्वों में एक है। इस बार करमा पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस महान पर्व में भाई-बहन के पवित्र रिश्तों की झलक दिखती है।बहनें भाई की सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इसी क्रम में डंडखोरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सौरिया पंचायत के आड़ा बाड़ी गांव में

    लोक जनशक्ति पार्टी के जिला अध्यक्ष संगीता देवी एवं प्रखंड अध्यक्ष कमल कुमार पासवान ने फीता काटकर कर्मा धर्मा मेला का उद्घाटन किया। कमल कुमार पासवान ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आदिवासी समाज के लोग बड़े ही धूमधाम से कर्मा धर्मा पूजा का आयोजन करते हैं।मौके पर मरांग हरदा रमेश , टुडू शिवलाल टुडू सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

  • विशनपर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि के नेतृत्व में कालाजार उन्मूलन हेतु किया गया दवा का छिड़काव

    कोढ़ा/ शंभु कुमार

    कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के पंचायत विशनपुर में कालाजार प्रभावित प्रभावित चिन्हित ग्रामों के टोले में मुखिया प्रतिनिधि मोहम्मद अजमल हुसैन  के नेतृत्व में कालाजार उन्मूलन को लेकर दवा का छिड़काव कोढा के दलों द्वारा किया गया मुखिया प्रतिनिधि ने आम जनों को जागरूक कर कहा कि यह दवा बहुत ही लाभकारी है जब भी टीम आपके घरों में जाए तो इनका छिड़काव सभी कमरों सहित गौशाला पूजा घर बरामद

    शौचालय, सहित पूर्ण रूप से छिड़काव अवश्य करावे साथ ही साथ अपने घरों के आसपास समय समय पर साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें और अपने घरों के आसपास नमी नहीं होने दे पानी जमा नहीं होने दे सोते समय मच्छरदानी का हमेशा प्रयोग करें। ताकि हमारा पंचायत सहित हमारा प्रखंड सहित  जिला कालाजार मुक्त हो सके। संभावना है कि कालाजार फैलाने वाली बालू मक्खी हमारे गांव में हो सकती है

    जिससे कालाजार का फैलाव न हो  इस दवा के छिड़काव से जिसका नाम सिंथेटिक पारा थ्राइड है बालू मक्खी को मारने के लिए बहुत ही कारगर है। वही इस जागरूकता अभियान में श्रेष्ठ क्षेत्रीय कार्यकर्ता कैलाश पासवान,व क्षेत्रीय कार्यकर्ता मुसाय रविदास, कैलाश दास,शिवजी रविदास ,  के साथ उनके टीम की सभी सदस्य मौजूद थे।

  • यदि आप भी बदलते हैं बार बार अपनी नौकरी तो हो सकती ही बड़ी दिक्कत, मुसीबत में पड़ जाएंगे लेने के देने


    वेतन खाते जीरो बैलेंस पर खोले जाते हैं। अगर तीन महीने तक वेतन इस तक नहीं पहुंचता है तो यह बचत खाते की श्रेणी में आता है। नियमों के तहत, बचत बैंक खातों को औसत मासिक शेष राशि बनाए रखने की आवश्यकता होती है, जो न्यूनतम 500,000 रुपये से लेकर 10,0 रुपये तक हो सकती है।

    आईटी इंजीनियर सुमित हैदराबाद से तीन साल बाद फिर गुरुग्राम लौटा, फिर पुराने खाते की जानकारी लेने बैंक पहुंचा। मैनेजर ने जब उससे छह हजार रुपये जमा कराने को कहा तो वह दंग रह गया। सुमित की मजबूरी है कि अब उसकी सैलरी बैंक में जाएगी। और इसमें दूसरा खाता नहीं खोला जा सकता है। यह समस्या सुमित के लिए अनोखी नहीं है। जो लोग बार-बार नौकरी बदलते हैं और पुराने वेतन खाते बंद नहीं करते हैं, उन्हें इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। सुमित को समझ में नहीं आ रहा है कि बैंक 6,000 रुपये और क्यों मांग रहा है जबकि गुरुग्राम छोड़ने पर उसके खाते में 1,200 रुपये जमा किए गए थे।

    दरअसल, सैलरी अकाउंट जीरो बैलेंस पर खुलता है। अगर तीन महीने तक वेतन इस तक नहीं पहुंचता है तो यह बचत खाते की श्रेणी में आता है। नियमों के तहत, बचत बैंक खातों को औसत मासिक शेष राशि बनाए रखने की आवश्यकता होती है, जो न्यूनतम 500,000 रुपये से लेकर 10,0 रुपये तक हो सकती है। यदि न्यूनतम राशि नहीं रखी जाती है, तो बैंक आपके खाते से अपनी नीति के अनुसार पैसे काटना शुरू कर देगा।

    बैंक खाता खोलने के लिए अलग से कोई शुल्क नहीं है, लेकिन कई बैंक अपने डेबिट कार्ड पर कुछ शुल्क लेते हैं। ये फीस रुपये से लेकर है। यदि आप अपने खाते का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तब भी आपको डेबिट कार्ड शुल्क का भुगतान करना होगा। बैंक आपके फोन पर एसएमएस भेजने के लिए भी शुल्क लेता है, जो प्रति तिमाही 30 रुपये तक हो सकता है। इस रकम पर अलग से 18 फीसदी जीएसटी लगता है। इस तरह बैंक आपके खाते से अलग-अलग मदों में पैसे काटता रहता है। जब खाते में जमा राशि शून्य हो जाती है, तो जुर्माना आप पर बढ़ता रहता है। यदि आप यह राशि जमा नहीं करते हैं तो बैंक आपको डिफॉल्टर भी घोषित कर सकता है। ऐसे में आपका CIBL रिकॉर्ड खराब हो सकता है।

    12 महीने तक कोई लेन-देन नहीं करने पर क्या होता है: यदि आप लगातार 12 महीनों तक अपने बैंक खाते में कोई लेनदेन नहीं करते हैं, तो बैंक आपके खाते को निष्क्रिय खाता मानेगा। यदि अगले 12 महीनों तक कोई लेनदेन नहीं होता है, तो खाता निष्क्रिय खाते की श्रेणी में आता है। हालांकि बैंक निष्क्रिय खातों में बैंक लेनदेन को प्रतिबंधित नहीं करते हैं, लेकिन आप निष्क्रिय खातों के साथ नेट बैंकिंग, एटीएम लेनदेन या मोबाइल बैंकिंग नहीं कर सकते हैं। बैंक आपको अपना डेबिट कार्ड, चेक बुक और पता बदलने की अनुमति देने से भी मना कर सकते हैं।

    कर और निवेश विशेषज्ञ बलवंत जैन कहते हैं कि व्यवहार में बैंकों को दंड काटने से पहले ग्राहकों को सूचित करना चाहिए। वे होम लोन और पर्सनल लोन के मामले में भी ऐसा करते हैं। यदि किसी खाते में जमा राशि शून्य हो जाती है तो उसे बंद कर देना चाहिए। लेकिन कमाई के चक्कर में बैंक नैतिकता को ताक पर रखकर लोगों की जेब ढीली कर रहे हैं. कुल मिलाकर मौजूदा व्यवस्था के तहत जरूरत से ज्यादा बैंक खाते रखने का कोई मतलब नहीं है। यदि आप बैंक खाते का उपयोग नहीं करते हैं तो उसे तुरंत बंद कर देना चाहिए।

    [rule_21]

  • इंजीनियर की संपत्ति 1.51 करोड़ से हुई पार

     

    पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़

    नगर निगम के भ्रष्ट इंजीनियर शिव शंकर के संपति का आँकलन किया जा रहा है। उसके खिलाफ 1.21 करोड़ की अवैध संपति का मामला दर्ज है। मगर तक किये गए संपति आंकलन में 1.51 करोड़ की संपत्ति मिल चुकी है। अंदाज लगाया जा रहा है कि यह उसे भी पर कर देगी।

    अब तक मिले संपति में शिवाजी कॉलोनी मकान कीमत 40 लाख, पत्नी नीतू सिंह व अपने नाम पूर्णिया में प्लाट कीमत 16.66 लाख, पत्नी नीतू सिंह- पटना में फ्लैट मूल्य 17.84, पत्नी नीतू सिंह- पूर्णिया में जमीन 36.29 लाख, पुत्र आशीष के नाम पूर्णिया में प्लाट 17 लाख, पुत्र आशीष के नाम पूर्णिया में प्लाट 15.2 लाख, आशीष के नाम हुदई  

    आइ 20 स्पोर्टस कार मूल्य 12 लाख, पत्नी नीतू सिंह- मारुति सुजुकी ब्रेजा कार 10 लाख, पुत्र आकाश के नाम यामहा एफजेड एस बाइक कीमत 1.25 लाख, पुत्र आकाश के नाम पूर्णिया में प्लाट 15.23 लाख बरामद हो चुका है। इसके अलावे घर से मिला कैश और सोना चाँदी वो अलग है।

  • पत्रकार ने की थी भ्रष्ट इंजीनियर की शिकायत

     

    पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़

    हालांकि पूर्णिया के कई लोगो ने नगर निगम के भ्रष्ट इंजीनियर के खिलाफ शिकायत की थी। मगर एक पत्रकार की ठोस शिकायत पर निगरानी ने प्राप्त सूचना की तहकीकात कर यह कार्यवाई की है। बताया जाता है कि शिवशंकर सिंह अपने साला सिद्धि विनायक और उसकी पत्नी श्वेता सिंह के नाम से ठेकेदारी का लाइसेंस बनाकर खुद ठेकेदारी भी करते थे। 

    इसके अलावे अन्य सवेदक से कमीशन के रूप में मोटा रकम लेते थे।  इस मोटी कमाई से मात्र 22 साल के नौकरी में ही करोड़ो की संपत्ति अर्जित कर ली है। खुद अपने रहने के लिए शिवाजी कॉलोनी में 4000 वर्गफीट में 3 मंजिला भवन का निर्माण कराया है।

     इसके अलावे वार्ड 24 शक्ति नगर में 3000 वर्गफीट में तीन मंजिला मकान, अपने ससुराल सहरसा के नया बाजार में करोड़ो की लागत से 3 मंजिला मकान, कंकड़बाग में फ्लैट है। इन सभी डिटेल के साथ पत्रकार ने निगरानी को पत्र लिखा और संपत्ति जाँच की माँग की थी।

  • फर्जी रूप से हुई थी इंजीनियर शिवशंकर सिंह की बहाली

     

    पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़

    पूर्णिया नगर निगम के कनीय अभियंता शिवशंकर सिंह के यहाँ निगरानी के छापेमारी के बाद उसके बहाली पर भी सवाल उठने लगें है। बताया जाता है कि सरकारी निर्देशों को ताक पर रखकर कनीय अभियंता, अमीन एवं प्रधान विधि लिपिक समेत 65 कर्मचारियों की बहाली 2007 में फर्जी ढंग से हुई थी। इस तथ्य का खुलासा 2014 में तत्कालीन जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने किया था। उस वक़्त इस मामले की तह तक जाँच हुई थी। जिसका रिपोर्ट तत्कालीन उप विकास आयुक्त अरुण प्रकाश ने दी थी। इस फर्जी बहाली में नगर निगम में कनीय अभियंता शिवशंकर सिंह का भी नाम था। अगर उसी वक़्त इसे बर्खास्त कर दिया जाता तो इसके द्वारा करोड़ो की संपति खड़ा नहीं कि जाती।

    बताया जाता है कि कनीय अभियंता शिवशंकर सिंह की पद पर 11 दिसंबर 1990 से 30 अक्टूबर 2006 तक दैनिक श्रम पर बहाली हुई थी। इसके बाद ज्ञापांक 2081 द्वारा शिव शंकर सिंह को 30 अक्टूबर 2006 से 13 सितंबर 2007 तक दैनिक श्रम पर रखा गया। फिर 14 सितंबर 2007 से नगर निगम के स्टैंडिंग कमिटी के द्वारा उनकी सेवा नियमित कर दी गई। नगर निगम ने उनकी सेवा को नियमित अपने कार्यालय पत्रांक 1518 के द्वारा किया।

     जबकि स्टैंडिंग कमिटी के द्वारा  सेवा स्थायी करना नियमानुकूल नहीं था। कमिटी द्वारा विभागीय निर्देशों का उल्लघंन करते हुए शिव शंकर सिंह की बहाली की गई। उस समय भी पूर्णिया डीएम मनीष कुमार ने पूरे मामले की निगरानी से जाँच हेतु प्रधान सचिव को पत्र लिखा था।