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  • दिवाली से पहले Gold में भारी गिरावट – अब महज ₹30,000 में खरीदें एक तोला सोना…


    Gold Rate : दिवाली और धनतेरस में महज कुछ ही अब दिन बचे हैं ऐसे में अगर आप भी गोल्ड और चांदी खरीदारी का प्लान कर रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। पिछले कई दिनों से सोने के साथ-साथ चांदी की कीमत में लगातार उथल-पुथल जारी है। इसी कड़ी में मंगलवार को सोने के दाम में गिरावट देखी गई।

    इस कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को सोना करीब 51000 रुपये प्रति 10 gm और चांदी 56000 रुपये प्रति किग्रा के स्तर के नीचे बंद हुआ। फिलहाल गोल्ड अपने ऑलटाइम हाई से करीब 5800 और चांदी 24000 रुपये सस्ता मिल रही है मंगलवार को सोना (Gold Price) 68 रुपये प्रति 10 gm की दर से सस्ता होकर 50362 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर बंद हुआ।

    जबकि पिछले कारोबारी दिन सोमवार को सोना (Gold Rate) 8 रुपये प्रति 10 gm की दर से सस्ता होकर 50430 रुपये प्रति 10 gm के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं चांदी (Silver Price) 367 रुपये महंगा होकर 56010 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई। जबकि पिछले कारोबारी दिन सोमवार को चांदी (Silver Rate) को चांदी 399 रुपये प्रति किग्रा की दर से सस्ता होकर 55643 रुपये प्रति किग्रा पर जाकर बंद हुई थी

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  • E-Pik Pahani By District Magistrate Aanchal Goyal

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : परभणी प्रतिनिधी

    जिल्ह्यात मागील काही दिवसापासून होत असलेल्या अतिवृष्टी व सततच्या पावसामुळे बाधीत झालेल्या पिकांची १८ ऑक्टोबर रोजी जिल्हाधिकारी आंचल गोयल यांनी (E-Pik Pahani) ई-पीक पाहणी या पथदर्शी प्रकल्पातंर्गत महाराष्ट्र शासनाने विकसित केलेल्या मोबाईल अप्लिकेशनद्वारे पिकांची नोंदी घेण्यासाठी सेलू आणि जिंतूर तालुक्यातील गावातील शेतीच्या बांधावर प्रत्यक्ष जाऊन प्रात्यक्षिक द्वारे कामकाजाची पाहणी केली. ज्या शेतकऱ्यांचे नुकसान झाले, त्या सर्वांची ई-पिक पाहणी करुन अहवाल सादर करण्याच्या सूचना संबंधितांना त्यांनी यावेळी दिल्या. तसेच शेतकऱ्यांशी संवाद साधून त्यांना ई-पिक पाहणी करण्यास प्रशासनाला सहकार्य करण्याचे आवाहन यावेळी जिल्हाधिकारी गोयल यांनी केले.

    यावेळी जिल्हाधिकारी आंचल गोयल यांनी सेलू (E-Pik Pahani) तालूक्यातील वालूर, मोरेगाव, मौ. खुपसा, हातनूर, चिखलठाणा (बु.) रायपूर या शिवारातील तर जिंतूर तालुक्यातील चारठाणा, रायखेडा, चांदज या शिवारातील पिकांची पाहणी करत शेतकऱ्यांची ई-पिक ॲपद्वारे पाहणी व नोंद केली. तसेच उपस्थित सरपंच व शेतकरी बांधवाना संपूर्ण गावातील ई-पिक पाहणीचे काम पूर्ण करण्याबाबत मार्गदर्शन केले.

    यावेळी उपविभागीय अधिकारी अरुणा संगेवार, तहसीलदार (E-Pik Pahani) सेलू दिनेश झांपले, तहसीलदार जिंतूर सखाराम मांडवगडे, सेलू तालुका कृषि अधिकारी जोगदंड, जिंतूर तालुका कृषि अधिकारी काळे यांच्यासह संबंधीत गावातील सरपंच, तलाठी, कृषि सहाय्यक आदींची यावेळी उपस्थिती होती.

  • नुकसानीचे पंचनामे करण्याऐवजी सरसकट ओला दुष्काळ जाहीर करा ; पाथरी वकील संघाची मागणी

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : पाथरी ता . प्रतिनिधी

    परतीच्या पावसाने परभणी जिल्ह्यासह पाथरी तालुक्यात सोयाबीन कापूस या खरीप पिकांचे प्रचंड नुकसान झाले असल्यामुळे जिल्ह्यातील शेतकऱ्यांना नुकसानीचे पंचनामे करण्याऐवजी सरसकट पिक विमा देत ओला दुष्काळ जाहीर करावा अशी मागणी पाथरी वकील संघाच्या वतीने प्रशासनाकडे करण्यात आली आहे .या संदर्भात बुधवारी तहसीलदारांना निवेदन देण्यात आले आहे.

    पाथरी वकील संघाच्या वतीने बुधवार 19 ऑक्टोबर रोजी महसूल प्रशासनाला निवेदन देण्यात आले आहे यामध्ये म्हटले आहे की ,मागील काही दिवसापासून परभणी जिल्हा व पाथरी तालुक्यात परतीच्या पावसाने सोयाबीन कापूस या खरीप पिकांचे प्रचंड नुकसान झाले असल्यामुळे व रब्बी पेरणीचा हंगाम सुरू झाला असल्यामुळे पीक नुकसानीचे पंचनामे करण्याऐवजी पाथरी तालुक्यात सरसकट ओला दुष्काळ जाहीर करून बाधित शेतकऱ्यांना पीक विमा व नुकसान भरपाई त्वरित देण्यात यावी अशी मागणी केली आहे . यावेळी मागील 5 दिवसापासून तहसील कार्यालयासमोर उपोषणास बसलेल्या शेतकरी बांधवांच्या मागण्या शासनाने मान्य कराव्यात सोबतच या आंदोलनास पाठिंबा असल्याचे ही दिलेल्या निवेदनात म्हंटले आहे .

    यावेळी निवेदनावर पाथरी वकील संघाचे अध्यक्ष एडवोकेट बी . इ . दाभाडे , सचिव एडवोकेट बी .एल .रोकडे ,एडवोकेट व्ही . एस .गात ,एडवोकेट डी .बी . निसरगंध ,एडवोकेट डी . टी . मगर ,एडवोकेट बी .पी . चव्हाण , ऍड. आर . व्ही .गिराम यांच्या स्वाक्षऱ्या आहेत.

  • बिहार के पूर्व कानून मंत्री कार्तिक सिंह की अग्रिम जमानत याचिका की सुनवाई पटना हाइकोर्ट में टल गई

    बिहार के पूर्व कानून मंत्री व विधान पार्षद कार्तिकेय कुमार ऊर्फ कार्तिक सिंह की अग्रिम जमानत की याचिका पटना हाइकोर्ट में सुनवाई टल गई। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार को केस डायरी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था।इस अग्रिम जमानत की याचिका पर जस्टिस सुनील कुमार पंवार ने सुनवाई की।

    ये मामला बिहटा के राजीव रंजन सिंह ऊर्फ राजू सिंह के अपहरण से सम्बंधित मामला है।14नवम्बर,2014 को बिहटा पुलिस स्टेशन में थाना कांड संख्या 859/2014 रजिस्टर किया गया।

    ये मामला दानापुर के जुड़ीशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास, अजय कुमार के समक्ष सुनवाई हेतु लंबित हैं।
    इस मामलें में सूचक सचिन कुमार ने बिहटा थाना में 14 नवंबर,2014 को सूचना दी कि उन्हें टेलिफोन पर ये पता चला है कि उनके चाचा राजीव रंजन सिंह ऊर्फ राजू सिंह का अपहरण हो गया है।

    अपहर्ता 18 की संख्या में थे,जो पाँच scorpio गाड़ी से आये थे।उन्होंने राजू को बलपूर्वक ले गए।ये आरोप लगाया गया कि मोकामा के विधायक अनंत सिंह,बंटू सिंह व अन्य सोलह व्यक्तियों ने इसे अंजाम दिया।इससे पहले भी दस करोड़ रुपए की फिरौती मांगे जाने का आरोप लगाया गया था,जिसकी सूचना कृष्णापुरी थाने को दी गई थी।

    याचिकाकर्ता ने अपनी अग्रिम जमानत की याचिका में कोर्ट को बताया है कि उनके विरुद्ध जो अन्य आपराधिक मामलें है,उनमें वे जमानत पर है।पटना हाईकोर्ट में 2017 में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी,लेकिन उसे 16 फरवरी,2017 को कोर्ट ने नामंजूर कर दिया।

    PatnaHighCourt
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    उसके बाद उन्होंने अग्रिम जमानत की कोई याचिका पटना हाइकोर्ट में नहीं दायर की।उन्होंने अपनी अग्रिम जमानत की याचिका में ये बताया है कि प्राथमिकी में उनका नाम नहीं था।साथ ही पीड़ित और सूचक ने उनका नाम इस घटना के सम्बन्ध में नहीं लिया था।

    उन्होंने बताया कि घटना के दिन 14 नवंबर,2014 को वे सरकारी स्कूल में अपनी ड्यूटी में थे।उनके हस्ताक्षर भी उपस्थिति रजिस्टर में अंकित है।

    इस अग्रिम जमानत की याचिका पर दिवाली अवकाश के सुनवाई की जाएगी।

  • पिकविमा ओला दुष्काळाच्या मागणीसाठी शिवसेनेचा पाथरीत रास्तारोको; राष्ट्रीय महामार्गावरील वाहतुक ठप्प

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : परभणी प्रतिनिधी

    शिवसेनेच्या वतीने ओला दुष्काळ व पिकविमा मागणीसाठी परभणी जिल्ह्यात बुधवारी ठिकठिकाणी रास्ता रोको करण्यात आला. यावेळी परभणीत आंदोलनाचे नेतृत्व करत असताना परभणीचे आ.राहुल पाटील यांनी जिल्ह्यात जोपर्यंत ओला दुष्काळ जाहीर करत पिक विमा देण्यात येणार नाही तोपर्यंत विधानसभेचे सत्र सुरू होऊ देणार नाही ! असा इशारा दिला आहे .

    जिल्ह्यातील पाथरी शहरात राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 61 वर सेलू कॉर्नर येथे 19 ऑक्टोबर रोजी सकाळी 11 ते 12 वाजण्याच्या दरम्यान रास्ता रोको करण्यात आला .यावेळी माजलगाव , सेलू परभणी कडे जाणारी वाहतुक ठप्प झाली होती . सेलू कॉर्नर परिसर शिवसैनिकांनी सरकार विरोधी घोषणाबाजी करून दणाणून सोडले होते. सुमारे एक तास रास्ता रोको आंदोलन झाल्यानंतर तहसील समोर ओला दुष्काळ व पिक विमा मागणीसाठी बसलेल्या उपोषणकर्त्यांना पाठिंबा देण्यासाठी उपोषणकर्त्यांची भेट घेत यावेळी शिवसेना ( उध्दव बाळासाहेब ठाकरे ) पक्षाच्या वतीने जाहीर पाठिंबा देण्यात आला.

    दरम्यान प्रशासनाकडून आंदोलन ठिकाणी जात नायब तहसीलदार एस.बी कट्टे यांनी मागण्याचे निवेदन स्विकारले . पोलीसांकडून मोठा बंदोबस्त यावेळी ठेवण्यात आला होता. यावेळी आंदोलनामध्ये शिवसेना उपजिल्हाप्रमुख रवींद्र धर्मे , मा . जि.प सदस्य माणिकअप्पा घुंबरे , रंगनाथ वाकणकर , उपतालुका प्रमुख रावसाहेब निकम , बालासाहेब शिंदे ,सत्यनारायण घाटूळ , माऊली गलबे , अनंता नेब , शरद कोल्हे , ज्ञानेश्वर शिंदे , रणजित गिराम,

    तुकाराम हारकळ , रामचंद्र आम्ले , पांडूरंग शिंदे , अविराज टाकळकर , सिध्देश्वर इंगळे , राजु नवघरे , कृष्णा शिंदे , किसन रणेर , सुरेश नखाते , सुर्यकांत नाईकवाडे , प्रमोद चाफेकर , दिपक कटारे , राधे गिराम, प्रताप शिंदे , जयराम नवले , सुंदर दिवटे , भारत मस्के आदी शिवसेना ( ठाकरे गट) , युवासेना पदाधिकारी यांच्या सह तालुक्यातील शिवसैनिक व शेतकरी उपस्थित होते .

  • पूर्व मुखिया की गोली मारकर हत्या

    बड़ी खबर राजधानी पटना से आ रही है, जहां पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के पानी टंकी के पास नालंदा जिले के एक पूर्व मुखिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। घटना के बाद मुखिया घायल होकर गिर पड़े थे, जिनकी अस्पताल में मौत हो गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। वारदात पटना के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के पानी टंकी के पास की है।
    घटना से जुड़ी जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक़ अपराधियों ने 4-5 गोलियां चलाई हैं। अपराधियों ने गोलीबारी में मुखिया को छलनी कर दिया। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।
    बताया जा रहा है कि मुखिया पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। मौके पर सचिवालय एएसपी काम्या मिश्रा और एसके पुरी, पाटलिपुत्रा और बुद्धा कॉलनी थाने की पुलिस पहुंची हुई है। फिलहाल घटनामें जांच की जा रही है।

  • अगर सड़क के चलते एक्सीडेंट हुआ तो अधिकारी होंगे जिम्मेदार – Nitin Gadkari का बड़ा ऐलान..


    डेस्क : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) खराब सड़क के चलते ही होने वाली घातक या गंभीर दुर्घटनाओं के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराएगा। अथॉरिटी ने एक सर्टिफिकेट जारी करने की प्रक्रिया में शामिल NHAI प्रतिनिधियों की लापरवाही पर गंभीरता से विचार किया है। इस अनदेखी के कारण ही यात्रियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती है। NHAI की तरफ से जारी सर्कुलर में इसकी जानकारी दी गई है।

    सर्कुलर में यह कहा गया है, ‘यह ध्यान में आया है कि रोड मार्किंग, रोड साइनेज, क्रैश बैरियर जैसे सुरक्षा कार्यों को पंच सूची में रखकर सर्टिफिकेट भी जारी किये जा रहे हैं। इससे न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा से समझौता होता है, बल्कि दुर्घटना/मौत होने पर NHAI का नाम भी खराब होता है।’ मालूम हो कि लंबित कार्यों को एक श्रेणी के तहत ही रखा जाता है, जिसे पंच सूची भी कहा जाता है।

    सर्टिफिकेट जारी करने से पहले जांच हैं जरूरी’ :

    सर्टिफिकेट जारी करने से पहले जांच हैं जरूरी’ : NHAI ने कहा, ‘यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सर्टिफिकेट जारी करने से पहले सड़क सुरक्षा से संबंधित सभी काम पूर्ण हैं। घटिया सड़क इंजीनियरिंग कार्यों के चलते हुयी किसी भी घातक सड़क दुर्घटना के लिए क्षेत्रीय अधिकारी/परियोजना निदेशक/स्वतंत्र इंजीनियर भी जिम्मेदार होंगे।’

    पंच सूची को लेकर बरती जाएगी पूरी सख्ती :

    पंच सूची को लेकर बरती जाएगी पूरी सख्ती : अथॉरिटी ने यह भी कहा कि पंच सूची में वही कार्य शामिल करने चाहिए, जो सड़क सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित नहीं हैं। इस सूची के कार्यों को 30 दिनों के भीतर ही पूरा करना चाहिए। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि कंसल्टेंट की ओर से तैयार विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) में गलतियां सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण हैं। उन्होंने कहा कि DPR तैयार करने में कहीं अधिक सावधानी और कई गुना बदलाव भी लाने की जरूरत है।

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  • देर रात कुएं से अधेड़ की लाश बरामद

    सारे थाना क्षेत्र के दामचक गांव स्थित खंधा में मंगलवार की देर रात कुएं से अधेड़ की लाश बरामद की गयी है। मृतक की पहचान अस्थावा थाना क्षेत्र के डुमरावां गांव निवासी ज्ञानी पासवान के 45 वर्षीय पुत्र शंकर पासवान के रूप में की गयी है। परिजन हत्या कर शव को कुएं में फेंकने का आरोप लगा रहे हैं।

    परिजन ने बताया कि वह रोज मजदूरी करने बिहारशरीफ जाता था। मंगलवार की शाम बेनार मोड़ से घर जाने के लिए साइकिल लेकर निकला, पर घर नहीं पहुंचा। पत्नी ने फोन किया तो उसका मोबाइल बंद था। रातभर खोजबीन की गयी पर पता नहीं चा। मंगलवार को दामचक गांव के परी खंधा में बने कुएं से शव बरामद किया गया। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। थानाध्यक्ष नदीम अख्तर ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

  • 📰डीजीपी भी बनाये जा सकते हैं अभियुक्त

    पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बन कर आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार को दोष मुक्त करने का जो मामला सामने आया है यह मामला पूरी तौर पर देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था कैसे ध्वस्त हो गयी है इसके अध्ययन के लिए सबसे फिट केस है।

    सरकार और सरकार का तंत्र कैसे काम कर रहा है ये तो आप पूर्व की स्टोरी में पढ़ ही चुके हैं आज हम आपको इतनी बड़ी घटना को लेकर विपक्ष क्या कर रहा है जरा ये दिखाते हैं। सुशील मोदी के इस ट्वीट के सहारे ही आज मैं तीन दिनों से चल रहे स्टोरी बिहार पुलिस का अपराधीकरण को आगे बढ़ाते हैं।

    इतनी बड़ी बात हो गयी पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के फर्जी फोन काल के सहारे एक अपराधी आईपीएस अधिकारी को डीजीपी बचा ले गये लेकिन इतने गंभीर विषय पर नेता प्रतिपक्ष जो विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में अक्सर अफसरशाही पर बड़ी बड़ी बातें करते थे वही सुशील मोदी ,बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सम्राट चौधरी जैसे नेता जो नीतीश सरकार पर हमला करने से चुकते नहीं है वो सारे के सारे खोमाश है जैसे लगता है कि राज्य में कुछ हुआ ही नहीं है ।

    1.विपक्ष के खामोशी का राज क्या है
    सुशील मोदी ट्वीट 17.10.2022नीतीश कुमार में हिम्मत हो तो पूर्व मंत्री सुधाकर को राजद से बाहर कराएं सुशील कुमार मोदी . जब भाजपा सरकार में थी, तब अपनी सीमा में रहते थे सीएम सुधाकर के बयान पर जदयू नेतृत्व की जुबान बंद क्यों ?

    सुशील मोदी – ट्वीट18.10.2022माफी मांगने पर बची तेजस्वी की जमानत, हिम्मत हो तो फिर धमकाएँ सुशील कुमार मोदी
    नीतीश कुमार ने जिससे घोटाले पर जवाब मांग कर गठबंधन तोड़ा था, उसके अभियुक्त बनने पर फिर हाथ क्यों मिलाया ?

    ललन सिंह ने सीबीआई को दिये थे आइआरसीटीसी घोटाले के कागजात
    इस मामले में गिरफ्तार अभिषेक अग्रवाल के पेज थ्री पार्टी में राज्य के कई पुलिस अधिकारी शामिल होते रहे हैं लेकिन मामले के खुलासे के बावजूद भी विपक्ष खामोश है आखिर इस खामोशी की वजह क्या है बिहार पूछता है क्यों कि आईपीएस अधिकारी संजीव कुमार (एस के) सिंघल को जब बिहार का डीजीपी नियुक्त किया गया था उस समय ये चर्चा जोड़ पर था कि जो व्यक्ति शहाबुद्दीन के खिलाफ गवाही देने का साहस नहीं जुटा पाया उसको नीतीश कुमार डीजीपी कैसे बना दिए खैर सिंघल जिसके भी कोटे से डीजीपी बने हो लेकिन विपक्ष की खामोशी पर सवाल तो बनता है इतने गंभीर मसले पर चुप्पी क्यों जबकि भ्रष्टाचार और बेलगाम अफसरशाही का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है ।यही राजनीति है और इसी राजनीति को समझने कि जरूरत है।

    2. डीजीपी कब गिरफ्तार होंगे
    एक और बात जो बेहद गंभीर है गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार के साथ शुरू से ही डीजीपी का साथ रहा है जब गया आईजी ने एसएसपी के शराब मामले अभियुक्त के खिलाफ हमदर्दी जताने पर सवाल खड़ा किया तो डीजीपी पूरी तौर पर एसएसपी के साथ खड़े हो गये थे इसलिए डीजीपी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के फोन कॉल की बात कही बहाना तो नहीं है ।

    वैसे अभिषेक अग्रवाल (फर्जी मुख्य न्यायाधीश पटना हाईकोर्ट)और डीजीपी के बीच जो वाट्सएप संदेश है उसमें डीजीपी आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार से जुड़े मुकदमे में क्या क्या कार्यवाही हो रही है उस फाइल को फोटो खींचकर भेजते रहे हैं । मतलब दोष मुक्त करने का आधार फर्जी फोन कॉल था ऐसे में डीजीपी आईपीसी की धारा 212 का अभियुक्त है।

    अब देखना यह है कि सरकार उनके रिटायर होने का इन्तजार करती है या फिर पहले ही कार्रवाई करने का आदेश देते हैं।

  • How To Manage Caotton And Soybean Crop

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : राज्यात सर्वत्र परतीच्या पावसाने (Crop Management) धुमाकूळ घातला आहे. त्यामुळे ऐन काढणीला आलेल्या सोयबीन आणि कापूस या दोन प्रमुख पिकांचे मोठे नुकसान झाले आहे. दरम्यान वसंतराव नाईक मराठवाडा कृषि विद्यापीठ, परभणी येथील ग्रामीण कृषि मौसम सेवा योजनेतील तज्ञ समितीने पुढील प्रमाणे कृषि हवामान आधारीत कृषि सल्ल्याची शिफारश केली आहे.

    पीक व्यवस्थापन

    १) कापूस :

    पाऊस झालेल्या ठिकाणी कापूस पिकात साचलेल्या पाण्याचा निचरा करावा.

    –कापूस पिकात दहिया रोगाचा प्रादुर्भाव दिसून येत असल्यास याच्या (Crop Management) व्यवस्थापनासाठी ॲझोक्सिस्ट्रोबीन 18.2% + डायफेनकोनॅझोल 11.4% एससी 10 मिली किंवा क्रेसोक्सिम-मिथाइल 44.3% एससी 10 मिली प्रति 10 लिटर पाण्यात मिसळून पावसाची उघाड बघून फवारणी करावी.

    — कापूस पिकात रसशोषण करणाऱ्या किडींच्या (मावा, फुलकिडे, पांढरी माशी) व्यवस्थापनासाठी 5% निंबोळी अर्काची किंवा लिकॅनीसिलीयम लिकॅनी (जैविक बुरशीजन्य किटकनाशक) एक किलो ग्रॅम किंवा फलोनिकॅमिड 50% 60 ग्रॅम किंवा डायनेटोफ्यूरॉन 20% 60 ग्रॅम किंवा पायरीप्रॉक्झीफेन 5% +डायफेन्थुरॉन 25% (पूर्व मिश्रित किटकनाशक) 400 ग्रॅम प्रति एकर पावसाची उघाड बघून फवारणी करावी.

    –कापूस पिकावरील गुलाबी बोंडअळीच्या व्यवस्थापनासाठी हेक्टरी 5 गुलाबी बोंडअळीसाठीचे कामगंध सापळे लावावेत. प्रादूर्भाव जास्त आढळून आल्यास प्रोफेनोफॉस 50% 400 मिली किंवा इमामेक्टीन बेन्झोएट 5% 88 ग्रॅम किंवा प्रोफेनोफॉस 40% + सायपरमेथ्रीन 4% 400 मिली किंवा थायोडीकार्ब 75% 400 ग्रॅम प्रति एकर आलटून पालटून पावसाची उघाड बघून फवारावे.

    — कापूस पिकात लाल्या रोगाचा प्रादूर्भाव दिसून येत असल्यास याच्या व्यवस्थापनासाठी 20 ग्रॅम मॅग्नेशियम सल्फेट प्रति 10 लिटर पाण्यात मिसळून पावसाची उघाड बघून पंधरा दिवसाच्या अंतराने दोन फवारण्या घ्याव्यात.

    २) सोयाबीन

    –पाऊस झालेल्या ठिकाणी काढणी न केलेल्या सोयाबीन पिकात साचलेल्या पाण्याचा निचरा करावा.

    –पावसाचा अंदाज लक्षात घेता काढणी केलेले सोयाबीन पिक गोळा करून शेडमध्ये किंवा ढिग करून ताडपत्रीने/पॉलिथीनने झाकून ठेवावे.

    –काढणी केलेले सोयाबीन पिक पावसात भिजणार नाही याची दक्षता घ्यावी.

    –काढणी केलेले सोयाबीन उन्हात वाळवूनच मळणी करावी.

    –पुढील हंगामात बियाण्यासाठी सोयाबीनचा वापर करावयाचा (Crop Management) असल्यास सोयाबीनची मळणी 350 ते 400 आरपीएम थ्रेशरवर करावी जेणेकरून बियाण्याची उगवण क्षमता कमी होण्यापासून टाळता येईल.

    –मळणी केलेले सोयाबीन साठवणूकीपूर्वी पून्हा तिन ते चार दिवस उन्हात वाळवावे जेणेकरून साठवणूकी दरम्यान होणाऱ्या बूरशींपासून बियाण्याचे संरक्षण होईल.