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  • नालंदा कॉलेज में कलाम स्टडी सर्किल की शुरुआत

    जन्म दिवस के मौके पर छात्रों को दिखाई गई डॉक्युमेंट्री
    पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम के जीवन दर्शन, वैज्ञानिक सोच एवं उनके विजन पर कार्य करने के लिए नालंदा कॉलेज में कलाम स्टडी सर्किल की शुरुआत की गई।

    इस अवसर पर डॉ कलाम का जयंती समारोह के दिन उनके जीवन पर आधारित एक डॉक्युमेंट्री भी छात्रों एवं शिक्षकों के बीच दिखाया गया। स्टडी सर्किल के कनवेनर डॉ शशांक शेखर झा ने बताया की इससे छात्रों को जोड़कर नई एवं वैज्ञानिक सोच के बारे में चर्चा एवं परिचर्चा किया जायेगा।

    उन्होंने बताया की कलाम का जीवन भारत के युवाओं के लिए प्रेरणादायी है इसलिए वे उनके किये गए कार्यों से प्रेरणा लेकर देश की उन्नति में सहयोगी बन सकते हैं। प्राचार्य डॉ राम कृष्ण परमहंस ने डॉ कलाम को युगद्रष्टा कहा एवं उनके कठिन जीवन के बारे में बताया। उन्होंने कहा की अल्प संसाधन होने के वावजूद सफलता के शिखर तक पहुंचकर डॉ कलाम ने करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा की अमिट छाप छोड़ी है।

    आईक्युएसी के समन्वयक डॉ बिनीत लाल ने कहा की कॉलेज में भारत के कुछ चुनिंदा महापुरुषों के जीवन दर्शन एवं कार्यों से छात्रों को प्रेरित करने के लिए 6 स्टडी सर्किल बनाये गए हैं। सावित्री बाई फुले एवं कलाम स्टडी सर्किल की शुरुआत हो चुकी है।

    इसके अलावे गांधी, अंबेडकर, विवेकानंद एवं चंद्रगुप्त के नाम पर स्टडी सर्किल बनाये गए हैं। सभी स्टडी सर्किल को एक शिक्षक कन्वेनर के तौर पर चलाएंगे एवं छात्रों को जोड़कर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। कार्यक्रम में बॉटनी विभाग के डॉ सुमित कुमार, भूगोल विभाग के डॉ भावना एवं डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ सरवर अली, परमानंद कुमार, अलीमुद्दीन, संगीता कुमारी आदि शिक्षकों ने छात्रों के साथ भाग लिया

  • छपरा सदर अस्पताल में नर्सों का आतंक, दो युवकों के साथ की मारपीट, वीडियो हो रहा वायरल

    छपरा । छपरा सदर अस्पताल के ओपीडी में जीएनएम की नर्सों द्वारा दो युवकों की पिटायी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि नर्सों द्वारा कैसे दो युवकों की डंडे से पिटायी की जा रही है. वहीं दोनों युवक हाथ जोड़कर अपना बचाव करते हुए नर्सों से गुहार भी लगा रहे है. हालांकि बिहार न्यूज़ पोस्ट इस मामले में वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

    मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने आए थे अस्पताल

    वायरल वीडियो के मामले में नर्स से मार कहा रहे दोनों युवकों का कहना है कि वो नौकरी के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिये अस्पताल आये थे. जहां विभाग में चिकित्सक के मौजूद नहीं होने पर उन्होंने वहां के कुव्यवस्था का वीडियो बनाना शुरू कर दिया. इसी बात से नाराज होकर नर्स द्वारा दोनों युवकों को बंद कर उनकी पिटाई कर दी.

  • Youtube पर अब Ad का झंझट खत्म! महज 10 रूपये में पाएं Ad से छुटकारा.. जानें – कैसे ?


    डेस्क : कई सारे वेबसाइट के साथ साथ अब ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब भी दिवाली ऑफर लेकर आया है। भारत में YouTube यूजर्स को दिवाली की गिफ्ट दे रहा है। जिसमें आपको यू-ट्यूब प्रीमियम का 3 महीने का सब्सक्रिप्शन सिर्फ 10 रुपये में मिल जाएगा।

    वैसे यदि आप Youtube Premium सब्स्क्रिप्शन लेना चाहें तो आपको हर महीने 129 रूपए का भुगतान करना होगा। पर दिवाली ऑफर के तहत भारतीयों को 3 महीने का प्रिमियम सर्विस केवल 10 रुपए में दिया जा रहा है। ग्राहक इस ऑफर के तहत 377 रुपए की बचत कर पाएंगे।

    क्या है यूट्यूब प्रीमीयम :

    क्या है यूट्यूब प्रीमीयम : जब भी हम यूट्यूब स्क्रॉल करते हैं तो एक ही वीडियो में कई सारे एड आ जाते हैं जिससे डिस्टरबेंस भी होती है। प्रिमियम सब्सक्रिप्शन के बाद आप इन एड से छुटकारा पा सकते हैं। बिना किसी डिस्टर्बेंस और इंटरप्शन के अपने पसंदिदा वीडियोज को देख पाएंगे।

    कैसे मिलेगा ऑफर :

    कैसे मिलेगा ऑफर : इस ऑफर के लिए सबसे पहले आपको अपने फोन या सिस्टम में YouTube एप ओपन करना होगा। आपके टॉप राइट साइड में आपको अपनी प्रोफाइल इमेज दिख रही होगी। जिसपर आपको क्लिक करना है। फिर आपको ढेर सारे विकल्प दिखेंगे। इन सभी विकल्पों में से आपकों Get Youtube Premium ऑप्शन को चुनना होगा। यहां आपको 10 रुपए में 3 महीने यू-ट्यूब प्रिमियम सब्स्क्रिप्शन का ऑफर दिख जायेगा। या फिर आप सीधे आप डायरेक्ट https://www.youtube.com/premium?app=desktop&cc=r3svf9tt8vxnpv इस लिंक की मदद से भी सस्ते प्रीमीयम पैक का मजा उठा सकते हैं।

    क्या है फायदा :

    क्या है फायदा : आपको बता दें YouTube Premium से आप तीन महीने तक ऐड-फ्री विडियोज देख पाएंगे। इतना ही नहीं यू-ट्यूब के वीडियोज को सेव करके ऑफलाइन भी देख पाएंगे। इससे हर जगह इंटरनेट की आवश्यकता नहीं होगी। YouTube Premium के ग्राहक यू-ट्यूब म्यूजिक प्रीमियम का लेट उठा पाएंगे।। नए गानों को एड के बिना सुनने का मजा मिलेगा। इस सभी सर्विसेज डेक्सटॉप पर भी मिलेगी।

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  • जहानाबाद में दवा दुकान के गोदाम में लगी आग,लगभग 2 लाख का हुआ नुकसान

    सोमवार की सुबह अचानक जहानाबाद शहर के बड़ी संगत इलाके में एक आग लगी की घटना हो गई । इसके बाद स्थानीय मोहल्ले वासियों ने तुरंत इसकी सूचना फायर ब्रिगेड टीम को दी तो फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंचकर आग को काबू करने में जुटी हुई है।

    फिलहाल फायर ब्रिगेड की टीम और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू भी पा लिया गया है। इस घटना के संबंध में गोदाम के मालिक मोहम्मद जलालुद्दीन ने बताया कि अचानक दवाई गोदाम में सुबह सुबह आग लग गई। जिसकी सूचना मोहल्ले वासियों ने हमें दी तो हम लोग मौके पर पाहुचे। आग लगी घटना में ₹200000 का नुकसान हुआ है ।

    वही अगलगी की घटना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि शायद पटाखे की चिंगारी के वजह से ही आग लगी है। क्योंकि मोहल्ले वासी ऐसा बता रहे हैं कि पटाखे की आवाज के बाद ही आग लगी है।

  • रब्बी पिकाची पेरणी करण्यापूर्वी ही महत्वाची बातमी वाचा, मिळेल बंपर उत्पादन

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : शेतकरी मित्रांनो, खरीप नंतर आता शेतकऱ्यांना वेध लागले आहेत ते रब्बी हंगामाचे. अनेक भागात शेते रिकामी झाली आहेत. तर रब्बी करिता शेत तयार करण्याचे काम सुद्धा सुरु आहे. चला तर मग आज जाणून घेऊया बिहार कृषी विज्ञान केंद्राचे (परसौनी) मृदा शास्त्रज्ञ आशिष राय यांचा सल्ला, जो ऑक्टोबर आणि नोव्हेंबर महिन्यात या पिकांच्या पेरणीच्या वेळी शेतकऱ्यांना मदत करेल.

    ही पिके आहेत

    बार्ली:- बागायती क्षेत्र असल्यास बार्लीची पेरणी १५ नोव्हेंबरपर्यंत पूर्ण करावी. बियाणे प्रमाणित नसल्यास पेरणीपूर्वी थिरम अॅझोटोबॅक्टरची प्रक्रिया करावी.

    चना:- पेरणीनंतर 30-35 दिवसांनी खुरपणी व कोंबडी करावी.

    वाटाणा:- वाटाणा पेरणीनंतर 20 दिवसांनी खुरपणी करावी. पेरणीनंतर ४०-४५ दिवसांनी पहिले पाणी द्यावे. नंतर 6-7 दिवसांनी ओट्स आल्यावर थोडेसे खोबणी करा.

    मसूर:- पेरणीसाठी १५ नोव्हेंबरपर्यंतचा काळ चांगला आहे.

    हिवाळी मका:- सिंचनाची खात्रीशीर व्यवस्था असल्यास रब्बी मक्याची पेरणी नोव्हेंबरच्या मध्यापर्यंत पूर्ण करा. पेरणीनंतर 25-30 दिवसांनी पहिले पाणी द्यावे.

    हिवाळी ऊस:- पेरणीनंतर ३-४ आठवड्यांनी खुरपणी व कोळपणी करावी.

    भाजीपाला लागवड

    १) बटाट्याची पेरणी ऑक्‍टोबरमध्ये होऊ शकली नसेल तर नोव्हेंबर महिन्यापर्यंत नक्कीच पूर्ण करा.

    २)टोमॅटोच्या वसंत ऋतु/उन्हाळी पिकासाठी रोपवाटिकेत बिया पेरा.

    ३) कांद्याच्या रब्बी पिकासाठी रोपवाटिकेत बियाणे पेरा.

    मशागत आणि जमीन उपचार उद्देश

    शेतातील तणांचे नियंत्रण

    • पिकांच्या पेरणीसाठी माती तयार करणे.

    • मातीचे भौतिक, रासायनिक आणि जैविक गुणधर्म सुधारणे.

    • पीक वाढीसाठी चांगले वातावरण प्रदान करणे.

    • जमिनीवर उपचार करून जमिनीवर पसरणारे रोग आणि किडीपासून मुक्ती मिळू शकते.

    • वाळवी ही एक मोठी समस्या आहे. जेथे वाळवीचा प्रादुर्भाव असेल तेथे क्विनालफॉस 1.5 टक्के भुकटी 25 किलो प्रति हेक्‍टरी या प्रमाणात पेरणीपूर्वी मिसळावी.

    रब्बी हंगामात पेरणीची पद्धत

    मृदा शास्त्रज्ञ आशिष राय यांच्या मते, पेरणीची सर्वोत्तम पद्धत म्हणजे ओळ. यामध्ये शेतकऱ्याने सीड-ड्रिल किंवा झिरो मशागत यंत्राचा वापर करावा, जेणेकरून आपल्याला योग्य प्रमाणात बियाणे टाकता येईल. यामध्ये ओळी ते ओळी आणि रोप ते रोप अंतर निश्चित करता येते. ज्याचा विविध शेतीच्या कामात फायदा होतो. तसेच, अधिक उत्पादनासाठी, पिकांमध्ये 6-8 टन सेंद्रिय खत आणि खतांचा वापर करावा. बागायती स्थितीत, योग्य खतांसह पेरणीपूर्वी शेवटच्या नांगरणीच्या वेळी संपूर्ण खत आणि खत द्यावे. बागायती स्थितीत पेरणीच्या वेळी अर्धा नत्र आणि स्फुरद व पालाशची पूर्ण मात्रा पिकांमध्ये वापरावी. उरलेल्या नत्राची मात्रा दोन ते तीन वेळा कमी प्रमाणात द्यावी.

    मातीचे आरोग्य आणि खत व्यवस्थापन देखील महत्त्वाचे

    मृदा शास्त्रज्ञ आशिष राय म्हणतात की पिके तयार केल्यानंतर सर्वात महत्वाची क्रिया म्हणजे मातीचे आरोग्य आणि खत व्यवस्थापन. यासाठी सर्वात महत्त्वाची गोष्ट म्हणजे माती परीक्षण करून घेणे. सध्या रासायनिक खतांच्या समतोल वापरामुळे आपल्या शेतीयोग्य जमिनीवर व पर्यावरणावर विपरीत परिणाम होत आहे. शेतकरी बांधवांकडून शेतात असंतुलित खतांचा वापर केला जात असल्याने जमिनीची सुपीकता कमी होत आहे. त्याच वेळी, जमिनीतील सूक्ष्मजंतू आणि सूक्ष्मजीवांच्या संख्येत सतत घट होत आहे. त्यामुळे झाडांच्या वाढीवर आणि पीक उत्पादनावर वाईट परिणाम होतो. यासाठी शेतकऱ्यांनी रब्बी पिकाची पेरणी करण्यापूर्वी शेतातील मातीची चाचणी करून घ्यावी आणि आवश्यक खतांचा समतोल प्रमाणात वापर करावा.

     

  • Amit Shah का बड़ा ऐलान – अब मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई होगी हिंदी में.


    डेस्क : देश में पहली बार मध्य प्रदेश में हिंदी में एमबीबीएस कोर्स शुरू किया गया है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को इसका शुभारंभ किया और चिकित्सा प्रथम वर्ष की हिंदी पुस्तकों का विमोचन किया। भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा समेत अन्य मंत्री व नेता मौजूद रहे।

    इसके साथ ही मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जहां अब एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में भी होगी। गृह मंत्री ने कहा,’भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए आज का दिन बेहद अहम है। यह दिन इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में अंकित हो जाएगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए पीएम मोदी ने छात्रों की मातृभाषा पर ज्यादा जोर दिया है। यह एक ऐतिहासिक फैसला है। मुझे गर्व है कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने देश में सबसे पहले हिंदी भाषा में चिकित्सा शिक्षा शुरू कर प्रधानमंत्री मोदी के सपने को पूरा करने का काम किया है।

    गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,’आज का दिन उन लोगों के लिए गर्व का दिन है जो मातृभाषा के समर्थक हैं। भाजपा सरकार ने तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा में हिंदी पाठ्यक्रम शुरू कर इतिहास रच दिया है। सरकार के इस प्रयास ने उन लोगों को भी जवाब दे दिया है जो इस कदम को असंभव बता रहे थे। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के सोचने की प्रक्रिया उसकी मातृभाषा में ही होती है।

    नेल्सन मंडेला ने कहा था कि अगर आप किसी व्यक्ति से उसकी मातृभाषा में बात करते हैं, तो वह बात उसके दिल तक पहुंच जाती है। दुनिया भर के शिक्षाविदों ने मातृभाषा में शिक्षा को महत्व दिया है। भारत में भी हिंदी के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों की मातृभाषा में मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और लॉ की पढ़ाई होगी। विश्वास सारंग ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव हो रहा है। मध्य प्रदेश हिंदी भाषा में चिकित्सा शिक्षा शुरू करने वाला देश का पहला राज्य है।

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  • PM Kisan : पीएम किसानचा 12 वा हप्ता पंतप्रधान मोदींच्या हस्ते हस्तांतरित

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : शेतकऱ्यांना मागच्या अनेक दिवसांपासून खरंतर ज्याची प्रतीक्षा होती तो आजचा दिवस उजाडलेला आहे आज पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी पीएम किसानच्या (PM Kisan) बाराव्या हप्ता चे पैसे हस्तांतरित केले आहेत. पी एम किसान सन्मान संमेलन 2022 या कार्यक्रमांमध्ये पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्या हस्ते पी एम किसानच्या बाराव्या हप्त्याचे पैसे थेट शेतकऱ्यांच्या खात्यात हस्तांतरित करण्यात आले.

    दरम्यान यावेळी आठ करोड शेतकऱ्यांना 16000 करोड रुपये (PM Kisan) पाठवण्यात येणार आहेत. यावेळी प्रास्ताविक मंत्री मांडवीया यांनी केले तर केंद्रीय कृषी मंत्री नरेंद्र सिंग तोमर यांनी आपले मनोगत व्यक्त केले. कवीड काळानंतर पहिल्यांदाच हा कार्यक्रम ऑफलाईन पार पडला.

    पी एम किसान योजना ही केंद्र सरकारची अत्यंत महत्त्वकांक्षी योजना असून या योजनेअंतर्गत शेतकऱ्यांना वर्षाकाठी सहा हजार रुपये दोन हजार रुपयांच्या हप्त्यांमध्ये दिले जातात. आजचा हस्तांतरित केलेला हप्ता हा (PM Kisan) बारावा हप्ता आहे. ही योजना डिसेंबर 2018 मध्ये सुरू झाली. या अंतर्गत आतापर्यंत पात्र शेतकरी कुटुंबांना पीएम-किसान योजनेंतर्गत 2 लाख कोटींहून अधिकचा लाभ मिळाला आहे.

    एक राष्ट्र एक खत

    या परिषदेत पंतप्रधान नरेंद्र मोदी इंडियन पीपल्स फर्टिलायझर प्रकल्प – वन नेशन वन फर्टिलायझरचेही लोकार्पण केले . या योजनेअंतर्गत पंतप्रधान भारत युरिया पिशव्या लॉन्च केल्या गेल्या. जे कंपन्यांना ‘भारत’ या एकाच ब्रँड नावाखाली खतांची विक्री करण्यास मदत करेल. म्हणजेच आता सर्व खत पिशव्यांवर भारत युरिया, भारत डीएपी असे लिहिलेले असेल. खताची उपलब्धता आणि वापरासह देशांतर्गत आणि आंतरराष्ट्रीय खतांच्या परिस्थितीची माहिती देण्यासाठी एक ई-मासिक सुरू केले जाईल.

  • नालंदा फुटपाथ दुकानदार अधिकार मंच के द्वारा आयोजित एक दिवसीय बैठक

    वन विभाग व पर्यटन विभाग के अधिकारियों पर बरसे मंच के राज्य समन्वयक डॉ अमित कुमार पासवान ।
    नालंदा फुटपाथ दुकानदार अधिकार मंच के द्वारा आयोजित एक दिवसीय बैठक को संबोधित करते हुए मंच के राज्य समन्वयक पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता डॉ अमित कुमार पासवान। साथ में मंच के राजगीर के अध्यक्ष रमेश कुमार पान ,सीपीएम नेता परमेश्वर राजवंशी, सुरेंद्र यादव, नागेंद्र यादव अजय यादव व अन्य ,

  • गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सारण सांसद राजीव प्रताप रुडी आज बोधगया पहुंच आयेंग। यहां वे गैर राजनीतिक मंच विभा-2025 में अपना संबोधन देंगे। इसकी जानकारी एक निजी होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी।

    दरअसल महाबोधि संस्कृति केंद्र में विभा-2025 एक मंच है। जिसका उदेश्य बिहार के पिछड़ेपन को दूर करने हेतु विचारों का आदान-प्रदान कर एक कार्य योजना बनाना है, जिसमें अपने गांव घर को छोड़कर रोजगार की तलाश में किसी अन्य प्रदेश या विदेश गये प्रत्येक बिहारी के साथ ही पत्रकार, अधिवक्ता शिक्षक या अन्य बुद्धिजीवियों से जुडकर उनके विचारों का आदान-प्रदान करना है।

    यह मंच अपने कार्यक्रम में सभी दल, धर्म एवं जाति के लोगों को आमंत्रित कर यह जानने का प्रयास करता है कि बिहार को विकास के अग्रणी पंक्ति में लाने के लिए क्या नीति बने। आज के वक्ता रुडी बहुमुखी प्रतिभा वाले लंबे राजनीतिक अनुभव और दशकों की जनसेवा के अनुभवी राजनेता है। उनके अनुभव का लाभ आमजन तक पहुंच सके इसलिए मंच द्वारा उन्हें मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है। रुडी विविध प्रतिभाओं से संपन्न राजनेता है। न केवल राजनीतिक जीवन में बल्कि अन्य गतिविधियों में भी संलग्न है और दूसरे तरीकों से भी आमजन की सेवा में लगे है। रुडी दुनिया में ऐसे इकलौते सांसद है जिनका नाम लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में इसलिए दर्ज है कि वो सांसद होने के साथ-साथ एक व्यावसायिक लाइसेंसधारक पायलट भी है। इसके अलावा पठन-पाठन में रुची रखने वाले रुडी महाविद्यालय में अर्थशास्त्र के शिक्षक तो है ही साथ ही पटना उच्च न्यायालय में पंजीकृत वरिष्ठ अधिवक्ता भी है। सारण लोकसभा क्षेत्र से सांसद होने के साथ भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता का दायित्व बखूबी निभाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री रुडी ने अपने राजनीतिक जीवन के पैंतीस वर्ष और LLB डिग्री धारण करने के छत्तीस वर्षों के बाद पटना उच्च न्यायालय में अधिवक्ता का चोला पहने भी दिखते है। श्री रुडी का मानना है कि पढ़ाई और डिग्री प्राप्त करने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। इसलिए जब भी मौका मिले, कोई पाठ्यक्रम या कोई कोर्स पूरा करना चाहिए। ज्ञान का उपयोग कभी भी और किसी भी स्थिति में हो सकता है। मैंने सामान्य अध्ययन के साथ-साथ एलएलबी की भी डिग्री हासिल की, इसके पश्चात कमर्शियल पायलट भी बना और पटना के महाविद्यालय में अध्यापक भी।

  • देश को 75 Digital Banking Unit की सौगात! PM मोदी बोले – अब बैंक खुद चलकर घर जाएंगे


    डेस्क : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में बैंकिंग सुविधाओं को देश के अंतिम व्यक्ति तक ले जाने के उद्देश्य से 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयाँ (DBU) लॉन्च की हैं। पीएम मोदी ने सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जम्मू-कश्मीर की 2 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों सहित देश के 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों का उद्घाटन किया।

    इस मौके पर पीएम मोदी ने सभी देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि डिजिटल बैंकिंग यूनिट आधुनिक भारत की ओर एक बढ़ता हुआ कदम है। ये सेवाएं कागजी कार्रवाई, लेखन और अन्य परेशानियों से मुक्त होंगी। ये डिजिटल बैंकिंग सेवाएं पहले से कहीं ज्यादा आसान हो जाएंगी। इससे गांवों और छोटे शहरों में पैसे भेजने से लेकर कर्ज लेने तक सब कुछ आसान हो जाएगा।

    पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारा मकसद बैंकिंग सिस्टम में सुधार, मजबूती और पारदर्शिता लाना है। लोगों का सशक्तिकरण हमारी सरकार का लक्ष्य है। अब बैंक खुद गरीबों के घर जाएंगे, इसके लिए हमें बैंक और गरीबों के बीच की दूरी को कम करना होगा।’

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने बैंकिंग सेवाओं को घर-घर तक पहुंचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आज, भारत के 99% से अधिक गांवों में पांच किमी के भीतर किसी न किसी बैंक शाखा, बैंकिंग आउटलेट या बैंकिंग मित्र हैं। Digital Banking Unit उस दिशा में एक और बड़ा कदम है जो भारतीयों के जीवन को आसान बनाने के लिए देश में चल रहा है। यह एक ऐसी विशेष बैंकिंग प्रणाली है, जो न्यूनतम डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ज्यादा से ज्यादा सेवाएं देने का काम करेगी।डिजिटल बैंकिंग इकाइयों की शुरुआत के साथ, आपको अब बचत खाते खोलने, पासबुक प्रिंट करने, विभिन्न बैंक योजनाओं में निवेश करने और ऋण के लिए बैंक जाने की आवश्यकता नहीं होगी। अब यह सुविधा घर के पास ही मिलने वाली है।बता दें कि इस साल के बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देश के 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां खोलने की घोषणा की थी।

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