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  • Traffic Rule : अब बिना सीट बेल्ट के पीछे बैठना पड़ेगा महंगा – ट्रैफिक पुलिस लेगी ये एक्शन…


    डेस्क : देश में ट्रैफिक नियम को लेकर सरकार सख्ती बरत रही है। ट्रैफिक नियमों में कई नियम बनाए गए हैं। जिससे कार चालकों के जीवन बचाया जा सके। इसी कड़ी में कार में बैठे यात्री व चालक के सीट बेल्ट बांधना भी शामिल है। सरकार कार के पीछे बैठे लोगों के सीट बेल्ट लगाने को लेकर सख्त हो गई है। कार में वाहन चालक के साथ-साथ पीछे बैठे लोगों के सीट बेल्ट बांधना भी अनिवार्य कर दिया गया है। बिना सीट बेल्ट लगाए बैठे लोग पकड़े जाने पर भारी चालान कट सकती है।

    इस राज्यवासियों को अनिवार्य रूप से लगाना होगा सीट बेल्ट :

    इस राज्यवासियों को अनिवार्य रूप से लगाना होगा सीट बेल्ट : प्राप्त जानकारी के अनुसार, 1 नवंबर से मुंबई में चार पहिया वाहनों के चालकों और सह-यात्रियों के लिए सीट बेल्ट पहनना अनिवार्य हो जाएगा। अगर पिछली सीट पर बैठे यात्री सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं तो उन्हें अगले महीने से चालान का सामना करना पड़ सकता है। एक बयान में, शहर पुलिस की यातायात शाखा ने सभी मोटर चालकों और वाहन मालिकों को 1 नवंबर से पहले चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट लगाने का निर्देश दिया है और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।

    इतने रुपए का कटेगा चालान :

    इतने रुपए का कटेगा चालान : ट्रैफिक पुलिस ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर नए नियम का पालन करने के लिए 15 दिन का समय दिया है। इस नियम का उल्लंघन करने पर उल्लंघन करने वालों पर 1000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। हालांकि, फिलहाल सीट बेल्ट नहीं लगाने पर 200 रुपये का जुर्माना है।

    बच्चे – बुजुर्ग सब पर नियम लागू :

    बच्चे – बुजुर्ग सब पर नियम लागू : गाड़ी में सभी के लिए सीटबेल्ट लगाना अनिवार्य है। मोटर वाहन अधिनियम की धारा 194 (बी) (2) में कहा गया है कि अगर 14 साल से कम उम्र का बच्चा कार में है, तो उसे सुरक्षा बेल्ट भी पहननी चाहिए। ऐसा नहीं करने पर रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।

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  • अब हुआ कंफर्म! कर्मचारियों के DA में की गई 9% की वृद्धि, जानें – कितनी बढ़ेगी सैलरी..


    डेस्क : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए काम की खबर है। केंद्र सरकार में काम कर रहे कर्मचारियों को पांचवें व छठे वेतन आयोग के तहत महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की गई है। इसके बाद छठे वेतन आयोग के अंतर्गत सैलरी पा रहे कर्मचारियों का डीए 203 फीस दी से बढ़कर 212 फीस दी तक पहुंच गया। बता दें कि डीए की नई दरें साल 2022 के 1 जुलाई से लागू मानी जाएगी। वहीं पांचवी आयोग की बात करें तो कर्मचारियों के डीए में 15 फ़ीसदी से बढोतरी 396 फ़ीसदी कर दिया गया है।

    महंगाई भत्ता एक कर्मचारी के मूल वेतन के आधार पर तय किया जाता है। यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी का मूल वेतन 43000 रुपये प्रति माह होता तो उसे पुराने डीए (203 फीसदी) के तहत 87,290 रुपये मिलते। वहीं, डीए 212 प्रतिशत होने के बाद यह बढ़कर 91,160 रुपये हो जाएगा। इससे उनके वेतन में लगभग 3800 रुपये की वृद्धि होगी। बता दें कि व्यय विभाग (डीओआई) ने 12 अक्टूबर को कार्यालय ज्ञापन जारी कर डीए वृद्धि की जानकारी दी थी।

    बतादें कि सातवें वेतन आयोग के तहत वेतन या पेंशन लेने वाले कर्मचारियों का डीए और डीआर (महंगाई राहत) सितंबर में 34 फीसदी से बढ़ाकर 38 फीसदी कर दिया गया था। इसके बाद से छठे और पांचवें वेतन आयोग के तहत वेतन या पेंशन लेने वाले कर्मचारी/पूर्व कर्मचारी डीए या डीआर बढ़ाने की मांग कर रहे थे।

    ये होता है महंगाई भत्ता जेड सरकार अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को महंगाई से लड़ने के लिए भत्ता देती है। इसे महंगाई भत्ता (कर्मचारियों के लिए) और महंगाई राहत (पेंशनभोगियों के लिए) कहा जाता है। केंद्र सरकार जुलाई और जनवरी में इसकी समीक्षा करती है। डीए उस क्षेत्र पर भी निर्भर करता है जिसमें कर्मचारी काम करता है। यानी शहरी इलाकों, छोटे शहरी और ग्रामीण इलाकों में काम करने वाले कर्मचारियों का डीए अलग-अलग होता है।

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  • जहानाबाद में रिटायर्ड दारोगा से 7 लाख की लूट, सीसीटीवी फुटेज आया सामने

    7 लाख की लूट का सीसीटीवी फुटेज आया सामने। दरअसल जहानाबाद जिले के घोसी थाना क्षेत्र के बंधु गंज बाजार में रिटायर्ड दरोगा से सात लाख की लूट हो गई थी।

    नइमा गांव निवासी गेंदी पासवान एकंगर सराय से बैंक से रुपया निकालकर अपने घर जा रहे थे। बंधु गंज बाजार में बस से उतर कर अपने घर जाने की तैयारी कर रहे थे । इस दौरान बाइक पर सवार होकर दो अपराधी आए और थैला लेकर फरार हो गया।

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    अब सीसीटीवी सामने आने के बाद उम्मीद की जा रही है कि अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द होगी।

  • न्यूज नालंदा – सिपाही भर्ती परीक्षा में 1-2 नहीं, 42 गिरफ्तार, जानें किस तकनीक का लिया था सहारा…

     

    न्यूज नालंदा – सिपाही भर्ती परीक्षा में 1-2 नहीं, 42 गिरफ्तार, जानें किस तकनीक का लिया था सहारा…

    केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा आयोजित उत्पाद विभाग के सिपाही भर्तीै परीक्षा में रविवार को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ 42 परीक्षार्थी नकल करते गिरफ्तार कर लिए गए। नकलचियों की गिरफ्तार तीन केंद्रों से हुई। सबसे अधिक 37 नकलची आरपीएस स्कूल कचहरी रोड के सेंटर से पकड़ा गया। इसके बाद स्कूल के बाद परीक्षार्थियों ने हंगामा कर दिया। जिसके बाद पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। गिरफ्तार परीक्षार्थियों में एक महिला है।

    कैसे धराया नकलची

    सेंटर पर परीक्षार्थी खुद कुछ बुदबुदा रहा था। जिससे ड्यूटी में तैनात अधिकारियों को संदेह हुअा। सर्च करने पर कान में ब्लूटूथ व शरीर में छिपा डिवाइस मिला। इसके बाद अधिकारियों का अमला पहुंच गया। सभी की तलाशी ली गई। एक सेंटर से कुल 37 नकलचियों को पकड़ा गया। इसके बाद अंदर सेंटरों में जांच तेज कर अन्य को पकड़ा गया।

    सेंटर मैनेज की अटकल

    बड़ी संख्या में नकलचियों के पकड़े जाने के बाद चर्चा है कि सेटर का बड़ा गिरोह परीक्षा में सक्रिय था। जिसने सेंटर मैनेज का खेल खेला था। हालांकि, पुलिस जांचोपरांत मामला स्पष्ट होने की बात कह रही है। नकलची परीक्षार्थियों ने कान के अंदर ब्लूटूथ सेट किया था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि डॉक्टर के सहयोग से ऐसा हुआ। पकड़े गए कई परीक्षार्थियों का ब्लूटूथ डॉक्टर के सहयोग से निकाला गया। आरपीएस कचहरी के अलावा किसान कॉलेज से 2, आपीएस मकनपुर से 3 नकलची पकड़ा गया।

    कई सफेदपोश होंगे बेनकाब

  • आखिर रेल पटरी के किनारे C/T का मतलब क्‍या है? डिब्‍बों पर क्‍यों लिखा होता है LV, आज जानिए अंदर की बात..


    Indian Railway : भारत में यात्रा के लिए सबसे बेहतर साधन रेलवे को माना जाता है। आप भी कई बार रेलवे से यात्रा किए होंगे। लेकिन क्या आपके ट्रेन पर लिखे शब्दों पर गौर किया? यदि हां तो उन शब्दों का मतलब जानने की जिज्ञासा मन में जरुर उत्पन्न हुई होगी। तो आइए आज ट्रेन पर लिखे C/T, X, W/L और T/G या T/P का मतलब जानते हैं।

    C/T का क्या है मतलब?

    C/T का क्या है मतलब? पहले बात करते हैं C/T की तो आपने इसे रेलवे ट्रैक के किनारे लगे बोर्ड पर लिखा देखा होगा। पीली तख्ती पर लिखे C/T का मतलब है कि आगे सुरंग है। ये साइन ड्राइवर को सावधानी बरतने के लिए लगाया जाता है।

    ट्रेन के आखिरी डिब्‍बे क्यों होता है X का साइन?

    ट्रेन के आखिरी डिब्‍बे क्यों होता है X का साइन? अब बात करेंगे ट्रेन के आखिरी कोच पर लिखे X के साइन के बारे में। तो ये शब्द ट्रेन के सुपरवाइजर को इन्फोम करता है कि पूरी ट्रेन निकल चुकी है। यदि सुपरवाइजर को X न दिखे तो वे समझ जाते हैं कि ट्रेन के डिब्बे अलग हुए हैं। गौर किया होगा कि आखिरी कोच में इलेक्ट्रिक लैंप भी लगाया गया होता है।

    W/L का क्या है मतलब :

    W/L का क्या है मतलब : ये एक व्हिसल इंडिकेटर बोर्ड के तौर पर काम करता है। ये W/L सिंबल देख कर ड्राइवर को इस बात की जानकारी होती है कि अब सिटी बजानी है। इसका फुल फॉर्म व्हिसल फॉर लेवल क्रॉसिंग है। इसके अलावा W/B से सिग्नल से मतलब आगे पुल होने के कारण सीटी बजाना है।

    इस बोर्ड का ये है मतलब :

    इस बोर्ड का ये है मतलब : अब बात करें T/G या T/P की तो ये स्पीड टर्मिनेशन के इंडिकेटर हैं। T/G का अर्थ मालगाड़ियों की गति सीमा को उठाना है और T/P का अर्थ यात्री ट्रेनों के लिए है। इससे ड्राइवर को पता चलता है कि अब ट्रेन को पूरी रफ्तार से चलाया जा सकता है. इसके अलावा आयताकार सिग्नल बोर्ड भी होते हैं जिनमें एक वृत्त और दो क्षैतिज रेखाएँ होती हैं। चालक सीखता है कि आगे एक संकेत है।

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  • न्यूज नालंदा – फिर नूरसराय में हत्या, इस बार गर्दन रेतकर मारा…

    नूरसराय थाना इलाके में दूसरे दिन भी बदमाशों ने लाश गिरा दी। एक दिन पहले जगदीशपुर-तियारी गांव में युवक को पीट-पीटकर मारा गया था। शनिवार की रात दरुआरा-बेलदारी गांव के बलवा खंधा में धारदार हथियार से गर्दन रेतकर अज्ञात 30 वर्षीय युवक की हत्या कर दी गई।

    न्यूज नालंदा – फिर नूरसराय में हत्या, इस बार गर्दन रेतकर मारा…

    रविवार की सुबह कुछ ग्रामीण सुबह की सैर पर निकले तो उनकी नजर लाश पर गई। तब हत्याकांड का खुलासा हुआ। शव मिलने की खबर इलाके में फैल गई। मौके पर ग्रामीणों का हुजूम जमा हो गया। कोई भी मृतक की पहचान नहीं कर सका। सूचना के पुलिस पहुंचकर जांच में जुट गई।
    थानाध्यक्ष विरेंद्र चौधरी ने बताया कि शव देखने से प्रतीत होता है कि गला रेतकर हत्या की गई है। मौके पर खून या विरोध का निशान नहीं मिला। जिससे प्रतीत होता है कि दूसरे स्थान पर युवक की हत्या कर शव को खंधा में फेंका गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को पहचान के लिए सदर अस्पताल में रखा गया है।

  • न्यूज नालंदा – डेंगू से नहीं जाए जान, कैंडल मार्च निकाल रक्तदान की अपील…

    न्यूज नालंदा – डेंगू से नहीं जाए जान, कैंडल मार्च निकाल रक्तदान की अपील…

    ग्रुप के सदस्य कामरान रजा ने बताया कि इन दिनों जिले में डेंगू अपना पैर पसार रहा है। ऐसे में कई लोगों को प्लेटलेट्स चढ़ाने की नौबत आ जाती है। ऐसे में ब्लड की कमी के कारण किसी की जान ना जाए। इसी उद्देश्य से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर में अधिक-से-अधिक लोग शामिल हो। इसीलिए कैंडल मार्च निकालकर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस मौके पर धीरज समयार, मुस्कान, शान अंजार मदीहा, शाकिर रजा, करण राज ,डॉ आशुतोष कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे।

  • ऑनलाइन बिजली बिल भुगतान करने वाले हो जाए सावधान! बस एक क्लिक पर हो जाएँगे कंगाल


    डेस्क : अगर आपके मोबाइल पर कोई एसएमएस आया है, जिसमें लिखा है कि अगर बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया तो आपके घर की बिजली कट जाएगी, तो घबराएं नहीं। यह काम हैकर्स कर सकते हैं, जिसमें आपको बिजली बिल भरने के लिए एक लिंक भेजा जाता है और जब आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं और आपके खाते से पैसे निकल जाते हैं।

    इसलिए अगर आपको लाइट बिल, कैशबैक या ऑफर मांगने वाला कोई मैसेज आता है तो सावधान हो जाएं। साइबर एक्सपर्ट ऐसे मैसेज से बचने की सलाह दे रहे हैं। हाल ही में एसबीआई ने भी ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। आइए जानते हैं कि आप इस धोखाधड़ी से कैसे बच सकते हैं।

    ऐसे मैसेज से रहे सावधान

    ऐसे मैसेज से रहे सावधान : कई यूजर्स को व्हाट्सएप या एसएमएस या अनजान नंबरों से मैसेज आ रहे हैं, जिसमें लिखा है कि अगर उन्होंने तुरंत किसी नंबर पर कॉल नहीं की तो उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा। एक मैसेज आया है, जिसमें कहा गया है कि प्रिय ग्राहक, आज रात 8.30 बजे आपकी बिजली काट दी जाएगी। क्योंकि आपके पिछले महीने का बिल अपडेट नहीं हुआ है। इस मैसेज में लिखा है कि कृपया इस नंबर पर तुरंत संपर्क करें।

    इस तरह के मैसेज मिलने के बाद कई यूजर्स ने इस मैसेज को ट्विटर और कई सोशल मीडिया पर शेयर किया। उसके बाद एसबीआई ने भी अपनी ओर से लोगों को इन फर्जी संदेशों से सतर्क रहने को कहा है। ट्वीट में लिखा गया है कि ऐसे एसएमएस पर कभी भी कॉल बैक या एसएमएस न करें। क्योंकि यह आपकी व्यक्तिगत जानकारी को चुराने का एक साधन हो सकता है।

    अपने आप को ऐसे बचाएं?

    अपने आप को ऐसे बचाएं? : हालाँकि ये संदेश पहली नज़र में विश्वसनीय लगते हैं, जब इनकी जाँच की जाती है, तो आप देख सकते हैं कि भाषा का उपयोग गलत है। आपको बहुत सारे पूर्ण विराम और बड़े अक्षरों की समझ का पूर्ण अभाव दिखाई देगा।

    यूजर्स को ऐसे मैसेज से सावधान रहने की चेतावनी दी गई है। ज्यादातर लोग जो वास्तव में अपने बिजली बिल का भुगतान करना भूल गए हैं, उन्हें विशेष रूप से लक्षित किया जाता है क्योंकि इससे वे घबरा जाते हैं और बिना ज्यादा सोचे समझे कार्रवाई करते हैं। जब भी आपके पास ऐसा कोई मैसेज आए तो उन पर अटैक कर दें। फीडबैक देने से पहले हमेशा उनके स्रोत की जांच करें अन्यथा आप अपना पैसा खो सकते हैं।

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  • गाड़ी चालक खुश हो जाइए! Nitin Gadkari ने किया बड़ा ऐलान, होगा 3 गुना फायदा…


    डेस्क : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि साल 2024 से पहले देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएंगे और भारत सड़कों के मामले में अमेरिका के बराबर हो जाएगा। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में टोल टैक्स वसूलने के लिए तकनीक के इस्तेमाल पर भी जोर दिया जाएगा उन्होंने कहा कि अभी तक टोल न देने पर सजा का प्रावधान नहीं है, लेकिन टोल को लेकर बिल लाने की तैयारी है।

    केंद्रीय मंत्री ने दी बड़ी जानकारी

    केंद्रीय मंत्री ने दी बड़ी जानकारी : नितिन गडकरी ने बोला कि टोल जमा करने के लिए दो विकल्पों पर विचार किया गया है। पहला विकल्प कारों में ‘जीपीएस’ सिस्टम लगाने से संबंधित है जबकि दूसरा विकल्प आधुनिक नंबर प्लेट से संबंधित है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से नए नंबर प्लेट पर जोर दिया जा रहा है। और अगले एक महीने में एक विकल्प चुने जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था लागू होने से टोल बूथ पर भीड़भाड़ नहीं होगी और यातायात भी प्रभावित नहीं होगा।

    अब क्या नियम हैं

    अब क्या नियम हैं : नितिन गडकरी ने कहा कि मौजूदा समय में अगर कोई व्यक्ति टोल रोड पर 10 किमी की दूरी भी तय करता है तो उसे 75 किमी का शुल्क देना पड़ता था, लेकिन नई व्यवस्था में तय की गई दूरी के लिए केवल टोल वसूल की जाएगी। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) वित्तीय संकट से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई की हालत बिल्कुल ठीक है और इसके पास पैसों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व में दो बैंकों ने कम दरों पर कर्ज की पेशकश की थी। उन्होंने बताया कि सड़कों के बनने से कई शहरों के बीच की दूरी कम हो जाएगी

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  • ग्रामीणों ने शराब के खिलाफ बोला हल्ला बोल, भट्टियों को किया ध्वस्त

     

    सुपौल/लक्ष्मण कुमार

    पिपरा: शराब कारोबारी एवं शराब उत्पादक के खिलाफ बिरोध मार्च निकालकर देशी शराब बनाने वाला भट्ठी को धवस्थ कर दिया। पिपरा थाना क्षेत्र के पथरा उत्तर पंचायत स्थति केशवनगर में रविवार ग्रामीणों ने लगभग बीस अबैध देशी शराब भटृठी को ध्वस्त कर दिया

    सरपंच शिवशंकर मंडल ने बताया बनाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले प्लासटिक गैलन, ड्राम, हंडी सहित कई अन्य उपकरण को ध्वस्त कर दिया। साथ ही सभी कारोबारी एवं पियक्कड़ को हिदायत दी गई। सेवानिवृत्त शिक्षक वासुदेव मंडल ने कहा केशवनगर गांव की बदनामी कुछ शराब माफियाओं के चलते हो रहा है

    जिसे ग्रामीणों ने संकल्प लेकर शराब मुक्त केशवनगर बनाना है। इस मुहिम में शिवशंकर मंडल, भोलादानी मंडल, बहादुर शाह, बीरेंद्र कुमार विजेन्द्र कुमार, उमेश शर्मा चन्दर मंडल, गंगा मंडल सहित दर्जनों लोग शामिल थे।