Category: News

  • कोरामा उपसरपंच की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

    एक बड़ी खबर नालंदा जिले इलाके के तेल्हाड़ा थाना क्षेत्र से आ रही है जहां कोरामा उपसरपंच की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही हिलसा के पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव एवं हिलसा डीएसपी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। हिलसा डीएसपी ने घटना के संबंध में बताया है कि मृतक उप सरपंच पति ललित यादव के सर पर तीन जख्म के निशान हैं जिसे यह प्रतीत होता है कि उनके सर में गोली मारकर हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि अभी तक परिवार वालों के द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है।

    जिससे घटना के कारणों का स्पष्ट नहीं हो सका है। वही हिलसा के पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव ने कहा कि जहां पर ललित यादव का शव पाया गया है उसके आसपास खून के एक धब्बे दिखाई नहीं दे रहे हैं। इसका मतलब यह हुआ उप सरपंच पति की हत्या कहीं और की गई है और शव को खजुरिया बाबा के पास शव को खेतों में फेंक दिया है। उन्होंने कहा कि हर बिंदुओं पर मामले की जांच पुलिस कर रही है। निश्चित तौर पर अपराधियों के ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मृतक के परिजनों से मिलकर सांत्वना दे दिया। बताया जाता है कि उप सरपंच पति ललित यादव अपने ससुराल गए थे वही मोबाइल पर फोन आने के बाद अपने घर लौटने के क्रम में अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया।

  • BJP नेताओं को आवास खाली करने का नोटिस; दोनों पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को मिला नोटिस

    सरकार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को पद तो मिल गया, लेकिन इस पद के लिए तय सरकारी बंगला अब तक नहीं मिला है। कारण, पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishor Prasad) पद से हटने के बाद भी पुराने आवास में बने हुए हैं।

    यही हाल पूर्व उप मुख्यमंत्री रेणु देवी (Renu Devi) का है। वह भी पद के साथ मिला बंगला नहीं छोड़ रही हैं। अब सरकार ने सख्ती करने का निर्णय लिया है। भवन निर्माण मंत्री डा. अशोक चौधरी ने कहा-ये मर्जी से आवास खाली नहीं करते हैं तो मजिस्ट्रेट तैनात कर खाली कराया जाएगा।

    BJP नेताओं को आवास खाली करने का नोटिस। दोनों पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को मिला नोटिस।

  • खुशखबरी! वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेस-वे का निर्माण होगा शुरू, जानें – पूरा रूट..


    डेस्क : वाराणसी-रांची-कोलकाता 6 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने का काम अगले साल शुरू हो जायेगा. यह भारत माला परियोजना का ही एक हिस्सा है. इसको बनाने के लिए निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है. इसके लिए पहले चरण में करीब 27 Km लंबाई में सड़क बनाने के लिए टेंडर भी जारी हो चुका है. इस टेंडर को भरने की अंतिम तिथि 29 दिसंबर 2022 तक की है. फिलहाल इसकी अनुमानित लागत करीब 945.24 करोड़ रुपये तक है.

    बिहार में फिलहाल भभुआ से अधौरा तक बनेगी सड़क

    बिहार में फिलहाल भभुआ से अधौरा तक बनेगी सड़क
    वाराणसी-रांची-कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण फिलहाल 54 Km की लंबाई में किये जाने की योजना है. इस 54 Km लंबाई में से उत्तर प्रदेश में 22 Km और बिहार में करीब 32 Km लंबाई में निर्माण किया जायेगा. इसमें से बिहार के क्षेत्र में करीब 27 Km के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई है. यह सड़क चंदौली-चैनपुर रोड पर खैंती गांव से भभुआ से अधौरा रोड स्थित पलका गांव तक बनेगी.

    वाराणसी से कोलकाता का सफर महज 6 घंटे में ही होगा पूरा

    वाराणसी से कोलकाता का सफर महज 6 घंटे में ही होगा पूरा
    गौरतलब है कि वाराणसी से कोलकाता तक 30 हजार करोड़ रुपये की लागत से 620 Km 6 लेन का ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है. इस एक्सप्रेस-वे के बनने से वाराणसी से कोलकाता का सफर 12 घंटे से घटकर 6 घंटे रह जायेगी. साथ ही बिहार में 10 हजार करोड़ की लागत से 163 km का कॉरिडोर बनेगा.

    बिहार के इन जिलों से होकर गुजरेगी ये सड़क

    बिहार के इन जिलों से होकर गुजरेगी ये सड़क
    यह कॉरिडोर यूपी के चंदौली से शुरू होकर मुगलसराय, बिहार के भभुआ, कैमूर, रोहतास, सासाराम, औरंगाबाद, गया, झारखंड के चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, बोकारो तथा पश्चिम बंगाल के पुरुलिया, बांकुरा, पश्चिम मेदनीपुर, हुगली से होकर हावड़ा तक जाएगा. इसमें ग्रीनफील्ड स्पर बनाकर खड़गपुर को भी सीधे जोड़ा जायेगा.

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  • रबी सीजन की फसलों की बुवाई में देरी, किसानों की मुश्किलें बढ़ीं

    हैलो कृषि ऑनलाइन: इस साल राज्य में बारिश से किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है. इसके साथ ही सितंबर और अक्टूबर में बेमौसम बारिश के कारण रबी सीजन की बुआई में भी देरी हुई है। जबकि नंदुरबार जिले में केवल 15 प्रतिशत रबी की बुवाई हुई है। जिले में अब तक नौ हजार हेक्टेयर रकबे में रबी की बुआई की जा चुकी है। बुआई में देरी से किसान परेशान हैं।

    गेहूँ, चना, मक्का, ज्वार जैसी रबी की फ़सलें मानसून की समाप्ति के बाद बोई जाती हैं। लेकिन इस साल वापसी की बारिश ज्यादा देर तक चली। लंबा बारिश और वापसी की बारिश ने कपास, मक्का, ज्वार, सोयाबीन की कटाई में देरी की है। इसके अलावा, वापसी की बारिश के कारण मिट्टी की नमी प्रतिधारण के कारण जुताई के कार्यों में देरी हो रही है, इस साल राज्य में रबी सीजन की बुवाई में देरी हो रही है। अब तक बाजरा 3 हजार हेक्टेयर, गेहूं 2 हजार हेक्टेयर, मक्का 3 हजार हेक्टेयर और चना 900 हेक्टेयर में लगाया जा चुका है। कृषि विभाग ने बताया है कि शेष रबी क्षेत्र में बुवाई शीघ्र ही पूरी कर ली जायेगी.


    श्रमिकों की कमी

    राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हुई है. इससे राज्य के किसान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गई है। उत्तर महाराष्ट्र में भारी बारिश और वापसी की बारिश ने भी किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। वहीं दूसरी ओर कई जिलों में खरीफ फसलों की कटाई के समय मजदूरों की कमी है. किसानों के लिए फसल की कटाई एक बड़ी चुनौती बन गई है। मजदूरों के अभाव में किसान फिलहाल फसल नहीं काट पा रहे हैं। जिले के किसान कृषि कार्य के लिए मजदूरों की तलाश कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि जिले से बड़े पैमाने पर मजदूरों का पलायन हुआ है.

    किसानों की परेशानी बढ़ी

    जिले में खरीफ सीजन में कपास के तहत मिर्च की फसल उगाई जाती है। भारी बारिश से कपास और मिर्च को भारी नुकसान हुआ है। किसान कपास चुनने से मिर्च निकालने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि बारिश में मिर्च और रुई मिल जाती है। कटाई के लिए मजदूर नहीं मिलने से किसानों की फसलें चौपट हो रही हैं। इसके अलावा बाजार में भाव नहीं मिलने से भी किसान आर्थिक संकट में है।


  • पटना यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव के लिए हो रहा मतदान

    पटना यूनिवर्सिटी में आज छात्र संघ चुनाव के लिए मतदान हो रहा। चुनाव के लिए 8 बजे से वोटिंग जारी है। जो दोपहर 2 बजे तक चलेगी।

    Patna University

    छात्र संघ चुनाव को लेकर यूनिवर्सिटी में कुल 51 बूथ बनाए गए हैं। जहां कुल 24395 छात्र-छात्राएं मतदान करेंगे। चुनाव में कुल 306 बैलट बॉक्स का इस्तेमाल किया जा रहा।

  • Bihar में 3.38 लाख शिक्षकों की जल्द होगी बहाली, जानें – योग्यता और सैलरी..


    न्यूज डेस्क: बिहार में शिक्षा व्यवस्था काफी जगह है। कई स्कूलों में तो शिक्षक ही नहीं है। इन विद्यालयों में शिक्षक के कुल 3 दिसंबर 30 लाख पद रिक्त है इन्हें भरने को लेकर शिक्षा मंत्री का बयान सामने आया है बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने शिक्षक नियोजन के सातवें चरण का शुरुआत की शुरुआत जल्द किया जाएगा इस बात की जानकारी दी है। मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षक नियोजन की आस में तीन-चार साल से बैठे अभ्यर्थी धैर्य रखें। हमें उनसे सहानुभूति है। सरकार उनकी चिंताओं से सहमत है। इसलिए योजना की प्रक्रिया हर हाल में पूरी की जाएगी।

    उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में सरकार सिमुलतला आवासीय विद्यालय की तर्ज पर प्रत्येक जिला मुख्यालय स्तर पर एक विद्यालय खोलेगी। इसको लेकर कवायद जल्द शुरू होगी।

    सिमुलतला आवासीय विद्यालय स्कूली शिक्षा का सबसे अच्छा मॉडल माना जाता है। इस स्कूल ने बिहार को कई टॉपर्स दिए हैं। इस विद्यालय में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है। एक समय था जब इस स्कूल के छात्रों का इंटरनेशनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड में दबदबा था।

    इन बातों पर लिया गया निर्णय

    इन बातों पर लिया गया निर्णय

    शिक्षक संगठनों से बात करने के बाद शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षकों के तबादले के लिए व्यापक नीति बनाई जाएगी. शिक्षकों का ट्रांसफर होना चाहिए। खासकर महिला, विकलांग व जरूरतमंद शिक्षकों का तबादला जरूरी हो गया है। सरकार इस दिशा में गंभीर है।

    उन्होंने बताया कि महिला शिक्षिकाओं की समस्याओं, विशेषकर मातृत्व अवकाश, उनके वेतन विसंगतियों तथा नियोजित शिक्षिकाओं की आकस्मिक मृत्यु पर मिलने वाले लाभ को हर कीमत पर सुनिश्चित किया जायेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग स्तर के शिक्षकों की समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा। नीतिगत फैसलों से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।

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  • क्या कहते हो! इंसानी चेहरे वाला बकरी का बच्चा…

    हैलो कृषि ऑनलाइन: अल्बिनो, यानी पूरी तरह से सफेद, जानवरों को हमने सबसे पहले देखा होगा। लेकिन मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के सिरोज में इंसानी चेहरे जैसा दिखने वाला बकरी का बच्चा पैदा हुआ है. इसलिए इस गुल्लक को देखने के लिए वहां नागरिक उमड़ पड़ते हैं। और तो और इस बकरी के बच्चे की फोटो ने सोशल मीडिया पर भी खूब धूम मचाई है.

    अपच से पीड़ित

    इस बारे में अधिक जानकारी यह है कि मध्य प्रदेश के सरोज के रहने वाले नवाब खान नाम के पशुपालक की बकरी ने शुक्रवार को अलग दिखने वाले इस बच्चे को जन्म दिया है. हर कोई यह देखकर हैरान रह गया कि इस मेमने का चेहरा किसी बूढ़े आदमी जैसा लग रहा था। पशु चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार मेमने का जन्म ‘हेड डिस्पेप्सिया’ नामक दुर्लभ बीमारी के कारण हुआ है। साथ ही, ऐसे अपरिपक्व चूजे अधिक समय तक जीवित नहीं रहते हैं। साथ ही इस मेमने के अजीब चेहरे के कारण, यह मेमना दूधमैं इसे नहीं पी सकता। इसलिए इस मेमने को सीरिंज के जरिए दूध पिलाया जा रहा है।


    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फोटो, वीडियो

    बच्चे के जन्म के बाद डॉक्टर ने कहा कि बकरी का मेमना अभी पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है। इस तरह के एक अविकसित पिल्ला का जीवनकाल छोटा होता है। सोशल मीडिया पर कुछ भी वायरल होने में देर नहीं लगती। इंसानी चेहरे की तरह दिखने वाले इस बकरी के बच्चे की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उनकी फोटो और वीडियो पोस्ट और शेयर किए हैं। इतना ही नहीं इस बकरी के मेमने को देखने के लिए आसपास के गांव और जिले के लोग भी उमड़ रहे हैं.


  • ट्रैक्टर के कुचलकर मजदूर की मौत के बाद मुआवजा को लेकर सड़क जाम – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    इसलामपुर (नालंदा दर्पण)। स्थानीय इसलामपुर थाना क्षेत्र के अमरुदिया बिगहा गांव के एक 32 वर्षीय मजदूर का मौत हो गयी है। 

    Road jam for compensation after the death of the laborer by crushing the tractor 1मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक नवीन दास का खिदरसराय थाना के पास केनी गांव में ससुराल था। ससुराल मे रहकर आस पास में मजदूरी का काम करता था कि शुक्रवार की देर शाम को सूचना मिली कि ट्रैक्टर की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई है।

    उसके बाद जैसे  ही शव घर पहुंचा, वैसे ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। परिजनों ने मुआवजा की मांग को लेकर शव को लेकर इसलामपुर थाना पहुंचा। लेकिन पुलिस ने घटनास्थल के क्षेत्रीय थाना खिदरसराय  भेज दिया। उसके वाद लोगों ने वहां शव को ले जाकर  सड़क पर रखकर मुआवजा का मांग करने लगे।

    उसके बाद प्रशासन के हस्ताक्षेप से सड़क जाम हटी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। मृतक की पत्नी सहित तीन संतानो का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था। इधर भाकपा माले नेता शत्रुधन कुमार ने प्रशासन से मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग किया है।

     

  • चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अपने जन सुराज पदयात्रा पर पूर्वी चंपारण पहुंचे

    चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अपने जन सुराज पदयात्रा पर निकले हुए है। 550 किमी पद यात्रा पूरी कर 18 नवंबर की रात पूर्वी चंपारण जिले में प्रवेश किया।

    Prashant Kishore

    प्रशांत ने 2 अक्तूबर को बापू की भूमि पश्चिम चंपारण के भितिहरवा गांधी आश्रम से इस यात्रा का शुरुआत किया था, जो 140 से अधिक पंचायतों और 350 से अधिक गांवों से गुजरते हुए पूर्वी चंपारण के पहाड़पुर प्रखंड में प्रवेश की।

  • E-Shram Card : क्या आपके Account में ₹1000 पहुंचा या नहीं – ऐसे जल्द करें चेक..


    न्यूज डेस्क : सरकार के द्वारा ई- श्रम कार्ड की शुरुआत असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को आर्थिक सहायता देने के लिए की गई। यदि आपके पास भी श्रम कार्ड है तो यह खबर आपके लिए है। इस योजना का लाभ रिक्शा चालक, ठेला चालक, सब्जी बेचने वाले, धोबी , रेहड़ी पटरी वाले आदि जैसे दिहाड़ी मजदूरों को मिल रहा है। इसके तहत 500 रूपये खाते में भेजे जाते हैं। सरकार के मुताबिक ई श्रम खाते के तहत खाते में हजार रुपए डाले भी जा चुके हैं।

    सरकार ट्रांसफर कर रही है 1000 रुपए

    सरकार ट्रांसफर कर रही है 1000 रुपए

    सरकार की ओर से श्रम कार्ड के लाभान्वितो का आंकड़ा जारी किया गया है। बता दें कि यह आंकड़ा यूपी सरकार ने जारी की है। इसके मुताबिक दो करोड़ से ज्यादा लोग इसके तहत पात्र हैं। इनके खाते में 1 हजार रुपए भेजे जा चुके हैं। मिली जानकारी के मुताबिक कार्ड धारकों के खाते में 500 रुपया की किस्त जारी की जाने वाली है। यदि आपके पास श्रम कार्ड है तो जल्दी चेक कर लें।

    बीमा कवर का लाभ

    बीमा कवर का लाभ

    ई-श्रम कार्ड रखने वाले श्रमिकों को 2 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा कवर मिलता है। खबरों की माने तो आने वाले समय में ई-श्रमिक धारकों को भी पेंशन देने की तैयारी की जा रही है। कार्ड में रखरखाव के लिए गर्भवती महिलाओं को सहायता देने की भी बात कही गई है। सरकार मजदूरों को घर बनाने में मदद करने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई पर भी ध्यान देगी।

    पेमेंट स्टेटस चेक करने के तरीके

    पेमेंट स्टेटस चेक करने के तरीके

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