शहर के दुर्गास्थान राजेंद्र ग्राम में जल एवं तालाब संरक्षण विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सामाजिक संस्था समता ग्रामीण विकास के तत्वाधान में आयोजित इस सेमिनार की अध्यक्षता जाने-माने पर्यावरणविद् डॉ० टीएन तारक ने किया उद्घाटन, जबकि डीएस कॉलेज के प्राध्यापक डॉ अनवर इरज, सीताराम चमरिया कॉलेज के अवकाश प्राप्त प्राचार्य प्रो० अशोक कुमार विश्वास, प्रो० राम निवास शर्मा, प्रो कामेश्वर पंकज, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक पंकज कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ० गंगासागर दीनबंधु ने किया।
सेमिनार में विषय प्रवेश कराते हुए समता ग्रामीण विकास के सचिव किशोर कुमार मंडल ने कहा कि बदलते परिवेश में जल एवं तालाब संरक्षण जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि उपभोक्तावादी संस्कृति ने प्रकृति को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया है। पानी जीवन का आधार है। इसके बगैर स्वस्थ जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। इसलिए जल एवं तालाब संरक्षण की दिशा में ठोस पहल करने की जरूरत है। सेमिनार में कृष्ण प्रसाद कौशिक,कंचन प्रिया, राधा रमन सिंह, अरुण कुमार चौबे, सुमित वर्मा, कुंदन कुमार आदि ने विचार प्रकट करते हुए नदी व तालाब बचाने तथा जल संरक्षण पर जोर दिया। वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह भूतल का जलस्तर नीचे जा रहा है। इससे जल एवं तालाब को बचाना अत्यंत आवश्यक है। सेमिनार में डीएस कॉलेज के प्राध्यापक प्रो० अनवर इरज ने कहा कि जल संरक्षण के लिए सभी को आगे आने की जरूरत हैं। आने वाले समय में जल को लेकर बड़ा संकट होने वाला है। सीताराम चमरिया कॉलेज के अवकाश प्राप्त प्राचार्य प्रो० अशोक ने कहा कि एक समय तालाब एवं जल संरक्षण के लिए कई तरह की पहल की जाती थी।
लेकिन अब धीरे-धीरे यह समाप्त होता जा रहा है। जबकि प्रकृति के लिए जल व तालाब को बचाना जरूरी है। कृषि वैज्ञानिक पंकज ने जल संकट के दुष्प्रभाव से अवगत कराते हुए कहा कि मौजूदा दौर में सरकारी अभियान के अलावे जन समुदाय को भी जल संरक्षण के लिए आगे आने की जरूरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जाने-माने पर्यावरणविद् डॉ० टीएन तारक ने कहा कि जल संरक्षण के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिस अनुपात में पेड़ पौधा पृथ्वी पर होना चाहिए, उस अनुपात में पेड़ पौधा उपलब्ध नहीं है। इसी कारण वर्षा की कमी होती है तथा जल संकट उत्पन्न होता है। कई उदाहरण के जरिए उन्होंने बताया कि जब तक अधिक से अधिक पौधारोपण नहीं होगा।
तब – तक पर्याप्त वर्षा नहीं होगी एवं जल संरक्षण संभव नहीं है। उन्होंने पृथ्वी को बचाने व जल संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण पर जोर दिया।इस अवसर पर केबी झा कॉलेज के डॉ कुलभूषण मौर्य, डीएस कॉलेज के डॉ आशीष आनंद, सच्चिदानंद पंडित, चिकित्सक डॉ आशीष कुमार, अनुज कुमार, अजीत कुमार, गौतम कुमार मंडल आदि मौजूद थे।
कटिहार सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी द्वारा नए राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण हेतु सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री,भारत सरकार नितिन गडकरी को लिखे गये पत्र जो कटिहार जिला अंतर्गत प्राणपुर प्रखंड के बस्तौल में राष्ट्रीय राजमार्ग-81 से रोहिया-खोपरा और दूसरी छोर पर आजमनगर के बीच महानंदा नदी पर ब्रिज का निर्माण तथा आजमनगर,बारसोई प्रखंड से विघोर बाजार के बाद पश्चिम बंगाल के वाहिन-मकड़ा नागर नदी पर ब्रिज एवं रायगंज राष्ट्रीय राजमार्ग-34 फोरलेन सड़क तक के लिए है, का जवाब सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से सकारात्मक जवाब प्राप्त हुआ है। सांसद द्वारा उपयुक्त विषय के संबंध में लिखे गए पत्र के जवाब में मंत्री ने पत्र के माध्यम से कहा है कि वर्तमान में नए राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की नीति यातायात
,घनत्व,माल ढुलाई,यात्री आवाजाही, क्षेत्र के सामाजिक आर्थिक-दृष्टिकोण,पर्यटन तथा राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़कों को ध्यान में रखते हुए आपकी नए राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की माँग मंत्रालय के तहत विचाराधीन है एवं कटिहार लोकसभा क्षेत्र में नए राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास के महत्व को समझते हुए तथा उपरोक्त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए तथा प्राथमिकता के आधार पर आपके द्वारा प्रस्तावित मार्ग को मंत्रालय के नए राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कार्यक्रम में शामिल करने के लिए मैंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
वहीं जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने भी कहा कि सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी द्वारा प्रस्तावित नए राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हो जाने से यह कटिहार के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी साथ ही साथ कटिहार के विकास की मार्ग में यह नया राष्ट्रीय राजमार्ग मील का पत्थर साबित होगा। वहीं उन्होंने सकारात्मक जवाब मिलने पर उन्हें बधाई दिया है।
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत कटिहार में भी प्रदेश नेतृत्व के आवाह्न पर महागठबंधन ने प्रतिरोध मार्च निकालकर महंगाई, बेरोजगारी,भ्रष्टाचार के खिलाफ हल्ला बोला। स्थानीय नगर भवन परिसर से प्रतिरोध मार्च शहर के विभिन्न चौक – चौराहे होते हुए समाहरणालय में आकर समाप्त हो गई। इस प्रतिरोध मार्च में राजद के अलावा कांग्रेस, सीपीआई, माले,सीपीएम सहित अन्य दलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। वहीं महागठबंधन के नेताओं द्वारा समाहरणालय के मुख्य द्वार के समक्ष एक सभा का आयोजन कर
महंगाई,बेरोजगारी,भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आक्रोश प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सभा का नेतृत्व राजद के प्रधान महासचिव भोला पासवान ने किया जबकि मंच संचालन युवा जिला अध्यक्ष राजेश कुमार यादव ने किया। मौके पर राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम ने कहा कि लगातार महंगाई, बेरोजगारी,भ्रष्टाचार बढ़ती चली जा रही है और सरकार लोगों को सिर्फ जाति के नाम पर बांटने में लगी है। उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से हर विभाग में फेल नजर आ रही है। वहीं पूर्व विधायक नीरज कुमार यादव ने कहा कि किसी भी सरकारी कार्यालय में बिना पैसा दिए आम लोगों का कोई काम नहीं होता भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुकी है, जिसे सरकार भी नहीं रोक पा रही है। पूर्व राज्य शिक्षा मंत्री डॉ० रामप्रकाश महतो ने कहा कि केंद्र सरकार ने वायदा किया था कि पंद्रह – पंद्रह लाख रुपया सभी के खाते में भेजे जाएंगे और अब उल्टा जनता के ऊपर ही महंगाई थोप कर पैसा वसूला जा रहा है। राजद के प्रदेश महासचिव समरेंद्र कुणाल ने कहा कि आम जनता महंगाई, भ्रष्टाचार से त्रस्त हो चुकी है एक तरफ जहां महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है, अब खाने के सामग्री से लेकर दूध तक में जीएसटी लगा देना काफी दुखद है। उन्होंने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब जल्द ही जनता इस सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी।
युवा अध्यक्ष राजेश कुमार यादव ने कहा कि सरकार ने वायदा किया था कि दो लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा मगर अब ऐसा समय आ गया है कि बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है और बेरोजगार युवा सड़कों पर भटक रहे हैं और यह सरकार ना तो युवाओं को रोजगार दे रही है और ना ही महंगाई कम कर रही है जिससे युवाओं में भी काफी आक्रोश है। मौके पर महागठबंधन के तारकेश्वर ठाकुर, इशरत परवीन, तौकीर आलम, मनोहर प्रसाद यादव, आशु पांडे,जूही महबूबा, विजय यादव, कुंदन यादव, विनोद शाह,शेरू यादव, वासुलाल,अनवर आलम, प्रेम राय, अफताब अलम, कंचन दास, अंबु यादव,अल्तमश दीवान, धनंजय ठाकुर, आजम साहब, राजेश मंडल, फिरोज कुरेशी, आनंद राज, शाह फैजल, सहित महागठबंधन के सैकड़ों नेता एवं कार्यकर्ता इस प्रतिरोध मार्च में शामिल हुए।
बिहार म्यूजियम और पटना म्यूजियम को भूमिगत मार्ग से जोड़ने के लिए 375 करोड़ रूपये की योजना स्वीकृत की गयी है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन इस कार्य को पूरा करेगा – मुख्यमंत्री
बिहार म्यूजियम और पटना म्यूजियम के बीच की दूरी डेढ़ किलोमीटर है, जब भूमिगत मार्ग बनकर तैयार होगा तो यह पर्यटकों को काफी आकर्षित करेगा।
हमलोगों की इच्छा है कि अधिक से अधिक लोग इतिहास और अपनी विरासत को जानें। 2 अक्टूबर को बापू के जन्मदिन पर बिहार म्यूजियम में कार्यक्रम जरूर आयोजित करायें। उस दिन म्यूजियम भ्रमण की निःशुल्क व्यवस्था रखें। बिहार म्यूजियम के साथ-साथ पटना म्यूजियम का मेंटेनेंस ठीक ढंग से हो।
पटना, 07 अगस्त 2022 । मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज बिहार संग्रहालय स्थापना दिवस समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार संग्रहालय के स्थापना दिवस के अवसर पर आज पहली बार कार्यक्रम आयोजित किया गया है। मैं इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का अभिनन्दन करता हूँ।
7 अगस्त 2015 को बिहार संग्रहालय के एक हिस्से (बाल दीर्घा) का उद्घाटन हुआ था, इसे ध्यान में रखते हुए बिहार म्यूजियम शासी निकाय की बैठक हुयी थी, जिसमें 7 अगस्त 2022 को पहली बार बिहार संग्रहालय का स्थापना दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। इस स्थापना दिवस समारोह का थीम देवी एवं महिला रखा गया है, यह बहुत बड़ी बात है। इस स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर अगले दो माह तक अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे जिसमें दो दिवसीय कला मेला का भी आयोजन किया जाएगा यहाँ देवी एवं महिला पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गयी है। देवी एवं महिला पर आधारित प्रदर्शनी में पौराणिक काल से अब की बातों को प्रदर्शित करते हुए उसका विस्तृत रूप से उल्लेख किया गया है।
हम जब स्टूडेंट थे उस समय हमने पटना म्यूजियम को आकर देखा था हम जब सरकार में आयें तो पटना म्यूजियम के बगल में एक भवन बनाने का निर्णय लिया गया। हमने उसे जाकर देखा तो कहा कि इसे बनाने का कोई मतलब नहीं है। पटना म्यूजियम में जितने चीजें संग्रहित हैं उसे ठीक ढंग से प्रदर्शित करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय मानक का म्यूजियम बनाना होगा ताकि सभी धरोहर सुरक्षित रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी धरोहरों का कालखंड एवं महत्व लोग जान और समझ सकें, इसके लिए सभी कलाकृतियों के नीचे विस्तृत जानकारी का भी उल्लेख करना होगा। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर का म्यूजियम देश में नहीं है इसलिए हमने इंटरनेशनल म्यूजियम बनाने का कांसेप्ट दिया। इसके लिए ग्लोबल टेंडर किया गया और कनाडा की लार्ड कल्चरल रिसोर्सेज को इंटरनेशनल म्यूजियम की पूरी अवधारणा का जिम्मा सौंपा गया। दुनिया भर में कनाडा की लार्ड कल्चरल रिसोर्सेज 100 से अधिक संग्रहालयों की स्थापना कर चुकी है कनाडा की लार्ड कल्चरल रिसोर्सेज के हेड अपने टीम के साथ आकर हमसे मिले थे और विस्तृत चर्चा हुयी थी।
हमने उन्हें अपना कॉन्सेप्ट बताया। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का म्यूजियम बनाने के लिए काफी विमर्श हुआ म्यूजियम की डिजाइन के लिए भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर का टेंडर हुआ जिसमें जापान के विश्व प्रसिद्ध मॉकी एंड एसोसिएट का चयन किया गया। हमें वर्ष 2018 में जापान जाने का मौका मिला तो वहां भी श्री फमिडियो मॉकी जी आकर मिले थे बिहार म्यूजियम के बिल्डिंग निर्माण के लिए एल एंड टी कम्पनी को काम दिया गया। यह निर्माण के लिए बहुत अच्छी कम्पनी मानी जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के म्यूजियम का निर्माण कराने के लिए 16 जून 2013 को 498 करोड़ रूपये की धनराशि की स्वीकृत की गयी। हमने कहा कि नेहरू पथ पर स्थित पांच सरकारी भवनों को तोड़कर वहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर के म्यूजियम का निर्माण कराया जाए। उस समय जो लोग उन भवनों में रहते थे वे कोर्ट चले गये और कुछ लोगों ने तरह-तरह के सवाल खड़े किये। अंततः सभी बाधाएं दूर हो गई। 08 जुलाई 2013 को इसका शिलान्यास किया गया और 7 अगस्त 2015 को इसके एक हिस्से का शुभारम्भ किया गया। उस दिन वर्षापात हुई थी, आज भी वर्षा होती तो काफी अच्छा लगता लेकिन इस बार स्थिति कुछ अलग है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू के जन्म दिवस के अवसर पर 2 अक्टूबर 2017 को इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर के बिहार म्यूजियम के शेष दीर्घाओं का लोकार्पण कर दिया गया। उस कार्यक्रम में बाहर से बड़ी संख्या में लोग आये थे और इसकी काफी सराहना भी हुई थी। प्रतिदिन हजारों की संख्या में दर्शक यहाँ पहुँचते है और यह बिहार का प्रमुख आकर्षक स्थल बन गया है। जब यह बनकर तैयार हो गया तो इसका नाम ‘बिहार म्यूजियम रखा गया। उन्होंने कहा कि इसमें पटना म्यूजियम से सामान लाकर रखा गया। यह तय किया गया कि प्री हिस्टोरिक पीरियड के पहले की सभी चीजें बिहार म्यूजियम में रखी जायेगी और बाद की चीजें पटना म्यूजियम में ही रहेगी। पटना म्यूजियम में प्रथम राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद गैलरी, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लायी गयी पाण्डुलिपि, नेचुरल हिस्ट्री आदि से संबंधित महत्वपूर्ण चीजें पटना गैलरी में ही संरक्षित हैं। पटना म्यूजियम के प्रांगण में भवन का निर्माण हो रहा है, हम चाहेंगे कि उसका काम और तेजी से पूर्ण हो ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 अक्टूबर 2017 को जब आदरणीय प्रधानमंत्री जी बिहार दौरे पर आए थे तो इस म्यूजियम को आकर देखे थे। पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को भूमिगत मार्ग से जोड़ने के लिए 375 करोड़ रूपये की योजना स्वीकृत कर दी गई है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन जो पटना मेट्रो रेल का निर्माण कर रही है, उसको ही भूमिगत मार्ग के निर्माण का काम दिया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन बहुत ही अच्छे ढंग से काम करता है। इन दोनों म्यूजियम के बीच की दूरी डेढ़ किलोमीटर है, जब भूमिगत मार्ग बनकर तैयार होगा तो पर्यटकों को काफी आकर्षित करेगा। भ्रमण करने वालों को अच्छी फीलिंग होगी ऐसी व्यवस्था कर दी जायेगी कि एक ही टिकट पर टूरिस्ट पटना म्यूजियम और बिहार संग्रहालय का भ्रमण कर सकें। तीन साल के अंदर यह काम पूरा होना है। हम तो चाहेंगे कि यह काम जल्द से जल्द पूरा हो। पटना म्यूजियम में खुदाई का काम शुरु किया गया है जिसके दो-तीन लेयर की खुदाई में तीसरी और चौथी शताब्दी के कई अवशेष मिले हैं। हमलोगों की इच्छा है कि इतिहास को लोग जानें, सिर्फ बिहार ही नहीं देश का इतिहास यहां से जुड़ा हुआ है। यहां के पौराणिक चीजों को लोग आकर म्यूजियम में देखेंगे ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार संग्रहालय के स्थापना दिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष कार्यक्रम का आयोजन किया जाय। इस बार स्थापना दिवस के अवसर पर दो माह तक कार्यकम चलेगा यह काफी अच्छी बात है। यहाँ की मूर्तियों को अन्य जगहों पर नही ले जाया जाए ताकि वे पूरी तरह से सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा कि हम आग्रह करेंगे कि 2 अक्टूबर को बापू के जन्मदिन पर भी जरुर कुछ कार्यक्रम आयोजित कराइये। उस दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने एवं संग्रहालय भ्रमण करने की व्यवस्था निःशुल्क रखें ताकि अधिक से अधिक लोग यहाँ प्रदर्शित धरोहरों को देख और अपने विरासत को समझ सकें। हमने इंटरनेशनल म्यूजियम बनवाया है। दुनिया भर में जो इंटरनेशनल म्यूजियम हैं वहां प्रदर्शित चीजों के नीचे उसके विषय में विस्तृत जानकारी का उल्लेख किया गया है इसलिए यहाँ भी रखे गये सभी धरोहरों के बारे में विस्तारपूर्वक स्पष्ट शब्दों में जरुर लिखवा दें ताकि देखने वाले लोग आसानी से समझ सकें। इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के इस म्यूजियम में एक-एक चीज का मेंटेनेंस भी बेहतर तरीके से होना चाहिए। बिहार संग्रहालय के साथ-साथ पटना म्यूजियम का मेंटेनेंस भी ठीक ढंग से हो, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इस काम को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाइए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में बिहार संग्रहालय के महानिदेशक श्री अंजनी कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह एवं पौधा भेंटकर उनका स्वागत किया। बिहार संग्रहालय प्रांगण में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने ‘महिला एवं देवी नामक पुस्तिका का विमोचन भी किया ।
समारोह को कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री श्री आलोक रंजन एवं बिहार संग्रहालय के महानिदेशक श्री अंजनी कुमार सिंह ने भी संबोधित किया। सचिव कला, संस्कृति एवं युवा विभाग श्रीमती वंदना प्रेयसी ने धन्यवाद ज्ञापन किया ।
संबोधन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने ‘देवी एवं महिला पर आधारित प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ कर प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में 8वीं से 14वीं शताब्दी के प्रस्तर कला से संबंधित मूर्तियाँ, टेराकोटा, कांस्य, 18वीं शताब्दी के पर्सियन स्कूल, 18वीं शताब्दी के मुगल स्कूल, 17 से 21 शताब्दी से जुड़ी चित्रकलाएं, 1962 से 2017 तक के समकालीन कला से संबंधित सामग्रियां प्रदर्शित की गयी है।
लाइव सिटीज पटना: आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद से बिहार की सियासत और जदयू में घमासान मचा हुआ है. वहीं अब इसका असर एनडीए (NDA) गठबंधन पर भी पड़ने लगा है. आज जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिना नाम लिए बीजेपी पर हमला बोला. जिसके जवाब में बीजेपी की ओर से भी पलटवार किया गया है. बिहार बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि ललन सिंह किस पर आरोप लगा रहे हैं यह वही बता सकते हैं. हम लोग को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. दरअसल ललन सिंह ने चिराग मॉडल का जिक्र कर बीजेपी पर निशाना साधा है और बताया कि जदयू के साथ साजिश हुई थी.
जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह के बयान पर सवाल खड़ा करते हुए बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि अगर वो बीजेपी या किसी और पर आरोप लगा रहे हैं तो उनको ये बात स्पष्ट करनी चाहिए. क्या महाराष्ट्र के तर्ज पर बिहार में बीजेपी आरसीपी के जरिये कोई खेल करने की तैयारी में थी? अरविंद सिंह ने आगे कहा कि हां बिहार में बीजेपी खेल कर रही है. नीतीश को मुख्यमंत्री बनाकर विकास का खेल बिहार में कर रही है. विकास का इतिहास लिख रही है. पटना में मरीन ड्राइव बना. कई तरह के काम हो रहे हैं. बिहार में NDA के नेता नीतीश हैं. देश में नरेंद्र मोदी. ललन सिंह ने कहा कि जेडीयू डूबता हुआ जहाज नहीं, दौड़ता हुआ जहाज है. ये आने वाला समय बताएगा. नीतीश कुमार ने समय रहते भांप लिया और जहाज को ठीक कर दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश रची जा रही है.
चिराग मॉडल का नाम लेकर बीजेपी पर हमला करते हुए ललन सिंह ने कहा कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को लेकर एक साजिश रची गई थी, चिराग मॉडल. उसका क्या हश्न हुआ सबको पता है. उन्होंने कहा कि ठीक उसी तरह से एक और मॉडल तैयार किया जा रहा था. जिसको समय रहते समझ कर सही कर लिया गया. ललन सिंह ने बीजेपी का नाम लिए बगैर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि साजिश कौन कर रहा है. सबको पता है. वक्त आएगा तो खुलकर बता देंगे. ललन सिंह ने कहा कि 2020 चुनाव में नीतीश कुमार के खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया था चिराग पासवान के रूप में और अब आरसीपी सिंह के रूप में रचा जा रहा था.
बता दें कि ललन सिंह ने आरसीपी सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि जो कहते है, जदयू डूब जाएगी. आपको पता है, जब जहाज डूबता है तो सबसे पहले कौन भागता है. वो सत्ता के साथी है. इसलिए पार्टी को छोड़कर भाग गए. ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह कभी संघर्ष के साथ नहीं रहे. वह केवल सत्ता के साथी रहे. आरसीपी सिंह के आरोप पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने करारा जवाब देते हुए कहा कि आरसीपी सिंह को तो जाना ही था. क्योंकि उनका तन जदयू में था और मन कहीं और था. साथ ही ललन सिंह ने कहा कि 2020 चुनाव में नीतीश कुमार के खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया था चिराग पासवान के रूप में और अब आरसीपी सिंह के रूप में रचा जा रहा था.
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सीमावर्ती शहर जोगबनी सीमा से सटे नेपाल रानी विराटनगर पुलिस ने एक सप्ताह के अंदर तीसरी करवाई करते हुए एक घर में छापामारी कर 38 किलो गांजा बरामद किया है। मिली जानकारी अनुसार जोगबनी सीमा से सटे नेपाल के रानी विराटनगर पुलिस ने छापामारी कर जहदा गांव पालिका 03 में भूसा राम राजवंशी के घर के पीछे प्लास्टिक में पैक कर रखा 38 किलो गांजा बरामद किया है
इस सम्बंध में मोरंग डीएसपी दीपक श्रेष्ठ ने जानकारी देते हुए बताया की विशेष सूचना के आधार पर छापामारी कर गांजा बरामद किया है। उन्होंने बताया की राजवंशी गांजा का बहुत बड़ा कारोबारी की गुप्त सूचना मिली थी एवं राजवंशी पहाड़ी इलाकों से गांजा का भंडारण कर भारत नेपाल सीमा जोगबनी के रास्ते भारत के कई शहरों में सप्लाई करने की गुप्त सूचना है। हालाकि कारोबारी को पुलिस आने की सूचना मिलते ही घर में ताला लगा कर फरार हो गया है जिसकी खोजबीन किया जा रहा है
ज्ञात हो की जोगबनी सीमा से सटे नेपाल रानी में एक सप्ताह के अंदर पहली करवाई बंधा गोबी के अंदर 156 किलो गांजा, दूसरी करवाई एक सिटी रिक्शा में कपड़ा के अंदर 61 किलो गांजा तथा तीसरी करवाई 38 किलो गांजा को रानी विराटनगर नेपाल पुलिस ने बरामद किया है। ये सभी बरामदगी जोगबनी सीमा से कुछ ही दूर नेपाल प्रभाग में बरामद किया गया है।
देश में बढ़ते महंगाई के विरोध में आज विपक्षी पार्टियों के द्वारा प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महागठबंधन के कार्यकर्ताओं के द्वारा शामिल होकर अपनी एकजुटता का परिचय दिया। शहर के इन्दिरा गाँधी स्टेडियम से आर.एन. साव चौक तक यह प्रतिरोध मार्च निकाला गया, जो कि शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरा और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की
इस दौरान राजद, कांग्रेस, बांम दल के कार्यकर्ता हाथों में बैनर झंडा लेकर प्रतिरोध मार्च में शामिल हुए हैं।इस मौके पर सीपीएम नेता राजीव सिंह ने कहा कि मोदी सरकार दूध दही, चावल,आटा पर जीएसटी लगाकर गरीबो के मुँह से उसका निवाला छीन रही है। वहीं पूर्णिया में सरकार द्वारा भूमिहीनों को उजड़ा जा रहा है।
पूर्णिया जंक्शन रेल थाना प्रभारी लल्लू सिंह द्वारा शनिवार रात्रि मिली सूचना कि एक भटकता 11 वर्षीय बालक मिला है। सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन जिला समन्वयक मयूरेश गौरव , अजीत कुमार अकेला बालक को संरक्षण में लेने हेतु स्टेशन पहुंचा । बालक का रेल थाना में सनहा दर्ज किया गया। रेल थाना प्रभारी लल्लू सिंह ने बताया की प्लेटफार्म नंबर एक पर भटकता हुआ बालक मिला। ड्यूटी के दौरान बालक पर नजर पड़ी
जिला समन्वयक मयूरेश गौरव ने बताया की बालक के कथना अनुसार बालक अपना पता सहरसा रेलवे स्टेशन के समीप बताता है। उन्होंने बताया कि पिता रिक्शा चलाते हैं मां का देहांत हो गया है और कुछ नही बता रहा। जिसके बाद इसकी सूचना बाल कल्याण समिति सदस्य संतोष कुमार सिंह को दी गई
समिति के आदेशानुसार बालक को बाल गृह में तत्काल उचित देखरेख व संरक्षण हेतु आश्रय दिया गया है। चाइल्ड लाइन द्वारा बालक के घर का पता किया जा रहा है। इस मौके पर चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक मयूरेश गौरव, अजीत कुमार अकेला मौजूद थे।
जहानाबाद में बढ़ती महंगाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ महागठबंधन ने आक्रोश मार्च निकाला। इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ एक साथ सभी पार्टियों में आक्रोश मार्च में विरोध जताया। यह आक्रोश मार्च शहर के अरवल मोड़ से कारगिल चौक तक निकाली गई. आक्रोश मार्च में अग्निपथ योजना के मुद्दे के विरोध में भी प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की भी मांग की गई।
किसानों को खाद की किल्लत के कारण हो रही परेशानी का भी मुद्दा उठाया गया। आक्रोश मार्च में राष्ट्रीय जनता दल के अलावा कांग्रेस और भाकपा माकपा पार्टियों के नेता भी शामिल हुए. कांग्रेस नेता गोपाल शर्मा ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ये सरकार जनविरोधी सरकार है। महंगाई और बेरोजगारी सबसे गम्भीर मुद्दा है।
देश में जिस प्रकार से पेट्रोल डीजल और खाद्य पदार्थों की कीमत जितने तेजी से बढ़ रही है और जरूरी वस्तुओं पर जीएसटी लगाया गया है उससे हालत और खराब होगी। साथ ही कहा कि मोदी सरकार के इशारों पर ईडी और CBI सलेक्टिव लोगों पर कार्रवाई करती है। भाजपा के भ्रष्टाचारी नेताओं पर कार्रवाई नहीं होती।
महागठबंधन के आह्वाहन पर रविवार को सीपीएम के सभी जिला कमिटी सदस्य सैकड़ों की संख्यां में सम्मलित होकर रविवार को प्रतिरोध मार्च निकाला। जिसका मुख्य उद्देश्य खाद्य पदार्थ में हो रही बेतहाशा वृद्धि, डीजल,पेट्रोल, गैस,एवम जरूरी के सभी चीजों के दामों में वृद्धि के साथ हीं बेरोजगारी,और 40 वर्षो से भी अधिक समय से बसे गरीबों को सरकारों के द्वारा बिना वैकल्पिक व्यवस्था किये उन्हें उजाड़ने और बेघर करने जैसे ज्वलंत मुद्दे को लेकर सीपीएम,के जिला कमिटी के सदस्य सहित सैकड़ों की संख्यां में लोगों ने शिरकत किया। जिसमें माकपा जिला कमिटी के सभी साथी रानीपतरा बाजार में इकट्ठा हुए फिर वहां से नारा लगाते हुए पैदल मार्च थाना चौक पहुंचे। जहां केंद्र और राज्य सरकार के पूंजीवादी नीति के विरोध में जमकर नारेबाजी किया
जिसमें महंगाई पर रोक लगाया जाए,शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार मुहैय्या कराना, और खाद्य पदार्थ में लगाई गई जीएसटी को हटाने की मांग पर अड़े रहे।वहीं सभा को संबोधित करते हुए माकपा के जिला सचिव सह जिला पार्षद राजीव सिंह ने कहा कि आज केंद्र व राज्य सरकारों के द्वारा जो आंटा, दूध दही, गैस,डीजल पेट्रोल जैसे अत्यंत आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाकर गरीबों को और गरीब करने और उन्हें मारने की जो साजिश किया जा रहा है। वे महागठबंधन के साथी कभी बर्दास्त नही करेंगे।और वर्तमान सरकार के इन गरीब विरोधी नीति के विरोध में महागठबंधन के सभी दल एक जुट होकर जबतक हमारी मांगों को पूरा नही किया जाएगा।चरणबद्ध आंदोलन करते रहेंगे।उन्होंने पूर्णिया में गरीबों को जो सरकार के द्वरा बिना वैकल्पिक व्यवस्था के उजाड़ना चाहती है
को लेकर भी सभी से आह्वाहन किया कि जबतक सरकार उनके पुनर्वास का पुख्ता इंतजाम नही करती है।उन गरीबों को उजाड़ने नही दिया जाएगा।चाहे इसके लिए कुछ भी करना क्यूं नही पड़े हमलोग अपनी मांगों को लेकर पीछे नही हटेंगे।मौके पर माकपा के जिला कमिटी सदस्य,सुदीप सरकार,उमा रस्तोगी, रंजीत सरकार,वजाहद हुसैन, मोहम्मद, अख्तर,जहाँगीर, लुकमान,चंदन,उरांव,नारायण राम, सुधिलाल मुंडा, शिवनाथ सोरेन, शंकर ऋषि, सहित हजारों की संख्यां में महागठबंधन के लोग शामिल हुए।