Category: News

  • नालंदा से जुड़ा PFI का तार, SDPI से विधायकी लड़ चुका शमीम अख्तर फरार, अतहर की एक और तस्वीर आई सामने

    नालंदा: पटना के फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों के पास से मिले दस्तावेज के अनुसार इस मामले के तार नालंदा से जुड़ चुका है। समाजसेवा के नाम पर लोगों को गुमराह कर एक अच्छा खासा नेटवर्क तैयार करने वाला आरोपित सोहसराय थाना क्षेत्र के मोहम्मद वसीम उद्दीन के पुत्र शमीम अख्तर है। जिसके बाद आईबी की स्पेशल टीम (IB Investigation in Nalanda) ने शमीम के घर पर पहुंचकर जांच भी की. हालांकि शमीम की गिरफ्तारी नहीं हो सकी, क्योंकि वो घर पर मौजूद नहीं था.

    फुलवारी शरीफ थाना पुलिस ने जांच करते हुए कई और लोगों को आरोपित किया है. FIR के तीसरे नंबर में नालंदा मुख्यालय के बिहारशरीफ स्थित सोहसराय थाना क्षेत्र के मोहम्मद वसीम उद्दीन के पुत्र शमीम अख्तर का नाम भी सामने आया है. फिलहाल वह फरार है. इस बीच अतहर परवेज और शमीम अख्तर की एक तस्वीर भी सामने आई है। 

    NALANDA REPORTER

    एसडीपीआई के नाम पर समाज सेवा कर लड़ा चुनाव

    एसडीपीआई के एक मामूली कार्यकर्ता से राज्य स्तर पर पार्टी का नेतृत्व करने वाला शमीम अख्तर ने पहले एनआरसी में सक्रियता दिखा लोगों के बीच पैठ बनाई फिर कोरोना काल में जरूरतमंदों के बीच लाखों का राशन बांट खुद को रहनुमा के तौर पर स्थापित करने की कोशिश की। हालांकि समाज के कुछ लोगों ने उसके मंसूबे पर पानी फेर दिया। बाद में शमीम अख्तर ने 2020 में विधान सभा चुनाव लड़ा जिसमें वह हार गया। शमीम अख्तर को देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता था कि वह देश के खिलाफ साजिश रच रहा होगा।

    इससे पूर्व विधानसभा चुनाव के दौरान इसका नाम काफी सुर्खियों में रहा था. कई बार सरकार के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शन में इसकी अहम भूमिका रहती थी. वर्तमान में यह एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष पर कार्यरत है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इसकी गिरफ्तारी के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा. शमीम 2020 में बिहार विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है जिसमें उसकी हार हुई थी.

    पेंटागन टावर मामले में भी जुड़ चुका है तार

    बता दें कि कुछ वर्ष पूर्व कागजी मोहल्ले से एक संदिग्ध आतंकी संगठन के सक्रिय सदस्य को आईबी की टीम ने गिरफ्तार किया था. इसके पूर्व अमेरिका में 2011 सितंबर में हुए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन टावर पर हुए आतंकी हमले का भी तार बिहारशरीफ से जोड़ा गया था, क्योंकि गिरफ्तार आरोपी का पासपोर्ट बिहारशरीफ के एक साइबर कैफे से नकली दस्तावेज के आधार पर बनाया गया था.

    10 जून 2022 को शमीम अख्तर के नेतृत्व में बिहारशरीफ के बड़ी दरगाह स्थित मैदान से भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नूपुर शर्मा (Noopur Sharma) के खिलाफ जुलूस निकाला था. इस दौरान शमीम अख्तर ने इस्लामिक झंडे के साथ-साथ एसडीपीआई (Social Democratic Party of India) के झंडे के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरे शहर में जुलूस निकालकर अपना विरोध जताया था. यह भी कहा जा रहा है कि शमीम ने कई विवादित बयान भी दिए थे.

    26 लोगों पर दर्ज हुई है FIR

    आईबी की जांच में पता चला है कि देश विरोधी साजिश रचने वाले पटना के फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार अतहर परवेज और जलालुद्दीन के अलावा 24 और संदिग्ध हैं जो लोगों को बरगलाने का काम करते थे. उनमें पहला नाम शमीम अख्तर का ही है. जिन 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, उनमें शमीम अख्तर के अलावा रियाज मॉरिफ, सनाउल्लाह, तौसिफ, महबूब आलम, एहसान परवेज, मो. सलमान, मो. रसलान (सचिव, बिहार-बंगाल क्षेत्रीय समिति PFI), महबूब-ऊर-रहमान, इम्तियाज दाऊद, महबूब अलम, खलीकुर जमा, मो. अमीन आलम (टीचर ट्रेनिंग कॉलेज गोनपुरा फुलवारीशरीफ के कर्मचारी), जिशान अहमद, रियाज अहमद, मंजर परवेज, नुरुद्दीन जंगी ऊर्फ एडवोकेट नुरुद्दीन, मो. रियाज (PFI का राष्ट्रीय नेता), मो. अंसारुल हक (मिथिलांचल यूनिट का निदेशक प्रभारी), मंजहरुल इस्लाम, अब्दुर्रहमान, मो. मुस्तकिन, अरमान मलिक, परवेज आलम (राज्य कमेटी सदस्य PFI मिथिलांचल), शामिल हैं, जो समय समय पर फुलवारीशरीफ आकर ब्रेनवॉश करते थे और भारत को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने की दिशा में काम करते थे.

    नालन्दा जिले के सोहसराय थाना इलाक़े के खासगंज मोहल्ला निवासी शमीम अख्तर नालंदा जिले में SDPI (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) का कर्ताधर्ता है।

    वह पूर्व में बिहार शरीफ विधानसभा से विधायक का चुनाव भी लड़ चुका है। हाल ही में नूपुर शर्मा के विवादित ब्यान के बाद शहर प्रदर्शन का वह नेतृत्व कर चुका है। शमीम एसडीपीआई का बिहार-झारखंड में बड़ा काम संभालता है। कई वर्षों से शमीम बिहारशरीफ में सक्रिय है।

    अंदर ही अदंर पार्टी की जमीन मजबूत कर रहा था शमीम

    अपनी बोली व व्यवहार से पहले शमीम ने लोगों का दिल जीता। युवाओं की सोच को बदलकर एसडीपीआई की सोच को थोपा। अंदर ही अंदर उसने पार्टी को नालंदा में मजबूत किया। इसके बाद अपनी समाजसेवा के बदले में विधान सभा चुनाव में वोट देने की अपील की लेकिन कुछ खास नहीं कर सका। 

    NALANDA REPORTER
    SDPI का प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर

    जब से आतंकी संगठन का भंडाफोड़ हुआ है तब से वह गायब हो गया है। उसके आवास पर सन्नाटा पसरा है। स्थानीय पुलिस भी इस मामले में कोई जानकारी से अनभिज्ञता जता रही है।

    सूत्रों की माने तो आतंकी संगठन के भंडाफोड़ होने के बाद पुलिस की एक टीम उसकी तलाश में बिहारशरीफ पहुंची थी। हालांकि वह घर पर नहीं मिला। पटना पुलिस के द्वारा फुलवारी शरीफ में दर्ज कराए गए एफआईआर में सूबे के अलग-अलग शहरों के 26 लोग नामजद आरोपित बनाये गये हैं।

    इसे भी पढ़ें : CM नीतीश के गृह जिले नालंदा में अपराधी बेखौफ, JDU सांसद को मर्डर की धमकी
    

    दर्ज एफआईआर में गौर करने वाली बात यह है कि गिरफ्तार दो आरोपितों के बाद एफआईआर में तीसरा नाम शमीम का ही है। ऐसा लगता है कि इस पूरे प्रकरण में उसकी बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका है। फिहलाल जिले के अधिकारी इस मामले में कुछ बताने से परहेज कर रहे हैं।

    थाना में दर्ज है कई मामले

    इसके ऊपर कई थानों मे 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिसमे नालंदा जिले के सोहसराय पुलिस स्टेशन के कांड संख्या -07/2016, 87/17, लहेरी थाना मे कांड संख्या -300/17, कटिहार नगर थाना मे कांड संख्या – 838/19 दर्ज हैं।

    NALANDA REPORTER

    इनमे शमीम के खिलाफ हत्या के प्रयास,सरकारी अधिकारियों को काम करने से रोकने,धार्मिक भावना आहत करने व कई अन्य मामले दर्ज है। कटिहार में भी इसके ऊपर मामला दर्ज है।

    हत्या के प्रयास से जुड़े 3 आरोप (आईपीसी धारा-307), चोरी की सजा से संबंधित 2 आरोप (आईपीसी धारा-379), आपराधिक धमकी के लिए सजा से संबंधित 1 आरोप (आईपीसी धारा -506), खतरनाक हथियारों या साधनों से स्वेच्छा से चोट पहुँचाने से संबंधित 1 आरोप (आईपीसी धारा-324), शील भंग करने के इरादे से महिला पर हमला या आपराधिक बल से संबंधित 1 आरोप (आईपीसी धारा-354), लोक सेवक को अपने कर्तव्य से रोकने के लिए स्वेच्छा से चोट पहुँचाने से संबंधित 1 आरोप (आईपीसी धारा-332), जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों से संबंधित 1 आरोप, जिसका उद्देश्य धार्मिक भावनाओं या किसी भी वर्ग को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना है (आईपीसी धारा -295 ए) मुख्य रूप से है।

    Source – ABP News, Dainik Bhaskar

    Nalanda से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें।

    नालंदा रिपोर्टर टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।

  • नालंदा में 15 हजार घरों की बिजली होगी गुल, जानें क्यों…

    नालंदा न्यूज (Nalanda News) | बिजली बिल (Pending Electricity Bill Nalanda) जमा नहीं करने वाले गांवों की बिजली जल्द ही गुल होने वाली है. “बिजली बिल नहीं तो बिजली नहीं” योजना पर साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (South Bihar Power Distribution Company Limited) ने काम करना शुरू कर दिया है.

    इस योजना की खास बात यह होगी कि बिजली जमा (Pending Electricity Bill Nalanda) नहीं करने वाले उपभोक्ता की नहीं, बल्कि उस इलाके की बिजली काट दी जायेगी. इसके लिए बकायदा बिजली कंपनी द्वारा वैसे गांवों में माइक से प्रचार किया जायेगा और लोगों को बिजली बिल जमा करने के लिए प्रेरित भी किया जायेगा.

    इसके लिए फीडर वाइज बकाया बिजली बिल नहीं जमा करने वाले गांवों का रोस्टर तैयार किया गया है. तैयार रोस्टर के अनुसार नालंदा जिले (Nalanda District) के करीब 140 गांवों के 15 हजार उपभोक्ताओं पर लाखों रुपये का बिजली बिल बकाया है. इन उपभोक्ताओं के द्वारा बिजली बिल का भुगतान नहीं किया जा रहा है.

    इसे भी पढ़ें : नालंदा में सरकारी विभागों पर 4 करोड़ 88 लाख रुपये से अधिक बिजली बिल बकाया

    ऐसे गांवों में चंडी प्रखंड के 10 गांव, नगरनौसा प्रखंड के 4 गांव, थरथरी प्रखंड के 7, अस्थावां प्रखंड के 6 गांव, बिंद प्रखंड के 6 गांव, सरमेरा प्रखंड के 2 गांव, नूरसराय प्रखंड के 19 गांव सहित बिहारशरीफ प्रखंड के करीब दर्जन भर गांव शामिल है. इन सभी 140 गांवों के करीब 15 हजार उपभोक्ताओं के पास काफी दिनों से बिजली बिल बकाया है.

    चार-पांच दिनों में बिजली बिल जमा नहीं करने वाले गांवों के बिजली काटने का शुरू होगा अभियान

    बिजली कंपनी के कार्यपालक अभियंता ग्रामीण अमित कुमार ने बताया कि पिछले दिनों कंपनी के सीएमडी के साथ हुई बैठक में यह निर्देश दिया गया था कि ‘बिल नहीं तो बिजली नहीं. इस निर्देश के आलोक में जिला के बिजली कंपनी के वरीय अधिकारियों से लेकर कनीय अधिकारी लगातार गांवों का भ्रमण कर रहे हैं तथा बिजली बिल नहीं जमा करने वाले उपभोक्ताओं को बिल जमा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

    इसके बावजूद बड़ी संख्या में उपभोक्ता बिजली बिल जमा नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में बिजली कंपनी के पास बिजली काटने की सिवा और कोई चारा दिखाई नहीं पड़ता है. उन्होंने बकाया बिजली बिल वाले उपभोक्ताओं से अपना बकाया बिजली बिल अविलंब जमा करने की अपील की है.

    उन्होंने कहा है कि कंपनी बिजली खरीद कर उपभोक्ताओं के घरों तक पहुंचा रही है. बिजली बिल जमा नहीं करने से कंपनी के पास बिजली खरीदने के लिए पैसे नहीं है. बड़ी मात्रा में बिजली बिल के बकाया रहने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. उन्होंने उपभोक्ताओं से समय पर बिजली बिल जमा करने की अपील की, जिससे कार्रवाई से बचा जा सके.

    Nalanda से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें।

    नालंदा रिपोर्टर टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।

    यह रिपोर्ट मूल रूप से प्रभात खबर दैनिक अख़बार में पहले प्रकशित की जा चुकी है.

  • नालंदा जिले के दस प्रखंडों में मत्स्यजीवी सहयोग समिति का जल्द होगा चुनाव

    नालंदा न्यूज (Nalanda News) | नालंदा जिले के विभिन्न प्रखंडों में निबंधित प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समितियों (Fisheries Cooperation Committee) का निर्वाचन जल्द कराया जाएगा. उक्त आशय की जानकारी जिला सहकारिता पदाधिकारी (District Co-Operation Officer Nalanda) सत्येंद्र कुमार प्रसाद ने दी.

    उन्होंने बताया कि जिले के 10 प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समितियों के प्रबंध कार्यकारिणी का निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. निर्वाचन प्राधिकार को जिले से निर्वाचन के लिए प्रस्ताव उपलब्ध कराया गया था.

    इसे भी पढे : कभी बिहारशरीफ में हुआ करते थे 24 तालाब, अब बचे हैं मात्र 15

    प्रस्ताव मिलने के बाद बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार (Bihar State Election Authority) के द्वारा जिला पदाधिकारी नालंदा (DM Nalanda) को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी जबकि प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्वाचन पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है. निर्वाचन प्राधिकार के निर्देशानुसार जिले के 10 प्रखंड मत्स्य जीवी सहयोग समितियों की मतदाता सूची का प्रकाशन भी कर दिया गया है.

    अब 10 जून तक मतदाता सूची पर मतदाताओं से आपत्तियां ली जाएगी. प्राप्त आपत्तियों को सुधार कर फिर 13 जून तक अंतिम रूप से मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा. जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि अंतिम रूप से मतदाता सूची प्रकाशित किए जाने के बाद निर्वाचन प्राधिकार के द्वारा निर्वाचन की तिथि निर्धारित की जाएगी. उन्होंने बताया कि प्रखंडों में निर्वाचन से संबंधित सभी तैयारियां की जा रही है.

    नालंदा मे इन प्रखंडों के मत्स्यजीवी सहयोग समितियों में चुनाव

    एकंगरसराय प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति
    बिंद प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति
    रहुई प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति
    राजगीर मत्स्यजीवी सहयोग समिति
    सिलाव प्रखंड मत्स्य जीवी सहयोग समिति
    हरनौत प्रखंड मत्स्य जीवी सहयोग समिति
    नगरनौसा प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति
    बेन प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति
    परवलपुर मत्स्य जीवी सहयोग समिति
    थरथरी प्रखंड मत्स्य जीवी सहयोग

    Nalanda News से जुड़े, ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें।

    नालंदा रिपोर्टर टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।

  • Hello world!

    Welcome to WordPress. This is your first post. Edit or delete it, then start writing!

  • नालंदा के 14 स्कूलों में बच्चों को नहीं मिल रहा दोपहर का भोजन

    Nalanda News (नालंदा न्यूज) | नालंदा जिले के 14 प्रारंभिक स्कूलों में पीएम पोषण योजना (MDM) बंद है। कहीं शिक्षकों की लापरवाही तो कहीं रसोईया नहीं रहना कारण बना हुआ है। कहीं वीएसएस का गठन नहीं होने तो की एचएम की प्रतिनियुक्ति दूसरे स्कूलों में होने की वजह से स्कूलों में एमडीएम बंद है। विभागीय आंकड़े खुद इसका खुलासा कर रहे हैं।

    विभागीय आंकड़े ही कर रहे खुलासा, कहीं एचएम की मनमानी तो कहीं रसोईया नहीं

    अस्थावां के मध्य विद्यालय अस्थावां, गिरियक के मध्य विद्यालय पुरैनी, हिलसा के प्राथमिक स्कूल चकहजारी में विद्यालय शिक्षा समिति (वीएसएस) का गठन नहीं होना कारण बना हुआ है। हरनौत के महवाचक प्राथमिक विद्यालय में भौतिक सत्यापन जीरो रहने, नूरसराय में प्राथमिक विद्यालय मण्डाछ में एचएम द्वारा वेंडर चयन नहीं करने, परवलपुर में मध्य विद्यालय विजयपुर में रसोईया नहीं रहने, रहुई के मोरातालाब में एचएम की प्रतिनियुक्ति दूसरे स्कूलों मे होने, राजगीर के उत्क्रमित मध्य विद्यालय डुमरी में एचएम की लापरवाही से एमडीएम बंद है।

    नगरनौसा के प्राथमिक विद्यालय गढ़ियापर में रसोईया नहीं रहने की वजह से एमडीएम बंद है। एमडीएम प्रभारी अर्पणा ने बताया कि जिन स्कूलों मे वीएसएस का गठन नहीं हुआ है या रसोइया नहीं है, वहां विभागीय कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही सभी स्कूलों मे एमडीएम चालू करा दिया जाएगा।

    Nalanda News से जुड़े, ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें।

    नालंदा रिपोर्टर टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।

    स्रोत – हिंदुस्तान – जिले के 14 स्कूलों में बच्चों को नहीं मिल रहा दोपहर का भोजन

  • आता बटाटे जमिनीवर नाही तर हवेत पिकणार; शास्त्रज्ञांचा नवीन शोध शेतकऱ्यांचे उत्पन्न दुप्पट करणार – Hello Krushi

    एरोपोनिक तंत्रज्ञानाद्वारे, मिस्टिंगच्या स्वरूपात पोषक तत्वांची मुळांमध्ये फवारणी केली जाते. वनस्पतीचा वरचा भाग खुल्या हवेत आणि प्रकाशात राहतो. एका रोपातून सरासरी 35-60 मिनीकँड्स (3-10 ग्रॅम) मिळतात. मातीचा वापर न केल्यास, मातीचे रोग होत नाहीत आणि पारंपरिक पद्धतीच्या तुलनेत एरोपोनिक पद्धतीमुळे प्रजनन बियाण्याच्या विकासात दोन वर्षांची बचत होते. या तंत्रज्ञानाचे 8 राज्यांमधील 20 कंपन्यांसह बटाटा बियाणे उपलब्धतेसाठी व्यावसायिकीकरण करण्यात आले आहे.

  • अरविंद केजरीवाल दिल्ली में ममता बनर्जी से मिले | भारत समाचार

    नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की।
    बैठक पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर से सांसद बनर्जी के भतीजे अभिषेक के आवास पर हुई।
    टीएमसी सूत्रों ने कहा, “यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी।”
    उन्होंने कहा कि ममता ने पंजाब विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की शानदार जीत पर केजरीवाल को बधाई दी।
    इस साल की शुरुआत में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद यह उनकी पहली बैठक थी और करीब 30 मिनट तक चली।
    तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और आम आदमी पार्टी (आप) ने हाल ही में गोवा में हुए विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे।
    चुनाव अभियान में पार्टियों ने मतदाताओं को लुभाने के प्रयास में एक-दूसरे को निशाना बनाते हुए देखा, जिसमें दोनों संगठन भाजपा के खिलाफ अकेले जा रहे थे।
    जबकि टीएमसी का हाई-डेसिबल अभियान चुनावों में अपना खाता खोलने में मदद नहीं कर सका, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने गोवा में दो सीटें जीतीं।

    सामाजिक मीडिया पर हमारा अनुसरण करें

    .

    Source link

  • बिहार में कोरोना के 4 नए वैरिएंट मिलने से मचा हड़कंप – Patna Now – Local News Patna | Breaking News Patna

    ओमिक्रोन के पैरेंट वैरिएंट में संक्रमण क्षमता 10 गुना अधिक

    सिस्टर स्ट्रेन से अधिक खतरनाक पैरेंट्स वैरिएंट्स

    बिहार की राजधानी पटना में कोरोना के एक-दो नहीं बल्कि चार नए स्ट्रेन मिले हैं. ओमिक्रोन फैमिली के चारों नए स्ट्रेन में एक पैरेंट वैरिएंट BA.2.12 है, जो काफी खतरनाक है. इसमें संक्रमण की दर अन्य वैरिएंट्स से 10 गुना अधिक है, वहीं सिस्टर स्ट्रेन भी खतरनाक बताए जा रहे हैं. एक्सपर्ट बताते हैं कि बिहार में ओमिक्रोन स्ट्रेन के कई नए म्यूटेशन सामने आए हैं, जिस पर स्टडी की जा रही है. कोरोना की तीसरी लहर में बिहार में ओमिक्रोन  के BA.1 और BA.2 अधिक पाए गए थे. जिनोम  सिक्वेंसिंग के दौरान ओमिक्रोन के वैरिएंट की भरमार रही, जिसके बाद कम्यूनिटी स्प्रेड मान लिया गया था. इस बार कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच हो रही जिनोम सिक्वेंसिंग में भी ओमिक्रोन फैमिली के नए-नए स्ट्रेन मिल रहे हैं. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रो वायरोलॉजी विभाग की प्रोफेसर डॉ नम्रता कुमारी बताती हैं कि 13 सैंपल की जिनोम सिक्वेंसिंग में ओमिक्रोन फैूकली के म्यूटेंट वैरिएंट पाए गए हैं. इसमें ओमिक्रोन फैमिली के सिस्टर स्ट्रेन और पैरेंट्स वैरिएंट्स हैं.

    इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रो वायरोलॉजी विभाग के साइंटिस्ट डॉ अभय बताते हैं कि 13 सैंपल की जिनोम सिक्वेंसिंग में सभी में ओमिक्रोन की फैमिली के वैरिएंटस पाए गए हैं. इसमें 4 तरह के स्ट्रेन हैं. एक पैरेंट्स वैरिएंट BA.2.12 पाया गया है जबकि 5 सैंपल में BA.2 पाया गया है. वहीं 6 सैंपल में BA.2.10 पाया गया है. यह भी बिहार के लिए नया है. इसी तरह BA.2.10.1 भी एक सैंपल में पाया गया है. डॉ अभय का कहना है कि बिहार में मौजूदा समय में 4 वैरिएंट हैं, इसमें पैरेंट्स वेरिएंट BA.2.12 खतरनाक है.

    बिहार में मिले हैं ओमिक्रॉन के 4 स्ट्रेन

    BA.2, BA.2.10,BA.2.10.1 BA.2.12

    साइंटिस्ट डॉ अभय का कहना है कि ओमिक्रॉन में कई म्यूटेशन हुआ है. म्यूटेशन के कारण ग्रोथ एडवांटेज अधिक है. दिल्ली में BA.2.12.1 स्ट्रेन मिला है जबकि बिहार में BA.2.12 मिला है जो दिल्ली वाले वैरिएंट का पैरेंट स्ट्रेन है. इस स्ट्रेन का दिल्ली वाले स्ट्रेन से कनेक्शन है. बाकी के सभी ओमिक्राॅन फैमिली के सिस्टर स्ट्रेन हैं. म्यूटेशन के बाद स्ट्रेन का ग्रोथ एंडवांटेज बढ़ा है जिससे संक्रमण की दर अधिक है. दिल्ली वाले स्ट्रेन में म्यूटेशन का सबसे क्लोजेस्ट फैमिली मेंबर बिहार में मिला है, जिसमें संक्रमण दर अधिक है. हालांकि अभी इसकी बहुत स्टडी नहीं हो पाई है, इस पर शोध किया जा रहा है.

    PNCDESK

    Source link