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  • Airtel चुपके से लॉन्च की धांसू प्लान – महज 99 रुपये में 28 दिनों तक मिलेगा डाटा और कॉलिंग..


    डेस्क : Airtel के कॉलिंग प्लान्स के साथ ही डाटा और वैलिडिटी प्लान्स को भी काफी पसंद किया जाता है. दरअसल यह प्लान्स आपको अच्छे-खासे बेनिफिट्स देते हैं साथ ही साथ इनकी कीमत भी बेहद ही कम रहती है. आप अगर वैलिडिटी बनाए रखने के लिए एक सस्ता प्लान भी तलाश रहे हैं और आपके बजट में कोई प्लान फिट नहीं हो पा रहा है तो हम आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन लेकर आए हैं जो आपके बजट में फिट हो जाएगा.

    कौन सा है एयरटेलका ये प्रीपेड प्लान

    कौन सा है एयरटेलका ये प्रीपेड प्लान : एयरटेल के जिस प्रीपेड प्लान की हम बात कर रहे हैं उसकी कीमत महज 99 रुपये की है, इस प्लान को उन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार भी किया गया है जो वैलिडिटी को बनाए रखना चाहते हैं लेकिन ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते हैं. प्रीपेड प्लान के हिसाब से यह एक सस्ता प्लान है जो ग्राहकों के बजट में आसानी से फिट भी हो सकता है. अगर आप भी इस प्लान को खरीदने का मन बना रहे हैं तो आज हम आपको इसकी खासियत के बारे में बताने जा रहे हैं.

    क्या हैं इसके बेनिफिट्स

    क्या हैं इसके बेनिफिट्स : अगर बात की जाए इसके बेनिफिट्स की तो Airtel के इस प्लान में ग्राहकों को पूरे 28 दिनों की वैलिडिटी मिल जाती है. किफायती कीमत में 1 महीने की वैलिडिटी मिलना एक बड़ी बात है, ऐसे में यह आपके बजट में आसानी से फिट हो जाता है और आपको ज्यादा खर्च भी नहीं करना पड़ता है.

    अगर दूसरे बेनिफिट्स की बात करें तो इस प्लान में आपको 200 MB डेटा भी मिल जाता है जो आपकी छोटी-मोटी इंटरनेट की जरूरतों को भी पूरा करने का काम करता है. अगर आप भी Airtel ग्राहक हैं और एक ऐसे ही प्लान की तलाश में थे तो अब आप इसे एक्टिवेट करवा सकते हैं और इसमें मिलने वाले बेनिफिट्स का आप लाभ भी ले सकते हैं.

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  • ये है Maruti Dzire की नई मॉडल – 1 लीटर में 40km चलेगी, कीमत होगी आपके बजट में..


    न्यूज डेस्क : बढ़ते जमाने के साथ कई कार कंपनियां नई नई टेक्नोलॉजी को अपना रही है। इसी कड़ी में मारुति सुजुकी अपनी तो करो पर स्ट्रांग हाइब्रिड टेक्नोलॉजी काम कर रही है। मालूम हो कि मारुति सुजुकी एक ऐसी कार है जो सबसे अधिक माइलेज प्रदान करती है। इस बीच कंपनी एक और खास टेक्नोलॉजी पर काम करते हुए नई जनरेशन स्विफ्ट और डिजायर (Swift और Dzire) को पेश करने की तैयारी में है। मिली जानकारी के मुताबिक इन दो जनरेशन में कंपनी और भी ज्यादा माइलेज देगी। तो आइए जानते हैं विस्तार से।

    नई टैक्नोलॉजी पर काम

    नई टैक्नोलॉजी पर काम : मारुति सुजुकी अब अपनी कारों में स्ट्रांग हाइब्रिड तकनीक को शामिल करेगी, ग्रैंड विटारा में भी वही तकनीक शामिल की गई है, जिसके चलते यह एसयूवी करीब 28 किमी का माइलेज देती है। अब मारुति सुजुकी इस तकनीक को अपनी आने वाली नई कॉम्पैक्ट सेडान डिजायर और हैचबैक स्विफ्ट में शामिल करेगी, जिसके बाद उन्हें अपनी परफॉर्मेंस से लेकर माइलेज तक का भरपूर फायदा मिलेगा।

    मिलाइज के मामले में जबरदस्त

    मिलाइज के मामले में जबरदस्त : मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाईब्रिड से लैस नई डिजायर और स्विफ्ट 40 किलोमीटर तक का माइलेज दे सकती है. दमदार हाईब्रिड तकनीक के बाद कार पेट्रोल और बैटरी दोनों से चलेगी, जिससे माइलेज में इजाफा होगा। फिलहाल मौजूदा स्विफ्ट 1 लीटर पेट्रोल में 22.56 किमी का माइलेज देती है, जबकि डिजायर 1 लीटर पेट्रोल में 22.61 किमी का माइलेज देती है।

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  • ये है देश की सबसे सस्ती Electric Car – कीमत सिर्फ ₹4 लाख रुपए, महज 2000 रुपये में हो रही बुक..


    न्यूज डेस्क : भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का क्रेज दिनो दिन बढ़ता जा रहा है। वहीं लोग इलेक्ट्रिक वाहन में सस्ता विकल्प ढूंढ रहे हैं। यदि आप भी कम कीमत में इलेक्ट्रिक कार खरीदना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है। दरअसल, मुंबई बेस्ड कंपनी पीएमवी इलेक्ट्रिक (PMV Electric) देश में अपनी पहली कार लॉन्च करने वाली है।

    इस कार को 16 नवंबर को पेश किया जाएगा। इसका नाम EaS-E है। यह एक माइक्रो इलेक्ट्रिक कार है। कंपनी की ओर से इस कार के अधिकारिक रूप से प्री बुकिंग की शुरुआत कर दी गई है। यदि आप चाहे तो कंपनी के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर महज 2,000 रूपये में कार बुक कर सकते हैं।

    कई बेहतरीन फीचर्स

    कई बेहतरीन फीचर्स : यह आकार में एक कॉम्पैक्ट कार होगी, जिसमें 4 दरवाजे दिए गए हैं। हालांकि, फ्रंट में सिर्फ एक सीट और रियर में सिर्फ एक सीट होगी। इसमें रिमोट पार्किंग असिस्ट, रिमोट की कनेक्टिविटी, टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, यूएसबी चार्जिंग पोर्ट और क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स दिए जाएंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए, वाहन में स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, रिमोट कीलेस एंट्री, पावर विंडो और रियर व्यू कैमरा जैसी सुविधाएँ भी मिल सकती हैं।

    कार की कीमत और बैटरी क्षमता

    कार की कीमत और बैटरी क्षमता : इस कार को लेकर कंपनी के कई दावे हैं। कंपनी का कहना है कि इसमें लगी बैटरी को 3 केडब्ल्यू एसी चार्जर के माध्यम से 4 घंटे के भीतर भीतर फुल चार्ज कर सकते हैं। बैटरी की लाइफ 5 से 8 साल तक बताई गई है। इस कार की कीमत की बात करें तो 4 से 6 लाख रुपए तक होने की संभावना है। बता दें कि यह कार अब तक की सबसे सस्ती कार होगी इसमें आपको 120, 160 और 200 KM की रेंज मिलेगी।

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  • न्यूज नालंदा – नशेड़ियों ने गैराज से की डेढ़ लाख के सामान की चोरी, जानें घटना…

    शहरी इलाके में सक्रिय बदमाश ताबतोड़ चोरी की घटना को अंजाम दे रहा है। शुक्रवार की रात दीपनगर थाना अंतर्गत बाजार समिति के समीप बदमाशों ने गैराज से तीन ई रिक्शा से 12 बैटरी की चोरी कर ली। करकट तोड़ घटना को अंजाम दिया गया। अगली घटना का खुलासा हुआ। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई। इलाके का फुटेज खंगाला जा रहा है।

    न्यूज नालंदा – नशेड़ियों ने गैराज से की डेढ़ लाख के सामान की चोरी, जानें घटना…

  • बिहार : मृतक के नाम पर दिया 1.42 लाख बिजली बिल, जानिए – पूरा मामला..


    डेस्क: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। जिले के कुढ़नी प्रखंड के दरियापुर कफेन गांव के एक मृतक व्यक्ति के नाम पर 142031 रूपये का बिल आया है। इस बिल के पीछे की कहानी काफी अजीबो गरीब है। दरअसल, जिनके नाम से यह बिल आया है उनकी मृत्यु साल 2012 में हो गई थी।

    इसके बाद मृतक के नाम पर 2018 में बिजली बिजली कनेक्शन लेने की जानकारी विभाग ने परिवार वालों को दिया। इसके बाद 3 साल बाद मृतक विनय ठाकुर के छोटे बेटे रत्नेश के बिजली बिल में उनके बकाया राशि जोड़ दिया गया। परिवार वाले हैरान होकर अधीक्षण अभियंता को आवेदन देते हुए शिकायत दर्ज की। इसके बाद अधीक्षण अभियंता ने जांच के लिए आदेश दे दिए।

    मृतक के बड़े बेटे ब्रजेश बताते हैं कि उनके पिता की मृत्यु 1 जुलाई 2012 को हो गई थी। इसके बाद 2021 के सितंबर महीने में बिजली विभाग के द्वारा सूचना आती है कि आपके पिता के नाम पर भी बिजली कनेक्शन पूर्व से है। इसके बाद बृजेश विभाग में शिकायत दर्ज करने के बाद जानना चाहा कि किस आधार पर मृतक के नाम पर 2018 में बिजली कनेक्शन दिया गया। कई दिनों तक लगातार चक्कर काटने के बाद भी उन्हें जानकारी हाथ नहीं लगी। उसके बाद उन्होंने आरटीआई फाइल कर बिजली विभाग से विवरण मांगी।

    बृजेश का कहना है कि इस वर्ष मई के महीने में उन्हें 2018 के जुलाई महीने से 2021 के मई तक का बिजली का बिल सौंपा गया। इसमें 142031 रुपए का बिल था। मृतक के बेटों का सवाल है कि जब 2012 में पिता की मृत्यु हो गई तो 2018 में उनके नाम से कनेक्शन किस आधार पर दिया गया। इस संबंध में विद्युत अधीक्षण अभियंता पंकज राकेश ने बताया कि उपभोक्ता के मरने की जानकारी विभाग को नहीं दी गई थी। अब इस मामले की जांच करने के लिए कार्यपालक अभियंता को निर्देश दे दिया गया है।

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  • न्यूज नालंदा – छात्रावास निर्माण का होने लगा विरोध, लगे प्रशासन विरोधी नारे…

    दीपनगर थाना अंतर्गत राणा बिगहा गांव में कल्याण विभाग द्वारा बनाए जा रहे पिछड़ा-अति पिछड़ा छात्रावास विरोध शुरू हो गया है। शनिवार को ग्रामीणों ने निर्माण का विरोध करते हुए प्रशासन विरोधी नारेबाजी की। जिसके बाद मौके पर सुरक्षा बलों को बुला लिया गया।
    ग्रामीणों ने बताया कि कोसुक एवं राणा बिगहा के बीचोंबीच खेल का मैदान है। जिस पर जिला प्रशासन के द्वारा छात्रावास निर्माण कराया जा रहा है। यह जमीन उनके पुरखों की है। ओपेन जीम, बेहतर मैदान बनाने की जगह जिला प्रशासन के द्वारा छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है। जबकि पास में ही नदी किनारे खाली जमीन पड़ी हुई है। उक्त स्थल का उन लोगों के पास रजिस्ट्री के पेपर भी हैं।
    मौके पर सदर एसडीओ अभिषेक पलासिया सहित अन्य अधिकारी एवं स्थानीय थाना पुलिस मौजूद रही। घंटो जिला प्रशासन एवं स्थानीय लोगों से नोकझोंक होते रही। अंततः 2 दिनों का समय जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों को दिया है। ताकि वे अपने जमीन से संबंधित कागजात दिखा सकें। दरअसल कल्याण विभाग के द्वारा 100 बेड का पिछड़ा एवं अति पिछड़ा छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है।

    न्यूज नालंदा – छात्रावास निर्माण का होने लगा विरोध, लगे प्रशासन विरोधी नारे…

  • सरफिरे प्रेमिका की करतूत प्रेमी को जेल से निकलवाने के लिए खुद पर चलवाई गोली

     

    मनीष कुमार / कटिहार

    किसी ने सच ही कहा है प्यार अंधा होता है प्यार के लिए कोई जान ले सकता है तो कोई जान दे भी सकता हैं। ऐसा ही मामले का खुलासा कटिहार पुलिस ने किया हैं। नगर थाना परिसर में प्रेस वार्ता आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने प्रेस वार्ता के माध्यम से पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि युवती ने अपने प्रेमी को जेल से बाहर निकलवाने के लिए अपने ही साथियों के साथ मिलकर अपने ऊपर पहले झूठा हमला करवाया। इसके पश्चात उन्होंने नगर थाना में झूठा मुकदमा भी दर्ज कराया।

     लेकिन शाबाशी देनी होगी कटिहार पुलिस को जिसने साबित कर दिया कानून के घर में देर है अंधेर नहीं। पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार के द्वारा सदर डीएसपी ओमप्रकाश के नेतृत्व में एक विशेष कमेटी का गठन किया गया। पुलिस की तफ्तीश के बाद जो बातें सामने आई वह चौंकाने वाली थीं। क्योंकि युवती द्वारा जेल में बंद प्रेमी को बाहर निकलवाने के लिए अपने सहयोगियों के साथ पूरी साजिश किया था। पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि 2019 में रोशन साह हत्याकांड मामले में कोरिया टोली के रहने वाले राजा साह को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। राजा साह से प्रभात नगर की रहने वाली खुशी कुमारी बेइंतहा प्यार करती थीं। अपने प्रेमी को जेल से बाहर निकलवाने और उनके साथ जीवन बिताने के लिए खुशी ने एक साजिश रची थीं। जिसमें उन्होंने नीरज कुमार, रूपेश कुमार और अजय कुमार को शामिल किया। सभी लोग मिलकर 9 नवंबर को रात्रि लगभग 8:30 बजे आर के मिशन रोड के समीप एक झूठे घटना को अंजाम दिया। 

    जिसमें बताया गया कि युवती खुशी कुमारी के साथ छेड़खानी और उसपर गोली चलाई गई। जिस में खुशी कुमारी ने नगर थाना में मामला दर्ज कराते हुए अंकित कुमार साह को नामजद अभियुक्त बनाया। बताते चलें कि रोशन के भाई का नाम ही अंकित साह है। पुलिस ने पूरे मामले का उद्भेदन करते हुए सभी को जेल भेज दिया है। छापेमारी दल में नगर थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक राघवेंद्र कुमार सिंह, मुकेश कुमार,रूपेश कुमार रंजन, सुनील कुमार, पंकज प्रताप सहित सशस्त्र बल शामिल थे।

  • न्यूज नालंदा – बदमाशों का बढ़ा हौसला: हमला कर दारोगा समेत 9 को किया जख्मी…

    जिले में बदमाशों का हौसला बढ़ा है। इसलामपुर थाना अंतर्गत संडा बाजार में शुक्रवार की रात मारपीट की सूचना पर पहुंची पुलिस पर बालू धंधेबाजों ने हमर कर दिया। घटना में दो दारोगा समेत 9 कर्मी जख्मी हो गए। पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। धंधेबाज गया से आ रहे बालू लोड ट्रक व अन्य वाहनों से वसूली कर रहे थे।
    सूचना पाकर वाहन मालिक पहुंचे तो मारपीट होने लगी। जिसके बाद पुलिस पहुंच। धंधेबाजों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। इसके बाद पर्याप्त संख्या में बलों को बुलाकर जवाबी कार्रवाई कर पुलिस चार बदमाशों को गिरफ्तार की। गिरफ्तार बदमाशों में राकेश कुमार, राजीव कुमार, प्रिंस कुमार और लालू कुमार शामिल है। धंधेबालों ने वाहन मालिक-कर्मी की पिटाई करते हुए उनसे लूटपाट भी की।
    डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि धंधेबाज गया से बालू लेकर आ रहे ट्रक से वसूली कर रहा था। जिस कारण चालक-धंधेबाज में मारपीट हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस पर बदमाशों ने हमला कर दिया। मौके से चार बदमाशों को पकड़ा गया। 14 नामजद व 20 अज्ञात को आरोपित कर केस दर्ज किया गया है।

    न्यूज नालंदा – बदमाशों का बढ़ा हौसला: हमला कर दारोगा समेत 9 को किया जख्मी…

  • पीएम किसान: ‘ये’ बिना पति के लोग पीएम किसान से लाभ नहीं उठा सकते, जानिए क्यों

    नमस्ते कृषि ऑनलाइन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 अक्टूबर कोपीएम किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) की 12वीं किस्त जारी कर दी गई है। इस बार देश के 8 करोड़ किसानों को फायदा हुआ। प्रत्येक खाते में 2000 रुपये ट्रांसफर किए गए। इसके लिए केंद्र सरकार को 16 हजार करोड़ रुपये खर्च करने पड़े। लेकिन अब किसान तेरहवीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन इस बार कई किसान तेरहवीं किस्त का लाभ नहीं उठा पाएंगे।

    केंद्र सरकार ने ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया है। केंद्र सरकार के मुताबिक हर साल प्रधानमंत्री लाखों किसानों (पीएम किसान) को धोखा देकर किसानों का फायदा उठाते हैं। इससे सरकार पर आर्थिक बोझ बढ़ गया। लेकिन, ई-केवाईसी अनिवार्य करने के बाद अब फर्जी किसानों की पहचान की जाएगी। ऐसे में उन्हें पीएम किसान सूची से बाहर कर दिया जाएगा।


    17 अक्टूबर को पीएम मोदी ने 12वीं किश्त के लिए 16,000 करोड़ रुपये की राशि जारी की. इससे देश के 8 करोड़ किसानों को फायदा हुआ। वहीं, केंद्र सरकार ने 11वीं किस्त के लिए 21 हजार करोड़ रुपये जारी किए थे. उसके बाद 10 करोड़ किसानों के खातों में पैसा जमा किया गया. वहीं, ई-केवाईसी अनिवार्य करने के बाद फर्जी किसानों की संख्या में काफी कमी आई है। अकेले उत्तर प्रदेश में 21 लाख फर्जी किसानों के नाम हटाए गए।

    वहीं पति-पत्नी एक साथ प्रधानमंत्री किसान योजना (पीएम किसान) का लाभ नहीं उठा सकते हैं। ऐसा करते पकड़े जाने पर उन्हें झूठा करार दिया जाएगा। साथ ही उनसे पैसे भी वापस ले लिए जाएंगे। इसके अलावा अगर किसान परिवार में कोई टैक्स देता है तो उसे भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। यानी अगर पति-पत्नी में से किसी ने भी आयकर का भुगतान किया है, तो वे इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। साथ ही जो किसान जमीन के पट्टे पर खेती करते हैं, वे पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं उठा पाएंगे। दरअसल, इस योजना का लाभ लेने के लिए जमीन का मालिक होना अनिवार्य है।


    इसके अलावा डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, सरकारी कर्मचारी, प्रोफेसर और पेशेवर नौकरी (पीएम किसान) करने वाले भी इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे। इसके अलावा 10,000 रुपये से अधिक मासिक पेंशन प्राप्त करने वाले सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इस योजना के तहत छोटे जोत वाले किसानों को केंद्र सरकार साल में 6000 रुपये की किश्त देती है।


  • न्यूज नालंदा – वन पदाधिकारी हत्याकांड: अब भी पुलिस के हाथ खाली, अपराधी तो दूर कारणों का खुलासा नहीं

    राजगीर में वन पदाधिकारी की नृशंस हत्या के तीसरे  दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं। अपराधी तो दूर अब तक कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस सभी संभावनाओं पर जांच का दायरा बढ़ाने का दावा कर रही है। शुक्रवार को पटना से डॉग स्क्वायड टीम को बुलाया गया। खोजी कुत्ते को घटनास्थल और मृतक के घर के समीप दौड़ाया गया। डॉग स्क्वायड से पुलिस जांच को दिशा मिलने का दावा कर रही है। अपरिहार्य कारणों से फोरेंसिक टीम नहीं पहुंच सकी। अनुमान है एफएसएल टीम शनिवार को आएगी। साक्ष्य नष्ट न हों इस कारण घटनास्थल के समीप घेरा डालकर किसी के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। इधर, मृतक के पुत्र मनीष कुमार ने अज्ञात बदमाशों को आरोपित कर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है।

    न्यूज नालंदा – वन पदाधिकारी हत्याकांड: अब भी पुलिस के हाथ खाली, अपराधी तो दूर कारणों का खुलासा नहीं

    सीएम से पा चुके थे सम्मान
    वन पदाधिकारी सीएम नीतीश कुमार के हाथों सम्मानित हो चुके थें। कर्तव्यनिष्ठा के लिए वेणु वन के विस्तारीकरण समारोह में सीएम ने उन्हें सम्मानित किया था। उनकी सेवाभाव और निष्ठा को देखते हुए रिटायर्ड होने के बाद फिर से उन्हें संविदा पर बहाल किया गया था।

    नहीं रुक रहें आंसू, परिवार पूछ रहा कातिल कौन
    पदाधिकारी 20 साल से राजगीर में तैनात थे। दो साल पहले उन्होंने जगदेव नगर में जमीन खरीदकर मकान बनाया था। जहां पत्नी व छोटे पुत्र के साथ रह रहे थे। बड़ा पुत्र संजीव बेतिया में आरक्षी है। इसी तरह मंझोला पुत्र भी दूसरे शहर में रहकर नौकरी करता था। घर में वह पत्नी व छोटे बेटे के साथ रहते थे। हत्याकांड के बाद से परिवार के आंसू नहीं रुक रहे हैं। पत्नी व पुत्र पुलिस से पूछ रहे हैं कि कातिल कौन है। किस कारण उनके पिता को मारा गया। हालांकि, पुलिस परिवार के सवाल पर चुप्पी साधे है।

    कर्मियों में शोक के साथ खौफ
    पदाधिकारी की नृशंस हत्या से वन विभाग के अन्य कर्मियों में शोक के साथ खौफ देखा जा रहा है। घटना के कारणों का खुलासा नहीं होने के कारण लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। कर्मियों की मानें तो मृतक शालीन स्वभाव के थे। उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी।

    पर्यटक स्थल की सुरक्षा पर सवाल

    वन पदाधिकारी की नृशंस हत्या से राजगीरवासी खौफजदा हैं। बुद्धिजीवियों ने बताया कि पयर्टक स्थल की सुरक्षा भगवान भरोसे हैं। इलाके में आए दिन आपराधिक वारदात हो रही है। वन पदाधिकारी की हत्या रेल थाना और पदाधिकारियों के आवास के समीप, राह चलते हुए कर दिया गया। जिसकी भनक तक गश्ती पुलिस को नहीं लगी। इस वारदात से लोग दहशत में हैं। पर्यटक सीजन की शुरूआत में नृशंस हत्या का असर पर्यटन उद्योग पर प्रतिकूल पड़ेगा।

    सभी बिंदुओं  पर जांच का दावा